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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 26अप्रैल। राज्य के गृह पुलिस विभाग द्वारा धरना, प्रदर्शन, रैली, जुलूस, धार्मिक राजनैतिक आयोजनों का आयोजन बिना जिला दण्डाधिकारी के पूर्व अनुमति के प्रतिबंधित किए जाने संबंधी निर्देश जारी किया गया है। इसके फलस्वरूप 19 बिन्दुओं की जानकारी, शपथपत्र व जानकारी मांगे जाने के निर्देश प्रदेश के समस्त जिला दण्डाधिकारियों को जारी किया गया है। यह आदेश राज्य निर्माण के बाद लोकतंत्र में संवैधानिक मौलिक अधिकारियों, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर कुठाराधात् है। राज्य शासन ने ‘‘न नौ मन तेल होगी-न राधा नाचेगी‘‘ की उक्ति को चरितार्थ करते हुए, जो व्यवस्था बनाई है, उसमें धरना, प्रदर्शन, रैली किया जाना असंभव हो गया है। बिना प्रशासन के अनुमति लिए ऐसा किया जाना अपराध की श्रेणी में आवेगा। इसका दूसरा अर्थ यह भी है कि प्रदर्शन धरना शासन-प्रशासन की मर्जी पर निर्भर करेगा। जिसे देना होगा उसे ही दिया जावेगा। जिसे नहीं दिया जाना होगा, उसके अनुमति के आवेदन को निरस्त कर दिया जावेगा।
छत्तीसगढ़ प्रदेश तृतीय वर्ग कर्मचारी संध के प्रदेशाध्यक्ष विजय कुमार झा एवं जिला शाखा अध्यक्ष इदरीश खॉन ने कहा कि राज्य बनने के बाद शायद पहली बार धरना प्रदर्शन पर रोक लगाने के लिए कड़ी व्यवस्था की गई है। यह छत्तीसगढिय़ा मुख्यमंत्री व उनकी सरकार को बदनाम करने की सोची समझी चाल है।
झा ने कहा कि पूर्ववर्ती लाठी गोली की सरकार से सबक न सिखना अधिकारियों की योजना वर्तमान् सरकार को बदनाम करने की योजना प्रतीत होती है। इसकी शिकायत मुख्यमंत्री भूपेश से की जायेगी। संघ के कार्यकारी अध्यक्ष अजय तिवारी, महामंत्री उमेश मुदलियार, संभागीय अध्यक्ष संजय शर्मा, रामचंद्र ताण्डी, नरेश वाढ़ेर, सुरेन्द्र त्रिपाठी, विमलचंद्र कुण्डू, रविराज पिल्ले, आलोक जाधव, टार्जन गुप्ता, प्रवीण ढिढवंशी, गोपाल प्रसाद साहू, रवि गड़पाले, बजरंग मिश्रा, पद्मेश शर्मा, संजय कुमार, युगल तिवारी, संजय सक्सेना, राज कुमार अवस्थी, डी.एल.चौधरी, मनरेगा अध्यक्ष ईश्तहाक सिद्वकी, विद्युत संविदा कर्मचारी संध अध्यक्ष विवेक भगत, राज कुमार देशलहरे, रविकांत डोए, प्रकाश ठाकुर, आदि ने तत्काल संवैधानिक मौलिक अधिकार व अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को बाधित करने वाले उक्त निर्देश को वापस लेने की मांग गृहमंत्री से की है।
छत्तीसगढ़ में इमरजेंसी-रमन सिंह
रायपुर, 26अप्रैल। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने इस पाबंदी पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की वादाखिलाफी के कारण बढ़ते जन आक्रोश, किसान आंदोलन और कर्मचारियों के लोकतांत्रिक प्रदर्शन से इतने भयभीत हो गए हैं कि राज्य में आपातकाल जैसी बंदिश लगा दी है। उनहोनें कहा कि सरकार ने अनियमित कर्मचारियों को नियमित करने का वादा पूरा करने की बजाय उन पर बर्बर तरीके से लाठीचार्ज कराने के साथ ही नया रायपुर में आंदोलन कर रहे किसानों का पंडाल भी उखाड़ कर फेंक दिया। मतलब यही है कि सरकार कांग्रेस के चरित्र के मुताबिक वही कृत्य छत्तीसगढ़ में कर रही है जो इंदिरा गांधी ने देश में किया था।
भूपेश बघेल कांग्रेस की अलोकतांत्रिक संस्कृति के प्रतीक बनकर सामने आए हैं। विरोध के स्वर तो उन्हें पहले भी स्वीकार नहीं थे लेकिन अब तो बढ़ते विरोध के कारण जब उन्हें कोई रास्ता दिखाई नहीं दिया तो उन्होंने छत्तीसगढ़ पर आपातकाल थोपने की कोशिश की है, जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा
रमन सिंह ने कहा कि भूपेश बघेल समझ चुके हैं कि अब उनकी चालबाजी से त्रस्त किसान, जनता और कर्मचारी खुलकर उनके विरोध में खड़े हो गए हैं तो उन्होंने दमनकारी नीतियों का खुलकर सहारा लेना शुरू किया है। भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ के लोगों को उनके लोकतांत्रिक अधिकार से वंचित करने के लिए पुलिस का सहारा लिया है। अब भूपेश बघेल सरकार का विरोध करने के लिए उस प्रशासन से अनुमति लेनी होगी जो भूपेश बघेल के इशारे पर उठक बैठक कर रहा है। क्या यह संभव है कि भूपेश सरकार का प्रशासन भूपेश बघेल की नीतियों के खिलाफ धरना, प्रदर्शन, जुलूस, रैली की अनुमति देगा। डॉ. रमन सिंह ने कहा कि भूपेश बघेल सरकार के तानाशाही आदेश के खिलाफ भाजपा न्यायालय जाएगी और प्रदेश की जनता, किसानों तथा प्रदेश के हित में काम कर रहे कर्मचारियों को उनके लोकतांत्रिक अधिकार से वंचित किए जाने के विरुद्ध संघर्ष करेगी। भाजपा भूपेश बघेल सरकार के अलोकतांत्रिक फैसले के विरुद्ध सडक़ से लेकर हर उचित मंच पर न्याय के लिए जनता, किसान और कर्मचारियों के साथ है।
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि भूपेश बघेल सरकार का अंत नजदीक आता जा रहा है। वह जनता की उम्मीदों पर पूरी तरह विफल साबित हुए हैं इसलिए उनके विरुद्ध राज्य में आक्रोश लगातार बढ़ता जा रहा है। इसकी वजह से वह आपा खो बैठे हैं। यदि भूपेश बघेल ने 3 साल में जनता के हर वर्ग से वादाखिलाफी नहीं की होती तो आज उन्हें डर कर पुलिस को आगे नहीं करना पड़ता।
यूपी में यह प्रतिबंध लोकतांत्रिक-ठाकुर
रायपुर, 26अप्रैल। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह बताएं जो नियम उत्तर प्रदेश में लागू हो तो प्रजातान्त्रिक हो सकता है वही छत्तीसगढ़ में अलोकतांत्रिक कैसे हो गया? यूपी में तो धार्मिक आयोजन धरना प्रदर्शन जुलूस ध्वनि यंत्रों का इस्तेमाल के लिए प्रशासन से अनुमति अनिवार्य किया गया है अगर वही व्यवस्था छत्तीसगढ़ में लागू की गई है तो विरोध किस बात का है ? उन्होनें ने कहा कि सच्चाई यह है कि भाजपा के पास छत्तीसगढ़ में मुद्दा नहीं है जिसको लेकर जनता के बीच जाए आंदोलन और प्रदर्शन करें।
