रायगढ़
रबी फसल के लिए किसानों को हो रही परेशानी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
लैलूंगा, 2 फरवरी। रायगढ़ जिले के जल संसाधन विभाग धरमजयगढ़ के उप संभाग लैलूंगा के अंतर्गत खम्हार - पाकुट जलाशय के मुख्य नहर से प्रत्येक वर्ष पानी का वितरण किया जाता है । जिससे क्षेत्र के किसान रबीफसल की सिंचाई करते आ रहे हैं, वहीं प्रतिवर्ष पानी की सप्लाई करने के पूर्व जल संसाधन विभाग के द्वारा उक्त मुख्य नहर की साफ-सफाई की जाती है। जिसके बाद नहर में स्वच्छ जल को छोड़ा जाता है।
किन्तु पिछले कुछ वर्षों से नहर की साफ - सफाई में ध्यान नही दिया जा रहा है। जिसको लेकर किसानों में जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को कई बार आवेदन देने के बाद भी सफाई नहीं हो रही है, जिसे लेकर किसान परेशान हैं।
विदीत हो कि लैलूंगा विकासखण्ड में सिंचाई हेतु मात्र एक ही जलाशय है, जिसके भरोसे किसान आश्रित रहते हैं। जहाँ निस्तारी किए जाने वाले मुख्य नहर में आवश्यकता से अधिक कूड़े कचरे से भरा होना स्थानीय किसानों के लिए परेशानियों का सबब बना हुआ है।
ग्राम पंचायत जामबहार होते हुए नगर पंचायत लैलूंगा के कई वार्डों से होकर भदरापारा, कुंजारा, गोसाईडीह, अंगेकेला सहित लगभग 25 से 30 गाँव के किसान रवि फसल की खेती करने वाले नहर के पानी से निर्भर रहते हैं। सिंचाई का एक मात्र मुख्य जल स्त्रोत है।
नहर की रख रखाव के अभाव में यह अब अपनी कई तरह की समस्याओं से अपनी क्षमता से क्षीण हो रहा है। नहर की मरम्मत की भी आवश्यकता है । ग्रामीण किसानों को दो फसली खेती बाड़ी करने के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। बरसात के बाद बेशरम के पौधे तथा तमाम प्रकार के झाड़ी झंखाड़ों से सराबोर नहर की साफ - सफाई नहीं होने से किसान बहुत परेशान हैं। किसानों ने मांग की कि विभाग को नहर की सफाई कराना चाहिए, जिससे हो रही परेशानियों से किसानों को निजात मिल सके ।