छत्तीसगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 17 मई। जिला साहू समाज द्वारा कोरोना संक्रमण काल में जो सेवा भावना से कार्य किया जा रहा है। उससे न सिर्फ धमतरी जिला बल्कि राज्य देश और विदेशों के लोग भी प्रभावित हो रहे हैं, लोग खुले मन से दान भी कर रहे हैं। ऐसी ही जानकारी जब छत्तीसगढ़ के साहू जो विभिन्न देशों में रहते हैं उन्हें पता चला तो उन्होंने भी दान देने की इच्छा जताई।
नार्थ अमेरिकन साहू एसोसिएशन ने धमतरी जिला साहू समाज को 4 लाख रु दान दिए और भविष्य में भी सहयोग करने की बात कही। यह घोषणा सदस्यों ने शनिवार को हुए ज़ूम मीटिंग के माध्यम से दी।
कोरोना संक्रमण के दौर में अपनों को जब खोते होते हुए देखा तो जिला साहू समाज ने लोगों की मदद करने का बीड़ा उठाया।
जिला अध्यक्ष दयाराम साहू ने पदाधिकारियों से चर्चा कर रूपरेखा तय की। उसके बाद लोगों को दान देने की अपील की गई। कुछ ही दिनों में लोग खुले मन से दान देने लगे। जैसे ही दान की शुरुआत हुई, सबसे पहले सभी तहसील के लिए पांच ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन खरीदी गई। उसके बाद एक डीप फ्रीजर और फिर ऑक्सीजन युक्त एंबुलेंस खरीदा गया। होम आइसोलेशन में समस्या होने पर रुद्रीरोड के साहू सदन को निशुल्क आइसोलेशन केंद्र बनाय गया है, जहां पर निशुल्क दवाइयां, भोजन दी जा रही है।
इन सब कार्यों की चर्चा न सिर्फ धमतरी जिला बल्कि आसपास के जिलों और राज्य में होने लगी। लोग बढ़-चढक़र सामने आने लगे, इस बात की जानकारी जब कैलिफोर्निया निवासी राजेश्वर साहू को पता चली तो उन्होंने वहां के नार्थ अमेरिकन एसोसिएशन साहू के सदस्यों को दी। संपूर्ण जानकारी कुछ दिनों पहले ज़ूम मीटिंग के माध्यम से धमतरी जिला साहू समाज ने दी थी। इसके बाद वहां फंड बनाया गया और फिर राशि एकत्रित की गई। धीरे-धीरे वहां पर लोग भी बढ़-चढक़र सामने आने लगे।
शनिवार को ज़ूम मीटिंग हुई जिसमें धमतरी जिला साहू समाज से जिला अध्यक्ष दयाराम साहू, उपाध्यक्ष मनीष साहू, तहसील अध्यक्ष ग्रामीण अवनेंद्र साहू, शहर यशवंत साहू, डिपेंद्र साहू,नरेंद्र साहू, हीरेन्द्र साहू, उमेश साहू, डॉ.भूपेंद्र साहू, तुकेश साहू, मोहन साहू, सहित अन्य लोग शामिल हुए अमेरिका से राजेश्वर साहू वंदना साहू चमन साहू, तिजेंद्र साहू, इंद्रजीत साहू, राजेश साव, सविता साहू,विभा साहू, सुमन साहू, अशोक साहू, सुरेश साहू,इशानी साहू,युगल साहू,युवराज गजपाल कनाडा से, सभी सदस्यों ने यहां की संपूर्ण जानकारी ली और बेहद प्रभावित भी हुए।
इस दौरान नार्थ अमेरिकन साहू एसोसिएशन के सदस्यों ने आगे भी सहयोग की इच्छा जताई साथ ही साथ अन्य क्षेत्र शिक्षा व कैरियर गाइडेंस के बीच क्षेत्र में लोगों को ज्यादा से ज्यादा जोडऩे की अपील की है । किसी प्रकार की मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है तो वहां का हर सदस्य मार्गदर्शन देने के लिए तैयार रहेगा।
