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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 1 मार्च। कोरिया जिले में जिला कांग्रेस कमेटी की कार्यकारिणी घोषित करने के साथ ही पार्टी के वरिष्ठ कांग्रेसियों व पदाधिकारियों में नाराजगी भर गई और एक के बाद एक इस्तीफा देना शुरू कर दिऐ है। चार पदाधिकारियों ने अपने पद से इस्तीफा देकर नाराजगी जाहिर कर दी और माना जा रहा है कि और भी कुछ पदाधिकारी इस्तीफा दे सकते हैं।
वहीं पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष अजीत लकड़ा ने सोशल मीडिया में जंबो कार्यकारिणी को लेकर कहा है कि कांग्रेस में योग्य लोगों की भरमार है। अभी कई योग्य नाम छूटे हैं, इसलिए एक सप्लिमेंट्री लिस्ट और आएगी। उन्होंने भाजपा को सलाह भी दी है कि भाजपा भी योग्य लोग बनाए ।
जानकारी के अनुसार बीते 17 साल से कोरिया जिले में कांग्रेस की अध्यक्ष का दायित्व संभाल रहे नजीर अजहर की अध्यक्षता वाली अभी तक सबसे बड़ी जिला कार्यकारिणी की घोषणा हुई। कार्यकारिणी में 10 उपाध्यक्ष, 12 महामंत्री, 36 सचिव, 40 संयुक्त सचिव को स्थान दिया गया है। आरोप लगाया जा रहा है कि जिला अध्यक्ष ने पद विभाजन में वरिष्ठता का ध्यान नहीं रखा। साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि जिला अध्यक्ष द्वारा मनमाने तरीके से जिला कार्यकारिणी बनाई है। वरिष्ठता के अनुसार पद विभाजन नहीं किया गया जिससे वरिष्ठ पदाधिकारियों में भारी नाराजगी है।
हालांकि कांग्रेस में गुटों की भरमार होने के कारण संगठन में हमेशा विवाद बना रहता है, यही कारण है एक बार बने जिला अध्यक्ष नजीर अजहर को कांग्रेस के आला कमान बदलना नहीं चाहते, यदि फेरबदल किया तो तय है पार्टी में भारी बवाल मच जाएगा।
घोषित जिला कार्यकारिणी के बाद से एक एक वरिष्ठ कांग्रेसी सोशल मीडिया में अपना इस्तीफा देकर मन की भड़ास निकाल रहे हैं, वे पार्टी से इस्तीफा नहीं दे रहे हैं, पद से इस्तीफा देकर पार्टी के लिए खुद को काम में लगे रहना बता रहे हंै। पार्टी को संदेश दे रहे हंै कि वरिष्ठों की उपेक्षा पार्टी उनके मनोबल को गिराने वाला है।
इन वरिष्ठों ने पद से दिया इस्तीफा
कांग्रेस जिला अध्यक्ष द्वारा जिला कार्यकारिणी घोषित करने के साथ ही जहां पार्टी के अंदर वरिष्ठ सदस्यों में भारी नाराजगी भर गई है और इसे जाहिर करने के लिए इस्तीफा भी कुछ पदाधिकारियों के द्वारा दे दिया गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वरिष्ठ कांग्रेसी बृजवासी तिवारी, शारदा दुबे, साहेब अख्तर व केल्हारी क्षेत्र के जनपद सदस्य व वरिष्ठ कांग्रेसी मकसूद आलम ने जिला कार्यकारिणी घोषित होने के साथ ही उक्त वरिष्ठ पदाधिकारियों द्वारा अपना इस्तीफा दे दिया। जिला अध्यक्ष द्वारा घोषित कार्यकारिणी को लेकर अभी कई अन्य में भी नाराजगी है जो खुलकर तो सामने नहीं आ रहे हैं लेकिन जिस तरह से वरिष्ठता को दरकिनार कर पद बंाटे गये उससे वे खासे नाराज दिखाई दे रहे हैं। ऐसे में अभी कुछ और पदाधिकारी भी अपना इस्तीफा सौंप सकते हैं।
कई दिग्गजों को नहीं मिली जगह
कोरिया जिला कार्यकारिणी में कई दिग्गजों को जगह नहीं मिली है। जानकारी के अनुसार इस कार्य में पीसीसी सदस्यों को भी अनदेखा किया गया है। जिसे लेकर पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों में जमकर नाराजगी है। पार्टी के कई पदाधिकारियों का कहना है कि वरिष्ठता व कनिष्ठता में कोई अंतर नहीं रह गया है। वर्षों से कांग्रेस में जुड़े रहने के बाद भी उनको उचित स्थान नहीं दिया गया। जानकारी के अनुसार पूर्व जिला उपाध्यक्ष मुख्तार अहमद भी घोषित कार्यकारिणी में स्थान तक नहीं बना पाए है।
मनमर्जी से बनाई कार्यकारिणी
वरिष्ठ कांग्रेसी मुख्तार अहमद ने घोषित जिला कार्यकारिणी पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि जिला अध्यक्ष द्वारा मनमर्जी से अपने चहेतों को पद बांटे हैं। जिसमें वरिष्ठता का ध्यान नहीं रखा गया। जिसके चलते वरिष्ठ सदस्यों में नाराजगी है। उन्होंने कहा कि नियुक्ति के पूर्व प्रमुख वरिष्ठ पदाधिकारियों व सदस्यों से सलाह मशवरा नहीं लिया गया। यही कारण है कि नियुक्ति पर सवाल उठाये जा रहे हैं।
पहली बार जम्बो कार्यकारिणी
जिला कांग्रेस कमेटी के जिला अध्यक्ष द्वारा पहली बार इस वर्ष जम्बो कार्यकारिणी घोषित की। सबको लेकर व पद बांटने की मंशा के चलते सीनियर पार्टी पदाधिकारियों का शिकार भी होना पड़ रहा है।
जानकारी के अनुसार घोषित जिला कार्यकारिणी में 10 उपाध्यक्ष बनाए गए हैं। महामंत्री 12 की संख्या में तथा संयुक्त महामंत्री 59 की संख्या में बनाये गये इसी तरह सचिव 59 की संख्या में बनाए गए तथा संयुक्त सचिव 40 की संख्या मे बनाये गये। इसके अलावा दो दो की संख्या में प्रवक्ता व सोशल मीडिया प्रभारी बनाये गये है। इतनी बड़ी संख्या में पहली बाद पद बांटे गये है। जम्बों सूची में कुछ पदों में ऐसे नाम भी शामिल हैं जो पार्टी में जूनियर है, लेकिन उन्हें सीनियर से उच्च पद दे दिया गया।
छत्तीसगढ़ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 27 फरवरी। मुख्यमंत्री सामूहिक कन्या विवाह योजना अंतर्गत स्थानीय सुरभि पार्क में सामाजिक एवं धार्मिक रीति-रिवाज से परिवारजनों एवं अतिथियों की मौजूदगी में 38 जोड़ों का विवाह संपन्न हुआ। इस अवसर पर नव-दम्पत्तियों ने दाम्पत्य जीवन के लिए एक-दूसरे का हाथ थामा।
नव दम्पत्तियों को आशीर्वाद देने पहुुंचे सविप्रा उपाध्यक्ष एवं भरतपुर-सोनहत विधायक गुलाब कमरो ने कहा कि यह बहुत ही शुभ अवसर है, जहां एक ही मंच पर 50 जोड़ों का विवाह सामाजिक एवं रीति-रिवाज से कराया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सामूहिक कन्या विवाह योजना निर्धन परिवार के बेटियों के लिए एक सौगात है जिसमें बिना कोई पारिवारिक खर्च के विवाह होता है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की संवेदनशील सोच है कि बेटियों का विवाह बिना किसी खर्च के आसानी से हो। इस सोच के चलते उन्होंने योजनांतर्गत दिए जाने वाली राशि 15 हजार रूपए से बढ़ाकर 25 हजार रूपए देने का निर्णय लिया है। इससे प्रदेश के सभी जिलों में अधिकाधिक संख्या में इस योजनांतर्गत विवाह हो रहा है।
सामूहिक विवाह कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नपाध्यक्ष प्रभा पटेल ने कहा कि विवाह जीवन में शामिल प्रमुख संस्कारों में से है। विवाह दो परिवार की मिलन का प्रमुख आधार है। इस अवसर पर जनपद पंचायत अध्यक्ष डॉ. विनयशंकर सिंह, पूर्व विधायक श्यामबिहारी जायसवाल, जिला पंचायत सदस्य ऊषा सिंह करयाम सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने नव-दम्पत्तियों के परिवार जन सहित विभागीय अधिकारी विवाह कार्यक्रम के साक्षी बने।
ग्रामीणों के विरोध के बाद भी निजी जमीन पर नलकूप
कम खुदाई की होगी जांच-एसडीओ
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 27 फरवरी। कोरिया जिले में एक बार फिर नलकूप खनन में अनियमितता की शिकायतें सामने आ रही है। कम खुदाई के कारण पानी नहीं आने से ग्रामीणों मेंं काफी नाराजगी देखी जा रही है।
इस संबंध में ईएंडएम के एसडीओ आरएस तिवारी का कहना है कि अभी प्रारंभिक स्तर पर कार्य है, यदि कम खुदाई हो रही है तो जांच होगी, ग्रामीणों के बेहतर पेयजल मिले इसका पूरा ध्यान रखा जाएगा।
संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव ने बैकुंठपुर विधानसभा क्षेत्र में 40 नलकूप खनन का कार्य अपने विधायक निधि से स्वीकृति दिलाई। इसके लिए प्रभावित ग्रामीणों के घरों के आसपास स्थान का चयन कर सूची बनाई गई, जिसके बाद उसकी स्वीकृति भी मिल गई। उनकी सकारात्मक सोच है कि आने वाली गर्मी में ग्रामीणों को पेयलज से वंचित ना होना पड़े।
बीते कई वर्षों से सांसद और विधायक निधि के तहत होने वाले नलकूप खनन का कार्य कर रहे ईएंडएम विभाग ने कोटेशन के आधार पर मरवाही की फर्म को काम दे दिया। जबकि एक लाख से ज्यादा की राशि पर टेंडर करना था।
जानकार सूत्र बताते हैं कि कुल 48 लाख के कार्य में अब तक 24 लाख का भुगतान भी हो गया है। जहां जहां नलकूप खनन हो रहा है, मामले में काफी अनियमितता की शिकायतें लगातार सामने आ रही है। अब स्वीकृत हुई सूची में 14 नामों को बदला भी जा रहा है, जिसके लिए नए सिरे से नक्शा -खसरे की भी अधिकारियों ने मांग की है।
