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![कागजों में बांट दी गई महिलाओं को 70 लाख की सिलाई मशीन कागजों में बांट दी गई महिलाओं को 70 लाख की सिलाई मशीन](https://dailychhattisgarh.com/uploads/article/1718691975LACK_BOX_IT0000.jpg)
कोरबा में फिर डीएमएफ घोटाला, जिपं सीईओ ने बनाई जांच समिति
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 18 जून। डीएमएफ फंड के अंतर्गत करीब 70 लाख रुपये के सिलाई मशीन खरीदी और वितरण में भ्रष्टाचार का मामला सामने आने पर जिला प्रशासन ने जांच कराने का निर्णय लिया है। जिला पंचायत सीईओ ने इसके लिए तीन सदस्यों की जांच समिति गठित की है।
उल्लेखनीय है कि कोरबा में जिला खनिज न्यास कोष से ग्राम पंचायतों में 10-10 सिलाई मशीन पात्र महिला हितग्राहियों को बांटा जाना था। यह वितरण परित्यक्ता, दिव्यांग और विधवा महिलाओं को किया जाना था। आरोप लगाया गया है कि बस्तर की फर्म को यह काम दिया गया था, जिसने कागजों में ही सिलाई मशीन बांट दी। हितग्राहियों तक मशीन पहुंची ही नहीं। अकेले जनपद पंचायत कोरबा क्षेत्र में 69 लाख 57 हजार का भ्रष्टाचार का आरोप है। पूरे जिले में यह मामला करोड़ों में पहुंच सकता है। सिलाई वितरण मशीन वितरण में लाभान्वित बताई जा रही महिलाओं ने जिला पंचायत में आकर शिकायत की कि उन्हें कोई मशीन नहीं दी गई है। उन्होंने मशीन दिलाने की मांग की। ऐसी कई शिकायतें आने के बाद आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त के नेतृत्व में एक तीन सदस्यीय समिति गठित की गई है। इसमें जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक और महिला बाल विकास विभाग के कार्यक्रम अधिकारी को भी शामिल किया गया है। समिति को 7 दिन के भीतर रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है। उल्लेखनीय है कि जिला पंचायत सीईओ ने सिर्फ कोरबा जनपद पंचायत के अंतर्गत किए गए वितरण की जांच का आदेश दिया है, जबकि गड़बड़ी की बात पूरे जिले से सामने आ रही है।