महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 20 जुलाई। इस साल मानसून ब्रेक होने के कारण जिले में इसी जुलाई महीने में औसत से काफी कम बारिश हुई है। जुलाई में औसतन 300 मिमी बारिश होती है, लेकिन इस साल अब तक केवल 116 मिमी बारिश ही हुई है, जबकि पिछले साल जुलाई महीने के 19 दिनों में 202 मिमी बारिश हो चुकी थी। यही नहीं पिछले तीन साल की तुलना करें तो इस साल ही जुलाई में कम बारिश हुई है।
बारिश नहीं होने के कारण अब किसानों की चिंता बढ़ती जा रही है। सप्ताहभर मौसम इसी तरह का रहा तो किसानों को परेशानी हो सकती है। क्योंकि अब धान के पौधे सूखने लगे हैं, ऐसे में फसल को पानी की आवश्यकता है। हालांकि मौसम विभाग का अनुमान है कि 20 तारीख से अच्छी बारिश की शुरुआत एक बार फिर से होगी।
कृषि विभाग के अधिकारी एसआर डोंगरे का कहना है कि बारिश नहीं होना चिंता का विषय है। अगले 4 से 8 दिन तक बनी रही तो प्रभाव फसलों पर नजर आएगा। क्योंकि अब धान की फसल को बढऩे के साथ ही पानी की जरूरत होगी। मौसम विभाग के मुताबिक मानसून द्रोणिका गंगानगर, नारनौल, ग्वालियर, चरक, गया, बहरामपुर और उसके बाद पूर्व की ओर मणिपुर तक 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक स्थित है।
आज 20 जुलाई को जिले के अधिकांश स्थानों पर मध्यम से भारी बारिश की संभावना है। कल 21 जुलाई को अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश, 22 जुलाई को अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम और 23 जुलाई को एक-दो स्थानों पर मध्यम से भारी बारिश की संभावना है।