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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 3 फरवरी। राजधानी रायपुर में एक बार फिर से चाकूबाजी की घटना सामने आई है। गंज थाना क्षेत्र के लोधीपारा स्टेशन रोड में एक होटल के सामने ठेला लगाने को लेकर विवाद के चलते भाजपा नेता संदीप जंघेल पर यहीं के एक युवक ने धारदार चाकू से हमला कर दिया गया। हमले में घायल भाजपा नेता को अंबेडकर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गंज पुलिस मौके पर पहुंचकर जांच में लगी है। घटना के बाद से आरोपी फरार है।
दूसरी तरफ भाजपा जिला अध्यक्ष श्रीचंद सुंदरानी के नेतृत्व में दर्जनों भाजपा एवं भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने गंज थाने का घेराव कर प्रदर्शन किया। उन्होंने भाजपा नेता संदीप जंघेल को जान से मारने की धमकी देते हुए चाकू से हमला करने वाले युवक बाबू जंघेल(20) की जल्द गिरफ्तारी की मांग की। उन्होंने चेतावनी दी है कि आरोपी की जल्द गिरफ्तारी ना होने पर वे सभी सडक़ पर उतरकर प्रदर्शन करेंगे। मौके पर मौजूद एसएसपी अजय यादव ने कार्यकर्ताओं को आश्वासन दिया है कि आरोपी की गिरफ्तारी जल्द कर ली जाएगी।
बताया गया कि भाजपा नेता के लोधीपारा स्थित बालाजी गेस्ट हाउस के सामने इसी मोहल्ले का बाबू जंघेल अपना ठेला लगाता था। भाजपा नेता ने उसे ठेला हटाने कहा, तो वह उन्हें जान से मारने की धमकी देने लगा और आवेश में आकर उसने भाजपा नेता के जांघ और पीठ पर चाकू से हमला कर दिया। गंज पुलिस का कहना है कि घटना को लेकर फिलहाल ज्यादा कुछ जानकारी सामने नहीं आई है। घायल को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है। आरोपी के पकड़ में आने के बाद बाकी सभी जानकारी सामने आएगी।
उल्लेखनीय है कि रायपुर में इसके पहले भी चाकूबाजी की कई घटनाएं सामने आ चुकी है और कुछ की जान भी चली गई है।
महिलाओं के मामले में राज्य सरकार सजग और संवेदनशील- रेखा शर्मा
रायपुर, 3 फरवरी। केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग द्वारा महिलाओं को न्याय और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए किए गए कार्यों की प्रसंशा की। उन्होंने कहा जिस तरह छत्तीसगढ़ में महिलाओं के सम्मान की रक्षा के लिए त्वरित कार्यवाही की जा रही है, वैसा किसी और राज्य में परिलक्षित नहीं हो रहा है। सभी राज्यों के महिला आयोग को छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग के कार्यों से प्रेरित होकर महिलाओं को यथाशीघ्र न्याय दिलाने की दशा में काम करना चाहिए। केन्द्रीय मंत्री श्री जावेडक़र राष्ट्रीय महिला आयोग द्वारा आयोजित देश के सभी राज्यों के महिला आयोग के अध्यक्षों के सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए उक्त बातें कही। यह समारोह नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय महिला आयोग के कार्यालय में आयोजित हुआ।
इस अवसर पर समारोह को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती रेखा शर्मा ने कहा कि महिलाओं के मामले में छत्तीसगढ़ सरकार सजग और संवेदनशील है। छत्तीसगढ़ राज्य ने कोविड-लॉकडाउन के दौरान महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए बड़ी संख्या में जनसुनवाई की है। छत्तीसगढ़ महिला आयोग ने अब तक 5 महीनों में 44 जनसुनवाई में 11 सौ प्रकरणों की सुनवाई की है, जिसमें लगभग 400 मामलों का निराकरण किया गया है। छत्तीसगढ़ में महिला आयोग की जनसुनवाई में सभी जिलों के कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक का सहयोग मिलता है। महिला आयोग के निर्देशों पर कड़ाई से पालन किया जाता है। छत्तीसगढ़ में महिलाओं के शिकायतों के निराकरण में जिस तरह पुलिस-प्रशासन तत्परता से कार्य कर रही है, वैसा पूरे देश में कहीं नहीं हो रहा है।
छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक ने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ में राज्य महिला आयोग को बहुत ज्यादा शक्ति प्रदान की है। मुख्यमंत्री के दिशा-निर्देश पर ही पुलिस और प्रशासन से सहयोग लेकर तीव्र गति से महिलाओं को न्याय दिलाने में आयोग तत्परता से काम कर रहा है। राष्ट्रीय महिला आयोग द्वारा आयोजित सम्मान समारोह के अवसर पर राष्ट्रीय महिला आयोग के विशेष सलाहकार एवं छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष हर्षिता पाण्डेय भी उपस्थित थीं।
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रायपुर, 3 फरवरी। नेहरू युवा केन्द्र द्वारा विगत दिवस रायपुर जिले सलाहकार समिति बैठक में अपर कलेक्टर, बीसी साहू की अध्यक्षता में जल शक्ति अभियान का आगाज किया गया। इसका मुख्य उद्देश्य आम-जन को जल संचयन, संरक्षण हेतु जागरुक करना है। इस अभियान के जरिए स्वंय सेवक विभिन्न माध्यमों के जरिए लोगों को जल संरक्षण के लिए जागरुक करेंगे।
जल शांति अभियान के बारे में अर्पित तिवारी, अधिकारी नेहरू युवा केंद्र, रायपुर ने बताया कि यह अभियान नेहरू युवा केन्द्र द्वारा रायपुर जिले के 50 गांव व चारों विकासखण्ड में चलाया जाएगा। इस अभियान के तहत नेहरू युवा केन्द्र के स्वयंसेवको द्वारा जन आंदोलन व जागरूकता से संबंधित गतिविधि जैसे-दीवार लेखन, नुक्कड़ नाटक, एवं प्रचार प्रसार के माध्यम से ग्रामीण नागरिकों को जागरूक किया जाएगा। युवाओं को जल संरक्षण के लिए प्रेरित करने के लिए ऑनलाइन वेबिनार का भी आयोजन किया जाएगा जिसमें विषय विशेषज्ञों द्वारा युवाओं का कौशल विकास कर मार्गदर्शन दिया जाएगा। अभियान के तहत जल संरक्षण पर आधरित निबंध लेखन एवं स्लोगन लेखन प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जायेगा।
यह अभियान दो चरण में चलाया जाएगा आगामी तीन महीने में जन जागरूकता पर जल संरक्षण करने पर प्रेरित किया जाएगा तथा दूसरे चरण में एकीकृत जलसंरक्षण प्रबंधन कार्यक्रम कराये जाने की संभावना है। इस अवसर पर आशीर्वाद एजुकेशन एंड वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष लुकेश बघेल, पं सुन्दरलाल शर्मा एजुकेशन सोसाइटी के अध्यक्ष आशीष चंद्र शर्मा एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक शारदा पैकरा, दीक्षा पटेल, नरेंद्र यदु, आदि मौजूद रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 3 फरवरी। असम गुवाहाटी में 6 फरवरी से 10 फरवरी तक आयोजित 36वीं नेशनल जूनियर एथलेटिक्स में भाग लेने के लिए छत्तीसगढ़ एथलेटिक्स टीम विगत दिवस असम रवाना हुई। रवाना होने के पूर्व छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ भवन में छत्तीसगढ़ एथलेटिक्स टीम खिलाडिय़ों, कोच मैनेजर को ट्रैकसूट, जूता टीशर्ट, बैग किट वितरित किया गया।
इस अवसर पर छग ओलपिंक संघ महासचिव गुरुचरण सिंग होरा, ओलपिंक संघ उपाध्यक्ष एवं अध्यक्ष छग एथलेटिक्स संघ जीएस बाम्बरा, ओलपिंक संघ उपाध्यक्ष कैलाश मुरारका, छग एथलेटिक्स एसोसिएशन महासचिव राधाकृष्णन पिल्लई, उपाध्यक्ष रविधनगर, शरद पारकर, जनरल मैनेजर हृदयनन्द साहू अदित्य बिरला पब्लिक स्कूल हिर्मी, अल्ट्राटेक सीमेंट, मैनेजर परमेश्वर भगत, कोच शहनाज बानो शामिल रहे।