कम खुदाई के कारण हुए ड्राय
ईएंडएम विभाग के द्वारा कोटेशन पर काम जिस सप्लायर को काम दिया गया है बताया जा रहा है कि वो सत्ताधारी दल कांग्रेस के युवा नेता है। बैकुंठपुर विधानसभा के बचरापोड़ी क्षेत्र में कुल 12 नलकूप खनन होने है, जिसमें फटाफट 9 नलकूप खनन कर दिए गए, अब नलकूप खनन के नियमों में परिवर्तन हुआ, अब 350 फीट तक खुदाई करने का प्रावधान है, परन्तु ज्यादातर बोर 150 से 200 के अंदर खोद डाले जिसके कारण कई बोर एकदम ड्राय रह गए है। जब पानी नहीं निकला तो पूछा गया है कि पानी तो आया नहीं तो वहां के ग्रामीणों को बताया गया है कि जब हैंडपंप लगेगा तो पानी आ जाएगा।
निजी भूमि पर खोद डाले नलकूप
नलकूप का खनन सरकारी भ्ूामि पर किया जाना है, बावजूद इसके बचरापोड़ी क्षेत्र के कुछ स्थानों पर निजी भूमि पर नलकूप का खनन कर दिया गया। ग्रामीणों ने इसका विरोध भी किया, परन्तु किसी ने उनकी एक नहीं सुनी। जिसके बाद निजी भूमि पर ही नलकूप का खनन कर दिया गया।
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बैकुंठपुर, 22 फरवरी। कोरिया जिले में पूर्व खेल मंत्री द्वारा सिर्फ बैकुंठपुर विधानसभा में 6 खेल स्टेडियम बनवाए गए, जिनमें 4 स्टेडियम ऐसे स्थानों पर बने जिनका उपयोग ग्रामीण कैसे कर पाएंगे यह आज भी सवाल बना हुआ है। पांच वर्ष से ज्यादा हो गया एक भी स्टेडियम पूर्ण नहीं हो पाए। यही कारण है कि भाजपा के कार्यकाल में एक भी स्टेडियम का शुभारंभ नहीं हो पाया। बताया जा रहा है। आज तक एक भी स्टेडियम लोक निर्माण विभाग के द्वारा खेल विभाग को हैंडओवर नहीं किया गया है, जबकि अब बने स्टेडियम खंडहर में तब्दील होने लगे हैं।
इस संबंध में खेल अधिकारी राजेन्द्र सिंह का कहना है कि अभी तक सभी स्टेडियम लोक निर्माण विभाग के पास ही है, खेल विभाग को अब तक हैंडओवर नहीं हुए है।
जानकारी के अनुसार वर्ष 2016 में बैकुंठपुर जनपद अंतर्गत ग्राम चारपारा में भी स्टेडियम का निर्माण कराया गया था। तत्कालीन खेल एवं युवा कल्याण मंत्री के द्वारा स्वीकृत स्टेडियम का उनके कार्यकाल के तीन वर्षों में भी पूरा नहीं हो पाया। चारपारा के भखार के पास पथरीली और चट्टानों से भरे भूमि पर स्टेडियम बनाने के निर्णय पर तब कई सवाल खड़े हुए थे। ग्रामीणों के साथ खेल से जुड़े लोगों ने भी भूमि के चयन का विरोध किया था और कहा था कि सरकारी पैसे की बर्बादी के लिए यहां स्टेडियम बनवाया जा रहा है। परन्तु उस समय किसी की नहीं सुनी गई।
अब चारपारा में बनाया गया स्टेडियम बनने के बाद से वीरान पड़ा हुआ है। स्टेडियम का निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद लाखों के स्टेडियम में इसके बाद से अब तक कभी किसी प्रकार का खेल आयोजन भी नहीं किया गया। मैदान इतना पथरीला है कि कोई यहां खेलने तो क्या देखने भी नहीं आता है। स्टेडियम के अंदर चारों ओर बड़ी-बड़ी झाडिय़ां उग आई है। आसपास के गांवों में खिलाडिय़ों का भी अभाव है।
स्टेडियम से गांव की दूरी होने के कारण युवा बनाए गए स्टेडियम में कभी भी खेलकूद करने भी नहीं पहुंचते हैं। इस तरह से भारी रकम खर्च करने के बाद बनाया गया स्टेडियम किसी काम का नहीं रह गया है। चारपारा का स्टेडियम ऐसा स्टेडियम है जिसका न तो उद्घाटन किया गया और न ही किसी तरह की अब तक खेल आयोजन ही हुआ। पूरा स्टेडियम वीरान पड़ा हुआ है।
पथरीले भूमि पर निर्मित है चारपारा का स्टेडियम
जानकारी के अनुसार बैकुंठपुर जनपद अंतर्गत ग्राम चारपारा में उस स्थल पर बनाया गया है जो पथरीली भूमि है। स्टेडियम के चारों ओर दीवारें खड़ी कर दी गई हैं और मुख्य द्वार के पास कमरे बनाए गए हैं जिसमें लगी टाईल्स को तोड़ दिया गया है। आज तक बिजली का तार स्टेडियम तक नहीं पहुंच पाया है। लगातार सूना पड़े रहने के कारण स्टेडियम के चारों और कई तरह की घास व खरपतवार उग आए हैं। जिसे देखकर नहीं लगता है कि यह कोई स्टेडियम है। मैदान पथरीला है जिसमें किसी प्रकार का खेलकूद करा पाना संभव नहीं है। पथरीले मैदान के ऊपर मिट्टी डालकर बराबर करना चाहिए था लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया गया। ऐसे में कैसे कोई दौड़ लगाने भी पथरीले भूमि के मैदान में आना चाहेगा।
खंडहर होने लगा 48 लाख का स्टेडियम
चारपारा के नाम पर भखार में बनाए गए नये स्टेडियम के मुख्य द्वार के पास कुछ कमरे भी बनाए गए हैं। लगातार सूना पड़ा रहने के कारण कमरों में लगाए गए खिडक़ी-दरवाजे चोरी हो चुके हैं, वहीं यहां बनाए गए बाथरूम टूट-फूट गए हैं। सूनसान क्षेत्र में बनाए गए स्टेडियम की सुरक्षा भगवान भरोसे है। ऐसे में यहां के दरवाजे-खिडक़ी भी चोरी हो जाए तो काफी दिन बाद भी पता नहीं चल सकेगा। नए बनाए गए स्टेडियम की इसी तरह से लगातार उपेक्षा की जाती रही तो कोई भी सामान यहां का सुरक्षित नहीं बचेगा।
युवा बांध की खाली जमीन पर खेल रहे
ग्राम चारपारा के ग्राम भखार में बनाया गया स्टेडियम गांव के एक किनारे पर बनाया गया है वहीं जिला मुख्यालय से 10 किमी की दूरी पर है। इस क्षेत्र के युवाओं में खेल के प्रति ज्यादा रूचि नही है। वही जनपद क्षेत्र के कई ग्रामीण क्षेत्र ऐसे हैं जिस क्षेत्र के युवाओं में विभिन्न खेलों के प्रति रूचि है लेकिन वहां पर सुविधाओं का अभाव है।
जानकारी के अनुसार जनपद बैकुंठपुर क्षेत्र के सागरपुर ओडग़ी जो कि जिला मुख्यालय से लगा हुआ ग्राम है।
इस क्षेत्र के युवाओं में खेल के प्रति ज्यादा रूचि है लेकिन इस क्षेत्र में सुविधायुक्त खेल का मैदान भी नसीब नहीं है। लेकिन युवाओं में खेल के प्रति समर्पण ऐसा है कि झुमका बांध क्षेत्र के भीतर में खाली हुई पानी की जगह को मैदान बनाकर खेलते हैं साथ ही यहां फुटबॉल प्रतियोगिता भी आयोजित की जाती है। यदि जरूरत वाले जगहों पर स्टेडियम का निर्माण कराया गया होता तो स्टेडियम वर्ष भर खिलाडिय़ों से गुलजार रहता।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 22 फरवरी। कोरिया जिले के सोनहत जनपद मुख्यालय में ग्राम पंचायत सोनहत द्वारा वहां सरकारी शराब दुकान खोलने हेतु प्रस्ताव किया गया है जिसके विरोध में ग्राम की महिला संगठन सामने आ खड़ी हुई है।
इस मामले को लेकर ग्राम महिला संगठन द्वारा अनुविभागीय दण्डाधिकारी को आवेदन देकर मांग की गई है कि शराब दुकान खोलने को प्राथमिकता न देकर क्षेत्र में शराब बंद कराने की कोशिश की जाए।
शराब दुकान के विरोध में महिलाओं का कहना है कि इतिहास में पहली बार सोनहत में शराब की दुकान खुलवाई जा रही है, जिसका वे खुलकर विरोध करेंगे।
जानकारी के अनुसार अनुविभागीय दण्डाधिकारी को सौंपे गए आवेदन में ग्राम महिला संगठन के पदाधिकारियों ने उल्लेख किया है कि सोनहत ग्राम पंचायत द्वारा सोनहत मुख्यालय में सरकारी शराब दुकान खोलने के लिए ग्राम पंचायत में प्रस्ताव किया है जिसमें पंचों की उपस्थिति भी पूरी नहीं है। इसकी जानकारी मिलने के बाद ग्राम महिला संगठन के पदाधिकारियों ने सक्षम अधिकारी को आवेदन देकर सरकारी शराब दुकान न खोलने की मांग करते हुए कहा है कि यदि शराब दुकान खुलती है तो इसका जमकर विरोध किया जाएगा।
शराब दुकान खुलती है तो युवा वर्ग, मजदूर वर्ग जो अभी नशे से दूर है वे भी शराब के नशे के चपेट में आ जाएंगे। गांव के साथ साथ आस पास के क्षेत्रों के लोगों पर भी इसका बुरा असर पड़ेगा। साथ ही ग्राम महिला संगठन ने मांग की है कि क्षेत्र में शराब के अवैध कारोबार को भी बंद किये जाने की दिशा में प्रयास किया जाना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि सोनहत जनपद क्षेत्र में गांव गांव में शराब बनाई जाती है और इसका अवैध रूप से विक्रय भी किया जाता है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 21 फरवरी। कोरिया जिला मुख्यालय स्थित जिला जेल में कल 20 कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद 5 और मरीज मिले हैं। सभी को अलग-अलग रख कर इलाज किया जा रहा है, हेल्थी डाइट के साथ उनका विशेष ध्यान देने की रणनीति बनाई गई है। वहीं स्वास्थ्य विभाग का दल ने जिला जेल में रहने वाले सभी लोगों के कोरोना जांच पूरी कर ली है।
इस संबंध में सीएमएचओ डॉ. रामेश्वर शर्मा का कहना है कि जिला जेल में 5 मरीज और पाए हैं। सभी को जेल के अंदर होम आईसोलेशन में रखा गया है। दूरी का पूरा ध्यान रखा जा रहाह हैं। जेल के अंदर रहने वाले सभी के कोरोना जांच भी पूरी कर ली गई है।