इसलिए भाजपा पहले अपने संप्रदायिकता की मानसिकता को सामने कर राजनीतिक कोशिश की लेकिन असफल रही। धर्म से धर्म को लड़ा कर जाति से जाति को लड़ा कर भेदभाव की राजनीति करने का षड्यंत्र किया गया। उसमें भी असफल रहे अब भाजपा के धरना प्रदर्शन में भाजपा के कार्यकर्ता ही नहीं जाते भाजपा को पैसा देकर भी लाना पड़ता है। ऐसे में जिला प्रशासन के अनुमति के पत्रक में उन्हें धरना में शामिल लोगों का नाम देना है क्योंकि भाजपा जो भी बुलाती है वह भाजपा से जुड़े लोग नहीं होते हैं और उनका नाम भाजपा के पास नहीं होता है इसलिए भाजपा इस विषय का विरोध कर रही है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि धरना प्रदर्शन जुलूस रैली में हथियारों के प्रदर्शन और ध्वनि यंत्रों के आवाजों के चलते जनता परेशान होती है बड़ेे बुजुर्ग और छोटे बच्चों में इसका दुष्प्रभाव पड़ता है। जिसकी लगातार शिकायत मिलते रही है और माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने भी ध्वनि यंत्रों को लेकर क?ाई से तय मापदंडों का पालन कराने का निर्देश दिया है ऐसे में भाजपा विरोध कर माननीय न्यायालय के आदेशों की अवहेलना तो कर ही रही है साथ ही जनता की परेशानियों को भी बढ़ा रही है
रायपुर, 26अप्रैल। राज्य शासन द्वारा छत्तीसगढ़ शासन की ओर से पैरवी करने के लिए दो अधिवक्ताओं को अतिरिक्त एडव्होकेट जनरल नियुक्त किया गया हैै।
इनमें उच्चतम न्यायालय नई दिल्ली हेतु कुबेर बोध को अतिरिक्त एडव्होकेट जनरल और श्री राघवेन्द्र प्रधान को उच्च न्यायालय बिलासपुर हेतु अतिरिक्त एडव्होकेट जनरल बनाया गया है। यह नियुक्ति दो वर्ष की अवधि के लिए है। इस आशय का आदेश नवा रायपुर अटल नगर स्थित मंत्रालय (महानदी भवन) से विधि एवं विधायी कार्य विभाग द्वारा जारी किया गया है।
प्रदेशभर की 23 लाख से ज्यादा बच्चे और 2.45 लाख से अधिक महिलाएं पोषण आहार से वंचित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 26 अप्रैल। रायपुर भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष शालिनी राजपूत ने प्रदेश सरकार के कुपोषण मुक्त अभियान को केवल दिखावा बताते हुए कहा कि प्रदेश सरकार एक ओर प्रदेश को कुपोषण मुक्त करने का केवल दिखावा कर रही है लेकिन सच कुछ और ही है।
प्रदेश में 23 लाख से अधिक बच्चों को पोषण आहार पिछले 24 दिनों से नहीं मिल रहा है वहीं 2.45 लाख गर्भवती एवं शिशुवती महिलाओं को भी पोषण आहार नहीं दिया जा रहा है। पहले जब पोषण आहार रेडी टू ईट का निर्माण महिला स्व सहायता समूह द्वारा किया जाता था तो पूरे प्रदेश में कहीं भी पोषण आहार की कमी नहीं होती थी। लेकिन प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने बदलापुर की राजनीति करते हुए एवं महिला स्व सहायता समूहो के साथ छल करते हुए रेडी टू ईट निर्माण का कार्य बीज विकास निगम को दे दिया गया तब से पोषण आहार निर्माण का कार्य ठप पड़ा है।
उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश भर के कुपोषित एवं अति कुपोषित बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्र के माध्यम से पोषण आहार दिया जाता था साथ ही आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से ही गर्भवती एवं शिशु वती महिलाओं को भी यह पोषण आहार दिया जाता था ताकि उन्हें किसी प्रकार की शारीरिक परेशानी ना हो लेकिन प्रदेश सरकार ने प्रदेशभर की महिलाओं के साथ छल किया है।
भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष शालिनी राजपूत ने कहा कि प्रदेश भर के लगभग 50311 आंगनबाड़ी केंद्रों में पिछले 24 दिनों से पोषण आहार नहीं पहुंचा है जिसके कारण पोषण आहार का वितरण पूरे प्रदेश भर में ठप पड़ा है। प्रदेश सरकार महिला स्व सहायता समूह को बीज विकास निगम के माध्यम से केवल रेडी टू ईट वितरण का कार्य सौंपा था जिसके खिलाफ महिला स्व सहायता समूह ने माननीय उच्च न्यायालय का शरण लिया। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को केवल दाल चावल ही परोसा जा रहा था साथ में रोटी भी परोसी जाती थी लेकिन गेहूं की सप्लाई नहीं होने से बच्चों को रोटी भी नहीं मिल रहा था। उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग करते हुए कहा कि रेडी टू ईट निर्माण का कार्य पुन: महिला स्व सहायता समूह को दिया जाए ताकि सही समय पर बच्चों एवं गर्भवती व शिशुवती महिलाओं को पोषण आहार मिल सके।
विद्यार्थियों ने 200+ पुस्तकें की प्रदर्शित
रायपुर, 26 अप्रैल। स्कूल ऑफ साइंसेज और स्कूल ऑफ लाइब्रेरी साइंस ने माइंडब्रेकर्स नामक पुस्तक मेले का आयोजन किया। पुस्तक मेले का उद्घाटन कुलाधिपति श्री गजराज पगरिया एवं महानिदेशक श्री प्रियेश पगरिया ने किया।
कुलपति श्री के पी यादव ने छात्रों को उनके प्रयासों के लिए बधाई दी। पुस्तक मेले में कुलसचिव श्री गोकुलानंद पांडा ने टीम वर्क की सराहना की। प्रो वाइस चांसलर डॉ. दीपिका ढांड ने छात्रों से कुछ किताबें खरीदीं। पुस्तक मेले में विद्यार्थियों ने विभिन्न पुस्तकों के संग्रह की प्रदर्शनी लगाई। छात्रों द्वारा 200 से अधिक पुस्तकों का प्रदर्शन किया गया। आयोजकों डॉ भाग्यश्री देशपांडे, डॉ आशीष सराफ तथा डॉ कल्पना चंद्राकर ने छात्रों को पुस्तक पढऩे के लिए प्रेरित करने के लिए पुस्तक मेला आयोजित करने के इरादे के बारे में जानकारी दी।
डिप्टी रजिस्ट्रार डॉ. राकेश सोनी ने पुस्तकों का प्रदर्शन करने वाले छात्रों से बातचीत की। सीओई श्री प्रदीप सक्सेना, ओएसडी पीएच.डी. डॉ. विश्वप्रकाश रॉय ने उनके प्रयासों के लिए टीम की सराहना की। पुस्तकालय समिति के अध्यक्ष डॉ. प्रशांत मुंडेजा ने छात्रों के अथक प्रयासों पर टिप्पणी करते हुए भविष्य में इस तरह के आयोजन करने को कहा।
रायपुर, 25 अप्रैल। कला एवं मानविकी संकाय की निर्देशन में अर्थशास्त्र विभाग ने भारत में अनौपचारिक क्षेत्रों में महिला श्रमिकों की स्थिति पर एक दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया। वेबीनार का आयोजन डॉ. शिल्पी भट्टाचार्य, डीन कला और मानविकी संकाय के कुशल निर्देशन में हुआ वेबीनार के मुख्य वक्ता डॉ. वीरेंद्र सिंह मतसनिया, सहायक प्राध्यापक अर्थशास्त्र विभाग, डॉ. हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय, सागर (म.प्र.) थे।
वेबीनार की शुरूआत अर्थशास्त्र विभाग की सहायक प्राध्यापक और वेबीनार की आयोजक डॉ. नम्रता श्रीवास्तव द्वारा सभी गणमान्य व्यक्तियों और प्रतिभागियों के स्वागत के साथ हुई। कार्यक्रम का कुशल संचालन श्रीमती अनुरिमा दास, सहायक प्राध्यापक अंग्रेजी विभाग एवं वेबीनार की सह-संयोजक ने किया।
वेबीनार के वक्ता डॉ. मतसनिया ने आदिवासी ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं के योगदान विषय पर जानकारीपूर्ण एवं विचारोत्तेजक ज्ञान देकर अपना व्याख्यान दिया। साथ ही डॉ. भीमराव अम्बेडकर के नारी संबंधी विचार मैं एक समुदाय की प्रगति को महिलाओं द्वारा हासिल की गई प्रगति के स्तर से मापता हूं पर अपने विचार प्रस्तुत किये।