छग एथलेटिक्स टीम में प्रार्थना भट्टाचार्य, शिवम् राजपूत, करण कुमार, सुमित पटेल, गगन ध्रुव, भूपेश साहू, थोटा संकीर्ताना, अनिमेष कुजूर, ह्लादिनी साहू, साहिन खातून, मंजू मोडियम, के चिरंजीवी, तन्नु रूहेला, रोशनी तेता, पवन तेलम, राघव वंशकार, अलिसा देवांगन, पूर्विका, नाबोनिता बेरा, योगेन्द्र टंडन, डेविड साहू, सिया सिंग, तर्निका तेता, अनुज वंशकार शामिल हैं।
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रायपुर, 3 फरवरी। रायपुर जिला फुटबॉल संघ की सीनियर महिला टीम 7 फरवरी को कटक ओडिशा के लिए रवाना होगी। ओडिशा जिला फुटबॉल संघ कटक के साथ 8 एवं 9 फरवरी को प्रदर्शन मैच खेलेगी। दो मैच की सीरीज के बाद कटक ओडिशा की टीम दो मैच की सीरीज खेलने रायपुर आयेगी। इसी तरह दो मैच के लिए रायपुर टीम बंगाल ( कोलकाता ) जायेगी जहां टीम दो मैच खेलेगी। इसके बाद कोलकाता (बंगाल) टीम रायपुर आकर दो मैच की सीरीज खेलेगी। रायपुर की एक टीम की घोषणा विगत दिवस कर दी गई। टीम में भूमिका साहू, मनीषा छुरा, गायत्री साहू , जागृति निर्मलकर, नीलिमा खाखा ,पूजा ताण्डी, नयना जॉल, वन्दना ध्रुव, संजना छुरा, अनिता वर्मा, चित्राणि धनकर, किरण पिस्दा, प्रियंका फुटान, देविका यादव, कल्याणी महापात्र, हेम पुष्पा, गज्भुषण ताण्डी शामिल होगी । सरिता यादव कोच होगी।
मुख्य सचिव ने विभागीय सचिवों की बैठक ली
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 3 फरवरी। छत्तीसगढ़ शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता में शामिल प्रमुख योजनाओं के क्रियान्वयन को लेकर मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने मंत्रालय में कृषि, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग और मंडी बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक लेकर अद्यतन स्थिति की समीक्षा की।
श्री जैन ने विभागीय अधिकारियों को राज्य शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता वाले कार्यो की नियमित रूप से मॉनिटरिंग और समीक्षा करने के निर्देश दिए। बैठक में मुख्य रूप से गोधन न्याय योजना, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा गौठानों में आय उपार्जक गतिविधियों के संचालन, फसल चक्र परिवर्तन के लिए किसानों को प्रोत्साहित करने और मंडियों की अनुपयोगी जमीन का विमुद्रीकरण (मोनेटाइजेशन) पर चर्चा की गयी।
मुख्य सचिव ने कहा है कि सभी गौठानों में गोबर खरीदी के पश्चात निर्धारित प्रतिशत में वर्मी कम्पोस्ट का उत्पादन अनिवार्य रूप से हो, यह सुनिश्चित किया जाए। विशेष रूप से बस्तर और सरगुजा क्षेत्र के गौठानों में वर्मी कम्पोस्ट का उत्पादन बढ़ाए जाने के संबंध में प्रयास किए जाए। उन्होंने कहा है कि आदर्श गौठानों की स्थापना के लिए स्पष्ट मापदण्ड निर्धारित किए जाए और उनके अनुरूप गौठानों को आदर्श और स्वावलंबी बनाने के दिशा में कार्य किए जाए। वर्मी कम्पोस्ट के निर्माण और विक्रय से प्राप्त राशि का वितरण महिला समूहों और गौठान समितियों को नियमित रूप से किए जाने के निर्देश दिए गए।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा गौठान समितियों की आय में बढ़ोत्तरी करने के लिए कृषि और उद्यानिकी विभाग के समन्वय से गतिविधियों का संचालन करने के निर्देश मुख्य सचिव श्री जैन ने दिए है। उन्होंने कहा है कि गौठान समितियों द्वारा उन्हीं सामग्रियों का उत्पादन और निर्माण सुनिश्चित किया जाए, जिनका सहजता से विक्रय स्थानीय बाजार में किया जा सके।
रोजगार गारंटी योजना के तहत प्राथमिकता वाले कार्यो का चिन्हांकन करने पंजीकृत परिवारों को अधिक से अधिक रोजगार उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए। मुख्य सचिव ने राज्य के किसानों को धान के अतिरिक्त अन्य फसलों के उत्पादन के लिए प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा है कि राज्य के उन्नतशील किसानों को फसल चक्र परिवर्तन के लिए कृषि विभाग की विभिन्न योजनाओं के माध्यम से लाभान्वित किया जाए और धान के अतिरिक्त दलहन, तिलहन, मक्का जैसे अन्य फसलों के उत्पादन के लिए उन्हें प्रोत्साहित किया जाए। श्री जैन ने नए मंडियों के निर्माण के पश्चात अनुपयोगी पुरानी मंडियों की जमीनों का चिन्हांकन करने और इनका जनहित में अन्य गतिविधियों में उपयोग करने के लिए कार्ययोजना तैयार करने एजेंसी निर्धारित करने के भी निर्देश दिए। बैठक में कृषि विभाग की सचिव डॉ. एम. गीता, सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग आर. प्रसन्ना, मंडी बोर्ड के प्रबंध संचालक श्री हिमशिखर गुप्ता उपस्थित थे।
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रायपुर, 3 फरवरी। राजधानी रायपुर के स्टेशन रोड स्थित एक मकान मेें साढ़े 3 लाख की चोरी हो गई। अज्ञात चोर यहां आलमारी में रखे सोने-चांदी के जेवर और एक लाख नगदी लेकर फरार हो गया। गंज पुलिस मामला दर्ज कर घटना की जांच में लगी है। फिलहाल आरोपी का पता नहीं चल पाया है।
पुलिस के मुताबिक स्टेशन रोड निवासी रामचंद्रन गुप्ता (37) के घर में परिवार के सभी लोग मौजूद रहे। इसके बाद भी उसके घर में चोरी हो गई। आलमारी में रखे जेवर, नगदी पार हो गए। यह चोरी 20 दिसंबर से 20 जनवरी के बीच हुई है। इसकी जानकारी मकान मालिक को हाल ही में हुई। उसने गंज पुलिस में घटना की रिपोर्ट दर्ज कराई है।
मकान मालिक ने पुलिस को बताया कि न घर का ताला टूटा है, न कोई दीवार फांद कर घर में घुसा है। इसके बाद भी उसके घर चोरी हो गई। पुलिस का कहना है कि चोरी को लेकर परिवार के लोगों पर संदेह जताया जा रहा है। फिलहाल जांच चल रही है। जांच के बाद फिर पता चल पाएगा कि घर में चोरी कैसे हुई। इसके बाद आरोपी पकड़ लिया जाएगा।
रायपुर, 3 फरवरी। छत्तीसगढ़ शासन की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं से महिलाएं फायदा उठा रही हैं और अपना खुद का रोजी रोजगार बनाने में कामयाब हो रही हैं। इसी कड़ी में बस्तर जिले की महिलाएं जिला प्रशासन के दिशा निर्देश व मार्गदर्शन में समूह की महिलाओं को स्व-रोजगार, आजीविका एवं आत्मनिर्भर बनाने हेतु जिले में अनेकों प्रशिक्षणों का संचालन किया जा रहा है। इस कड़ी में विकासखंड बकावंड के ग्राम सांड्रा की महिला स्व-सहायता समूह की महिलाओं को हस्त निर्मित धूपबत्ती एवं अगरबत्ती बनाना सिखाया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि मशीन द्वारा निर्मित अगरबत्तियों कि अपेक्षा लोगों में हस्त निर्मित अगरबत्तियों कि मांग ज्यादा है।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत इंद्रजीत चंद्रवाल के मार्गदर्शन में एनआरएलएम द्वारा ग्राम सांड्रा की तीस जरुरतमंद महिलाओं को हस्त निर्मित अगरबत्ती बनाने का प्रशिक्षण दिया गया है। प्रशिक्षण के दौरान ही उन्हें बाजार कि मांग और आपूर्ति, भण्डारण एवं खाताबही के विषय में भी सिखाया जा रहा है साथ ही निर्मित सामग्रियों को प्रायोगिक तौर पर जिले के हाट-बाजारों एवं दुकानों में प्रशिक्षु महिलाओं द्वारा विक्रय हेतु रखा जा रहा है। महिलाओं को व्यापार कि बारीकियों को समझाया जा रहा है। जल्द ही ऑनलाइन प्लेटफार्म में भी महिला स्व-सहायता द्वारा निर्मित अगरबत्ती और धूपबत्ती को उपलब्ध करवाया जाएगा।
