अंतरराष्ट्रीय
वाशिंगटन, 4 जनवरी | दिग्गज डेमोक्रेटिक नेता नैंसी पेलोसी को चौथी बार अमेरिका की हाउस स्पीकर चुना गया है। उन्होंने कहा है कि यह उनका आखिरी कार्यकाल होगा। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, रविवार को 80 वर्षीय पेलोसी को 216 डेमोक्रेट्स का समर्थन मिला, जबकि उनके दो सहयोगियों ने किसी और को वोट दिया और तीन मतदान में मौजूद नहीं थे।
वहीं कैलिफोर्निया से सीनेटर केविन मैकार्थी को हाउस में मौजूद रहे सभी 209 रिपब्लिकन के वोट मिले, जिससे वे भी माइनोरिटी लीडर के अपने पद पर बने रहेंगे।
पेलोसी 2007 में पहली बार हाउस स्पीकर चुनी गईं थीं। इस पद पर चुनी जाने वाली वे पहली महिला हैं। इसके बाद 2019 में वे फिर से इस पद पर आईं।
स्पीकर, अमेरिकी सदन का राजनीतिक और संसदीय नेता होता है। पिछले 2 सालों से व्हाइट हाउस और पेलोसी के नेतृत्व वाले हाउस के बीच संबंध तनावपूर्ण थे।
चैम्बर ने 2019 के अंत में एक व्हिसलब्लोअर द्वारा शिकायत करने पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ जांच भी शुरू की थी लेकिन बाद में रिपब्लिकन की अगुवाई वाली सीनेट ने राष्ट्रपति को बरी कर दिया था।
रविवार को 117वीं यूएस कांग्रेस के शपथ लेने के बाद पेलोसी को हाउस स्पीकर के तौर पर चुना गया था। (आईएएनएस)
ओटावा, 4 जनवरी| कनाडा में कोरोनावायरस मामलों की संख्या 6 लाख से अधिक हो गई है। यहां के स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार यहां 6,06,076 मामले और 15,880 मौतें दर्ज हो चुकी हैं। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, कनाडा के सबसे ज्यादा आबादी वाले प्रांत ओंटारियो में रविवार को 2,964 नए मामले और 25 मौतें दर्ज हुईं हैं। ओंटारियो में कुल मामलों की संख्या 1,90,962 तक पहुंच गई।
ओंटारियो सरकार ने रविवार को एक पत्र के जरिये माता-पिता और अभिभावकों से कहा कि जनवरी के पहले हफ्ते में सूबे के सार्वजनिक प्राथमिक विद्यालयों के स्टूडेंट्स ऑनलाइन पढ़ाई करेंगे लेकिन 11 जनवरी से व्यक्तिगत कक्षाओं में वापसी करेंगे।
देश के एक और बड़ी आबादी वाले प्रांत क्यूबेक ने रविवार को नए साल का अपना पहला कोविड-19 अपडेट जारी किया, जिसमें यहां 31 दिसंबर, 2020 से अब तक सामने आए मामलों की संख्या 7,663 दर्शाई गई है। वहीं 121 लोगों की मौत हुई। यहां मामलों की कुल संख्या 2,10,304 हो चुकी है। (आईएएनएस)
क्लासिक ब्रिटिश मोटरबाइक कंपनी बीएसए ने पिछले महीने एलान किया है कि वह अपने भारतीय अरबपति मालिक के तहत खुद को फिर से खड़ा कर रही है.
एक और मशहूर ब्रिटिश ब्रैंड नॉर्टन को 2019 में एक भारतीय कंपनी ने खरीद लिया था. इस कंपनी की भी ग्रोथ को लेकर ऐसी ही योजनाएं हैं.
ये कंपनियां ऐतिहासिक रॉयल एनफील्ड के ही कदमों पर चल रही हैं.
रॉयल एनफील्ड अपने भारतीय मालिकों के हाथ आने के बाद से सफलता की नई ऊंचाइयां छू रही है. एक्सपर्ट्स को इस ट्रेंड को देखकर कोई आश्चर्य नहीं होता.
भारतीय मैन्युफैक्चरर्स को मशहूर, लेकिन मुसीबतों से जूझ रहे ब्रैंड्स को खरीदने में दिलचस्पी दिखाने के लिए जाना जाता है और उन्हें यह उम्मीद होती है कि वे इन कंपनियों का कायापलट कर देंगे.
ब्रिटेन में महिंद्रा
भारतीय अरबपति आनंद महिंद्रा ने कहा है कि उन्हें उम्मीद है कि वे बीएसए ब्रैंड के तहत यूके में इलेक्ट्रिक बाइक्स बनाकर 'ब्रितानी मोटरबाइक इंडस्ट्री को फिर से खड़ा' कर सकते हैं.
महिंद्रा ग्रुप 2021 के मध्य से बर्मिंघम में मोटरबाइकों की असेंबली शुरू करना चाहता है.
दूसरी ओर, फिर से खड़ी की गई बीएसए जल्द ही ऑक्सफोर्डशायर के बैनबरी में एक रिसर्च इकाई तैयार करेगी ताकि इलेक्ट्रिक मोबरबाइक टेक्नोलॉजी विकसित की जा सके.
हालांकि, कंपनी पेट्रोल इंजन वाली बाइकें बनाना भी जारी रखेगी.
फोर्ब्स मैगजीन के मुताबिक, आनंद महिंद्रा की नेटवर्थ 1.7 अरब डॉलर है.
महिंद्रा ने कहा है कि यूके के मोटरसाइकिल प्रोडक्शन के इतिहास को देखते हुए उन्होंने यहां निवेश करने का फैसला किया है.
बीएसए की कहानी
बीएसए का मतलब है बर्मिंघम स्मॉल आर्म्स. इस कंपनी की नींव 1861 में पड़ी थी.
लेकिन, 1950 के दशक के आते-आते यह दुनिया की सबसे बड़ी मोटरसाइकिल कंपनी बन गई. ट्रायम्फ और सनबीम जैसे ब्रैंड्स इसी कंपनी के मालिकाना हक में आते हैं.
लेकिन, यह दिवालिया हो गई और 1970 के दशक में इसका उत्पादन बंद हो गया. बाद में 2016 में महिंद्रा ग्रुप ने इसे खरीद लिया था.
बीएसए पर आधिकारिक रूप से क्लासिक लीजेंड्स का मालिकाना हक है. इस कंपनी में महिंद्रा ग्रुप की 60 फीसदी हिस्सेदारी है.
इस संयुक्त उद्यम को यूके की सरकार का समर्थन मिला और सरकार ने इलेक्ट्रिक बाइक्स विकसित करने के लिए बीएसए को 46 लाख पाउंड का अनुदान दिया.
सरकार को उम्मीद है कि इस मदद से कम से कम 255 नौकरियां पैदा होंगी.
मोटर स्पोर्ट्स कंसल्टेंट स्कॉट लुकाइटिस कहते हैं, "एक क्लासिक ब्रिटिश मशीन का आकर्षण युवा खरीदारों को अपनी ओर खींचेगा. अगर वे लुक और फील को बरकरार रखते हुए एक परफॉर्मेंस देने वाली इलेक्ट्रिक बाइक बना पाए तो शायद वे सफल रहेंगे."
आनंद महिंद्रा ने बीबीसी को बताया कि उन्हें उम्मीद है कि यह छोटा वेंचर पूरे यूके के बाइक बनाने के कारोबार में आए पुनर्जागरण का संकेत देगा.
