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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 4 अगस्त। चोरी के सोने एवं चांदी के जेवरात क्रय करने वाले चिराग ज्वेलर्स के संचालक राजू गोस्वामी को गिरफ्तार कर लिया गया है। राजू अब तक फरार चल रहा था। उसके पास से 3.16 लाख के जेवरात जब्त किया गया है।
थाना कबीर नगर पुलिस ने बताया कि कबीर नगर एवं डीडी नगर क्षेत्रांतर्गत स्थित अलग-अलग चार सूने मकानों में अज्ञात आरोपियों ने चोरी की घटना को अंजाम दिया था। जिस पर थाना कबीर नगर एवं डीडी नगर में अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध उक्त अपराध पंजीबद्ध किया गया था।
इन प्ररकणों में पूर्व में चोरी के आरोपी वीर अभिमन्यू देवदास उर्फ मन्ना, शिवा राव, सूरज सिंह राजपूत, दीपक गोस्वामी को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से चोरी की सोने - चांदी के जेवरात, 1 नग मोबाईल फोन एवं नगदी 1,000/- रूपये तथा घटना में प्रयुक्त एक्टिवा वाहन जुमला कीमती लगभग 1,10,000/- रूपये जब्त किया गया था।
डीडी नगर के प्रकरण में चोरी के सोने-चांदी के जेवरातो का क्रेता चिराग ज्वेलर्स का संचालक आरोपी राजू गोस्वामी घटना के बाद से लगातार फरार था। जिसकी थाना कबीर नगर पुलिस की टीम द्वारा लगातार पतासाजी की जा रही थी। इसी दौरान मुखबीर की सूचना पर पुलिस टीम के सदस्यों ने राजू गोस्वामी को गिरफ्तार कर उसके पास से चोरी की सोने चांदी के जेवरात कीमती लगभग 3,16,800/- रूपये जब्त किया गया। राजू, पानी टंकी के पास सरोना वार्ड नंबर 70 थाना डीडी नगर रायपुर। (चिराग ज्वेलर्स का संचालक महादेव घाट रोड)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 4 अगस्त । विधानसभा से लगे नरदहा गाँव में बेटे ने की पिता की हत्या कर दी। पिता के टोका-टोकी से नाराज बेटे ने की हत्या। आरोपी बेटा देवेंद्र वर्मा ने अपने पिताअशोक वर्मा की टंगिया मारकर की हत्या की। विधानसभा पुलिस ने बताया कि आरोपी बेटा गिरफ्तार कर लिया गया है।
रायपुर, 4 अगस्त। ‘‘परिवार की खुशहाली और पारिवारिक रिश्तों में प्रेम बनाए रखने के लिए हमेशा परिवार के बड़े-बुुुजुर्गों की सेवा-सुश्रुषा से उनके लाड़-प्यार को निभा लो। एक दिन बुढ़ापा सबको आना है, आज आपने बड़ों की सेवा नहीं की तो कल आपके बच्चे भी वैसा ही करेंगे।
वे किस्मत वाले होते हैं जिनके घर में बड़े-बुजुर्गों का साया होता है। अगर आप अपने घर वालों से वास्तव में प्रेम करते हैं तो याद रखना कभी भी बड़ों का दिल मत दुखाना। वैसे ही घर के बड़े-बुजुर्ग भी अपना फर्ज निभाएं कि घर पर आई बहु को बेटी से भी ज्यादा प्रेम दें।
पराए घर की बेटी को घर पर लाना बहुत सरल है पर उसके दिल को जीतना यह बहुत बड़ी साधना है। हर सासु मां अपनी बहु को इतना प्रेम दे कि वह अपना पीहर भूल जाएं। और बहुएं अपनी सासु मां को इतना सम्मान दें कि वे बहु ही नहीं बेटी बन जाएं।
घर में जब प्रेम का ऐसा माहौल होता है तब घर स्वर्ग बनता है, जहां रिश्तों में माधुर्य, प्रेम पलता है। राज्य शहर व समाज से पहले परिवार है। समाज के मेम्बर बाद में बन जाना, अगर बनना है तो सबसे पहले अपने घर के मेम्बर बनकर घर के बड़े-बुजुर्गों को सम्हाल लेना।’’
ये प्रेरक उद्गार राष्ट्रसंत महोपाध्याय श्रीललितप्रभ सागरजी महाराज ने आउटडोर स्टेडियम बूढ़ापारा में जारी दिव्य सत्संग जीने की कला के अंतर्गत परिवार सप्ताह के तृतीय दिवस बुधवार को ‘परिवार की खुशहाली के 5 टिप्स’ विषय पर व्यक्त किए। राष्ट:संत चंद्रप्रभजी रचित भावपूर्ण भजन ‘स्वर्ग सरीखा लगे सुनहरा, मंदिर सा सुंदर हो, ऐसा अपना घर हो...’ का गायन करते हुए संतप्रवर ने श्रद्धालुओं के मानस-पटल पर घर को स्वर्ग कैसे बनाया जा सकता है, इसकी सुंदर तस्वीर उकेरी।
संतश्री ने कहा कि पहले मकान कच्चे होते थे और रिश्ते सच्चे होते थे। पहले लोगों के मकान छोटे होते थे पर उनमें रहने वालों के दिल बहुत बड़े होते थे। पहले नौ-नौ, दस-दस भाइयों का परिवार साथ-साथ रहा करता था।
आज मकान जरूर बड़े गए पर लोगों के दिल छोटे हो गए हैं। जिंदगी में रिश्तों के प्रेम को निभाने का तरीका यही है, अगर कोई कडुवी बात आ जाए तो उसे सूखी मिट्टी पर लिख दो, ताकि हवा का झोंका आए तो वह उड़ जाए और अगर कोई मीठी बात हो जाए तो उसे पत्थर पर लिख दो ताकि वह जिंदगी भर याद रहे। परिवार का निर्माण कभी खूबसूरत कोठियों से नहीं होता। याद रखना अमीरों की जिंदगी में भी कभी झंझटें आती हैं और गरीबों की जिंदगी में भी कभी खुशहाली के दिन आते हैं। जरूरी नहीं है कि कोठियों में स्वर्ग पलता है, कई बार हमने कोठियों में नर्क को पलते देखा है और झोपडिय़ों में स्वर्ग को पलते देखा है। खूबसूरत बाथरूम से आदमी का घर स्वर्ग नहीं बन जाता, घर को स्वर्ग बनाने के लिए आदमी को बड़ा सेक्रिफाइस, बड़ा त्याग करना पड़ता है। उन्होंने कहा- आज नीम के पेड़ तो कम हो गए पर आज आदमी की जबान की कडुवाहट बढ़ गई और जबान की मिठास खत्म हो गई, परिणाम परिवार का माधुर्य और प्रेम भी जाता रहा।
घर को मानिए मंदिर
संतश्री ने घर को स्वर्ग बनाने के पांच टिप्स प्रदान किए। उनमें पहला है- अपने घर को घर ही नहीं अपितु घर को मंदिर मानिए। मंदिर में हम सब प्रेम-आनंदपूर्वक सत्कर्म किया करते हैं तब हम घर में सब मिल-जुलकर रहेंगे। जीरों की कीमत तभी बढ़ती है जब उसके साथ इक्का जुड़ जाये और परिवार की कीमत तभी होती है जब सब एक हो जाएं। भले आज रोजगार-व्यवसाय आदि कारणों से बाहर अलग-अलग रहना पड़े पर जब भी एक होने का वक्त आए तो सब एक हो जाएं। जिंदगी में रिश्तों को कभी मत तोडऩा। क्योंकि गंदा पानी पीने के काम तो नहीं आता पर कभी आग लग जाए तो उस आग को बुझाने जरूर काम आता है। घर को स्वर्ग बनाने का दूसरा टिप्स है- घर में कभी तनाव और टूटन को मत रखो। यदि आप मुखिया हैं तो उसके कारण तक जाकर उसका निवारण अवश्य करो। क्योंकि घर में बड़ा वो नहीं होता जो उम्र में बड़ा होता है, घर में बड़ा वो भी नहीं होता जो पैसों में बड़ा होता है, घर में बड़ा वो होता है जो बड़प्पन दिखाने तैयार होता है। तीसरा टिप्स है- घर में शब्दों का इस्तेमाल बहुत सावधानी और विवेक से करें। चौथा है- जब भी बोलें लाड़ की भाषा बोलें, राड़ की भाषा न बोलें। घर ही नहीं अपने व्यवहार जगत में भी जब भी बोलें सम्मानपूर्वक और सम्मानसूचक बोलें। मीठी-मधुर जबान अगर पराए भी बोलने जग जाए तो वे एक दिन अपने हो जाएंगे और अपने भी यदि टेढ़ी जबान बोलना शुरू कर दें तो वे भी एक दिन पराए हो जाएंगे। अगर आपकी आंखें सुंदर हैं तो दुनिया आपको सुंदर बोलेगी और अगर आपकी जबान सुंदर है तो आप दुनिया को सुंदर बोलेंगे। घर को स्वर्ग सा बनाने पांचवा टिप्स है- हम सब यह संकल्प लें कि मैं कभी भी स्वार्थी नहीं बनुंगा अपितु सारथी बनुंगा। जिनके साथ रहते हो उनके काम आने वाले बनो। दुनिया में दो तरह के लोग होते हैं- काम निकालने वाले लोग और काम आने वाले लोग। पर सोचो याद कौन किए जाते हैं। दुनिया में टक्कर मारने वाले कभी याद नहीं किए जाते और काम बनाने वाले, टिप अर्थात् योगदान देने वाले याद किए जाते हैं।
परिवार को दें ट्रस्ट, टाइम और टॉकिंग