एनआरएलएम के नोडल अधिकारी नेहा देवांगन ने बताया कि विगत दिनों जिले में आयोजित मड़ई और मेलों में महिलाओं द्वारा अगरबत्ती विक्रय हेतु स्टाल भी लगाया गया था। इस दौरान महिलाओं ने लोगों से सुझाव भी ले रही थी ताकि आवश्यकता अनुसार गुणवत्ता में सुधार भी किया जा सके।
हस्त निर्मित अगरबत्तियों को काफी अच्छा प्रतिसाद मिला जिससे महिलाओं का उत्साह बढऩा लाजमी है। बाजार से हट कर बस्तर धूप, लोभान, जड़ी बूटी, मच्छर अगरबत्ती एवं गाय के गोबर से धूपबत्ती का निर्माण किया जा रहा है।
इन अगरबत्ती और धूपबत्ती से वातावरण शुद्ध और सुगंधित होता है, एकाग्रता बढ़ती है, कीटाणुओं का नाश होता है, पूजा पाठ, प्राथना और ध्यान में सहायक होते है। वैज्ञानिकों ने यह सिद्ध किया है कि गाय के सुखे गोबर जलाने से वातावरण मे ऑक्सिजन की मात्रा में वृद्धि होती है तथा कीटाणुओं, फंगस, वायरस का नाश होता है। कोरोना काल में आयुष मंत्रालय ने भी घर आफिस में धूप जलाने का भी दिशा निर्देश दिया है। इस कारण इन धूपबत्ती और अगरबत्तियों का महत्व और भी बढ़ जाता है। इन अगरबत्ती और धूपबत्ती के निर्माण में शुद्ध प्राकृतिक तत्वों से निर्माण किया जा रहा है तथा हानिकारक रसायनों से मुक्त है। इन अगरबत्ती और धूपबत्ती को बाजार में अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है। जिला प्रशासन के इस पहल से समूह की महिलाओं के आय में वृद्धि हुई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 3 फरवरी। प्रदेश में पल्स पोलियो अभियान के तहत शून्य से लेकर पांच वर्ष तक के 35 लाख से अधिक बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई गई।
अभियान के तहत 31 जनवरी को स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रदेश भर में बनाए गए विभिन्न बूथों में बच्चों को दवा पिलाई गई। रेलवे स्टेशनों और बस स्टैंडों में मोबाइल टीमों के माध्यम से बच्चों को पोलियो से बचाव के लिए दवा पिलाने की व्यवस्था की गई थी। 31 जनवरी को दवा पीने से रह गए बच्चों को मॉप-अप राउंड के दौरान 1 फरवरी और 2 फरवरी को घर-घर जाकर दवा की खुराक दी गई। अभियान के अंतर्गत 31 जनवरी को कुल 30 लाख 72 हजार तथा मॉप-अप राउंड में 1 फरवरी को तीन लाख 37 हजार और 2 फरवरी को 92 हजार बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई गई।
पल्स पोलियो अभियान के अंतर्गत बालोद जिले में 77 हजार 130, बलौदाबाजार-भाटापारा में एक लाख 80 हजार 257, बलरामपुर-रामानुजगंज में 92 हजार 738, बस्तर में एक लाख 23 हजार 720, बेमेतरा में 94 हजार 661, बीजापुर में 41 हजार 587, बिलासपुर में दो लाख 71 हजार 847, दंतेवाड़ा में 40 हजार 887, धमतरी में एक लाख पांच हजार 210, दुर्ग में दो लाख 19 हजार 487, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में 52 हजार 685, गरियाबंद में 89 हजार 367, जांजगीर-चांपा में दो लाख 36 हजार 177 और जशपुर में एक लाख दस हजार 439 बच्चों को दवा पिलाई गई।
अभियान के तहत कांकेर में 73 हजार 100, कबीरधाम में एक लाख दस हजार 779, कोंडागांव में 71 हजार 134, कोरबा में एक लाख 72 हजार 359, कोरिया में 90 हजार 875, महासमुंद में एक लाख 12 हजार 635, मुंगेली में एक लाख 19 हजार 674, नारायणपुर में 19 हजार 398, रायगढ़ में एक लाख 76 हजार 981, रायपुर में तीन लाख 43 हजार 252, राजनांदगांव में दो लाख चार हजार 318, सुकमा में 35 हजार 902, सूरजपुर में एक लाख 401 तथा सरगुजा जिले में एक लाख 33 हजार 733 बच्चों को पोलियो की खुराक दी गई।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 3 फरवरी। अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति और संयुक्त किसान मोर्चा के देशव्यापी आह्वान पर छत्तीसगढ़ किसान आंदोलन से जुड़े घटक संगठन भी पूरे प्रदेश में चक्का जाम, धरना और प्रदर्शन करेंगे। यह आंदोलन किसान विरोधी कानूनों को वापस लेने, सी-2 लागत का डेढ़ गुना न्यूनतम समर्थन मूल्य सुनिश्चित करने का कानून बनाने तथा केंद्र सरकार के किसान विरोधी और कॉर्पोरेटपरस्त बजट के खिलाफ किया जाएगा।
जारी एक बयान में छत्तीसगढ़ किसान आंदोलन के संयोजक सुदेश टीकम, संजय पराते, आलोक शुक्ला, नंद कश्यप आदि ने किसान विरोधी कानूनों के खिलाफ दिल्ली में धरनारत किसानों और इस आंदोलन को कवर कर रहे पत्रकारों के दमन की तीखी निंदा की है। उन्होंने कहा कि सरकार के किसी भी कानून या फैसले के खिलाफ शांतिपूर्ण आंदोलन करना इस देश के हर नागरिक का अधिकार है, जिसकी पुष्टि सुप्रीम कोर्ट ने भी की है। लेकिन इस आंदोलन को कुचलने के लिए यह सरकार भाड़े के टट्टू असामाजिक तत्वों और संघी गिरोह का इस्तेमाल कर रही है। 26 जनवरी को लाल किले में हुई हिंसा इसी का परिणाम थी, जिसकी आड़ में किसान आंदोलन को बदनाम करने की असफल कोशिश इस सरकार ने की है।
उन्होंने कहा कि एक ओर तो सरकार तीन किसान विरोधी कानूनों को डेढ़ साल तक स्थगित करने का प्रस्ताव रख रही है, लेकिन दूसरी ओर अपने बजट प्रस्तावों के जरिये ठीक इन्ही कानूनों को अमल में ला रही है।
इस वर्ष के बजट में वर्ष 2019-20 में कृषि क्षेत्र में किये गए वास्तविक खर्च की तुलना में 8 प्रतिशत की और खाद्यान्न सब्सिडी में 41 प्रतिशत की कटौती की गई है। इसके कारण किसानों को मंडियों और सरकारी सोसाइटियों की तथा गरीब नागरिकों को सार्वजनिक वितरण प्रणाली की जो सुरक्षा प्राप्त है, वह कमजोर हो जाएगी। इस बार के बजट में फिर किसानों की आय दुगुनी करने की जुमलेबाजी की गई है। इस बजट के जरिये जमीन जैसे प्राकृतिक संसाधनों पर डकैती डालने की कोशिश की जा रही है, जिस पर किसानों और आदिवासियों का अधिकार है। इससे मोदी सरकार का किसान विरोधी चेहरा उजागर हो गया है।
किसान आंदोलन के नेताओं ने कहा है कि देश का किसान इन काले कानूनों की वापसी के लिए खंदक की लड़ाई लड़ रहा है, क्योंकि कृषि क्षेत्र का कारपोरेटीकरण देश की समूची अर्थव्यवस्था, नागरिक अधिकारों और उनकी आजीविका को तबाह करने वाला साबित होगा। इन सत्यानाशी नीतियों के खिलाफ 6 फरवरी को पूरे छत्तीसगढ़ में सडक़ों को जाम कर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जब तक ये सरकार किसान विरोधी कानूनों को वापस नहीं लेती, किसानों का देशव्यापी आंदोलन जारी रहेगा।
उद्योगपतियों-व्यापारियों की बजट पर प्रतिक्रिया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 2 फरवरी। केन्द्रीय बजट का ज्यादातर उद्योगपतियों और व्यापारियों ने सराहना की है। कुछ ने इस बजट को विषय परिस्थितियों में बेहतर करार दिया। कई का मानना है कि बजट के बाद विशेषकर छोटे उद्योगों को फायदा होगा, और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