जिला जेल में कल के 20 मरीज मिलने के बाद आज 5 और मरीज पॉजिटिव पाए गए है। आज भी स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जिला जिले के सभी स्टाफ के साथ निरूद्ध लोगों का कोरोना जांच किया। जिसमें 5 और मरीज सामने आए हैं। जिसके बाद सभी 25 मरीजों को जेल में आईसोलेशन वार्ड बना कर उन्हें रखा गया है, वहीं उनका इलाज जारी है।
मास्क-सोशल डिस्टेंस भूले
कोरिया जिले मेें दूसरे चरण का कोरोना वेक्सीनेशन जारी है, परन्तु कोरोना को लेकर लोगों के मन से डर पूरी तरह से खत्म हो चुका है। सरकारी आयोजन हो या निजी, अब न तो सोशल डिस्टेंस का लोग ख्याल रख रहे हंै और न ही मास्क लगाए कोई देखा जाता है। यहां तक की सरकारी बैठकों भी इसका काफी कम लोग ख्याल रख रहे हंै।
सीईओ को पत्र लिखकर लगाई न्याय की गुहार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
चिरमिरी, 21 फरवरी। जनपद पंचायत खडग़वां के पोंडी क्लस्टर में कार्यरत एक महिला पीआरपी ने जिला पंचायत के सीईओ को पत्र लिखकर मिशन संचालक के खिलाफ प्रताडि़त करने तथा षड्यंत्र पूर्वक कार्य से पृथक करने का आरोप लगाया है।
पत्र में महिला पीआरपी ने यह भी कहा है कि उसकी शिकायत पर जनपद पंचायत खडग़वां के सीईओ ने जांच भी कराई। जांच में उसकी कोई गलती नही मिलने के बावजूद उसे कार्यभार नही दिया जा रहा है।
पत्र में महिला पीआरपी पुनीता ने कहा है कि वह जनपद पंचायत खडग़वां के क्लस्टर पोंडी में विगत 3 वर्षों से कार्य कर रही है। आज से 3 वर्ष पूर्व भी मेरे द्वारा कलस्टर में कार्य किया गया है, जिसमें समूह गठन, ग्राम संगठन का गठन, समूह का रजिस्टर सुधार करवाना, बैंक लिंकेज का प्रकरण तैयार कारवाना एवं अन्य जो भी कार्य जिला एवं विकासखण्ड कार्यालय द्वारा लिखित या मौखिक रूप से कहा जाता था, उस कार्य को समय सीमा में मेरे द्वारा पूर्ण कराया गया है।
यदि कार्य को पूरा करने में फील्ड में कही भी समस्या आती थी, उसको जिला कार्यालय द्वारा बड़े ही अच्छी तरीके से समझाया जाता था। यहां तक कि पीआरपी को जिला के पूर्व डीपीएम रवि सर के द्वारा पूरा सहयोग दिया जाता रहा है। परन्तु पिछले एक वर्ष से जब से जिला मिशन प्रबंधक के रूप में नए सर आये है, तब से केवल पीआरपी को धमकी दी जाती है।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत खडग़वां को पत्र के माध्यम से बताया गया कि सम्बंधित माह का मेरा मानदेय नही आया है। तब एसएलआरएम के लेखा प्रभारी द्वारा फोन के माध्यम से मुझे कहा गया कि आपको कार्य से पृथक कर दिया गया है, इसलिये जब तक आप अनापत्ति पत्र कलस्टर से बनवाकर जमा नहीं करेंगे, तब तक मानदेय नही मिलेगा। तब मेरे द्वारा अनापत्ति पत्र बनाकर उस पर कलस्टर संगठन के पदाधिरियों के द्वारा हस्ताक्षर करने को कहा गया तो उनके द्वारा हस्ताक्षर करने से मना कर दिया गया। मेरे द्वारा कलस्टर संगठन के पदाधिकारियों से कारण पूछे जाने पर बताया गया कि आपके द्वारा जब तक किट जमा नही किया जायेगा, तब तक हम हस्ताक्षर नहीं करेंगे। मैने पूछा कौन सा किट तो वो बोले हम नही जानते, हमको हस्ताक्षर करने के लिये मना किया गया है।
उन्होंने बताया कि 4 माह होने जा रहे है, 2 माह का मानदेय नही दे रहे है और ना ही जांच उपरांत निर्णय ही बता रहे है। कि मुझे कलस्टर अंतर्गत कार्य करना है या नही करना है।
महिला पीआरपी पुनिता रजक ने जिला पंचायत कोरिया के सीईओ से मांग की है वे कि उसके पत्र पर सहानुभूति पूर्वक विचार करते हुये आवश्यक कार्यवाही करें तथा उसे न्याय दिलाए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
चिरमिरी, 21 फरवरी। बढ़ती महंगाई के विरोध में 19 फरवरी को मनेंद्रगढ़ विधायक डॉ.विनय जायसवाल के नेतृत्व में ब्लॉक कांग्रेस कमेटी, एवं युवा कांग्रेस कमेटी चिरमिरी के अध्यक्ष शिवांश जैन, ब्लॉक अध्यक्ष सुभाष कश्यप, सभापति गायत्री बिरहा, जिला प्रवक्ता प्रमोद सिंह,सांसद प्रतिनिधि प्रकाश तिवारी,शंकर रॉव महिला कांग्रेस की प्रदेश उपाध्यक्ष बबिता सिंह सहित नगर निगम के समस्त एमआईसी पार्षद निर्वाचित पार्षद एवं मनोनीत पार्षद की उपस्थिति में विशाल आम सभा कर ताली एवं थाली बजाते हुए मशाल रैली निकल कर केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ जम कर विरोध प्रदर्शन किया।
आम सभा को संबोधित करते हुए विधायक डॉ.विनय जायसवाल ने कहा कि देश के करोड़ों अन्नदाता किसानों के हित में 03 नए कृषि कानूनों को वापस लिया जाए एवं दिनों-दिन बढ़ते जा रहे पेट्रोल-डीजल, रसोई गैस वृद्धि पर लगाम लगाकर जनता को राहत दी जाए।
विधायक जायसवाल ने कहा कि अगर केंद्र सरकार ने इस काले कानून को वापस नहीं लिया तो कांग्रेस पार्टी देश स्तर पर किसानो ंका समर्थन कर उग्र आंदोलन करेंगी।
अन्नदाता किसानों की लड़ाई कांग्रेस पार्टी ने सदन से लेकर सडक़ तक हमेशा लड़ी है और आगे भी लड़ाई जारी रहेगी।
हल्दीबाड़ी में आम सभा को संबोधित करते हुए युवा नेता शिवांश जैन ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार अपने छ: से सात वर्षो के कार्यकाल में एक भी बड़ी योजना को बताये जो उसने किया हो केवल समाप्ति की योजना ही बनाई और कुछ नहीं किया।
आम सभा को ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष कश्यप सहित और भी वक्ताओं ने संबोधित किया और अपने अपने तर्क पर केंद्र सरकार की नीतियों के विरोध जम कर हल्ला बोला।
कांग्रेसियों ने आम सभा के अंत में युवा कांग्रेस के नेता शिवांश जैन के नेतृत्व में यातायात चौक से लेकर नहर रॉय पेट्रोल पम्प तक ताली थाली बजाते हुए मशाल रैली निकाल कर उग्र रूप में अपना विरोध प्रदर्शन किया और किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए तीनों काले कानून को तत्काल वापस लेकर किसानों को राहत देने की बात कही और देश में पेट्रोल डीजल एवं रसोई गैस की कीमतों में नियंत्रण करने का आह्वान किया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से किसान आंदोलन के पक्ष में वरिष्ठ कांग्रेस नेता ओपी प्रीतम, मुक्तेश्वर कुशवाहा, युवा नेता वाचस्पति दुबे, राजा मुखर्जी, सोहन खटीक, इंद्रजीत सिंह चवडा, ओम प्रकाश गुप्ता, राहुल भाई पटेल, हैप्पी बधावन, राम प्यारे चौहान, दिनेश दुबे, सुभाष दास, सहित महिला कांग्रेस, युवा कांग्रेस, सेवा दल, एनएसयुआई के समस्थ पदाधिकारी कार्यकर्ता के साथ सैकड़ो की संख्या में स्थानीय शहर वासी मौजूद रहे।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जनकपुर में स्वास्थ्य कर्मचारी संघ की बैठक
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
चिरमिरी, 20 फरवरी। छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों के द्वारा 18 फरवरी 2021 को समुदायिक स्वस्थ्य केंद्र-जनकपुर में संघ के सबंध में महत्वपूर्ण बैठक आयोजित किया गया जिसमे कर्मचारियों के विभिन्न समस्याओं और लंबित कार्यों पर विस्तृत चर्चा किया गया। साथ ही संघ के आगामी चुनाव दिनॉक 21/03/21 को लेकर भी चर्चा किया गया जिसमे संघ की सदस्यता, ब्लॉक अध्यक्ष का चुनाव और साथ में ही जिला अध्यक्ष चुनाव के बारे में चर्चा किया गया। इस बैठक में पांचों ब्लॉक के ब्लॉक अध्यक्ष रमाशंकर साहू, दिलीप पांडे, खुर्शीद, मोहमद सिध्दकी और वर्तमान जिला अध्यक्ष सोमेंद्र मंडल व वरिष्ठ जनो की उपस्थिति में विस्तृत चर्चा किया गया । आज के बैठक में सर्व सम्मति से सौमेन्द्र मंडल को जिला अध्यक्ष के रूप में प्रस्ताव रखा गया । जनकपुर से आर. एस. चेचाम, विदेशी नाहक, ललिता मिंज, रेखा शर्मा, ए. किस्पोट्टा, रीना, रामायण, आर. के. तिवारी, राम किशोर, अमर सिंह चंदेल, वीरेंद्र शर्मा, राम चन्द्र तिवारी, राम करन, शंकर नाथ बनर्जी, रवि नाहक, ब्रिजेश, बीरेन्द्र साव, भैया लाल बैगा, बीरेन्द्र साहू, सत्येन्द्र सिंह, सूरज बाई की उपस्थिति में किया गया।
वार्डों के आरक्षण की प्रक्रिया 23 तक
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 20 फरवरी। नगर पालिका परिषद बैकुंठपुर में नगरीय निकाय चुनाव के लिए अब तैयारियां शुरू हो गई है। आगामी 23 फरवरी को नपा के वार्डों का आरक्षण प्रक्रिया पूरा किया जाना है इसके बाद स्थिति स्पष्ट हो जायेगी कि कौन सा वार्ड किस श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए आरक्षित की गई है। अब इसके लिए ज्यादा समय नही है। वार्डों के आरक्षण प्रक्रिया पूरा होने के साथ ही पार्षद पद के दावेदार वार्डो में पूरी तरह से सक्रिय हो जायेगे। वार्डों के आरक्षण प्रक्रिया पूरा होने के बाद नगरपालिका के मतदाता सूची अद्यतन किया जायेगा। इसके बाद चुनावी जोर और तेज हो जाएगा।