साथ ही उन्होंने देशमें महिला मजदूरों की स्थिति में सुधार हेतु सुझाव प्रस्तुत किए कि सरकार को महिलाओं की शिक्षा नि:शुल्क करना चाहीए, महिलाओं की सुरक्षा के लिए एक आयोजन होना चाहीए और आयोग की अध्यक्ष एक महिला होना चाहीए। साथ ही रूढ़ीवादी सोच को खत्म करने की बात भी की।
डॉ. मतसनिया ने कहा कि भारत में श्रमिकों के रूप में महिलाओं की भागीदारी को लेकर एक गंभीर न्यूनानुमान हैं। हालांकि पारिश्रमिक पाने वाले महिला श्रमिकों की संख्या पुरूषों की तुलना में बहुत ही कम है। भारत के शहरी क्षेत्रों में महिला श्रमिकों की एक बड़ी संख्या मौजूद है।
उदाहरण के तौर पर सॉफ्टवेयर उद्योग में 30 प्रतिशत कर्मचारी महिलाएं हैं वे पारिश्रमिक और कार्यस्थल पर अपनी स्थिति के मामले में अपने पुरूष सहकर्मियों के साथ बराबरी पर हैं। परंतु भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में कुल महिला श्रमिकों को अधिक से अधिक 89.5 प्रतिशत तक को रोजगार दिया जाता है।
कुल कृषि उत्पादन में महिलाओं की औसत भागीदारी का अनमान कुल श्रम का 55 प्रतिशत से 66 प्रतिशत तक है।
वन आधारित लघु स्तरीय उद्योगों में महिलाओं की संख्या कुल कार्यरत श्रमिकों का 51 प्रतिशत है। विभिन्न आंकड़ों का दर्शाते हुए डॉ. मतसनिया ने कहा कि वैसे ही आदिवासी ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं की स्थिति दशा एवं दिशा दयनीय है और कोरोना काल की गाज भी इन्हीं पर अत्यधिक गिरी। कई महिला लघु उद्योग बंद कर दिए गए कई ग्रामीण महिलाएं जिन कंपनियों में कार्यरत थी वे कंपनियाँ बंद हो गई। बड़े स्तर पर ग्रामीण महिलाएं बेरोजगार हो गई।
डॉ. मतसनिया ने ध्यान आकर्षित करते हुए कहा ऐसी स्थिति में आदिवासी ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं की दशा सुधारने हेतु सरकार को अहम भूमिका निभाना अत्यंत आवश्यक है। वेबीनार के मुख्य वक्ता डॉ. मतसनिया ने इस प्रकार भारत में अनौपचारिक क्षेत्रों में महिला श्रमिकों की स्थिति विषय पर जानकारीपूर्ण और विचारोत्तेजक ज्ञान देकर अपना व्याख्यान दिया। पॉवर पाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से उन्होंने आदिवासी ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं की स्थिति एवं आंकड़ों की चर्चा की।
कार्यक्रम के अंत में डॉ. नम्रता श्रीवास्तव ने आभार प्रदर्शन किया। इस आयोजन में कलिंगा विश्वविद्यालय के कला एवं मानविकी संकाय के समस्त प्राध्यापक एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।
देवेंद्र नगर इलाके में आधी रात बदमाशों ने मचाया आतंक
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 25 अप्रैल। पारस नगर देवेंद्र नगर इलाके से लगे हुए हिस्से में बीती रात चाकू बाजी का बड़ा मामला सामने आया है। रस रंगिया नाम से पान दुकान चलाने वाले कारोबारी संतोष झा के ऊपर चार से पांच युवकों ने ताबड़तोड़ चाकू से हमले किए। हमलावरों के बीच में से एक युवक का नाम विशाल उर्फ विकास दास मानिकपुरी सामने आया है।
‘छत्तीसगढ़’ से बातचीत करने के दौरान संतोष झा ने बताया कि उनका शॉप 12.30 बजे बंद हो रहा था उसी वक्त कुछ लोग सामान लेने के लिए पहुंचे थे। भीड़ होने के कारण किसी बात को लेकर विवाद हो गया इतने में ही पहले एक युवक ने गाली गलौज की। आधे घंटे बाद चार से पांच साथियों को बुलवा लिया। सभी के सभी लोग चाकू लेकर पहुंचे थे। इससे पहले कुछ बात कर पाते कि एक शख्स ने चाकू निकाला और ताबड़तोड़ हमला शुरू कर दिया। गाल पेट सीना और पीठ में गंभीर चोटें पहुंचाई। क्योंकि रात होने की वजह से बीच-बचाव करने वाला कोई नहीं था जब घायल हालत में आरोपी छोड़कर भाग गए तब किसी तरह से अपने परिजनों को संपर्क किया। पहले नजदीकी अस्पताल में उपचार कराया इसके बाद थाना जाकर घटनाक्रम के बारे में सूचना दी। मामले में देवेंद्र नगर पुलिस ने शिकायत दर्ज करने की बात कही है और आरोपियों की तलाश के लिए टीमें रवाना किए है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 25 अप्रैल। सिक्ख समाज के नौवें गुरु तेग बहादुर जी की 400 वीं जयंती के अवसर पर सिक्ख समाज छत्तीसगढ़ और स्टेशन रोड गुरुद्वारा की ओर से राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में दो दिवसीय शताब्दी समारोह का आयोजन किया गया था। इस समारोह के दूसरे दिन आज मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने समागम में शिरकत की। मुख्यमंत्री ने यहां सबसे पहले गुरु ग्रंथ साहिब के सामने मत्था टेका और छत्तीसगढ़वासियों की सुख-समृद्धि व खुशहाली की कामना की। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने महान गुरु तेग बहादुर के समाज के लिए दिए गए योगदान के लिए उनकी जीवनी को छत्तीसगढ़ के स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करने की घोषणा की। साथ ही गुरुनानक देव जी की छत्तीसगढ़ से जुड़ी स्मृति को चिरस्थायी बनाने के लिए बसना के नजदीक उनके प्रवास स्थान गढफ़ुलझर को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की घोषणा भी की।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि समाज और देश पर जब भी किसी तरह का संकट आया, सिक्ख समाज ने हमेशा ही समाज की सेवा और चुनौतियों से लडऩे के लिए सबसे आगे खड़ा रहा। कोरोना के समय भी जब लोग घरों के भीतर भी भयभीत थे, तब जरूरतमंदों को भोजन उपलब्ध कराने की सेवा में सिक्ख समाज जुटा रहा। उन्होंने कहा, सेवा के मायने किसी और समाज में उतना नहीं दिखता, जितना की सिक्ख समाज में देखने को मिलता है।
समागम में प्रदेशभर से आज 400 सिक्ख परिवारों द्वारा अपने घरों में रखे गए सहजपाठ का आज साइंस कॉलेज मैदान रायपुर में समापन किया गया। आज के कार्यक्रम में लुधियाना से आए कीर्तनकार श्री जोगिंदर सिंह व श्री सुरजीत सिंह रसिला (दिल्ली) एवं श्री करमजीत सिंह निमाना (पटियाला) ने चारों दीवान में शबद कीर्तन गायन कर संगत को निहाल कर दिया। संगत ने सभी दीवान में बढ़-चढक़र हिस्सा लिया।
