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श्रीनगर, 27 अप्रैल। पीपुल्स कांफ्रेंस के प्रमुख सज्जाद लोन ने कहा है कि अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के केंद्र के फैसले को उच्चतम न्यायालय में चुनौती देना एक गलती रही होगी, लेकिन ऐसा नहीं करने से जम्मू कश्मीर की मुख्य धारा की पार्टियों के लिए चीजें राजनीतिक रूप से और बदतर हो जातीं।
अलगाववादी से मुख्य धारा के राजनीतिक नेता बने लोन ने कहा कि नेशनल कांफ्रेंस जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा बहाल करने के बारे में बात कर लोगों को मूर्ख बना रही है।
लोन बारामूला सीट से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं।
उन्होंने नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के ‘इंडिया’ गठबंधन का घटक दल होने का जिक्र करते हुए कहा कि यदि पार्टी अनुच्छेद 370 को बहाल करने की विपक्षी गठबंधन से सार्वजनिक रूप से वादा कराती है तो वह चुनाव नहीं लडेंगे।
उच्चतम न्यायालय ने अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के केंद्र के पांच अगस्त 2019 के फैसले को पिछले साल दिसंबर में बरकरार रखा था। यह अनुच्छेद पूर्ववर्ती राज्य जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा प्रदान करता था।
लोन ने पीटीआई-भाषा से कहा कि यदि मुख्यधारा की पार्टियां कानूनी उपाय करने से दूर रहतीं तो केंद्र इस मामले को शीर्ष अदालत में ले जाने के लिए किसी को भी आगे बढ़ा सकता था।
उन्होंने कहा, ‘‘आप देखिए कि हम (कश्मीर में मुख्यधारा के राजनीतिक दल) एक साथ काम कर सकते थे... लेकिन, यह किसी और को उच्चतम न्यायालय जाने से नहीं रोक सकता था।’’
लोन ने कहा, ‘‘कल, वे अदालत जाने के लिए किसी को भी चुन सकते हैं...हमारे दूर रहने से यहां राजनीतिक रूप से हमारे लिए हालात और खराब हो जाते।’’ (भाषा)