सदस्यों ने बताया कि किस प्रकार से अमेरिका में वैक्सीनेशन तेजी से की जा रही है और वहां पर दोनों डोज़ लगा लेने वालों को मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग फ्री किया गया है। उन्होंने धमतरी और छत्तीसगढ़ वासियों से अपील की है कि ज्यादा से ज्यादा व्यक्ति टीका लगाएं और सरकार की गाइडलाइन का पालन भी करें। अंत में सदस्यों ने जिला साहू समाज को 4 लाख रू. दान देने की घोषणा की, जिसे अकाउंट में ट्रांसफर कर दिया गया, ताकि इसका उपयोग न सिर्फ साहू समाज बल्कि अन्य समाज के लिए किया जा सके।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 17 मई। धमतरी में आरटीपीसी आर लैब की मांग की स्वीकृति होने पर कांग्रेसियों ने मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया है। ज्ञात हो कि पूर्व में 09 मई को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पूरे प्रदेश के प्रदेश कांग्रेस पदाधिकारी वह समस्त जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्षों की मीटिंग वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से की थी। जिस पर जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष शरद लोहाना ने धमतरी जिला में संक्रमण के स्थिति के बारे में अवगत कराया व आरटीपीसीआर लैब की मांग रखी थी।
12 मई को जिले के प्रभारी मंत्री कवासी लखमा ने जनप्रतिनिधियों, सामाजिक राजनीतिक क्षेत्र के लोगों से संक्रमण की रोकथाम के लिए चर्चा की। इस दौरान जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष शरद लोहाना, नगर निगम महापौर विजय देवांगन, सिहावा विधायक डॉ. लक्ष्मी धु्रव, जिला पंचायत अध्यक्ष कांती सोनवानी, जिला पंचायत उपाध्यक्ष नीशू चंद्राकर, पूर्व जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष मोहन लालवानी ने आरटीपीसीआर लैब के साथ विभिन्न मांगे रखी गई थी। जिस पर जिले के प्रभारी मंत्री कवासी लखमा एवं नागरिक आपूर्ति खाद्य निगम अध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल की अनुशंसा पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिहदेव ने धमतरी जिले के लिए आरटीपीसीआर लैब की स्वीकृति प्रदान की है। जिससे जिलेवासियों में खुशी की लहर है। जिलेवासियों और कांग्रेसियों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. देव, प्रभारी मंत्री कवासी लखमा, नागरिक आपूर्ति खाद्य निगम अध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल के प्रति धन्यवाद व आभार व्यक्त किया है।
राजनांदगांव, 17 मई। कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने कलेक्टर द्वारा नगर निगम क्षेत्रों को कंटेंटमेंट जोन घोषित कर लॉकडाउन लगाया गया है। वार्डों में लॉकडाउन का पालन करने तथा कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने निगम आयुक्त डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी ने शिक्षको, सहायक राजस्व निरीक्षकों एवं वार्ड प्रभारियों का दल गठित कर दायित्व सौंपा है। दल के नोडल अधिकारी उपायुक्त सुदेश कुमार सिंह मो.नं. 97551 75751 को एवं सहायक नोडल अधिकारी प्र. सहायक अभियंता श्री संदीप तिवारी मो.नं. 96307 37486 को नियुक्त किया है।