अप्रैल में नॉर्टन को भारतीय मैन्युफैक्चरर टीवीएस मोटर ने 1.6 करोड़ पाउंड की डील में खरीद लिया था. नॉर्टन की नींव 1898 में पड़ी थी और यह उन चुनिंदा ब्रिटिश मोटरसाइकिल ब्रैंड्स में से है जो अभी भी जिंदा हैं. इसे मोटरस्पोर्ट बाइक्स बनाने के लिए खासतौर पर जाना जाता है.
इसके सबसे मशहूर मॉडल्स में डोमिनेटर और कमांडो शामिल हैं. 1980 के दशक में नॉर्टन इंटरपोल का इस्तेमाल यूके की पुलिस करती थी. विंटेज मॉडल्स को कलेक्शन वाले आइटमों के तौर पर देखा जाता था.
पिछले महीने नॉर्टन ने एक सीमित मात्रा में कमांडो क्लासिक बाइक्स के साथ बाइक्स को फिर से बनाना शुरू कर दिया. कंपनी 2021 की शुरुआत में अपनी पूरी ताकत से उत्पादन शुरू करना चाहती है.
कंपनी के अंतरिम चीफ एग्जिक्यूटिव जॉन रसेल कहते हैं, "इसके बाद हम कछ मॉडल्स का प्रोडक्ट साइकिल शुरू कर देंगे. हम कुछ और नए मॉडल्स का भी खुलासा करेंगे."
उन्होंने कहा, "अत्याधुनिक नए प्लांट्स के साथ उत्पादन में तेज रफ्तार से इजाफा होगा."
कंसल्टेंसी फर्म फ्रॉस्ट एंड सुलीवान में ऑटोमोटिव एक्सपर्ट विवेक वैद्य कहते हैं, "ये ब्रिटिश ब्रैंड्स भारतीय सड़कों पर नियमित रूप से दिखाई देते थे. पुरानी फिल्मों में आप इन्हें देख सकते हैं. इन्हें पुलिस भी इस्तेमाल करती थी."
वे कहते हैं कि भावनात्मक वजहों को हटा भी दिया जाए तो भारतीय कंपनियां मजबूत कारोबारी वजहों के चलते इनमें निवेश कर रही हैं.
वे कहते हैं, "ये ब्रैंड्स मुश्किलों से जूझ रहे हैं, ये घाटे में चल रहे हैं या इन्हें आगे नहीं बढ़ाया जा सकता है. भारतीय कंपनियां इसे एक मशहूर ब्रैंड को खरीदने के मौके के तौर पर देख रही हैं जिससे उन्हें पश्चिमी बाजारों में पैर रखने में मदद मिल सकती है."
वैद्य जगुआर लैंड रोवर की ओर संकेत करते हैं जिसे टाटा ग्रुप ने 2008 में खरीद लिया था और इसे एक मुनाफा कमाने वाली कंपनी में बदल दिया.
वे कहते हैं, "यह भारतीय कंपनियों की एक जांची-परखी रणनीति है. वे एक ब्रैंड खरीदते हैं और इसे फिर नए देशों में ले जाते हैं और इसके मुनाफे और कारोबार में इजाफा करते हैं. इन ब्रैंड्स को इसी तरह से बढ़ाया जाना चाहिए."
ब्रिटिश कंपनी रही रॉयल एनफील्ड आक्रामक तरीके से विस्तार कर रही है और कंपनी का मकसद एशिया में मोटरबाइक्स खरीदारी के दुनिया के सबसे बड़े बाजार पर पकड़ बनाना है.
दुनिया के सबसे पुराने बाइक ब्रैंड्स में से एक रॉयल एनफील्ड पर 1994 से भारत के आयशर ग्रुप का मालिकाना हक है. हाल में ही कंपनी ने थाइलैंड में नई फैक्टरी खोलने की योजनाओं का एलान किया है.
नया प्लांट एक साल के भीतर ही काम करना शुरू कर देगा और यह भारत के बाहर कंपनी की सबसे बड़ी फैक्टरी होगी.
इस इलाके में 250 से 750 सीसी सेगमेंट में रॉयल एनफील्ड की बिक्री पिछले एक साल में 88 फीसदी बढ़ी है.
हालांकि, ये ऐतिहासिक ब्रैंड्स 1950 और 60 के दशक के बाद से भले ही मुश्किलों से गुजर रहे हैं, लेकिन ये ब्रैंड्स खत्म नहीं हुए हैं. ये बात अलग है कि इन पर अब पूरी तरह से ब्रिटिश कंपनियों का मालिकाना हक नहीं रहा. (bbc)
वाशिंगटन, 4 जनवरी | दुनिया में कोरोनावायरस मामलों की कुल संख्या 8.5 करोड़ और मरने वालों की संख्या 18.4 लाख से अधिक हो चुकी है। ये आंकड़े जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी ने जारी किए हैं। यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर सिस्टम साइंस एंड इंजीनियरिंग (सीएसएसई) के सोमवार की सुबह सामने आए ताजा आंकड़ों के मुताबिक अब वैश्विक स्तर पर मामलों की संख्या 8,50,83,468 और मौतों की संख्या 18,42,492 हो गई है।
अमेरिका दुनिया में सबसे बुरी तरह कोरोना प्रभावित देश है, जहां अब तक 2,06,26,686 लोग संक्रमित हो चुके हैं और 3,51,453 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके बाद 1,03,23,965 संक्रमण के मामलों के साथ भारत दूसरे स्थान पर है। यहां अब तक 1,49,435 लोगों की मौत हो चुकी है। ब्राजील में 77,33,746 मामले सामने आए हैं, जो दुनिया में तीसरा सबसे अधिक मामलों वाला देश है। लेकिन यह मौतों के मामले में दूसरे नंबर पर है, यहां 1,96,018 मौतें हो चुकी हैं।
10 लाख से अधिक मामलों वाले देशों में रूस (32,03,743), फ्रांस (27,12,975), ब्रिटेन (26,62,698), तुर्की (22,41,912), इटली (21,55,446), स्पेन (19,28,265), जर्मनी (17,83,656), कोलम्बिया (16,75,820), अर्जेंटीना (16,40,718), मेक्सिको (14,48,755), पोलैंड (13,18,562), ईरान (12,43,434), यूक्रेन (11,07,137), दक्षिण अफ्रीका (11,00,748) और पेरू (10,18,099) हैं।
ऐसे देश जहां कोरोनावायरस के कारण 20 हजार से ज्यादा मौतें हुईं हैं, उनमें मेक्सिको (1,27,213), इटली (75,332), यूके (75,137), फ्रांस (65,164), रूस (57,730), ईरान (55,540), स्पेन (50,837), कोलंबिया (43,965), अर्जेंटीना (43,482), पेरू (37,773), जर्मनी (34,596), दक्षिण अफ्रीका (29,577), पोलैंड (29,119), इंडोनेशिया (22,734) और तुर्की (21,488) शामिल हैं।
--आईएएनएस
हमजा अमीर
इस्लामाबाद, 3 जनवरी | पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद और उसके जुड़वां शहर रावलपिंडी में लोग एक घटना से स्तब्ध हैं। यहां पुलिसकर्मियों ने एक 22 वर्षीय छात्र को सिर्फ इसलिए गोली मार दी, क्योंकि उसने इनके कहने पर अपनी कार नहीं रोकी। पुलिसकर्मियों ने छात्र की कार पर भारी गोलीबारी की, जिससे उसकी मौत हो गई।
उस्मा नदीम सत्ती, जो सेक्टर एच-11 इस्लामाबाद में नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (एनयूएसटी) में अपने चचेरे भाई को छोड़ने के बाद घर जा रहा था, को आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) के कम से कम पांच कर्मियों द्वारा रोका गया। उसने कथित तौर पर कार को नहीं रोका, जिसके बाद एटीएस के जवानों ने कार को गोलियों से छलनी कर दिया।
पाकिस्तान इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (पीआईएमएस) के एक प्रवक्ता ने कहा, "कम से कम सात गोलियां सिर और सीने सहित शरीर के विभिन्न हिस्सों में लगीं।"
इस घटना से गुस्साये सत्ती के परिवार के सदस्यों ने मुख्य राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया।
