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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 2 अप्रैल। कोरोना के खौफनाक मंजर को देखते हुए टीका लगाने लोगों की भीड़ उमडऩे लगी है। 45 पार लोगों को पहली बार कोविशील्ड वैक्सीन की प्रथम डोज लगाई गई। इसके लिए दुर्ग शहर में 23 सेंटर बनाए गए थे। कई सेंटरों में भीड़ इतनी ज्यादा थी कि लोग वैक्सीन लगाने घंटों इंतजार करते रहे। इतना ही नहीं कुछ सेंटरों में वैक्सीन की कमी पाई गई। आनन-फानन में वहां वैक्सीन उपलब्ध कराई गई. तब कहीं जाकर लोगों ने राहत की सांस ली। निगम आयुक्त हरेश मंडावी गुरुवार को दिन भर कोरोना टीकाकरण की मॉनिटरिंग करते रहे।
आवश्यकता के अनुसार उन्होंने मोबाइल से सम्पर्क कर टीकाकरण केंद्रों की व्यवस्था दुरुस्त करवाई। नगर निगम दुर्ग में 45 से 59 वर्ष आयु के लोगों को वैक्सीन लगाना गुरुवार से शुरू हो गया। नगर निगम सीमा क्षेत्र के 23 स्थानों पर कोरोना टीकाकरण की व्यवस्था की गई है। टीकाकरण केन्द्रों में सुबह से ही वैक्सीन लगाने हितग्राहियों की भीड़ बढऩे लगी थी। भीड़ को व्यवस्थित करने जिस केन्द्र में भीड़ कम थे वहां लोगों को भेजा गया। टीकाकरण के लिए लोगों में एक अलग ही उत्साह देखा गया। लोग अपने घरों से निकलकर केन्द्रों में आधार कार्ड लेकर पहुंचे थे। आयुक्त हरेश मंडावी ने बताया कि सभी टीकाकरण केन्द्रों को प्रतिदिन 200 लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य दिया गया है। शहर के नागरिक अपने वार्ड मोहल्ला क्षेत्र के टीकाकरण केन्द्रों में सुबह 9 से 5 बजे के बीच पहुंचकर टीका लगवा सकते हैं।
भिलाई नगर, 1 अप्रैल। थाना जामुल क्षेत्र के अंतर्गत कोरोना संक्रमित होने के बाद सूने घर का अज्ञात चोरों द्वारा ताला तोडक़र सोने एवं चांदी के गहनों में हाथ साफ कर लिया गया। चोरी गए आभूषणों की कीमत करीब 2 लाख बताई गई है। जामुल पुलिस के द्वारा अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया है।
प्रार्थी जामुल में अपने परिवार के साथ रहती हैं। पति सिविल इंजीनियर है, जो प्रायवेट कपंनी में काम करते है। पति कोरोना पॉजिटिव होने से 20 मार्च 2021 से शंकराचार्य में भर्ती थे। विनीता को स्वास्थ्य विभाग द्वारा क्वारंटीन करने पर वह 22 मार्च 2021 के 13.00 बजे अपने माता के यहां दुर्ग, मठपारा जाकर रह रही थीं। कल 31 मार्च को ठीक होने के बाद पति को डिस्जार्च करने पर मकान में साफ सफाई करने माता के साथ आकर देखे तों मकान का ताला टूटा हुआ था। अंदर कमरे का सामान बिखरा पड़ा हुआ था। अंदर कमरे में रखे आलमारी का लाकर टूटा था । आलमारी में रखे 02 जोड़ी पायल चांदी का, 10 जोडी पतला पैर पटटी चांदी का, चाबी रिंग 05 नग, बिछिया 03 जोडी, चांदी का कंगन, सोने का आयरिन, मंगल सूत्र , 02 जोडी सोने का अंगूठी, सोने का कान का बाली 02 नग, नाक की फुल्ली 03 नग जुमला रकम 2,00,000 रकम का कोई अज्ञात चोर मकान अंदर घुसकर ताला तोडक़र चोरी कर ले गया है। महिला की रिपोर्ट पर जामुल पुलिस के द्वारा अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धारा 380 ,457 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया है।
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भिलाई नगर, 1 अप्रैल। कोरोना संक्रमित मरीजों को आइसोलेट करने का आरोप लगाते हुए राधा लॉज के संचालक को प्रतिस्पर्धी अजंता लॉज के संचालकों द्वारा जमकर पीटा गया। मामला छावनी थाना पहुंचने पर पुलिस ने अजंता लॉज के दोनों संचालकों के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध किया गया है।
छावनी पुलिस ने बताया कि सुशांत गोप 1/8, शास्त्री नगर निवासी, पॉवर हाऊस स्थित राधा लॉज का संचालक है। सुशांत के मुताबिक उनके लॉज में निरोस कंपनी के 10 कर्मचारी 27 मार्च से क्वारंटीन हैं।
गत 29 मार्च को रात्रि 8:50 बजे लॉज में अपने कर्मचारी पी श्रीनिवास राव, योगेश बांधे, राहुल शर्मा के साथ लॉज के अंदर थे, तभी बाहर गाली-गलौज की आवाज सुनकर सुशांत अपने कर्मचारी के साथ बाहर आया तो अजंता लॉज का संचालक हनुमान प्रसाद गुप्ता तथा उसका भाई दुर्गा प्रसाद गुप्ता ने आरोप लगाते हुए कहा कि लॉज में कोरोना मरीज को ठहराए हो कहकर वे लोग एक राय होकर मुझे जान से मारने की धमकी देते हुए गाली देकर हाथ-मुक्का एवं पत्थर से मारपीट की। इस दौरान बीच-बचाव करने आए कर्मचारी पी श्रीनिवास राव को बाएं हाथ की कलाई में तथा पीठ में चोट आई है। घटना को योगेश बांधे, राहुल कुमार, अमित चौहान एवं राजेन्द्र पासवान ने बीच-बचाव कर शांत कराया।
सुशांत गोप की रिपोर्ट पर छावनी पुलिस ने आरोपी हनुमान प्रसाद गुप्ता व दुर्गा प्रसाद गुप्ता संचालक अजंता लॉज के खिलाफ धारा 294, 323, 34, 506 के तहत मामला पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया है।
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भिलाई नगर, 1 अप्रैल । सीटू की ओर से जारी बयान में कहा गया कि 31 मार्च को आहुत की गई एनजेसीएस बैठक में प्रबंधन द्वारा अपने पूर्व के प्रस्ताव पर अड़े रहने के पश्चात उत्पन्न स्थिति को देखते हुए सीटू ने मई के प्रथम सप्ताह में हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है।
ज्ञात हो कि बैठक में प्रबंधन द्वारा अडिय़ल रवैया अपनाए जाने के कारण बैठक विफल रही एवं सभी यूनियनें भोजन का बहिष्कार कर चले गए। बैठक विफल रहने के पश्चात स्टील वर्कर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया ने तत्काल दिल्ली स्थित सीटू के केंद्रीय कार्यालय में बैठक की एवं निर्णय लिया कि पाँच राज्यों में चल रहे चुनाव को देखते हुए मई माह के प्रथम सप्ताह में हड़ताल किया जाएगा। फेडरेशन ने यह भी तय किया कि इस बीच अन्य कोई यूनियन अगर हड़ताल या किसी भी तरह के संघर्ष का आह्वान करती है तो सीटू पूर्ण समर्थन करेगी।
सभी यूनियनों के साथ बैठकर तय की जाएगी हड़ताल की तारीख
स्टील वर्कर्स फेडरेशन के आह्वान के तत्काल बाद भिलाई में भी हिंदुस्तान स्टील एंप्लाइज यूनियन की कार्यकारिणी ने ऑनलाइन बैठक की एवं निर्णय लिया कि भिलाई में सभी यूनियनों के साथ मिलकर हड़ताल की तिथि तय की जाएगी। यदि इससे पूर्व कोई भी यूनियन हड़ताल करती है तो हिंदुस्तान स्टील एंप्लाइज यूनियन उसका पूर्ण समर्थन करेगी।कोरोना संक्रमण को देखते हुए यूनियन व्यक्तिगत दूरी को बनाए रखते हुए प्रचार के सभी विकल्पों का प्रयोग कर कर्मियों के बीच अपने निम्नलिखित माँगों एवं हड़ताल की आवश्यकता को समझायेगी।