जानकारी के अनुसार कोरिया जिले के दो नगर पालिका शिवपुर चरचा व मुख्यालय का नपा बैकुंठपुर में आगामी दिवस चुनाव संपन्न होने हैं। दोनों नगरीय निकाय पहले नगर पंचायत थे जिसके बाद नगर पालिका बनाया गया। कुछ माह पूर्व दोनों नगरीय निकाय क्षेत्रों से पूर्व में जोडे गये ग्राम पंचायत के क्षेत्रों के फिर से अलग कर दिया गया है जिसके चलते अब वार्ड छोटे हो गए हैं।
नगर पालिका परिषद बैकुण्ठपुर में वर्तमान में 20 वार्ड तथा शिवपुर चरचा नगर पालिका में 15 वार्ड ही है। उल्लेखनीय है नगरीय सीमा से लगे कुछ ग्राम पंचायतों को पूर्व में मिलाकर नगर पालिका बनाया गया था लेकिन नपा में जुडऩे के बाद भी नये जुड़े वार्डों का अपेक्षित विकास नहीं हो पाया तथा नए जुड़े वार्डों को कई तरह के टैक्स का भुगतान करना पड़ रहा था। साथ ही मनरेगा सहित कई पंचायती योजनाओं से भी वंचित होना पड़ रहा था जिसका विरोध शुरू हुआ और लोगों के विरोध के चलते शहरी सीमा में जुड़े पंचायतों को फिर से अलग कर दिया गया। जिससे कि नपा के वार्ड घट गए और नई परिसीमन के बाद वार्ड गठन किया गया जिसके आधार पर अब चुनाव आगामी दिनों संपन्न कराया जाएगा।
जानकारी के अनुसार इस बार नपा अध्यक्ष का चुनाव सीधे तौर पर नहीं होकर अप्रत्यक्ष तौर पर होगा। इसके लिए जरूरी होगा कि भावी अध्यक्ष को पहले पार्षद का चुनाव किसी वार्ड से जीतना होगा। पार्षदों के बीच से ही अध्यक्ष चयन किया जायेगा। यही कारण कि इस बार के नपा चुनाव में पार्षद पद के लिए प्रत्येक वार्ड में घमासान मचने की संभावना है। अब दिग्गजों को भी पहले वार्ड पार्षद का चुनाव लडऩा होगा जिसके लिए वार्डों की आगामी 23 फरवरी को होने वाली आरक्षण पर सभी की नजर है। अध्यक्ष बनने के लिए जोर आजमाईश व संपर्कों का दौर आरक्षण की स्थिति साफ होने के बाद चलेगा। वहीं शहर के कई दावेदार ऐसे हैं जो अपने वार्ड को छोडक़र दूसरे वार्ड से भी अध्यक्ष बनने के लिए पार्षद पद का चुनाव लडऩा चाहते हैं।
तब नाराज हो गए थे डवरे
नगर पालिका परिषद बैकुंठपुर के अध्यक्ष इस बार कौन बनेगा, अभी यह कह पाना तो मुश्किल है। इसके लिए कांग्रेस भाजपा अभी से अपनी अपनी रणनीति पर काम कर रही है। पांच वर्ष पूर्व भाजपा के शैलेष शिवहरे और कांग्रेस के अशोक जायसवाल के बीच हुए मुकाबले के दौरान कांग्रेस के आशीष डवरे को टिकट नहीं मिलने पर वो अपने युवा साथिर्यो के साथ नाराज हो गए थे, उन्होंने खुद नगर पालिका के लिए अध्यक्ष के पद की दावेदारी की थी, उस दौरान टिकट प्राप्त करने के दौरान अशोक जायसवाल ने अपनी बिसात बिछा दी थी। शह मात के इस खेल में डवरे चित हो गये थे। बीते चुनाव में आशीष डवरे नपा अध्यक्ष पद के लिए प्रमुख रूप से दावेदारी कर रहे थे लेकिन आखिरी वक्त पर संगठन ने उन्हें दरकिनार करते हुए अशोक जायसवाल को टिकट प्रदान कर दिया था। जिसके बाद चुनाव के 10-12 दिन पूर्व कांग्रेस के दिग्गज नेता टीएस सिंहदेव उन्हें मनाने पहुंचे थे, तब जाकर उन्होंने अशोक जायसवाल के लिए काम करने की सहमति प्रदान की थी।
युवा आईकॉन आशीष डवरे पर नजर
इस बार नगर पालिका बैकुण्ठपुर अध्यक्ष पद पिछड़ा वर्ग महिला के लिए आरक्ष्ति किया गया है। सूत्रों के अनुसार युवा आशीष डबरे तैयारी में भी इसके लिए जुट गए हैं। बताया जाता है कि संसदीय सचिव व बैकुण्ठपुर विधायक अंबिका सिंहदेव के बेहद करीबी में आशीष डवरे की गिनती आती है। ऐसे में युवाओं की मांग है कि उन्हें हर हाल में आगामी नगर पालिका चुनाव में किसी ना किसी वार्ड से उन्हें टिकट दिया जाए। क्षेत्रीय विधायक के वे करीबी माने जाते हैं। जनाधार वाले युवा नेता आशीष डवरे के मैदान में आने से निश्चित तौर पर कांग्रेस का बड़ा लाभ होना तय माना जा रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 19 फरवरी। कोरिया जिले के जिला अस्पताल परिसर में संचालित पोषण एवं पुनर्वास केंद्र में कुपोषित बच्चों को सुपोषित करने के लिए शासन स्तर पर अच्छी सुविधा के साथ उपचार प्रदान किया जा रहा है। पोषण पुनर्वास केंद्र में आने वाले कुपोषित बच्चों को सुपोषित करने के लिए बच्चे को उचित डाईट के साथ माता तो भी डाईट प्लान के तहत प्रदान की जाती है और निर्धारित समय में कुपोषित बच्चों को सुपोषित करने का लक्ष्य रहता है।
इस संबंध में पोषण पुनर्वास केंद्र की केयरटेकर ममता सिंह का कहना है कि कोरोना काल में बच्चों को लाने का सिलसिला कुछ कम हो गया था, परन्तु अब फिर कुपोषित बच्चों को लाया जा रहा है, बच्चे सुपोषित होकर घर जा रहे हैं, घर जाने के बाद भी उनकी लगातार मॉनिटरिंग की जाती है।
कोरिया जिला मुख्यालय बैकुंठपुर स्थित जिला अस्पताल परिसर में संचालित पोषण एवं पुनर्वास केंद्र में कुपोषित बच्चों की नियमित रूप से विशेष चिकित्सकों द्वारा जांच भी की जाती है।
विशेषज्ञ चिकित्सकों की देख रेख में सुपोषित करने का कार्यक्रम चलाया जा रहा है। जिसका लाभ जिले के कुपोषित बच्चों को मिल रहा है लेकिन बीते वर्ष कोरोना संक्रमण के फैलाव के चलते पोषण पुनर्वास केंद्र में आने वाले कुपोषित बच्चों की संख्या में कमी आई थी। वही लॉक डाउन के दौरान आंगनबाड़ी केंद्र बंद होने के कारण कुछ माह तक किसी ग्रामीण क्षेत्र से पोषण पुनर्वास केंद्र में कुपोषित बच्चे नहीं आ लाये जा रहे थे, लॉकडाउन समाप्त होने के बाद माह जुलाई से अब तक गिनती के ही विभिन्न आंगनबाडी केंद्रों से कुपोषित बच्चों को लाया जा रहा है।
जिला अस्पताल परिसर में संचालित पोषण एवं पुनर्वास केंद्र में अब तक दर्जनों कुपोषित बच्चे सुपोषित होकर अपने घर लौट आये है। लेकिन कई बच्चों के परिजनों के द्वारा समुचित स्तर तक पोषण प्राप्त किये बिना ही घर लौट जाते है।
वर्ष 2019-20 में 92 कुपोषित बच्चे हुए सुपोषित
प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला चिकित्सालय परिसर में संचालित पोषण एवं पुनर्वास केंद्र में वर्ष 2019-20 में विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से कुल 167 कुपोषित बच्चे यहां लाये गये थे जिनका समुचित उपचार के साथ डाईट प्रदान किया गया, जिनमें 92 बच्चे देख रेख व उपचार के बाद सुपोषित हो गये। वहीं 57 कुपोषित बच्चे पूरी तरह से रिकव्हर नहीं हो पाए। जबकि 10 बच्चे ऐसे रहे जिनके परिजन निर्धारित अवधि तक उपचार कराये ही अपने घर को लौट गए। यदि निर्धारित समय तक उपचार व देखभाल कराये होते तो ये बच्चे भी सुपोषण का स्तर प्राप्त कर जाते।
उल्लेखनीय है कि इस दौरान मार्च 2020 के तीसरे सप्ताह में कोरोना संक्रण के चलते लॉकडाउन की स्थिति हो गई थी जिसके कारण जून माह तक एनआरसी में किसी आंबा केंद्र से कुपोषित बच्चे नहीं लाये जा रहे थे। यदि लॉक डाउन की स्थिति नहीं बनती तो एनआरसी केंद्र में आने व ठीक होने वाले बच्चों की संख्या कहीं अधिक रहती।
जुलाई 2020 से अब तक 27 लाए गए
कोरोना की वजह से लगे लॉकडाउन में थोड़ी छूट मिलने के बाद गत वर्ष 2020 जुलाई से पुन: जिला चिकित्सालय परिसर में संचालित पोषण एवं पुनर्वास केंद्र में कुपोषित बच्चों केा ग्रामीण क्षेत्रों के आंबा केंद्रों से लाने का क्रम शुरू हो गया।
जुलाई 2020 से अब तक लगभग सात माह बाद तक कुल 27 कुपोषित बच्चे पोषण एवं पुनर्वास केंद्र में लाए गए है। लाए गए 27 कुपोषित बच्चों में आधे से अधिक 18 की संख्या में कुपोषित बच्चे सुपोषित होकर घर लौट चुके हैं वहीं मात्र 5 बच्चे रिकव्हर नहीं हो पाये, जबकि चार बच्चों के परिजन निर्धारित समयावधि के पूर्व ही अपने बच्चों को एनआरसी केंद्र से ले गये।
कोरोना काल में कुपोषित बच्चे कम संख्या में पहुंच रहे