आयुक्त डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी ने बताया कि कोरोना संक्रमण से बचाव एवं नियंत्रण के लिए जिलाधीश द्वारा नगर निगम सीमाक्षेत्र को कंटेंटमेंट जोन घोषित कर लॉकडाउन लगाया गया है। लॉकडाउन का पालन कराने, मास्क का उपयोग करने व समाजिक दूरी का पालन करने समझाईस देने व कार्रवाई करने दल का गठन किया गया है। गठित दल में शिक्षकों, सहायक राजस्व निरीक्षको एवं वार्ड प्रभारियों को वार्डवार दायित्व सौंपा गया है। दल में नोडल अधिकारी, सहायक नोडल अधिकारी के अलावा वार्डवार प्रभारी अधिकारी भी बनाया गया है।
व्याख्याता पीएल टेम्भुलकर मो.नं. 98271 76617 को वार्ड नं. 1 से 10 तक का, उच्च श्रेणी शिक्षक एसके भालाधरे मो.नं. 94062 42405 को वार्ड नं. 11 से 20 तक का, उच्च श्रेणी शिक्षक आरके कुशवाहा मो. नं. 94241 26426 को वार्ड नं. 21 से 30 तक का, उच्च श्रेणी शिक्षक नरेश प्रसाद दुबे मो. नं. 94252 46346 को वार्ड नं. 31 से 40 तक का एवं लेखापाल शैलेष पांडे मो. नं. 79746 31991 को वार्ड नं. 41 से 51 तक का प्रभारी बनाया गया है।
उन्होंने बताया कि समस्त प्रभारी अधिकारी अपने दल के सदस्यें के साथ समन्वय स्थापित कर नोडल एवं सहायक नोडल अधिकारी के नेतृत्व में वार्डो में बिना मास्क घूमते पाए जाने वाले व्यक्ति को समझाईस देते 500 रुपए अर्थदंड लिया जाना है, वार्ड में लाकडाउन का उल्लंघन करते पाए जाने वाले दुकानों/प्रतिष्ठानों पर अर्थदंड की कार्रवाई किया जाना है। तथा जिला प्रशासन की बिना अनुमति के वार्ड में किसी प्रकार के आयोजन, सभा, समारोह इत्यादि पर समझाईस देते जुर्माने की कार्रवाई किया जाना है। किसी भी प्रकार की परिस्थिति उत्पन्न होने पर नोडल व सहायक नोडल अधिकारी के मोबाइल नंबर पर तत्काल सूचना दिया जाना होगा, ताकि स्थिति नियंत्रित की जा सके।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दल्लीराजहरा, 17 मई। भारतीय स्टेट बैंक द्वारा नगर के शहीद अस्पताल परिसर में एटीएम लगवाई गई है, जिसका लोकार्पण पूर्व विधायक जनकलाल ठाकुर, नगर पालिका अध्यक्ष शिबू नायर, व अन्य ने किया। इस दौरान डॉ. शैवाल जाना, गणेश राम चौधरी, बिहारी लाल ठाकुर, नगर पालिका उपाध्यक्ष संतोष देवांगन, पार्षद राम जतन भारद्वाज, चंद्र प्रकाश सिन्हा, राजेश कांबले, योगेश देवांगन, चंद्रप्रकाश बोरकर उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दल्लीराजहरा, 17 मई। राजहरा व्यापारी संघ के अध्यक्ष शांति लाल जैन के नेतृत्व में नगर के व्यापारियों ने अपर कलेक्टर से भेंटकर 31 मई तक जिले में लगे लॉकडाउन को खोले जाने की मांग करते हुए कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा गया।
सौंपे गए ज्ञापन में राजहरा व्यापारी संघ ने बताया कि पिछले ढेड़ महीने से लॉकडाउन के चलते पूरा व्यापार बंद पड़ा है और शासन प्रशासन द्वारा लगाए गए इस लॉकडाउन का नगर के व्यापारियों नें भी अपना समर्थन देते हुए अपने व्यवसाय को बंद रखा गया।
राजहरा व्यापारी संघ के अध्यक्ष ने कहा कि व्यापारियों की भी अपनी बहुत सी समस्याएं होती है और लगातार इतने दिनों तक व्यापार बंद होने के कारण व्यापारियों को तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