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दुर्ग, 1 अप्रैल। कोतवाली पुलिस ने एक लुटेरे गैंग का भंडाफोड़ करने में सफलता हासिल की है। मामले में गैंग के सरगना रोहन कुमार (21) इंदिरा कॉलोनी उडिय़ा मोहल्ला दुर्ग निवासी के अलावा दो नाबालिग को गिरफ्तार किया गया है। जिनके कब्जे से लूट की वारदात में प्रयुक्त एक एक्टिवा एवं लूट की 3 मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं।
यह कार्रवाई एसपी प्रशांत ठाकुर के निर्देश और दुर्ग सीएसपी विवेक शुक्ला के मार्गदर्शन में की गई। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक लूट के पीडि़त मनोज जैन, अजय सक्सेना और लक्ष्मीनारायण साहू मिलपारा वार्ड 38 निवासी ने दुर्ग थाना में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। उनकी मोबाइल फोन को तीन अज्ञात एक्टिवा सवार युवक लूट कर फरार गए हैं।
रिपोर्ट पर दुर्ग कोतवाली पुलिस द्वारा लूट का अपराध दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया गया। क्षेत्र में सिलसिलेवार मोबाइल लूट की घटना को देखते हुए थाना प्रभारी राजेश बागड़े द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों को घटना से अवगत कराया गया। दुर्ग सीएसपी विवेक शुक्ला के मार्गदर्शन पर थाना प्रभारी राजेश बागडे द्वारा टीम गठित कर तत्काल आरोपियों की पतासाजी के लिए क्षेत्र में लगाया गया।
पुलिस टीम ने लुटेरे गैंग के सरगना रोहन कुमार इंदिरा कॉलोनी उडिय़ा मोहल्ला निवासी दुर्ग एवं दो नाबालिग को एक्टिवा वाहन क्रमांक सीजी 07 बीडब्ल्यू 0350 सहित पकड़ा गया। आरोपियों से पूछताछ में लूट की वारदात को आरोपियों द्वारा कबूला गया। आरोपियों की निशानदेही पर लूट के तीन नग मोबाइल फोन बरामद किया गया। आरोपियों को गिरफ्तार कर जुडिशियल रिमांड पर भेजा गया है।
तीन आरोपी पांच साल से हैं दुर्ग जेल में निरूद्ध
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 1 अप्रैल। भिलाई के बहुचर्चित हाईप्रोफाइल अभिषेक मिश्रा हत्याकांड में जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने मुख्य आरोपी विकास जैन, उसके चाचा अजीत जैन तथा विकास की पत्नी किम्सी के खिलाफ फैसला सुरक्षित रखा है। आज से ठीक नोवें दिन इस मामले का फैसला अदालत में सुनाया जायेगा हालांकि कोविड संक्रमण के मामले बढऩे की वजह से संभावना कुछ कम ही नजर आ रही है लेकिन सबकुछ कंट्रोल में रहा तो 9 अप्रैल को इस हत्याकांड पर फैसला सुनाया जा सकता है। विदित हो कि अभिषेक मिश्रा की हत्या के आरोप में तीनों आरोपी पांच साल से दुर्ग जेल में निरूद्ध हैं।
लगभग साढ़े चार साल पहले हुआ यह मामला आज भी भिलाई के रहवासियों में चर्चा का विषय रहा है। बीते 9 नवंबर 2016 को धनतेरस का दिन था। श्री शंकराचार्य कॉलेज ऑफ इंस्टीट्यूट भिलाई के वाइस चेयरमैन अभिषेक मिश्रा उस शाम अपनी कार लेकर दफ्तर से निकले और रात भर घर नहीं पहुंच सके थे। परिजन रात भर चिंता में रहे। 10 नवंबर 2016 को अभिषेक के पिता आईपी मिश्रा के मोबाइल की घंटी बची। किसी ने काल किया कि अभिषेक का अपहरण कर लिया गया है। फिरौती के रकम के लिए दो बार फोन किया जाएगा। फोन करने वाले ने अंतिम शब्द लाल सलाम कहा और फोन स्वीच ऑफ कर दिया था। आईपी मिश्रा फौरन आईजी दुर्ग के दफ्तर पहुंचे और पूरी बात बताई। लाल सलाम शब्द सुनकर पुलिस का माथा भी चकराया। लगा जैसे यह नक्सलियों का काम हो। उसी दिन नया रायपुर धमतरी जाने वाले मार्ग पर अभिषेक की कार लावरिश हालत में खड़ी मिल गई, पर अभिषेक का मोबाइल लगातार स्वीच ऑफ आ रहा था इसलिए उसका लोकेशन ट्रेस नहीं हो पाया। संबंधित जगहों पर पुलिस लगातार अभिषेक को तलाशती रही। जैसे-जैसे दिन बीतते गए भिलाई में यह मामला सब जगह चर्चा का विषय बनता गया। पुलिस ने जांच और तेज कर दी। इस दौरान अभिषेक के गायब होने के हर एंगल पर तफ्तीश की गयी। पुरानी रंजिश से लेकर कारोबारी झगड़े तक लगभग डेढ़ हजार लोगों का बयान दर्ज किया गया। फिर पता लगा कि कुम्हारी टोल प्लाजा के सीसी टीवी फुटेज में अभिषेक की कार दिखी है और कार में अन्य शख्स के साथ एक महिला भी थी, पर दोनों की पहचान नहीं हो पाई।
एक-एक कर पुलिस ने एक करोड़ मोबाइल नबंरों को खंगाल लिया। एक नंबर पर पुलिस का ध्यान अटका, वह था किम्सी जैन का नम्बर। पुलिस ने किम्सी के बारे में पता लगाया। वह श्री शंकराचार्य कॉलेज में प्रोफेसर थी, लेकिन विकास जैन से शादी के बाद उसने कॉलेज छोड़ दिया था। 9 नवंबर की शाम किम्सी के मोबाइल से अभिषेक के मोबाइल पर फोन गया था। अभिषेक के मोबाइल पर आने वाला यह अंतिम इनकमिंग काल था। पुलिस ने किम्सी से पूछताछ की। उसने स्वीकार किया कि उस शाम उसने अभिषेक को फोन किया था। वह उससे मिलने चौहान टाउन स्थित उसके घर भी आया था, फिर वह चला गया। पुलिस को किम्सी के बयान के बाद उस पर जरा भी शक नहीं हुआ। फिर भी पुलिस ने किम्सी के पति विकास जैन का मोबाइल लोकेट किया। घटना के दिन उसका मोबाइल स्मृति नगर से होते हुए कुम्हारी टोल प्लाजा, कुम्हारी टोल प्लाजा से नवा रायपुर धमतरी रोड के पास तक बताता रहा। सेम यही लोकेशन अभिषेक के मोबाइल का भी बता रहा था। इस आधार पर पुलिस ने विकास जैन को गिरफ्तार कर लिया। विकास और किम्सी से अलग-अलग पूछताछ की।
शुरूआत में दोनों पुलिस को गुमराह करते रहे मगर बाद में टूट गए। दोनों की निशानदेही पर पुलिस ने विकास जैन के चाचा अजीत जैन के स्मृति नगर निवास के गार्डन से अभिषेक मिश्रा की लाश बरामद की थी। अभिषेक की लाश को छह फीट गड्ढे में दफनाया गया था। हाथ के कड़े, अंगुठी से उसकी पहचान हुई। बाद में डीएनए टेस्ट भी कराया गया। घटना के 44 दिन बाद मामले का खुलासा हुआ। पुलिस ने अभिषेक की हत्या के जुर्म में किम्सी जैन, विकास जैन तथा अजीत जैन को गिरफ्तार कर लिया था जिसकी दुर्ग कोर्ट में सुनवाई चल रही थी।