कार पर 22 गोली चलाने वाले सभी पांच पुलिस अधिकारियों के खिलाफ पाकिस्तान दंड संहिता की धारा 302/34, 14 बी, 149 के तहत एफआईआर दर्ज किया गया है।
पुलिस अधिकारियों द्वारा प्रारंभिक जांच के अनुसार, मृत छात्र की बेगुनाही की पुष्टि हो गई है, यह पांचों पुलिस अधिकारियों की गलती है, क्योंकि उन्होंने कार रोकने केअन्य विकल्पों पर गौर नहीं किया।
वहीं घटना में शामिल पुलिस अधिकारियों ने कहा, "हमें शम्स कॉलोनी के एक निवासी से एक आपातकालीन कॉल प्राप्त हुआ। फोन करने वाले ने पुलिस को सूचित किया कि लगभग चार सशस्त्र लुटेरे उसके घर में घुस गए, परिवार के सदस्यों को बंदूक से डराकर पकड़ लिया, कीमती सामान लूट लिया और एक सफेद कार पर भाग गए। इस बीच, एक सफेद सुजुकी कार दिखाई दी और एटीएस ने इसे रोकने के लिए संकेत दिया, लेकिन चालक नहीं रुका और भाग गया।
हालांकि, पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला है कि पुलिस अधिकारियों ने टायरों को निशाना बनाने के बजाय कार पर पीछे से 22 गोलियां दागीं।
दूसरी ओर, छात्र के पिता ने कहा, "मेरे बेटे को कई बार गोली मारी गई। आतंक विरोधी दस्ते ने टायरों के बजाय विंडस्क्रीन पर निशाना लगाकर खुलेआम आतंकवाद को अंजाम दिया।" (आईएएनएस)
वाशिंगटन, 3 जनवरी | अमेरिका में कोरोनावायरस से होने वाली मौतों की संख्या 350,000 से भी अधिक हो गई है। यह जानकारी जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी ने रविवार को दी। विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर सिस्टम साइंस एंड इंजीनियरिंग (सीएसएसई) ने रविवार सुबह अपने नवीनतम अपडेट में खुलासा किया कि वर्तमान में देश में कुल मृत्युदर 349,933 हो गई है, जबकि मामले बढ़कर 20,396,243 हो गए हैं।
न्यूयॉर्क राज्य में सबसे अधिक 38,273 मौतें हुई हैं।
सीएसएसई आंकड़ों के अनुसार, टेक्सास में 28,338 मृत्यु दर्ज की गई हैं, जबकि कैलिफोर्निया में 26,542 और 21,890 मौतें फ्लोरिडा में दर्ज की गई हैं।
वहीं 10,000 से अधिक मृत्यु दर्ज करने वाले राज्यों में न्यू जर्सी, इलिनोइस, पेंसिल्वेनिया, मिशिगन, मैसाचुसेट्स और जॉर्जिया शामिल हैं।
अमेरिका महामारी की मार झेलने वाला सबसे अधिक प्रभावित देश बना हुआ है, जहां दुनियाभर के देशों के मुकाबले सबसे अधिक मामले और मौतें दर्ज की गई हैं। वहीं वैश्विक संक्रमण में देश का योगदान 24 प्रतिशत और वैश्विक मौतों में 19 प्रतिशत से अधिक योगदान है।
वाशिंगटन विश्वविद्यालय में इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ मेट्रिक्स एंड इवैल्यूएशन द्वारा एक अपडेटेड मॉडल पूवार्नुमान ने वर्तमान परि²श्य के आधार पर 1 अप्रैल 2021 तक अमेरिका में कुल 567,195 कोविड-19 मौतों का अनुमान लगाया है।
--आईएएनएस
सैन फ्रांसिस्को, 3 जनवरी | कैलिफोर्निया में हाईवे 33 पर शनिवार को एक गंभीर सड़क दुर्घटना में सात बच्चों सहित नौ लोगों की मौत हो गई। कैलिफोर्निया हाईवे पेट्रोल (सीएचपी) ने शनिवार को घटना की जानकारी दी। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, सीएचपी सेंट्रल डिवीजन कैप्टन केविन क्लेज ने शनिवार को बयान में कहा कि दुर्घटना 1 जनवरी को लगभग 8 बजे तब हुई, जब हाईवे 33 पर दक्षिण की ओर जाने वाले सड़क के किनारे पर फैली गंदगी को पार करने के दौरान फोर्ड पिकअप उत्तर की ओर राजमार्ग पर अनियंत्रित होकर चला गया।
डॉज के ड्राइवर, 28 वर्षीय एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि फोर्ड में घटना के बाद आग लग गई, उसमें सात बच्चे भी थे।
कैप्टन क्लेज ने एक प्रेस कॉन्फ्रेस में कहा "आग बुझाने के बाद पता चला कि वाहन में आठ लोग फंसे थे, जिनमें से सात किशोर लग रहे थे, सभी को गंभीर चोटें आईं थी।"
सीएचपी ने पीड़ितों के बारे में अधिक जानकारी देने से इनकार करते हुए कहा कि दुर्घटना के कारणों की जांच अभी भी चल रही है।
फ्रेस्नो काउंटी कोरोनर्स के कार्यालय के प्रवक्ता टोनी बोट्टी ने कहा कि क्रू दल सभी पीड़ितों की पहचान करने के लिए लगे हुए हैं, फोर्ड का चालक वयस्क था और सभी यात्री बच्चे थे।
उन्होंने कहा, "ऐसा लगता है कि वे दो परिवारों के सदस्य थे। उनकी उम्र 6 से 15 साल के बीच की है।"
--आईएएनएस
तेल अवीव, 3 जनवरी | इजरायल में सक्रिय कोरोनावायरस मामलों की संख्या बढ़कर 50,299 हो गई है, जो 12 अक्टूबर 2020 के बाद से सबसे अधिक मामले हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी रविवार को दी। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, 15 नवंबर, 2020 से यह लगभग 559 प्रतिशत की छलांग लगाया है, जब 7,629 सक्रिय मामले दर्ज किए गए थे।
जेरुशेलम में 9,841 सक्रिय मामले हैं, बन्नी ब्रेक में 2,047 मामले और तेल अवीव में 1,504 सक्रिय मामले हैं।
मंत्रालय ने शनिवार शाम से 2,067 नए कोरोना पॉजिटिव मामलों की सूचना दी, जिससे इजराइल में मामलों की कुल संख्या बढ़कर 435,866 पहुंच गई है।
पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोनावायस से 7 लोगों की मौत हो गई, जिससे यहां मरने वालों की संख्सा नई मौतें होने के बाद मरने वालों की संख्या बढ़कर 3,391 हो गई, जबकि 462 इस दौरान कोरोनावायस से ठीक हुए, जिससे यहां ठीक होने वालों की संख्या बढ़कर 382,176 हो गई है।
--आईएएनएस
लास एंजिल्स, 3 जनवरी | प्रसिद्ध टॉक शो होस्ट लैरी किंग को कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
वैरायटी डॉट कॉम ने बताया कि किंग के परिवार के करीबी सूत्रों ने एबीसी न्यूज और सीएनएन को कहा कि किंग का यहां के एक मेडिकल सेंटर में इलाज चल रहा है।
एक सूत्र ने एबीसी न्यूज को कहा, लैरी ने बीते वर्षो में कई स्वास्थ्य समस्यओं को सामना किया है और वह इससे भी लड़ रहे हैं। वह एक चैंप हैं।
2019 में, 87 वर्षीय होस्ट को स्ट्रोक आया था और उन्हें एंगियोप्लास्टी से गुजरना पड़ा था।
किंग ने यह भी बताया था कि 2017 में उन्हें लंग कैंसर का इलाज कराया था। 1987 में उन्हें मेजर हर्ट अटैक भी आया था।
--आईएएनएस
अमेरिकी सीनेट के एक समूह ने कहा है कि जब तक कि मतदान में कथित गड़बड़ी की जांच के लिए एक आयोग का गठन नहीं होता तब तक वो जो बाइडन की जीत को प्रमाणित करने से इनकार कर देंगे.
