रायपुर
![सोनवाही, बोड़ला में शुद्ध जल की कोई व्यवस्था नहीं थी इसलिए बैगा आदिवासियों की मौत सोनवाही, बोड़ला में शुद्ध जल की कोई व्यवस्था नहीं थी इसलिए बैगा आदिवासियों की मौत](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/172156562208.gif)
कांग्रेस की जांच समिति ने दी रिपोर्ट
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 21 जुलाई। कवर्धा जिले बोड़ला के सोनवानी में बैगा जनजाति के लोगों की डायरिया से मौत मामले कांग्रेस की जांच कमेटी ने पीसीसी को अपनी रिपोर्ट सौंपी है। रिपोर्ट में कहा गया कि प्रशासन ने स्वच्छता और पेयजल के लिए जागरुकता अभियान नहीं चलाया। इस वजह से डायरिया फैला, और पांच बैगा आदिवासियों की मौत हो गई।
समिति के अध्यक्ष दलेश्वर साहू की रिपोर्ट मीडिया के समक्ष सार्वजनिक की गई। कांग्रेस के पदाधिकारियों के साथ मृतक परिवार के परिजनों से मुलाकात किया गया । मृतकों में फूलबाई पति मंगल सिंह बैगा, स्व. सुरेश बैगा पति सोनाऊ बैगा, स्व. सोमसिंह बैगा पिता इतवारी बैगा, श्रीमती दिलेश्वरी, कु.लक्ष्मी बैगा पिता मंगल बैगा 10 वर्ष हैं।
मृतक परिवारों के परिजनों से प्रत्यक्ष मुलाकात कर तथ्यों की जानकारी ली गई जिसके अनुसार ग्राम सोनवाही आदिवासी बैगा जनजाति बाहुल क्षेत्र है। यहां बरसात के पूर्व प्रशासन द्वारा पेयजल-स्वच्छता के लिए की जाने वाली समुचित व्यवस्था जैसे नाली की सफाई, डी.डी.टी. का छिडक़ाव, शुद्ध पेयजल की व्यवस्था तथा स्वास्थ्य विभाग द्वारा जागरूकता अभियान कार्यक्रम संचालित नहीं किया गया। प्रशासन की इस प्रकार अनदेखी से 5 बैगा जनजाति व्यक्तियों की मौत हो गई।
जांच समिति में विधायक इंद्र शाह मंडावी, विधायक जनक ध्रुव, पूर्व विधायक ममता चंद्राकर, पूर्व विधायक नीलकंठ चंद्रवंशी, पूर्व जिलाध्यक्ष महेश चंद्रवंशी, जिला अध्यक्ष होरी राम साहू थे।
7 माह में कानून व्यवस्था बदहाल
बैज ने रविवार को यहां कि सात महीने में साय सरकार में प्रदेश में कानून व्यवस्था खस्ताहाल हो गई है। उन्होंने कहा कि 7 माह में ही राजधानी में गोलीबारी की 4 घटना हुई है। अंतर्राज्यीय गैंगस्टर राज्य मे पैर पसार रहे है सरकार है की मूकदर्शक बनी हुई है। बैज ने मीडिया से चर्चा कहा कि माह में राज्य में 300 से अधिक बलात्कार, 80 सामूहिक बलात्कार, 200 से अधिक हत्याएं हुई है। चाकूबाजी, लूट, डकैती, चेन स्नेचिंग की अनगिनत घटनाएं हो चुकी है। सरकार आम आदमी की रक्षा नहीं कर पा रही है।7 माह में ही भाजपा सरकार छत्तीसगढ़ की जनता पर त्रासदी साबित हो रही है। 2018 के पहले भी भाजपा की रमन सरकार में पूरे प्रदेश में कानून व्यवस्था और स्वास्थ्य सुविधाओं में अराजकता का माहौल था। अवैध कारोबार, भू-माफिया, रेत माफिया, गांजा तस्कर, ड्रग्स तस्कर, मानव तस्करों का बोलबाला था। आज फिर वही स्थिति निर्मित हो गई है। कांग्रेस सरकार में जो मजबूत कानून व्यवस्था था उसे 7 महीने में ही साय सरकार ने पलीता लगा दिया है। गृह मंत्री सिर्फ हवा हवाई बयानबाजी करते हैं, धरातल पर कानून नाम की चीज नहीं है।
चौक-चौराहों पर अवैध वसूली शुरू हो गया है।