महासमुन्द

डीजल के दाम बढऩे से बस ऑपरेटरों ने किराया बढ़ाने की मांग की
23-Feb-2021 4:53 PM
डीजल के दाम बढऩे से बस ऑपरेटरों  ने किराया बढ़ाने की मांग की

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 23 फरवरी।
महासमुन्द बस ऑपरेटर डीजल के बढ़ते कीमत को देखते हुए किराया बढ़ाने की तैयारियां कर रहे हैं। वे शासन स्तर से किराया बढ़ाने की मांग करने लगे हैं। 
बताया जा रहा है कि एसोसिएशन की ओर से 30 से 40 प्रतिशत यात्री किराया बढ़ाने की मांग सरकार से की जा रही है। आपरेटरों की मानें तो पिछले पांच सालों से किराया अभी तक नहीं बढ़ा है। इस दौरान लगातार डीजल के दाम बढ़े। भाजपा शासन काल में एक बार यात्री बसों के किराया बढ़ा था, जिसके बाद से डीजल के दाम लगातार बढ़ते जा रहे हंै। बस मालिक भी शासन स्तर पर बढ़ते डीजल के दामों को देखते हुए यात्री किराए पर वृद्धि करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन शासन की ओर से अब तक इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया है। 

मालूम हो कि यदि बसों का किराया सरकार बढ़ाती है, तो इसका असर सीधे तौर पर आम आदमी की जेब पर पड़ेगा। बता दें कि डीजल व पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोतरी जारी है। पिछले एक साल में 15 रुपए की वृद्दि की है। बस एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष राकेश चंद्राकर का कहना है कि डीजल के दाम बढऩे से बस मालिकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कोरोना की मार से अभी तक उबरे नहीं हैं। वहीं दूसरी ओर डीजल के बढ़ते कीमतों ने परेशान कर दिया है। कोरोना का भय अभी तक लोगों में बना हुआ है, इसीलिए लोग यात्री बसों में यात्रा करने से परहेज कर रहे हैं। पिछले चार महीनों से डीजल का खर्चा तक नहीं निकल पा रहा है। एक साल पहले 2500 रुपए से 2800 रुपए में महासमुन्द से रायपुर आना.जाना हो जाता था। वर्तमान में 3500 रुपए लग रहा है। एक साल में डीजल की कीमत 15 रुपए इजाफा हुआ है।

ज्ञात हो कि महासमुन्द बस स्टैंड से तकरीबन 200 से 250 बसें अलग-अलग रूटों पर चलती है। कोरोना संक्रमण के कारण बसों की संख्या कम हो गई है। इसका कारण सवारी को माना जा रहा है। कोरोना संक्रमण के कारण बसों में सवारी की संख्या एकदम से कम हो कम हो गई है। इसके चलते बस संचालकों को किराये से मिलने वाली आमदनी कम हो गई है। संचालकों को जेब से अधिक खर्च करना पड़ रहा है लेकिन किराया नहीं बढ़ा है। इस बार एसोसिएशन की ओर से किराया बढ़ाने के लिए शासन स्तर से मांग की जा रही है। बस एसोसिएशन की मांग पर यदि सरकार मान जाती है तो इसका असर आम लोगों की जेब पर पड़ेगा। जिले में विभिन्न रूटों पर सफर करने वाले यात्रियों को 10 से 35 रुपए तक अतिरिक्त किराया देना पड़ेगा। अभी महासमुन्द से रायपुर जाने का किराया 55 रुपए है। यदि किराया 30 फीसदी के हिसाब से बढ़ाया जाता है तो यात्रियों को 72 रुपए भुगतान करना होगा। 
 

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