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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 1 अप्रैल। जिला प्रशासन द्वारा अब तक आए पॉजिटिव मरीजों की केस हिस्ट्री की समीक्षा करने के बाद निष्कर्ष निकला है कि अधिकतर मामलों में परिवार के एक सदस्य के पाजिटिव आने के बाद पूरा परिवार संक्रमित हो गया। इस तरह के मामलों में आइसोलेशन के प्रति पूरी तरह से सजगता नहीं बरतने से पूरा परिवार कोरोना की चपेट में आ गया।
कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि यदि परिवार में किसी को भी कोरोना के लक्षण प्रतीत हों तो उसे आइसोलेट कर दें और उसका टेस्ट कराएं। पाजिटिव आने पर और डाक्टर द्वारा होम आइसोलेशन की अनुमति देने पर उसके आइसोलेशन में पूरी तरह सावधानी बरतें। यदि इसमें सावधानी नहीं बरती गई, तो पूरे परिवार के संक्रमित होने की आशंका बनेगी। उन्होंने कहा कि कोरोना तेजी से फैलने वाली संक्रामक बीमारी है और सजगता में थोड़ी सी भी चूक होने पर इसके गंभीर नतीजे हो सकते हैं।
कलेक्टर ने कहा कि आइसोलेटेड मरीजों से कम प्रतिरोध वाले लोगों को एवं बुजुर्ग लोगों को संक्रमण का अत्याधिक खतरा हो सकता है। इसके साथ ही इन्हें बच्चों से भी दूर रखने की जरूरत है। बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता अधिक होती है लेकिन बच्चे सुपर स्प्रेडर होते हैं और इस बात की आशंका रहती है कि आइसोलेटेड मरीज के संपर्क में आने पर वो बीमारी से काफी संख्या में लोगों तक संक्रमण फैला दें। कलेक्टर ने नागरिकों से कोरोना का लक्षण उभरते ही टेस्ट कराने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि जितने जल्दी टेस्ट करा लेंगे, कोरोना पर नियंत्रण आसान हो जाएगा। विलंब से टेस्ट कराये जाने से कोरोना संक्रमण के फेफड़ों तक प्रसारित होने की आशंका होती है और तब स्थिति काफी गंभीर हो जाती है।
उन्होंने कहा कि एक अप्रैल से जिला प्रशासन द्वारा 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों का वैक्सीनेशन आरंभ कर दिया जाएगा। कोरोना से बचाव का सबसे महत्वपूर्ण रास्ता व्यापक टीकाकरण ही है। उन्होंने 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों को निकटस्थ स्वास्थ्य केंद्र में जाकर टीका लगवाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि नागरिकों की सुविधा के लिए जिला प्रशासन द्वारा सारे महत्वपूर्ण जगहों में टीकाकरण केंद्र आरंभ किए गए हैं, इससे नागरिक अपने घर के पास ही के केंद्र में टीका लगवा सकेंगे। उन्होंने कहा कि कोरोना का टीका पूरी तरह सुरक्षित है और अब तक जिले के हजारों लोग सुरक्षित रूप से टीका लगवा चुके हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 1 अप्रैल। कोरोना संक्रमण की रोकथाम और नियंत्रण के लिए दुर्ग शहर में जिला प्रशासन के निर्देशन में स्थापित किये गये सभी 23 टीकाकरण केन्द्रों में भ्रमण कर वहॉ की सुविधा व्यवस्था का निरीक्षण किए । आयुक्त हरेश मंडावी ने अधिकारियों के साथ केन्द्रों में पहुॅचकर हितग्राहियों से भी बात किए। उन्होनें उन्हें कहा कोरोना टीका पूरी तरह से सुरक्षित हैए टीका लगाने के बाद कैसा महसूस हो रहा है हितग्राहियों ने आयुक्त से कहा संक्रमण की सूचना से डर बना हुआ था अब टीका लगाए हैं ठीक लग रहा है। आयुक्त ने उन्हें दूसरा टीका भी लगाने का अनुरोध किया।
टीकाकरण के दौरान सोशल डिस्टेंस का पालन अवश्य करायें
आयुक्त श्री मंडावी ने नगर पालिक निगम दुर्ग सीमा क्षेत्र के बघेरा शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, गयानगर मुक्तिधाम के पीछे, तिलक स्कूल, नेहरु स्कूल तकियापारा, कसार समाज भवन मुक्तिधाम, अंबेडकर भवन शंकर नगर, आयुर्वेदिक अस्पताल, शक्तिनगर चौक मानस भवन, आमदीमंदिर वार्ड आंगनबाड़ी केन्द्र, सुभाष स्कूल, कुशाभाऊ ठाकरे भवन, पोलसायपारा शहरी स्वास्थ्य केन्द्र, जिला अस्पताल दुर्ग, शनिचरी बाजार पानी टंकी कक्ष, कंडारापारा शहरी स्वास्थ्य केन्द्र, पुरानी गंजमंडी के पीछे पानी टंकी भवन, जेआरडी स्कूल दुर्ग,उरला और कातुलबोर्ड साुदायिक भवन में टीकाकरण केन्द्रों में जाकर टीकाकरण कार्य एवं व्यवस्था का जायजा लिया ।
कन्टेनमेंट जोन से कोई भी व्यक्ति बाहर न निकलें-आयुक्त
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 1 अप्रैल। नगर निगम के वार्डो में मिल रहे कोरोना पॉजिटिव को देखते हुये जिला कलेक्टर एवं निगम आयुक्त के निर्देशानुसार उस घर और क्षेत्र को कन्टेनमेंट घोषित किया गया है। आयुक्त हरेश मंडावी ने कन्टेनमेंट जोन के सभी नागरिकों से अपील कर कहा कि वे कन्टेनमेंट जोन से बाहर न निकलें। किसी भी प्रकार की सामान व अन्य आवश्यकता के लिए निगम के संबंधित क्षेत्र के अधिकारी से संपर्क कर अपने सामानों की आपूर्ति करें।
निगम ने किया चार क्षेत्रों में बैरीकेट्स
कोरोना पॉजिटीव मिलने के बाद नगर निगम दुर्ग ने गया नगर वार्ड 3 व 4 के गली नंबर 1, 2, 3, 4 के अलावा मरारपारा वार्ड के गयानगर एरिया की एक गली, इधर केलाबाड़ी मजार के पास की तीन गलियों, सांई मंदिर कसारीडीह की सडक़ में बैरीकेट्स किया गया है। इसके अलावा नगर पालिक निगम दुर्ग सीमा क्षेत्र के शिक्षक नगर एरिया, पोटिया चौक के पास ऋषभ ग्रीन सीटी, महाराजा चौक साहू जलेबी के आगे एयरटेल कार्यालय, वार्ड 24 सिंधी कालोनी, वार्ड 25 स्वरुप टाकीज के पास, शंकर नगर वार्ड 9 और 11, रामदेवमंदिर वार्ड बांधा तालाब पार स्थित कालोनी, वार्ड 9 शंकर नगर नमक गली को भी कन्टेनमेंट घोषित किया गया है, जहॉ बैरीकेट्स लगाया जा रहा है।