‘छत्तीसगढ़’ ने उद्योग जगत की हस्तियों से चर्चा की है।
छत्तीसगढ़ औद्योगिक विकास निगम के पूर्व अध्यक्ष व भाजपा नेता छगनलाल मुंदडा ने कहा कि केन्द्रीय बजट का कोरोना काल जैसे चुनौतिपूर्ण समय पर पेश ऐतिहासिक पल है। विषम परिस्थियों में पेश किया गया बेहतरीन बजट है। देश के विकास के लिये यह अहम् बजट है । उन्होंने कहा कि का औद्योगिक विकास को लेकर यह बजट मील का पत्थर साबित होगा। सूक्ष्म व लघु उद्योग को प्रोत्सहित करने वाला बजट होगा। केन्द्र सरकार ने इस बजट में कोई नया टैक्स नही लगाया। वहीं किसानों की चिंता भी इस बजट में की गयी है। किसानों के हितों को ध्यान रखते हुए 1000 मंडियो के उन्नयन का फैसला भी लिया गया है। उन्होंने कहा कि देश की आजादी के बाद पहली बार बेहतर स्वास्थ्य सेवा को लेकर जो फैसला लिया गया है। उसके दूरगामी परिणाम भविष्य में आयेगा। यह बजट अंत्योदय के मूल विचार भाव को समर्पित। भाजपा नेता छगन मुंदड़ा ने देश हित में मजबूत बजट पेश करने के लिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण के प्रति आभार व्यक्त किया है।
सराफा व्यवसायी अभय भंसाली का मानना है कि आम बजट इस बार का बजट सराफा व्यवसाय के लिए बहुत ही अच्छा है, बजट में लगभग 5 फीसदी की छूट से बाजार में कालाबाजारी कम होगी, और ग्राहकों को कम कीमत में कमी से राहत मिलेगी। मंदी के दौर के बाद अब थोड़ी राहत मिलेगी। जिससे सराफा व्यवसाय बढ़ेगा। यह बजट देश के हित में है, और सही फैसला है।
व्यापारी नेता अमर गिदवानी व्यवसायी आशाविन्त रहते हैं। व्यवसाय में सरलीकरण से व्यवसाय में वृद्धि संभव है। इस बार केन्द्र की मोदी सरकार ने जो आम बजट ला रही है। इससे इलेक्ट्रानिक व्यवसाय, ऑटो मोबाइल व्यवसाय में कुछ छूट का प्रावधान किया जाना चाहिए। पेट्रोल-डीजल की कीमतों को बढ़ाने से इसका बुरा प्रभाव सभी व्यवसायों पर पड़ेगा। महंगाई बढऩे से आम आदमी की जेब खाली करने वाला बजट है। कोरोना काल में व्यवसाय बहुत मंदी के दौर से गुजरा है। अब आम बजट में महंगाई का बड़ा मुद्दा रहा है। व्यवसायियों और किसानों के विषय में भी केन्द्र की मोदी सरकार को सोचना चाहिए पिछले पंद्रह सालों में देश में महंगाई बहुत बढ़ी है। इस बार का आम बजट देश के जनता के साथ कैसा व्यवहार करती है। इस पर मोदी सरकार देश के हित में बजट लाए।
तनिष्क के संचालक अमित अग्रवाल का मानना है कि इस बार आम बजट में सराफा व्यवसायियों को कुछ राहत मिली है। सोने में कस्टम ड्यूटी कम होने से सोने की कीमतों में गिरावट आने की संभावना है। जिससे शादी-ब्याह के सीजन के चलते ग्राहकों की संख्या में बढ़ोत्तरी होगी, पेट्रोल-डीजल में सेस लगाकर उसकी एकसाइस ड्यूटी कम कर दी है। जिससे पेट्रोल-डीजल के कीमतों से कोई ज्यादा अंतर नहीं रहेगा। इस बार का बजट सराफा व्यवसाय के अलावा देश के हित का बजट साबित होगा।
स्टील कारोबारी आदित्य मुंदड़ा का कहना है कि आम बजट पुुर्णत: देश के हित में है। कोरोना काल के बाद देश को अर्थ व्यवस्था को मजबूत करने के लिए और छोटे इंडस्ट्रीज को फायदा देने के लिए देश में स्वास्थ्य, शिक्षा और व्यवसाय को बेहतर बनाने के लिए केन्द्र सरकार ने जो आम बजट लाया है। वो देश के हित में होगा। महंगाई में कमी आएगी, और जीडीपी में बढ़ावा देखने को मिलेगा। स्टील व्यवसायियों के लिए एबीडी और सीबीडी को समाप्त करने से इस्पात व्यवसाय में स्क्रेप की कीमतों में कमी आएगी। दूसरी तरफ, पेट्रोल-डीजल के कीमतों में भी सेस लगाकर उसकी कस्टम ड्यूटी कम कर दी गई है। जिससे इनकी कीमतों में ज्यादा बदलाव की संभावना नहीं रह गई और ना ही ट्रांसपोर्टिंग का खर्चा अधिक होगा जो कि इस्पात कारोबारियों के लिए आम बजट एक अच्छा संकेत है। इस बार का बजट आम जनता और देश के हित का रहेगा, भविष्य में महंगाई पर नियंत्रण किया जा सकेगा।
कृति ग्रुप ऑफ इंस्ट्रीट्यूट के संचालक अभिषेक अग्रवाल ने कहा कि आम बजट लोगों को आत्म निर्भर बनने का काम कर रही है। शिक्षा की बात कहे तो इस बार का आम बजट उच्च शिक्षा और स्कूली शिक्षा को लेकर बहुत अच्छा निर्णय है। ट्रेनिंग स्कूलों को प्रस्ताव, नई शिक्षा नीति के तहत सभी कॉलेजों को जोडऩा, बच्चों को आत्म निर्भर बनाना लगभग 37 सौ करोड़ का निवेश आम बजट के प्रावधान देशभर में 1 सौ से भी अधिक सैनिक स्कूलों का प्रावधान है। शिक्षा से जुड़े लोगों के लिए इस बार का बजट बहुच अच्छा रहेगा। इसके लिए वित्त मंत्री श्रीमती सीतारमण और नरेन्द्र मोदी का बहुत-बहुत आभार।
पूर्व उप महापौर गजराज पगरिया ने बजट पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि केन्द्र सरकार ने जो बजट पेश किया है सही नहीं रहा जिस तरह के बजट की उम्मीद जनता कर रही थी। जिस प्रकार विकास को गति देनी चाहिए बजट में मेरे विचार से ऐसा कुछ नहीं है। जिन चीजों के लिए प्रावधान किए गए है। उनको अमल में लाना कठिन साबित होगा उच्च शिक्षा के क्षेत्र में जो प्रावधान लाए गए हैं, लेकिन शिक्षा के क्षेत्र में जैसे मदद की उम्मीद थी वैसा नहीं रहा। व्यवसायियों और कारोबारियों के लिए आम बजट उत्साहजनक नहीं रहा।
वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. यूसूफ मेमन ने कहा कि आम बजट को लेकर बताया कि वित्त मंत्री ने चिकित्सा के क्षेत्र में बहुत अच्छा कदम उठाया है। देश में संकट काल और आर्थिक मंदी के दौर में आम जनता को स्वास्थ्य सुविधाओं का पूरा लाभ मिल रके इस विषय में एक अच्छा कदम है। 137 फीसदी का ग्रोथ दिया है। जो आम लोगों के बेहतर इलाज के नजरिए से बेहतर है। देश में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर जो बजट आया है। इसके लिए केन्द्र सरकार को बहुत आभार करता हूं।
व्यापारी नेता और होटल संचालक केदार नाथ गुप्ता का कहना है कि देश की अर्थ व्यवस्था को मजबूत करने वाला बजट है। आत्म निर्भर भारत पर अधिक जोर दिया गया है। लोकल से वोकल की मोदी की देश को आत्म निर्भरता की ओर से जाने का बहुत बड़ा प्रयास है। देश में घरेलू उत्पादों में वृद्धि होगी देश की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा बेरोजगारी की समस्या बहुत हद तक निराकरण हो। साथ ही साथ देश के अन्य व्यवसायों को भी बढ़ावा देने के लिए बहुत सी रियायतें दी जा रही है। जो सुक्ष्म और लघु उद्योगों के लिए बहुत ही अच्छा समय रहेगा, देश में आर्थिक मंदी के चलते ये बहुत बड़ा और महत्वपूर्ण निर्णय के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का बहुत-बहुत आभार।
एसोसिएशन के अध्यक्ष हरख मालू ने कहा कि सोने और चांदी में जो 12.5 प्रतिशत आयात शुल्क लगता था उसके लिए एसोसिएशन ने केंद्रीय वित्त मंत्री और प्रधानमंत्री को कई बार पत्र लिखकर आयात शुल्क करने की बात कहीं थी। जिस पर आज आम बजट मे केंद्रीय वित्त मंत्री ने सोने और चांदी में लगने वाले 12.5 प्रतिशत आयात शुल्क की जगह पर 10 प्रतिशत ही शुल्क लगाने का निर्णय लिया है, इसका रायपुर सराफा एसोसिएशन ने स्वागत किया है।