कार्यक्रम में अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष श्री महेन्द्र सिंह छाबड़ा, छत्तीसगढ़ हाउसिंग बोर्ड के अध्यक्ष एवं विधायक कुलदीप जुनेजा, संसदीय सचिव व विधायक विकास उपाध्याय, विधायक बृजमोहन अग्रवाल, सिख समाज के संयोजक सुरेन्द्र सिंह छाबड़ा, स्टेशन रोड गुरुद्वारा के अध्यक्ष निरंजन सिंह खनूजा, संरक्षक सिख समाज गुरुबक्श सिंह छाबड़ा, गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के उपाध्यक्ष इंदरजीत सिंह छाबड़ा, सचिव तेजिंदर सिंह होरा मौजूद रहे।
जिले में आबकारी विभाग पहले से ज्यादा सख्त
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 25 अप्रैल। शहर में शराब बिक्री के दौरान ओवर रेट करने वालों पर कड़ाई के बाद प्लेसमेंट कंपनी में हडक़ंप का माहौल बना हुआ है खासकर से कर्मचारियों के नौकरियां छोडऩे की स्थिति में व्यवस्था अब गड़बड़ाने लगी है। कर्मचारियों की तंगी के बीच दुकानों में तैनात सुरक्षा गार्डों से काम लिया जा रहा है।
आबकारी विभाग ओवर रेट के मामले में पहले से और ज्यादा सख्त है। इसके पहले लखौली में गबन और फिर आरंग शराब दुकान में बड़ी चोरी के बाद से विभाग ने प्लेसमेंट कंपनी के नियुक्त ज्यादातर फील्ड अफसरों को बिठा दिया है। प्लेसमेंट कंपनी व्यवस्था संभालने पूर्व में जो सेटअप बनाया है आबकारी ने उसमें पूरी तरह से बदलाव कर दिया है। शराब दुकानों में ओवर रेट पर लगाम कसे जाने के बाद से ज्यादातर दुकानों में कर्मचारियों ने नौकरी छोड़ दी है या फिर उन्हें किसी कारण से कंपनी ने हटा दिया है।
कर्मचारियों की संख्या घटने के बाद जरूर दोबारा कैंप लगाकर कर्मचारी बढ़ाने के प्रयास चल रहे हैं। पिछले हफ्ते कैंप का आयोजन कर दर्जनभर कर्मचारियों की भर्ती की गई है। अब दुकानों में नए चेहरों के आने के बाद उनकी गतिविधियों पर चौकसी के साथ शराब बिक्री करने कहा जा रहा है। गौरतलब है कि तीन साल पहले जिले में शराब बिक्री के लिए प्लेसमेंट कंपनी एटूजेड ने लगभग 500 कर्मचारियों की भर्ती की थी। आज की स्थिति में कर्मचारियों की संख्या 250 से 300 के बीच रह गई है। इसमें कभी कर्मचारी घट रहे तो कभी नए के आने के बाद उनकी संख्या बढ़ रही है। कर्मचारियों के अंदर-बाहर के चलते फिलहाल व्यवस्था प्रभावित है।
दुकानों में घटती से चिंता
शराब दुकानों में इन दिनों घटती की चिंता सबसे ज्यादा है। एक करीबी सूत्र का दावा है दुकानों में ऑडिट होने के बाद लगभग 70 फीसदी दुकानों में बिक्री की राशि में अंतर बताए जाने पर आबकारी कंपनी से रकम वसूल कर रहा। दरअसल बाहर की बेगारी दूर करने के साथ अपने खर्चे के लिए ओवर रेट वसूल करने की परंपरा है लेकिन जिला आबकारी उपायुक्त अनिमेष नेताम के सख्त निर्देश के बाद अब सर्किल अफसर भी कर्मचारियों पर हावी है।
अभी गबन से राहत
दो साल पहले जिले में जिस तरह से दुकानों में गबन के मामले सामने आए थे फिलहाल इस बार आबकारी के लिए राहत है। 5 लाख से लेकर 16 लाख रुपये तक की गड़बडिय़ां बाहर आई थी लेकिन इसके बाद आबकारी ने कड़ा रूख अपनाते हुए कई कर्मचारियों पर सीधे एफआईआर दर्ज कराया। इसके बाद गबन के मामले में अंकूश लगाया जा सका। पिछले छह से आठ महीने में लखौली छोड़ किसी दुकान से बड़ा मामला सामने नहीं आया है।
रायपुर। दो दिनों की राहत के बाद सूरज आज से फिर तपेगा यह सिलसिला अगले कुछ दिनों तक जारी रहेगा। इस दौरान मध्य छत्तीसगढ़ के जिलों में तापमान 43-44 तक रहने के संकेत हैं।इधर मौसम विभाग ने बताया है कि 26 से 28 अप्रैल तक अधिकतम तापमान में 3 डिग्री सेल्सियस तक वृद्धि हो सकती है ।कल से प्रदेश में लू (ग्रीष्म लहर) जैसे स्थिति बनने की शुरूआत होने की सम्भावना है।
वहीं एक द्रोणिका दक्षिण पूर्व मध्य प्रदेश से कर्नाटक तक 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। प्रदेश के उत्तरी क्षेत्र में उत्तर से हवा तथा दक्षिणी क्षेत्र में दक्षिण से हवा आ रही है। कल मंगलवार को प्रदेश के मध्य और उत्तर भाग में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में वृद्धि होने की संभावना है। प्रदेश के दक्षिणी भाग में एक-दो स्थानों पर हल्की वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पडऩे की संभावना है। प्रदेश में गरज चमक के साथ एक-दो स्थानों पर अंधड भी चलने की संभावना है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 25 अप्रैल। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ योग आयोग के पंचम स्थापना दिवस पर राजधानी रायपुर में तीन दिवसीय राज्य स्तरीय योगासन प्रतियोगिता सह सम्मेलन का शुभारंभ किया।कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ राज्य गृह निर्माण मंडल के अध्यक्ष कुलदीप जुनेजा, संसदीय सचिव विकास उपाध्याय, विधायक बृजमोहन अग्रवाल, छत्तीसगढ़ योग आयोग के अध्यक्ष शज्ञानेश शर्मा और सदस्य रविन्द्र सिंह, राजेश नारा उपस्थित है।
मुख्यमंत्री तथा अन्य अतिथियो के समक्ष योगासन के छात्रों ने किया योगासन का प्रदर्शन किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 25 अप्रैल। रायपुरा स्थित 29 एकड़ जमीन हड़पने के लिए फर्जीवाड़ा करने का केस फूटा है। पुलिस ने प्रारंभिक जांच के आधार पर 12 लोगों को आरोपी बनाया है अब इस मामले में दस्तावेजों की एक्सपर्ट जांच का फैसला लिया गया है।
फर्जी हस्ताक्षर नुमना जांच के लिए हैंड राइटिंग एक्सपर्ट की मदद लेकर साक्ष्य जुटाए जाएंगे। जानकारी के मुताबिक करोड़ों रुपये की जमीन को फर्जी दास्तावेज तैयार कर अपने नाम करने कूटरचना की गई। मामले का खुलासा होने के बाद 3 महिलाओं समेत 12 लोगों के खिलाफ गोलबाजार थाने में एफआईआर दर्ज किया गया। चौबे कॉलोनी में रहने वाले संकेत कुमार दफ्तरी की शिकायत के बाद तहसील दफ्तर से अतितिक्त तहसीलदार ज्योति सिंह ने इस मामले की जांच के लिए प्रकरण गोलबाजार थाने को भेजा था। दास्तावेजों की जांच करने के लिए नामांतरण के भी निकलवाए गए। जो रजिस्ट्री सामने आई उसमें जमीन मालिक के अंगूठे के निशान और हस्ताक्षर दोनों मिले। रजिस्ट्री दस्तावेज में अंगूठा लगाने वाले का नाम तक नहीं लिखा गया था। रायपुरा की इस जमीन की मुख्य मालिक स्वर्गीय रतन बाई बेगानी को बताया गया है। मालूम हुआ है उनकी मृत्यु के बाद इस जमीन के असली मालिक निर्मला बैद, प्रमिला दफ्तरी और मंजुला मेहता हैं। यह तीनों पश्चिम बंगाल, महारा और मध्यप्रदेश में रहते हैं। स्टेशन रोड में रहने वाले विक्रम भट्ट, बालाघाट के अभिषेक सराफ, कमल चंद डागा, लोकेश जैन, नीलेश जैन सदरबाजार, करनलाल नागपुरे, सुगरता नागपुरे, सुमीता माहले, उर्मिला ढेकवार, बृजेश गुप्ता, मनोज कुमार ‘जैना और शिव सिंग ठाकुर नामक व्यक्ति ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर जमीन हड़पने की कोशिश की। इन सभी के खिलाफ गोलबाजार थाने में एफआईआर दर्ज की गई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 25 अपै्रल। महापौर श्री एजाज ढेबर के जनचौपाल में 100 से अधिक नागरिक मांग,समस्या को लेकर पहुचे, अधिकतर लोगों ने नाली सफाई,स्ट्रीट लाईट, पेयजल, आधार कार्ड बनवाने की मांग रखी, महापौर ने समस्या के त्वरित निदान के निर्देश दिए।