समस्त आम नागरिकों से अपील व अनुरोध है कि शहर के वार्डो में कोरोना संक्रमित मिलते जा रहे हैं। अत: कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए 1 अप्रैल से प्रारंभ हो रहे वैक्सीनेशन अभियान में टीका अवश्य लगायें । शिक्षक नगर एरियाए पोटिया चैक के पास ऋषभ ग्रीन सीटी, महाराजा चौक साहू जलेबी के आगे एयरटेल कार्यालय, वार्ड 24 सिंधी कालोनी, वार्ड 25 स्वरुप टाकीज के पास, शंकर नगर वार्ड 9 और 11, रामदेवमंदिर वार्ड बांधा तालाब पार स्थित कालोनी, वार्ड 9 शंकर नगर नमक गली को भी कंटेनमेंट घोषित किया गया है। इन क्षेत्र के कोई भी व्यक्ति घर से बाहर न निकलें। यदि किसी की तबीयत खराब हो तो वह तत्काल कोरोना जांच अवश्य कराकर सुविधा और अभियान का लाभ उठायें।
जांच के लिए 4 हजार से ज्यादा लिए गए सैंपल भिलाई से मिले पौने छ: सौ
भिलाई नगर, 1 अप्रैल। जिला दुर्ग से 31 मार्च को सर्वाधिक 1 हजार 199 कोरोना से संक्रमित मरीज मिले हैं, जबकि सात लोगों की मौत भी हुई है। इसके अलावा 31 को ही सबसे ज्यादा 4 हजार 400 सैंपल भी लिए गए हैं, ताकि अधिक से अधिक संक्रमित मरीजों की पहचान की जा सके।
जिला कोविड-19 अस्पताल के प्रभारी डॉ. अनिल शुक्ला ने बताया कि 31 मार्च को जिले में रिकॉर्ड 1 हजार 199 संक्रमित मरीज मिले हैं, जिनमें 574 भिलाई से, दुर्ग से 316 एवं रिसाली ब्लॉक से 79 मिले हैं। शेष मरीज पाटन, निकुम, धमधा एवं भिलाई चरोदा ब्लॉक से मिले हैं। जिन मरीजों की मौत हुई है, उसमें चार महिलाएं एवं तीन पुरुष शामिल हैं। दुर्ग की 63 वर्षीय महिला एवं वार्ड 28 भिलाई निगम की 40 वर्षीय महिला की मौत एम्स अस्पताल रायपुर में हुई है।
भिलाई के ही वार्ड 24 संतोषी पारा कैंप दो निवासी 48 वर्षीय महिला की मौत आईएमआई अस्पताल दुर्ग में हुई है। ग्राम गनियारी रसमड़ा निवासी 60 वर्षीय महिला की मौत भी दुर्ग अस्पताल में हुई है, जबकि 62 वर्षीय चरोदा निवासी एवं एलआईसी कॉलोनी सेक्टर 6 निवासी 59 वर्षीय पुरुष की मौत रायपुर के नारायणा अस्पताल में हुई है। 51 वर्षीय बजरंग मंदिर दुर्ग के समीप निवासी पुरुष की मौत एम्स अस्पताल रायपुर में हुई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 1 अप्रैल। भिलाई क्षेत्र के मॉडल टाउन, फरीद एवं नेहरू नगर कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया हैै। इन क्षेत्रों को निगम द्वारा लगातार सैनिटाइज कराया जा रहा है और आने-जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
भिलाई क्षेत्र के मॉडल टाउन वार्ड क्रमांक 2 के उत्तर में रिक्त, पूर्व में मुख्य मार्ग, दक्षिण में शिबू का मकान एवं पश्चिम में सरदार गुरप्रीत के मकान की सीमा तक, फरीद नगर वार्ड क्रमांक 7 के उत्तर में मुख्य मार्ग, पूर्व में निजामी चौक और दक्षिण में इमामबाड़ा एवं पश्चिम में चुन्ना का घर की सीमा तक, नेहरू नगर पूर्व एलआईजी 14/7 उत्तर में रोड, पूर्व में प्लॉट नंबर 14/8, दक्षिण में प्लॉट नंबर 14/2, पश्चिम में प्लॉट नंबर 14/6 तथा नेहरू नगर पूर्व के उत्तर में गार्डन, पूर्व में ब्लॉक 6,3, दक्षिण में पार्क ब्लॉक 9, पश्चिम में ब्लॉक 1 की सीमा तक कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है।
इस दौरान यदि कोई भी व्यक्ति बाहर निकलता है या इसकी सीमा पार करने की कोशिश करता है तो सीधे एफआईआर दर्ज करने सहित अन्य वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। इन क्षेत्रों को निगम द्वारा लगातार सैनिटाइज कराया जा रहा है और आने-जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। निगम द्वारा प्रवेश एवं निकास द्वारों में बैरीकेटिंग की गई है। कंटेनमेंट जोन में सभी दुकानें बंद रहेगी और वाणिज्य प्रतिष्ठान भी बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं। आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति होम डिलीवरी के माध्यम से की जाएगी। सभी प्रकार के वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित रहेगा। मेडिकल इमरजेंसी को छोडक़र अन्य किन्ही कारणों से घर से बाहर निकलना प्रतिबंधित रहेगा। कंटेनमेंट जोन में लगातार पुलिस पेट्रोलिंग कर रही है। होम आइसोलेशन वाले घरों में स्टीकर चस्पा एवं दवाई वितरण का कार्य किया जा रहा है। कंटेनमेंट जोन की गतिविधियों पर प्रभारी अधिकारियों द्वारा नजर रखी जा रही है।
बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को रोकने चर्चा, कई निर्णय
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 31 मार्च। कोरोना संक्रमण की रोकथाम और नियंत्रण के लिए मंगलवार को विधायक अरुण वोरा की अध्यक्षता में दुर्ग के सर्किट हाउस में महापौर धीरज बाकलीवाल, आयुक्त हरीश मंडावी, सभापति राजेश यादव सहित समस्त एमआईसी प्रभारी और पार्षद गणों की बैठक संपन्न हुई। जिसमें शहर में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को रोकने पर विचार-विमर्श कर निर्णय लिए गए। बैठक में सीएचएमओ जीएस ठाकुर, डॉ. सुमन सावंत एवं निगम के अधिकारी गण उपस्थित थे।
बैठक में विधायक अरुण वोरा ने कोरोना संक्रमण की बढ़ती संख्या पर चिंता प्रकट करते हुए बताया कि इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्री और जिला प्रशासन से चर्चा किया गया है। स्वास्थ्य मंत्री ने प्रकरणों को देखते हुए दुर्ग शहर में आक्सीजन बेड व अन्य बेड बढ़ाने का आश्वासन दिया है।
