महासमुन्द

जीपीएफ घोटाला, जांच अफसर पूछताछ किए बिना निकल गए
07-Feb-2021 4:58 PM
जीपीएफ घोटाला, जांच अफसर पूछताछ किए बिना निकल गए

शिकायतकर्ता को बुलाया गया था

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 7 फरवरी।
जीपीएफ में जमा रकम से भी ज्यादा राशि निकालने के मामले में  शनिवार को भी जांच पूरी नहीं हो पाई। जिले के अधिकारी ने पहले ही तिथि तय कर जिम्मेदारों और शिकायतकर्ता को मामले की जांच के लिए शनिवार को बुलाया था। लेकिन ऐन वक्त पर अधिकारियों को कोई काम याद आ गया और मामले में बिना जांच और बिना पूछताछ के ही दूसरी तारीख देकर बुलाने की बात कहकर वापस भेज दिया। 

अधिकारियों का कहना है कि अब फिर से दूसरी तारीख तय कर सभी को बुलाकर मामले की जांच की जाएगी। ज्ञात हो कि शनिवार को इस मामले में फिर से बयान और दस्तावेजों की जांच के लिए जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में पूर्व जांच अधिकारी सतीश नायर, तात्कालीन बीईओ योगराम लहरे, वर्तमान बीईओ जेआर डहरिया और सेवानिवृत्त प्रधान पाठक महेंद्र कुमार महापात्र को शामिल होना था। सभी जांच के लिए पहुंचे भी थे लेकिन पूर्व जांच अधिकारी सतीश नायर पहले सिर में दर्द होने का हवाला देकर चले गए। इसके बाद जिला शिक्षा अधिकारी भी अनिवार्य बैठक होने की जानकारी देकर कार्यालय से चले गए थे। 

गौरतलब है कि यह मामला बसना के शिक्षा विभाग का है। शिक्षा विभाग के प्रधानपाठक महेंद्र कुमार महापात्र वर्तमान में सेवानिवृत्त ने जीपीएफ  खाते में जमा रकम से अधिक पैसे निकाल लिए थे। इस मामले में जांच पूरी होने के बाद प्रधान पाठक से 16 लाक 21 हजार 472 रुपए वूसली किए जाने के आदेश सरकार के अफसरों ने दिए थे। लेकिन पहली फरमान पर जिले के अधिकारियों ने वसूली नहीं की। 

पांच साल पुराने इस मामले में शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं होने पर शिकायतकर्ता विनोद दास ने हाल ही में इसकी दोबारा शिकायत की थी। अवर सचिव छग शासन स्कूल शिक्षा विभाग को 10 दिसम्बर 2020 को की गई शिकायत के बाद सचिव ने उचित कार्रवाई के लिए जिला शिक्षा अधिकारी को लिखा था। जिला शिक्षा अधिकारी ने 6 फरवरी को मामले की जांच और सभी के बयान दर्ज कराने के लिए शिकायतकर्ता सहित इस पूरे प्रकरण में शामिल अधिकारियों को बुलाया था।

इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी रॉबर्ट मिंज ने कहा है कि जीपीएफ  खाते से अधिक राशि निकालने के मामले में कल शनिवार को जांच होनी थी। लेकिन विधानसभा सम्बंधी आवश्यक बैठक के कारण मुझे जाना पड़ा। अब जांच के लिए अगली तारीख तय कर सभी को दोबारा बुलाया जाएगा। 

जबकि शिकायतकर्ता विनोद दास ने बताया कि कल शनिवार को मामले में फिर से बयान और दस्तावेजों की जांच के लिए जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा कार्यालय बुलाया गया था। यहां पूर्व जांच अधिकारी सतीश नायर, तात्कालीन बीईओ योगराम लहरे, वर्तमान बीईओ जेआर डहरिया और सेवानिवृत्त प्रधान पाठक महेंद्र कुमार महापात्र को शामिल होना था। सभी जांच के लिए पहुंचे भी थे  लेकिन पूर्व जांच अधिकारी सतीश नायर पहले सिर में दर्द होने का हवाला देकर चले गए। इसके बाद जिला शिक्षा अधिकारी भी अनिवार्य बैठक होने की जानकारी देकर कार्यालय से चले गए। 
 

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