बताया जाता है कि अभिषेक मिश्रा हत्याकांड के कुछ दिन पहले अजय देवगन की चर्चित फिल्म आई थी दृश्यम। इसी फिल्म को देखकर तीनों ने अभिषेक की हत्या की साजिश रची थी। किम्सी ने पुलिस को दिए अपने इकबालिया बयान में बताया था कि कॉलेज में पढ़ाते वक्त वह अभिषेक के नजदीक आ गई थी। बाद में उसने विकास जैन से शादी कर ली। शादी के बाद भी अभिषेक पहले जैसा ही रिश्ता रखना चाहता था। इस बात को लेकर अभिषेक द्वारा काफी दबाव बनाया गया। परेशान होकर किम्सी ने यह बात अपने पति विकास जैन को बता दी। फिर किम्सी, विकास तथा उसके चाचा अजीत जैन ने अभिषेक की हत्या की साजिश रची। इसके लिए उन्होंने कई बार दृश्यम फिल्म देखी थी।
9 नवंबर को अभिषेक जब किम्सी से मिलने चौहान टाउन आया तब मौका पाकर विकास व अजीत ने उसके सिर के पीछ राड मार दिया। कुछ देर तड़पडऩे के बाद अभिषेक की मौत हो गई। तीनों उसे उसी की कार में लेकर अजीत जैन के स्मृति नगर निवास पहुंचे। जहां पहले ही मोबाइल टावर लगाने के नाम पर छह फीट गड्ढा खोदकर रखा गया था। प्लास्टिक में पैक कर अभिषेक को उसी गड्ढे में दफना दिया गया। बाद में वहीं गोभी के पौधे लगा दिए गए थे। लाश निकालने में भी पुलिस टीम को खासी मशक्कत करनी पडी़ थी।
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दुर्ग, 1 अप्रैल। जिला सहकारी बैंक द्वारा लिए गए अनेक नवाचारी निर्णयों के चलते बैंक को वर्ष 2019-20 में 6 करोड़ 58 लाख रुपए का शुद्ध लाभ हुआ है। आरबीआई एवं नाबार्ड ने भी अपने निर्धारित मानदंडों के अनुसार किये गए अंकेक्षण में बैंक को कैटेगरी में रखा। यह बात बैंक के प्राधिकृत अधिकारी एवं कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने वार्षिक साधारण सभा में अपने संबोधन में कही।
डॉ. भुरे ने बताया कि बैंक के द्वारा पूंजी में वृद्धि के लिए सघन प्रयास किये गए, जिसका सार्थक परिणाम सामने आया। बैंक की अंश पूंजी में पिछले वर्ष की तुलना में 5 करोड़ 81 लाख रुपए की वृद्धि हुई। बैंक के वर्किंग कैपिटल में भी 60 करोड़ 23 लाख रुपए की वृद्धि हुई है।
2530 करोड़ रुपए का भुगतान
उन्होंने कहा कि इस साल शासन की धान उपार्जन योजना के अंतर्गत बैंक द्वारा 182 समितियों के 281 धान उपार्जन केंद्रों के माध्यम से 3 लाख 11 हजार 453 किसानों से 13.90 लाख मीट्रिक टन धान खरीद कर 2530.65 करोड़ रुपए का भुगतान किसानों के खाते में किया गया। अपने संबोधन में उन्होंने राजीव गांधी किसान न्याय योजना का जिक्र भी किया। उन्होंने कहा कि किसानों को उपयुक्त समय पर आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने शासन ने यह योजना आरंभ की थी। शासन से प्राप्त राशि को डीबीटी के माध्यम से किसानों को भुगतान किया गया।
गोधन न्याय योजना के क्रियान्वयन में सहकारिता की बड़ी भूमिका
प्राधिकृत अधिकारी ने कहा कि गोधन न्याय योजना के क्रियान्वयन में सहकारिता की बड़ी भूमिका रही है। गोधन न्याय योजना के माध्यम से पशुपालकों की आय बढ़ाने में मदद मिल रही है।
जल्द आरंभ होगी मोबाइल
बैंकिंग सुविधा भी
बैंक द्वारा समिति स्तर पर नि:शुल्क माइक्रो एटीएम की सुविधा प्रदान की गई है। बैंक के अमानतदारों-हितग्राहियों को लेन देने की त्वरित सुविधा देने आईएमपीएस इमीडिएट पेमेंट सर्विसेज के तहत प्रक्रिया आरंभ की जा चुकी है। अतिशीघ्र बैंक द्वारा मोबाइल सुविधा भी आरंभ होगी। वर्तमान में 30 एटीएम संचालित हैं। अभी 14 एटीएम और प्रस्तावित हैं। 60 शाखाओं में पैन कार्ड बनाने की सुविधा दी जा रही है। तहसील स्तर की शाखाओं में ई-स्टैंपिंग की सुविधा भी दी गई है।
सदस्यों ने दिये सुझाव
सभा में सदस्यों ने भी एजेंडा पर विस्तृत चर्चा की और बैंक के विकास के लिए अपने उपयोगी फीडबैक दिये। मुख्य कार्यपालन अधिकारी पंकज सोढ़ी ने कहा कि सदस्यों ने महत्वपूर्ण सुझाव दिये हैं इनसे बैंक के क्रियाकलाप को और बेहतर करने में मदद मिलेगी।
इस अवसर पर मिलयोर बारा नाबार्ड अधिकारी, विनोद कुमार बुनकर, उप पंजीयक सहकारी संस्थाएॅ दुर्ग, बैंक अधिकारी कुसुम ठाकुर, एसके निवसरकर, केके नायक, धीरेन्द्र देवांगन, प्रमुख रुप से उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन हृदेश शर्मा विपणन अधिकारी ने किया।
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दुर्ग, 1 अप्रैल। होली की शाम कोतवाली थानांतर्गत ग्राम मोहलई खार में युवक की हत्या के मामले को पुलिस ने चंद घंटों के भीतर ही सुलझाने में सफलता हासिल की है। मामले में तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया गया है। जिनके निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त मैस्ट्रो वाहन, पत्थर, चाकू व अन्य सामान जब्त कर लिए गए हैं।
होली पर मृतक व आरोपियों के बीच रंग-गुलाल लगाने के नाम पर तात्कालिक विवाद हो गया था। यह मामूली विवाद कुलेश्वर ठाकुर उर्फ दाऊ की हत्या का कारण बना।
पुलिस के मुताबिक 29 मार्च को होली पर्व के दौरान शाम करीब 5 बजे दुर्ग पुलिस को सूचना मिली कि ग्राम मोहलई खार में एक अज्ञात युवक 20-25 वर्ष का शव रोड किनारे पड़ा हुआ है, जिसके सिर में गहरे चोट के निशान है। सूचना पर तत्काल दुर्ग थाना प्रभारी राजेश बागड़े स्टॉफ के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और घटना से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया।
सूचना पर एएसपी शहर संजय ध्रुव, दुर्ग सीएसपी विवेक शुक्ला तत्काल मौके पर पहुंचे। साथ ही एफएसएल यूनिट भिलाई, डॉग स्कॉट दुर्ग, फोटो वीडियोग्रॉफर भी घटनास्थल पहुंचे। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक प्रशांत ठाकुर के मार्गदर्शन एवं एएसपी शहर संजय ध्रुव व दुर्ग सीएसपी विवेक शुक्ला के निर्देश में थाना प्रभारी दुर्ग राजेश बागड़े के नेतृत्व में टीम गठित कर मृत व्यक्ति की शिनाख्ती एवं आरोपियों की पतासाजी हेतु टीम रवाना की गई।
घटना के पतासाजी के क्रम में मृतक की पहचान कुलेश्वर ठाकुर उर्फ दाऊ ग्राम बघेरा निवासी के रूप में की गई।
मुखबिर से पता चला कि मृतक को 29 मार्च की शाम करीब 4 बजे आकाश यादव उर्फ शिब्बू, रांकी देशमुख उर्फ प्रेम और हिमांशु यादव द्वारा इंदिरा नगर बघेरा दुर्ग से एक नीले रंग की दुपहिया वाहन में जबर्दस्ती अपहरण कर ले गए हैं। सूचना पर उक्त आरोपियों के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध कर मामले को जांच पर लिया गया।