टेक्सास से सीनेटर टेड क्रूज़ के नेतृत्व में 11 सीनेटर इन प्रमाणरहित आरोपों की जांच के लिए 10 दिनों की देरी चाहते हैं. हालांकि, इस कदम के सफल होने की उम्मीद नहीं है क्योंकि अधिकतर सीनेटर्स के छह जनवरी को होने वाले मतदान में जो बाइडन को समर्थन देने की उम्मीद है.
राष्ट्रपति ट्रंप ने जो बाइडन की जीत को स्वीकार करने से इनकार कर दिया था. वह बार-बार चुनाव में धोखाधड़ी का आरोप लगा रहे हैं. हालांकि, इसे लेकर कोई प्रमाण नहीं दिया गया है. इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट में भी अपील की गई थी लेकिन कोर्ट ने उसे ख़ारिज कर दिया.
उन्हें सिर्फ़ एक छोटी सी जीत मिली जो पेंसिल्वेनिया के पोस्टल बैलेट से जुड़ी हुई थी. इस राज्य में जो बाइडन को जीत मिली थी. शनिवार को उप-राष्ट्रपति माइक पेंस के चीफ़ ऑफ़ स्टाफ मार्क शॉर्ट ने कहा कि पेंस ने छह जनवरी को आपत्तियां जताने वाले सीनेटर्स के कदम का स्वागत किया है.
इस तारीख़ को कांग्रेस पिछले महीने आए इलेक्टोरल कॉलेज के नतीजों को प्रमाणित करेगी. देश के सभी 50 राज्यों के इलेक्टोरल कॉलेज ने जो बाइडन को 306 मत मिलने की पुष्टि की थी. चुनाव में जीत के लिए इलेक्टोरल कॉलेज के 270 मतों की ज़रूरत होती है.
मतदान के नतीजे वॉशिंगटन भेजे जाएंगे और 6 जनवरी को कांग्रेस के संयुक्त सत्र में आधिकारिक तौर पर उनकी गिनती होगी. ये प्रक्रिया का एक हिस्सा है. इस प्रक्रिया के तहत अंत में उप-राष्ट्रपति माइक पेंस सीनेट के अध्यक्ष होने क नाते जो बाइडन को विजेता घोषित करेंगे.
इसके बाद जो बाइडन और नवनिर्वाचित उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस 20 जनवरी को शपथ ग्रहण करेंगे.
ट्रंप के सहयोगी क्या चाहते हैं
11 सीनेटरों के जारी किए गए बयान में कहा गया है कि नवंबर में हुए चुनाव में मतदाता धोखाधड़ी, चुनाव क़ानून के उल्लंघन और ठीक से लागू ना होने के और अन्य मतदान अनियमितताओं के असाधारण आरोप लगे हैं.
फेडरल डिपार्टमेंट ऑफ़ जस्टिस की एक जांच में धोखाधड़ी के इन आरोपों के समर्थन में कोई प्रमाण नहीं मिले हैं. वर्ष 1877 के एक उदाहरण को ध्यान में रखते हुए सीनेटर्स आयोग बनाने की मांग कर रहे हैं.
साल 1877 में दोनों पार्टियों के तीन राज्यों में जीत का दावा करने के बाद जांच के लिए दोनों पार्टियों एक द्वी दलीय समिति का गठन किया गया था. इसे देखते हुए सीनेटर्स ने विवादित राज्यों में चुनाव के नतीजों की 10 दिनों की आपात जांच के लिए एक आयोग के गठन की मांग की है.
सीनेटर्स का कहना है, "एक बार जांच पूरी होने पर हर एक राज्य आयोग के नतीजों का मूल्यांकन करेगा और ज़रूरत होने पर अपने मतदान में बदलाव प्रमाणित करने के लिए एक विशेष विधायी सत्र का आयोजन करेगा."
11 सीनेटर्स का ये कदम मिसूरी के सीनेटर जोश हॉले के बयान से अलग है. जोश हॉले ने कहा था कि वो चुनावी प्रमाणिकता के सामने इलेक्टोरल कॉलेज के नतीजों को खारिज करते हैं. कांग्रेस के नीचले सदन में रिपब्लिकंस का एक समूह चुनाव के नतीजों का विरोध करने की योजना बना रहे हैं.
बीबीसी के उत्तरी अमेरिका रिपोर्टर एंथनी जर्चर का विश्लेषण
कम से कम दर्जन भर रब्लिकन सीनेटर कांग्रेस में चुनाव के नतीजों को चुनौती देने की योजना बना रहे हैं. इससे साफ पता चलता है कि पार्टी डोनाल्ड ट्रंप के आरोपों का समर्थन कर रही है. हालांकि, ये प्रयास सफल नहीं होने वाले हैं क्योंकि हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव में डेमोक्रेटिक पार्टी का बहुमत है.
लेकिन, आपत्ति जताने वले नेताओं का मकसद चुनाव के नतीजों को बदलना नहीं बल्कि राष्ट्रपति ट्रंप के वफादारों का समर्थन पाना है ताकि वो अपने लिए रास्ता बना सके.
उन्हें लगता है कि रिपब्लिकन पार्टी में सफलता का रास्ता डोनाल्ड ट्रंप और उनके वफादारों से होकर जाता है, जिनका समर्थन उन सीनेटर्स के लिए ज़रूरी है जो राष्ट्रपित बनने की ख्वाहिश रखते हैं जैसे की टेड क्रूज़ या जॉश हॉले.
उन्हें चिंता है कि कहीं उन्हें भविष्य में ट्रंप समर्थकों से विरोध का सामना ना करना पड़े. यह पहली बार नहीं है जब कांग्रेस के सदस्यों ने राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों से निराश होकर बड़े पैमाने पर इलेक्टोरल कॉलेज के वोटों की गिनती के दौरान आपत्ति जताई है. हालांकि, यह लगभग डेढ़ सदी में सबसे बड़ा विद्रोह होगा.