ढेबर से आज 80 आवेदन प्राप्त हुए, जिसमें मुख्य रूप से अधिकतर लोगों ने नालियों, नालों की सफाई, स्ट्रीट लाईट लगवाने, पेयजल आपूर्ति, मूलभूत जनसुविधाएं दिलवाने, मकान दिलवाने, राशन दिलवाने, बच्चों का एडमिशन करवाने,सहित अन्य मूलभूत विषयों को लेकर मांग की।
उन्होंन त्वरित निदान करने के सम्बन्ध में कार्य से सम्बंधित अधिकारियों को निर्देशित किया। महापौर एजाज ढेबर ने एक बार पुन: कहा कि वे सप्ताह में चार दिन सोमवार, मंगलवार, बुधवार, गुरुवार को नियमित रूप से सुबह 10 बजे से 11.30 बजे के मध्य डेढ़ घंटे की अवधि के लिये जनचौपाल में अपने शासकीय आवास उपलब्ध रहेंगे।
रायपुर, 25 अप्रैल। बूढ़ा तालाब के पास धरने पर बैठे संविदा विद्युत कर्मचारियों पर पांच अलग-अलग धाराओं में केस दर्ज करने के बाद अब गिरफ्तारी करने की तैयारी है। नौ सौ लोगों के पदर्शन करने के बीच पुलिस ने प्रमुख प्रदर्शनकारियों के खिलाफ में नामजद अलग-अलग धाराओं के तहत अपराध पंजीबद्ध किया था।
जानकारी मिली है कि पुलिस अब जल्द प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार करेगी। मुख्य रूप से पुलिस ने विवेक भगत, उमेश पटेल, कमलेश भारद्वाज, राजीव नेताम, अमित नेताम, उमेश लोनिया, अजय चौहान, एमेश्वर वैष्णव, रमेश पैकरा,, राजेंद्र कुमार, शनि कुमार, नागेश मरावी, सहीश कुमार डहरिया, शिव चरण खैरवार, नवल सिंह परमार, नीरज कुमार साहू, हेमंत कश्यप के खिलाफ एक साथ धारा 147,186,332, 353 के तहत अपराध दर्ज किया गया है। बता दें मामले में कर्मचारियों के खिलाफ पुलिस में सागर पदमवार नामक एक दुकानदार ने भी शिकायत दर्जै की है जिसमें पुलिस ने अलग से आईपीसी की धारा 147, 341 के तहत में अपराध दर्ज किया। गौरतलब है कि पावर कंपनी में कार्यरत 2500 कर्मचारी नियमितिकरण और दुर्घटना में शहीद कर्मचारियों के परिवार को न्याय दिलाने के लिए आंदोलन छेड़ रखा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 25 अप्रैल। केंद्र सरकार ने फेरो स्क्रैप लिमिटेड के विनिवेश की तैयारी शुरू कर दी है। कर्मचारी संगठन इसकेे के विरोध में उतर आए हैं। कर्मचारी नेताओं ने सोमवार को रायपुर में पत्रकारवार्ता में बताया कि बीजीओ नामक की निजी कंपनी को पूर्ण जिम्मेदारी दे दी है। कंपनी का मुख्यालय भिलाई में है जहां पर 3600 स्थाई-अस्थाई कर्मचारी अधिकारी काम करते हैं। इस निजीकरण के फैसले से यहां और सेल के कर्मचारियों तथा स्थानीय लोगों में केंद्र सरकार के प्रति रोष है। एफएसएनएल के कर्मचारी संगठनों ने समाज के सभी वर्गों से इस निजीकरण का विरोध मुहिम से जुडऩे के लिए आह्वान किया है।
अभाी फेरो स्क्रैप निगम लिमिटेड के हर इकाइयों में विरोध प्रदर्शन हो रहा है। भविष्य में इस विरोध के और बढऩे के आसार हैं। कर्मचारियों का कहना है कि हम सरकार से आग्रह करते हैं कि फेरो स्क्रैप निगम लिमिटेड का विनिवेश प्रक्रिया बंद किया जाए या फिर इसका विलय सेल में किया जाएगा, जिससे फेरो स्क्रैप निगम लिमिटेड लोक उद्यम बना रहे एवं राष्ट्र में अपनी सेवाएं निरंतर प्रदान करता रहे। यदि हम इस लोक उद्यम को बचाने में सफल होते हैं तो फेरो स्क्रैप निगम लिमिटेड राष्ट्र में रोजगार निर्माण के साथ साथ राज्य/देश के राजस्व में अपना बहुमूल्य योगदान निरंतर प्रदान करता रहेगा। हम सरकारी इस्पात सयंत्रों को भी इस्पताल माफियाओं के घुसपैठ से बचा सकेंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 25 अप्रैल। छत्तीसगढ़ तेलुगू ब्राम्हण समाज (सीजी-टैब्स) ने रविवार को उगादी नववर्ष मिलन समारोह का रंगारंग आयोजन किया। टाटीबंध गुरूद्वारा के सभागृह में तीन घंटे से अधिक चले आयोजन में गीत, नृत्य और जादू का शो भी हुआ। इस कार्यक्रम में दांपत्य जीवन का गोल्डन जुबली (50 वर्ष) मना रहे 12 जोड़ों और कोरोना वारियर्य का सम्मान भी किया गया। वी कार्तिक, वी राहुल, वी शरत कुमार की वायलिन और तबले की जुगलबंदी भी गजब की रही। वारंगल से आए जादूगर श्रीराम कल्याण की कलाबाजी और श्रेया शर्मा का रिंगडांस बच्चों को खूब पसंद आया। कार्यक्रम की शुरूआत में अध्यक्ष पीवी शंकर पे 2017 में गठित संगठन की यात्रा का विवरण पेश किया। इस आयोजन में टीबी एसएन मूर्ति, एन तिरूमला राव, के रामकृष्ण, जी वेणुगोपाल, पारिटी प्रसाद राव, वी नागेश, डी मल्लिकार्जुन, वी वी राजकुमार, डी नागेश, , के अपाराव, पी गणेश, एम माधव राव की अहम भूमिका रही। संचालन बी शैलजा, डी सौम्या का मंच संचालन कार्य प्रिय रहा।
रायपुर, 25 अप्रैल । प्रदेश के स्कूलों में कार्यरत 47 हजार अंशकालीन सफाई कर्मचारियों को राज्य सरकार बड़ी सौगात देने की तैयारी कर रही है। मिली जानकारी के अनुसार स्कूल सफाई कर्मचारी को अंशकालिक से पूर्ण कालिक किया जाएगा। वही ड्यूटी के दौरान 150 सफाई कर्मचारियों की मृत्यु पर उनके परिजनों को उसी पद पर नियुक्ति दी जाएगी। स्कूल सफाई कर्मचारियों के नियमितीकरण के सम्बध में मंत्रालय में सुबह 11 बजे बैठक आयोजित होगी।
एक मई को हो सकती है? घोषणा सीएम भूपेश बघेल 01 मई को अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस पर कर्मचारियों के सम्मलेन पर इसका ऐलान करेंगे। प्रदेश के 47000 हजार अंशकालिक सफाई कर्मचारियों को पूर्णकालिक करने की योजना बना ली गई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 25 अप्रैल। नागपुर से रायपुर में सोलर पैनल कारोबार के लिए संपर्क कर एक कारोबारी से लगभग 70 लाख रुपये ठगी करने का मामला सामने आया है। महिला कारोबारी ने अपने दो सहयोगियों के साथ रायपुर में कारोबारी से रकम एंठ लिए। सोलर पैनल लगाए बिना एक चेक दिया वो भी बाउंस हो गया।