प्रकरण की विवेचना के दौरान मुखबीर की सूचना पर तीनों आरोपियों को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर तीनों आरोपियों ने अपना अपराध स्वीकार किया। पुलिस को पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि 29 मार्च के शाम करीब 4 बजे होली पर्व मना रहे थे।
इस दौरान मृतक व आरोपियों के बीच रंग-गुलाल लगाने की बात को लेकर कहासुनी व लडाई-झगड़ा होने लगा। जिस पर कुलेश्वर ठाकुर को आरोपी शिब्बू यादव, रांकी देशमुख व हिमांशु यादव द्वारा गाली-गलौज कर मारपीट की गई और कुलेशवर को अपने नीले रंग के मेस्ट्रो दुपहिया वाहन में बैठाकर अपहरण कर ग्राम मोहलई खार ले गए। जहां रोड किनारे पत्थर से कुलेश्वर के सिर में आरोपियों द्वारा कई बार प्राणघातक हमला कर हत्या कर दी गई।
निगम आयुक्त ने जारी किया आदेश
भिलाई नगर, 1 अप्रैल। भिलाई निगम क्षेत्र के कुछ ऐसे बाजार जहां नागरिकों की खासी भीड़ होती है और भीड़ नियंत्रित नहीं हो रही है, कोरोना केस बढऩे की वजह से ऐहतियातन ऐसे बाजार आगामी आदेश तक बंद रखने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
गौरतलब हो कि ऐसे बाजार में शासन-प्रशासन द्वारा जारी निर्देश एवं सोशल डिस्टेसिंग का पालन नहीं किया जा रहा है। ऐसे बाजारों को निगम आयुक्त ऋतुराज रघुवंशी ने तत्काल प्रभाव से बंद करने का आदेश जारी किया है।
बीएसपी क्षेत्र के बोरिया गेट समीप चाइना मार्केट जो प्रतिदिन लगता है तथा सेक्टर 1 का बाजार जो सप्ताह में एक बार लगता है, इसको आज से ही बंद किया गया है। बीएसपी प्रबंधन ने टाउनशिप में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुये चाईना मार्केट एवं सेक्टर 1 बाजार को बंद करने की मांग की थी, जिसके बाद इसे बंद करने का आदेश जारी किया गया है। साथ ही रविवार के दिन सुपेला संडे मार्केट में बहुत भीड़ जमा होती है। लोगों का बड़ी मात्रा में आना-जाना निरंतर इस दिन लगा रहता है। यहां भी सोशल डिस्टेंस का पालन भी नहीं किया जा रहा है। ऐसे में सुपेला संडे मार्केट को भी प्रत्येक रविवार को बंद रखा जाएगा। इसके साथ ही वार्ड 70 का हुडको बाजार जो कि प्रत्येक मंगलवार को लगता है, इसे भी बंद करने का निर्णय लिया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 1 अप्रैल। जिला प्रशासन द्वारा अब तक आए पॉजिटिव मरीजों की केस हिस्ट्री की समीक्षा करने के बाद निष्कर्ष निकला है कि अधिकतर मामलों में परिवार के एक सदस्य के पाजिटिव आने के बाद पूरा परिवार संक्रमित हो गया। इस तरह के मामलों में आइसोलेशन के प्रति पूरी तरह से सजगता नहीं बरतने से पूरा परिवार कोरोना की चपेट में आ गया।
कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि यदि परिवार में किसी को भी कोरोना के लक्षण प्रतीत हों तो उसे आइसोलेट कर दें और उसका टेस्ट कराएं। पाजिटिव आने पर और डाक्टर द्वारा होम आइसोलेशन की अनुमति देने पर उसके आइसोलेशन में पूरी तरह सावधानी बरतें। यदि इसमें सावधानी नहीं बरती गई, तो पूरे परिवार के संक्रमित होने की आशंका बनेगी। उन्होंने कहा कि कोरोना तेजी से फैलने वाली संक्रामक बीमारी है और सजगता में थोड़ी सी भी चूक होने पर इसके गंभीर नतीजे हो सकते हैं।
कलेक्टर ने कहा कि आइसोलेटेड मरीजों से कम प्रतिरोध वाले लोगों को एवं बुजुर्ग लोगों को संक्रमण का अत्याधिक खतरा हो सकता है। इसके साथ ही इन्हें बच्चों से भी दूर रखने की जरूरत है। बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता अधिक होती है लेकिन बच्चे सुपर स्प्रेडर होते हैं और इस बात की आशंका रहती है कि आइसोलेटेड मरीज के संपर्क में आने पर वो बीमारी से काफी संख्या में लोगों तक संक्रमण फैला दें। कलेक्टर ने नागरिकों से कोरोना का लक्षण उभरते ही टेस्ट कराने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि जितने जल्दी टेस्ट करा लेंगे, कोरोना पर नियंत्रण आसान हो जाएगा। विलंब से टेस्ट कराये जाने से कोरोना संक्रमण के फेफड़ों तक प्रसारित होने की आशंका होती है और तब स्थिति काफी गंभीर हो जाती है।
उन्होंने कहा कि एक अप्रैल से जिला प्रशासन द्वारा 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों का वैक्सीनेशन आरंभ कर दिया जाएगा। कोरोना से बचाव का सबसे महत्वपूर्ण रास्ता व्यापक टीकाकरण ही है। उन्होंने 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों को निकटस्थ स्वास्थ्य केंद्र में जाकर टीका लगवाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि नागरिकों की सुविधा के लिए जिला प्रशासन द्वारा सारे महत्वपूर्ण जगहों में टीकाकरण केंद्र आरंभ किए गए हैं, इससे नागरिक अपने घर के पास ही के केंद्र में टीका लगवा सकेंगे। उन्होंने कहा कि कोरोना का टीका पूरी तरह सुरक्षित है और अब तक जिले के हजारों लोग सुरक्षित रूप से टीका लगवा चुके हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 1 अप्रैल। कोरोना संक्रमण की रोकथाम और नियंत्रण के लिए दुर्ग शहर में जिला प्रशासन के निर्देशन में स्थापित किये गये सभी 23 टीकाकरण केन्द्रों में भ्रमण कर वहॉ की सुविधा व्यवस्था का निरीक्षण किए । आयुक्त हरेश मंडावी ने अधिकारियों के साथ केन्द्रों में पहुॅचकर हितग्राहियों से भी बात किए। उन्होनें उन्हें कहा कोरोना टीका पूरी तरह से सुरक्षित हैए टीका लगाने के बाद कैसा महसूस हो रहा है हितग्राहियों ने आयुक्त से कहा संक्रमण की सूचना से डर बना हुआ था अब टीका लगाए हैं ठीक लग रहा है। आयुक्त ने उन्हें दूसरा टीका भी लगाने का अनुरोध किया।
टीकाकरण के दौरान सोशल डिस्टेंस का पालन अवश्य करायें
आयुक्त श्री मंडावी ने नगर पालिक निगम दुर्ग सीमा क्षेत्र के बघेरा शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, गयानगर मुक्तिधाम के पीछे, तिलक स्कूल, नेहरु स्कूल तकियापारा, कसार समाज भवन मुक्तिधाम, अंबेडकर भवन शंकर नगर, आयुर्वेदिक अस्पताल, शक्तिनगर चौक मानस भवन, आमदीमंदिर वार्ड आंगनबाड़ी केन्द्र, सुभाष स्कूल, कुशाभाऊ ठाकरे भवन, पोलसायपारा शहरी स्वास्थ्य केन्द्र, जिला अस्पताल दुर्ग, शनिचरी बाजार पानी टंकी कक्ष, कंडारापारा शहरी स्वास्थ्य केन्द्र, पुरानी गंजमंडी के पीछे पानी टंकी भवन, जेआरडी स्कूल दुर्ग,उरला और कातुलबोर्ड साुदायिक भवन में टीकाकरण केन्द्रों में जाकर टीकाकरण कार्य एवं व्यवस्था का जायजा लिया ।
