सरगुजा
सीतापुर, 3 मार्च। कृषि विज्ञान केंद्र मैनपाट के द्वारा सीतापुर के ग्राम पंचायत चलता एवं आसपास के ग्रामों के ग्रामीण युवाओं का कौशल प्रशिक्षण के तहत ग्रामीण युवा महिला कृषकों को मशरूम उत्पादन तकनीक पर 6 दिवसीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है । जिसका शुभारंभ 2 मार्च को निदेशक विस्तार कार्यालय, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर से आये मुख्य अतिथि वैज्ञानिक डॉ. देवशंकर राम की गरिमामयी उपस्थिति में किया गया।
कार्यक्रम के शुरुवात में कृषि विज्ञान केंद्र, मैनपाट के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. संदीप शर्मा ने महिला कृषक बहनो को संबोधित करते हुए कहा कि ग्रामीण युवाओं के कौशल प्रशिक्षण का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों के कृषि एवं कृषि संबंधित अन्य क्षेत्रों में रोजगार को बढ़ावा देने एवं कुशल श्रमशक्ति के निर्माण के लिए ग्रामीण युवाओं को कौशल-आधारित प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा हूं। जिसके अंतर्गत भारत सरकार के द्वारा कृषि, बागवानी, पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन से सम्बंधित लगभग 50 कुशल क्षेत्रों में प्रशिक्षण दिया जाता है। कृषि विज्ञान केंद्र मैनपाट के द्वारा आज ग्रामीण क्षेत्रों की कृषक महिलाओं को मशरुम उत्पादन विषय पर छ: दिवसीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रशिक्षणरत महिलायें मशरुम की खेती के गुण सिखकर निश्चित मशरुम उत्पादन के क्षेत्र में रोजगार एवं आय का सृजन कर लाभान्वित होगी।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में पधारे डॉ. देवशंकर राम ने महिला प्रशिक्षणार्थी को प्रोत्साहित करते हुए कहा, मशरूम की खेती किसानों के लिए अब फायदे का सौदा बन रही है। सरगुजा की जलवायु मशरुम के खेती के लिए अनुकूल है , यहाँ की कृषक महिलाये सीमित संसाधन में मशरूम की खेती कर बढिय़ा मुनाफा कमा सकती है। कम जगह में अधिक से अधिक फायदा देने वाली यह खेती किसानों के आय का जरिया बन सकती है।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रभारी एवं संयोजक प्रदीप कुमार लकड़ा के द्वारा सीतापुर ब्लॉक के विभिन्न ग्रामों से आई 35 महिला कृषकों को मौखिक एवं प्रायोगिक रूप से मशरुम उत्पादन तकनीक पर वृस्तृत प्रशिक्षण दिया जा रहा है। कार्यक्रम का संचालन केंद्र के वैज्ञानिक डॉ. सी. पी. राहंगडाले के द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम के दौरान केंद्र के अन्य वैज्ञानिक सूर्यप्रकाश गुप्ता, पुष्पेंद्र सिंह एवं संतोष कुमार साहू उपस्थित थे।