उन्होंने कहा कि आज प्रदेश सहित शहर में आपदा कोरोना संक्रमण के रूप में आया है। इसे हम सब को एक साथ होकर इससे लडऩा होगा और इसकी रोकथाम के लिए हर प्रयास करना चाहिए। इसके लिए जिला प्रशासन और निगम प्रशासन को हमें पूरा सहयोग करना होगा। शहर में लॉकडाउन होने के पहले हमें कंटेनमेंट जोन के माध्यम से आम जनता को सुरक्षित करना होगा।
दुर्ग, 31 मार्च। कोरोना के प्रसार की रोकथाम तथा धारा 144 के अधीन उपबंधों का पालन कराए जाने हेतु कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे निगम दुर्ग, भिलाई, रिसाली, भिलाई-3 चरोदा के अंतर्गत जोन स्तर पर अधिकारियों को सम्मलित करते हुए इंसीडेंट कमांड टीम गठित की गई है।यह टीम प्रतिदिन अपने क्षेत्र अंतर्गत आने वाले पॉजिटिव केस के चिन्हांकन, ट्रेसिंग, कंटेनमेंट जोन तत्काल बनाए जाने हेतु कार्यवाही एवं कोरोना एप्रोप्रियेट बिहेवियर, मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग इत्यादि का पालन कराया और जन जनसामान्य को कोविड टीकाकरण कराया जाना सुनिश्चित करेंगे।
वोरा के आग्रह पर स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने दिए बेड बढ़ाने के निर्देश
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 31 मार्च। महीने के अंतिम सप्ताह में दुर्ग जिले विशेषकर शहरी क्षेत्रों में लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए कांग्रेस विधायक अरुण वोरा तीन दिनों में दूसरी बार सीएमएचओ कार्यालय समीक्षा करने पहुंचे।
शहर में तेजी से फैल रहे संक्रमण को काबू करने की रणनीति बनाने हुई बैठक में महापौर धीरज बाकलीवाल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. गंभीर सिंह ठाकुर, निगम आयुक्त हरेश मंडावी भी शामिल हुए। विधायक वोरा ने मौके पर से ही स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव से बात करते हुए शहर में विस्फोटक रूप ले रहे कोरोना की वस्तुस्थिति की जानकारी दी और अस्पतालों में आक्सीजन एवं आईसीयू बेड बढ़ाने का आग्रह करते हुए कहा कि पॉजिटिव मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है। स्थिति भयावह न हो उसके लिए हर परिस्थिति के लिए तैयार रहने की आवश्यकता है। कोरोना से संक्रमण की टेस्टिंग, इलाज और वैक्सीनेशन तीनों मोर्चों पर सुदृढ़ व्यवस्था करना जरूरी है। इसके लिए बिस्तरों के अलावा टेस्टिंग एवं वैक्सीनेशन सेंटरों को भी बढ़ाया जाए।
वोरा के आग्रह पर सिंहदेव ने सीएमएचओ डॉ. ठाकुर को प्रतिदिन आ रहे केसेस से तीन गुना अधिक बिस्तरों की व्यवस्था करने के निर्देश देते हुए कहा कि प्रति एक हजार पॉजिटिव केस पर 3 हजार बिस्तरों की व्यवस्था होनी चाहिए, साथ ही वैक्सीनेशन सेंटर बढ़ाने के भी निर्देश दिए। स्वास्थ्य मंत्री के हस्तक्षेप के बाद शहर में 4 की जगह अब 24 स्थानों में टीकाकरण की सुविधा मिलेगी।
आयुक्त हरेश मंडावी ने समस्त वार्ड जनप्रतिनिधियों से अपील कर कहा है कि नगर पालिक निगम दुर्ग के 45 वर्ष से लेकर 59 वर्ष के सभी लोगों को टीका लगाया जाना है। इसके लिए 24 टीकाकरण केन्द्रों में टीका लगाने कार्य प्रारंभ हो रहा है। बैठक के दौरान निगम के कार्यपालन अभियंता मोहनपुरी गोस्वामी, एमआईसी सदस्य मनदीप भाटिया, पूर्व पार्षद राजेश शर्मा एवं एल्डरमैन अंशुल पांडेय मौजूद थे।
इन स्थलों पर टीकाकरण
नगर पालिक निगम दुर्ग सीमा क्षेत्र में टीकाकरण के लिए बघेरा शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र (वार्ड 1 व 56), गयानगर मुक्तिधाम के पीछे (वार्ड 2 से 6) , तिलक स्कूल (वार्ड 6,7 व 32), नेहरु स्कूल तकियापारा (वार्ड 8), कसार समाज भवन मुक्तिधाम के पीछे (वार्ड 9 व 10), अम्बेडकर भवन शंकर नगर (वार्ड 11 से13), आयुर्वेदिक अस्पताल (वार्ड 14 से16), शक्तिनगर चौक मानस भवन (वार्ड 17 व 18), आमदीमंदिर वार्ड आंगनबाड़ी केन्द्र (वार्ड 24), सुभाष स्कूल (वार्ड 23 व 25), कुशाभाऊ ठाकरे भवन (वार्ड 19 से 22), पोलसायपारा शहरी स्वास्थ्य केन्द्र (वार्ड 26 व 27), जिला अस्पताल दुर्ग (वार्ड 28से 30 ), शनिचरी बाजार पानी टंकी कक्ष (वार्ड 31 व 36), कंडरापारा शहरी स्वास्थ्य केन्द्र (वार्ड 33 से 35), पुरानी गंजमंडी के पीछे पानी टंकी भवन (वार्ड 37 से 39), जेआरडी स्कूल दुर्ग (वार्ड 40 व 41), कसारीडीह अम्बेडकर भवन (वार्ड 42 से 44), स्वामी विवेकानंद भवन (वार्ड 45 से 48), बोरसी के मुख्यमंत्री वार्ड कार्यालय (वार्ड 49 से 51), पोटिया शहरी स्वास्थ्य केन्द्र (वार्ड 52 से 54), पुलगांव शहरी स्वास्थ्य केन्द्र (वार्ड 55), मुख्यमंत्री वार्ड कार्यालय उरला (वार्ड 57 व 58), और कातुलबोर्ड सामुदायिक भवन (वार्ड 59 व 60), में टीकाकरण केन्द्र 30 मार्च से प्रारंभ हो गया है। टीकाकरण केन्द्र में आकर कोरोना का टीका अवश्य लगायें।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 31 मार्च। आयुक्त हरेश मंडावी ने निगम अधिकारियों और कर्मचारियों की बैठक लेकर वार्डों में कोरोना संक्रमित क्षेत्रों की जानकारी लेकर उन क्षेत्रों को कंटेनमेंट करने निर्देश दिए। कोरोना टीकाकरण केन्द्र में 60 वर्ष व उससे अधिक उम्र के लोगों को टीकाकरण केन्द्र तक पहुंचाने घरों-घर जाकर संपर्क करने निर्देश दिए।
