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एसआईटी बनी जरूर एक कदम भी आगे नहीं बढ़ी
आरोपियों को बचाने पुलिस भारी दबाव में
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 18 जून। दस दिन पहले आरंग के महानदी पुल पर पशु तस्करी के शक में भीड़ की पिटाई से घायल तीसरे युवक सद्दाम हुसैन ने मंगलवार को निजी अस्पताल में दम तोड़ दिया। इस घटना में दो युवकों की उसी दिन मौत हो चुकी है। हत्यारों को पकडऩे के लिए एसआईटी बनाई गई है। मगर अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई।
उत्तरप्रदेश के सहारनपुर रहवासी सद्दाम हुसैन की आज मोवा स्थित एक निजी अस्पताल में मृत्यु हो गई। सद्दाम के दो साथी चांद मियां और गुड्डू खान की घटना के दिन 7 जून को मृत्यु हो गई थी। इसके साथ ही इस घटना का एक अकेला गवाह भी खत्म हो गया है। बाकी जो लोग पुल पर मौजूद थे, वो सभी हमलावर थे। जिन लोगों ने ट्रक का टायर पंचर करने पुल पर कीलें बिछाई थी।
पुलिस के हाथ ये कीलें लगी हैं। साथ ही हमले में मौजूद लोगों के मोबाइल भी मिले हैं। इनमें से कुछ में पूरी वारदात की वीडियो रिकॉडिंग भी है। जो रायपुर-महासमुंद के लोगों के हैं। इनमें एक किसी लूनिया नाम के व्यक्ति की भी जानकारी है। जिसे बचाने भारी कोशिश की जा रही है। पुलिस सूत्रों ने इसे हमले का मुखिया भी बताया है। उसे बचाने पुलिस पर भारी दबाव है। पुलिस के हाथ लगे सभी सूत्र हत्या का संकेत दे रहे हैं। औपचारिक रूप से पुलिस इसकी पुष्टि नहीं कर रही है। लेकिन जिन लोगों ने मारा है उनकी पूरी जानकारी पुलिस के पास है। इस मामले की जांच के लिए गठित एसआईटी ने अब तक एक कदम भी आगे नहीं बढ़ाया है। यहां तक की सीन ऑफ क्राइम को भी रिक्रियेट नहीं किया है।