कन्टेनमेंट जोन से कोई भी व्यक्ति बाहर न निकलें-आयुक्त
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 1 अप्रैल। नगर निगम के वार्डो में मिल रहे कोरोना पॉजिटिव को देखते हुये जिला कलेक्टर एवं निगम आयुक्त के निर्देशानुसार उस घर और क्षेत्र को कन्टेनमेंट घोषित किया गया है। आयुक्त हरेश मंडावी ने कन्टेनमेंट जोन के सभी नागरिकों से अपील कर कहा कि वे कन्टेनमेंट जोन से बाहर न निकलें। किसी भी प्रकार की सामान व अन्य आवश्यकता के लिए निगम के संबंधित क्षेत्र के अधिकारी से संपर्क कर अपने सामानों की आपूर्ति करें।
निगम ने किया चार क्षेत्रों में बैरीकेट्स
कोरोना पॉजिटीव मिलने के बाद नगर निगम दुर्ग ने गया नगर वार्ड 3 व 4 के गली नंबर 1, 2, 3, 4 के अलावा मरारपारा वार्ड के गयानगर एरिया की एक गली, इधर केलाबाड़ी मजार के पास की तीन गलियों, सांई मंदिर कसारीडीह की सडक़ में बैरीकेट्स किया गया है। इसके अलावा नगर पालिक निगम दुर्ग सीमा क्षेत्र के शिक्षक नगर एरिया, पोटिया चौक के पास ऋषभ ग्रीन सीटी, महाराजा चौक साहू जलेबी के आगे एयरटेल कार्यालय, वार्ड 24 सिंधी कालोनी, वार्ड 25 स्वरुप टाकीज के पास, शंकर नगर वार्ड 9 और 11, रामदेवमंदिर वार्ड बांधा तालाब पार स्थित कालोनी, वार्ड 9 शंकर नगर नमक गली को भी कन्टेनमेंट घोषित किया गया है, जहॉ बैरीकेट्स लगाया जा रहा है।
समस्त आम नागरिकों से अपील व अनुरोध है कि शहर के वार्डो में कोरोना संक्रमित मिलते जा रहे हैं। अत: कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए 1 अप्रैल से प्रारंभ हो रहे वैक्सीनेशन अभियान में टीका अवश्य लगायें । शिक्षक नगर एरियाए पोटिया चैक के पास ऋषभ ग्रीन सीटी, महाराजा चौक साहू जलेबी के आगे एयरटेल कार्यालय, वार्ड 24 सिंधी कालोनी, वार्ड 25 स्वरुप टाकीज के पास, शंकर नगर वार्ड 9 और 11, रामदेवमंदिर वार्ड बांधा तालाब पार स्थित कालोनी, वार्ड 9 शंकर नगर नमक गली को भी कंटेनमेंट घोषित किया गया है। इन क्षेत्र के कोई भी व्यक्ति घर से बाहर न निकलें। यदि किसी की तबीयत खराब हो तो वह तत्काल कोरोना जांच अवश्य कराकर सुविधा और अभियान का लाभ उठायें।
जांच के लिए 4 हजार से ज्यादा लिए गए सैंपल भिलाई से मिले पौने छ: सौ
भिलाई नगर, 1 अप्रैल। जिला दुर्ग से 31 मार्च को सर्वाधिक 1 हजार 199 कोरोना से संक्रमित मरीज मिले हैं, जबकि सात लोगों की मौत भी हुई है। इसके अलावा 31 को ही सबसे ज्यादा 4 हजार 400 सैंपल भी लिए गए हैं, ताकि अधिक से अधिक संक्रमित मरीजों की पहचान की जा सके।
जिला कोविड-19 अस्पताल के प्रभारी डॉ. अनिल शुक्ला ने बताया कि 31 मार्च को जिले में रिकॉर्ड 1 हजार 199 संक्रमित मरीज मिले हैं, जिनमें 574 भिलाई से, दुर्ग से 316 एवं रिसाली ब्लॉक से 79 मिले हैं। शेष मरीज पाटन, निकुम, धमधा एवं भिलाई चरोदा ब्लॉक से मिले हैं। जिन मरीजों की मौत हुई है, उसमें चार महिलाएं एवं तीन पुरुष शामिल हैं। दुर्ग की 63 वर्षीय महिला एवं वार्ड 28 भिलाई निगम की 40 वर्षीय महिला की मौत एम्स अस्पताल रायपुर में हुई है।
भिलाई के ही वार्ड 24 संतोषी पारा कैंप दो निवासी 48 वर्षीय महिला की मौत आईएमआई अस्पताल दुर्ग में हुई है। ग्राम गनियारी रसमड़ा निवासी 60 वर्षीय महिला की मौत भी दुर्ग अस्पताल में हुई है, जबकि 62 वर्षीय चरोदा निवासी एवं एलआईसी कॉलोनी सेक्टर 6 निवासी 59 वर्षीय पुरुष की मौत रायपुर के नारायणा अस्पताल में हुई है। 51 वर्षीय बजरंग मंदिर दुर्ग के समीप निवासी पुरुष की मौत एम्स अस्पताल रायपुर में हुई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 1 अप्रैल। भिलाई क्षेत्र के मॉडल टाउन, फरीद एवं नेहरू नगर कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया हैै। इन क्षेत्रों को निगम द्वारा लगातार सैनिटाइज कराया जा रहा है और आने-जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
भिलाई क्षेत्र के मॉडल टाउन वार्ड क्रमांक 2 के उत्तर में रिक्त, पूर्व में मुख्य मार्ग, दक्षिण में शिबू का मकान एवं पश्चिम में सरदार गुरप्रीत के मकान की सीमा तक, फरीद नगर वार्ड क्रमांक 7 के उत्तर में मुख्य मार्ग, पूर्व में निजामी चौक और दक्षिण में इमामबाड़ा एवं पश्चिम में चुन्ना का घर की सीमा तक, नेहरू नगर पूर्व एलआईजी 14/7 उत्तर में रोड, पूर्व में प्लॉट नंबर 14/8, दक्षिण में प्लॉट नंबर 14/2, पश्चिम में प्लॉट नंबर 14/6 तथा नेहरू नगर पूर्व के उत्तर में गार्डन, पूर्व में ब्लॉक 6,3, दक्षिण में पार्क ब्लॉक 9, पश्चिम में ब्लॉक 1 की सीमा तक कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है।
इस दौरान यदि कोई भी व्यक्ति बाहर निकलता है या इसकी सीमा पार करने की कोशिश करता है तो सीधे एफआईआर दर्ज करने सहित अन्य वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। इन क्षेत्रों को निगम द्वारा लगातार सैनिटाइज कराया जा रहा है और आने-जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। निगम द्वारा प्रवेश एवं निकास द्वारों में बैरीकेटिंग की गई है। कंटेनमेंट जोन में सभी दुकानें बंद रहेगी और वाणिज्य प्रतिष्ठान भी बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं। आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति होम डिलीवरी के माध्यम से की जाएगी। सभी प्रकार के वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित रहेगा। मेडिकल इमरजेंसी को छोडक़र अन्य किन्ही कारणों से घर से बाहर निकलना प्रतिबंधित रहेगा। कंटेनमेंट जोन में लगातार पुलिस पेट्रोलिंग कर रही है। होम आइसोलेशन वाले घरों में स्टीकर चस्पा एवं दवाई वितरण का कार्य किया जा रहा है। कंटेनमेंट जोन की गतिविधियों पर प्रभारी अधिकारियों द्वारा नजर रखी जा रही है।
बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को रोकने चर्चा, कई निर्णय