आयुक्त ने बैठक लेकर सभी इंजीनियरों को निर्देशित कर कहा कि जहां-जहां टीकाकरण का केन्द्र स्थापित हो रहा है। वहां टेबल और कुर्सी की व्यवस्था, पीने का पानी आदि व्यवस्था करें। उपरोक्त केन्द्रों में 45 से 59 उम्र के सभी लोगों को टीका लगाया जाना है। टीकाकरण टीम की बैठने, टीका के लिए आने वाले व्यक्ति का बैठने की सुविधा बनाएंगे।
आयुक्त ने एनयूएलएम और सुपरवाईजरों, आंगनबाड़ी कार्यकताओं को निर्देशित कर कहा सभी प्रत्येक वार्ड के घर-घर जाकर सर्वे करेगें और 45 से 59 वर्ष के लोगों की पहचान कर उन्हें टीका लगाने प्रेरित कर केन्द्र तक भिजवायेंगें। सभी अधिकारी कर्मचारी प्रतिदिन 50 व्यक्तियों का टीका का लक्ष्य रखें।
आधार कार्ड के अनुसार टोकन
आयुक्त ने कहा कि आधार कार्ड के अनुसार उन्हें टोकन देकर पंजीयन करें और उन्हें टीका लगवाएं। प्रतिदिन प्रात: 9 बजे से टीकाकरण प्रारंभ होगा। उन्होनें कहा किसी भी प्रकार की समस्या व परेशानी होने पर उन्हें सीधा सूचित करें। उन्होंने इस कार्य में आप उस क्षेत्र के वार्ड पार्षदों से अवश्य संपर्क कर उनसे सहयोग लेवें।
बैठक में कार्यपालन अभियंता सुशील कुमार बाबर, राजेश पाण्डेय, सहा. अभियंता जितेन्द्र समैया, उपअभियंतागण, एमयूएलएम के सीओस, स्वास्थ्य अधिकारी तथा कर्मचारी उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 31 मार्च। त्यौहारी खुमारी के साथ-साथ तेजी से बढ़ रहे कोरोना को लेकर दहशत का असर शासकीय कार्यालयों में भी इन दिनों देखा जा रहा है। त्यौहार के बाद विभिन्न शासकीय कार्यालय तो खुली रही, मगर कार्यालयों में वीरानी छाई रही। सडक़ों पर भी सन्नाटा पसरा रहा।
अधिकांश शासकीय कार्यालय में अधिकारी-कर्मियों की उपस्थिति भी लगभग आधी रही। कलेक्ट्रेट परिसर स्थित दर्जनों शासकीय कार्यालय में से आम जनता का सर्वाधिक आवाजाही खाद्य विभाग के कार्यालय में रहती है, मगर यहां भी आज आम दिनों की तुलना में आने जाने वाले लोगों की संख्या नगण्य रही।
कलेक्ट्रेट, तहसील,एसडीएम कार्यालय, कृषि ,उद्योग विभाग,पंचायत एवं समाज कल्याण विभाग सहित विभिन्न शासकीय कार्यालयों में कार्यालय में भी विभाग से संबंधित विभिन्न कामकाज को लेकर आने जाने वाले लोगों की संख्या बहुत कम रही कोरोना की बढ़ती रफ्तार की वजह से भी लोग घरों से निकलने से बच रहे हैं।
यही कारण है की विभिन्न सडक़ों पर भी सामान्य दिनों की तुलना में आवाजाही अत्यंत कम रही शहर के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी सडक़ों पर चहल-पहल बहुत नजर आया। त्यौहार के दूसरे दिन भी रंग गुलाल खेलते अन्य वर्षों की तुलना में नगण्य थी। सरपंच खोमिन निषाद ने कहा कि होली पर गांवों में शांति पूर्ण ढंग से मनाया गया। ग्रामीणों को कोरोना वायरस से बचाव के उपायों की जानकारी दी जा रही है।
घर में सुरक्षित ढंग से मनाई होली
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 31 मार्च। लंबे समय बाद होली त्यौहार पर कोई जोश नहीं दिखा। चौक-चौराहे सूने रहे। नगाड़े की थाप गायब रही। फाग गीत सुनाई नहीं दी। लोगों ने कोरोना संक्रमण को देखते हुए सुरक्षित ढंग से होली मनाई।
जिले में कोरोना संक्रमण के चलते लगाए गए प्रतिबंधात्मक आदेशों का असर हुआ। लोगों ने होली में कोरोना संक्रमण से बचने के लिए घर में ही दुबकना बेहतर समझा। जिले भर में प्रशासनिक अधिकारियों की टीम इस बात की मॉनिटरिंग करती रही कि लोग कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें। असामाजिक तत्वों के ऊपर कड़ी कार्रवाई करने सख्त निर्देश दिए गए थे।
त्यौहार के एक दिन पहले ही कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने इस बात के निर्देश दिए थे कि जो कोई भी धारा 144 का उल्लंघन करते हुए समूह में दिखे तो उसे सीधे जेल भेजने की कार्रवाई की जाए। इस प्रशासनिक सख्ती का अच्छा असर दिखा और शहर में मूवमेंट काफी कम देखी गई।
कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए यह सबसे आवश्यक है कि लोगों की गतिशीलता कम हो। त्यौहारों के मौके पर इस बात की आशंका होती है कि लोगों की मूवमेंट काफी बढ़ जाती है। इंसीडेंट कमांड यूनिट के सदस्यों के द्वारा पूरे जिले भर में हॉटस्पॉट का एवं महत्वपूर्ण बाजारों चौक-चौराहों एवं सार्वजनिक स्थलों का निरीक्षण किया गया, जिन लोगों ने मास्क नहीं पहना था, उनके विरुद्ध कार्रवाई की गई। इसी तरह कोरोना प्रोटोकाल का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई जिला प्रशासन द्वारा की गई।
दुर्ग, 28 मार्च। हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग की सत्र 2020-21 की नियमित एवं स्वाध्यायी विद्यार्थियों की वार्षिक परीक्षाओं के लिए अब तक लगभग एक लाख पैंतीस हजार छात्र-छात्राओं ने ऑनलाइन आवेदन किया है।
यह जानकारी देते हुए विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. सी.एल. देवांगन तथा अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. प्रशांत श्रीवास्तव ने संयुक्त रूप से बताया कि इस वर्ष विश्वविद्यालय में अंतिम तिथि 30 मार्च तक लगभग डेढ़ लाख परीक्षार्थियों द्वारा ऑनलाइन परीक्षा आवेदन पत्र जमा करने की उम्मीद है।
परीक्षाओं के आयोजन की पद्धति का निर्णय छत्तीसगढ़ शासन, उच्च शिक्षा विभाग के निर्देश प्राप्त होने के बाद तय किया जायेगा।