श्री मालू ने कहा कि आयात शुल्क में 2.5 प्रतिशत की छूट मिलने से विदेशों से अब आसानी से कीमती धातुए लाई और भेजी जा सकती है जिससे केंद्र के राजस्व में वृद्धि होगी और सोने के दाम स्थिर बनेंगे रहेंगे। श्री मालू ने कहा कि देश में निर्मित जेवर का निर्यात बढ़ेगा जिससे देश में विदेशी मुद्रा की प्राप्ति होगी।
कांग्रेस नेता प्रवीण जैन ने कहा कि किसानों को दिए जाने वाले सुविधाओं में आम बजट को लेकर बहुत कमी की गई है। किसानों के लिए यह निरासा जनक बजट होगा। किसानों का अपनी मांगों को लेकर देश में आंदोलन चल रहे है, और इसमें बजट का प्रस्ताव किसान के मांगों को पूरा करने में सफल नहीं है।किसानों ने इसका विरोध भी किया और साथ ही मध्यम वर्ग एवं गरीब परिवार के लिए बहुत ही महंगा साबित होना वाला बजट है। देश में रेलवे, एयर पोर्ट का निजीकरण करने के नाम पर बेच देना ये बहुत दुखद है। इससे महंगाई और बेरोजगारी बढ़ेगी। पेट्रोल-डीजल के दामों में वृद्धि होगी, इसका प्रभाव देश के हर व्यवसाय में पड़ेगा। सरकार को किसानों को अधिक से अधिक लाभ पहुचाने वाला बजट लाना चाहिए।
रायपुर, 2 फरवरी। कलेक्टर डॉ.एस.भारतीदासन ने डिप्टी कलेक्टर के कार्य विभाजन में आंशिक संशोधन किया है। इसके तहत डिप्टी कलेक्टर जगन्नाथ वर्मा को प्रोटोकाल अधिकारी, रायपुर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी शाखा, मीसा बंदी शाखा, जनगणना, पासपोर्ट, 20 सूत्रीय क्रियान्वयन राजस्व मोहर्रिर शाखा, राहत एवं पुनर्वास, अधिक अन्न उपजाओ शाखा, संजीवनी कोष, सेन्ट्रल डाक शाखा, सीनियर सिटीजन शाखा, आंग्ल अभिलेख कोष्ठ, सहायक अधीक्षक - सामान्य/कार्यपालन/राजस्व, जन शिकायत निवारण प्रकोष्ठ, जन समस्या निवारण शिविर, आवक-जावक शाखा और परिवर्तित भूमि शाखा का प्रभार आगामी आदेश पर्यन्त सौंपा गया हैं। इसी तरह वे सिविल लाईन, पंडरी, देवेन्द्र नगर और महिला थाना के लिए नगर दण्डाधिकारी बनाये गये है।
केन्द्रीय बजट पर तीखी प्रतिक्रिया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 2 फरवरी। प्रदेश कांग्रेस ने केन्द्रीय बजट को गांव, मजदूर, किसान विरोधी करार दिया है। पार्टी ने पूछा कि प्रधानमंत्री सिर्फ इतना ही बता दें कि छह साल में किसानों की आय कितनी बढ़ी है। कांग्रेस नेताओं ने दावा किया है कि सरकार के पास आंकड़े ही नहीं है।
किसान कांग्रेस अध्यक्ष चंद्रशेखर शुक्ला, आर्थिक मामलों के जानकार रमेश वल्र्यानी और पार्टी के संचार विभाग के मुखिया शैलेष नितिन त्रिवेदी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि भाजपा और मोदी सरकार की किसानों से नफरत केन्द्रीय बजट से स्पष्ट हुई है। बजट में पारदर्शिता, कृषि और किसानों को आगे ले जाने के दावे गलत और झूठे हैं।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि प्रधानमंत्री बजट को कृषि को आगे ले जाने वाला और किसानों की आय दोगुना करने वाला बता रहे हैं। प्रधानमंत्री सिर्फ इतना ही बता दें कि ये घोषणा को छह साल हो चुके हैं, किसानों की आय कितनी बढ़ी है? कांग्रेस ने कहा कि पीएम किसान योजना में 75 हजार करोड़ का प्रावधान किया गया था।
उन्होंने बताया कि इस साल सिर्फ 65 हजार करोड़ रखा गया है। जबकि सरकार अभी तक आधे किसानों तक योजना नहीं पहुंचा पाई। इस योजना में 13 फीसदी की कटौती क्यों की गई है, यह बताना चाहिए। इसी तरह पीएम आशा योजना के जरिए किसानों को एमएसपी मिल जाए, इसका प्रावधान किया गया था। पिछले साल बजट में 5 सौ करोड़ रूपए रखा गया था, इस साल घटाकर 4 सौ करोड़ रूपए कर दिया गया है। किसानों का इससे बड़ा मजाक नहीं हो सकता।
कांग्रेस नेताओं ने यह भी बताया कि मनरेगा में पिछले साल 65 हजार करोड़ था, इस बार 73 हजार करोड़ का प्रावधान किया गया है। जबकि इसमें 1 लाख करोड़ से अधिक खर्च किया जाना चाहिए। कोरोना की वजह से बजट को बढ़ाना जरूरी था। मगर केन्द्र की सरकार ने गांव, गरीब और किसान को रोजगार देने में परहेज किया है। किसानों पर लाठियां बरसाने पर मोदी सरकार के बजट की मार पड़ी है। बहुत सफाई से स्वामीनाथन कमेटी का नाम हटा दिया गया, जबकि भाजपा के घोषणा पत्र में स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिश लागू करने की बात कही गई थी।
रायपुर, 2 फरवरी। राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष, केबिनेट मंत्री दर्जा डॉ. किरणमयी नायक 5 और 6 फरवरी को सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक जल विहार कॉलोनी तेलीबांधा तालाब स्थित राज्य महिला आयोग कार्यालय में महिलाओं के उत्पीडऩ से संबंधित प्राप्त प्रकरणों की सुनवाई करेगी।
राज्य महिला आयोग के सचिव ने बताया कि इन दो दिनों में कुल 43 प्रकरणों की सुनवाई की जाएगी। सुनवाई के दौरान सभी पक्षकार अपने निर्धारित समय में उपस्थित होंगे। उपस्थिति के लिए सोशल डिस्टेसिंग का पालन करेंगे। चेहरे, मॅुह और नाक को ढ़ॅकते हुए तीन लेयर वाले मास्क या मोटा कपड़े का रूमाल बांध कर आएंगे।
आम जनता से मिलने का वल्र्ड रिकॉर्ड उइके के नाम
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 2 फरवरी। निजी विश्वविद्यालय ऐसी शिक्षा प्रदान करे कि यहां से निकलने वाले विद्यार्थी देश के बाहर जाकर भी यह कहें कि छत्तीसगढ़ में शिक्षा प्राप्त की है। कोरोनाकाल में निजी विश्वविद्यालयों ने ऑनलाइन शिक्षा तथा अन्य माध्यमों से विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा देने का प्रयास किया है, यह सराहनीय है। यह बात राज्यपाल अनुसुईया उइके ने राजभवन के दरबार हॉल में आयोजित छत्तीसगढ़ निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग के 16वें स्थापना दिवस समारोह में कही।
राज्यपाल सुश्री उइके का नाम आम जनता से मुलाकात करने के लिए वल्र्ड रिकार्ड में दर्ज किया गया। इस समारोह में गोल्डन बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड संस्था द्वारा राज्यपाल को प्रमाण पत्र भी प्रदान किया। यह सम्मान उन्हें 29 जुलाई 2019 से 06 जनवरी 2021 तक एक राज्यपाल के रूप में 10 हजार 849 लोगों से मुलाकात करने एवं उनकी समस्या सुनने के लिए दिया गया। राज्यपाल को उपस्थित सभी निजी विश्वविद्यालयों ने अभिनंदन पत्र प्रदान कर सम्मान किया। छत्तीसगढ़ निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग ने भी राज्यपाल को विशेष अभिनंदन पत्र प्रदान किया।
राज्यपाल ने अपने संबोधन में कहा कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र गुणवत्ता बनाएं रखें। पहले की अपेक्षा विश्वविद्यालयों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है परन्तु आवश्यकता है कि मानकों के अनुरूप अपने आप को ढालें तथा यह प्रयास करें कि सभी वर्गों तक उच्च शिक्षा की पहुंच हो। मेरा मानना है कि शिक्षा प्रदान करने का काम सबसे पुण्य का कार्य है। इस क्षेत्र में किसी भी प्रकार की राजनीति नहीं होना चाहिए। शिक्षण संस्थाओं को किसी भी प्रकार की राजनीति से मुक्त रखना चाहिए ताकि विद्यार्थियों की संस्थाओं के प्रति विश्वसनीयता बनी रहे। राज्यपाल ने निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग और सभी निजी विश्वविद्यालयों को स्थापना दिवस की बधाई दी।
