महासमुन्द
अकेले आदमी के बस की बात नहीं, और भी लोग हो सकते हंै शामिल-ग्रामीण
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 22 मार्च। नांदगांव हत्याकांड के मामले में ग्रामीणों ने पुलिसिया कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है। गुरुवार को करीब डेढ़ सौ के आसपास महिला-पुरूष सिटी कोतवाली पहुंचे और संदेह जताया कि इस हत्याकांड में केवल एक आरोपी नहीं बल्कि अन्य आरोपी भी शामिल होंगे। एक व्यक्ति द्वारा हत्या करने के बाद लाश को दूसरे स्थान पर ठिकाने नहीं लगाया जा सकता।
मालूम हो कि कोतवाली पुलिस द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया गया था कि विवाद के बाद शराब के नशे में गांव के ही प्रेम जांगड़े ने नांदगांव निवासी तथा भगवती राइस मिल में काम करने वाले मजदूर पूनम पटेल की ब्लेड नुमा कटर से गला काटकर हत्या कर दी थी तथा लाश को एक सूखे तालाब के बेशरम झाडिय़ों में फेंक दिया था।
सिटी कोतवाली की उक्त कार्रवाई पर पटेल समाज के सदस्यों व ग्रामीणों से सवाल उठाया है कि मृतक की लाश नग्न अवस्था मिली व गुप्तांग के पास भी प्रहार है। यह तथ्य समझ से परे है कि जब शराब पीने कोई व्यक्ति बैठेगा तो वह ब्लैड नुमा कटर लेकर नहीं आएगा। इससे यह संदेह होता है कि आरोपी युवक मारने के इरादे से अपने साथ किसी रंजिश के चलते हथियार लेकर पहुंचा था। और शराब पीने के बहाने हत्या को अंजाम दिया है। इसलिए कारणों का खुलासा होना चाहिए।
ग्रामीणों को संदेह है कि इस वारदात में एक नहीं बल्कि और भी लोग शामिल हो सकते हंै। इसलिए पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच होना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि नांदगांव निवासी भगवती राइस मिल में काम करने वाले पूनम पटेल 18 मार्च की शाम पांच बजे राइस मिल से 5 सौ रुपए एडवांस लेकर निकला था, लेकिन घर नहीं पहुंचा। उसके पिता सुरेश पटेल जो स्वयं भगवती राइस मिल में मजदूर है, ने काफी खोजबीन की किंतु युवक नहीं मिला और दूसरे दिन 19 मार्च को अपने बेटे को खोजने जा रहा था, तभी सुबह 7 बजे के आसपास फतौव्वा तालाब के पास लोगों की भीड़ के पास ही उनका बेटा नग्न, चित अवस्था में मृत पड़ा था।