संतप्रवर ने कहा कि याद रखें परिवार की खुशहाली को बनाने के लिए परिवार को तीन चीजें चाहिए- ट्रस्ट, टाइम और टॉकिंग। जितना जरूरी आप यह सोचते हैं कि लोग मुझ पर भरोसा करें, उतना ही जरूरी है आप भी उनका भरोसा न तोड़ें। परिवार को समय दें, परिवारजनों के साथ बैठकर वार्तालाप करें।
कभी न तोड़ें ये चार चीजें
आज संतश्री ने श्रद्धालुओं से चार चीजें अपने हाथ से जानबूझकर कभी ना तोडऩे का नियम लेने का अनुरोध किया। वे हैं- जिंदगी में कभी भी रिश्ता मत तोडि़ए। कभी भी किसी का विश्वास मत तोडि़ए। किसी को दी हुई जुबान या वचन मत तोडि़ए। यानि अपने दिए हुए वचन को मरते दम तक निभाएं। और चौथा है- कभी किसी का दिल मत तोडि़ए।
दीक्षा कल्याणक पर प्रभु नेमीनाथ का स्मरण
धर्मसभा के आरंभ में अहिंसा व करूणा के अवतार भगवान श्रीनेमीनाथजी के दीक्षाकल्याणक के प्रसंग पर राष्ट:संत श्रीललितप्रभजी महाराज के सांसारिक बड़े भाई अशोकजी दफ्तरी द्वारा प्रभु नेमीनाथ के विवाह से पूर्व ही मूक पशुओं की करुण पुकार सुन वैराग्यवासित होकर गिरनार की ओर जाने का समाचार मिलते ही राजुल के अंतरमन में उत्पन्न पुनीत भावों पर रचित गीत- पंख होते तो उड़ आती रे, सुन लो नेम पिया, तुझे दिल का हाल बतलाती रे... की भावभरी प्रस्तुति दी गई।
तपस्वियों का बहुमान
रायपुर श्रीसंघ व दिव्य चातुर्मास समिति द्वारा आज धर्मसभा में 11 उपवास के तपस्वी अशोक सुराना व 8 उपवास की तपस्वी श्रीमती कौशल्या देवी सुराना का बहुमान किया गया।
जीवन ऐसा जिएं कि हो आत्मसंतोष: डॉ. मुनि शांतिप्रियजी
दिव्य सत्संग के पूर्वार्ध में डॉ. मुनिश्री शांतिप्रिय सागरजी ने कहा कि हमें अपने जीवन को अच्छा बनाने के लिए निरंतर पुरुषार्थ-प्रयत्न करते रहना चाहिए। जिस प्रकार आप रोज धन का बैलेंस बढ़ा या नहीं बढ़ा यह देखते हैं, उसी प्रकार पुण्य का बैलेंस बढ़ा या नहीं, यह भी हमें देखना चाहिए। इस अनमोल जीवन का सदुपयोग करने हमें हमेशा सजग रहना चाहिए। जियो तो ऐसे जियो कि लोग सदियों हमारे अच्छे कर्मों के लिए याद करें और मरें तो ऐसे मरें कि मौत भी मुक्ति का महोत्सव बन जाए। ऐसा जीवन जिएं कि जीते-जी हमें स्वयं पर गौरव हो सके और मौत के बाद लोग हम पर गौरव कर सकें। दूसरों की तकलीफों में हमेशा काम आने की आदत रखिए। आदमी न तो पद से बड़ा होता है और न धन से, आदमी बड़ा वही होता है जो तकलीफ में दूसरों के साथ खड़ा होता है। रिश्तों में निखार केवल हाथ मिलाने से नहीं आता, विपरीत हालात आ जाएं तो साथ देने से आता है। उदार हृदय के मालिक बनें। अपनी ईमानदारी के प्रति हमेशा सजग रहें।
इन अतिथियों ने प्रज्जवलित किया ज्ञानदीप
श्रीऋषभदेव मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष विजय कांकरिया, कार्यकारी अध्यक्ष अभय भंसाली, ट्रस्टीगण तिलोकचंद बरडिय़ा, राजेंद्र गोलछा व उज्जवल झाबक ने संयुक्त जानकारी देते बताया कि बुधवार की दिव्य सत्संग सभा का शुभारंभ अतिथि गण तेजमल पटवा, प्रफुल्ल विश्वकर्मा, नरेन्द्र लोहिया, विजय मालू, पराग दस्सानी, भानू लूनिया व राजपाल-तिल्दा द्वारा ज्ञान का दीप प्रज्जवलित कर किया गया। अतिथि सत्कार दिव्य चातुर्मास समिति के अध्यक्ष तिलोकचंद बरडिय़ा, पीआरओ समिति के महावीर तालेड़ा व समिति के सदस्य विमल गोलछा द्वारा किया गया। सभी अतिथियों को श्रद्धेय संतश्री के हस्ते ज्ञानपुष्प स्वरूप धार्मिक साहित्य भेंट किये गये। सूचना सत्र का संचालन चातुर्मास समिति के महासचिव पारस पारख ने किया।
आज प्रवचन ‘क्यों जरूरी है कार से पहले संस्कार’ विषय पर
दिव्य चातुर्मास समिति के अध्यक्ष तिलोकचंद बरडिय़ा, महासचिव पारस पारख, प्रशांत तालेड़ा, कोषाध्यक्ष अमित मुणोत व स्वागताध्यक्ष कमल भंसाली ने बताया कि गुरूवार, 4 अगस्त को सुबह 8:45 बजे से दिव्य सत्संग के अंतर्गत परिवार सप्ताह के चतुर्थ दिवस ‘क्यों जरूरी है कार से पहले संस्कार’ विषय पर प्रवचन होगा। श्रीऋषभदेव मंदिर ट्रस्ट एवं दिव्य चातुर्मास समिति ने श्रद्धालुओं को चातुर्मास के सभी कार्यक्रमों व प्रवचन माला में भाग लेने का अनुरोध किया है।
रायपुर, 4 अगस्त। सन्मति नगर फाफ़ाडीह में ससंघ विराजित आचार्य श्री विशुद्ध सागर जी महाराज ने कहा कि जीवन में अर्जन,संरक्षण के साथ संस्कार भी आवश्यक है।
गिर कर उठा आदमी उठने की कीमत समझता है। जैसे पिता के धन की कीमत समझ नहीं आती,जब स्वयं कमाते हो तो तब धन की कीमत पता चलती है। जब नासमझ थे तो पिता के जेब के पैसे निकालकर खर्च कर देते थे।
आज तुम्हारा बेटा मांगता है तो सोचकर निकालते हो। एक-एक सिक्का कैसे अर्जित होता है, संरक्षित होता है और सांस्कारिक होता है इसे समझना होगा।
आचार्यश्री ने कहा कि अर्जन, संरक्षण और संस्कार में विश्व जी रहा है। लोग पैसे और धरती का अर्जन करते हैं। इसके संरक्षण में समय लगाते हैं,कोई दूसरा कब्जा न कर ले जमीन के चारों तरफ घेराबंदी करते हैं। ऐसे ही कोई जमीन में बाड़ी लगाता है,कोई बिल्डिंग बनाता है तो कोई मंदिर बनाता है,यह संस्कार है। इसी तरह यदि गुणों का अर्जन, संरक्षण और संस्कार कर लेते तो इस प्रवचन सभा में नहीं बैठे होते सिद्धशिला पर विराजमान होते।
आचार्यश्री ने कहा कि कभी-कभी सम्मान भी इंसान के चरित्र को जीवित रखता है। सम्मान इंसान को सुमार्ग दिखाता है। किसी व्यक्ति को बार-बार कहें यह तो ऐसा ही है, यह तो वैसा ही है,तो उस व्यक्ति की धारणा भी वैसे ही बनना प्रारंभ हो जाती है।
वह व्यक्ति यही समझता है कि मैं प्रसिद्ध हो चुका हूं और उसकी प्रवृत्ति भी वैसे ही हो जाती है। पापी को पापी कहने वाले इस संसार में बहुत है लेकिन पापी के अंदर अच्छाई को देखने और उसे बताने वाले बहुत कम है।
मुनिश्री प्रणेय सागर जी ने कहा कि हमेशा मीठा बोलो और दूसरों के अंदर गुणों को देखो व स्वयं को पहचानो। मुख से वाणी निकले तो हमेशा छनकर निकले,मीठी निकले। वाणी वीणा जैसी बोलो जो कानों को पवित्र कर दे।
आपकी वाणी को सुनकर जिसको धर्म करने का मन न करें वह भी धर्म कार्य में लग जाए। कोई कितना भी कड़वा बोले आप हमेशा मीठा बोलो। अच्छा और मीठा बोलेंगे तो सब आपको सुनेंगे। खुद को पहचानो,स्वयं की परीक्षा लो। आपकी दृष्टि कैसी है।
रोज 2 मिनट ध्यान करना और सोचना आपकी दृष्टि कहां जा रही है। ऐसा कोई भी द्रव्य नहीं है संसार में जिसमें गुण नहीं है,आपको गुण ग्रहण करना आना चाहिए।
4 अगस्त को धूमधाम से मनाया जाएगा भगवान पार्श्वनाथ का मोक्ष कल्याणक दिवस
विशुद्ध वर्षा योग समिति के सह सचिव सुमीत बाकलीवाल और सुमीत पांड्या ने बताया कि 4 अगस्त गुरुवार को 23वें तीर्थंकर भगवान पार्श्वनाथ का मोक्ष कल्याणक दिवस मुकुट सप्तमी के रूप में धूमधाम से मनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि आज मंगलाचरण सुनील जी ने किया। श्रमण संघ रायपुर के अध्यक्ष व छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध उद्योगपति
ललित पटवा ने आचार्यश्री को श्रीफल अर्पित कर आशीर्वाद प्राप्त किया। सकल दिगंबर जैन समाज रायपुर और बाहर से आए सभी गुरु भक्तों ने आचार्यश्री को अर्घ्य समर्पित कर आशीर्वाद लिया। कार्यक्रम के अंत में जिनवाणी मां की स्तुति का पाठ मंच संचालक अरविंद जैन ने किया।
रायपुर, 4 अगस्त। सन्मति नगर फाफाडीह में ससंघ विराजित आचार्य श्री विशुद्ध सागर महाराज जी ने मंगल देशना में कहा कि मति,श्रीमती और श्री के पास पहुंचना कठिन है। यदि यह आपके पास आ जाए तो संभालने की बुद्धि चाहिए। कितनों के पास श्रीमती आई लेकिन संभाल नहीं पाए।