छत्तीसगढ़ निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग के अध्यक्ष डॉ. शिववरण शुक्ल को इस कार्यक्रम के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दी और कहा कि इस उम्र में भी इतने ऊर्जावान है और कार्य करते हैं, यह तारिफ के काबिल है। इससे यह प्रदर्शित होता है कि यदि किसी व्यक्ति के मन में काम करने की प्रबल इच्छा हो तो कभी भी बुढ़ापा या उम्र बाधा नहीं बनता और वह अवश्य लक्ष्य की प्राप्ति करता है। सभी निजी विश्वविद्यालय प्रयास करें कि छत्तीसगढ़ को उच्च शिक्षा के क्षेत्र में सबसे सर्वोत्तम मनाएं। विश्वविद्यालयों में छत्तीसगढ़ी भाषा और संस्कृति से जुड़े पाठ्यक्रम भी प्रारंभ करें।
कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग के द्वारा आयोजित वेबिनार के स्मारिका का विमोचन किया गया। इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव अमृत कुमार खलखो, डॉ. सी.व्ही. रमन विश्वविद्यालय, मैट्स विश्वविद्यालय, कलिंगा विश्वविद्यालय, आईसीएफएआई विश्वविद्यालय, आईटीएम विश्वविद्यालय, एमिटी विश्वविद्यालय, ओ.पी. जिंदल विश्वविद्यालय, आईएसबीएम विश्वविद्यालय, एएएफटी यूनिवर्सिटी ऑफ मीडिया आर्टस, श्री रावतपुरा सरकार विश्वविद्यालय, महर्षि यूनिवर्सिटी ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी, के.के. मोदी यूनिवर्सिटी, देव संस्कृति विश्वविद्यालय, श्री शंकराचार्य प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, भारती विश्वविद्यालय के कुलाधिपति, कुलपति एवं कुल सचिव उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 2 फरवरी। नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ शिवकुमार डहरिया की पहल से प्रदेश के सभी निकायों में ठण्ड के दिनों में चौक-चौराहों पर जलाए जाने वाले अलाव में गौ-काष्ठ, गोबर के कण्डे के उपयोग को अनिवार्य किया गया है। इसके साथ ही निकाय क्षेत्रों में होने वाले दाह संस्कार में गौ-काष्ठ एवं कण्डे के उपयोग को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए गए हैं। राज्य शासन द्वारा इस संबंध में सभी निगम आयुक्त और नगर पालिका और नगर पंचायत के सीएमओं को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। गोठानों से निकलने वाले गोबर और पशुपालकों से खरीदे जाने वाले गोबर का उपयोग जैविक खाद के अलावा गोबर काष्ठ बनाने में किया जाता है।
प्रदेश के लगभग सभी जिलों में इस समय गोठान संचालित किए जा रहे हैं। नगरीय निकाय के अंतर्गत प्रदेश भर में 377 गोठान स्वीकृत है। जिसके अंतर्गत 169 स्व-सहायता समूह की महिलाएं कार्य कर रही है। इन गोठानों में जैविक खाद के अलावा गोबर के अनेक उत्पाद बनाए जा रहे हैं। गोठानों में गौ-काष्ठ और कण्डे भी बनाए जा रहे हैं। कुल 141 स्थानों में गोबर से गौ काष्ठ बनाने मशीनें भी स्वीकृत की जा चुकी है और यह मशीन काम भी करने लगी है। सूखे गोबर से निर्मित गौ-काष्ठ एक प्रकार से गोबर की बनी लकड़ी है। इसका आकार एक से दो फीट तक लकड़ीनुमा रखा जा रहा है।
गौ-काष्ठ एक प्रकार से कण्डे का वैल्यू संस्करण है। गोठानों के गोबर का बहुउपयोग होने से जहां वैकल्पिक ईंधन का नया स्रोत विकसित हो रहा है, वहीं छत्तीसगढ़ के गांव और शहरों में रोजगार के नए अवसर भी खुलने लगे हैं। स्व-सहायता समूह की महिलाएं आत्मनिर्भर की राह में कदम बढ़ा रही है। हाल ही में सरगुजा जिले के अंबिकापुर में प्रदेश का पहला गोधन एम्पोरियम भी खुला है, जहां गोबर के उत्पादों की श्रृंखला है। प्रदेश के अन्य जिलों में भी गौ काष्ठ और गोबर के उत्पादों की मांग बढ़ती जा रही है। गोबर के घेल से पेंट और वॉल पुट्टी बनाने की दिशा में काम चल रहा है। दीपावली में गोबर के दीये, गमले, सजावटी सामान की मांग रहती है।
प्रदेश के गोठानों में तैयार गौ-काष्ठ और कण्डे एक वैकल्पिक और जैविक ईंधन का बड़ा जरिया बन सकता है। इसके जलने से प्रदूषण भी नहीं फैलता और इसका उत्पादन भी आसान है। नगरीय निकाय क्षेत्रो में अलाव और दाह संस्कार में लकड़ी के स्थान पर गौ काष्ठ के उपयोग को बढ़ावा देने से वैकल्पिक ईंधन के उत्पादन में गति आएगी।
प्रदेश के नगरीय निकायों में ठण्ड के दिनों में लगभग 400 अलाव चौक-चौराहों पर जलाए जाते हैं। चौक चौराहों में नगरीय निकाय द्वारा सूखी लकड़ी का उपयोग अलाव के लिए किया जाता था। अलाव के रूप में लकड़ी का उपयोग होने से पेड़ कटाई को बढ़ावा और पर्यावरण को भी नुकसान पहुचता था।
अलाव में गोबर काष्ठ का उपयोग होने से इसके कई फायदे होंगे। गोबर काष्ठ से प्रदूषण का खतरा भी नहीं रहेगा और गोठानों के गोबर का सदुपयोग भी होगा। खास बात यह भी है कि गोबर काष्ठ का अलाव के जलने की क्षमता लकड़ी के अलाव की अपेक्षा अधिक होती है। रायपुर जैसे शहर में 12 से 30 दाह संस्कार होते हैं। एक दाह संस्कार में अनुमानित 500 से 700 किलो लकड़ी का उपयोग होता है। अलाव और दाह संस्कार में लकड़ी को जलाए जाने से भारी मात्रा में कार्बन का उत्सर्जन होता है, जो कि पर्यावरण के लिए अनुकूल नहीं है। यदि गौ काष्ठ का उपयोग लकड़ी के स्थान पर किया जाए तो महज 300 किलों में ही दाह संस्कार किया जा सकता है। इससे प्रदूषण भी नहीं फैलता है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 2 फरवरी। मेक कॉलेज सभागार समता कॉलोनी में विगत दिवस आयोजित छॉलीवुड स्टारडम सिने अवार्ड में नार्थ अमेरिका छत्तीसगढ़ एसोसिएशन नाचा के द्वारा लोक कला रत्न अवार्ड डॉ. पुरुषोत्तम चंद्राकर को दिया गया। कार्यक्रम में योगेश अग्रवाल, अरुण बंछोर, निर्माता सतीश जैन, डॉ अजय सहाय, निर्माता मनोज वर्मा, निर्माता मोहन सुंदरानी सहित छॉलीवुड कलाकार शामिल रहे।
विदित हो कि डॉ.चंद्राकर द्वारा रंगमंच के लिए उत्कृष्ट कार्य करने के लिए एकजुट थिएटर मुंबई के डायरेक्टर नादिरा राज बब्बर द्वारा पृथ्वी थियेटर मुंबई में सम्मानित हो चुके हैं। इसके अलावा राकेश तिवारी द्वारा निर्देशित नाटक दसमत एवं राजा फोकलवा के माध्यम से भारत के प्रतिष्ठित थिएटर, महोत्सव एवं मंच पर 75 से भी ज्यादा कार्यक्रम की प्रस्तुति दे चुके हैं। डॉ.चंद्राकर द्वारा दूरदर्शन आकाशवाणी एवं विभिन्न चैनलों पर लगातार अनेकों कार्यक्रम की प्रस्तुति नाटक, गीत, पर्यावरण संरक्षण, जल संरक्षण, कोरोना महामारी से बचाव, साक्षरता शिक्षा, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, नशा मुक्ति, अंधविश्वास को दूर करने नियमित रूप से कार्यक्रम प्रस्तुत की जा रही है।
रायपुर, 2 फरवरी। महाराष्ट्र मंडल महिला समिति द्वारा विगत दिनों महाराष्ट्र मंडल परिसर में मकरसंक्रंाति के उपलक्ष्य में मंदाकिनी बालासाहेब कुसरे स्मृति रंगोली प्रतियोगिता आयोजित की गई। स्पर्धा के तहत प्रतिभागियों ने परंपरागत मनमोहक रंगोली बनाकर अपनी प्रतिभा का परिचय दिया।