डॉ. देवांगन ने समस्त महाविद्यालय के प्राचार्यों तथा छात्र-छात्राओं से कहा है कि कलेक्टर के आदेशानुसार अनावश्यक रूप से महाविद्यालय अथवा विश्वविद्यालय परिसर में छात्र-छात्राएं न प्रवेश करें। कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए स्वयं अपना तथा दूसरों का भी कोविड से बचाव करें। बढ़ते कोरोना संक्रमण के चलते 6 अपै्रल से आयोजित होने वाली समस्त सेमेस्टर परीक्षाएं छत्तीसगढ़ शासन के आगामी आदेश तक स्थगित कर दी है। छात्र-छात्राओं को निर्देशित किया गया है कि वार्षिक परीक्षा संबंधी परीक्षा आवेदन पत्र की हार्ड कॉपी वे अपने पास संभाल कर रखें. हार्ड कॉपी को जमा करने महाविद्यालय न जाएं। विद्यार्थियों द्वारा जमा किये गये ऑनलाईन परीक्षा आवेदनों की ऑनलाईन रूप से जांच कर महाविद्यालय सम्पूर्ण विवरण विश्वविद्यालय को भेजेंगे।
नये बारदाने के अड़ंगा की वजह से आधे ही चावल हो पाया है जमा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 28 मार्च। अब एफसीआई पुराने बारदाने में राज्य से चावल लेने राजी हो गया है। प्रदेश में तिरालिस हजार गठान पुराने बारदाने में चावल जमा लिया जाएगा। बारदाने में ही चावल जमा लेने के अड़ंगा की वजह से मिले लक्ष्य का आधा चावल ही एफसीआई को जमा हो पाया है।
जानकारी के अनुसार खरीफ वर्ष 2020 में उपार्जित धान का चावल अभी तक एफसीआई पुराने बारदाने में चावल जमा नहीं लिया था सिर्फ नए बारदाने में ही चावल जमा लिए जा रहे थे, जबकि नए बारदाने का अभाव है। पुराने बारदाने में चावल जमा नहीं लेने से प्रदेश भर में चावल मिलिंग का काम इसकी वजह से बुरी तरह प्रभावित रहा, जिसका असर राइस मिलों से निकलने वाले विभिन्न प्रकार के उत्पाद से जुड़े अन्य उद्योगों एवं व्यवसाय पर भी देखा जा रहा है। वहीं संग्रहण एवं उपार्जन केंद्रों से धान का उठाव पर भी इसका असर पड़ा है। लगभग 22 लाख क्विंटल धान उपार्जन एवं संग्रहण केन्द्रों में पड़े हैं। राज्य द्वारा लगातार पुराने बारदाने में चावल लेने की मांग की जा रही थी। इसके बावजूद नए बारदाने के नाम पर गतिरोध जारी रहने से अनेक प्रकार की जो दिक्कतें आ रही थी, वह अब दूर होने की संभावना है।
जानकारी के अनुसार दुर्ग जिले में कुल 4072525 क्विंटल धान उपार्जित किया गया था। इनमें से उपार्जन केंद्रों से ही मिलरों को 2890554 क्विंटल धान कस्टम मिलिंग के लिए प्रदान किया गया था। जिले के उपार्जन केंद्रों में अभी भी 734030 क्विंटल एवं संग्रहण केंद्रों में 1448916 क्विंटल, इस प्रकार लगभग 22 लाख क्विंटल धान अभी भी शेष है। कस्टम मिलिंग का जिले से एफसीआई को 1600000 क्विंटल उसना चावल जमा करने का लक्ष्य है, जिसके विरुद्ध अब तक 858598 क्विंटल ही चावल जमा हो पाया है। अरवा चावल 1600000 क्विंटल जमा होना था, जिसके विरुद्ध विरुद्ध 12 लाख क्विंटल चावल जमा हो पाया है।
60 वर्ष आयु के सभी लोगों को लगेगा टीका
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 28 मार्च। आयुक्त हरेश मंडावी के मार्गदर्शन में निगम के 60 वार्डों के 60 वर्ष एवं उससे अधिक आयु के व्यक्तियों को कोरोना टीका लगाने उनके घरों में कूपन दिया जा रहा है।
इसके अलावा कोरोना टीका के लिए उन्हें टीकाकरण केन्द्र तक ले जाने की व्यवस्था बनाई जा रही है। इसके लिए समस्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, शिक्षकों तथा निगम के सहा. राजस्व निरीक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है। आयुक्त श्री मंडावी ने बताया कि टीका लगाने कोई भी नागरिक सीधे केन्द्र में जाकर बिना कूपन के भी टीका लगवा सकते हैं।
कूपन प्राप्त कर बुजुर्ग बघेरा वार्ड के शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, पोटिया वार्ड के शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, जिला हॉस्पिटल दुर्ग केन्द्र में, जिला आयुर्वेदिक अस्पताल धमधा नाका में तथा आयुष विंग चिकित्सा पंचकर्म दुर्ग केन्द्र में जाकर कोरोना टीका लगवाने की सुविधा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 28 मार्च। कोविड से बचाव के लिए शासन द्वारा वैक्सीन की व्यवस्था कर हाऊसिंग बोर्ड के सामुदायिक भवन में कल सुबह 11 बजे से शिविर लगाया गया जिसमें बुजुर्गों को काफी दिक्कतों का सामना करना पडा़।
शनिवार सुबह 10 बजे मितानिनों ने घर-घर जा कर जानकारी दे दी कि 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को नि:शुल्क वैक्सीन शिविर में लगाया जा रहा है इसलिए परिवार के जिन सदस्यों को सूचीबद्ध किया गया है, वो तत्काल शिविर में पहुंचें। जानकारी मिलते ही आंगनबाडी़ कार्यकर्ता व मितानिनों द्वारा जिन लोगों के नाम बताए गए वो सारा काम धाम छोड़ शिविर पहुंच गए। आधार कार्ड की अनिवार्यता और पंजीयन के लिए आधा घंटा कतार लगने बाद जब वैक्सिनेशन रूम तक पहुँचे तो बताया गया कि 60 वर्ष और उससे अधिक आयु वर्ग के लिए ही वैक्सीन लगेगी। 45 वर्ष से 59 तक के लोगों को बताया गया कि उनके लिए वैक्सीन अलग है जो कि शिविर स्थल में नहीं लायी जा सकी है। नियमानुसार वैक्सीन लगने के बाद हर बुजुर्ग को आधा घंटा शिविर स्थल पर ही बैठना होता है लेकिन सामुदायिक भवन में कुर्सी का इंतजाम नहीं है। बमुश्किल 15 बुजुर्गों को वैक्सीन लग पायी , तभी शिविर के मेडिकल स्टाफ को खबर मिली कि मोबाइल पर आनलाईन डाटा पंच होने के बाद ही वैक्सीन लगाना है। काफी प्रयास के बाद भी यह साइट खुली ही नहीं। वैक्सिनेशन के बाद फर्श पर बैठे और अपनी बारी का इंतजार कर रहे। बुजुर्गों ने शिविर की अव्यवस्था का विरोध किया तो जैसे तैसे कुर्सियां मंगवायी गयीं फिर भी 15 के बाद 16वें का नम्बर नहीं आया क्योंकि रजिस्ट्रेशन साइट नहीं खुली। डेढ़ बजे कई लोगों को वैक्सिनेशन के लिए वैशाली नगर बस से भेजा गया। वहां काफी भीड़ थी क्योंकि उस शिविर में वैशाली नगर, शांति नगर, जवाहर नगर, राम नगर के रहवासी कतारबद्ध थे।