छह जनवरी को क्या होगा
हाउस ऑफ़ रिप्रेजेंटेटिव्स और सीनेट के सदस्यों की उठाई गई आपत्तियों पर दो घंटे चर्चा होगी जिसके बाद मतदान किया जाएगा.
लेकिन, इलेक्टोरल वोट खारिज करने के लिए दोनों सदनो में बहुमत से आपत्तियां स्वीकार होनी ज़रूरी है.
लेकिन, ऐसा होना संभव नहीं लगता क्योंकि डेमोक्रेट्स को हाउस ऑफ़ रिप्रेजेंटेटिव्स में बहुमत हासिल है. कुछ रिपब्लिकंस भी कह चुके हैं कि वो नतीजों का विरोध नहीं करेंगे.
शीर्ष रिपब्लिकंस ने कहा है कि चुनाव को प्रमाणित करने में सीनेट की भूमिका काफी हद तक औपचारिक है और परिणामों को लेकर आगे लंबी बहस नहीं होनी चाहिए. (bbc.com)
इस्लामाबाद, 3 जनवरी | पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में अज्ञात बंदूकधारियों द्वारा एक कोयला खदान के 11 श्रमिकों की गोली मारकर हत्या करने की घटना सामने आई है। यह जानकारी अधिकारियों ने रविवार को दी। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने उपायुक्त मुराद कासी के हवाले से बताया कि, बंदूकधारियों ने बोलन जिले से शनिवार देर रात मजदूरों का अपहरण कर लिया और उन्हें दूसरे इलाके में ले जाने के बाद उनकी हत्या कर दी।
प्रांत की खुफिया एजेंसियों के सूत्रों ने सिन्हुआ को बताया कि हथियारबंद लोगों ने श्रमिकों को हथकड़ी लगाई और उन्हें बहुत करीब से गोली मारी। गोली मारने से पहले उनके पैर बांध दिए गए थे।
तीन अन्य श्रमिक घायल हो गए और उन्हें एक अस्पताल में भर्ती करा दिया गया, लेकिन उनकी हालत की जानकारी नहीं मिली है।
घटना की जांच जारी है।
किसी भी समूह या व्यक्ति ने अभी तक हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। (आईएएनएस)
काबुल, 3 जनवरी | अफगानिस्तान के हेलमंड प्रांत में कई झड़पों और हवाई हमलों में कम से कम 60 आतंकवादी मारे गए हैं और कई अन्य घायल हुए हैं। यहां की सेना ने रविवार को ये जानकारी दी। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, हेलमंड में तालिबानी नेता मुल्ला शफीउल्लाह उर्फ मावलवी नाजि़म और उसके पांच सहयोगी हवाई हमले में मारे गए।
इसके अलावा, सोर्गोदर और बुशरान में सेना के साथ अलग-अलग हवाई हमलों और संघर्ष के दौरान तालिबान के 54 आतंकवादी मारे गए और आठ अन्य घायल हो गए। रक्षा मंत्रालय ने रविवार को एक बयान में ये बात कही।
बयान में कहा गया है, मारे गए आतंकवादियों में एक तालिबान डिवीजनल कमांडर अब्दुल सलाम और तीन बम बनाने वाले विशेषज्ञ थे।
बयान के मुताबिक, तालिबान के नियंत्रण के 8 कमांड सेंटर इस हमले में नष्ट हो गए। इसके अलावा हथियार, वाहन और कई राउंड रॉकेट भी हवाई हमले के दौरान नष्ट हो गए।
अफीम की खेती के लिए कुख्यात हेलमंड प्रांत तालिबान का गढ़ माना जाता है।
तालिबान ने इस हमले पर अभी कोई टिप्पणी नहीं की है। (आईएएनएस)
ब्रासीलिया, 3 जनवरी। ब्राजील में और 314 कोरोनावायरस मौतें दर्ज की गई हैं, जिसके साथ देश में संक्रमण से हुई कुल मृत्यु संख्या बढ़कर 195,725 हो गई है। यह जानकारी स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने बताया कि देश में शनिवार को 15,827 नए मामले दर्ज किए गए, जिसके साथ संक्रमण के कुल मामले 7,716,405 तक पहुंच गए।
वर्तमान में ब्राजील अमेरिका और भारत के बाद तीसरे सबसे अधिक कोविड-19 मामले दर्ज करने वाला और अमेरिका के बाद दूसरा सबसे अधिक मौत दर्ज करने वाला देश है।
देश में सबसे अधिक आबादी वाले साओ पाउलो राज्य में कुल 46,808 मौतें और कुल 1,467,953 मामले दर्ज हुए हैं, उसके बाद रियो डी जनेरियो में 25,608 मौतें और 435,604 मामले दर्ज हुए हैं।
साओ पाउलो में सरकार ने रेड फेज लागू करने की घोषणा की है और वहां अब सिर्फ आवश्यक वाणिज्यिक गतिविधियों का संचालन होगा।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, देश में दिसंबर के दौरान कोविड-19 से होने वाली मौतों में नवंबर की तुलना में 64.45 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो देश में 13,263 से बढ़कर 21,811 हो गई। (आईएएनएस)
ओटावा, 3 जनवरी| कनाडा के अल्बर्टा में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया जिसमें चार लोगों की मौत हो गई। रॉयल कनाडाई माउंटेड पुलिस (आरसीएमपी) ने इस बात की जानकारी दी है। शनिवार को एक बयान में, आरसीएमपी ने कहा कि निजी हेलीकॉप्टर लगभग 8.50 बजे एक खेत में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, जिन लोगों की मौत हुई है उनमें एक दंपति और उनके दो बच्चे शामिल हैं।
दुर्घटना की जांच चल रही है, आरसीएमपी ने और अधिक जानकारी नहीं दी। (आईएएनएस)
दमस्कस, 3 जनवरी| ब्रिटेन के एक वॉर मॉनीटर के अनुसार इजराइल ने साल 2020 में सीरिया के सैन्य स्थलों पर कुल 39 हमले किए हैं। सिन्हुआ समाचार एजेंसी ने शनिवार को एक रिपोर्ट में सीरिया के लिए मानव अधिकारों की निगरानी करने वाली एजेंसी के हवाले से कहा कि इन हमलों में 217 सीरियाई सैनिकों और ईरान समर्थक लड़ाके मारे गए।
इजराइल ने ताजा हमला बुधवार को किया। बुधवार को इजराइली मिसाइलों ने दमस्कस के पश्चिम में जाबदानी उपनगर में एक सैन्य अड्डे को निशाना बनाया था, जिसमें एक सैनिक की मौत हो गई थी और 3 अन्य लोग घायल हो गए।
एजेंसी ने कहा कि ये हमले ईरान समर्थक हथियार डिपो को निशाना बनाकर किए गए थे। (आईएएनएस)
