सरगुजा
अम्बिकापुर, 14 जनवरी। कलेक्टर संजीव कुमार झा के द्वारा आज जिले के 40 अनुसूचित जनजाति महिलाओं को गोदना कला के विभिन्न डिजाईनों का 3 महीने का प्रशिक्षण उपरांत प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।
हथकरघा की प्रशिक्षण लेने वाली महिलाओं से कलेक्टर श्री झा ने कहा कि आप लोग गोदना कला में पूर्ण निपुण हो गई हैं।
आगे अपना व्यवसाय बढ़ाने के लिये पूँजी की आवश्यकता होने पर बिचौलियों के माध्यम से किसी प्रकार का लोन न लें। लोन के लिए सीधे प्रबंधक से संपर्क करें। वे आपके लोन का प्रबंध बैंक के माध्यम से कराएंगे। आप लोग घर में ही अपनी कला के अनुसार हेंडीक्राफ्ट बनाइये और उसे बाजार के माध्यम से बेचकर आय अर्जित करें। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादा उपयोग आने वाली वस्तुओं जैसे गमछा, रुमाल, पर्स , साड़ी, घड़ी, पेन स्टैंड, मोमेंटो आदि का निर्माण ज्यादा से ज्यादा करें ताकि उनकी बिक्री कर अधिक आय अर्जित हो सके। अपने कला में वेराइटी लाइये तथा सामानों को कलरफ़ुल बनाने का प्रयास करे। गोदना कला के निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने प्रदर्शनी में रखी वस्तुओं को देखा तथा उनकी सराहना की। इस दौरान गोदना आर्ट में बने घड़ी की प्रशंसा करते हुए उसे सर्किट हॉउस में सभी कमरों में लगाने की बात कही। इस अवसर पर हस्तशिल्प विकास बोर्ड द्वारा कलेक्टर को स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया।
जिले में गोदना कला के संवर्धन और संरक्षण के साथ ही स्थानीय कलाकारों को रोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड अम्बिकापुर द्वारा भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय के विकास आयुक्त कार्यालय के सहयोग से आयोजित 3 महीने का गोदना शिल्प प्रशिक्षण जिला मुख्यालय अम्बिकापुर स्थित हस्तशिल्प विकास बोर्ड कार्यालय में 12 अक्टूबर 2020 से 14 जनवरी 2021 तक कुल 75 दिवस का प्रशिक्षण का आयोजन किया गया था। इस प्रशिक्षण को प्राप्त कर अब महिलाओं को गोदना कला के विभिन्न डिजाईनों पर काम करने मौका मिलेगा।
हस्तशिल्प विकास बोर्ड के संभागीय प्रबंधक राजेन्द्र राजवाड़े ने बताया कि प्रशिक्षण कार्यक्रम में गोदना कला के विभिन्न डिजाईनों का प्रशिक्षण विकास आयुक्त से इम्पेनल्ड डिजाईनर डॉ. प्राची एवं राज्य स्तरीय पुरस्कार प्राप्त गोदना शिल्पकार श्रीमती अनिता राजवाडे के द्वारा प्रदान किया गया। प्रशिक्षण के दौरान सभी प्रशिक्षणार्थियों को 300 रूपए की प्रति दिवस के मान से वेज कम्पनसेशन भी दिया गया जिसे आरटीजीएस के माध्यम से उनके बैंक खातों में जमा किया गया। इस अवसर पर सहायक कलेक्टर श्री विश्वदीप सहित अन्य अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित थे।