बिलासपुर

दशकों से गरीबों को अंग्रेजी सिखाने और छात्र-छात्राओं का शिक्षा-खर्च उठाने वाले डॉ. रब्बानी नहीं रहे
09-Jun-2024 1:20 PM
दशकों से गरीबों को अंग्रेजी सिखाने और छात्र-छात्राओं का शिक्षा-खर्च उठाने वाले डॉ. रब्बानी नहीं रहे

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बिलासपुर, 9 जून। राजकुमार कॉलेज ने बताया कि डॉ. सैयद गुलाम रब्बानी का जन्म 11 फरवरी 1944 को बिलासपुर, छत्तीसगढ़ में हुआ था। उन्होंने विभिन्न सरकारी संस्थानों में लगभग 40 वर्षों तक अंग्रेजी के प्रोफेसर के रूप में कार्य किया। ओडिशा के कॉलेज, अर्थात् गंगाधर मेहर कॉलेज (संबलपुर), राजेंद्र कॉलेज (बलांगीर), और नेताजी सुभाष चंद्र बोस कॉलेज, संबलपुर, ओडिशा से प्रिंसिपल के रूप में सेवानिवृत्त हुए। वह एस.ओ.एस. में लगभग 10 वर्षों तक अंग्रेजी के विजिटिंग प्रोफेसर रहे। साहित्य एवं भाषाएँ, पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर, छत्तीसगढ़।

राजकुमार कॉलेज ने बताया कि अंग्रेजी के व्यापक ज्ञान के साथ, प्रोफेसर रब्बानी ने कॉलेज स्तर पर कई छात्रों का मार्गदर्शन किया। उन्हें मंच पर बच्चों को देखना बहुत पसंद था और वे उनकी प्रतिभा का मूल्यांकन करते थे, खासकर राजकुमार कॉलेज, रायपुर में, चाहे भाषण, सस्वर पाठ, वाद-विवाद या नाटकीयता हो। उनका रुझान उर्दू से भी था और वे गज़़लों के कार्यक्रम भी आयोजित करते थे। संगीत में रुचि होने के कारण, वह हारमोनियम बजा सकते थे और संबलपुर, ओडिशा और रायपुर, छत्तीसगढ़ दोनों जगह संगीतकारों के साथ जुड़े हुए थे।
राजकुमार कॉलेज ने बताया कि  नाट्यशास्त्र में रूचि होने के कारण, डॉ. रब्बानी ने खुद को उडिय़ा अभिनेता, उत्तम मोहंती के साथ जोड़ा, जब वह एक व्याख्याता के रूप में ओडिशा के बारीपदा में थे। वह ओडिशा के बौध के एक बॉलीवुड अभिनेता साधु मेहर के भी करीबी दोस्त थे। उनकी हमेशा से हार्दिक इच्छा थी कि राजकुमार कॉलेज, रायपुर को पृष्ठभूमि में रखकर रायपुर में एक फिल्म की पटकथा लिखी जाए, जो अधूरी रह गई।
 

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news