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![शराब घोटाला: दो दर्जन पैकेट में चालान पेश, 2161 करोड़ हेराफेरी का खुलासा शराब घोटाला: दो दर्जन पैकेट में चालान पेश, 2161 करोड़ हेराफेरी का खुलासा](https://dailychhattisgarh.com/uploads/article/1719844475eket_chalan_pesh.jpg)
ईओडब्ल्यू पूरक चालान भी पेश करेगी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 1 जुलाई। बहुचर्चित शराब घोटाले मामले में राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण एवं एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबीईओडब्लू) सोमवार, को अब से कुछ देर पहले आरोपी अनवर ढेबर, अरुणपति त्रिपाठी, त्रिलोक सिंह ढिल्लन एवं अन्य के खिलाफ विशेष न्यायालय में चालान पेश किया। इनमें ढेबर,त्रिपाठी नोएडा पुलिस की गिरफ्त में हैं जबकि त्रिलोक व अन्य रायपुर जेल में हैं। आज चालान पेश करने के दौरान ईओडब्ल्यू ने अरविंद सिंह और त्रिलोक सिंह ढिल्लन को भी कोर्ट में पेश किया।
ईओडब्लू ने करीब दो दर्जन पैकेट में 10 हजार से अधिक पन्नों में यह चालान और संलग्नक (एनेक्स्चर), इलेक्ट्रानिक डिवाइस के साथ पेश किया है। इसमें ब्यूरो ने बीते तीन वर्ष में कुल 2161 करोड़ के शराब घोटाले का खुलासा किया है। ईओडब्लू के चालान में ईडी की रिपोर्ट पर की जांच और गिरफ्तारियों का उल्लेख है। ईडी ने बीते 17 जनवरी को ईओडब्लू में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। हालांकि ईडी ने उससे 10 महीने पहले मार्च -23 में भी ईओडब्लू को रिपोर्ट दी थी लेकिन कांग्रेस सरकार होने से एफआईआर नहीं हो सकी थी। क्योंकि घोटाले के सभी आरोपी कांग्रेस सरकार और संगठन के करीबी रहे हैं। इस तरह से करीब पांच महीने में ही ईओडब्लू ने यह चालान पेश किया है।
ब्यूरो सूत्रों के अनुसार प्रस्तुत किया जाने वाला यह चालान कुल 10 हजार पन्नों से अधिक का है। इस चालान में अरुणपति त्रिपाठी के अलावा अन्य गिरफ्तार आरोपी जिसमें प्रमुखता रायपुर महापौर के बड़े भाई अनवर ढेबर, रिटायर्ड आईएएस अधिकारी अनिल टुटेजा एवं अन्य व्यक्तियों को भी आरोपी बनाया गया है।
ईओडब्लू के आधिकारिक सूत्रों की मानें तो कारोबारी अनवर ढेबर एवं अन्य आरोपियों की मुश्किलें और बढऩे वाली हैं क्योंकि शराब घोटाले में प्रस्तुत इस पहले चालान 1 जुलाई को संयोगवश अनवर ढेबर के न्यायिक हिरासत के खत्म होने के तारीख से टकरा रही है। तो यह कहा जा रहा है कि ढेबर अगर यूपी के मेरठ जेल से निकल कर आ भी जाएं तो चालान पेश होने की सूरत में उन्हें पुलिस पुन: गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जांच का हवाला देते हुए जेल भेज सकती है। क्योंकि इस मामले में अभी भी बहुत से अन्य गिरफ्तारियां बाकी है, ऐसे में ढेबर का बाहर रहना जांच को प्रभावित कर सकता है जो एक विधिसंगत आधार बनेगा उसे और भी लंबे समय तक न्यायिक हिरासत में रखने के लिए।
आधिकारिक सूत्रों के हवाले से यह भी कहा गया है कि जैसे ही शराब घोटाले मामले में अन्य गिरफ्तारियां होंगी। ब्यूरो के द्वारा अनुपूरक (सप्लीमेंटरी) चालान भी पेश किया जाएगा।