महासमुन्द
वार्षिक लेखाबंदी के कारण एक अप्रैल को बैंक जनता के लिए बंद रहे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 2 अप्रैल। वार्षिक लेखाबंदी के कारण एक अप्रैल की पहली तारीख सोमवार को जिले के करीब 125 निजी और सरकारी बैंक जनता के लिए बंद रहे। लीड बैंक मैनेजर के मुताबिक इससे करीब 100 करोड़ का लेन-देन प्रभावित हुआ। आम लोगों को जहां परेशानियों का सामना करना पड़ा,वहीं बैंक कर्मी भी क्लोजिंग के कारण व्यस्त व दबाव में रहे।
वार्षिक लेखाबंदी और बैंकिंग की सालभर के लेखा-जोखा के मिलान और अन्य विभागीय कार्यों को दुरूस्त करने में बैंक कर्मी व्यस्त रहे। देर शाम तक बैंकों ने सालभर का हिसाब-किताब अपडेट कर क्लोजिंग कर राहत की सांस ली। हालांकि दिनभर बैंकों में लोग पहुंचते रहे, लेकिन काम नहीं होने की जानकारी मिलने के बाद वे वापस लौटते गए। आज 2 अप्रैल से बैंकों में साल 2024 के काम-काज की शुरुआत हुई है।
आज से नए रजिस्टर, फ ाइलों में लेखा-जोखा तैयार होगा। जिले की बैंकों के बाहर कल वार्षिक लेखाबंदी के कारण बैंक बंद होने की तख्ती टांग दी गई थी। इसके वार्षिक लेखाबंदी के दौरान बैंकों के कर्मचारियों ने आंतरिक कार्यों को पूरा किया। साथ ही पिछले वित्तीय वर्ष की बैलेंस शीट, खातों का मिलान कर बैंकों के आय-व्यय, लोन, खाता बही का हिसाब कर बीते वित्तीय वर्ष के रिकॉर्ड को अपडेट किया गया।
कल वार्षिक लेखाबंदी के कारण उपभोक्ताओं को परेशानियों का सामना करना पड़ा। शहरी के अलावा खासकर ग्रामीणों, उपभोक्ताओं को काफी दिक्कतें हुई। सप्ताह का पहला दिन होने के कारण काफी संख्या में लोग बैंक पहुंचे पर बैंकिंग लेन-देन बंद होने की जानकारी मिलने के बाद जिनको कैश की जरूरत थी, उन्होंने एटीएम का सहारा लिया। वहीं जिन्हें बैंक से संबंधित अन्य कार्य निपटाने थे, उनके काम अब आज यानी मंगलवार से शुरू हुए हैं।