पेरिस, 3 जनवरी | नए साल की पूर्व संध्या पर उत्तर-पश्चिम फ्रांस में एक अवैध रेव पार्टी में भाग लेने वाले 1,200 से अधिक लोगों पर जुर्माना लगाया गया है। गृह मंत्रालय ने कहा कि ये लोग कोरोनावायरस को रोकने के लिए लागू किए गए प्रतिबंधों का उल्लंघन कर रहे थे। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, शनिवार को इंटीरियर मिनिस्टर गेराल्ड डर्मैनिन ने ट्विटर पर कहा कि पार्टी कर रहे 1,200 से अधिक लोगों पर जुर्माना लगाने के साथ-साथ उनके खिलाफ नोटिस जारी किया गया है। वहीं पार्टी के आयोजक की पहचान की जा रही थी, ताकि उसके खिलाफ मुकदमा चलाया जा सके।
ब्रिटनी प्रान्त के अधिकारियों ने शनिवार को ट्विटर के जरिये बताया कि इनमें से 800 लोगों पर कर्फ्यू का पालन न करने, मास्क न पहनने और अवैध तरीके से इकट्ठा होने के लिए सजा दी गई है।
बता दें कि 31 दिसंबर को फ्रांस के विभिन्न क्षेत्रों और विदेशों से आए लगभग 2,500 लोग ब्रिटनी के रेनेस के दक्षिण में एक गोदाम में म्यूजिकल और डांस पार्टी के लिए इकट्ठा हुए थे। जबकि पूरे देश में कोरोनावायरस के प्रसार को रोकने के लिए रात में सख्त कर्फ्यू लागू किया गया है।
मौके पर पहले पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अवैध पार्टी को रोकने के लिए उन्होंने हस्तक्षेप किया था, लेकिन कुछ लोग उनसे विवाद करने लगे। इनमें से कुछ लोग तो पार्टी स्थल पर सुबह तक मौजूद रहे। अब मामले की जांच की जा रही है।
फ्रांस में पिछले हफ्तों में महामारी में सुधार न होने के कारण 15 क्षेत्रों में कर्फ्यू के 2 घंटे बढ़ा दिए गए हैं। यहां रविवार की सुबह तक 27,00,480 मामले और 65,048 मौतें दर्ज हो चुकी हैं।
--आईएएनएस
टोक्यो, 3 जनवरी | कोविड-19 महामारी को देखते हुए जापान की सरकार एक और 'स्टेट ऑफ इमरजेंसी' (आपातकाल) घोषित करने का विचार कर रही है। जापान के कोविड रिस्पांस के इंचार्ज मिनिस्टर यासुतोशी निशिमुरा ने यह बात कही है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, निशिमुरा ने यह टिप्पणी टोक्यो और 3 प्रांतों के गवर्नरों के अनुरोध के बाद की है। इन लोगों ने स्थानीय स्तर पर बढ़ रहे संक्रमण के कारण चिकित्सा प्रणाली पर बढ़ रहे दबाव को लेकर सरकार से स्टेट ऑफ इमरजेंसी लगाने का आग्रह किया था।
टोक्यो के गवर्नर युरिको कोइके और सैतामा, चिबा और कनागावा प्रांतीय सरकारों के नेताओं के साथ एक बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "हम मानते हैं कि हम एक गंभीर स्थिति में हैं और यह हमें स्टेट ऑफ इमरजेंसी लागू करने के लिए विचार करने पर मजबूर करती है। हम इस मुद्दे पर निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञों की राय जानेंगे।"
हालांकि जापानी प्रधानमंत्री योशीहिदे सुगा इस बैठक में शामिल नहीं हुए, लेकिन उनके कार्यालय को इस पूरे मामले से अवगत कराया गया है।
बता दें कि यहां की केंद्र सरकार ने पिछले साल अप्रैल में टोक्यो और ओसाका सहित देश के 47 प्रान्तों में आपातकाल की स्थिति की घोषणा की थी और फिर इसे पूरे देश में लागू किया गया था। बाद में मई के अंत में इसे हटा दिया गया था।
मेट्रोपॉलिटन सरकार के अनुसार, टोक्यो में कोविड के 814 नए मामलों की पुष्टि के बाद कुल मामलों की संख्या 61,774 हो गई। जबकि देश में 3,059 नए मामले सामने आए। इससे पहले जापान की राजधानी में गुरुवार को रिकॉर्ड 1,337 नए मामले दर्ज हुए थे। ऐसा पहली बार हुआ है, जब यहां एक दिन में 1 हजार से ज्यादा मामले दर्ज हुए हों।
--आईएएनएस
वाशिंगटन, 3 जनवरी | वैश्विक स्तर पर कोरोनावायरस मामलों की कुल संख्या 8.45 करोड़ से अधिक हो गई है, जबकि मौतें 18.3 लाख से अधिक हो गई है। यह जानकारी जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय ने रविवार को दी।
विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर सिस्टम साइंस एंड इंजीनियरिंग (सीएसएसई) ने रविवार सुबह अपने नवीनतम अपडेट में खुलासा किया कि वर्तमान में दुनियाभर में संक्रमण के कुल मामले और मौतें क्रमश: 84,517,989 और 1,834,963 हैं।
सीएसएसई के अनुसार, अमेरिका दुनिया का सबसे अधिक कोविड प्रभावित देश है,जहां संक्रमण के कुल मामले 20,396,243 और 349,933 मौतें दर्ज की गई हैं।
संक्रमण के मामलों के हिसाब से भारत 10,305,788 मामलों के साथ दूसरे स्थान पर है, जबकि देश में कोविड से मरने वालों की संख्या 149,218 है।
सीएसएसई के अनुसार, दस लाख से अधिक पुष्ट मामलों वाले अन्य देश ब्राजील (7,716,405), रूस (3,179,898), फ्रांस (2,700,480), ब्रिटेन (2,607,541), तुर्की (2,232,035), इटली (2,141,201), स्पेन (1,928,265), जर्मनी (1,773,540), कोलम्बिया (1,666,408), अर्जेंटीना (1,634,834), मेक्सिको (1,443,544), पोलैंड (1,312,780), ईरान (1,237,474), यूक्रेन (1,102,256), दक्षिण अफ्रीका (1,088,889) और पेरू (1,015,137) हैं।
संक्रमण से हुई मौतों के मामले में ब्राजील 195,725 मौतों के साथ अमेरिका के बाद दूसरे नंबर पर है।
वहीं 20,000 से अधिक मृत्यु दर्ज करने वाले देश मेक्सिको (126,507), इटली (74,985), ब्रिटेन (74,682), फ्रांस (65,048), रूस (57,235), ईरान (55,438), स्पेन (50,837), कोलंबिया (43,765), अर्जेंटीना (43,375), पेरू (37,680), जर्मनी (34,257), दक्षिण अफ्रीका (29,175), पोलैंड (29,058), इंडोनेशिया (22,555) और तुर्की (21,295) हैं।
--आईएएनएस
मुंबई में 26/11 के हमलों के मास्टरमाइंड कहे जाने वाले लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर ज़की-उर-रहमान लखवी को पाकिस्तान में गिरफ़्तार किया गया है.
पाकिस्तान के आतंक निरोधी विभाग ने लखवी को आतंकवाद के लिए फंडिंग के आरोप में गिरफ़्तार किया है.
गिरफ़्तारी एक ऐसे वक़्त में हुई है जब अगली एफएटीएफ बैठक होने में कुछ हफ़्ते बचे हैं जिसमें फ़ैसला लिया जाएगा कि पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में रखा जाए या नहीं.