संसार में आज बहुत तलाक हो रहे हैं। श्रीमती तो मिली लेकिन संभालने की मति नहीं थी और घर में श्री नहीं थी। इन तीनों को संभालने की क्षमता चाहिए। आपको खानदानी संपत्ति मिल गई लेकिन संभालने की मति नहीं है तो सब व्यर्थ कर दोगे।
आचार्यश्री ने कहा कि ज्ञान बढ़ाना है तो शीतल रहो शीतल जीयो और शीतल चखो। यदि मानते हो कि बादाम खाने से बुद्धि बढ़ती है तो विश्वास रखें शांत रहने से भी बुद्धि बढ़ती है।
रुखा सूखा खाने से बुद्धि घटती है तो रुखा सूखा भाव रखने से भी बुद्धि घटती है। जिसको किसी से प्रेम और प्रीति नहीं वे रुखा सूखा जीवन जी रहे, तनाव में जीवन जी रहे तो बुद्धि कैसे बढ़ेगी।
आचार्यश्री ने कहा कि जो समय आपको जिस कार्य के लिए दिया गया है उस समय पर करोगे तो लोग प्रसन्न रहेंगे। समय को इधर-उधर करोगे तो आपके अहिंसा व्रत में दोष आ जाएगा। घर में पालतू जानवरों को भी समय पर भोजन नहीं दिया तो अहिंसा व्रत में दोष आ जाएगा। जो अपने अधीनस्थ नौकर चाकर को भी समय पर भोजन नहीं करने दे तो अहिंसा व्रत में दोष आ जाएगा। किसी से दबाव में काम मत करवाओ।
केवल अपने अधिकार का ध्यान मत रखो ,अपने कर्तव्यों का भी बोध होना चाहिए। जो केवल अधिकार की बात करते हैं वे घर, संस्थान, देश को भी नहीं चला पाते।
आचार्यश्री ने कहा कि अपरिचित आदमी का दिया भोजन नहीं खाना चाहिए। कब कोई क्या खिला और क्या पिला दे और तुम्हारा सब कुछ लूट कर ले जाए। योगी,सम्राट, धनपति और मंत्री इनको संभल कर रहना चाहिए। इनके पास 24 घंटे शत्रु रहते हैं। जितने तुम प्रसिद्ध होते जाओगे सम्मान देने वालों की संख्या भी बढ़ेगी और अंदर ही अंदर बैर रखने वाले भी बढ़ेंगे। लोगों को दूर से देखकर पहचानना सीखो। आज नहीं समझोगे तो कोई भी गर्दन पकड़ लेगा।
मुनिश्री सुव्रत सागर जी ने कहा कि संसार में मनुष्य राग की रस्सी में बंधा हुआ है, इसलिए आगे नहीं बढ़ पाता है। आदमी में वह शक्ति है जो साधना कर स्वर्ग में नरेंद्र पद को प्राप्त कर सकता है, लेकिन वह राग की रस्सी में बंधा हुआ है।
नर होकर नारायण बन सकता है वह नरक में चला जाता है, यह राग की दशा है। राग की एक कणिका जीवन भर की साधना को भंग कर देती है। इस संसार में अनर्थ की जड़ राग है। राग और द्वेष से ही जीव इस संसार में अनादि काल से भ्रमण कर रहा है।
राग से मुक्ति का का मार्ग वितराग दशा है। इस संसार में जितने भी अनर्थ हो रहे और जितने भी अनर्थ होंगे उसका मूल कारण राग और द्वेष परिणाम है। राग और द्वेष भला करने वाला नहीं है। जहां राग होता है वहां द्वेष निश्चित रूप से होता है। राग के परिणाम से ही जीव कितने सारे अनर्थ कर रहा है। इस राग की आग से बचने का प्रयास करो।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 3 अगस्त। राज्य अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण ( क्रेडा ) ने ऊर्जा दक्षता ब्यूरो ( बी.ई. ) के सहयोग से मंगलवार को विद्युत वितरण कंपनियों और ऊर्जा दक्षता समाधान प्रदाताओं के साथ डिमांड साईड मैनेजमेंट ( डी.एस.एम. ) कार्ययोजना पर कार्यशाला का आयोजन किया । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हेमंत वर्मा , अध्यक्ष , छत्तीसग? राज्य विद्युत नियामक आयोग ने राज्य में डीएसएम कार्य की शुरूआत के बारे में बताया ।
वर्मा ने ट्रांसमिशन के उच्चतम और न्यूनतम अनुपात के आधार पर कार्य योजना विकसित करने का सुझाव दिया । कार्यशाला के दौरान क्रेडा के सीईओ आलोक कटियार ने ऊर्जा मांग पर जनरेशन , ट्रांसमिशन एवं वितरण की भूमिका के बारे में जानकारी दी।
मुख्य अभियंता संजीव जैन ने ऊर्जा दक्षता पर प्रकाश डालते हुए राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में क्रियान्वित गतिविधियों एवं उसके महत्व के बारे में जानकारी दी गई है । ऊर्जा दक्षता ब्यूरो के निदेशक मिलिंद देवरे ने भारत में विभिन्न विद्युत वितरण कंपनियों के लिये डीएसएम कार्यक्रम के तहत बी.ई.ई. के पहल की बारे में जानकारी दी । उन्होंने एस्को मोड के तहत ऊर्जा दक्ष परियोजनाओं को लागू करने , क्रियान्वयन की विधि बजट एवं लागत , ऊर्जा बचत एवं उसके लाभ के बारे में बताया । छग विद्युत वितरण कंपनी की ईई , सुश्री अर्चना नागराले ने डी.एस.एम. कार्ययोजना में ऊर्जा दक्ष उपायों और प्रयासों को स्थिति प्रस्तुत किया। ई . ईएसएल. के सहायक प्रबंधक राकेश साहू ने ऊर्जा दक्ष परियोजनाओं को लागू करने के प्रचलित व्यापार मॉडल पर प्रस्तुति दी गई है । सी - टेक सॉल्यूशन के मिलिंद चितावर द्वारा कृषि के लिये ऊर्जा दक्ष पंप , मोटर , कॉमर्शियल फैन , एवं उद्योगों के लिये एच.व्ही.ए.सी. जैसी नवीन ऊर्जा दक्ष परियोजनाओं पर अपना प्रस्तुतीकरण दिया ।
अधीक्षण अभियंता , क्रेडा राजीव ज्ञानी द्वारा कार्यक्रम का संचालन करते हुए विद्युत वितरण कंपनियों से संबंधित डी . एस . एम . अवधारणा पेश की । इस कार्यक्रम में सी.एस.ई.आर.सी. सी.एस.पी.डी.सी.एल. , टीड , जे.एस.पी.एल. रायगढ़ , क्रेडा , बी.ई.ई. ई.ई.एस. एल . और सी - टेक के अधिकारियों ने भाग लिया ।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 3 अगस्त। रक्षाबंधन, इस बार 11 अगस्त को मनेगी।। इसके लिए बाजार में हलचल देखने को मिल रही है। सभी बहन अपने भाई के लिए सबसे अच्छी रखी लेना चाहती है। कुछ बहने अपने भाई के लिए डोरी वाली रखी खरीद रहीं है तो कुछ सोने-चांदी की।
इस बार बाजार में तरह तरह की राखियां उपलब्ध हैं। जैसे डोरी वाली, मोती, स्टोन, लुम्बा, बच्चो वाली रखी। सोने - चांदी और मेटल से नामजद बनी रखियां। इस बार फोम वाली रखी भी देखने को मिल रही है।
बीते दो सालों में कोरोना के वजह से बाजार में रक्षाबंधन पर थोड़ी चहल पहल कम थी। लेकिन इस साल काफी चहल पहल देखी जा रही है। जैसे जैसे त्योहार करीब आ रहा है। सभी बहन नई और आकर्षक राखियां खरीद रही हैं। इस साल बहाने अपने भाई के लिए खास तौर पर डोरी और फैन्सी राखियां लेना पसंद कर रही है।
होम मेड - हैंड मेड राखियां
रक्षाबंधन का पर्व और खास बनाने के लिए महिला समूह द्वारा होम मेड राखी बनाई जा रही है। जिसमें कई प्रकार के खाद्य सामग्री जैसे गेहूँ, धान, मसुर दाल, चावल, धागा, मोती, स्टोन ये सभी प्रकार के समान से राखी बनाई जा रही। ये एक राखी की कीमत 5 रुपए से 65 रुपए तक की बताई जा रही। अभी हाल ही में आनी समूह की राखी को सी-मार्ट में बिक्री के लिए उपलब्ध करा रही है।
इस बार दिन भर बांध
सकते हैं राखी
इस साल सावन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि के गुरुवार 11 अगस्त को सुबह 10 बजकर 38 मिनट से प्रारंभ होकर शुक्रवार 12 अगस्त को सुबह 7 बजकर 5 मिनट पर समाप्त होगी।
इस साल रखी बांधने का शुभ मुहूर्त 11 अगस्त को सुबह 9 बजकर 28 मिनट से रात 9 बजकर 14 मिनट तक रहेगा।
इस बार रक्षाबंधन पर भद्रा का साया रहेगा। और मान्यता के अनुसार कोई भी शुभ काम भद्राकाल के समय नहीं करना चाहिए। ऐसे में भद्राकाल की समाप्ति पर ही रखी बांधनी चाहिए। 11 अगस्त को भद्रा पूंछ शाम 5 बजकर 17 मिनट से 6 बजकर 18 मिनट तक और भद्रा मुख शाम 6 बजकर 18 मिनट से रात 8 बजे तक रहेगा।
लेकिन इस दिन आयुष्मान, सौभाग्य, रवि और शोभन जैसे शुभ योगों का संयोग रहेगा। जिसके चलते भद्रा का प्रभाव कम रहेगा।
लुम्बा राखी क्या है?