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 31 मार्च। कोरोना संक्रमण की रोकथाम और नियंत्रण के लिए मंगलवार को विधायक अरुण वोरा की अध्यक्षता में दुर्ग के सर्किट हाउस में महापौर धीरज बाकलीवाल, आयुक्त हरीश मंडावी, सभापति राजेश यादव सहित समस्त एमआईसी प्रभारी और पार्षद गणों की बैठक संपन्न हुई। जिसमें शहर में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को रोकने पर विचार-विमर्श कर निर्णय लिए गए। बैठक में सीएचएमओ जीएस ठाकुर, डॉ. सुमन सावंत एवं निगम के अधिकारी गण उपस्थित थे।
बैठक में विधायक अरुण वोरा ने कोरोना संक्रमण की बढ़ती संख्या पर चिंता प्रकट करते हुए बताया कि इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्री और जिला प्रशासन से चर्चा किया गया है। स्वास्थ्य मंत्री ने प्रकरणों को देखते हुए दुर्ग शहर में आक्सीजन बेड व अन्य बेड बढ़ाने का आश्वासन दिया है।
उन्होंने कहा कि आज प्रदेश सहित शहर में आपदा कोरोना संक्रमण के रूप में आया है। इसे हम सब को एक साथ होकर इससे लडऩा होगा और इसकी रोकथाम के लिए हर प्रयास करना चाहिए। इसके लिए जिला प्रशासन और निगम प्रशासन को हमें पूरा सहयोग करना होगा। शहर में लॉकडाउन होने के पहले हमें कंटेनमेंट जोन के माध्यम से आम जनता को सुरक्षित करना होगा।
दुर्ग, 31 मार्च। कोरोना के प्रसार की रोकथाम तथा धारा 144 के अधीन उपबंधों का पालन कराए जाने हेतु कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे निगम दुर्ग, भिलाई, रिसाली, भिलाई-3 चरोदा के अंतर्गत जोन स्तर पर अधिकारियों को सम्मलित करते हुए इंसीडेंट कमांड टीम गठित की गई है।यह टीम प्रतिदिन अपने क्षेत्र अंतर्गत आने वाले पॉजिटिव केस के चिन्हांकन, ट्रेसिंग, कंटेनमेंट जोन तत्काल बनाए जाने हेतु कार्यवाही एवं कोरोना एप्रोप्रियेट बिहेवियर, मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग इत्यादि का पालन कराया और जन जनसामान्य को कोविड टीकाकरण कराया जाना सुनिश्चित करेंगे।
वोरा के आग्रह पर स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने दिए बेड बढ़ाने के निर्देश
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 31 मार्च। महीने के अंतिम सप्ताह में दुर्ग जिले विशेषकर शहरी क्षेत्रों में लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए कांग्रेस विधायक अरुण वोरा तीन दिनों में दूसरी बार सीएमएचओ कार्यालय समीक्षा करने पहुंचे।
शहर में तेजी से फैल रहे संक्रमण को काबू करने की रणनीति बनाने हुई बैठक में महापौर धीरज बाकलीवाल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. गंभीर सिंह ठाकुर, निगम आयुक्त हरेश मंडावी भी शामिल हुए। विधायक वोरा ने मौके पर से ही स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव से बात करते हुए शहर में विस्फोटक रूप ले रहे कोरोना की वस्तुस्थिति की जानकारी दी और अस्पतालों में आक्सीजन एवं आईसीयू बेड बढ़ाने का आग्रह करते हुए कहा कि पॉजिटिव मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है। स्थिति भयावह न हो उसके लिए हर परिस्थिति के लिए तैयार रहने की आवश्यकता है। कोरोना से संक्रमण की टेस्टिंग, इलाज और वैक्सीनेशन तीनों मोर्चों पर सुदृढ़ व्यवस्था करना जरूरी है। इसके लिए बिस्तरों के अलावा टेस्टिंग एवं वैक्सीनेशन सेंटरों को भी बढ़ाया जाए।
वोरा के आग्रह पर सिंहदेव ने सीएमएचओ डॉ. ठाकुर को प्रतिदिन आ रहे केसेस से तीन गुना अधिक बिस्तरों की व्यवस्था करने के निर्देश देते हुए कहा कि प्रति एक हजार पॉजिटिव केस पर 3 हजार बिस्तरों की व्यवस्था होनी चाहिए, साथ ही वैक्सीनेशन सेंटर बढ़ाने के भी निर्देश दिए। स्वास्थ्य मंत्री के हस्तक्षेप के बाद शहर में 4 की जगह अब 24 स्थानों में टीकाकरण की सुविधा मिलेगी।
आयुक्त हरेश मंडावी ने समस्त वार्ड जनप्रतिनिधियों से अपील कर कहा है कि नगर पालिक निगम दुर्ग के 45 वर्ष से लेकर 59 वर्ष के सभी लोगों को टीका लगाया जाना है। इसके लिए 24 टीकाकरण केन्द्रों में टीका लगाने कार्य प्रारंभ हो रहा है। बैठक के दौरान निगम के कार्यपालन अभियंता मोहनपुरी गोस्वामी, एमआईसी सदस्य मनदीप भाटिया, पूर्व पार्षद राजेश शर्मा एवं एल्डरमैन अंशुल पांडेय मौजूद थे।
इन स्थलों पर टीकाकरण
नगर पालिक निगम दुर्ग सीमा क्षेत्र में टीकाकरण के लिए बघेरा शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र (वार्ड 1 व 56), गयानगर मुक्तिधाम के पीछे (वार्ड 2 से 6) , तिलक स्कूल (वार्ड 6,7 व 32), नेहरु स्कूल तकियापारा (वार्ड 8), कसार समाज भवन मुक्तिधाम के पीछे (वार्ड 9 व 10), अम्बेडकर भवन शंकर नगर (वार्ड 11 से13), आयुर्वेदिक अस्पताल (वार्ड 14 से16), शक्तिनगर चौक मानस भवन (वार्ड 17 व 18), आमदीमंदिर वार्ड आंगनबाड़ी केन्द्र (वार्ड 24), सुभाष स्कूल (वार्ड 23 व 25), कुशाभाऊ ठाकरे भवन (वार्ड 19 से 22), पोलसायपारा शहरी स्वास्थ्य केन्द्र (वार्ड 26 व 27), जिला अस्पताल दुर्ग (वार्ड 28से 30 ), शनिचरी बाजार पानी टंकी कक्ष (वार्ड 31 व 36), कंडरापारा शहरी स्वास्थ्य केन्द्र (वार्ड 33 से 35), पुरानी गंजमंडी के पीछे पानी टंकी भवन (वार्ड 37 से 39), जेआरडी स्कूल दुर्ग (वार्ड 40 व 41), कसारीडीह अम्बेडकर भवन (वार्ड 42 से 44), स्वामी विवेकानंद भवन (वार्ड 45 से 48), बोरसी के मुख्यमंत्री वार्ड कार्यालय (वार्ड 49 से 51), पोटिया शहरी स्वास्थ्य केन्द्र (वार्ड 52 से 54), पुलगांव शहरी स्वास्थ्य केन्द्र (वार्ड 55), मुख्यमंत्री वार्ड कार्यालय उरला (वार्ड 57 व 58), और कातुलबोर्ड सामुदायिक भवन (वार्ड 59 व 60), में टीकाकरण केन्द्र 30 मार्च से प्रारंभ हो गया है। टीकाकरण केन्द्र में आकर कोरोना का टीका अवश्य लगायें।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 31 मार्च। आयुक्त हरेश मंडावी ने निगम अधिकारियों और कर्मचारियों की बैठक लेकर वार्डों में कोरोना संक्रमित क्षेत्रों की जानकारी लेकर उन क्षेत्रों को कंटेनमेंट करने निर्देश दिए। कोरोना टीकाकरण केन्द्र में 60 वर्ष व उससे अधिक उम्र के लोगों को टीकाकरण केन्द्र तक पहुंचाने घरों-घर जाकर संपर्क करने निर्देश दिए।
आयुक्त ने बैठक लेकर सभी इंजीनियरों को निर्देशित कर कहा कि जहां-जहां टीकाकरण का केन्द्र स्थापित हो रहा है। वहां टेबल और कुर्सी की व्यवस्था, पीने का पानी आदि व्यवस्था करें। उपरोक्त केन्द्रों में 45 से 59 उम्र के सभी लोगों को टीका लगाया जाना है। टीकाकरण टीम की बैठने, टीका के लिए आने वाले व्यक्ति का बैठने की सुविधा बनाएंगे।