सोमवार को पुलिस ने मामले में जयंत जैन निवासी शैलेंद्र नगर की रिपोर्ट पर आरोपी सुजाता वैष्य बैस, अक्षय आर ठाकरे, दोनों निवासी नागपुर और सहयोगी निशांत मसीह निवासी बिलासपुर के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया। पुलिस ने बताया, जयंत का सोलर पैनल का कारोबार है। आरोपी सोलर विंग्स फर्म के भागीदार हैं। 28 सितंबर 2021 में सोलर पैनल देने के लिए करार किया था। पैनल के लिए बतौर एडवांस रकम करीब 70 लाख रुपये का भुगतान करवा लिए। कई दिनों बाद भी पैनल नहीं भेजा। प्रार्थी का कहना है आरोपियों ने अपने फर्म का भरोसा दिलाते हुए कुछ दिनों बाद प्राइवेट बैंक का चेक दे दिया।
जब तय की गई तारीख पर चेक लगाया तो वह भी बाउंस हो गया। इस तरह से आरोपी फर्म के भागीदारों ने रकम मंगवाकर उनके साथ में ठगी कर ली। इस मामले में लिखित शिकायत होने पर दस्तावेजों और बैंक स्टेटमेंट के आधार पर धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 25 अप्रैल। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) की 10वीं- 12वीं बोर्ड परीक्षाओं के नतीजे मई के दूसरे सप्ताह में घोषित किए जा सकते हैं। इस बार दोनों परीक्षाओं की मेरिट लिस्ट भी एक साथ जारी की जा सकती है। इसे देखते हुए माशिमं नतीजे सीएम भूपेश बघेल के हाथों जारी करने की तैयारी कर रहा है ।
मंडल के एक सदस्य के मुताबिक 2022 की कापियों का मूल्यांकन लगभग पूरा हो गया है। डाटा प्रोसेसिंग के बाद 10 मई तक परीक्षा के परिणाम आ सकते हैं। बीते दो वर्षों में कोरोना काल में असाइनमेंट के आधार पर बच्चों ने घर में उत्तर पुस्तिका भरकर जमा किया था उस आधार पर जनरल प्रमोशन की तरह नतीजे घोषित किए गए थे।दो साल बाद इस बार परीक्षार्थियों ने परीक्षा केंद्रों पर बैठकर यानी आफलाइन परीक्षा दी है। इसलिए इस बार परीक्षार्थी प्राप्त अंकों से संतुष्ट नहीं होने पर पुनर्मूल्यांकन-पुनर्गणना करा सकेंगे। गौरतलब है कि 12वीं की परीक्षा में इस साल रायपुर में 30 हजार 750 और प्रदेशभर में कुल दो लाख 93 हजार 425 परीक्षार्थी शामिल हुए हैं।
इनमें दो लाख 89 हजार 808 परीक्षार्थी नियमित हैं। जबकि तीन हजार 617 प्राइवेट परीक्षार्थी शामिल हुए हैं। वहीं 10वीं की परीक्षा में इस बार रायपुर में 23 हजार 617 समेत प्रदेशभर में तीन लाख 80 हजार 27 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं। इनमें तीन लाख 77 हजार 667 नियमित और दो हजार 360 प्राइवेट परीक्षार्थी पंजीकृत हुए हैं।
प्रशासन ने सभी के नाम मांगे, किसानों की गांव-गांव में बैठकें जारी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 25 अपै्रल। नवा रायपुर प्रभावित किसान प्रतिनिधि और जिला प्रशासन के अधिकारियों के बीच बैठक हुई. किसान संघ के प्रतिनिधि मंडल के साथ एसडीएम गोपाल वर्मा, आर. एन साहू, एसडीएम अतुल श्रीवास्तव, एडिशन एसपी तारकेश्वर पटेल मौजूद रहे. इस दौरान राष्ट्रीय किसान नेता राकेश टिकैत के कार्यक्रम की जानकारी मांगी गई.
नवा रायपुर प्रभावित किसान संघ के अध्यक्ष रूपन लाल चंद्राकर ने कहा कि राज्य सरकार की दमनकारी नीति है. यदि हम बगैर परमिशन के बैठते तो 28 दिसंबर 2021 को हमने जब महापंचायत कर एनआरडीए परिसर में धरना देने का निर्णय लिया था.
हमें उस वक्त बैठने की अनुमति क्यों दी गई, लेकिन आज 110 दिन बाद इन्होंने रात के अंधेरे में हमारे सामानों को निकालकर बाहर करा दिया. धारा 144 का हवाला देकर बाहर निकाल दिया जाता है.
आज यहां राकेश टिकैत के अकार्यक्रम की जानकारी मांगी गई है. हमने पूरे कार्यक्रम की जानकारी दी है. उसी जगह पर अपना प्रदर्शन करने की अनुमति मांगी है. राकेश टिकैत हमारे कार्यक्रम में आएंगे ही, क्योंकि वो किसानों के राष्ट्रीय नेता हैं. हम भी एक किसान हैं. सरकार चाहे जितना दमन करे. आंदोलन होगा, हम राजनीतिक दल के व्यक्ति नहीं है, हम असली गांधीवादी लोग हैं.
एसडीएम गोपाल वर्मा ने कहा कि किसान प्रतिनिधि मंडल के साथ बैठक की गई है। राकेश टिकैत के कार्यक्रम की जानकारी ली गई है. साथ ही जिला प्रशासन की ओर से जारी धरना प्रदर्शनों के लिए अनुमति फॉर्म दिया गया है, जिसे भरकर अनुमति मांगी जाएगी। नये फार्मेट के अनुसार इस प्रदर्शन में अधिकतम सौ लोग ही शामिल हो सकेंगे। इन सभी के नाम भी देने होंगे।
इससे पहले रविवार तडक़े प्रशासन ने किसानों को एनआरडीए परिसर से जबरन हटा दिया था। अब किसान वहां से हटकर कयाबांधा गांव के बाहर आम के बगीचे में बैठ गए हैं। इसी स्थान पर सोमवार को दोपहर में सभी प्रभावित ग्रामीणों की एक पंचायत होनी है।
आंदोलन का नेतृत्व कर रहे नई राजधानी प्रभावित किसान कल्याण समिति के अध्यक्ष रूपन चंद्राकर ने बताया, प्रशासन ने किसान आंदोलन पर हमला किया है। इससे लोगों में नाराजगी है। मांग पूरी होने तक किसान पीछे हटने वाले नहीं हैं। वहां से हटने के बाद हम लोग कयाबांधा गांव के बाहर बगीचे में इकट्?ठे हुए हैं। वहां पहले भी संगठन की बैठक और धरने आदि होते रहे हैं। रविवार को वहां एक बड़ी बैठक हुई है। वहां आंदोलन की आगे की रणनीति पर शुरुआती चर्चा हुई है। रात में भी गांवों में बैठकें हुई हैं। सोमवार को कयाबांधा के बगीचे में ही सभी ग्रामीणों की एक पंचायत बुलाई गई है। इस पंचायत में आंदोलन की रणनीति और दिशा तय किया जाना है।
अभी तक नहीं दी जप्ती की सूची
किसानों का कहना है कि प्रशासन ने अभी तक उन लोगों को धरना स्थल से जप्त सामानों की सूची नहीं दी है। आंदोलनकारियों ने राखी थाने से इसकी मांग भी की है। रूपन चंद्राकर का दावा है कि प्रशासन ने उनके आंदोलन से करीब 20 लाख रुपए की सामग्री अपने कब्जे में ली है। इसमें करीब एक लाख रुपए नकद, 6 कूलर, आवश्यक कागजात, टेंट, बिस्तर, माइक, साउंड, बिजली के सामान, दरी आदि शामिल है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 25 अपै्रल। कांग्रेस का बहुप्रतीक्षित चिन्तन शिविर राजस्थान के उदयपुर में 13 से 15 मई तक आयोजित होगा। शिविर में भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में किसानों के मुद्दे पर विस्तृत मंथन होगा। किसान के मुद्दे पर विस्तृत रिपोर्ट बनाने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी गठित की है, जिसका कन्वीनर भूपेन्द्र सिंह हुड्डा को बनाया गया है। इसमें हाईकमान ने छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव को सदस्य बनाया है।