इस दिन बहन अपने भाई के साथ साथ अपनी भाभी को भी राखी बंधती है, जिसे लुम्बा कहते हैं। मान्यता के अनुसार जब भाई अपने बहन को उसकी रक्षा का वचन देते है तो भाई के साथ साथ यह वचन भाभी भी निभाती है। यह रखी भाभी की चूड़ी पर बांधी जाती है। और यह ननद भाभी के रिश्ते में प्रेम का प्रतीक होता है।
सोने चांदी की राखियां
डोरी वाली राखी के साथ साथ लोगों का रुझान सोने चांदी के राखियों मे भी रहता है। हर साल बहने अपने भाई के लिए कुछ नई रखी लेना पसंद करती हैं। सराफा बाजार भी इसमें पीछे नहीं है। रक्षाबंधन के अवसर पर राखी का बाजार पूरी तरह से सज गया है और सराफा बाजार में भी चांदी की राखियां आ गई है।और इसकी काफी डिमांड बड़ती जा रही है। चांदी की एक राखी की कीमत 150 रुपए से शुरू होती है।सराफ करोबारियों का कहना है कि, साल दर साल सोने-चांदी की राखियों की डिमांड बढ़ रही है। अब काफी हल्के वजन में सुंदर और आकर्षक राखियां उपलब्ध है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 3 अगस्त। राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने प्रदेश के कुछ तहसीलों में कम वर्षा अथवा खण्ड वर्षा की स्थिति बनने पर सूचना प्रदान करने एवं राहत मैनुअल के अनुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं। इस संबंध में उन्होंने प्रदेश के सभी कलेक्टरों को पत्र लिखा है।
इस पत्र में उल्लेखित है कि प्रदेश के कई जिलों में मानसून 2022 में कम वर्षा अथवा खण्ड वर्षा के कारण कई तहसीलों में सूखा की स्थिति उत्पन्न होने की संभावना बन रही है। जिन क्षेत्रों में आंकलन के आधार पर कम वर्षा एवं खण्ड वर्षा से फसल प्रभावित हो रही है। पत्र में कहा गया है कि उसकी सूचना तत्काल प्रदान करें और राहत मैनुअल के अनुसार यथोचित कार्यवाही कर प्रस्ताव शासन को भेजना सुनिश्चित करें।
गौरतलब है कि राजस्व मंत्री ने कहा है कि प्रदेश के कुछ हिस्सों में औसत से कम वर्षा होने के कारण खरीफ की फसल लेने वाले किसानों के सामने कठिन स्थिति निर्मित हुई है। जुलाई महीना बीत जाने के बाद भी उक्त क्षेत्रों में धान की बुआई एवं रोपाई नही हो पाई है, और जहां हुई है, वहां पर दरारे पड़ रही है। उन्होंने ऐसी स्थिति से प्रभावित तहसीलों में तत्काल राहत पहुंचाने के निर्देश दिए हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 3 अगस्त। सिविल लाइंस थाना पुलिस के हत्थे चढ़ी कथित लेडी डॉन मोनिका सचदेवा की संदिग्ध गतिविधियों की जांच करने के बाद पता चला है कि उसने शहर की घनी बस्तियों में गांजा कारोबार का तगड़ा नेटवर्क जमा रखा था। उसके गुर्गे पुडिय़ा के धंधे में जुटे थे। टुकड़ों टुकड़ों में गांजे की खपत के लिए बड़ा चैनल बनाया था।
मंगलवार को मोनिका की गिरफ्तारी होने के बाद पुलिस ने उसके मोबाइल फोन की छानबीन की है। इसमें कई तरह के राज बाहर आए हैं। टीआई सिविल लाइंस सत्यप्रकाश तिवारी का कहना है, आरोपिया के तार सीधे मुख्य गांजा तस्कर से जुड़े हैं। कुछ समय पहले पुलिस ने जब बड़ी छापेमारी की कार्रवाई की थी तभी बड़े गिरोह का पर्दाफाश हुआ था। बारी-बारी से आरोपियों के साथ जुड़े लोगों को खंगाला गया तभी मोनिका के बारे में भी पता चला। मोनिका के खिलाफ में पूर्व में दर्ज अपराधिक मामलों को देखते हुए उसके संदिग्ध कारोबार के बारे में भी जानकारी ली गई, जहां पूर्व में पकड़े गए तौकिर अहमद गैंग से सीधे संपर्क होने का पता चला। पूर्व में पुलिस ने आरोपी तौकिर अहमद राजातालाब शेख महबूब जैपुर, रविनारायण दीप पाइक माल, तापस कुमार परिदा जयगांव, समीर कुमार बरद बरापंडुसर सभी ओडिशा, नीलेश शर्मा सरायपाली, अर्णब मजूमदार बागुईहाटी पश्चिम बंगाल, कमलेश उर्फ अमर यादव गया बिहार, सागर कुमार मोदीसाउथ आसनसोल पश्चिम बंगाल को गिरफ्तार किया गया था। इनके नेटवर्क खंगालने के बाद मोनिका के भी उनसे जुडक़र कारोबार करने का पता चला। मोनिका कुछ दिनों से फरार थी। उसके बारे में सटीक जानकारी होने पर उसे दबोचा गया।
18 लाख से ज्यादा की सामग्री जब्त
इस गैंग से 18 लाख रुपये से ज्यादा की बरामदगी हो चुकी है। 24.916 किलोग्राम गांजा, कीमती 2.50 लाख रूपये, 7400 नग नाइट्रोसन-10 नशीली टेबलेट कीमती 44,030 रूपये, 24000 नग अल्फाजोलम नशीली टेबलेट कीमती 5,40,224 रूपये, 2750 नग पेंटाजोसिन नशीली इंजेक्शन कीमती 66,660 रूपये, 220 ग्राम चरस कीमती 2 लाख रूपये, 01 नग मो.सा. पैशन प्रो कीमती 30,000/- रूपये, आई-10 कार कीमती 7 लाख रूपये, कुल जुमला 18,30,914 रूपये जब्त करने के बाद नशा कारोबार का बड़ा खुलासा हुआ था।
रावतपुरा कॉलोनी में बनाया था ठिकाना
पुलिस को चकमा देकर फरार हुई मानिका सचदेव ने रायपुरा में अपना ठिकाना बनाया था। पुलिस ने बताया कालोनी से दिनांक 2 अगस्त की शाम घेराबंदी करने के बाद उसके घर की तलाशी ली। मोनिका को हिरासत में लेकर उसके मोबाइल फोन में संदिग्ध नंबरों की जांच की। वाट्सअप और दूसरे सोशल मैसेजेस खंगाले। यहां पर गांजा कारोबार से संबंधित बातचीत का खुलासा हुआ।
रायपुर, 3 अगस्त। नगर निगम ने समय से पहले 80 एमएलडी से 150 एमएलडी जल संयंत्र के संपवेल के इंटर कनेक्शन का काम पूरा कर लिया है। इसके तत्काल बाद सुबह से ही जल आपूर्ति शुरू कर दी गई है। सभी जलागारों सहित अब नए 5 लाख आबादी तक भी पानी मिलने लगा है।
गड़बड़ी की आशंका, अभी दो दिन और चलेगी कार्रवाई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर/रायगढ़, 3 अगस्त। इंकम टैक्स विभाग की टीम ने आज तडक़े रायगढ़ जिले के लैलूंगा विधानसभा क्षेत्र में स्थित ग्राम गेरवानी में लगे सुनील इस्पात उद्योग में छापामार कार्रवाई की है। एक दर्जन से भी अधिक अधिकारियों की टीम ने उद्योग के कार्यालय सहित अन्य जगहों पर जांच शुरू की है जिसमें कोयला की अफरा-तफरी तथा अन्य चोरी की शिकायतों पर जांच हो रही है। जानकारी के अनुसार इंकम टैक्स की टीम ने इस फर्म से जुड़े सभी पार्टनरों के कार्यालयों तथा घरों में भी दबिश दी है। जिनमें रायपुर के अलावा अन्य जगह भी शामिल है।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिले के औद्योगिक क्षेत्र गेरवानी में स्थित सुनील इस्पात स्टील प्लांट में आज सुबह तडक़े करीब 5 बजे आईटी की टीम ने की रेड की है। 31 जुलाई को आईटी रिटर्न फाइल करने की अंतिम तिथि खत्म होते ही विभाग ने छत्तीसगढ़ राज्य में पहली बड़ी कार्रवाई की है। इस फर्म के मालिक रायपुर के बताए जा रहे हैं और वहां भी विभाग की टीम जांच कर रही है।
कार्यवाही को लेकर देर शाम तक विस्तृत जानकारी मिलने की सम्भावना है। फिलहाल उद्योग के बाहर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात है।वही आईटी टीम जांच पड़ताल में जुटी है। पुलिस की टीम विभाग के अफसरों के साथ मौजूद है।
रायपुर, 3 अगस्त। चाइल्ड पोर्नोग्राफी के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। बच्चों से संबंधित अश्लील वीडियो इंटरनेट पर अपलोड करते थे। मामले में पुलिस ने अलग-अलग थाना क्षेत्रों में अपराध पंजीबद्ध कर 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। वहीं उन सभी के कब्जे से सिम कार्ड सहित 10 मोबाइल जब्त किए गए हैं।
जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों से प्रकरणों में संलिप्त 11 आरोपियों को? गिरफ्तार कर आई.टी. एक्ट, पाक्सो एक्ट सहित अन्य धाराओं के तहत कार्यवाही किया गया।
इनके नाम सुरेश चंद,अतुल राव, शुभम सिंह, सरोज साहू, विजय धुरंधर, रोहन साहू,भेनू यादव,बबलू गोस्वामी, विनय कुमार, मोहम्मद अंसारी, योगेश वर्मा हैं।
जोन महाप्रबंधक के सचिन छत्रसाल को संरक्षा पुरस्कार से सम्मानित किया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 3 अगस्त। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे रायपुर मंडल में कार्यरत स्टेशन मास्टर को उनके संरक्षा सबंधी कार्य निष्पादन के लिए महाप्रबंधक आलोक कुमार ने प्रशंसा पत्र से सम्मानित किया । हुआ यूं कि 5 जुलाई , को रायपुर रेल मंडल के बिल्हा रेलवे स्टेशन के एस एम सचिन छत्रसाल को अप दिशा में जा रही मालगा?ी के नवे वेगन में हॉट एक्सल दिखाई दिया। उन्होने तुरत संबन्धित अधिकारी को सूचना दी और ट्रेन को दगोरी स्टेशन में रोककर खराब वेगन को अलग किया गया। इस तरह से सतर्कता का परिचय देते हुए संभावित दुर्घटना को टालने में सफल रहे।
सजगता, सतर्कता एवं बेहतर संरक्षा भरे कार्य की सराहना करते हुए बिलासपुर जोन महाप्रबंधक आलोक कुमार ने उपरोक्त कर्मचारियों को प्रशस्ति-पत्र दिया या । इस अवसर पर महाप्रबंधक ने सचिन छत्रसाल से संवाद भी किया ।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर,3अगस्त। पूर्व मंत्री राजेश मूणत के मार्गदर्शन में मंगलवार को गुढियारी के मारूति मंगलम सभागार में सावन उत्सव का आयोजन किया गया. जिसमें मुख्यअतिथि के रूप में वीणा सिंह और साधना मूणत विशेष रूप से शामिल हुई। सावन उत्सव में दो हजार से ज्यादा महिलाएं रंग-बिरंगे परिधान में शामिल हुए और नृत्य, संगीत, भजन और श्रृंगार प्रतियोगिता में पूरे उत्साह से हिस्सा लिया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वीणा सिंह ने कहा कि सावन का महीना महिलाओं के लिए उमंग भरा होता है,सावन महीने से शुरू होने वाले तीज-त्यौहार बहनों के जीवन में चार-चांद लगाते है। उन्होंने इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए पूर्व मंत्री श्री मूणत की सराहना की और आयोजकों को कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए बधाई और शुभकामनाएं दी. उन्होंने यह भी कहा कि सावन उत्सव के पीछे जो उद्देश्य है, वह हम बहनों की छिपी प्रतिभाओं को बाहर लाना है, सभी ने अनेक कार्यक्रमों में जिस तरह बढ़-चढक़र हिस्सा लिया, इससे उनके प्रतिभा सामने आई है. यह कहने में गुरूज नहीं है कि सभी बहने प्रतिभा की धनी है. कार्यक्रम की सफलता के लिए साधना मूणत ने भी अपनी शुभकामनाएं दी. कार्यक्रम का संचालन मण्डल अध्यक्ष सुमन सिंह, निशा स्वर्णकार, अनिता पंडित, शकुन ठाकुर ने किया. कार्यक्रम के बाद सभी महिला प्रतिभागियों को अतिथियों ने पुरस्कृत भी किया.
बता दें कि सावन उत्सव के इस आयोजन में महिलाएं हरियाली के रंग में रंगे दिखाई दिए, मेंहदी और नृत्य-संगीत की प्रस्तुति भी दी. जिसे सभी की सराहना मिली. इस दौरान भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेशाध्यक्ष शालिनी राजपूत, प्रभा दुबे, चन्नी वर्मा, मीनल चौबे, विभा अवस्थी, लक्ष्मी वर्मा, शताब्दी पाण्डेय, शैलेन्द्री परगनिहा समेत भाजपा महिला मोर्चा की सैकड़ों महिला नेत्रियां मौजूद रही।
आदेश लागू करने छत्तीसगढ़ संघर्ष समिति का कलेक्टर को ज्ञापन।
रायपुर, 3 अगस्त। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (भोपाल बेंच) द्वारा सडकों पर लगने वाले पंडाल और गेट लगाने पर जारी किये गए प्रतिबंध का पूर्ण: पालन कराने लिए आज छत्तीसगढ़ संघर्ष समिति के सदस्यों ने कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक कार्यालय में ज्ञापन सौंपा।
समिति ने रायपुर की सड़कों पर और सार्वजनिक स्थानों पर त्योहारी सीजन में पंडाल और स्वागत द्वार लगाए जाने से जनता, बुजुर्गो बच्चो को रही तकलीफ, वायु और ध्वनि प्रदूषण की बीमारियों के मद्दे नजर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल में शिकायत दर्ज की थी।
क्या आदेश दिया है एनजीटी ने:
शिकायत की सुनवाई के दौरान छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल द्वारा एनजीटी को बताया गया की दुर्गा पूजा, दिवाली और गणेश उत्सव के दौरान रायपुर शहर की वायु की क्वालिटी खराब हो जाती है ध्वनि प्रदूषण भी बढ़ जाता है एनजीटी ने कहा कि यह बहुत चिंता का विषय है।
एन.जी.टी. ने आदेशित किया कि जिला प्रशासन और लोकल अथॉरिटी द्वारा शहरों में सड़कों पर इस प्रकार के गेट और पंडाल को लगाने की अनुमति बिलकुल भी नहीं दी जाएगी। जब भी इस प्रकार के पंडाल और गेट बिना अनुमति के लगाए जाते हैं तो लोकल मूनिस्पेल्टी और पुलिस और जिला प्रशासन उसे हटाने की कार्यवाही कर जवाबदेह के ऊपर पेनल्टी लगाएगा। बिना जिला प्रशासन और पुलिस परमिशन के कोई भी जुलूस नहीं निकाला जाए
पालन न किए जाने पर क्या होगा:-
एनजीटी अधिनियम 2010 की धारा 26 के अनुसार जो कोई भी एनजीटी के आदेश का पालन करने में असफल रहता है उसे 3 साल की सजा या रुपए 10 करोड की पेनल्टी या दोनों लगाई जा सकती है।
समिति के सदस्य डॉ.राकेश गुप्ता, विश्वजीत मित्रा, हरजीत जुनेजा, मनजीत कौर बल, डॉ विकास अग्रवाल, डॉ दिग्विजय सिंह, उमा प्रकाश ओझा, रियाज अंबर, अजय खंडेलवाल, संदीप कुमार, विनय शील, जीवेश चौबे, प्रभाकर ओझा, शरद शुक्ला ,नोमान अकरम हमीद, जीवेश प्रभाकर, ओमप्रकाश चौबे सभी एकमत हैं कि रायपुर शहर की जनता का स्वास्थ्य सबसे ऊपर है और जो कोई भी अधिकारी एनजीटी के आदेश का पालन नहीं करेगा उसके विरुद्ध एनजीटी में शिकायत दर्ज कर सजा और पेनल्टी लगवाई जायेगी।
समिति ने पत्र लिख कर मुख्य सचिव से मांग की है कि चूंकि एनजीटी का आदेश पूरे प्रदेश भर के लिए है अत: आदेश का पालन पूरे प्रदेश भर में कराया जाए।इसके अलावा समिति ने आयुक्त नगर निगम, रायपुर शहर के समस्त जोन कमिश्नर, थाना प्रभारी, से मांग की है कि आने वाले त्योहारी सीजन में एनजीटी के आदेश का पालन कराया जावे। समिति ने विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर को भी पत्र लिखकर मांग की है कि सड़कों पर लगने वाले पंडालों को विद्युत कनेक्शन देना एनजीटी के आदेश के विरुद्ध रहेगा।
रायपुर, 3 अगस्त। अग्रवाल सभा रायपुर की आमसभा 28 अगस्त रविवार सुबह 11:00 बजे अग्रसेन धाम रायपुर में होना है आम सभा में आगामी समय के लिए सर्वसम्मति से या बहुमत के आधार पर नए नेतृत्व का चयन होगा इस हेतु सर्वसम्मति या बहुमत के आधार पर नेतृत्व का चयन नहीं हो पाने की स्थिति में आगामी तिथि में चुनाव होगा।
अग्रवाल सभा के सदस्यों की सुचि अवलोकन हेतु अग्रसेन भवन जवाहर नगर रायपुर में रखी गई है इसमें कोई भी त्रुटि होने पर सदस्यगण आवेदन देकर त्रुटि में सुधार करवा सकते हैं इसमें मेंबर हेतु पूर्व में 10 जुलाई 2022 तक का समय दिया गया था जिसमें कुल फार्म 2750 परिवारों के सदस्यता हेतु प्राप्त हुए।
कुल सदस्य 11000 से अधिक हो रहे हैं पूर्व में कार्यकारिणी की बैठक आयोजित की गई थी जिसमें चुनाव अधिकारी के रुप में डॉक्टर राजेश खेमका एवं सहायक चुनाव अधिकारी रमेश चंद्र अग्रवाल को चुनाव कराने की जिम्मेदारी दी गई चुनाव अधिकारी द्वय अग्रवाल सभा का चुनाव संविधान सम्मत तरीके से संपन्न कराएंगे।