आयुक्त ने एनयूएलएम और सुपरवाईजरों, आंगनबाड़ी कार्यकताओं को निर्देशित कर कहा सभी प्रत्येक वार्ड के घर-घर जाकर सर्वे करेगें और 45 से 59 वर्ष के लोगों की पहचान कर उन्हें टीका लगाने प्रेरित कर केन्द्र तक भिजवायेंगें। सभी अधिकारी कर्मचारी प्रतिदिन 50 व्यक्तियों का टीका का लक्ष्य रखें।
आधार कार्ड के अनुसार टोकन
आयुक्त ने कहा कि आधार कार्ड के अनुसार उन्हें टोकन देकर पंजीयन करें और उन्हें टीका लगवाएं। प्रतिदिन प्रात: 9 बजे से टीकाकरण प्रारंभ होगा। उन्होनें कहा किसी भी प्रकार की समस्या व परेशानी होने पर उन्हें सीधा सूचित करें। उन्होंने इस कार्य में आप उस क्षेत्र के वार्ड पार्षदों से अवश्य संपर्क कर उनसे सहयोग लेवें।
बैठक में कार्यपालन अभियंता सुशील कुमार बाबर, राजेश पाण्डेय, सहा. अभियंता जितेन्द्र समैया, उपअभियंतागण, एमयूएलएम के सीओस, स्वास्थ्य अधिकारी तथा कर्मचारी उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 31 मार्च। त्यौहारी खुमारी के साथ-साथ तेजी से बढ़ रहे कोरोना को लेकर दहशत का असर शासकीय कार्यालयों में भी इन दिनों देखा जा रहा है। त्यौहार के बाद विभिन्न शासकीय कार्यालय तो खुली रही, मगर कार्यालयों में वीरानी छाई रही। सडक़ों पर भी सन्नाटा पसरा रहा।
अधिकांश शासकीय कार्यालय में अधिकारी-कर्मियों की उपस्थिति भी लगभग आधी रही। कलेक्ट्रेट परिसर स्थित दर्जनों शासकीय कार्यालय में से आम जनता का सर्वाधिक आवाजाही खाद्य विभाग के कार्यालय में रहती है, मगर यहां भी आज आम दिनों की तुलना में आने जाने वाले लोगों की संख्या नगण्य रही।
कलेक्ट्रेट, तहसील,एसडीएम कार्यालय, कृषि ,उद्योग विभाग,पंचायत एवं समाज कल्याण विभाग सहित विभिन्न शासकीय कार्यालयों में कार्यालय में भी विभाग से संबंधित विभिन्न कामकाज को लेकर आने जाने वाले लोगों की संख्या बहुत कम रही कोरोना की बढ़ती रफ्तार की वजह से भी लोग घरों से निकलने से बच रहे हैं।
यही कारण है की विभिन्न सडक़ों पर भी सामान्य दिनों की तुलना में आवाजाही अत्यंत कम रही शहर के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी सडक़ों पर चहल-पहल बहुत नजर आया। त्यौहार के दूसरे दिन भी रंग गुलाल खेलते अन्य वर्षों की तुलना में नगण्य थी। सरपंच खोमिन निषाद ने कहा कि होली पर गांवों में शांति पूर्ण ढंग से मनाया गया। ग्रामीणों को कोरोना वायरस से बचाव के उपायों की जानकारी दी जा रही है।
घर में सुरक्षित ढंग से मनाई होली
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 31 मार्च। लंबे समय बाद होली त्यौहार पर कोई जोश नहीं दिखा। चौक-चौराहे सूने रहे। नगाड़े की थाप गायब रही। फाग गीत सुनाई नहीं दी। लोगों ने कोरोना संक्रमण को देखते हुए सुरक्षित ढंग से होली मनाई।
जिले में कोरोना संक्रमण के चलते लगाए गए प्रतिबंधात्मक आदेशों का असर हुआ। लोगों ने होली में कोरोना संक्रमण से बचने के लिए घर में ही दुबकना बेहतर समझा। जिले भर में प्रशासनिक अधिकारियों की टीम इस बात की मॉनिटरिंग करती रही कि लोग कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें। असामाजिक तत्वों के ऊपर कड़ी कार्रवाई करने सख्त निर्देश दिए गए थे।
त्यौहार के एक दिन पहले ही कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने इस बात के निर्देश दिए थे कि जो कोई भी धारा 144 का उल्लंघन करते हुए समूह में दिखे तो उसे सीधे जेल भेजने की कार्रवाई की जाए। इस प्रशासनिक सख्ती का अच्छा असर दिखा और शहर में मूवमेंट काफी कम देखी गई।
कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए यह सबसे आवश्यक है कि लोगों की गतिशीलता कम हो। त्यौहारों के मौके पर इस बात की आशंका होती है कि लोगों की मूवमेंट काफी बढ़ जाती है। इंसीडेंट कमांड यूनिट के सदस्यों के द्वारा पूरे जिले भर में हॉटस्पॉट का एवं महत्वपूर्ण बाजारों चौक-चौराहों एवं सार्वजनिक स्थलों का निरीक्षण किया गया, जिन लोगों ने मास्क नहीं पहना था, उनके विरुद्ध कार्रवाई की गई। इसी तरह कोरोना प्रोटोकाल का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई जिला प्रशासन द्वारा की गई।
दुर्ग, 28 मार्च। हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग की सत्र 2020-21 की नियमित एवं स्वाध्यायी विद्यार्थियों की वार्षिक परीक्षाओं के लिए अब तक लगभग एक लाख पैंतीस हजार छात्र-छात्राओं ने ऑनलाइन आवेदन किया है।
यह जानकारी देते हुए विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. सी.एल. देवांगन तथा अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. प्रशांत श्रीवास्तव ने संयुक्त रूप से बताया कि इस वर्ष विश्वविद्यालय में अंतिम तिथि 30 मार्च तक लगभग डेढ़ लाख परीक्षार्थियों द्वारा ऑनलाइन परीक्षा आवेदन पत्र जमा करने की उम्मीद है।
परीक्षाओं के आयोजन की पद्धति का निर्णय छत्तीसगढ़ शासन, उच्च शिक्षा विभाग के निर्देश प्राप्त होने के बाद तय किया जायेगा।
डॉ. देवांगन ने समस्त महाविद्यालय के प्राचार्यों तथा छात्र-छात्राओं से कहा है कि कलेक्टर के आदेशानुसार अनावश्यक रूप से महाविद्यालय अथवा विश्वविद्यालय परिसर में छात्र-छात्राएं न प्रवेश करें। कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए स्वयं अपना तथा दूसरों का भी कोविड से बचाव करें। बढ़ते कोरोना संक्रमण के चलते 6 अपै्रल से आयोजित होने वाली समस्त सेमेस्टर परीक्षाएं छत्तीसगढ़ शासन के आगामी आदेश तक स्थगित कर दी है। छात्र-छात्राओं को निर्देशित किया गया है कि वार्षिक परीक्षा संबंधी परीक्षा आवेदन पत्र की हार्ड कॉपी वे अपने पास संभाल कर रखें. हार्ड कॉपी को जमा करने महाविद्यालय न जाएं। विद्यार्थियों द्वारा जमा किये गये ऑनलाईन परीक्षा आवेदनों की ऑनलाईन रूप से जांच कर महाविद्यालय सम्पूर्ण विवरण विश्वविद्यालय को भेजेंगे।
नये बारदाने के अड़ंगा की वजह से आधे ही चावल हो पाया है जमा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 28 मार्च। अब एफसीआई पुराने बारदाने में राज्य से चावल लेने राजी हो गया है। प्रदेश में तिरालिस हजार गठान पुराने बारदाने में चावल जमा लिया जाएगा। बारदाने में ही चावल जमा लेने के अड़ंगा की वजह से मिले लक्ष्य का आधा चावल ही एफसीआई को जमा हो पाया है।
