दुर्ग
घर में सुरक्षित ढंग से मनाई होली
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 31 मार्च। लंबे समय बाद होली त्यौहार पर कोई जोश नहीं दिखा। चौक-चौराहे सूने रहे। नगाड़े की थाप गायब रही। फाग गीत सुनाई नहीं दी। लोगों ने कोरोना संक्रमण को देखते हुए सुरक्षित ढंग से होली मनाई।
जिले में कोरोना संक्रमण के चलते लगाए गए प्रतिबंधात्मक आदेशों का असर हुआ। लोगों ने होली में कोरोना संक्रमण से बचने के लिए घर में ही दुबकना बेहतर समझा। जिले भर में प्रशासनिक अधिकारियों की टीम इस बात की मॉनिटरिंग करती रही कि लोग कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें। असामाजिक तत्वों के ऊपर कड़ी कार्रवाई करने सख्त निर्देश दिए गए थे।
त्यौहार के एक दिन पहले ही कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने इस बात के निर्देश दिए थे कि जो कोई भी धारा 144 का उल्लंघन करते हुए समूह में दिखे तो उसे सीधे जेल भेजने की कार्रवाई की जाए। इस प्रशासनिक सख्ती का अच्छा असर दिखा और शहर में मूवमेंट काफी कम देखी गई।
कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए यह सबसे आवश्यक है कि लोगों की गतिशीलता कम हो। त्यौहारों के मौके पर इस बात की आशंका होती है कि लोगों की मूवमेंट काफी बढ़ जाती है। इंसीडेंट कमांड यूनिट के सदस्यों के द्वारा पूरे जिले भर में हॉटस्पॉट का एवं महत्वपूर्ण बाजारों चौक-चौराहों एवं सार्वजनिक स्थलों का निरीक्षण किया गया, जिन लोगों ने मास्क नहीं पहना था, उनके विरुद्ध कार्रवाई की गई। इसी तरह कोरोना प्रोटोकाल का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई जिला प्रशासन द्वारा की गई।