28 अगस्त के आम सभा में 10 जुलाई 2022 तक बने सदस्य एवं पूर्व के आजीवन सदस्य ही भाग ले सकते है इसमें अध्यक्ष का चयन होना है।
अध्यक्ष के अलावा बाकी कार्यकारिणी बाद में बनाई जाएगी।
उक्त जानकारीअग्रवाल सभा के महामंत्री विजय अग्रवाल ने दी है
रायपुर, 3 अगस्त। अग्रसेन महाविद्यालय में आज करियर गाइडेंस कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें आमंत्रित वक्ताओं ने पत्रकारिता में करियर की सम्भावना पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि वर्तमान समय में पत्रकारिता का क्षेत्र बहुत विस्तृत हो गया है।
इसमें सोशल मीडिया ख़ास तौर पर बहुत व्यापक है, जिसमें रोजगार की अनेक सम्भावनाएं हैं. इस कार्यक्रम में गनपत सिन्धी विद्यालय, जेके दानी विद्यालय तथा छत्रपति शिवाजी विद्यालय के ग्यारहवीं और बारहवीं के विद्यार्थी बड़ी संख्या में शामिल हुए. इन सभी विद्यार्थियों को महाविद्यालय के पत्रकारिता विभाग द्वारा संचालित रेडियो अग्रवाणी के साथ ही ऑडियो-विजुअल स्टूडियो का भ्रमण और अवलोकन भी कराया गया।
करियर निर्माण के विषय पर अपनी बात रखते हुए सेवानिवृत्त्त प्राध्यापक डॉ मंजुला शुक्ला ने कहा कि आज के युवाओं को हर विषय की जानकारी बहुत है. लेकिन वह जानकारी ज्ञान में तब्दील तब होगी, जब वे उसका सदुपयोग करेंगे. उन्होंने कहा कि काल किताबों क बीच रहने से हम ज्ञानी नहीं बन सकते. इसलिए मौलिकता पर ध्यान रखते हुए प्रयास करें, तो आज के युवा निश्चित ही सफल होंगे।
मुख्य वक्ता के रूप में करियर मार्गदर्शक नागेन्द्र दुबे ने कहा कि आज करियर बनाना सरल भी है, और कठिन भी है. चूँकि इन्टरनेट के कारण सूचनाएं सबके पास बहुत अधिक है, इसलिए उसमें से सही और उपयोगी जानकारी का चुनाव करना बहुत कठिन है।
इस कार्यक्रम में प्रबंध संकाय की विभागाध्यक्ष डॉ शोभा अग्रवाल ने वाणिज्य विषय में करियर के क्षेत्रों पर प्रकाश डाला। वहीँ, डॉ डॉली पाण्डेय ने करियर की सफलता में भाषा के महत्व पर चर्चा की. इससे पहले स्वागत भाषण करते हुए महाविद्यालय के डायरेक्टर डॉ वी.के. अग्रवाल ने कहा कि निरंतर अभ्यास करते रहने से सामान्य बुद्धि का व्यक्ति भी विलक्षण विद्वान बन सकता है।
अपनी बात के समर्थन में उन्होंने एक मूर्तिकार की कहानी भी बताई. आभार व्यक्त करते हुए प्राचार्य डॉ युलेंद्र कुमार राजपूत ने कहा कि आज के युवा बहुत भाग्यशाली हैं कि उन्हें इन्टरनेट और मोबाइल फोन के जरिये तमाम जानकारियां मिल जाती हैं. जबकि आज से बीस वर्ष पहले तक यह सुविधा उपलब्ध नहीं थी. उन्होंने सभी वक्ताओं के संबोधन को युवोँ के लिए उपयोगी बताया।
महाविद्यालय के एडमिनिस्ट्रेटर प्रो.अमित अग्रवाल ने आमंत्रित वक्ताओं के विचारों को सारगर्भित बताते हुए उन्हें साधुवाद दिया. पत्रकारिता संकाय के प्राध्यापक प्रो. राहुल तिवारी ने कार्यक्रम का संचालन किया. इसमें महाविद्यालय के सभी प्राध्यापक सक्रिय रूप से शामिल हुए।
रायपुर, 3 अगस्त। सन्मति नगर फाफाडीह में जारी चातुर्मासिक प्रवचन माला में आचार्य विशुद्ध सागर महाराज ने बुधवार को कहा कि सारी इंद्रियों को रसना इंद्रिय रसपान दे रही है। आज व्यक्ति का रसना इंद्रिय पर नियंत्रण नहीं है।
जिसका रसना इंद्रिय पर नियंत्रण नहीं है उसका अन्य इंद्रियों पर नियंत्रण नहीं हो सकता। सभी इंद्रियों को वश में करने के लिए रसना इंद्रिय पर नियंत्रण आवश्यक है। मुख्य बिंदु रसना इंद्रिय है।
आचार्यश्री ने कहा कि इंद्रियों में रसना इंद्रिय, व्रतों में ब्रह्मचर्य व्रत और कर्मों में मोहनी कर्म को जिसने जीत लिया वह विश्व का प्रभु है।जिनका इन पर नियंत्रण नहीं है वह जीव चलते ही गिर जाएगा।
मोक्ष मार्ग पर चलना चाहते हो चटपटे-तामसिक भोजन से बचना होगा। जिसके पेट में कुछ नहीं है वह शांति से बैठा रहता है। जितने प्रकार के उपद्रव हैं सब पेट भरे होने पर होते हैं।
आचार्यश्री ने कहा कि कठिन मार्ग पर चलने वाले और बहुमूल्य वस्तु को खरीदने वाले कम हैं। जैसे कठिन मार्ग पर चलना है तो बाहुबल चाहिए और बहुमूल्य वस्तु को खरीदना है तो धनबल चाहिए। वैसे ही कठिन शास्त्रों को समझना है तो बुद्धिबल चाहिए और मोक्ष मार्ग पर चलने के लिए निज पर नियंत्रण चाहिए।
आचार्यश्री ने कहा कि जो दूसरे के चित से हरे गए हैं,जो दूसरे के चितों का हरण कर रहे हैं, वे कर्महरण नहीं कर पाएंगे। जो स्वयं टपक रहा है वह दूसरे को क्या उठा पाएगा। जो स्वयं पतीत हो रहा है वह दूसरे को सहारा कैसे दे पाएगा।
जो स्वयं विषय कषायों में डूबा हुआ है वह दूसरों को संयम कैसे दे पाएगा। जो स्वयं कर्मों में फंसा हुआ है वह दूसरों को कैसे कर्मों से निकाल पाएगा। वही आपको सहारा दे पाएगा जो मजबूत है।विद्वान का कभी अपमान न करना।
जिसकी विराट सोच है, विराट मस्तिष्क है वह किसी विद्या वाले का अपमान नहीं करेगा।
मुनिश्री यतीन्द्र सागर ने कहा कि हमने सारा जीवन उन वस्तुओं के पीछे बर्बाद कर दिया जिनका हमसे कोई लेना-देना नहीं था। हमें वह कार्य नहीं करना चाहिए जिसके माध्यम से इस संसार में पुन: भटकना पड़े। इस भव में ऐसा कार्य करें जिससे भवों-भवों का नाश हो जाए।
प्रत्येक वस्तु सामान्य विशेषात्मक होती है। वस्तु में सामान्य गुण भी होता है और विशेष गुण भी होता है। वस्तु की पहचान लक्षण से होती है। जब तक भेद करना नहीं जानोगे तब तक वस्तु के स्वरूप को नहीं जान पाओगे। उस तत्वज्ञान से परिचित होना होगा जिसके माध्यम से किसी वस्तु को दूसरे से भिन्न करके बताया जा सके। भेद करने वाले हेतु को लक्षण कहते हैं। तत्व ज्ञान के अभाव के कारण ही व्यक्ति संसार में भटक रहा है। तत्वज्ञान हो गया होता तो अनेक भव का नाश हो गया होता।
रायपुर, 3 अगस्त। ‘‘मित्र एक चुनें पर जब भी चुनें हमेशा नेक चुनें। आदमी की जिंदगी का निर्माण विचारों के आधार पर होता है। वातावरण को महका देता है जैसे इत्र, और जिंदगी को महकाता है एक अच्छा मित्र।
एक अच्छा मित्र मिल जाए तो आदमी के जीवन में उुंचाइयां चढ़ जाती हैं और यदि गलत रास्ते पर चलने वाला एक दोस्त मिल जाए तो आदमी कहां तक गिरेगा, इसका कोई पता नहीं लगता। दुनिया में मित्रों ने ही वक्त बुरा पडऩे पर आदमी का साथ निभाया है और दुनिया में ऐसे दोस्त भी आ जाते हैं जो आदमी की जिंदगी में बुरा वक्त लाकर खड़ा कर देते हैं।
इसीलिए पत्नी का चयन करो तो कितनी सावधानी की जरूरत होती है, उससे ज्यादा जरूरत होती है दोस्त का चयन करने में। क्योंकि गलत स्वभाव की पत्नी आ गई तो आपको दुखी करेगा और यदि गलत स्वभाव का दोस्त आ गया तो वह आपकी सात पीढ़ी को नर्क बनाकर छोड़ेगा। अगर एक गलत स्वभाव वाला एक दोस्त आपके परिवार के किसी एक व्यक्ति का मित्र बन गया तो पूरा परिवार तहस-नहस हो जाएगा।’’
ये प्रेरक उद्गार राष्ट्रसंत महोपाध्याय श्रीललितप्रभ सागरजी महाराज ने आउटडोर स्टेडियम बूढ़ापारा में जारी दिव्य सत्संग ‘जीने की कला’ के अंतर्गत परिवार सप्ताह के द्वितीय दिवस मंगलवार को ‘किसे बनाएं मित्र की अच्छा रहे चरित्र’ विषय पर व्यक्त किए।