यह शिविर छत्तीसगढ़ में आयोजित करने सीएम भूपेश बघेल ने हाईकमान से कहा था। लेकिन एआईसीसी ने राजस्थान में करने का फैसला किया। इस सम्मेलन में सीएम भूुपेश बघेल, प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम और एक-दो महामंत्री भी शामिल हो सकते हैं।
इस शिविर में 2023 के विधानसभा और 24 के लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस की रणनीति बनने जा रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 25 अप्रैल। लिफ्ट लेकर एक कैशियर के बैग से ढाई लाख रुपये गायब करने का मामला सामने आई है। मोहबा बाजार ब्रिज के पास लिफ्ट लेने वाले एक अज्ञात युवक ने पान मसाला कंपनी के कैशियर शिकार बना लिया। बैग में रखे नोटों के बंडल में से ढाई लाख रुपये गायब किया। मामला थाना पहुंचने पर कबीर नगर पुलिस छानबीन में जुटी। खमतराई में भी एक शख्स ने चाकू की नोंक पर दूसरी घटना को अंजाम दिया है।
मामले में सोमवार को बताया गया, अविनाश आशियाना में रहने वाले किशन नाम के व्यक्ति के साथ अज्ञात शख्स ने झांसे में लेकर वारदात की। किशन का कहना है, वह एक पान मसाला कंपनी में कैशियर है। रविवार को काम खत्म करने के बाद वह अपने घर जा रहा था। मोहबा बाजार ब्रिज के पास एक अज्ञात शख्स जिसकी उम्र करीब 30 वर्ष का है उसने लिफ्ट देने के बहाने रोक लिया। गाड़ी खराब होने और कुछ दूर तक जाने की बात कही। किशन ने बातों में आकर उसे अपनी दोपहिया में बिठा लिया। किशन अपने बैग में पांच लाख रुपये रखे थे। बैग पीछे रखकर दोपहिया चला रहा था। अज्ञात व्यक्ति ने श्याम चेंबर आने के ठीक पहले खुद को उतारने कहा और फिर यहां से चला गया। जब किशन ने दोबारा से बैग को जांच किया तो उसमें ढाई लाख रुपये गायब था। पांच लाख रुपये के बंडलों में से आरोपी अज्ञात व्यक्ति ने तीन बंडल गायब कर दिया था। इस मामले में किशन ने फौरन कबीर नगर थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई। खमतराई इलाके में भी रविवार को एक दूसरी वारदात का पता चला। विशाल उइके नामक बदमाश ने ओम प्रकाश श्रीवास को मोबाइल लूटने चाकू अड़ा दिया। भयकारित कर आरोपी ने आगे मारपीट की धमकी दी। घटना के बाद ओमप्रकाश थाने पहुंचा। विशाल इलाके का पुराना बदमाश है। उसने पूर्व में भी मोबाइल लूटपाट की घटनाओं को अंजाम दिया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 25 अप्रैल। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राजधानी रायपुर में आयोजित राष्ट्रीय सहकारी सम्मेलन एवं राष्ट्रीय पुरस्कार वितरण समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा है कि सहकारी क्षेत्र को किसानों और ग्रामीणों की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए सक्षम बनाया जाए। इसके लिए हमें सहकारी बैंकों को राष्ट्रीयकृत बैंकों के समान ही मजबूत बनाने की जरूरत है। साथ ही इन बैंकों से उद्यानिकी और कैश क्रॉप के लिए भी ऋण देने की व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि देश के सहकारी आंदोलन का सबसे बड़ा उद्देश्य किसानों को उनकी उपज का समर्थन मूल्य दिलाना होना चाहिए। ऐसी कोशिश होनी चाहिए कि किसानों को उनकी उपज का लाभकारी मूल्य मिल सके। किसानों को कृषि ऋण, खाद-बीज की उपलब्धता के साथ सहकारी क्षेत्र से और अधिक योजनाओं को जोड़ा जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने देशभर की सहकारिता समितियों को अलग-अलग कैटेगरी में उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए पुरुस्कृत किया। इस अवसर पर उन्होंने अपेक्स बैंक छत्तीसगढ़ बैंक की स्मारिका और जिला बैंक रायपुर द्वारा प्रकाशित ‘किसान किताब‘ का विमोचन किया।
इस मौके पर उन्होंने कहा गोबर से वर्मी कम्पोस्ट, दीये, गमला जैसे उत्पाद महिलाएं तैयार कर रही है। अब गोबर से प्राकृतिक पेंट और बिजली बनाने का काम भी शुरू किया गया है। योजना की बारीकियां समझने के लिए देश के अलग-अलग राज्यों से प्रतिनिधि हमारे यहां आ रहे हैं। झारखंड ने अपने बजट में गोधन न्याय योजना की व्यवस्था को लागू किया है। जबकि उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश जैसे राज्य भी छत्तीसगढ़ के नक्शे कदम पर चल रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश को अनाज उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने वाले अन्नदाता किसानों को ऊर्जादाता बनाने की जरूरत है। एफसीआई में देश की तीन वर्ष की जरूरत का अनाज जमा है। केन्द्र को अनाज से भी एथेनॉल उत्पादन की अनुमति देनी चाहिए।
इसके लिए यह भी जरूरी है कि राज्य सरकार द्वारा किसानों से समर्थन मूल्य पर खरीदी गई उपज का उपयोग एथेनॉल प्लांट में किया जाए, तभी किसानों को इसका लाभ मिलेगा। एथेनॉल प्लांट लगने से रोजगार के अवसर निर्मित होंगे और पेट्रोलियम पदार्थों पर खर्च होने वाली विदेशी मुद्रा की बचत होगी। देश आने वाले समय में पेट्रोलियम के मामले में आत्मनिर्भर बन सकेगा।
मुख्यमंत्री ने सम्मेलन में देशभर से आए सहकारिता के क्षेत्र के प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए कहा कि कृषि और सहकारिता दोनों विषय राज्य के हैं। यही कारण है कि राज्यों की भौगोलिक, सामाजिक और आर्थिक व्यवस्थाओं के अनुरूप नियम बनाए और संचालित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में सहकारिता आंदोलन का इतिहास बहुत पुराना है। छत्तीसगढ़ में ठाकुर प्यारे लाल सिंह ने 1945 में बुनकर सहकारिता आंदोलन की शुरुआत की थी और देश में सहकारिता की शुरुआत पंडित जवाहरलाल नेहरू ने की थी। किसानों का जुड़ाव सहकारी बैंक से है, हमें सहकारिता के क्षेत्र में बहुत कुछ करने की जरूरत है, तभी सहकारिता का यह आंदोलन सफल हो सकता है।
वरिष्ठ विधायक सत्यनारायण शर्मा, कृभको के अध्यक्ष डॉ. चंद्रपाल सिंह यादव, नेशनल फेडरेशन ऑफ स्टेट कोऑपरेटिव बैंक्स (नेफ्सकाब) मुंबई के अध्यक्ष कोंडरू रविंदर राव ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया। स्वागत भाषण अपेक्स बैंक छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष बैजनाथ चंद्राकर ने किया।
