महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 10 अप्रैल। जिले में अब तक 2 लाख 23 हजार से अधिक कोरोना वैक्सीन की खपत हो चुकी है। इसमें सभी चरण के पहली व दूसरी डोज भी शामिल हैं। इतने वैक्सीन के खपत के बाद जिले में अब तक सिर्फ 4. 3 प्रतिशत वैक्सीन डोज की वेस्टेज हंै। वहीं वर्तमान में जिले में कुल 56 हजार वैक्सीन स्टॉक में है, जिससे आगामी दिनों में लोगों को टीका लगाया जाएगा।
जिला उप टीकाकरण अधिकारी डा. मुकुंद राव घोड़ेसवार ने बताया कि वेस्टेज के कई कारण हैं। वैसे तो तकनीकी तौर पर एक वायल से 1 डोज खराब होने की बात सेंटर से कहा जाता है। इसका कारण है कि जब भी हर बार इंजेक्शन में वैक्सीन डोज की थोड़ी मात्रा उसमें रह ही जाती है। वहीं कई बार गर्मी के कारण या फिर वायल के खराब होने के कारण या किसी गलती से वायल के गिरने के कारण वेस्टेज होता है। वहीं एक वायल के खुलने पर सिर्फ 4 घंटे तक उसका उपयोग किया जा सकता है। डॉण् मुकुंद राव घोड़्ेसवार बताते हैं कि टीकाकरण के लिए पहली डोज लगवाने के बाद 4 से 6 सप्ताह में दूसरी डोज लगाने की बात कही गई थी। इस संबंध में केंद्र से एक लेटर आया है, जिसमें 4 से 6 के बजाए 6 से 8 सप्ताह में दूसरी डोज लगवाने से इम्युनिटी ज्यादा स्ट्रांग व बूस्ट होती है, कहा गया है। हालांकि 4-6 सप्ताह के अंतराल में भी वैक्सीन लगाया जा रहा है, लेकिन 2 सप्ताह का अंतर और बढ़ जाएगा तो अन्य लोगों को इन दिनों में वैक्सीन लगवाई जा सकती है।
प्रत्येक शुक्रवार को जिले में बच्चों व गर्भवती महिलाओं के लिए रूटीन टीकाकरण दिवस होता है। इसलिए शुक्रवार को जिले में सिर्फ 80 केंद्रों में कोरोना का टीका लगाया गया। इसके तहत शुक्रवार को 7 हजार से अधिक लोगों को टीका लगाया गया है। आज शनिवार को 101 केंद्रों में टीकाकरण किया जा रहा है। )