सरगुजा
धान उपार्जन के संबंध में संभागीय समीक्षा बैठक
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 19 फरवरी। सरगुजा संभाग की कमिश्नर जिनेविवा किंडो ने कहा कि भारतीय खाद्य निगम में चावल जमा करने प्रत्येक जिले के लिए निर्धारित लक्ष्य की पूर्ति के लिए मिलरों तथा एफसीआई के मध्य तत्काल अनुबंध कराएं। उन्होंने कहा कि जो मिलर अनुबंध करने में लापरवाही बरतेंगे उन पर सख्त कार्यवाही करते हुए ब्लेक लिस्टेड करें। कमिश्नर ने यह निर्देश शुक्रवार को यहां कमिश्नर कार्यालय के सभा कक्ष में धान उपार्जन के संबंध में आयोजित संभागीय समीक्षा बैठक में अधिकारियों को दिए। बैठक में उपायुक्त विकास महावीर राम सहित संभाग के जिलो के जिला खाद्य अधिकारी, जिला विपणन अधिकारी, मार्कफेड एवं नान के अधिकारी उपस्थित थे।
कमिश्नर किंडो ने मिलरों द्वारा अब तक एफसीआई को चावल जमा करने की शरुआत नही करने की समीक्षा करते हुए कहा कि जब नागरिक आपूर्ति निगम एवं एफसीआई दोनो के लिए चावल में टूट 25 प्रतिशत है तथा नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा चावल जमा किया जा रहा है तो एफसीआई को भी जमा लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य शासन द्वारा एफसीआई में चावल जमा करने के लिए जिलेवार लक्ष्य निर्धारित किया है। उस लक्ष्य के विरुद्ध चावल जमा करने मिलरों से शीघ्र अनुबंध कराने पहली प्राथमिकता तय करें। एफसीआई में चावल जमा करने में किसी प्रकार की कोताही क्षम्य नहीं होगी। उन्होंने खाद्य खाद्य अधुकारियो को निर्देशित किया कि सभी जिलों से एफसीआई में चावल जमा करने संबंधी दैनिक रिपोर्ट प्रतिदिन प्रस्तुत करें।
सुश्री किंडो ने संग्रहण केंद्रों में धान की सुरक्षित भंडारण की समीक्षा करते हुए कहा कि धान को बारिश से भीगने से बचाने के लिए पर्याप्त मात्रा में कैप कव्हर की व्यवस्था करें। इसी प्रकार इस वर्ष धान की खरीदी अधिक हुई है जिससे भंडारण क्षमता में वृद्धि करने की आवश्यकता होगी। सभी जिले धान खरीदी की मात्रा के अनुसार गोदाम की व्यवस्था सुनिश्चित करें।
कलेक्टर संजीव कुमार झा ने शुक्रवार को ही जिले के राईस मिलर्स की बैठक लेकर एफसीआई में चावल जमा करने हेतु अनुबंध के लिए स्पष्ट स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि सभी मिलर एक-एक लॉट चावल जमा करने के अनुबंध हेतु आज ही आवेदन दें, नही देने वालों पर कार्रवाई निश्चित है। उन्होंने कहा कि एफसीआई में चावल जमा करने बहुत पहले से लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
अनुबंध करने में टाल-मटोल करेंगे तो लक्ष्य बढ़ते जाएगा। अनुबंध कर चावल जमा करने में कोई ढिलाई नहीं दी जाएगी।