रायपुर, 25 अप्रैल। खमतराई क्षेत्र में वाहन जांच की कार्रवाई के दौरान दो गांजा तस्करों को पकड़ा गया है। आरोपी रत्नदीप खरे, रोशन लाल साहू और ओमप्रकाश साहू को दोपहिया में गांजा ले जाते पकड़ा। एक दूसरे मामले में देवलाल साहू की गिरफ्तारी कर उसके पास से भी 4 किलो गांजा बरामद किया। शाम चार बजे के बाद घेराबंदी में फंसे रत्नदीप और उसके साथियों से पुलिस ने साढ़े तीन किलो गांजा बरामद किया। दोनों केस में बरामद गांजा की कीमत हजारों रुपये बताई। खमतराई पुलिस ने बताया, रत्नदीप और देवलाल के संदिग्ध गतिविधियां वाहन जांच के दौरान पकड़ी गई। सडक़ पर जांच पड़ताल करने के दौरान रत्नदीप के पास मौजूद दोपहिया में रखे पार्सल में शक हुआ। घेराबंदी कर जब जांच पड़ताल की तभी आरोपियों के द्वारा गांजा तस्करी करने का पता चला। उनके पास से पार्सल जब्त कर उनकी गिरफ्तारी की। देवलाल साहू भी अपने पास गांजा पार्सल रखा हुआ था। उसके बारे में खबर मिलते ही उसे भी दबोचा गया।
पुलिस का कहना है सभ चारों आरोपियों के पुराने अपराधिक रिकार्ड खंगाले जा रहे हैं। थानों से उनके बारे में और जानकारी ली जा रही है। गांजा तस्करी के पुराने मामलों में भी जांच कर रहे हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 25 अप्रैल। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव भी प्रदेश के सभी जिलों का दौरा करेंगे। इस दौरान वे अपने तीनों ही विभागों के संभाग और जिला स्तर पर चल रही योजनाओं की समीक्षा करेंगे। वे अधिकारियों की बैठक लेंगे साथ ही जिले में लोगों को दी जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं की समीक्षा करेंगे। जल्द ही स्वास्थ्य मंत्री के दौरे की रूपरेखा सामने आ सकती है।
अब तक मिली जानकारी के अनुसार सिंहदेव भी हेलीकॉप्टर से ही दौरे करेंगे। इस संबंध में उन्होंने छत्तीसगढ़ से कहा कि हेलीकॉप्टर मांगेंगे नहीं मिला तो व्यवस्था करेंगे। समझा जा रहा है कि सिंहदेव, किराए के हेलीकॉप्टर से दौरा कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि 1 को कैबिनेट की बैठक के बाद सरगुजा से इसकी शुरुआत करेंगे। उसके बाद संभाग वार दौरा करेंगे।
मृतक की पत्नी से अवैध प्रेम संबंध से उपजा था विवाद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 25 अप्रैल। कबीर नगर के नकटा तालाब में हुए हत्या के मामले में पुलिस ने खुलासा कर दिया है। करीबी एक युवक के गिरफ्तारी के बाद मामले का पर्दाफाश हुआ। पत्नी से अवैध संबंध के चलते हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया था।
तुलु ध्रुव ने थाना कबीर नगर में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह राजेश फर्नीचर के बाजू उड़ता हनुमान मंदिर के पास हीरापुर में रहता है तथा मजदूरी काम करता है। उसका एक लड़का है जिसका नाम मुकेश ध्रुव है, जो शादीशुदा है एवं पेशे से ड्राईवर है। मुकेश ध्रुव करीब विगत 05 वर्षो से साहू ट्रांसपोर्ट में गाड़ी चला रहा था। 9 अप्रैल को प्रातः सूचना प्राप्त हुई कि घर के समीप स्थित नकटा तालाब में उसका लड़का मुकेश ध्रुव मृत हालत में पड़ा है। जिस पर जाकर देखा तो मुकेश ध्रुव तालाब के किनारे मृत अवस्था में पड़ा था जिसके सिर के पीछे बांए तरफ चोट का निशान था एवं खून निकल रहा था। कोई अज्ञात व्यक्ति प्रार्थी के लड़का मुकेश ध्रुव के सिर में मारकर चोट पहुंचाकर हत्या कर दिया था।
हत्या की घटना को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय प्रशांत अग्रवाल द्वारा गंभीरता से लेते हुये स्पेशल टीम को अज्ञात आरोपी की पतासाजी कर जल्द से जल्द गिरफ्तार करने निर्देशित किया गया। एण्टी क्राईम एवं सायबर यूनिट तथा थाना कबीर नगर पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा अज्ञात आरोपी की पतासाजी करना प्रारंभ किया गया। निरीक्षण कर घटना के संबंध में प्रार्थी, मृतक की पत्नि, साथी सहित आसपास के लोगों से विस्तृत पूछताछ किया गया। प्रकरण में मुखबीर लगाने के साथ ही तकनीकी विश्लेषण के माध्यम से भी अज्ञात आरोपी को चिन्हांकित करने के प्रयास किये जा रहे थे। इसी दौरान टीम के सदस्यों को मुखबीर से सूचना प्राप्त हुई कि मृतक को अंतिम बार उसके ही ट्रांसपोर्ट में काम करने वाले अविनाश भण्डारकर उर्फ आकाश के साथ तालाब के पास देखा गया था। जिस पर टीम द्वारा अविनाश भण्डारकर उर्फ आकाश की पतासाजी करने पर ज्ञात हुआ कि वह दिनांक घटना के बाद से कहीं अन्यत्र फरार है, जिस पर टीम के सदस्यों को अविनाश भण्डारकर उर्फ आकाश पर और भी गहरा शक हो गया। आरोपी अविनाश भण्डारकर उर्फ आकाश स्वयं का बचाव करने तथा पुलिस को छकाने के उद्देश्य से बार-बार अपना स्थान बदलते हुए राजस्थान, गुजरात व अन्य राज्यों में लगातार छिप रहा था। इसी दौरान टीम के सदस्यों को
अविनाश भण्डारकर उर्फ आकाश की उपस्थिति महाराष्ट्र के गोंदिया में होना पाया गया। जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा गोंदिया रवाना होकर पतासाजी करते हुए अंततः अविनाश भण्डारकर उर्फ आकाश को पकड़ने में सफलता मिली।
पूछताछ में अविनाश भण्डारकर उर्फ आकाश द्वारा बताया गया कि वह एवं मृतक मुकेश ध्रुव एक साथ साहू ट्रांसपोर्ट में गाड़ी चलाते थे इसी दौरान दोनों की दोस्ती हो गयी तथा आरोपी का मृतक के घर आना - जाना लगा रहता था। इसी दौरान आरोपी का मृतक की पत्नि के साथ प्रेम संबंध हो गया तथा आरोपी मृतक की पत्नि से विवाह करना चाहता था। जिस पर आरोपी अविनाश भण्डारकर उर्फ आकाश ने मृतक मुकेश ध्रुव की हत्या करने की साजिश रच डाली। दिनांक घटना को आरोपी अविनाश भण्डारकर उर्फ आकाश मृतक मुकेश ध्रुव को फोन कर शराब पीने हेतु कहा तथा आरोपी अपने होण्डा मोटर सायकल में मृतक को बैठाकर तालाब पास ले गया तथा दोनों ने शराब पिया, इसी दौरान आरोपी ने मुकेश ध्रुव की पत्नि के साथ स्वयं के प्रेम संबंध के बारे में मृतक मुकेश ध्रुव को बताया जिस पर दोनों में जमकर विवाद हुआ तथा विवाद शांत हो गया। इसी दौरान मृतक मुकेश ध्रुव ने आरोपी अविनाश भण्डारकर उर्फ आकाश को बोला कि वह शौच करने जा रहा है आकर पुनः इस संबंध में बात करेगा तथा मृतक शौच कर रहा था तभी आरोपी अविनाश भण्डारकर उर्फ आकाश ने पास पड़े पत्थर से मुकेश ध्रुव के सिर पर ताबड़तोड़ वार किया जिससे मुकेश ध्रुव की मृत्यु हो गई तथा आरोपी अविनाश भण्डारकर उर्फ आकाश वहां से फरार हो गया।
आरोपी अविनाश भण्डारकर उर्फ आकाश को गिरफ्तार कर उसकी निशानदेही पर कब्जे से घटना में प्रयुक्त पत्थर एवं होण्डा मोटर सायकल क्रमांक सी जी /04/एन एफ/0501 को जप्त कर आरोपी के विरूद्ध अग्रिम कार्यवाही किया गया।