रायगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 23 जनवरी। सोमवार 22 जनवरी रामलला प्राण प्रतिष्ठा राम उत्सव कार्यक्रम के तहत सुबह से शहर के लगभग सभी चौक-चौराहों तथा प्रमुख मार्गो पर आस्था के दीप जलाये गए और प्रभु श्रीराम के प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर राम धुन के साथ-साथ हवन पूजन तथा आतिशबाजी का आयोजन किया गया।
इस दौरान गणेश तालाब में दीपदान किया गया। इस दौरान रंग बिरंगी लाइटों और 3000 दीपों की रोशनी से गणेश तालाब जगमगा उठा। इस अवसर पर शहर में जगह-जगह विशेषकर मंदिरों के सामने भंडारे का आयोजन किया गया तथा खिचड़ी व बूंदी प्रसाद के साथ-साथ श्रद्धालुओं को प्रसाद का वितरण किया गया।
रंगीन रोशनियों के बीच पानी का फव्वारा और उस पर समस्त परिसर में एक के बाद एक श्रृंखला में दियों का जलना सबके लिए आकर्षण का केंद्र था। यह नजारा था रामलाल प्राण प्रतिष्ठा रामोत्सव के तहत दीपदान गणेश तालाब का। यहां पाथवे के दोनों ओर दिए सजाए गए थे। शाम 6 बजे के बाद सभी दिए को जलाने का सिलसिला शुरू हुआ। एक तरफ लाइन से जब दिए को जलाया गया तो यह नजारा देखते ही बनती थी। तालाब के बीच में रंग-बिरंगी रोशनी से समाहित झोपड़ी का प्रतीकात्मक स्वरूप सभी के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ था। यह दृश्य राम आएंगे तो मेरी झोपड़ी के भाग खुल जाएंगे गीत को सार्थक कर रही थी।
गणेश तालाब में उपस्थित जन-जन हर्षो उत्साहित और रोमांच महसूस कर रहे थे। पूरे तालाब परिसर में रंगीन, रंग बिरंगी लाइट अपनी रोशनियां बिखेर रही थी। इन रंगीन रोशनियों के बीच दीपों की रोशनी सोने पर सुहागा था। पाथवे के बीच में 300 से ज्यादा दिनों से जय श्री राम लिखा गया था, जो सभी के लिए आकर्षण का केंद्र था। कार्यक्रम में उपस्थित हर कोई रोमांचित महसूस कर रहे थे। इसी तरह शहर के सभी चौक-चौराहों पर लाखों दीप जलाये गए और रामधुन के गीत के साथ-साथ भव्य आतिशबाजी की गई। इस दौरान शहर के राम मंदिरों में हवन पूजन तथा विभिन्न अनुष्ठान का भी आयोजन किया गया। शहर में लाखों दीपों के जलने तथा कई घरों में दीप जलाने एवं विद्युत रोशनी के चलते पूरा शहर राम के रंग में रंगा नजर आया।
युवाओं की टोली भी राम नाम का गुणगान करते हुए शहर के गलियों व चौक-चौराहों में बाईक से घूमती नजर आई। श्री राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर बच्चों में भी इस उत्सव को लेकर खासा उत्साह देखा गया और स्कूली बच्चों के साथ-साथ सभी बच्चों ने इस पर्व को दीपावली की तरह खुशी व श्रद्धा के साथ मनाया।