रायपुर
![साय ने 1 हजार करोड़ अनुदान दे बिल में 13 प्रतिशत की वृद्धि रुकवाई साय ने 1 हजार करोड़ अनुदान दे बिल में 13 प्रतिशत की वृद्धि रुकवाई](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1721473783G_LOGO-001.jpg)
जन संगठन सीएम का आभार जता रहे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 20 जुलाई। छत्तीसगढ़ में उपभोक्ताओं को बिजली दरों में राहत दिलाने 1000 करोड़ रुपए के अनुदान के लिए औद्योगिक और जन संगठनों ने सीएम विष्णु देव साय को सराहा है। श्री साय को प्रेषित पत्र में छत्तीसग? राज्य विद्युत उपभोक्ता संरक्षण परिषद के अध्यक्ष मोहन एंटी ने कहा है कि विरासत में नई सरकार को 4420 करोड़ रुपए का घाटा के रूप में मिला था, यदि उस आधार पर नई बिजली दरें घोषित की जाती तो लगभग 21 प्रतिशत की वृद्धि अनुमानित थी। वह श्री साय की संवेदनशीलता की वजह से ही सभी श्रेणियों में औसतन 8.35 प्रतिशत पर आकर थम गई। सीएम ने एक ओर जहां हॉफ बिजली बिल योजना को जारी रखते हुए अपने वार्षिक बजट में इसका प्रावधान कर दिया है वहीं दूसरी ओर घरेलू और गैर-घरेलू उपभोक्ताओं की दरों में मात्र 20 पैसे प्रति यूनिट की वृद्धि की गई है जो कि नगण्य है तथा एफोर्डेबल है।
विद्युत उपभोक्ता महासंघ के अध्यक्ष श्याम काबरा ने कहा है कि राज्य की विष्णुदेव साय सरकार के हस्तक्षेप से उपभोक्ताओं को बिजली का बड़ा झटका लगने से बच गया। इसमें भी 1 हजार करो? रुपए की प्रतिपूर्ति राज्य सरकार द्वारा करने से बिजली दर में 8.5 प्रतिशत की ही वृद्धि हुई। सरकार द्वारा प्रतिपूर्ति नहीं किए जाने की स्थिति में 20.45 प्रतिशत वृद्धि अनुमानित थी।
नवचेतन जनकल्याण एवं महिला उत्थान समिति की सचिव श्रीमती स्वाति कश्यप ने मुख्यमंत्री श्री साय को पत्र भेजकर कहा है-
प्रदेश में बिजली की दरें अगर 21 प्रतिशत बढ़ जाती तो उसका सर्वाधिक असर महिलाओं पर ही पड़ता। पूर्व सरकार की कुनीतियों का खामियाजा प्रदेश की नारीशक्ति को भुगतना पड़ता। ऐसे में आपने 1000 करो? रुपए का अनुदान देकर एक बड़ी बिजली दर वृद्धि से प्रदेशवासियों को बचा लिया है।
पत्र में कहा गया है- हम भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व के प्रति साधुवाद व्यक्त करते है कि साय जनहितकारी योजनाओं के सिलसिले को लगातार आगे बढ़ाएंगे।
स्वदेशी जागरण मंच की श्रीमती मंजरी बख्शी, अमेटी कॉलेज की प्रोफेसर सुश्री श्रद्धा मिश्रा आदि ने मुख्यमंत्री श्री साय के इस निर्णय की सराहना की है। उन्होंने कहा है कि बिजली दरों का संतुलन बनाए रखने के लिए 1000 करो? रुपए का अनुदान देकर मुख्यमंत्री श्री साय ने एक आदर्श उदाहरण प्रस्तुत किया है।