अहिंसा व करूणा के अवतार भगवान श्रीनेमीनाथजी के जन्मकल्याणक के पावन प्रसंग पर राष्ट्र्संत चंद्रप्रभजी रचित विश्वप्रसिद्ध भजन ‘जहां नेमी के चरण पड़े, गिरनार की धरती है, वो प्रेम मूर्ति राजुल, उस पथ पर चलती है...’ का भावपूर्ण गायन करते हुए संतप्रवर ने भगवान के जीवन चरित्र से मूक पशुओं व प्राणियों को अभयदान देने की प्रेरणा प्रदान की। उन्होंने कहा कि अभयदान से बढक़र इस दुनिया में कोई दान नहीं होता।
संतश्री ने कहा कि ढाई अक्षर के तीन शब्द हैं- धर्म, मित्र और प्रेम। ये तीन अगर इंसान को अच्छे मिल जाएं तो आदमी की जिंदगी रौशन हो जाती है।
ये तीन अतुलनीय शब्द हैं, अगर इंसान इनका सही चयन कर ले जिंदगी पार लग जाती है। तीन चीजें आदमी को बड़े नसीब से मिलती हैं- एक अच्छी पत्नी, एक अच्छी संतान और एक अच्छा दोस्त।
आदेश लागू करने छत्तीसगढ़ संघर्ष समिति का कलेक्टर को ज्ञापन
रायपुर, 3 अगस्त। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (भोपाल बेंच) द्वारा सडकों पर लगने वाले पंडाल और गेट लगाने पर जारी किये गए प्रतिबंध का पूर्ण: पालन कराने लिए आज छत्तीसगढ़ संघर्ष समिति के सदस्यों ने कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक कार्यालय में ज्ञापन सौंपा।
समिति ने रायपुर की सड़कों पर और सार्वजनिक स्थानों पर त्योहारी सीजन में पंडाल और स्वागत द्वार लगाए जाने से जनता, बुजुर्गो बच्चो को रही तकलीफ, वायु और ध्वनि प्रदूषण की बीमारियों के मद्दे नजर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल में शिकायत दर्ज की थी।
क्या आदेश दिया है एनजीटी ने:
शिकायत की सुनवाई के दौरान छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल द्वारा एनजीटी को बताया गया की दुर्गा पूजा, दिवाली और गणेश उत्सव के दौरान रायपुर शहर की वायु की क्वालिटी खराब हो जाती है ध्वनि प्रदूषण भी बढ़ जाता है एनजीटी ने कहा कि यह बहुत चिंता का विषय है।
एन.जी.टी. ने आदेशित किया कि जिला प्रशासन और लोकल अथॉरिटी द्वारा शहरों में सड़कों पर इस प्रकार के गेट और पंडाल को लगाने की अनुमति बिलकुल भी नहीं दी जाएगी। जब भी इस प्रकार के पंडाल और गेट बिना अनुमति के लगाए जाते हैं तो लोकल मूनिस्पेल्टी और पुलिस और जिला प्रशासन उसे हटाने की कार्यवाही कर जवाबदेह के ऊपर पेनल्टी लगाएगा। बिना जिला प्रशासन और पुलिस परमिशन के कोई भी जुलूस नहीं निकाला जाए
पालन न किए जाने पर क्या होगा:-*
एनजीटी अधिनियम 2010 की धारा 26 के अनुसार जो कोई भी एनजीटी के आदेश का पालन करने में असफल रहता है उसे 3 साल की सजा या रुपए 10 करोड की पेनल्टी या दोनों लगाई जा सकती है।
समिति के सदस्य डॉ.राकेश गुप्ता, विश्वजीत मित्रा, हरजीत जुनेजा, मनजीत कौर बल, डॉ विकास अग्रवाल, डॉ दिग्विजय सिंह, उमा प्रकाश ओझा, रियाज अंबर, अजय खंडेलवाल, संदीप कुमार, विनय शील, जीवेश चौबे, प्रभाकर ओझा, शरद शुक्ला ,नोमान अकरम हमीद, जीवेश प्रभाकर, ओमप्रकाश चौबे सभी एकमत हैं कि रायपुर शहर की जनता का स्वास्थ्य सबसे ऊपर है और जो कोई भी अधिकारी एनजीटी के आदेश का पालन नहीं करेगा उसके विरुद्ध एनजीटी में शिकायत दर्ज कर सजा और पेनल्टी लगवाई जायेगी।
समिति ने पत्र लिख कर मुख्य सचिव से मांग की है कि चूंकि एनजीटी का आदेश पूरे प्रदेश भर के लिए है अत: आदेश का पालन पूरे प्रदेश भर में कराया जाए।इसके अलावा समिति ने आयुक्त नगर निगम, रायपुर शहर के समस्त जोन कमिश्नर, थाना प्रभारी, से मांग की है कि आने वाले त्योहारी सीजन में एनजीटी के आदेश का पालन कराया जावे। समिति ने विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर को भी पत्र लिखकर मांग की है कि सड़कों पर लगने वाले पंडालों को विद्युत कनेक्शन देना एनजीटी के आदेश के विरुद्ध रहेगा।
रायपुर, 3 अगस्त। प्रदेश भाजपा मीडिया प्रभारी नालिनीश ठोकने ने प्रदेश कांग्रेस संचार प्रमुख के बयान को कांग्रेस की हताशा का परिणाम बताते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव मना रहा है। हर घर तिरंगा अभियान को लेकर अभूतपूर्व उत्साह है, भाजपा सारे देश में और भाजपा के मित्र सारे विश्व में भारतीयों को इस अभियान से जोड़ने सघन अभियान चला रहे हैं तो एक तरफ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भाजपा की नकल करते हुए ‘हमर तिरंगा’ की पेशकश कर रहे हैं और दूसरी तरफ कांग्रेस संचार विभाग अनर्गल प्रलाप कर रहा है। आजादी कांग्रेस पार्टी की आजादी नहीं है। आजादी देश की आजादी है। ले के रहेंगे आजादी के नारे लगाने वाली टुकड़े टुकड़े गैंग की हिमायत करने वाले देश की आजादी को अपना पराक्रम बता रहे हैं। यह वह कांग्रेस नहीं है, जिसने स्वतंत्रता संग्राम में योगदान दिया। वह कांग्रेस एक आंदोलन था, यह कांग्रेस देश के पुरखों के योगदान से अस्तित्व में आये अखबार की 2000 करोड़ की मिल्कियत हड़प लेने वाले नेतृत्व का भेद खोल देती है। तिरंगा अकेली कांग्रेस का नहीं है।
तिरंगा सारे देश का है। देश की जनता कांग्रेस का राष्ट्रव्यापी सफाया कर कांग्रेस मुक्त भारत की सोच पर आगे बढ़ चुकी है और रही सही कसर कांग्रेस की करतूतें पूरी कर रही हैं कि गांधी जी की इच्छा पूरी हो जाए। आजादी के बाद गांधी जी चाहते थे कि कांग्रेस भंग कर दी जाए। आजादी के आंदोलन वाली कांग्रेस तो गांधी जी के विचारों की हत्या के साथ ही भंग हो चुकी है। आज जो कांग्रेस है, वह स्वतंत्रता सेनानियों की सम्पदा डकारने वाले गांधियों की प्राइवेट कंपनी है। इसको तो तीन रंग का झंडा अपनी पार्टी के ध्वज के तौर पर इस्तेमाल करने का भी कोई हक नहीं है। आजादी के आंदोलन में हम सबके पुरखे बराबर के भागीदार थे। कांग्रेस बताये कि उसके पुरखा विशेष ने तब क्या भारत भक्ति दिखाई, जब भारत माता के लाल फांसी पर लटकाए जाते थे।
लेखकों ने प्रेमचंद के अवदान को शिद्दत से किया याद, जन संस्कृति मंच का आयोजन
रायपुर, 3 अगस्त। जन संस्कृति मंच की रायपुर ईकाई द्वारा वृंदावन हॉल में प्रेमचंद जयंती मनाई गई। इस अवसर में उपस्थित लेखकों ने प्रेमचंद के अवदान को बड़ी शिद्दत से याद किया. कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे समीक्षक जय प्रकाश ने कहा कि प्रेमचंद यथार्थवादी लेखक थे, लेकिन उन्हें केवल यथार्थवादी लेखन की परम्परा का स्रोत समझना भ्रामक है. वस्तुतः प्रेमचंद भारतीय नवजागरण की महान परंपरा का हिस्सा थे जो भारतेंदु युग में प्रारंभ हुई थी और भारतीय साहित्य में जिसकी अभिव्यक्ति सबसे पहले उड़िया लेखक फ़क़ीरमोहन सेनापति के उपन्यास में दिखाई देती है।प्रेमचंद को इस रूप में देखने पर ही प्रेमचंद को सही संदर्भों में समझा जा सकता है. इस मौके पर कथाकार हरि भटनागर ने अपनी कहानी सेवड़ी रोटियां और जले आलू तथा जया जादवानी ने बर्फ के फूल का वाचन किया।
कथाकार हरि भटनागर की कहानी पर टिप्पणी करते हुए समीक्षक जय प्रकाश ने कहा कि इसमें श्रमजीवी वर्ग का अपने द्वारा उत्पादित वस्तु से ही नहीं, समाज और स्वयं से विलगाव भी मार्मिक ढंग से चित्रित हुआ है. यह कहानी चेखोव जैसे कथाकार की ऊँचाई को छूती है. हरि भटनागर ने इसमें विडम्बना की कथा युक्ति का सृजनात्मक उपयोग किया है. जबकि जया जादवानी की कहानी 'बर्फ़ के फूल' प्रेम और नैतिकता से जुड़े सवालों को उठाते हुए स्त्री-पुरुष संबंध के एक अनछुए आयाम को उद्घाटित करती है.
