रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 25 अप्रैल। सिक्ख समाज के नौवें गुरु तेग बहादुर जी की 400 वीं जयंती के अवसर पर सिक्ख समाज छत्तीसगढ़ और स्टेशन रोड गुरुद्वारा की ओर से राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में दो दिवसीय शताब्दी समारोह का आयोजन किया गया था। इस समारोह के दूसरे दिन आज मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने समागम में शिरकत की। मुख्यमंत्री ने यहां सबसे पहले गुरु ग्रंथ साहिब के सामने मत्था टेका और छत्तीसगढ़वासियों की सुख-समृद्धि व खुशहाली की कामना की। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने महान गुरु तेग बहादुर के समाज के लिए दिए गए योगदान के लिए उनकी जीवनी को छत्तीसगढ़ के स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करने की घोषणा की। साथ ही गुरुनानक देव जी की छत्तीसगढ़ से जुड़ी स्मृति को चिरस्थायी बनाने के लिए बसना के नजदीक उनके प्रवास स्थान गढफ़ुलझर को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की घोषणा भी की।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि समाज और देश पर जब भी किसी तरह का संकट आया, सिक्ख समाज ने हमेशा ही समाज की सेवा और चुनौतियों से लडऩे के लिए सबसे आगे खड़ा रहा। कोरोना के समय भी जब लोग घरों के भीतर भी भयभीत थे, तब जरूरतमंदों को भोजन उपलब्ध कराने की सेवा में सिक्ख समाज जुटा रहा। उन्होंने कहा, सेवा के मायने किसी और समाज में उतना नहीं दिखता, जितना की सिक्ख समाज में देखने को मिलता है।
समागम में प्रदेशभर से आज 400 सिक्ख परिवारों द्वारा अपने घरों में रखे गए सहजपाठ का आज साइंस कॉलेज मैदान रायपुर में समापन किया गया। आज के कार्यक्रम में लुधियाना से आए कीर्तनकार श्री जोगिंदर सिंह व श्री सुरजीत सिंह रसिला (दिल्ली) एवं श्री करमजीत सिंह निमाना (पटियाला) ने चारों दीवान में शबद कीर्तन गायन कर संगत को निहाल कर दिया। संगत ने सभी दीवान में बढ़-चढक़र हिस्सा लिया।
कार्यक्रम में अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष श्री महेन्द्र सिंह छाबड़ा, छत्तीसगढ़ हाउसिंग बोर्ड के अध्यक्ष एवं विधायक कुलदीप जुनेजा, संसदीय सचिव व विधायक विकास उपाध्याय, विधायक बृजमोहन अग्रवाल, सिख समाज के संयोजक सुरेन्द्र सिंह छाबड़ा, स्टेशन रोड गुरुद्वारा के अध्यक्ष निरंजन सिंह खनूजा, संरक्षक सिख समाज गुरुबक्श सिंह छाबड़ा, गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के उपाध्यक्ष इंदरजीत सिंह छाबड़ा, सचिव तेजिंदर सिंह होरा मौजूद रहे।