जिला चिकित्सालय परिसर बैकुंठपुर में संचालित पोषण एवं पुनर्वास केंद्र में कोरोना संक्रमण के शुरू होने के बाद लगभग तीन माह से ज्यादा समय तक किसी भी आंगनबाडी केंद्र से कुपोषित बच्चे नहीं लाये जा रहे थे। इस दौरान आंबा केंद्र भी कोरोना संक्रमण के चलते बंद कर दिए गए थे जब हालात कुछ सामान्य हुई इसके बाद भी पोषण पुनर्वास केंद्र में ज्यादा कुपोषित बच्चे नहीं लाये जा रहे है। यही कारण है जुलाई 2020 के बाद अब तक सात माह से अधिक समय में सिर्फ 27 की संख्या में ही कुपोषित बच्चे एनआरसी केंद्र में लाये गये।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 19 फरवरी। कोरिया जिला मुख्यालय बैकुण्ठपुर शहर में स्थित रियासतकालीन निर्मित गेज नदी का पुल अब आवागमन को लेकर खतरनाक हो चुका है। सिर्फ गेज पुल पर 12 से 15 गड्ढे हैं, 3 से 4 फीट का एक बड़ा गड्ढा है, जबकि एक फीट से डेढ़ फीट तक लंबे-लंबे और छोटे गड्ढे गेज पुलिया को नुकसान पहुंचा रहे है, लगातार वाहनों के दबाव से पुल के गड्ढे और बड़े होते जा रहे है। इस संबंध में लोक निर्माण विभाग के एसडीओ एस के मिश्रा का कहना है कि पुल के गड्ढों को जल्द भरवाया जाएगा।
जानकारी के अनुसार शहर से अंबिकापुर जाने वाली मार्ग पर शहर सीमा के भीतर गेज नदी पर कोरिया रियासत के राजा के द्वारा पुलिया का निर्माण कराया गया था जो आज भी स्थित है, लेकिन समय के साथ उक्त पुलिया अब जर्जर होती चली जा रही है। राष्ट्रीय राजमार्ग 43 होने के कारण इस जर्जर हो चुकी पुलिया से प्रतिदिन भारी संख्या में छोटे बडे वाहनों की आवाजाही होती है। एकमात्र पुलिया में वाहनों का दबाव बढ़ गया है। वही कुछ ही मीटर की पुलिया में करीब एक दर्जन कई स्थानों पर छोटे-बड़े गड्ढे हो गये है। कुछ जगहों पर तो गड्ढे अधिक गहराई के हो गये है तथा गड्ढे-बड़े आकार के बन गए हैं। समय पर ध्यान नहीं दिए जाने के कारण गड्ढों की संख्या बढ़ती जा रही है और गड्ढों की लंबाई भी बढ़ती जा रही है।
राष्ट्रीय राजमार्ग में अव्यवस्थित गेज पुलिया संकरा पुलिया है अब वाहनों का दबाव इस पुलिया पर बढ़ी है ऐसे में चौडे पुल का निर्माण जल्द कराये जाने की जरूरत होगी। अन्यथा इसी पुलिया से कुछ माह तक आगवामन होते रहता है तो आवागमन के दृष्टि से पुलिया खतरनाक स्थिति पर पहुॅच सकती है जिससे कि कभी भी बडी दुर्घटना घटित हो सकती है।
आठ दशक पार कर गया आजादी के पूर्व का पुलिया
बैकुंठपुर शहर से गुजरने वाली गेज पुलिया पर अंबिकापुर मुख्य मार्ग पर रियासतकालीन बनाई गयी गेज पुलिया आठ दशक पार कर चुका है इसके बाद भी इस पुलिया पर प्रतिदिन वाहनों की आवाजाही हो रही है लेकिन अब यह जर्जर स्थिति में पहुंच गया है।
जानकारी के अनुसार कोरिया रियासत के राजा रामानुज प्रताप सिंहदेव ने वर्ष 1934-35 में गेज पुलिया का निर्माण कराया गया था इसके बाद से ही इस पुलिया में आवागमन हो रहा है। समय के साथ यातायात का दबाव भी बढ़ा लेकिन पुलिया के मरम्मत कार्य की दिशा में समय समय पर बिल्कुल ही ध्यान नही दिया गया और यही कारण है पुलिया अपनी अंतिम स्थिति में पहुंच गया है। जिसे सुधार कार्य नही किया जाता है तो आने वाले समय में यह पुलिया सुरक्षित नहीं रहेगा।
बिना सरिया व सीमेंट के बना है पुलिया
शहर से गुजरने वाली गेज पुलिया पर कोरिया रियासत काल के दौरान बनाया गया गेज पुलिया में सीमेंट व सरिया का उपयोग बिल्कुल भी नहीं किया गया है।
पुलिया निर्माण कार्य हुए 8 दशक बीत चुके है और आने वाले कुछ सालों में ही 9 दशक का उम्र पूरा कर लेगा। इसके बावजूद पुलिया मजबूती से टीकी है सिर्फ पुलिया के उपर की सडक जर्जर हो गयी है और छोटी सी पुलिया में एक दर्जन स्थानोंं पर छोटे बडे गढ्ढे बन गये है। जिसके सुधार कराये जान की आवश्यकता है।
जानकारी के अनुसार गेज पुलिया के निर्माण में सीमेंट की जगह चूने व गारे का उपयोग कर पुलिया निर्मित है। उस दौरान निर्माण कला का उपयोग करते हुए बिना सरिया का पुल बनाया गया है जा आज भी मजबूत स्थिति में है। पुलिया के उपर जर्जर व गढ्ढो का मरम्मत करा दिया जाता है तो पुलिया को मजबूती मिलेगा लेकिन अब समय के साथ संकरी पुलिया में आवागमन के दौरान सिर्फ एक वाहन ही आना जाना करता हैं। लोगों का कहना है कित यातायात के बढ़ते दबाव को देखते हुए अब नया बड़ा पुल बनाया जाना उचित होगा।
वनकर्मी कर रहे निगरानी, ग्रामीणों को जंगल न जाने की भी सलाह
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 18 फरवरी। कोरिया जिले के खडग़वां जनपद क्षेत्र के सीमावर्ती क्षेत्र में फिर से हाथी पहुंच गए हैं, जिससे लोगों में हाथियों का डर बना हुआ है। दोनों हाथियों ने फसलों को रौंद दिया है। कुछ खेतों में फसलों को चट कर दिया, वहीं पैरों से कुचलकर फसलों को नुकसान पहुंचाया गया। क्षेत्र में हाथियों के दल पहुंचने की सूचना वन विभाग को मिलने पर वन कर्मी लगातार हाथियों के दल की निगरानी कर रहे हैं।
हाथी प्रभावित क्षेत्रों के ग्रामीणों को हाथियों के दल से दूर सुरक्षित रहने के साथ किसी तरह की छेड़छाड़ नहीं करने की सलाह दी जा रही है। इस दौरान प्रभावित क्षेत्र के लोगों को अपने क्षेत्र के जंगल न जाने की भी सलाह दी जा रही है।
जानकारी के अनुसार कुछ माह पूर्व ही जिले के खडग़वां जनपद क्षेत्र में कोरबा जिले के कटघोरा वन मण्डल क्षेत्र से हाथियों का दल पहुंचा था और उस दौरान हाथियों का दल लगभग दो सप्ताह से ज्यादा समय तक जिले के खडग़वां जनपद क्षेत्र में विचरण करते हुए कई गांवों में किसानों की खड़ी फसलों का नुकसान पहुंचाया था तथा पशुधन को भी हानि पहुंचाई गयी थी। तब हाथियों के दल द्वारा जनपद क्षेत्र के कई गांवों में जमकर उत्पात मचाने के साथ ही लोगों के घरों को भी नुकसान पहुंचा गया था। इसके कुछ दिनों बाद एक बार फिर हाथियों का दल कोरिया जिले के सीमावर्ती खडग़वां जनपद क्षेत्र में पहुंच गया जिसे लेकर सरहदी क्षेत्र के ग्रामीणों में हाथियों को लेकर भय व्याप्त है।
कटघोरा वन मण्डल से पहुंचा दो हाथियों का दल
जानकारी के अनुसार कोरिया वनमण्डल अंतर्गत खडग़वां वन परिक्षेत्र में 17 फरवरी की सायं के समय कोरबा जिले के कटघोरा वन मण्डल से दो हाथियों का दल कोरिया जिले की सीमा में प्रवेश किया। मिली जानकारी के अनुसार हाथियों का दल वन परिक्षेत्र खडगवां अंर्तगत बीट देवाडांड अंतर्गत बिरनीडॉड, भुस्कीडांड, बेलकामार, मंगोरा, तेदूडांड तथा नया सलका होते हुए हाथियों का दो सदस्यीय दल 18 फरवरी को देवाडांड के कक्ष क्रमांक 619 में विचरण करते पाये गये। क्षेत्र में हाथियों के दल के आने की खबर के बाद से वन अमला हाथियों पर लगातार नजर बनाये हुए हंै।
फसलों को नुकसान
वन परिक्षेत्र खडग़वां में 17 फरवरी को आये दो हाथियों के दल द्वारा क्षेत्र के तीन किसानों के फसलों को रौंदकर तहस नहस कर दिया। कुछ खेतों में फसलों को चट कर दिया तो हाथियों के दल द्वारा पैरों से कुचल कर फसलों को नुकसान पहुंचाया गया।
गुरुवार दोपहर को समाचार लिखे जाने तक मिली जानकारी के अनुसार तीन किसानों के ही फसलों को नुकसान पहुंचाया गया था। क्षेत्र में हाथियों के दल मौजूद रहता है तो और भी किसानों के फसलों को नुकसान पहुंच सकता है। हालांकि वन विभाग का अमला हाथियों पर नजर बनाये हुए है और रहवासी क्षेत्र में प्रवेश करने को लेकर सजग रहते हुए समुचित प्रबंधक किये जा रहे है। बहहाल क्षेत्र में हाथियों के दल के आने की सूचना पर ग्रामीण दहशत में है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 17 फरवरी। बसंत पंचमी के दिन अचानक मौसम में फिर बदलाव देखने का मिला। दोपहर होते-होते जिले के अधिकांश क्षेत्रों में तेज बारिश हुर्ई। इस दौरान सोनहत ब्लॉक सहित जिले के कई क्षेत्रों में तेज आंधी भी चली। कई जगह ओले भी गिरे। बेमौसम बारिश से सब्जियों को नुकसान पहुंचा। मौसमी बीमारियों के बढऩे की आशंका भी बढ़ गयी है।
16 फरवरी को कोरिया जिला मुख्यालय बैकुण्ठपुर में भी कुछ देर तक बारिश हुई। इस दौरान यहां ओले भी गिरे। इसके बाद बौछार रूकी तो रूक-रूक कर शाम ढलने के बाद तक बारिश होती रही। बेमौसम बारिश होने के बाद तापमान में थोड़ी गिरावट हुई। पानी बरसने के बाद मौसम खुला तो हवाओं के चलते ठण्ड में थोड़ी बढ़ोतरी हुई।
मौसम विभाग के मुताबिक 19 फरवरी तक आसमान में बादल छाये रहेंगे, इसके बाद 20 फरवरी से आसमान पूरी तरह से साफ हो जाएगा। इसके साथ ही दिन व रात का तापमान में धीरे-धीरे बढ़ोतरी होना शुरू हो जाएगा।
रबी फसलों के लिए लाभदायक
जानकारी के अनुसार बेमौसम बारिश भले ही ज्यादा लाभदायक न हो, लेकिन वर्तमान में रबी फसलों के लिए किसान लाभदायक मान रहे हंै। वर्तमान में विभिन्न क्षेत्रों में गेहूं की फसल लहलहा रही है, जिसे अभी पानी मिल जाने के बाद पौधों को लाभ हुआ है, वहीं दूसरी ओर सब्जियों के लिए लाभदायक अभी की बारिश नहीं रही, लेकिन ज्यादा नुकसान भी नहीं पहुंचा रहा है। बसंत पंचमी के दिन बारिश होने के दूसरे दिन सुबह धूप खिल गयी। वहीं मौसम साफ होने के बाद इस दिन सुबह के समय ठण्ड में सामान्य दिनों के मुकाबले बढ़ोतरी हुई है।