जानकारी के अनुसार खरीफ वर्ष 2020 में उपार्जित धान का चावल अभी तक एफसीआई पुराने बारदाने में चावल जमा नहीं लिया था सिर्फ नए बारदाने में ही चावल जमा लिए जा रहे थे, जबकि नए बारदाने का अभाव है। पुराने बारदाने में चावल जमा नहीं लेने से प्रदेश भर में चावल मिलिंग का काम इसकी वजह से बुरी तरह प्रभावित रहा, जिसका असर राइस मिलों से निकलने वाले विभिन्न प्रकार के उत्पाद से जुड़े अन्य उद्योगों एवं व्यवसाय पर भी देखा जा रहा है। वहीं संग्रहण एवं उपार्जन केंद्रों से धान का उठाव पर भी इसका असर पड़ा है। लगभग 22 लाख क्विंटल धान उपार्जन एवं संग्रहण केन्द्रों में पड़े हैं। राज्य द्वारा लगातार पुराने बारदाने में चावल लेने की मांग की जा रही थी। इसके बावजूद नए बारदाने के नाम पर गतिरोध जारी रहने से अनेक प्रकार की जो दिक्कतें आ रही थी, वह अब दूर होने की संभावना है।
जानकारी के अनुसार दुर्ग जिले में कुल 4072525 क्विंटल धान उपार्जित किया गया था। इनमें से उपार्जन केंद्रों से ही मिलरों को 2890554 क्विंटल धान कस्टम मिलिंग के लिए प्रदान किया गया था। जिले के उपार्जन केंद्रों में अभी भी 734030 क्विंटल एवं संग्रहण केंद्रों में 1448916 क्विंटल, इस प्रकार लगभग 22 लाख क्विंटल धान अभी भी शेष है। कस्टम मिलिंग का जिले से एफसीआई को 1600000 क्विंटल उसना चावल जमा करने का लक्ष्य है, जिसके विरुद्ध अब तक 858598 क्विंटल ही चावल जमा हो पाया है। अरवा चावल 1600000 क्विंटल जमा होना था, जिसके विरुद्ध विरुद्ध 12 लाख क्विंटल चावल जमा हो पाया है।
60 वर्ष आयु के सभी लोगों को लगेगा टीका
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 28 मार्च। आयुक्त हरेश मंडावी के मार्गदर्शन में निगम के 60 वार्डों के 60 वर्ष एवं उससे अधिक आयु के व्यक्तियों को कोरोना टीका लगाने उनके घरों में कूपन दिया जा रहा है।
इसके अलावा कोरोना टीका के लिए उन्हें टीकाकरण केन्द्र तक ले जाने की व्यवस्था बनाई जा रही है। इसके लिए समस्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, शिक्षकों तथा निगम के सहा. राजस्व निरीक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है। आयुक्त श्री मंडावी ने बताया कि टीका लगाने कोई भी नागरिक सीधे केन्द्र में जाकर बिना कूपन के भी टीका लगवा सकते हैं।
कूपन प्राप्त कर बुजुर्ग बघेरा वार्ड के शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, पोटिया वार्ड के शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, जिला हॉस्पिटल दुर्ग केन्द्र में, जिला आयुर्वेदिक अस्पताल धमधा नाका में तथा आयुष विंग चिकित्सा पंचकर्म दुर्ग केन्द्र में जाकर कोरोना टीका लगवाने की सुविधा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 28 मार्च। कोविड से बचाव के लिए शासन द्वारा वैक्सीन की व्यवस्था कर हाऊसिंग बोर्ड के सामुदायिक भवन में कल सुबह 11 बजे से शिविर लगाया गया जिसमें बुजुर्गों को काफी दिक्कतों का सामना करना पडा़।
शनिवार सुबह 10 बजे मितानिनों ने घर-घर जा कर जानकारी दे दी कि 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को नि:शुल्क वैक्सीन शिविर में लगाया जा रहा है इसलिए परिवार के जिन सदस्यों को सूचीबद्ध किया गया है, वो तत्काल शिविर में पहुंचें। जानकारी मिलते ही आंगनबाडी़ कार्यकर्ता व मितानिनों द्वारा जिन लोगों के नाम बताए गए वो सारा काम धाम छोड़ शिविर पहुंच गए। आधार कार्ड की अनिवार्यता और पंजीयन के लिए आधा घंटा कतार लगने बाद जब वैक्सिनेशन रूम तक पहुँचे तो बताया गया कि 60 वर्ष और उससे अधिक आयु वर्ग के लिए ही वैक्सीन लगेगी। 45 वर्ष से 59 तक के लोगों को बताया गया कि उनके लिए वैक्सीन अलग है जो कि शिविर स्थल में नहीं लायी जा सकी है। नियमानुसार वैक्सीन लगने के बाद हर बुजुर्ग को आधा घंटा शिविर स्थल पर ही बैठना होता है लेकिन सामुदायिक भवन में कुर्सी का इंतजाम नहीं है। बमुश्किल 15 बुजुर्गों को वैक्सीन लग पायी , तभी शिविर के मेडिकल स्टाफ को खबर मिली कि मोबाइल पर आनलाईन डाटा पंच होने के बाद ही वैक्सीन लगाना है। काफी प्रयास के बाद भी यह साइट खुली ही नहीं। वैक्सिनेशन के बाद फर्श पर बैठे और अपनी बारी का इंतजार कर रहे। बुजुर्गों ने शिविर की अव्यवस्था का विरोध किया तो जैसे तैसे कुर्सियां मंगवायी गयीं फिर भी 15 के बाद 16वें का नम्बर नहीं आया क्योंकि रजिस्ट्रेशन साइट नहीं खुली। डेढ़ बजे कई लोगों को वैक्सिनेशन के लिए वैशाली नगर बस से भेजा गया। वहां काफी भीड़ थी क्योंकि उस शिविर में वैशाली नगर, शांति नगर, जवाहर नगर, राम नगर के रहवासी कतारबद्ध थे।
बस में भेजे गए बुजुर्गों ने बताया कि उनका नम्बर आने के घंटे भर बाद भी बस से पहुंचे बाकि लोगों के नम्बर आने और वैक्सीन लगने का इंतजार काफी परेशानी भरा था। कुल मिलाकर ऐसी अव्यवस्था और शिविर प्रबंधकों की लापरवाही से हाउसिंग बोर्ड के बुजुर्गों को वैक्सिनेशन की खुशी नागवार ही गुजरी। दूसरी तरफ मितानिनों को आधी जानकारी देकर घर-घर खबर पहुंचने के बाद 45 वर्ष से 59 वर्ष की आयु वर्ग के सैकडो़ं लोगों को घंटो समय बरबाद करने के बाद बिना वैक्सीन लगवाए ही घर लौटना पडा़। इस अव्यवस्था के लिए मौके पर मौजूद निगम जोन कार्यालय के अधिकारी कर्मचारी और मेडिकल स्टाफ एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहराते देखे गए।
शिकायत मिलने पर पार्षद पियूष मिश्रा सामुदायिक भवन पहुंचे और बिना व्यवस्था शिविर को अनुपयोगी बताते हुए भवन में ताला लगाने की मांग की। उन्होंने कहा कि जब वैक्सीन लग ही नहीं पा रहा तो लोगों को जबरन गुमराह क्यों किया जा रहा है। पीयूष मिश्रा ने बताया कि दोपहर 3 बजे के बाद इस केंद्र में टीकाकरण शुरू हो पाया।
इस संबंध में जोन आयुक्त पूजा पिल्ले ने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की भूल के कारण ही अनावश्यक रूप से 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोग शिविर में पहुंच गए थे। बाद में सभी लोगों को इस गलती की सूचना दी गई। सरवर की समस्या के कारण लोगों को काफी इंतजार करना पड़ा।