व्यापारियों की भी परेशानियों को देखते हुए जिले में लगे लॉकडाउन को अनलॉक किया जाए ताकि सभी व्यापारी अपनी दुकानों को सुचारू रूप से संचालित कर सके।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दल्लीराजहरा, 17 मई। भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने कोविड 19 से बचाव के नियमों का पालन करते हुए संयमित जीवन शैली को अपनाने, नियमित योग करने हेतु नागरिको से अपील करते हुए जनजागरण अभियान चलाया।
भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश मीडिया प्रभारी अनिल खोबरागड़े ने कहा कि भाजपा में सेवा ही संगठन का मूल मंत्र है। विपरीत परिस्थितियों में भी भाजपा कार्यकर्ता सेवा से जुड़े हुए कार्यों को करने के लिए तत्पर रहते हैं । भाजपा कार्यकर्ताओं ने लाकडाऊन के दौरान जरूरतमंदों एवं होम आइसोलेशन में रहने वाले संक्रमितों को सूखा राशन, फल, सब्जी का वितरण किया एवं भाजपा कार्यकर्ताओं के परिवारकी भी कुशलता की जानकारी लेते हुए सभी के स्वास्थ्य रहने की कामना की।
अनिल खोबरागड़े एवं बालोद जिला अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष कासिम कुरैशी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की आठवीं किस्त के रूप में 520 करोड रुपए की राशि छत्तीसगढ़ के किसानों के खातों में सीधे ट्रांसफर करने एवं में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा छत्तीसगढ की पंचायती राज संस्थाओं को 215 करोड रुपए की राशि आवंटित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उक्त राशि से छत्तीसगढ़ प्रदेश के किसानों को बड़ी राहत मिलेगी साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण से निपटने में सहायता होगी।
मोर्चा द्वारा चलाए जा रहे सेवा कार्य में भाजपा दल्लीराजहरा मंडल के महामंत्री एवं पार्षद बॉबी छतवाल, दक्षेस पटेल, अनुसूचित जाति मोर्चा के जिला कार्यसमिति सदस्य सागर गनीर, नगर पंचायत चिखलाकसा के पार्षद व्यंकट राव, शेख प्यारे जान, शब्बीर कुरैशी, काशी राम साहू, रवि सिंह राजपूत आदि ने प्रभावी भूमिका निभाई।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 17 मई। कलेक्टर सुनील कुमार जैन ने कल टीकाकरण को लेकर जिले के सभी समाज प्रमुखों एवं जनप्रतिनिधियों से बातचीत कर जिले में कोरोना संक्रमण की मौजूदा स्थिति से अवगत कराया गया।
उन्होंने कहा कि जिले में धीमी गति से टीकाकरण होना एक गंभीर चुनौती बनती जा रही है। टीकाकरण के बिना कोविड के खिलाफ लड़ाई को जीता नहीं जा सकता है। समाज प्रमुख एवं जनप्रतिनिधि आगें आकर लोगों को टीकाकरण के लिए प्रेरित करें, तभी शत प्रतिशत टीकाकरण संभव हो पाएगा। समाज के सहयोग बिना यह टीकाकरण अभियान सफल नहीं हो पाएगा।