फाइनैंशियल एक्शन टास्क फोर्स यानी एफ़एटीएफ़ एक अंतरराष्ट्रीय संस्था है जिसका मुख्य उद्देश्य दुनिया भर में हो रही मनी लॉन्ड्रिंग से निपटने के लिए नीतियां बनाना है. वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हमले के बाद चरमपंथ की फंडिंग को रोकने का उद्देश्य भी इसमें शामिल किया गया.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार पाकिस्तान के आतंकवाद निरोधी विभाग के प्रवक्ता ने बताया, “लखवी पर एक डिस्पेंसरी के ज़रिए आतंकवाद के लिए फंडिंग इकट्ठी करने का आरोप है.उसने इस डिसपेंसरी से फंड इकट्ठा कर उसे आतंकवादी फंडिंग के लिए और निजी खर्चे के लिए इस्तेमाल किया.”
इस बयान में बताया गया कि इस आरोप के साथ ये बात भी जुड़ी है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने लखवी को प्रतिबंधित आतंकवादियों की लिस्ट में डाला है और इसलिए बिना विशेष इजाज़त वह किसी फंड का इस्तेमाल नहीं कर सकता.
इस मामले को लाहौर की एंटी-टेररिज़म कोर्ट में सुना जाएगा.
अंग्रेज़ी अख़बार द हिन्दू के अनुसार भारतीय अधिकारियों ने इस कार्रवाई की गंभीरता पर सवाल उठाए हैं. उनका कहना है कि पाकिस्तान के लिए ये आम बात हो गई है कि वो एफएटीएफ की बैठक से पहले बड़े आतंकवादी चेहरों को गिरफ्तार करके दिखाता है.
अप्रैल 2015 में मुंबई हमलों के कथित मास्टरमाइंड ज़की-उर-रहमान लखवी को अडियाला जेल के रिहा कर दिया गया था. तब लाहौर हाई कोर्ट ने लखवी की नज़रबंदी को ख़त्म करते हुए उन्हें दस लाख के दो ज़मानती मुचलकों पर रिहा करने का आदेश दिया था. भारत लखवी को 2008 में हुए मुंबई हमलों का मास्टरमाइंड मानता है जिनमें 166 लोग मारे गए थे. लखवी को पाकिस्तान ने 7 दिसंबर 2008 को गिरफ़्तार किया था. (बीबीसी)
लंदन, 3 जनवरी | इजरायल कोरोनावायरस से जंग में वल्र्ड लीडर बनकर उभर रहा है। इजरायल प्रति व्यक्ति कोविड-19 वैक्सीन की खुराक देने के मामले में दुनिया में सबसे आगे है। इजरायल ने अपनी 90 लाख आबादी में से 10 लाख से अधिक लोगों के लिए टीकाकरण सुनिश्चित किया है, जो कि प्रति व्यक्ति के लिहाज से देश में 10 प्रतिशत से अधिक की दर है।
ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से संबद्ध 'आवर वल्र्ड इन डाटा' वेबसाइट के आंकड़ों के अनुसार, इजरायल प्रति 100 लोगों में से 11.55 टीकाकरण खुराक की दर के साथ दौड़ में सबसे आगे है।
शनिवार को जारी बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, इजरायल ने 19 दिसंबर को टीकाकरण शुरू कर दिया था।
देश में 10 लाख से अधिक लोगों को अभी तक वैक्सीन की दो खुराक में से पहली प्राप्त हो चुकी है।
इजरायल के बाद प्रति व्यक्ति के लिहाज से टीकाकरण की दर बहरीन में 3.49, ब्रिटेन में 1.47 और अमेरिका में 0.84 प्रतिशत है।
आंकड़ों से पता चला है कि वैश्विक स्तर पर 99.5 लाख लोगों ने कोविड-19 वैक्सीन की खुराक प्राप्त की है।
चीन ने कोविड-19 वैक्सीन खुराक 45 लाख लोगों को दी है, वहीं अमेरिका ने 27.9 लाख लोगों को खुराक दी है, जो देश की आबादी का एक प्रतिशत से भी कम है।
विश्व स्तर पर महामारी के कारण 18 लाख से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
--आईएएनएस
दुबई, 2 जनवरी | दुबई स्थित एक प्रवासी भारतीय ने शनिवार को सबसे बड़े 'पॉप अप ग्रीटिंग्स कार्ड' के विश्व रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई। गल्फ न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, रामकुमार सारंगपााणि वर्तमान में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में सबसे अधिक गिनीज वल्र्ड रिकॉर्ड धारक हैं और यह उनका 19वां विश्व रिकॉर्ड है।
सारंगपााणि का ग्रीटिंग कार्ड आम पॉप अप ग्रीटिंग कार्ड से 100 गुना बड़ा है और इसमें यूएई के उप-राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के साथ ही दुबई के शासक शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतौम के चित्रों का एक कोलाज भी है, जो दुबई स्थित कलाकार अकबर साहेब का बनाया हुआ है।
इसका 8.20 वर्ग मीटर का क्लोजड सरफेस एरिया है, जबकि इससे पहले यह रिकॉर्ड हांगकांग निवासी का था, जिन्होंने 6.729 वर्ग मीटर क्लोजड सरफेस एरिया में ग्रीटिंग बनाकर रिकॉर्ड बनाया था। अब भारतीय मूल के यूएई निवासी ने इस रिकॉर्ड को तोड़ दिया है।
कार्ड को नुमिसबिंग आर्ट गैलरी, दोहा केंद्र, अल मकतूम रोड पर प्रदर्शित किया जाएगा और इसके साथ ही सबसे बड़ा इलेक्ट्रॉनिक ग्रीटिंग्स कार्ड भी प्रदर्शित किया जाएगा, जिसे यूएई के 49वें राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर आयोजित किया जा रहा है।
यह प्रदर्शनी 4 से 18 जनवरी तक 15 दिनों के लिए होगी। (आईएएनएस)
सिडनी, 2 जनवरी| आस्ट्रेलिया के सबसे बड़े शहर सिडनी में फेस मास्क लगाना अनिवार्य कर दिया गया है। इस शहर में कोरोनावायरस के मामले बीते कुछ दिनों में तेजी से बढ़े हैं। न्यू साउथ वेल्स के स्वास्थ्य अधिकारियों ने शनिवार को इसकी जानकारी दी।
अधिकारियों ने कहा है कि शॉपिंग सेंटर्स, पब्लिक और शेयर्ड ट्रांसपोर्ट, इंडोर इंटरटेनमेंट, पूजा स्थलों और हेयर एवं ब्यूटी स्थलों पर फेस मास्क अनिवार्य कर दिया गया है।
नए आदेश का 4 जनवरी से पालन होना है और जो भी इसका उल्लंघन करता हुआ पाया जाएगा उस पर 153 डॉलर का जुर्माना लगेगा।
इसके अलावा ग्रेटर सिडनी में एक स्थान पर 30 से अधिक लोग जमा नीहं हो सकेंगे। (आईएएनएस)
इस्लामाबाद, 2 जनवरी| विदेश मंत्री महमूद कुरैशी ने कहा कि पाकिस्तान की निवर्तमान इमरान खान की अगुवाई वाली सरकार पीडीएम विपक्षी पार्टियों के दबाव में झुककर 31 जनवरी को इस्तीफा नहीं देगी। दरअसल 11 विपक्षी पार्टी को मिलाकर बनाए गए पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) ने 31 जनवरी तक पाकिस्तान सरकार से इस्तीफे की मांग की थी। पीडीएम ने अपने सरकार विरोधी अभियान को तेज करने की घोषणा के बाद कुरैशी ने जियो न्यूज से बात करते हुए यह टिप्पणी की।
विदेश मंत्री ने कहा, "प्रधानमंत्री इमरान खान को नेशनल असेंबली का विश्वास प्राप्त है। वह विपक्ष की मांग पर इस्तीफा क्यों देंगे?"
