सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 8 जनवरी। सरगुजा जिला के मैनपाट में बीती रात 7 हाथियों के दल ने बिलाढोढ़ी ग्राम में दो ग्रामीणों के मकान पर हमला बोल दिया। हाथी के आने व तोडफ़ोड़ की आवाज पर ग्रामीण अपने परिवार के सदस्यों के साथ घर से निकल कर भाग गए और पड़ोस के बस्ती में दूसरे के घर आश्रय लिया। आज सुबह पहुंच कर ग्रामीण ने देखा तो उसके घर को हाथी क्षतिग्रस्त कर चुका था और घर में रखे अनाज को चट कर चुका था। यही नहीं हाथियों ने फसलों को भी नुकसान पहुंचाया है। सूचना पर वन विभाग की टीम आज सुबह मौके पर पहुच नुकसान का आंकलन किया एवं ग्रामीणों को सुरक्षित जगह पर शिफ्ट कराया।
जानकारी के मुताबिक गुरुवार-शुक्रवार की दरमियानी रात लगभग 1.30 बजे 8 हाथियों के दल ने अचानक से बिलाढोढ़ी ग्राम में पुरुषोत्तम राठिया एवं पड़ोस में रहने वाले रूपन राम के घर पर हमला कर दिया। हाथियों के धमक से परिवार वालों में अफरा-तफरी का माहौल निर्मित हो गया। ग्रामीण रात के अंधेरे में किसी तरह अपनी जान बचाकर पड़ोस के बस्ती में पहुंचे और दूसरे के घर आश्रय लिया। हाथियों के दल ने मकान तोडऩे के अलावा ग्रामीणों के अनाज व फसलों को भी नुकसान पहुंचाया है। वन विभाग मौके पर पहुंचकर मुआवजा प्रकरण तैयार करने में लगी हुई थी।
गौरतलब है कि सरगुजा जिला के मैनपाट व रायगढ़ के सीमावर्ती क्षेत्र में 9 हाथियों का दल एक महीने से विचरण कर रहे हंै। ग्रामीणों व वन विभाग के कर्मचारियों द्वारा बताया गया कि 9 हाथियों का दल है जिसमें एक हाथी दल से भटक कर बरिमा के जंगल में व 8 हाथी सरगुजा रायगढ़ की सीमा पेट जंगल में डेरा जमाए हुए हैं।
बताया गया कि हाथियों का दल रात के समय निकलते है और नुकसान पहुंचाते हंै। ग्रामीणों का यह भी कहना था कि वन विभाग द्वारा हाथियों को खदेडऩे अब तक कोई सार्थक पहल नहीं किया गया है जिसके चलते हाथी क्षेत्र में ही डेरा जमाए हुए हैं।
अब तक दर्जन से अधिक मकानों को कर चुके हैं क्षतिग्रस्त
मैनपाट में हाथी पिछले 30 दिनों से विचरण कर रहे हैं और अब तक एक दर्जन से अधिक ग्रामीणों के आशियाने को उजाड़ चुके हैं। वन विभाग एक ओर जहां उनकी निगरानी व ग्रामीणों को सूचना देने का दावा करती है तो वहीं ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें इसके बारे में विभाग द्वारा कभी कोई जानकारी नहीं दी जाती। हाथी कभी भी उनके घर पर हमला कर देते हैं जिससे वह पिछले कई दिनों से दहशत के साए में जी रहे हैं।
इस संबंध में मैनपाट वन परिक्षेत्र अधिकारी फेकू चौबे द्वारा बताया गया कि हाथियों के निगरानी के लिए दर्जनों की संख्या में वन विभाग के कर्मचारियों की तैनाती की गई है, उन पर निगरानी रखा जा रहा है और ग्रामीणों को समझाइश वह अन्यत्र स्थानों पर शिफ्ट भी कराया जा रहा है।