बस में भेजे गए बुजुर्गों ने बताया कि उनका नम्बर आने के घंटे भर बाद भी बस से पहुंचे बाकि लोगों के नम्बर आने और वैक्सीन लगने का इंतजार काफी परेशानी भरा था। कुल मिलाकर ऐसी अव्यवस्था और शिविर प्रबंधकों की लापरवाही से हाउसिंग बोर्ड के बुजुर्गों को वैक्सिनेशन की खुशी नागवार ही गुजरी। दूसरी तरफ मितानिनों को आधी जानकारी देकर घर-घर खबर पहुंचने के बाद 45 वर्ष से 59 वर्ष की आयु वर्ग के सैकडो़ं लोगों को घंटो समय बरबाद करने के बाद बिना वैक्सीन लगवाए ही घर लौटना पडा़। इस अव्यवस्था के लिए मौके पर मौजूद निगम जोन कार्यालय के अधिकारी कर्मचारी और मेडिकल स्टाफ एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहराते देखे गए।
शिकायत मिलने पर पार्षद पियूष मिश्रा सामुदायिक भवन पहुंचे और बिना व्यवस्था शिविर को अनुपयोगी बताते हुए भवन में ताला लगाने की मांग की। उन्होंने कहा कि जब वैक्सीन लग ही नहीं पा रहा तो लोगों को जबरन गुमराह क्यों किया जा रहा है। पीयूष मिश्रा ने बताया कि दोपहर 3 बजे के बाद इस केंद्र में टीकाकरण शुरू हो पाया।
इस संबंध में जोन आयुक्त पूजा पिल्ले ने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की भूल के कारण ही अनावश्यक रूप से 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोग शिविर में पहुंच गए थे। बाद में सभी लोगों को इस गलती की सूचना दी गई। सरवर की समस्या के कारण लोगों को काफी इंतजार करना पड़ा।
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नंदिनी अहिवारा, 27 मार्च। नगर पालिका परिषद अहिवारा 26 मार्च को कोविड नियम का पालन नहीं करने वालों को समझाईश दिया गया साथ ही बिना मास्क के घूमने वाले 19 लोगों से अर्थ दंड की वसूली की गई। बिना मास्क के घूमने वालों को उठक-बैठक करवाकर मास्क पहनने की अपील की गई।
अभियान में निकाय के मुख्य नगर पालिका अधिकारी राजेश तिवारी, स्वास्थ विभाग से प्रभारी चिकित्सा अधिकारी वर्मा मैडम, एवं उनके स्टाफ, तथा नगर पालिका अहिवारा के उपअभियंता खिलानंद कुल्हारे, ईश्वरी साहू, बरना बास, हिमांचल शर्मा, खेमलाल साहू, पन्ना लाल बंजारे, नंदिनी थाना से अर्जुन पटेल एवं अन्य कर्मचारियों के द्वारा नगर के मुख्य मार्ग पर जागरूकता रैली निकालकर नागरिकों से शासन के द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करने की अपील की गई।
दुर्ग, 27 मार्च। कलेक्टर डॉ.सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने पुन: दुर्ग के नागरिकों से अपील की। उन्होंने अपने संबोधन में विस्तार से उन बिन्दुओं के बारे में बताया जिनकी वजह से कोरोना संक्रमण जिले में बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि कोविड प्रोप्रिएट बिहेवियर का पालन कर हम कोरोना के इस गंभीर संकट से बच सकते हैं। कलेक्टर ने कहा कि 18 वर्ष से 45 वर्ष की आयु के बीच के लोग काफी संख्या में आवागमन करते हैं। इन्हें बेहद एहतियात रखने की जरूरत है। इस वर्ग के लोगों की सामान्यत: प्रतिरोधक क्षमता अच्छी होती है लेकिन इस बात की आशंका होती है कि ये कोरोना कैरियर बन जाएं और काफी लोगों तक संक्रमण फैला दें। इससे आपके परिवार के वृद्धजनों अथवा कम प्रतिरोध वाले लोगों को कोविड की आशंका होती है। इसलिए ऐसे आयु वर्ग के लोगों के लिए कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर को मेंटेन करने की आवश्यकता है। कलेक्टर ने कहा कि घर में एक भी व्यक्ति पॉजिटिव पाया जाता है तो अन्य व्यक्तियों को भी कोरोना होने की आशंका बनी रहती है।
इसलिए कोरोना के लक्षण वाले व्यक्ति को तुरंत आइसोलेट कर देना चाहिए तथा पूरी तरह से होम आइसोलेशन के नियमों का पालन करना चाहिए।
तीसरे बिन्दु पर बात करते हुए कलेक्टर ने कहा कि कोरोना के लक्षण पाये जाने पर तुरंत जाँच करानी चाहिए। अभी तक हुई कोविड मौतों पर यह निष्कर्ष निकला है कि टेस्टिंग में विलंब कराये जाने के चलते मरीज की हालत गंभीर हुई। चौथे बिन्दु पर कलेक्टर ने कहा कि जाँच में पाजिटिव आने पर चिकित्सकों के परामर्श का पूरी तरह से पालन करें। यदि हास्पिटलाइजेशन या होम आइसोलेशन के लिए कहा जाता है तो चिकित्सक के निर्देश का पूरी तरह से पालन करें। इसके अलावा कलेक्टर ने कोविड संक्रमण से बचने के लिए मास्क लगाने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने तथा भीड़भाड़ वाली जगह में जाने से बचने का आग्रह भी किया।
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दुर्ग, 27 मार्च। पूरे शहर में पेयजल की समस्या को ध्यान में रखते हुये विधायक अरुण वोरा एवं महापौर धीरज बाकलीवाल ने जलकार्य प्रभारी संजय कोहले, निगम अधिकारियों के साथ शिवनाथ नदी इंटेकवेल एवं अमृत मिशन के कार्यो का अवलोकन किया गया। उन्होंने 24 एमएलडी फिल्टर प्लांट में बदले जा रहे फिल्टर मिडिया के कार्य को गंभीरता से लेते हुये देरी के लिए अधिकारियों की जवाबदेही तय करने निर्देश दिये। जलकार्य प्रभारी संजय कोहले, पूर्व पार्षद राजेश शर्मा, निगम अधिकारी राजेन्द्र ढबाले, जलकार्य निरीक्षक नारायण ठाकुर एवं अमृत मिशन की टीम मौजूद थे।
