सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
उदयपुर, 7 जनवरी। छ.ग. प्रदेश पंचायत सचिव एवं रोजगार सहायक संघ का हड़ताल लगातार जारी है। पंचायत सचिव संघ की हड़ताल 26 दिसम्बर से व रोजगार सहायकों का हड़ताल 30 दिसम्बर से जारी है। आज हड़ताल स्थल पर प्रांतीय निकाय के आह्वान पर हड़ताल स्थल पर सचिव एवं रोजगार सहायकों ने सरकार को सदबुद्धि देने के लिए हवन-पूजन किया।
ज्ञात हो कि पंचायत सचिव संघ की एक मांग शासकीयकरण है। रोजगार सहायकों की मांगों में ग्रेड पे निर्धारण कर नियमितिकरण, नगर पंचायत में शामिल होने वाले ग्राम पंचायतों के रोजगार सहायकों को संबंधित निकाय में शामिल करना, रोजगार सहायकों को वरियता के आधार पर सचिव पद पर सीधी भर्ती करना तथा रोजगार सहायकों को सहायक सचिव घोषित किया जाना शामिल हंै।
इससे पूर्व बुधवार को सरपंच संघ के अध्यक्ष राम सिंह एवं उपाध्यक्ष ललिता रोहित टेकाम, विजय कोर्राम, सहित अन्य सरंपचगण हड़ताल स्थल पर आकर समर्थन दिया तथा सरंपच संघ के अध्यक्ष राम सिंह ने सचिव एवं रोजगार सहायकों की मांगों को जायज बताते हुए शासन से इनकी मांगों को जल्द पूरा करने की बात कही।
पंचायत मंत्री टी.एस.सिंहदेव से बात करने का जिक्र भी इनके द्वारा कही गयी है। जनपद सदस्य मीना श्याम ने भी हड़ताल को अपना समर्थन दिया है।
शासन स्तर पर अभी तक इनकी मांगों के बारे में निर्णय नहीं होने से हड़ताल लंबा खींचता नजर आ रहा है। सचिव एवं रोजगार सहायकों के हड़ताल में जाने से पंचायत के कार्यांे पर बुरा असर पड़ रहा है। मनरेगा तथा अन्य कार्य प्रभावित हैं, वहीं पंचायतों में कई निर्माण कार्य ठप है।
हड़ताल स्थल पर सचिव संघ के जिला कोषाध्यक्ष बाबुलाल दास, उदयपुर अध्यक्ष नोहर साय, सचिव गोपाल राम, कोषाध्यक्ष शिव कुमार सिंह, रूपन, रामबिलास, खेलो, शिवकुमार, अमित सोनी, विनोद टेकाम, राजकुमार, फेंकू सिंह, जयनाथ राम, गिरजा प्रसाद, नसीमुद्दीन, मनीनाथ, शारदा, रोशनतारा, शेषकुमारी, उर्मिला यादव रोजगार सहायक संघ से गोविन्द सिंह अध्यक्ष, उपाध्यक्ष केसरी सिंह, सचिव, नंदकेश्वर, कोषाध्यक्ष नीरज कुमार पैकरा, बलंदर, राजू राम, धनेश्वर, देवनंद, कौशिल्या एवं कुसुम सहित काफी संख्या में सचिव व रोजगार सहायक मौजूद रहे।
इस बारे में बात करने पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी पारस पैकरा ने बताया कि पंचायतों में सरपंचों को जिम्मेदारी दी गई है तथा मेट के माध्यम से मनरेगा के कार्य कराए जा रहे हैं। पेंशन हितग्राहियों के खाते में जाता है इसलिए पेंशन की कोई दिक्कत नहीं है