आम के बौर को नुकसान
बसंत पंचमी के दिन जिले के सोनहत ब्लॉक सहित जिले के अन्य क्षेत्रों में दोपहर के समय तेज अंधड़ चलना शुरू हो गया। इसके चलते वर्तमान में आम के पेड़ों पर लद गये बौर को काफी नुकसान पहुंचा।
धान की बोरियां भीगी
16 फरवरी को बेमौसम बारिश के चलते जिले भर के विभिन्न समितियों के प्रांगण में असुरक्षित तरीके से रखी गयी धान की बोरियों के भीगने से नुकसान पहुंचा। उल्लेखनीय है कि धान खरीदी बंद हुए एक पखवाड़ा अधिक समय बीत जाने के बाद भी कई समिति प्रांगण में धान असुरक्षित तरीके से रखा गया है। जिसका कई दिन बीतने के बाद भी उठाव नहीं हो पाया। जिसके चलते बेमौसम बारिश से जिले के कई समितियों में रखा धान की बोरी भीग गयी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 17 फरवरी। बिल्डर के खिलाफ लगातार मामले दर्ज करने एमएलए नगर के लोग अब सामने आ रहे हंै। जेल की सरकारी भूमि को लेकर दूसरा मामला सिटी कोतवाली में दर्ज हो गया है, परन्तु इस मामले में 5 अलग-अलग लोगों की शिकायत पर एक एफआईआर दर्ज की गई है। वहीं जेल में निरूद्ध बिल्डर को लगातार बढ़ते एफआईआर के बाद राहत मिलती नजर नहीं आ रही है।
इस संबंध में सिटी कोतवाली प्रभारी कमलाकांत शुक्ला का कहना है कि 5 अलग-अलग लोगों के एक जैसी शिकायत होने के कारण एक ही एफआईआर दर्ज की गई है, शिकायत पर अब उनके सारे भूमि क्रय संबंधी दस्तावेज खंगाले जा रहे है। मामले की आगे की जांच जारी है।
मां वैष्णव एसोसिएट्स प्रा लि के संचालक बिल्डर संजय अग्रवाल के खिलाफ एमएलए नगर कॉलोनी में रह रहे 5 लोगों ने सिटी कोतवाली में शिकायत दर्ज की, जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
पुलिस के अनुसार शिकायतकर्ता तापनाथ पाठक, रीता नामदेव, वीणा निकुंज, मनोज राय और मनोज मंडल ने अपनी शिकायत में बताया है कि उन्होंने मां वैष्णव एसोसिएट्स प्रा लि के संचालक बिल्डर संजय अग्रवाल से मकान खरीदा, उन्हें इसकी जानकारी नहीं थी कि जिस भूमि पर मकान उन्होंने खरीदा है, वो जेल की सरकारी भूमि पर बना हुआ है, वहीं उन्होंने मकान खरीदा है, परन्तु उनकी रजिस्ट्री सिर्फ भूमि की हुई है। सभी शिकायतकर्ताओं ने एक जैसी बात अपने आवेदन में दर्ज कराई है। पुलिस ने धारा 420, 120 बी और 34 के तहत मामला दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी है। इससे पहले एक महिला ने भी जेल की सरकारी भूमि को लेकर मामला दर्ज करा चुकी है।
जेल की भूमि पर जनहित याचिका
मां वैष्णव एसोसिएट्स प्रा लि के द्वारा जेल की भूमि की अदला-बदली को लेकर जनहित याचिका हाईकोर्ट बिलासपुर में लगी हुई है। मामले में कोर्ट में सुनवाई जारी है। याचिकाकर्ता राकेश शर्मा ने जेल की सरकारी भूमि के अदला-बदली पर सवाल खड़े किए हंै, वहीं नगर पालिका ने भी एमएलए नगर की नाप जोंख कर जेल की सरकारी भूमि को मुक्त कराने की कार्रवाई की तैयारी में है, जिसके कारण राजस्व और नगर पालिका की टीम दो-तीन बार सर्वे कर चुकी है, जिसके बाद एमएलए कॉलोनी में निवासरत लोगों में खुद के घर में लगे वर्षों की जमापूंजी जाने का डर समा गया है और अब वे मामले में पुलिस को शिकायत देकर एफआईआर दर्ज करवा रहे हंै।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
चिरमिरी, 16 फरवरी। भूस्खलन से प्रभावितों को एसईसीएल ने मकान और प्रशासन ने पट्टा व मुआवजा देने का निर्णय लिया है।
ज्ञात हो कि चिरमिरी नगर निगम के हल्दीबाड़ी इलाके में चौदह दिन पहले भूस्खलन की घटना हुई थी । इस घटना से इस इलाके में रह रहे 39 परिवारो के मकानों में दरारें आ गई थी, जिन्हें उसी इलाके के एक निजी स्कूल में विस्थापित किया गया था। इन परिवारों को एसईसीएल और नगर निगम द्वारा भोजन पानी की सुविधा दी जा रही थी पर मकान जमीन और मुआवजे को लेकर कोई निर्णय नही हो पा रहा था।
रविवार को कलेक्टर सभाकक्ष में कलेक्टर एसएन राठौर, मनेन्द्रगढ़ विधायक विनय जायसवाल, मेयर कंचन जायसवाल और जीएम घनश्याम सिंह, सभापति गायत्री बिरहा, एसडीएम पीबी खेश की मौजूदगी में प्रभावित परिवारों के साथ चर्चा की गई। सभी मुद्दों पर हुई चर्चा के बाद यह निर्णय लिया गया कि प्रभावित परिवारों को एसईसीएल की सरफेस साइट में मकान दिया जाएगा। जिसके पट्टे के लिए कलेक्टर के माध्यम से शासन को प्रस्ताव भेजा जाएगा। यह भी निर्णय हुआ कि प्रभावित परिवारों के मकान के हुए नुकसान को लेकर मुआवजा देने शासन स्तर पर पहल की जाएगी।
बैठक में प्रभावित परिवार के स्कूल में रहने तक भोजन की व्यवस्था एसईसीएल द्वारा किये जाने पर भी सहमति बनी। प्रभावित परिवार इस निर्णय से सहमत हुए। मनेन्द्रगढ़ विधायक विनय जायसवाल ने प्रभावित परिवारों को राहत देने पट्टा और मुआवजा जल्द दिलवाने की बात कही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
चिरमिरी, 16 फरवरी। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी कबड्डी जैसे खेल को बढ़ावा देने और लगातार खिलाडिय़ों के उत्साह को और गति कार्य मनेंद्रगढ़ विधान सभा कई ग्राम पंचायतों में देखने को मिल रहा है । जिसकी अगुवाई मनेंद्रगढ़ विधानसभा के विधायक डॉ.विनय जायसवाल स्वयं करते दिख रहे है।
जिसके अंतर्गत ग्रामीण अंचल और अपने विधान सभा के ग्राम पंचायत पराडोल के आश्रित ग्राम बडक़ा पारा में चार दिवसीय कबड्डी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था जिसका समापन बीते शुक्रवार को मुख्य अतिथिति एवं मनेंद्रगढ़ विधायक डॉ.विनय जायसवाल विशिष्ठ अतिथि पूर्व विधायक श्याम बिहारी जायसवाल, नगर निगम चिरमिरी की महापौर कंचन जायसवाल, सभापति गायत्री बिरहा,नगर पालिका मनेंद्रगढ़ की अध्यक्ष प्रभा पटेल, उपाध्यक्ष कृष्ण मुरारी तिवारी,जिला पंचायत कोरिया की अध्यक्ष रेणुका सिंह, महिला कांग्रेस की ब्लाक अध्यक्ष सगुप्ता बक्स,भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष लखन लाल श्रीवास्तव,सहित नगर निगम चिरमिरी के एमआईसी पार्षद व मनेंद्रगढ़ के निर्वाचित पार्षदों की गरमाई उपस्थिति में चार दिवसीय प्रतियोगिता का समापन समारोह सम्पन हुआ। जिसमें कुल 30 टीमों ने हिस्सा लेकर अपना जोहर दिखाया।
ग्रामीण अंचल लकड़ा पारा ने सभी टीमों ंको पछाड़ते हुए फाइनल में अपनी जगह बनाई तो शहरी क्षेत्र की झगरा खण्ड कोरिया नाम से खेल रही टीम ने फाइनल मुकाबले के लिए ग्रामीण अंचल की टीम के सामने ताल ठोकती दिखी ।
प्रतियोगिता के समापन समारोह में अपने प्रतिद्वन्दी टीम लकड़ा पारा को झगरा खण्ड कोरिया की टीम ने अपना जबरदस्त जोहर दिखाते हुए 4 पोविंट से पछाड़ कर विजेता ट्रॉफी को अपने नाम किया और लगातार जीत के लिए प्रयास कर रही ग्रामीण अंचल की टीम लकड़ा पारा को उप विजेता ट्रॉफी से ही संतोष करना पढ़ा ।
आयोजन समिति ने विजेता टीम को ट्रॉफी सहित नगद 10 हजार और उप विजेता टीम को ट्रॉफी सहित कुल 5 हजार रुपए देकर सम्मानित किया ।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं मनेंद्रगढ़ के विधायक डॉ. विनय जायसवाल ने दोनों ही टीमो के खेल की भावना को देख एवं खिलाडिय़ों की मांग पर कबड्डी जैसे खेल को बढ़वा देने के लिए एक मंच सहित अन्य निर्माण कार्य हेतु अपनी निधी से 3 लाख रुपए की घोषणा कर उन्हें एक बड़ी ऊर्जा देने के रूप में उत्साहित किया । जिसकी घोषणा होते ही कार्यक्रम में उपस्थित ग्रामीण जनों ने विधायक का आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद दिया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 16 फरवरी। सरगुजा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एवं भरतपुर सोनहत विधायक गुलाब कमरो इन दिनों असम प्रवास पर हैं, जहां पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक लेकर असम विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण देकर जीत का गुरु मंत्र दे रहे हैं। असम में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर संगठनात्मक काडर की मजबूती हेतु रणनीतिकारों टीम के साथ सविप्रा उपाध्यक्ष कमरो असम में विधानसभावार कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दे रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि असम