विधायक श्री वोरा एवं महापौर श्री बाकलीवाल ने फिल्टर प्लांट और शिवनाथ नदी इंटेकवेल का निरीक्षण कर अधिकारियों को निर्देशित कर कहा कि गर्मी बढ़ गई है अब नागरिकों को पानी की कोई समस्या न इस बात का ध्यान रखें । अब शहर में जलप्रदाय प्रभावित न हो और न ही निगम में शट डाउन करें। विधायक ने गर्मी को ध्यान में रखते हुये जलप्रदय वितरण की सारी व्यवस्था एकदम चाक-चौबंध रखने अधिकारियों को निर्देश दिये।
पानी की समस्या को देखते हुये महापौर धीरज बाकलीवाल द्वारा इंटेकवेल के बंद पड़े पम्प को रिपेयरिंग कर चालू करने निर्देशित किया गया था । गर्मी तथा शहर में पेयजल सप्लाई को देखते हुये महापौर के निर्देशानुसार शिवनाथ नदी स्थित 24 एमएलडी इंटेकवेल के पम्प नंबर 6की रिपेयरिंग व फिटिंग कार्य शुरु किया गया।
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दुर्ग, 27 मार्च। कोरोना संक्रमण की संख्या में निरंतर वृद्धि हो रही है। इस महामारी से निपटने विदेशों में आम जनता को वैक्सीन लगाना प्रारंभ कर दिया है। इस कड़ी में नगर पालिक निगम दुर्ग द्वारा भी जिला प्रशासन के निर्देशानुसार कोरोना टीका लगाने पोटियाकला वार्ड में और बघेरा वार्ड के शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में 60 वर्ष आयु वाले व्यक्तियों और 60 से ऊपर आयु के लोगों को टीकाकरण लगाया जा रहा है । इसके अलावा जला आयुर्वेदिक हास्पीटल धमधा नाकाए तथा जिला चिकित्सालय दुर्ग में कोविड.19 का वैक्सीन लगाया जा रहा है। आयुक्त हरेश मंडावी ने शहर के 60 वर्ष एवं उससे अधिक आयु के व्यक्तियों से अपील कर कहा है कि वे इन टीकाकरण केन्द्रों में जाकर टीका अवश्य लगवायें। आयुक्त ने बताया कोरोना वैक्सीन के लिए शहर में घर-घर सर्वे किया जाएगा। जिसके लिए अधिकारियोंए कर्मचारियों की ड्यूटी लगा दी गई है ।
आयुक्त श्री मंडावी ने कहा कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे को कम करने इसे अभियान के रूप में लेवें । काम के बाद हर बार साबून और पानी से हाथ धोयें, जुकाम होने पर छिंकते वक्त नाक और मुंह को ढंक कर रखेंए सर्दी या बुखार से संक्रमित होने पर लोगों के पास जाने से बचें, पूरी तरह से पका हुआ मांस का उपयोग करेंए जंगली और पालतू पशुओं से दूरे रहें ।
वैक्सीनेशन की गाइडलाईन
आयुक्त श्री मंडावी ने बताया कि प्रतिदिन लगभग 200 लोगों को टीका लगाया जाएगा। वैक्सीन लगाने के बाद संबंधित व्यक्ति की 30 मिनट तक निगरानी रखी जाएगी। टीकाकरण टीम के सदस्य सावधानीपूर्वक टीका लगायेगें ।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग/भिलार्ई नगर, 27 मार्च। कलेक्टर डॉ.सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे के निर्देश पर बिना पर्ची सर्दी-खांसी की दवा बेच रहे दवा दुकानों पर कल ड्रग एंड सेफ्टी डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने कार्रवाई की, जिसमें 5 मेडिकल दुकानें बंद की गई।
26 मार्च को विभाग के विभिन्न दस्तों ने जिले के विभिन्न मेडिकल दुकानों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि कई दुकान ऐसे थे, जहां पर्ची दिखाने पर ही सर्दी-खांसी की दवाई दी जा रही थी, वहीं पर कुछ ऐसे मेडिकल स्टोर भी थे, जहां पर बगैर पर्ची के ही दवा दी जा रही थी।
विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इन पर महामारीएक्ट के अंतर्गत कार्रवाई की जा रही है। जिन मेडिकल स्टोर्स पर बगैर पर्ची के दवा बेचने के मामले में कार्रवाई की गई, उनमें न्यू मालू मेडिकल स्टोर जेल रोड पद्मनाभपुर, न्यू वीवाई मेडिकोज पद्मनाभपुर, दुर्ग, बीडी मेडिकोज बस स्टैंड दुर्ग, गोयल मेडिकल स्टोर न्यू खुर्सीपार, भवानी मेडिकोज न्यू खुर्सीपार शामिल हैं, इन दुकानों को बंद कराया गया। दस्ते में खाद्य एवं औषधि विभाग के निरीक्षकों में बृजराज सिंह, ईश्वरी नारायण सिंह, गायत्री पटेल, पितांबर साहू व आस्था वर्मा शामिल थे।
उल्लेखनीय है कि 25 मार्च को ही कलेक्टर व जिला दंडाधिकारी दुर्ग ने बिना चिक्तिसीय परामर्श व पर्ची के सर्दी-खांसी व बुखार की दवा बचने पर प्रतिबंध का आदेश जारी किया था। साथ ही दवा विक्रेता संघ के पदाधिकारियों से प्रशासनिक अधिकारियों ने चर्चा की थी। इसमें एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा था कि इस बात का पूरा ध्यान रखेंगे। चेकिंग के दौरान पाया गया कि अधिकतर दुकानदारों ने इसका ध्यान रखा और बगैर पर्ची के दवा नहीं दी।
कोरोना गाइडलाईन का पालन करने निर्देश
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 27 मार्च। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भूरे के मार्गदर्शन में आयुक्त हरेश मंडावी शहर में स्थापित पांच जिमों में पहुंचें । जिम के अंदर एक्सरसाइज करने वाले 8 से 10 लोग बिना मास्क झुण्ड बनाकर गपशप करते पाये गये। तीन जिम के संचालाकों पर कोरोना गाइडलाईन का उलंघन पाये जाने के कारण 2000 से 5000 रु. जुर्माना लगाया गया। उन्होंने जिम संचालकों और टे्रनरों को कड़ी चेतावनी देते हुये कहा गाइड लाईन का उल्लंघन करते पाए जाने पर जिम सील कर दी जाएगी ।
कोरोना संक्रमण की रोकथाम और नियंत्रण के लिए किये जा रहे कार्य और आम जनता को गाईड लाईन का पालन कराने निगम आयुक्त हरेश मंडावी कल प्रात: 8 बजे से पूरे 4 घंटा घूमे। इस दौरान उन्होनें गुरुद्वारा रोड में निरंकारी भवन के शांति फिटनेस जिमए बोरसी रोड में बाडी जिमए धमधा नाका के पास ऑक्सीजेन जिमए पारख पैलेस पॉवर जिम का निरीक्षण किये। धमधा रोड स्थित पॉवर जिम, निरंकारी भवन के पास शांति फिटनेस और बोरसी ऑक्सीजेन जिम में एक्सारसाइज करने के बाद एकत्र लोगों के लिए संचालकों पर कार्रवाई कर 2000 से 5000 रु. जुर्माना लगाये। शेष जिम संचालकों को कड़ी हिदायत दी गई। दोबारा कोरोना गाईडलाईन का पालन करते नहीं पाये जाने पर जिम को सील कर दिया जाएगा।