उन्होंने कहा कि पीडीएम ने पहले 31 दिसंबर, 2020 को प्रांतीय विधानसभाओं से इस्तीफा देने की घोषणा की थी, लेकिन यह तारीख बीत गई।
कुरैशी ने जियो न्यूज को बताया, "जनता ने विपक्ष के असली एजेंडे को जान लिया है और उनके 'जलसों' (रैलियों) में वो दम नहीं था।"
पिछले हफ्ते, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के प्रमुख बिलावल भुट्टो-जरदारी ने खान को 31 जनवरी तक इस्तीफा देने की धमकी दी है। उन्होंने कहा था कि ऐसा नहीं करने पर वह इस्लामाबाद तक एक लंबे मार्च की अगुवाई करेंगे। साथ ही उन्होंने कहा था कि बातचीत के लिए अब कोई समय नहीं बचा है। (आईएएनएस)
सैन फ्रांसिस्को, 2 जनवरी। कैलिफोर्निया में महामारी की शुरुआत के बाद से नए साल के दिन सबसे अधिक एकदिवसीय मौतें दर्ज की गईं। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने शुक्रवार को राज्य सरकार द्वारा जारी नवीनतम आंकड़ों के हवाले से बताया कि, शुक्रवार को कुल 585 मौतें दर्ज की गई, जिससे 428 मौतों का रिकॉर्ड टूट गया।
नए आंकड़े के साथ कैलिफोर्निया में कुल मौतों का आंकड़ा 25,971 तक बढ़ गया।
अमेरिका में सबसे अधिक आबादी वाले लॉस एंजेलिस काउंटी में सबसे ज्यादा मौतें दर्ज की गई हैं।
काउंटी के सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग ने शुक्रवार को और 207 मौतों की सूचना दी।
राज्य में शुक्रवार को 47,189 नए मामले दर्ज किए गए, जिनमें से लॉस एंजिल्स काउंटी में 20,414 मामले शामिल थे।
कैलिफोर्निया में कुल मामले वर्तमान में 2,292,568 हैं।
सीबीएसएलए समाचार चैनल ने बताया कि, लॉस एंजेलिस और दक्षिणी कैलिफोर्निया में अन्य काउंटी के अस्पतालों की क्षमता को बढ़ाया गया है, क्योंकि काउंटी की सात दिवसीय पॉजीटिविटी दर क्रिसमस के दिन 18.2 प्रतिशत और नए साल के दिन बढ़कर 21.5 प्रतिशत हो गई।
लॉस एंजेलिस काउंटी इमरजेंसी मेडिकल सर्विसेज एजेंसी के निदेशक कैथी चिडेस्टर ने सीबीएसएलए को बताया कि अस्पतालों में इतनी अधिक भीड़ थी कि एम्बुलेंस को यात्रियों को उतारने के लिए आपातकालीन विभाग में आठ घंटे तक इंतजार करने के लिए मजबूर किया गया। (आईएएनएस)
बांग्लादेश की पुलिस ने बंगबंधु शेख मुजीबउर रहमान की दीवार में लगी तस्वीर को नुक़सान पहुँचाने पर एक व्यक्ति को गिरफ़्तार किया है.
ढाका ट्रिब्यून के अनुसार यह घटना पीरगंज कस्बे में शुक्रवार की शाम क़रीब चार बजे हुई थी.
गिरफ़्तार किए गए व्यक्ति का नाम नूर आलम है जिसकी उम्र क़रीब 42 साल है.
पीरगंज पुलिस स्टेशन प्रभारी (ओसी) प्रदीप कुमार रॉय ने कहा है कि नूर आलम ने तस्वीर पर ईंट से हमला किया था.
इससे पहले भी बांग्लादेश के संस्थापक और वर्तमान प्रधानमंत्री शेख हसीना के पिता मुजीबउर रहमान की मूर्ति को लेकर विवाद हो चुका है.
शेख हसीना ने बांग्लादेश के विजय दिवस पर एक वर्चुअल मीटिंग को संबोधित करते हुए इसका ज़िक्र किया था. शेख हसीना ने कहा था कि बंगबंधु शेख मुजीबउर रहमान की मूर्ति को लेकर जानबूझकर विवाद खड़ा करने की कोशिश की जा रही है.
प्रधानमंत्री हसीना ने कहा कि बांग्लादेश बनाने में सभी धर्मों के लोगों ने अपने ख़ून का बलिदान दिया है और किसी के साथ भेदभाव नहीं होने दिया जाएगा.
शेख मुजीबउर रहमान की मूर्ति को लेकर विवाद तब शुरू हुआ, जब बांग्लादेश के कट्टरपंथी इस्लामिक समूह हिफ़ाजत-ए-इस्लाम के नेता ममुनुल हक़ ने शेख हसीना से कहा कि वो मुजीबउर रहमान की मूर्ति लगाने की योजना को रोक दें. मुजीबउर रहमान की 1975 में परिवार के कई सदस्यों के साथ हत्या कर दी गई थी.
4 दिसंबर को ढाका में बैतुल मुकर्रम मस्जिद के बाहर लोगों ने शेख मुजीबउर की मूर्ति लगाने के ख़िलाफ़ प्रदर्शन किया और बांग्लादेश में सभी मानव मूर्तियों को तोड़े जाने की मांग की
रहमान की मूर्ति लगाने की आलोचना करते हुए ममुनुल हक़ ने कहा था कि मूर्ति लगाना बांग्लादेश के राष्ट्रपिता का अपमान है क्योंकि वो मुसलमान थे और इस्लाम में किसी भी तरह की मूर्ति लगाने की मनाही है. बात यहीं तक नहीं थमी.
हक़ के बाद हिफ़ाजत-ए-इस्लाम के प्रमुख जुनैद अहमद बाबूनगरी ने धमकी दी थी कि बांग्लादेश में कोई भी पार्टी मूर्ति खड़ी करेगी तो उसे तोड़ दिया जाएगा.
शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग ने कहा है कि बंगबंधु की मूर्ति लगाने का विरोध करना देशद्रोह है. मूर्ति विवाद में हिफ़ाजत-ए-इस्लाम के ख़िलाफ़ बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शन हुआ था.
हिफ़ाजत-ए-इस्लाम को बने एक दशक से भी कम वक़्त हुआ है. यह 2013 में अस्तित्व में आया. इसका मुख्यालय ढाका के बदले तटीय शहर चटग्राम में है. यहां सैकड़ों की संख्या मदरसा हैं और हजारों की तादाद में मुस्लिम बच्चे यहां पढ़ाई करते हैं.
पाँच मई, 2013 को हिफ़ाजत-ए-इस्लाम ने ढाका के मोतीझील जिले को 12 घंटों तक अपने नियंत्रण में ले लिया था. मोतीझील को बांग्लादेश का वित्तीय ज़िला भी कहा जाता है.
हिफ़ाजत-ए-इस्लाम के लोग एक ब्लॉगर को फांसी देने की मांग कर रहे थे. उस ब्लॉगर पर ईशनिंदा का आरोप था. पुलिस पूरे इलाक़े को देर रात हिफ़ाजत-ए-इस्लाम से मुक्त करा पाई थी. जमकर हिंसा हुई थी और इसमें इस इस्लामिक धड़े के 39 कार्यकर्ताओं की मौत हुई थी. (bbc.com)