महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 18 फरवरी। शासन द्वारा सभी वर्गों के हितों के लिए अनेक प्रकार की जनकल्याणकारी योजनाएं संचालित की गई है। ताकि वे योजनाओं का लाभ लेकर अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत कर सकें। जिले के हजारों नागरिक भी किसी न किसी प्रकार से लाभ उठाने में पीछे नहीं है। उन्हें जागरूक रहकर दृढ़ संकल्प के साथ मेहनत करने की जरूरत है।
जिला मुख्यालय महामसुन्द के वार्ड क्रमांक 22, सुभाष नगर के 27 वर्षीय कान्हा निर्मलकर कच्चा नारियल पानी एवं जूस सेंटर का व्यवसाय करने वाले एक साधारण से व्यवसायी हैं। जिसके माध्यम से अपने घर के चार सदस्यों का जीवन-यापन करते हैं। उन्हें कहीं से दीनदयाल अन्त्योदय योजना, राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के बारें में जानकारी मिली। तब वे नगर पालिका परिषद् महासमुन्द पहुंचे और इस योजना के बारे में जानकारी ली। इससे वे प्रेरित होकर उसने ऋण लेने के लिए आवेदन फॉर्म भरा। कुछ दिनों बाद उसे इण्डियन बैंक महामसुन्द से 80 हजार रुपए का ऋण कम ब्याज की दर से मिला। उसने एक ठेले में नारियल का व्यवसाय शुरू किया और अपने एक भाई के लिए भी अलग से ठेला लगाकर नारियल पानी के व्यवसाय में उसे जोडड़ा। इसके अलावा वे छोटा सा गोदाम भी लिया है। जिसमें वे अपने नारियल के स्टॉक माल को रखते हैं। इससे प्रतिदिन उसे 500 से 600 रूपए की आमदनी प्राप्त होती है। जिससे उनके जीवन में एक नया बदलाव आया है। उन्होंने बताया कि बैंक के माध्यम से जो ऋण दिया गया था। उसका 06 किस्त भी जमा बैंक में जमा हो चुका है।