में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं जिसको मद्देनजर रखते हुए कांग्रेस हाईकमान द्वारा छत्तीसगढ़ प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को असम का प्रभारी बनाया गया है जिसको लेकर सीएम भूपेश बघेल दो बार असम का दौरा कर चुनावी सभाओं को लेकर कांग्रेस के पक्ष में माहौल बना रहे हैं। कांग्रेस हाईकमान के निर्देश पर असम में व्यापक रूप से चुनावी तैयारियां की जा रही हैं जिसको लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम एवं छत्तीसगढ़ शासन के मुखिया भूपेश बघेल ने सरगुजा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष राज्यमंत्री दर्जा प्राप्त भरतपुर सोनहत विधायक गुलाब कमरो को असम में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण देने हेतु असम का प्रशिक्षण प्रभारी बनाया है। विधायक कमरो असम में विधानसभावार कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक लेकर कार्यकर्ताओं को चार्ज कर चुनाव में मजबूती से काम करने हेतु तैयार कर रहे हैं। वे अभी तक 6 विधानसभा के कार्यकर्ताओं को सफलतापूर्वक प्रशिक्षण देकर जीत का गुरु मंत्र दे चुके हैं। विधायक कमरो असम के विधानसभा क्षेत्र बुकाजान, मरियायानी, महामोरा, खुमतई, तीताबोर, नजीरा, सरुपथार, बोकाखत, बिहपुरिया, गोलाघाट, टिकखोग, जोरा हाट, डिगबोई सहित अन्य विधानसभा क्षेत्रों में पहुंच कर कांग्रेस कार्यकर्ताओं की विशाल बैठक लेकर कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण देकर असम विधानसभा चुनाव में मजबूती के साथ काम करने तथा कांग्रेस पार्टी को जिताने के लिए तैयार कर रहे हैं। विधायक गुलाब कमरो असम के जिन विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक लेकर प्रशिक्षण दे रहे हैं वहां बीच-बीच में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पहुंच कर स्थितियों और चुनावी तैयारियों का जायजा ले रहे हैं।
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चिरमिरी, 16 फरवरी। नगरपालिक निगम चिरमिरी में विभिन्न वॉर्डों में मनेंद्रगढ़ विधायक डॉक्टर विनय जायसवाल व निगम महापौर कंचन जायसवाल के नेतृत्व में लाखों रुपये के निर्माण कार्यो का भूमिपूजन किया गया।
जिसमें सर्वप्रथम वॉर्ड 28 बड़ाबाजार मुक्तिधाम में चेन लीक्ड स्टील वायर फेसिंग व स्टील ट्यूबलर पोल फिक्सिंग कार्य लागत राशि 8.81 लाख, वॉर्ड क्रमांक 28 बड़ाबाजार मुक्तिधाम में घाट निर्माण लागत राशि 11.88 लाख, वॉर्ड क्रमांक 28 बड़ाबाजार मुक्तिधाम में प्रतिक्षालय शेड निर्माण एवं पानी टंकी फिक्सिंग कार्य लागत राशि 4.04 लाख, इसी प्रकार बड़ाबाजार मुक्तिधाम का बाउंड्रीवाल निर्माण लागत राशि 12.25 लाख, बड़ाबाजार मुक्तिधाम में प्री-कास्ट इंटरलेकिंग क्रांकीट ब्लाक फि़क्सिंग कार्य लागत राशि 12.25 इसी प्रकार वॉर्ड क्रमांक 23 छोटाबाजार कब्रिस्तान का बाउंड्रीवाल निर्माण कार्य लागत राशि 5.123 लाख, वॉर्ड क्रमांक 34 वेयर हाउस के पीछे आमानाला गोदरीपारा में पुलिया टी वाल एवं सी.सी. रोड़ निर्माण कार्य लागत राशि 21.44 रही। इस दौरान निगम सभापति गायत्री बिरहा, एमआईसी ओम प्रकाश कश्यप, रज्ज़ाक खान, सोहन खटीक, फिरोजा बेगम, संदीप सोनवानी, वरिष्ठ कांग्रेसी प्रकाश तिवारी, शंकर राव, एल्डरमैंन राजेन्द्र बेदी, शहाबुद्दीन, दिनेश यादव,पार्षद इकराम,मंजूर आलम, मुकेशब कुमार, अजय बघेल, सन्नी कुमार चौहथा,रवि बिरहा, राजा मुखर्जी सहित निगम के अधिकारी कर्मचारीयों के साथ भारी संख्या में वार्ड वासी मौजूद रहे।
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मनेन्द्रगढ़, 15 फरवरी। शनिवार को खोंगापानी में इलेक्ट्रॉनिक्स व्यवसायी के घर पर दिन-दहाड़े चेहरे पर फुल मास्क लगाए दो बदमाशों के द्वारा कैश और जेवरात पार कर दिए गए वहीं दूसरे दिन रविवार की सुबह लूट का शिकार हुए व्यवसायी के घर के बाहर लूटे गए कैश और जेवरात बरामद भी हो गए। अनुमान है कि पुलिस का शिकंजा कसता देख बदमाशों ने लूटे गए कैश और जेवरात को लौटाना मुनासिब समझा है, लेकिन अपनी तरह के लूट की इस अनोखी घटना को सुलझाने में पुलिस जुटी हुई है।
झगराखंड थानांतर्गत नगर पंचायत खोंगापानी के खेता दफाई में इलेक्ट्रॉनिक्स व्यवसायी अनवर अली निवास करते हैं। उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी नरगिस एक सप्ताह पहले अपने पैतृक निवास बनारस गई हुई है। रिश्तेदार के यहां शादी में शामिल होने के लिए वे शनिवार की दोपहर बाद ढाई बजे बस से बनारस जाने के लिए निकले। उन्होंने बताया कि सवा 4 बजे उनकी बेटी ने फोन पर उन्हें घर में चोरी होने की जानकारी दी। इसके बाद वे रास्ते से ही वापस खोंगापानी अपने घर लौट आए। घर पहुंचने पर बेटी और नातिन ने बताया कि 3.30 से 4 बजे के बीच दो व्यक्ति घर के अंदर चेहरे पर फुल मास्क लगाए दाखिल हुए और दोनों को अलग-अलग कमरे में अंदर करके बाहर से दरवाजा बंद कर दिया। कुछ देर बाद रिश्तेदार का बेटा जुन्नू दरवाजा खोला तो दीवान वाले कमरे का सामान बिखरा पड़ा था। कमरे में रखी आलमारी खुली थी। उसमें रखा 1 लाख कैश, दुकान की बिक्री का चिल्हर, दीवान में रखे डेढ़ लाख नगद, सोने की नथिया, मांग का टीका, 1 नग चांदी का हार व 1 जोड़ी पायल गायब थे। अनवर अली ने खोंगापानी पुलिस चौकी में घटना की रिपोर्ट दर्ज कराई।
दिन-दहाड़े घर में हुई लूट की इस घटना से पुलिस हरकत में आई और केस को सुलझाने जहां डॉग स्क्वॉयड की मदद ली वहीं आसपास लगे सीसीटीव्ही फुटेज को भी खंगाला जाने लगा। दूसरे दिन रविवार की सुबह करीब 5.30 बजे लूट का शिकार हुए व्यवसायी ने अपने घर का दरवाजा खोला तो दरवाजे पर सफेद रंग प्लास्टिक की बोरी में सामान बंधा हुआ नजर आया। उन्होंने बोरी खोलकर देखा तो उसमें लूटे गए कैश व जेवरात मौजूद थे। उन्होंने तत्काल पुलिस को इसकी सूचना दी। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने कैश और जेवरात को जब्त किया और पुन: डॉग स्क्वॉयड की मदद ली गई कि आरोपी किस रास्ते से आए और किस ओर गए। झगराखंड थाना प्रभारी सुनील सिंह का कहना है कि केस से जुड़े हर पहलु को बारीकी से खंगाला जा रहा है। उन्होंने कहा कि लूटे गए कैश व जेवरात भले ही मिल गए हों, लेकिन वारदात में शामिल आरोपी शीघ्र पकड़े जाएंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 15 फरवरी। सविप्रा उपाध्यक्ष विधायक गुलाब कमरो ने अपने विधानसभा क्षेत्र में फिर 2 करोड़ 15 लाख 91 हजार के विकास कार्यो की सौगात दी है। विधायक कमरो की अनुशंसा पर भरतपुर सोनहत विधानसभा अंतर्गत पहुंचविहीन क्षेत्रों में सुगम आवागमन की सुविधा प्रदान करने 2 करोड़ 15 लाख 91 हजार की प्रशासकीय स्वीकृति मिली है जिसमें ग्राम पंचायत पसौरी-झरिया नाला में मिट्टी के कटाव को रोकने हेतु रिटर्निंगवाल निर्माण 18 लाख, ग्राम पंचायत हस्तिनापुर छापरगढ़हा में रिटर्निंगवाल एवं पुलिया निर्माण 19 लाख, ग्राम पंचायत चनवारीडांड़ स्कूल से मनेन्द्रगढ़ मार्ग में कलकलिया नाला में मिट्टी के कटाव रोकने हेतु रिटर्निंगवाल निर्माण
20 लाख, ग्राम पंचायत रोकड़ा -कपरिया से ताराबहरा मार्ग स्थित नोनखरिहा नाला में पुलिया निर्माण 19 लाख 50 हजार, ग्राम पंचायत बिरौरीडाँड़ स्कूल से बस्ती मार्ग में पुलिया निर्माण 7 लाख, ग्राम पंचायत केलुआ-आमादमक मार्ग पर पुलिया निर्माण 18 लाख, ग्राम पंचायत साल्ही-जुड़वानी नाला में पुलिया निर्माण 48 लाख 62 हजार, ग्राम पंचायत हस्तिनापुर नींवडोढ़हा नाला में पुलिया निर्माण11 लाख, ग्राम पंचायत मैनपुर बहरा नाला में पुलिया निर्माण 16 लाख 19 हजार, ग्राम पंचायत सोनहत-पंडो मार्ग में वेस्टवियर के पास पुलिया निर्माण 19 लाख एवं ग्राम पंचायत सोनहत (ओदारी) पटेलपारा मार्ग स्थित खालपारा मार्ग में पुलिया निर्माण हेतु 19 लाख 50 हजार रुपये की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई है।
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बैकुंठपुर, 15 फरवरी। पूर्व विधायक चंपादेवी पावले कोरोना महामारी के बाद दूरस्थ वनांचल क्षेत्र रामगढ़ के ग्राम सिंघोर पहुंची। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों को दौरा किया। लोगों से मिली और उनकी समस्याओं को ध्यान से सुना। भाजपा के कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर उन्हें आगे की रणनीति पर काम करने की सलाह भी दी।