उन्होंने सभी जनप्रतिनिधियों एवं समाज प्रमुखों से कहा कि आप सभी अपने-अपने स्तर में टीकाकरण को लेकर लोगों को जागरूक करें। साथ ही टीकाकरण के संबंध में फैलायी जा रही अफवाहों एवं भ्रामक प्रचारों का तीव्र विरोध करें। टीकाकरण पूरी तरह सुरक्षित है, कोविड के खिलाफ एक रामबाण दवा है। बेहतर स्वास्थ्य एवं स्वस्थ समाज के लिए टीकाकरण बहुत ही अनिवार्य है। उन्होंने आगे कहा कि आप लोगों के माध्यम से जो संदेश जाएगा. वह समाज के अंतिम व्यक्ति तक जाता है अत: आप सभी इस दिशा में अवश्य कार्य कर लोगों को प्रेरित करें। इस दौरान समाज प्रमुखों ने भी टीकाकरण में हो रही समस्याओं एवं अपने महत्वपूर्ण सुझाव कलेक्टर को दिए। जिस पर केलक्टर ने सभी के सुझावों को स्वीकार करते हुए आगामी कार्य योजना में उसे शामिल करने की बात कही।
टीकाकरण को लेकर महत्वपूर्ण सुझाव समाज प्रमुखों द्वारा दिया गया, जिसमें 4-5 गांवों आपस में मिलाकर क्लस्टर बनाने की बात कही गयी एवं टीकाकरण टीम को उस गांव में भेजा जाये जिससे निश्चित ही सकारात्मक परिणाम प्राप्त हो सकतें है। कलेक्टर ने इस सुझाव को शासन स्तर में पहुंचाने की बात कही।
सभी समाज प्रमुखों ने एक सुर में कहा हम सब मिलकर टीकाकरण अभियान में सहयोग करेंगे एवं कोरोना के खिलाफ लड़ाई में समाज के लोगों को जागरूक करनें में आगे आएंगे।
सभी ने कहा कि जिला जल्द से जल्द कोरोना मुक्त हो इस दिशा में आगें बढ़ते हुए कार्य करेंगे।
इस दौरान पुलिस अधीक्षक आई के एलेसेला, अपर कलेक्टर राजेंद्र गुप्ता एवं जिला पंचायत सीईओ डॉ फरिहा आलम सिद्की भी उपस्थित थे। यह बातचीत ऑनलाइन माध्यम से की गयी इस दौरान जिले के सभी विकासखण्ड मुख्यालय में समाज के प्रमुख एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित थे, उन्होंने कलेक्टर से सीधा संवाद स्थापित किए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पत्थलगांव, 17 मई। कोरोना शांति के लिए गायत्री परिवार द्वारा आगामी 20 मई को जिला स्तर पर अखंड जप अभियान का आयोजन किया जाएगा। कोरोना काल में लोगों को इसे अपने घरों या पीठों में करने को कहा गया है। इस मौके पर गायत्री महामंत्र और महामृत्युंजय मंत्र से दीप यज्ञ भी किया जाएगा।
गायत्री परिवार के रविशंकर खुंटिया ने बताया कि आगामी 20 मई को इसे जशपुर जिले में आयोजित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि जिले भर में आयोजित होने वाले इस अभियान में लोगों को इक_ा होने की बजाए अपने-अपने घरों या पीठों पर इसमें शामिल होनेे के लिए निर्देशित किया गया है। जिले भर के गायत्री परिवार से जुड़े लोग एक साथ इस जप अभियान में भाग लेंगे। इसकी अवधि 12 घंटे रखी गई है। अभियान में सभी की सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए जिले के सभी विकासखंडों के लिए जाप की अवधि सुनिश्चित कर दी गई है। इसके मुताबिक जशपुर विकासखंड से प्रात: 6 बजे इसकी शुरूआत होगी। जशपुर विकासखंड में 7.30 बजे तक नाम जप के बाद मनोरा विकासखंड में 7.30 से 8.30 बजे तक अभियान चलेगा।