महाराष्ट्र मंडल महिला प्रमुख विशाखा तोपखानेवाले ने बताया कि स्पर्धा में शामिल महिलाओं ने 5 से 15 बिंदी वाली रंगोली बनाई। रंगोली स्पर्धा मेें प्रथम स्थान शंकरनगर केंद्र की तोषिका भुजबल ने डंगनिया केंद्र की रंजना राजिमवाले तथा तीसरा स्थान रोहिणीपुरम केंद्र की जयश्री गायकवाड़ ने प्राप्त किया। हल्वे के दागिने स्पर्धा में रंजना राजिमवाले ने पहला ,पल्लवी मुकादम ने दूसरा तथा माधुरी गाड़गिल ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। कार्यक्रम का संचालन किशोरी खंगन द्वारा किया गया। कार्यक्रम के अंत में महिलाओं को हल्दी,कुंकुम एवं वाण दिया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डॉ.अदिति तिवारी, अर्पणा कालेले एवं निशा राहटगांवकर रहीं। इस अवसर पर महाराष्ट्र मंडल महिला प्रमुख विशाखा तोपखानेवाले, गीता दलाल, साक्षी टोले, नमिता शेष और रश्मि गोवर्धन सहित अन्य महिलाएं मौजूद रहीं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 2 फरवरी। मिक्सोपैथी के विरोध में आईएमए से जुड़े प्रदेश के दर्जनों डॉक्टर आज दूसरे दिन भी अपने-अपने अस्पतालों में भूख हड़ताल पर रहे। उनका कहना है कि मिक्सोपैथी से अधूरे ज्ञान के साथ आधे अधूरे सर्जन समाज में आएंगे और लोगों की जान के लिए खतरा बनेंगे। उनकी मांग है कि इन पद्धतियों को आपस में मिश्रित ना किया जाए।
केंद्र सरकार ने विभिन्न चिकित्सा पद्धातियों जैसे-आयुर्वेद, होम्योपैथी, यूनानी आदि को आधुनिक एलोपैथिक पद्धाति से इलाज-ऑपरेशन की अनुमति दे दी है, जिसका देशभर में विरोध शुरू हो गया है।
इसी क्रम में प्रदेश के डॉक्टर भी हड़ताल से जुड़ गए हैं। पहले दिन वे रायपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल परिसर में भूख हड़ताल पर बैठे रहे। आज दूसरे दिन वे सभी अपने-अपने अस्पताल में बैठकर भूख हड़ताल करते रहे। इनमें डॉ. अब्बास नकवी, डॉ. जावेद अली खान, डॉ. राजेश गुप्ता, डॉ.फिरोज मेमन व डॉ.मनोज सोनी शामिल है। डॉ.संदीप दवे, डॉ. संजय शर्मा, डॉ.प्रवास चौधरी व डॉ. प्रणय जैन ने समर्थन किया।
आईएमए मेडिकल बोर्ड अध्यक्ष डॉ.राकेश गुप्ता का कहना है कि आईएमए स्वास्थ्य सेवाओं की सभी पद्धतियों का सम्मान करता है, लेकिन इसके आपसी मिश्रण के विरोध में है। हर पद्धति में बीमारी की पहचान व इलाज सिद्धांत बिल्कुल अगल है। उनका कहना है कि एक डॉक्टर को एक ही पद्धति से पूरी जानकारी हासिल करने में कई साल बीत जाते हैं। इसके बाद भी उन्हें आगे और पढ़ाई की जरूरत पड़ती है। इन डॉक्टरों को भी सभी पद्धति से इलाज की अनुमति देना आम जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ होगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 2 फरवरी। प्रदेश के सरकारी कॉलेजों के दर्जनों अतिथि व्याख्याता फिर से नियुक्ति की मांग को लेकर आज यहां बेमियादी धरने पर बैठे रहे। उनका चेतावनी देते हुए कहना है कि जल्द नियुक्ति ना देने पर वे सभी आगे की रणनीति बनाने के लिए मजबूर होंगे।
अतिथि व्याख्याता महासंघ से जुड़े दर्जनों अतिथि व्याख्याता आज सुबह यहां बूढ़ापारा में एकजुट हुए। इसके बाद नारेबाजी करते हुए धरने पर बैठ गए। उनका कहना है कि प्रदेश में करीब 3 हजार अतिथि व्याख्याता हैं, जो पिछले 3 से 7 साल तक सरकारी कॉलेजों में पढ़ाई कराते रहे। हर साल जुलाई-अगस्त मेें उनकी ज्वाईनिंग हो जाती थी, लेकिन इस बार अभी तक नहीं की गई। ऐसे में वे सभी सडक़ पर आ गए हैं।
संघ के अध्यक्ष डॉ. अजय शर्मा, महेन्द्र सिंघारे व अन्य पदाधिकारियों का कहना है कि पुन: नियुक्ति को लेकर वे सभी शासन-प्रशासन से कई बार चर्चा करने का प्रयास करते रहे, लेकिन उन्हें नियुक्ति नहीं दी गई। आखिर में वे सभी बेमियादी धरने पर बैठ गए हैं। उनका कहना है कि
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 2 फरवरी। राजधानी रायपुर के प्रभात टॉकिज पीछे की पानी टंकी का वाल्व आज सुबह फट गया, जिससे हजारों लीटर पानी सडक़ों पर बह गया। आसपास के घरों-दुकानों में भी पानी घुस गया, जिससे लोग परेशान रहे और उसे घंटों खाली करने में लगे रहे। उनका आरोप लगाते हुए कहना है कि निगम कर्मियों की लापरवाही से वाल्व फटा है और घरों-दुकानों में पानी घुसा है।
बताया गया कि प्रभात टॉकिज पीछे पानी टंकी परिसर आज सुबह से लबालब रहा। कुछ देर बाद परिसर की एक दीवार गिर गई, जिससे पानी सडक़ों और आसपास के घरों-दुकानों तक घुसने लगा। लोगों ने मौके पर पहुंचकर देखा, तो टंकी का वाल्व फट गया था। उनका कहना है कि सुबह टंकी का वाल्व खोला जा रहा था, तभी वह फट गया और पानी तेजी के साथ बाहर बहने लगा।
निगम अधिकारियों का कहना है कि वाल्व की मरम्मत कराई जा रही है, और उसे जल्द ही ठीक कर लिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि शहर में अमृत मिशन योजना के तहत पेयजल पाइप लाइन की मरम्मत कराई जा रही है, ताकि कहीं पर भी पीने का पानी बेकार न जाए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 2 फरवरी। कान्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ;कैटद्ध के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर परवानी, प्रदेश कार्यकारी मगेलाल मालू, प्रदेश कार्यकारी अघ्यक्ष विक्रम सिंह देव, प्रदेश महामंत्री जितेन्द्र दोषी, प्रदेश कार्यकारी महामंत्री परमानंद जैन, प्रदेश कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल, ने केंद्रीय बजट को एक प्रगतिशील एवं व्यापारि क आर्थिक दस्तावेज बताया है। उनका कहना है कि इसके प्रावधान देश भर के व्यापारियों को व्यापार करने अधिक सुविधा देंगे । केंद्रीय बजट के कई प्रावधानों से बाजार को बड़ी ताकत मिलेगी। चाहे वह एमएसएमई के लिए दोगुने प्रावधान हो चाहे, कृषि और स्वास्थ्य के लिए बेहतर घोषणाएं हो। रोड, रेल, रियल एस्टेट, एमएसएमई, कार्पोरेट आदि सेक्टरों में कई अच्छी घोषणाएं हुई हैं। टैक्स ऑडिट की सीमा 5 से बढ़ाकर 10 करोड़ रुपए कर दी गई है। ऑटोमोबाइल्स सेक्टर के लिए स्क्रै पॉलिसी से वायु प्रदूषण में लगाम लगने के साथ ही ऑटोमोबाइल्स को बूस्टर मिलेगा। रियल एस्टेट से1टर में अफोर्डेबल हाउसिंग सेक्टर के लिए 1.50 लाख रु ए की सब्सिडी एक साल यानि 2022 तक बढ़ा दी गई। इससे रियल एस्टेट को काफी मदद मिलेगी। डिजिटल इंडिया कैंपेन के लिए 3700 करोड़ का प्रावधान किया गया है। स्टैंडअ इंडिया के लिए अनुसूचित जाति, जनजाति के लिए मार्जिन मनी की जरूरत 25 फीसदी से घटाकर 15 फीसदी कर दी गई है।
कैट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी ने कहा कि हम वित्त मंत्री से असहमत हैं कि जीएसटी को तर्कसंगत बनाया गया है जबकि ठीक इसके विपरीत जीएसटी अत्यधिक जटिल कर प्रणाली बन गई है और साथ ही इस बात का गहरा अफसोस है कि भारत के खुदरा व्यापार के लिए कोई समर्थन नीति घोषित नहीं की गई है, जो 80 लाख करोड़ से अधिक का वार्षिक कारोबार करता है और देश में लगभग 40 करोड़ लोगों को रोजगार प्रदान करता है ।
