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रायपुर, 15 अप्रैल। मैट्स विश्वविद्यालय ने बताया कि ट्रांसजेंडर के अधिकारों को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित परिचर्चा के अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व सरकार्यवाह श्री सुरेश भैयाजी जोशी, एम्स नई दिल्ली के डायरेक्टर डॉ एम श्रीनिवास व सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय की संयुक्त सचिव राधिका चक्रवर्ती सहित अनेक गणमान्य अतिथियों ने मैट्स विश्वविद्यालय, रायपुर के कला एवं मानविकी अध्ययनशाला, हिंदी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर और वरिष्ठ पत्रकार डॉ. कमलेश गोगिया की पुस्तक ‘आई एम रवीना’ का विमोचन किया।
विश्वविद्यालय ने बताया कि छत्तीसगढ़ मितवा संकल्प समिति तथा विद्या देवी चैरिटेबल ट्रस्ट के संयुक्त तत्वाधान में 9 अप्रैल 2024 को नई दिल्ली के हिन्दी भवन में ट्रांसजेंडर के अधिकारों पर राष्ट्रीय स्तर पर परिचर्चा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर भारतीय संस्कृति में बहुलैंगिक अभिव्यक्ति को दर्शाने वाले देश के पहले वार्षिक कैलेंडर और ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के जीवन पर आधारित दो पुस्तक ‘आई एम रवीना’ व ‘मन पाखी तन कारा’ का विमोचन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व सरकार्यवाह श्री सुरेश भैयाजी जोशी सहित अन्य अतिथियों द्वारा किया गया।
विश्वविद्यालय ने बताया कि वरिष्ठ पत्रकार डॉ. कमलेश गोगिया द्वारा लिखित पुस्तक ‘आई एम रवीना’ भारत सरकार के नेशनल काउंसिल फॉर ट्रांसजेंडर की सदस्य और छत्तीसगढ़ मितवा संकल्प समिति की संस्थापक रवीना बरिहा के जीवन संघर्ष और उनकी आध्यात्मिक यात्रा का जीवंत दस्तावेज है। इस पुस्तक में रवीना के जीवन के संघर्षों और उनके आध्यात्मिक अनुभवों के अनेक अनछुए पहलुओं को सहज और सरल शब्दों के साथ उद्घाटित किया गया है।
विश्वविद्यालय ने बताया कि यह पुस्तक दो भागों में विभाजित है जिसके प्रथम भाग का प्रकाशन उपरांत विमोचन किया गया। इस समारोह में डॉ. कमलेश गोगिया को ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के लिए किये गये लेखन कार्य के लिए जय श्री महाकाल किन्नर आखाड़े की महामंडलेश्वर शोभा ठाकुर और रवीना बरिहा द्वारा शाल प्रदान कर सम्मानित किया गया।