महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 27 मार्च। शासकीय महाप्रभु वल्लभाचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय महासमुंद में 26 मार्च को प्राचार्य प्रो. अनुसुइया अग्रवाल के मार्गदर्शन में हिन्दी साहित्य की कवयित्री महादेवी वर्मा जयंती पर व्याख्यान का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर डॉ. मालती तिवारी विभागाध्यक्ष राजनीति विज्ञान ने उनके जीवन पर प्रकाश डाला। मुख्य अतिथि की आसंदी से प्रो.अनुसुइया अग्रवाल ने कहा कि महादेवी वर्मा का नाम महादेवी उनके पिता ने अपने परिवार में दो सौ वर्षों बाद कन्या के आगमन होने की खुशी में रखा। महादेवी वर्मा साहित्य जगत में एक ऐसा चमकता सितारा थीं जो कभी नाम और यश के पीछे नहीं भागी। उनकी रचनाओं में इतना सामथ्र्य था कि वो छायावाद युग की प्रमुख आधार स्तंभ के रूप में प्रतिष्ठित हुई। शिक्षित और सभ्य परिवार की महादेवी वर्मा संस्कृत की परास्नातक नहीं उनकी भाषा संस्कृतनिष्ठ खड़ी बोली रही। महादेवी वर्मा का गद्य और पद्य में समान रूप से अधिकार रहा।
इस अवसर पर डॉ. नीलम अग्रवाल विभागाध्यक्ष, अर्थशास्त्र ने आभार व्यक्त करते हुए महादेवी वर्मा के सम्मान और पुरस्कार को सबके साथ साझा किया। उक्त कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राध्यापक गण डॉ. रीता पांडेय, डॉ. आर.के. अग्रवाल, दिलीप कुमार बढ़ाई, राजेश्वरी सोनी, मनीषा प्रधान, विजय कुमार मिर्चे, गौरव सोनी, मृणाली चन्द्राकर, पूजा यादव, शिवानी तावेरकर, नम्रता तंबोली, रेशमा वर्मा, दीप्ति पटेल, रूखमणी साहू, आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. अन्नपूर्णा देवांगन ने किया।