महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 10 फरवरी। महासमुन्द जिले में सरकार की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी योजना के तहत् बने गौठानों में अब महिला स्व-सहायता समूह के आमदनी का जरिया बन रहा है। जिले के गौठान ग्राम को बहुउद्देशीय केन्द्र के रूप में विकसित किये जा रहे हैं। बाड़ी में सब्जी-भाजी उत्पादन करने हेतु समूह को प्रोत्साहित किया जा रहा है। यह फोटो प्रतिज्ञा महिला स्वसहायता समूह का है।
यह समूह गौठान में टमाटर, बैंगन, लौकी, धनिया, मेथी भाजी एवं गेंदे के फूल की खेती कर रही है। इसके अलावा जय सतनाम स्वसहायता समूह द्वारा आलू की खेती की गई है। लॉकडाउन के समय प्रतिज्ञा महिला स्वसहायता समूह ने घर-घर जाकर 5 क्विंटल सब्जी बेचकर आठ हजार से दस हजार तक का आय अर्जित किया गया था। स्वसहायता समूहों के सदस्यों द्वारा गौठान भूमि में हरा चारा का उत्पादन भी किया जा रहा है। खाली गौठान भूमि में सब्जी लगाने का कार्य पुन: स्व-सहायता समूह द्वारा शुरू कर दिया है। स्व-सहायता समूहों के सदस्यों ने गौठान के निर्माण के लिए राज्य शासन का आभार व्यक्त किया है।