सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 16 जनवरी। सूरजपुर जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व जिला अध्यक्ष विंध्येश्वर शरण सिंह देव के आग्रह पर सरगुजा में एवियेशन के क्षेत्र में संभावनाओं को तलाशने एवं उसके विकास के परिपेक्ष्य में तथा रोजग़ार के नए अवसरों को उपलब्ध कराने के लिये दरिमा एयरपोर्ट का सर्वेक्षण करने पहुचे हेमंत डी.पी सीईओ एशिया पैसिफिक फ्लाइट ट्रेनिंग एकेडमी लिमिटेड हैदराबाद ने नगर के होटल मयूरा में पत्रकारों से वार्ता की।
वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि सरगुजा दरिमा एयरपोर्ट में 70 लोगों की कैपेसिटी वाला प्लेन स्टार्ट किया जा सकता है। छोटा एयरक्राफ्ट अंबिकापुर,बिलासपुर रायपुर शुरू करने से यहां के लोगों को काफी फायदा मिलेगा।
एवियेशन क्षेत्र को लेकर हेमंत डी.पी ने कहा कि इस क्षेत्र में रोजगार की काफी संभावनाएं हैं। आज मां बाप अपने बच्चों को डॉक्टर बनाने के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर देते हैं परंतु एविएशन के क्षेत्र में 40 से 50 लाख खर्च कर पायलट बनाया जा सकता है।पायलट की सैलरी डॉक्टर इंजीनियर से कम नहीं होती है। सरगुजा के बच्चे में काफी टैलेंट है हमारा लक्ष्य है कि मिडिल क्लास का बच्चा भी पायलट बने और प्लेन उड़ाए। आने वाले समय में 14 हजार पायलटों की भर्ती होनी है यहां के बच्चे अगर इसमें इंटरेस्ट लेंगे तो इस क्षेत्र में काफी अच्छी संभावनाएं हैं। अगर एक बच्चा सेलेक्ट होता है तो आसपास के लोग भी इसमें रूचि लेते हैं और उनका भी ग्रोथ होता है ।हमारा लक्ष्य अमीर बच्चे ही नहीं गरीब बच्चे भी पायलट बने यह कोशिश रहती है।
सीईओ हेमंत डी.पी ने आगे बताया कि एशिया पैसिफिक फ्लाइट ट्रेनिंग एकेडमी लिमिटेड हैदराबाद में हंड्रेड परसेंट प्लेसमेंट है।यहां पढऩे वाले 97 प्रतिशत बच्चों का नौकरी लग चुका है। तीन परसेंट अन्य कारणों से नौकरी नहीं कर रहे हैं।12वीं पास करने के बाद मैथ्स, फिजिक्स व इंग्लिश कोर्स की इसमें प्राथमिकता होती है। जो बच्चे इंग्लिश नहीं जानते हैं उनके लिए एकेडमी ने स्पोकन इंग्लिश कोर्स करवाने की भी शुरुआत की है। 2 साल ट्रेनिंग के बाद तीसरे साल से नौकरी लगना लगभग तय है। तीसरे साल से बच्चा पायलट बनकर 36 लाख सलाना कमाना शुरू कर देता है।