भरतपुर सोनहत विधानसभा में भाजपा की पूर्व विधायक चंपादेवी पावले सक्रिय रूप से लोगों की बीच पहुंच रही है। सोनहत के दूरस्थ क्षेत्र रामगढ़ और उसके आसपास के क्षेत्रों को लंबा दौरा किया। उन्होंने ग्राम सिंघोर में भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारियों, पोलिंग बूथ के संयोजक, सह संयोजक, कार्यकर्ताओं और ग्रामवासियों से मुलाकात की और उन्हें केन्द्र की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। उनसे आग्रह किया कि वे प्रधानमंत्री की जनकल्याणकारी योजनाओं का प्रचार प्रसार कर लोगो को अधिक से अधिक लाभ दिलाने का प्रयास करें। इसके अलावा भाजपा को और मजबूत बनाने को लेकर भी मंथन किया गया। उनके साथ इस अवसर पर विभिन्न मंडलों से आए मंडल अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महामंत्री, पोलिंग बूथ के संयोजक, सह संयोजक सहित बड़ी संख्या में ग्रामवासी और कार्यकर्ता उपस्थित रहें।
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बैकुंठपुर, 15 फरवरी। छत्तीसगढ़ ऑगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ ने ब्लॉक स्तर पर धरना-प्रदर्शन कर परियोजना अधिकारी को मांगों का ज्ञापन सौंपा।
खडग़वां परियोजना के सामने क्षेत्र की सैकड़ों कार्यकर्ता और सहायिकाओं में धरना दिया। उनका कहना है कि सरकार ने चुनाव के समय जो वादा किया था वो पूरा करे और उनकी मांगों को गंभीरता पूर्वक विचार कर लागू करे। जिसके बाद सभी ने परियोजना अधिकारी को सचिव महिला बाल विकास के नाम ज्ञापन सौंपा।
उन्होंने बताया कि 19 फरवरी को जिला स्तर पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा और अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौपेंगे।
क्या है मांगे
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका को शासकीय कर्मचारी घोषित किया जाए। शिक्षाकर्मी जो पहले पंचायत के अधीन थे, उन्हे नीति निर्धारित कर (छ.ग.) सरकार द्वारा उन्हे शासकीय कर्मचारी घोषित किया जाए। मध्यप्रदेश और अन्य राज्यों की भाँति छ.ग. में भी कम से कम 11000/- मासिक मानदेय स्वीकृत किया जाए। काँग्रेस पार्टी के चुनावी जन-घोषणापत्र में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं में उन्नयन करने की घोषणा की गई है। दो वर्ष के बाद भी वायदा पूरा नहीं किया गया है, वादा पूरा करे सरकार। समूह बीमा, मासिक पेंशन के लिए नीति निर्धारित कर इसका लाभ दिया जाये। ऑगनबाड़ी केन्द्रो में कार्यकर्ताओ के पद पर सहायिकाओं को लिए जाने के लिए वर्तमान में 25 प्रतिशत का बन्धन रखा गया है. परियोजना कार्यालयों में पद रिक्त होते ही विज्ञापन निकाल दिया जाता है जिसके कारण एक-दो पद में प्रतिशत की पूर्ति नहीं होने के कारण सहायिकाओं को उसका लाभ नहीं मिल पा रहा है और जिस केन्द्र में कार्यकर्ता का पद रिक्त हुआ है, वहाँ की सहायिका उसके योग्य है, तो पर भी वहाँ उसकी भर्ती न होकर सीधी भर्ती से कार्यकर्ता की पूर्ति की जा रही है जो विचारणीय है। इसके लिए 25 प्रतिशत के बन्धन को समाप्त किया जाए और कार्यकर्ताओं के रिक्त पदों पर सहायिकाओं को नि:शर्त लिया जाए। ऑगनबाड़ी कार्यकर्ता-सहायिकाओं के लिए ड्रेस कोड लागू किया गया है लेकिन धुलाई भत्ता नहीं दिया जाता है. कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं का धुलाई भत्ता 500/ -प्रतिमाह समान रुप से दिया जाए। महिला एवं बाल विकास के अन्तर्गत कार्यरत् पर्यवेक्षकों के लिए भी ड्रेस कोड़ निर्धारित किया जाए। जब कार्यकर्ता सहायिका स्थानीय महिला हैं, उसके बावजूद भी उनका ड्रेस कोड़ है तो पर्यवेक्षकों के लिए क्यों नहीं हो सकता, लागू किया जाए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 15 फरवरी। पति ने पत्नी पर दो बार फरसे से वार कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। महिला को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मनेंद्रगढ़ लाया गया जहां उसकी नाजुक हालत को देखते हुए जिला अस्पताल बैकुंठपुर भेज दिया गया है।
झगराखंड थाना प्रभारी सुनील सिंह ने बताया कि आरोपी पति जगन्नाथ सिंह खडग़वां थाना क्षेत्र के ग्राम पैनारी स्थित डोमनीडांड़ में रहता है। पति-पत्नी के बीच आए दिन विवाद होने पर पत्नी पार्वती अपने मायके कोड़ा बघौरा पारा में आकर रह रही थी।
शनिवार की रात करीब 10 बजे पत्नी की हत्या करने की नीयत से आरोपी जगन्नाथ कोड़ा आया और अपनी पत्नी पर फरसे से हमला कर दिया उसकी पीठ और चेहरे पर गंभीर चोट आई। पुलिस द्वारा आरोपी पति के खिलाफ धारा 294,307 दर्ज कर कोड़ा से गिरफ्तार कर लिया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 15 फरवरी। लगभग 10 माह के बाद नये शिक्षा सत्र के आखिर दौर में 15 फरवरी से उ़़च्च विद्यालयों के बंद पट खुल गये। प्रदेश कैबिनेट के निर्णय के बाद 15 फरवरी से कक्षा 9 वी से कक्षा 12 तक विद्यालय खोलने के निर्देश देने के बाद सोमवार से जिले के सभी हाई व हायर सेकेण्डरी स्कूल खुल गए हैं। हालांकि पहले दिन विद्यालयों में विद्यार्थियों की उपस्थिति बेहद कम रही। इस बात की जानकारी विद्यार्थियों को नहीं मिल पाई थी लेकिन शिक्षक समय पर विद्यालय पहुंच गए।
कोरोना संक्रमण के चलते बंद स्कूल परिसरों में फिर से रौनक लौट गयी। धीरे धीरे विद्यालयों में विद्यार्थियों की उपस्थिति बढऩे लगेगी।
जानकारी के अनुसार इस बार बोर्ड कक्षाओं के अलावा कक्षा 9 वी व 11 में भी जनरन प्रमोशन न देकर परीक्षा लेने का निर्णय लिया गया। अभी कक्षा 9 वी से 12 तक की कक्षाओं में पढ़ाई नहीं हो पाई है। यदि विद्यालय नही खुलता तो विद्यार्थी बिना पढे ही परीक्षा देने को मजबूर हेाते ऐसे समय में अब विद्यालय खुल गये है तो विद्यार्थियों को बडी राहत मिल गयी। जानकारी के अनुसार अप्रेल मई में उक्त कक्षाओं की परीक्षा आयोजित होने वाली है ऐसे में विद्यार्थियों को पढाई कराने के लिए ज्यादा समय नही बचा है। ऐसे में खुले विद्यालयों में उक्त सभी कक्षाओं में पढाई निरंतर व गंभीरता पूर्वक कराना होगा।
उल्लेखनीय है कि कोरोना संक्रमण के चलते बीते शैक्षणिक सत्र के अंतिम समय मार्च से ही विद्यालयों के पट बंद हो गये थे जिसके कारण कक्षा 9 वी व 11 कक्षाओं के विद्यार्थियों को बीते सत्र में जनरल प्रमोशन दे दिया गया था। नये शिक्षा सत्र में भी कोरोना संक्रमण के चलते विद्यालय नहीं खुल पाये अंतिम सत्र के दौरान अब जाकर विद्यालय खुले है। ऐसी स्थिति में अब पढ़ाई की गति तेजी से बढ़ाने की जरूरत है। अब तक ऑन लाईन व ऑफ लाईन कक्षाएॅ संचालित की जा रही थी लेकिन दोनो मोड में विद्यार्थियों को पूरा लाभ नही मिल रहा था। कई विद्यार्थी दोनो मोड का लाभ नहीं ले पा रहे थे।
प्राथमिक विद्यालय खुलने को लेकर निर्णय नहीं
जानकारी के अनुसार कक्षा 1 ली से लेकर कक्षा 8 वी तक विद्यालय खोलने को लेकर अभी निर्णय नही लिया जा सका है। जानकारी के अनुसार उक्त कक्षाओ का असेसमेंट निरंतर बीते कुछ माह से किया जा रहा है जिसके आधार पर प्रगति पत्र तैयार कर विद्यार्थियों को देना है। साथ ही कक्षा पहली से ऑठवी तक के किसी भी विद्यार्थी को शिक्षा के अधिकार अधिनियम एवं न्यू एजुकेशन पालिसी के तहत किसी विद्यार्थी को कक्षा में रोकना नही है।
ऐसे में यह उम्मीद कम ही लग रही कि प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्तर की कक्षाएॅ चालू सत्र में खुल सकेंगी। अब नये शिक्षा सत्र से ही प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय खुलने की संभावना लग रही है।
कक्षा संचालन में निर्देशों का पालन जरूरी
सरकार के निर्णय के बाद सोमवार से हाई हाईयर सेकेण्डरी स्कूल के साथ कालेज व अन्य इंस्टीट्यूट तो खुल गये है लेकिन विद्यालयों व संस्थानों को कोविड 19 की रोकथाम के लिए केंद्र सरकार व राज्य सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशों का पालन करना अनिवार्य किया गया है। कक्षा में सर्दी जुकाम व बुखार व अन्य लक्षण वाले विद्यार्थियों को कक्षा में बैठने की अनुमति नही होगी ऐसे विद्यार्थियों को लक्षण सामने दिखाई देने पर कोरोना जॉच कराना होगा। साथ ही आवश्यक समस्त प्रकार के दिशा निर्देशों का कडाई से पालन करने की जिम्मेदारी संस्था प्रमुखों को दी गयी। निर्देशों का पालन नही करने पर कडी कार्यवाही की चेतावनी भी दी गयी है।