ऋषभ ग्रीन सीटी का ई-ब्लॉक कंटेनमेंट जोन
भ्रमण के दौरान आयुक्त श्री मंडावी पुलगांव वार्ड में स्थित ऋषभ ग्रीन सीटी क्षेत्र का निरीक्षण किया गया। ऋषभ ग्रीन सीटी के ई-ब्लॉक में एक कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद आसपास के ब्लाक ए और बी का सर्वे करने के निर्देश दिये गये।
आयुक्त के निर्देशानुसार ऋषभ ग्रीन सीटी के ई-ब्लाक को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया। उन्होनें विभागीय अधिकारियों को यहां कोरोना जांच करने निर्देश दिये। भ्रमण के दौरान पोटिया चौक में दुकानदारों द्वारा मास्क नहीं लगाने पर 100 से 200 रुपये जुर्माना किया गया।
दुर्ग, 27 मार्च। कोरोना के लक्षण वाले मरीजों के चिन्हांकन के लिए व्यापक पैमाने पर सर्वे जिला प्रशासन द्वारा किया जा रहा है। ऐसे 208 हाटस्पाट का चिन्हांकन किया गया है, जहां कोरोना के काफी मरीज आ रहे हैं।
317 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने हॉटस्पॉट के लगभग 4 हजार घरों में सामुदायिक सघन सर्वे किया। इन इलाकों में अधिक मरीज होने के कारण इस बात की आशंका है कि इन मरीजों के निकट संपर्क में आये लोग भी संक्रमण का शिकार हुए हों। इसके चलते आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं मितानिन घर.घर जाकर लोगों से संपर्क कर रही हैं। इस संबंध में जनप्रतिनिधि भी काफी सहयोग कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि पूर्व में भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने बड़े पैमाने पर सर्वे अभियान को अंजाम दिया था और इसकी वजह से काफी संख्या में लोगों का चिन्हांकन हो सका था।
सीएमएचओ के साथ रोकथाम पर मंथन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 27 मार्च। दुर्ग जिले में कोरोना के लगातार बढ़ते आंकड़ों के बीच वरिष्ठ विधायक अरुण वोरा ने स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव से चर्चा कर जिले में कोविड सेंटर एवं आक्सीजन बेड बढ़ाने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि दुर्ग जिला कोरोना संक्रमण के मामले में राज्य का हॉटस्पॉट बन कर उभरा है,जो कि चिंताजनक है स्थिति काबू में रहे और आम जनता को भटकना ना पड़े इसके लिए आवश्यक है कि कोविड सेंटर, आईसीयू ए आक्सीजन बेड बढ़े जाएं। साथ ही आयुष्मान कार्ड बनाने चॉइस सेंटरों में लग रही भीड़ को देखते हुए सेंटरों में एवं कार्ड बनाने की अंतिम तिथि में वृद्धि की जाए, जिस पर मंत्री सिंहदेव ने सहमति जताते हुए वोरा को सभी आवश्यक कदम उठाने प्रशासनिक निर्देश देने आश्वस्त किया।
विधायक वोरा व महापौर धीरज बाकलीवाल ने कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे, सीएमएचओ डॉ. गंभीर सिंह ठाकुर एवं अन्य स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ भी कोरोना की जिले में विस्फोटक हो रही स्थिति पर मंथन किया। श्री वोरा ने कहा कि अस्पतालों में व्यवस्था एवं दवाइयों की कोई कमी नहीं होने दी जाए। गंभीर स्थिति वाले मरीजों को तत्काल हायर सेंटर में इलाज की सुविधा के पुख्ता इंतेज़ाम किए जाएं एव वैक्सिनेशन का काम तेजी से किया जाए। आम जनों से अपील करते हुए उन्होंने कहा कि लोगों को कोरोना से डरने की नहीं लडऩे की आवश्यकता है। अति आवश्यक होने पर ही मास्क लगाकर बाहर निकलें लगातार साबुन से हाथ धोते रहें व सेनेटाइजर का उपयोग करें।
बैठक में वार्षिक बजट अनुमोदन के साथ ही कई फैसले
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 26 मार्च। छत्तीसगढ़ राज्य भंडारगृह निगम के अध्यक्ष व वरिष्ठ कांग्रेस विधायक अरुण वोरा की अध्यक्षता में बुधवार को एसडब्ल्यूसी कार्यालय में निगम की 17वीं साधारण सभा एवं संचालक मंडल की 45वीं मीटिंग सम्पन्न हुई। इस दौरान वार्षिक बजट का अनुमोदन करने के साथ ही कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। लगातार लाभ में चल रहे भंडारगृह निगम के शेयर धारकों को लाभ का 20 प्रतिशत लाभांश देने का निर्णय लिया, जिसमें राज्य सरकार छत्तीसगढ़ एवं केंद्रीय भंडारगृह निगम शामिल हैं।
सबसे पहले साधारण सभा में बजट वर्ष 2019-20 का अंगीकरण, बजट 2020-21 को पुनरीक्षित करने एवं वर्ष 2021-22 का अनुमानित बजट का अध्यक्ष वोरा द्वारा अनुमोदन किया गया। उसके बाद आयोजित संचालक मंडल की बैठक में राज्य के 16 नए भंडारगृह में स्वयं का 80.80 मीट्रिक टन का धर्मकांटा स्थापित करने का भी निर्णय लिया गया।
पूर्व में धर्मकांटे की क्षमता 60 मीट्रिक टन निर्धारित की गई थी जिसका संशोधन कर 80 टन किया गया। कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष वोरा ने कहा कि बेहतर सुविधा, आधुनिक भंडारण एवं खाद्यान्न सुरक्षा के लक्ष्य के साथ हमें काम करना है। निगम के लाभ में वृद्धि करने के साथ ही अनाज के सूखत को न्यूनतम करने की आवश्यकता है।
भंडारगृह के अधिकारी कर्मचारियों की कर्मठता से ही निगम लगातार लाभ में है जिससे हम लगभग 40-40 लाख रु का डिविडेंट राज्य सरकार एवं केंद्र संचालित भंडारगृह को देने जा रहे हैं।