महासमुन्द
महासमुंद, 13 अप्रैल। आज 13 व 14 अप्रैल की दरम्यानी रात मंगल का गोचर वृषभ से मिथुन में प्रवेश होने वाला है। इस गोचर को कई राशियों के साथ-साथ देश व समाज के लिए भी बहुत खास परिवर्तन के तौर पर ज्योतिषी देख रहे हैं। ज्योतिष आचार्य पंकज तिवारी कहते हैं कि देव सेनापति मंगल ने 22 फरवरी को ही वृषभ में गोचर किया था।
ज्योतिष के जानकारों के अनुसार 13 अप्रैल से चैत्र नवरात्रि शुरू होने के साथ ही हिंदू कैलेंडर का संवत बदल जाएगा। इस बार नवसंवत्सर के राजा और मंत्री दोनों ही मंगल होंगे। ज्योतिष में मंगल को भूमि पुत्र माना जाता है। वहीं ये पराक्रम के भी कारक ग्रह हैं। ऐसे में इस पूरे वर्ष यानि नवसंवत्सर 2078 में ये अपना प्रभाव दिखाएंगे। हालांकि इस ग्रह को क्रूर ग्रह भी कहा जाता है इसलिए देश.दुनिया को आगजनी, भूकंप, जनविद्रोह और कुछ जगह रक्तपात जैसी गंभीर स्थितियां भी उत्पन्न हो सकती हैं। अब मंगल मिथुन राशि में 13-14 अप्रैल 2021 की दरमियानी रात 1.16 बजे प्रवेश करेंगे।
ज्योतिष के जानकारों के अनुसार मंगल का ये गोचर जहां कुछ चुनिंदा राशियों की आर्थिक स्थिति को मजबूत कर सकता है, वहीं पूरे देश के लिए ये परिवर्तन इस बार बेहद खास होगा, जिसका असर 2022 तक लगातार देखने को मिलता रहेगा।