समीक्षक सियाराम शर्मा ने हरि भटनागर की कहानी सेवड़ी रोटियां और जले आलू को मनुष्य के अमानवीयकरण कर दिए जाने की कहानी बताया.उन्होंने कहा कि पूंजीवादी सभ्यता ने जिस बुरे ढंग से मानवीय सारतत्व को निचोड़कर एक यंत्र में तब्दील कर दिया है, कहानी उस यांत्रिकता को खोलकर रख देती है. उन्होंने जया जादवानी की कहानी को सूक्ष्म और संवेदनशील मन की बेजोड़ कहानी बताया।मंच की रायपुर ईकाई के अध्यक्ष आनंद बहादुर ने कहा कि समूचे देश में प्रेमचंद की जयंती अगर सघनता और उत्साह के साथ और मनाई गई तो यह अनायास नहीं है. गांधी, टैगोर और मुक्तिबोध की तरह ही प्रेमचंद भी आज फासिज्म तथा सामंतवाद के प्रतिरोध के मजबूत आधार के रूप में देखे जा रहे हैं. प्रेमचंद ने अपने समय में ही सामंतवाद और फासिज्म के उन अवशेषों को देख लिया था जो आजादी के बाद भी बचे रह गए थे.
उन्होंने कहा कि हरि भटनागर की कहानी 'सेवड़ी रोटियां और जले आलू' प्रेमचंद की कहानी कफन की याद तो दिलाती है लेकिन उससे बिल्कुल भिन्न प्रकृति की कहानी है.
आनंद बहादुर ने जया जादवानी की कहानी को मानवीय संबंधों, खासकर स्त्री-पुरुष संबंधों की गहरी पड़ताल करने वाली कहानी बताया. उन्होंने कहा कि वे ऐसे अछूते विषयों पर कलम चलाती हैं जिनके बारे में आम आदमी सोचने का दुस्साहस तक नहीं करता है. विवाहेतर प्रेम और खासकर अधेड़ उम्र के प्रेम को उन्होंने अपने कहानियों के दायरे में लाया है एक तरह से कहा जाए तो वे बहुत अधिक खतरा उठा कर लिखने वाली लेखिका हैं. बर्फ के फूल कहानी इस बात को मिसाल के तौर पर सामने रखती है कि जया जादवानी क्यों हमारे समय की सबसे महत्वपूर्ण लेखिकाओं में शुमार की जाती हैं.
युवा समीक्षक भुवाल सिंह ने कहा कि प्रेमचंद अंतरात्मा की आवाज पर न्याय का साथ देते थे. अब देश आजाद है।अब संविधान भी है और सुप्रीम कोर्ट भी... लेकिन क्या हम पंच-परमेश्वर जैसी कहानी में उपस्थित रहने वाली न्याय व्यवस्था को देख पा रहे हैं? कार्यक्रम का संचालन अमित चौहान ने एवं आभार प्रदर्शन जन संस्कृति मंच के सचिव मोहित जायसवाल ने किया.
रायपुर, 3 अगस्त। राजधानी रायपुर अग्रवाल समाज की मुख्य शाखा अग्रवाल सभा इकाई अग्रवाल युवा मंडल द्वारा प्रतिवर्ष हर्षोल्लास के साथ श्रावण मास में कावड़ यात्रा का आयोजन विगत 17-18 वर्षों से करता आ रहा है इसी तारतम्य में इस वर्ष भी मंडल द्वारा भव्य कावड़ यात्रा का आयोजन किया।
मंडल अध्यक्ष शैलेश अग्रवाल ने बताया अग्रवाल युवा मंडल रायपुर राजधानी के अग्रवाल समाज अर्थात अग्रवाल सभा की इकाई है अग्रवाल सभा के सानिध्य में मंडल समय-समय पर धार्मिक सांस्कृतिक सामाजिक कार्यक्रमों का आयोजन करता है।
मंडल के सचिव अभिषेक अग्रवाल ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि मंडल के गठन से युवा वर्ग मैं अलग उत्साह देखने को मिलता है मंडल साल भर में बुजुर्गों की प्रेरणा से सामाजिक धार्मिक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करता है।
युवा वर्ग बढ़ चढक़र उत्साहित होकर कार्यक्रम मैं हिस्सा लेकर परिवारिक माहौल में कार्यक्रमों का लुफ्त उठाता है। प्रति वर्ष अनुसार मंडल द्वारा चिंताहरण हनुमान मंदिर चौबेकालोनी से विशाल कांवड़ यात्रा निकाली गई। धार्मिक आस्था से ओत-प्रोत महिला पुरूष व बच्चे लगातार बोल बम का उद्घोष कर रहे थे।
पूरी विधि विधान से मंदिर में शिवजी की पूजा अर्चना व दुग्ध जलाभिषेक कर मंदिर पुजारी द्वारा मंडल को संकल्प दिलवाया। तत्पश्चात कांवड़ यात्रा का शुभारंभ हुआ कांवड़ यात्रा का शुभारंभ मैं समाज के वरिष्ठ जन, समाज के अध्यक्ष, महामंत्री विजय अग्रवाल, सुभाष अग्रवाल मनीष अग्रवाल योगी अग्रवाल कैलाश मुरारका व समाज के अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे ।
कांवड़ यात्रा चौबे कॉलोनी स्थित चिंताहरण हनुमान मंदिर से प्रारंभ होकर समता कॉलोनी अग्रसेन चौक आमापारा लाखे नगर सुंदर नगर होते हुए हटकेश्वरनाथ महादेव मंदिर महादेव घाट पहुंचे। रास्ते में जगह-जगह कावड़ यात्रियों का स्वागत पुष्प वर्षा प्रसादी पीने के पानी की पर्याप्त व्यवस्था की गई।
एवं पूरे रास्ते क्रमबद्ध कांवडि़ए ओम नम:शिवाय , बोल बम के जयकारे कर रहे थे। कांवड़ यात्रा में लगभग 250 से भी अधिक संख्या में कांवडिय़े शामिल थे।
रायपुर, 3 अगस्त। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अल्प वर्षा वाले जिलों के समस्त क्षेत्र का नजरी आंकलन के निर्देश दिए हैं।।कई गांवों में अच्छी वर्षा ना होने के कारण दिए निर्देश।पूर्व में 9 जिलों की 28 तहसीलों में नजरी आंकलन के दिये गए थे निर्देश।अब जिले के समस्त क्षेत्र का होगा पर्यवेक्षण।समस्त पटवारी हल्का एवं ग्रामों का नजरी आंकलन कर समय सीमा में प्रस्ताव उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।समस्त क्षेत्र में राजस्व, कृषि एवं उद्यानिकी अधिकारी नजरी आंकलन करेंगे।
रायपुर, 3 अगस्त। संभाग के नवनियुक्त संभागायुक्त श्री यशवंत कुमार ने आज पदभार ग्रहण किया। उन्होंने कार्यालय का निरीक्षण कर अधिकारी-कर्मचारियों से परिचय लिया और निष्ठा लगन से काम करने को कहा। यशवंत कुमार संभाग के 10वें क्रम के आयुक्त होंगे। 2007 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी कुमार ने इसके पूर्व संचालक कृषि और राज्य गन्ना आयुक्त के पद पर भी काम किया है। यशवंत कुमार नारायणपुर, बीजापुर, रायगढ़ और जांजगीर चम्पा जिले के कलेक्टर भी रहे । उन्हें कुलभूषण टोप्पों की जगह पदस्थ किया गया।