रायगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 1 फरवरी। रायगढ़ जिले में अगले महीने होने वाली जनसुनवाई को एक बार फिर से विरोध होने लगा है।
जिले में संचालित उद्योगों में स्थानीय बेरोजगार युवाओं को रोजगार नही देने और लगातार कंपनी के विस्तार करने से नाराजगी जाहिर करते हुए युवा कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष आशीष यादव ने बताया कि कंपनी प्रबंधक द्वारा कंपनी लगाने से पूर्व क्षेत्र के बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने के साथ-साथ क्षेत्र का बेहतर विकास करने की बात कहते हुए भोले भाले ग्रामीणों को अपने झांसे में लेते हुए उद्योग तो स्थापित कर लेते हैं और युवाओं को रोजगार देना और क्षेत्र का विकास तो भूल जाईये धीरे-धीरे कंपनी के प्रदूषण से आसपास का पूरे क्षेत्र विनाश होते जा रहा है।
आलम यह है कि किसानों की बेशकीमती जमीन कंपनी के काले डस्ट से बंजर होते जा रही है। ग्रामीण क्षेत्र के लोग कई तरह की गंभीर बीमारियों की चपेट में आकर असमय काल के गाल में समाते जा रहे हैं। इन सबके बावजूद जिले में औद्योगिक क्षमता विस्तार के लिए शासन द्वारा धड़ाधड़ अनुमति प्रदान कर रही है। जिले के तमनार ब्लॉक के सराई पाली में स्थित सुनील स्पंज आयरन प्लांट प्राइवेट लिमिटेड को विस्तार के लिए अनुमति प्रदान की गई है। इसके लिए 1 फरवरी गुरुवार को तारीख निर्धारित की गई है,लेकिन अगर स्थानिया युवाओं को इसमें रोजागर नही मिलता तो जनसुनवाई का कोई मतलब ही नहीं,कंपनी पहले तय करे रायगढ़ के युवाओं को कितने प्रतिशत अपने उद्योगों में जगह देंगे,उसके बाद ही जनसुनवाई करवाई जाए, अन्यथा जनसुनवाई का विरोध किया जाएगा।
पहले से प्रदूषण से जूझ रहे ये गांव
प्लांट के प्रभावित गांव में देलारी, गदगांव, लाखा, सरायपाली,तुमिडीह, गेरवानी, भुईकुर्री और समरूमा शामिल है। वर्तमान में ये सभी गांव औद्योगिक प्रदूषण की चपेट में पहले से ही है और सुनील स्पंज के क्षमता विस्तार हो जाने से प्रदूषण और कई गुना बढ़ जाएगा। शासन द्वारा क्षमता विस्तार के लिए पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन के लिए जन सुनवाई निर्धारित किया है,लेकिन अगर क्षेत्रीय युवाओं की अनदेखी की है तो कंपनी प्रबंधन युवाओं के विरोध के लिए तैयार रहे।