कोई राहत नही,व्यवसायी, वेतनभोगी से लेकर किसान तक सब निराशा
इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड ऑफ इंडिया रायपुर शाखा के सचिव रवि ग्वालानी ने सोमवार को पेश किए गए बजट के संबंध में प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा कि वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के बजट से काफी उम्मीदें थीं, लेकिन उनके बजट ने सारी उम्मीदों पानी फेर दिया। व्यापारी वर्ग को किसी भी प्रकार की राहत नहीं दी गयी है और वेतनभोगियों के लिए भी यह बजट सिर्फ एक छलावा साबित हुआ। पूरे देश के लोगों की निगाहें थी कि कुछ राहत मिलेगी लेकिन राहत देना तो दूर पेट्रोल व डीजल पर सेस लगा कर सरकार ने पूरे देश में महंगाई को बढ़ावा देने का काम किया है।
किसान वर्ग को भी इस बजट से कोई भी रियायत या राहत नहीं मिली है। 12 लाख करोड़ का लोन सरकार लेगी इससे यह कहा जा सकता है कि सरकार के ास ैसे बिल्कुल नही है और अगर केंद्र सरकार इतना कर्ज लेगी तो व्यापारियों का क्या होगा। रोजमरा के समान जैसे मोबाइल फोन, एल ई डी लाइट्स, फ्रिज के दाम बढ़ेगें इससे आम आदमी एक बोझ बढ़ेगा।
प्रोविडेंट फण्ड के ब्याज सरकार ने टैक्स लगा दिया है इससे यह कहा जा सकता है कि सरकार की मंशा किसी को भी राहत देने की नही है। यह बजट किसी भी वर्ग के काम का नही है, हर वर्ग में भारी निराशा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 1 फरवरी। रायपुर पश्चिम के भाजपा पार्षदों एवं पदाधिकारियों ने राज्य सरकार की वादाखिलाफी और वार्डों में अव्यवस्था को लेकर ‘सरकार तुहर द्वार’ आंदोलन का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि हर स्तर पर विरोध प्रदर्शन की रूपरेखा बनाकर सडक़ से सदन की लड़ाई लडऩे का संकल्प भी लिया गया है।
पूर्व मंत्री राजेश मूणत की उपस्थिति में रायपुर पश्चिम विधानसभा के सभी भाजपा पार्षदों एवं संघठन पदाधिकारियों की आज एक बैठक हुई। बैठक में रायपुर पश्चिम के पूर्व विधायक, प्रदेश भाजपा प्रवक्ता राजेश मूणत ने कहा कि भाजपा शासनकाल में वार्डों में विकास के जो काम स्वीकृत किए गए थे वो सभी कांग्रेस सरकार आने के बाद रोक दिए गए हैं, या उनका आबंटन वापस ले लिया गया है। पिछले 25 महीने में यहां के हर वार्ड-हर गली मोहल्ले में गड्ढे हो गए हैं।
दूसरी तरफ बहन-बेटियां अब सुरक्षित नहीं रहीं। अपराधी घर घुसकर हमले कर रहे हैं। गरीब मजदूरों की थानों में कोई सुनवाई नहीं है। करीब दो साल से यहां विकास पूर्णतया शून्य देखने को मिल रहा है जिससे जनता परेशान है।
उन्होंने कहा विधानसभा चुनाव के पहले लोगों के घर-घर जाकर पट्टा वितरण के फार्म भरवाए गए। अब लोगों को पट्टा देने की जगह डिमांड नोटिस जारी कर पट्टा नियमितीकरण का दबाव बनाया जा रहा है। विधानसभा चुनाव में शहरी क्षेत्रों में रहने वालों के निगम टैक्स को आधा करने का वादा अब भी अधूरा पड़ा है।
श्री मूणत ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार के शुरू किए गए टैंकर मुक्त रायपुर के सपने को इन 25 महीनों में ध्यान नहीं दिया गया। नए पाइपलाइन का बदलाव, नए कनेक्शन और हर घर नल जल योजना का क्रियान्वयन पूरा नहीं कर पा रहे हैं।
इस वर्ष भी गर्मी में शहर टैंकर के भरोसे होगा ऐसी उम्मीद है। शराबबंदी नारे के साथ आई सरकार पर बिना आबाकारी वित्तीय सत्र के रायपुर में कई नए प्रीमियम शराब दुकानें खोल दी गई है। शासकीय शराब दुकानों में बिना लॉयसेंस के अवैध आहाते खोल दिए गए, जिससे आसपास मारपीट, गाली गलौज, ट्रैफिक जाम की स्थिति निर्मित हो रही है। इसी तरह और कई समस्याएं देखी जा रही है।
रायपुर, 1 फरवरी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 2 फरवरी को दुर्ग और बेमेतरा जिले में आयोजित कार्यक्रमों में शामिल होंगे। श्री बघेल पूर्वान्ह 11 बजे अपने भिलाई-3 स्थित निवास से कार द्वारा रवाना होकर 11.05 बजे बाजार चौक भिलाई-3 पहुंचेंगे और वहां आयोजित स्वर्गीय चन्दूलाल चन्द्राकर के पुण्य तिथि के कार्यक्रम में शामिल होंगे।
श्री बघेल दोपहर 12.45 बजे भिलाई-3 पुलिस स्टेशन हेलीपेड से हेलीकाप्टर द्वारा रवाना होकर 1 बजे सीसीएम मेडिकल कालेज एवं हास्पिटल कचान्दुर, जिला दुर्ग पहुंचेंगे और स्वर्गीय चन्दूलाल चन्द्राकर की प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री दोपहर 2.30 बजे कचान्दुर से हेलीकाप्टर द्वारा रवाना होकर 3 बजे बेमेतरा जिले के विकासखण्ड नवागढ़ स्थित ग्राम नगधा पहुंचेंगे और वहां से कार द्वारा ग्राम परसदा आएंगे और गिधवा-परसदा जलाशय में नौका विहार कर पक्षी दर्शन करेंगे। श्री बघेल 3.30 बजे ग्राम नगधा में आयोजित ‘गिधवा-परसदा पक्षी महोत्सव 2021’ में शामिल होने के बाद शाम 5.05 बजे हेलीकाप्टर द्वारा भिलाई-3 पहुंचेंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 1 फरवरी। जिला तीरंदाजी संघ की ओर से बेमेतरा में विगत दिवस आयोजित राज्य स्तरीय तीरंदाजी प्रतियोगिता में शिवतरई के तीरंदाजों का वर्चस्व रहा। शिवतरई के अलावा कोंडागांव और रायपुर के तीरंदाजों का भी उत्कृष्ठ प्रदर्शन रहा। स्पर्धा में छग के 15 जिलों के तीरंदाजों ने हिस्सा लिया।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष बंशी पटेल के मुख्य आतिथ्य और तीरंदाजी संघ के अध्यक्ष कैलाश मोरारका की अध्यक्षता में बेसिक स्कूल मैदान में राज्य स्तरीय तीरंदाजी स्पर्धा का उद्घाटन किया गया। विशिष्ट अतिथि के रुप में नगरपालिक अध्यक्ष शकुंतला मंगत साहू, पार्षद मनोज शर्मा सुमन गोस्वामी थे।
इंडियन राउंड बालक वर्ग में शिवतरई के जयप्रकाश ने प्रथम, नकुल ने दूसरा तथा महेंद्र ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। राजनांदगांव के चंदन ने चौथा स्थान प्राप्त किया। बालिका वर्ग में राजनांदगांव की रश्मि ने पहला, शिवतरई की सुलोचना ने दूसरा तथा पायल ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। चौथा स्थान राजनांदगांव की क्षमा ने प्राप्त किया।
रिकर्व राउंड बालक वर्ग में शिवतरई के रोहित ने पहला तथा विरेन्द्र ने दूसरा स्थान प्राप्त किया। कोंडागांव के मुकेश ने तीसरा तथा रोशन ने चौथा स्थान प्राप्त किया। बालिका वर्ग में रायपुर की दुर्गेशनंदिनी ने पहला तथा साई की दीक्षा नायक ने दूसरा स्थान प्राप्त किया। कोंडागांव की रोमिता सोरी ने तीसरा तथा नेहा मरकाम ने चौथा स्थान प्राप्त किया।
कंपाउंड राउंड बालक वर्ग में बीजापुर के अशोक ने प्रथम स्थान तथा रायपुर के शिवम ने दूसरा स्थान प्राप्त किया। स्पर्धा में रायपुर के दक्ष पटेल ने तीसरा तथा बीजापुर के संतोष ने चौथा स्थान प्राप्त किया। बालिका वर्ग में बीजापुर की सुनीता मुड़मा ने पहला तथा कोंडागांव की सनीला नेताम ने दूसरा तथा स्मिता महांतो ने चौथा स्थान प्राप्त किया। तीसरा स्थान जांजगीर की जानसी सीदार ने प्राप्त किया। समापन अवसर पर विधायक आशीष छाबड़ा की सहभागिता में विजेताओं को पुरस्कृत किया गया।