रायगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 14 अप्रैल। इंश्योरेंस का पैसा जमा ना कर कई कस्टमर्स से धोखाधड़ी के फरार आरोपी को गिरफ्तार कर रिमांड पर भेजा गया है। आरोपी करीब 06 साल से गिरफ्तारी से बचने लुक-छिप रहा था।
घरघोड़ा पुलिस लगातार आरोपी पवन कुमार महानंद (48) के सकुनत बिलासपुर में दबिश देकर उसके परिवारजन और रिश्तेदारों से पूछताछ कर संपर्क रखे हुये थी साथ ही थाना प्रभारी घरघोड़ा निरीक्षक अमित तिवारी द्वारा आरोपी के सकुनत आसपास सूचना देने मुखबिर तैनात कर रखा गया था।
पुलिस को सूचना मिली कि आरोपी अग्रिम जमानत के लिए घरघोड़ा आया हुआ है, सूचना पर तत्काल पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लिया गया जिससे पूछताछ में उसने कस्टमर्स के इंश्योरेंस रूपये जमा ना कर धोखाधड़ी करना स्वीकार किया जिससे खर्च के बाद बचे रकम 4,000 की जब्ती की गई है। घरघोड़ा पुलिस द्वारा आरोपी पवन कुमार महानंद को न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।
आरोपी पवन कुमार महानंद की जालसाजी
वर्ष 2018 में घरघोड़ा पुलिस को पवन कुमार महानंद के विरूद्ध धोखाधड़ी के संबंध में शिकायत पत्र जांच के लिये प्राप्त हुआ था जिसमें आवेदक एवं गवाहों का कथन लिया गया। आवेदक व गवाहों ने बताया कि वर्ष 2012-13 में पवन कुमार महानंद कोरबा में प्रायवेट इंश्योरेंस कंपनी में सेल्स मैंनेजर के पद में कार्यरत था जो कि वर्ष 2014 में आवेदक रघुनंदन प्रसाद चौधरी तथा सुशील कुमार चौधरी, रूप सिंह राठिया, कंठी राम राठिया, जगमोहन दास, गंगा राम सिदार, कांति राठिया को कंपनी में अधिक ब्याज मिलने का लालच देकर इंश्योरेंस कराया और उन्हें पैसा जमा कर रसीद लाकर दूंगा कहकर रकम ले गया।
जब कस्टमर्स ने रूपये जमा की रसीद मांगी तो पवन का खेल बिगड़ गया। उसने उस समय 5 कस्टमरों को 48 हजार रूपये वापस किया गया एवं बाकी 12 कस्टमरों को रकम 2 माह की अवधि लेकर वापस करने का स्टाम्प पेपर में लिखकर दिया किन्तु रूपये नहीं लौटा कर फरार हो गया था।
यहीं नहीं उसने कांति राठिया को एक चेक 1,50,000 रूपये का दिया गया जो चेक बांऊस हो गया है और गोविन्द यादव को 1,50,000 रूपये को जाली बाऊण्ड पेपर दिया गया। शिकायत जांच में 22 जुलाई 2018 को आरोपी पर धारा 420, 201, भा.द.वि. कायम कर विवेचना में लिया गया। आरोपी गिरफ्तारी से बचने लगातार अपना निवास स्थान बदल रहा था जिसे घरघोड़ा पुलिस ने गिरफ्तार कर रिमांड पर भेजा गया है।