रायगढ़
![निगम कमिश्नर के बयान को लेकर युद्धवीर ने खोला मोर्चा निगम कमिश्नर के बयान को लेकर युद्धवीर ने खोला मोर्चा](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/1616241004udhveer_Singh.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 20 मार्च। रायगढ़ नगर निगम कमिश्नर आशुतोष पाण्डेय लगातार विवादों में घिरते जा रहे हैं। उनका एक और मैसेज को लेकर बवाल मच गया है। इस मैसेज में आयुक्त आशुतोष पाण्डेय ने निगम क्षेत्र में चल रहे विकास कार्यों की फाईल महापौर को छोडक़र किसी भी अन्य जनप्रतिनिधि को नहीं दिखाने के मैसेज पर छत्तीसगढ़ के पूर्व संसदीय सचिव व चंद्रपूर के पूर्व विधायक युद्धवीर सिंह जूदेव ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित छत्तीसगढ़ में चल रहे अधिकारीवाद पर अपना बयान जारी किया है।
पूर्व संसदीय सचिव व पूर्व विधायक युद्धवीर सिंह जूदेव का कहना है कि नगर निगम आयुक्त आशुतोष पाण्डेय का ऐसा आदेश सम्मानित एवं चुने हुए जनप्रतिनिधियों की अवहेलना करता है और ऐसे आदेश से निगम तथा अन्य जनप्रतिनिधियों का खुला अपमान हो रहा है। जूदेव ने जारी अपने बयान में कहा कि फाईल को तो जनप्रतिनिधि और पार्षद ऑफिस से होकर गुजरना पड़ता है। ऐसा न करने का आदेश देकर सीधा-सीधा आयुक्त अपना मनमौजी राज चला रहे हैं।
जूदेव ने इस बात का भी जिक्र किया है कि हाल ही में नगर निगम रायगढ़ के सभापति को अपने हद में रहने तक की धमकी आयुक्त ने दी थी। इस बात की जानकारी उन्हें एक स्थानीय जनप्रतिनिधि के माध्यम से मिली। युद्धवीर सिंह जूदेव ने निगम चेंबर में आयुक्त के कारनामें की कड़ी निंदा की है और सीएम बघेल को पत्र लिखकर मामले को संज्ञान में लेने को भी कहा है। युद्धवीर ने कहा कि ऐसा व्यवहार जिन सभापति और पार्षदों के साथ किया गया, वे सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी के हैं। ऐसे में उन्होंने सवाल किया है कि अगर इस तरह का अनुचित व्यवहार सत्ताधारी पार्टी के साथ हो रहा तो बीजेपी के सम्मानीय पार्षदों के साथ कैसा व्यवहार होता होगा।
क्या है आयुक्त के मैसेज का मामला
निगम आयुक्त का एक व्हाट्सएप संदेश तेजी से वायरल होने लगा। सोशल मीडिया में वायरल इस मौखिक आदेश लिखा था कि सभी विभाग प्रमुख और लिपिकों को मेरा सख्त आदेश है कि ऑफिस की फाईल महापौर मैडम के अलावा किसी निगम जनप्रतिनिधियों, पार्षदगणों को नही दिखाई व सौंपी जाएगी।
प्रकरण विशेष पर महापौर द्वारा मुझे आदेशित करने पर उन्हीं को प्रस्तुत किया जाएगा। इस मामले में कोई दोषी पाया जाता है तो उसे निष्ठाहीन मानते हुए कठोर कार्रवाई की जाएगी। मुझे कई सोशल मीडिया गु्रप से नोटशीट की हूबहू नकल मिलती है। ऐसा पाए जाने पर संबंधित अधिकारी, लिपिक पर दीर्घषष्टिक निरूपित किया जाएगा। कृपया भविष्य में विशेष ध्यान रखें। नस्ती की कॉपी विशेष जनसूचना अधिकारी के द्वारा आरटीई के तहत दी जाएगी। मजे की बात यह है कि इस मैसेज को लेकर आयुक्त ने कोई सफाई नही दी है जिससे यह बात साफ हो जाती है कि उन्होंने ही इस तरह का आदेश जारी किया था जिसको लेकर कांग्रेस के सभापति व अन्य पार्षद सकते में है।