रायपुर
![67 एकड़ चारागाह बचाने भाटागांव बंद, हजारों धरने पर 67 एकड़ चारागाह बचाने भाटागांव बंद, हजारों धरने पर](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1721380612SC_0806a.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 19 जुलाई। शुक्रवार को भाठागांव इलाके के पूरे व्यापारिक प्रतिष्ठान बाजार बंद रखा और हजारों रहवासियों ने धरना प्रदर्शन किया। उनका कहना है कि गांव की 67 एकड़ चारागाह के लिए दी गई दान की ज़मीन पर भू माफिया,जिला राजस्व विभाग कब्जा कर रहे हैं।इसे चढ़ी-बड़ी भी कहा जाता है।इस भूमि पर बिन्नी सोनकर सहायर सेकेंडरी स्कूल है। उसके पीछे पूरी की पूरी भूमि शासकीय है। एक पार्टी के एक नेता के हाथों इस 67 एकड़ जमीन को बेच दी गई है। गांव वाले नहीं चाहते कि कोई उसको खरीदी करें। यहां पूरे गांव का निस्तार, चारागाह और कुछ 40 किसान परिवार खेती किसानी कर अपना जीवन यापन करते थे।राजस्व रिकार्ड में दानदाता 172 परिवारों के हजारों वारिस हैं और इनका नाम अभिलेखों में चढऩा है। यह मामला एसडीएम कोर्ट में भी लंबित है। उससे पहले ही कब्जा करने भूमाफिया तारघेरा करने लगे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि उनके 173 पूर्वजों ने यह जमीन दान की थी। उस समय बी-1 में 4 लोगों के नाम दर्ज करते हुए 169 लोगों को अन्य बताकर इसे भू अभिलेख में दाखिल किया गया था। ग्रामीणों ने बताया कि इन चारों को अपने पक्ष में कर भू माफिया ने सरकारी रिकॉर्ड में त्रुटिवश चारागाह लिखा बताते हुए लैंड डाइवर्जन करा लिया था। और अब वहां लगे पेड़ पौधे उखाडक़र सडक़ निर्माण शुरू कर रहा है। बताया गया कि पूर्व के एसडीएम ने कुछ ग्रामीणों के नाम जुड़े थे। उसके बाद वर्तमान एसडीएम के कार्यकाल में यह गड़बड़ी की जा रही है। ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन जमीन को कब्जा मुक्त करें ताकि हम वहां गार्डन, कॉलेज, अस्पताल, तालाब बना सकें। इनका कहना है कि कब्जा नहीं हटा तो उग्र आंदोलन करेंगे। इन पंक्तियों के लिखे जाने तक धरना जारी था। और इनसे चर्चा करने प्रशासन का कोई भी अधिकारी नहीं पहुंचे थे।