दुलदुला विकासखंड में 8.30 बजे से 10 बजे तक नाम जप के बाद कुनकुरी में 10 से 11, बगीचा में 11 से 1,कांसाबेल में दोपहर 1 से 3 बजे तक नाम जप की अवधि रखी गई है। इसके बाद पत्थलगांव विकासखंड के लिए 4 से 6 की अवधि निर्धारित की गई है जिसमें 4 से 5 पत्थलगांव में तथा 5 से 6 बागबहार में नाम जप किया जाएगा। प्रात: 6 बजे से शाम 6 बजे तक 12 घंटों तक नाम अखंड नाम जप की अवधि पूरी होने के बाद 6 बजे से 6.20 बजे तक 5 दीप जलाकर दीपयज्ञ किया जाएगा जिसमें गायत्री मंत्र और महामृत्युंजय मंत्र की आहुतियां दी जाएंगी। शाम 6.20 से 6.30 तक गुरूदेव पूज्य पं श्रीराम देव शर्मा की आवाज में गायत्री मंत्र के साथ विश्वशांति की प्रार्थना की जाएगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पत्थलगांव, 17 मई। श्री साई सेवा समिति पत्थलगांव ने क्षेत्रवासियों के लिए निशुल्क तीन ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीनों की व्यवस्था की है। समिति की इस कोशिश की लोग तारीफ कर रहे हैं।
समिति द्वारा निशुल्क उपलब्ध कराई जाने वाली इन मशीन की खासियत ये होगी कि मरीजों को बिना ऑक्सीजन सिलेंडर केही मेडिकल ऑक्सीजन मिलती रहेगी। उन्हें इसे रिफिल कराने की आवश्यकता भी नहीं होगी। ये मशीन वातावरण में मौजूद हवा से ऑक्सीजन लेकर मरीज को 8 लीटर तक ऑक्सीजन उपलब्ध कराएगी।
वहीं पत्थलगांव की युवाओं की टीम जरूरतमंद गरीब लोगों को अनाज की पैकेट और गरम नाश्ता उपलब्ध करा रही है जिसकी सराहना की जा रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 17 मई। कोरिया जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव के कलेक्टर को लिखे पत्र के 15 दिन बाद प्रधानमंत्री ने भी ग्रामीण क्षेत्रों में घर घर सर्वे करने की बात कही है, परन्तु जिला प्रशासन अभी तक इस ओर नहीं कदम बढ़ा सका है।
वहीं 1 मई से 16 मई तक ग्रामीण क्षेत्रों के आंकड़ों पर नजर डाले तो जिले के भरतपुर में कोरोना के लक्षण वालों की जांच बेहद कम है। बीते 16 दिन में मात्र 2119 लोगों की ही जांच की गई हैं, जिनमें 467 कोरोना संक्रमित पाए गए हैं, जिससे भरतपुर में संक्रमितों का प्रतिशत 22.03 देखा जा रहा है।
इन दिनों बैकुंठपुर ग्रामीण में कोरोना के संक्रमण की रफ्तार में कोई कमी नहीं आ रही है, यहां सबसे ज्यादा प्रभावित बुढार, सांवारांवा, छिंदिया, खरवत, चारपारा के साथ कई ग्राम पंचायतों में कोरोना के मरीज पाए जा रहे हं।, हर सेक्टर पर पदस्थ हेल्थवर्कर के पास संक्रमितों की सूची उपलब्ध हो चुकी है। दूरी बनाकर उनका हाल लिया जा रहा है। वहीं ज्यादातर संक्रमित होम आईसोलेशन में ही ठीक हो जा रहे है। वहीं बीते 16 दिन में सोनहत में सबसे ज्यादा संक्रमण दर 27.05, बैकुंठपुर 25.09, भरतपुर 22.03, खडगवां 16.14 और सबसे कम मनेन्द्रगढ 11.37 प्रतिशत देखा जा रहा है। यदि टेस्टिंग बढ़ाई जाएगी तो ज्यादा मामले सामने आएगे और उनका उपचार भी सही तरीके से जल्दी हो सकेगा।
कई दुकानों को मिली छूट, नियमों का पालन जरूरी
चौथे चरण के लॉकडान में प्रशासन द्वारा कई व्यावसायिक गतिविधियों को निर्धारित समय तक शर्तो के अधीन खोलने की छूट दे दी है। सोमवार को बैंकों में काफी भीड़ देखी गई। यहां ऐसी स्थिति में मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना जरूरी है लेकिन कई लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन ही नहीं करते देखे गए। ऐसे में तय है कि संक्रमण पर जो बिल्कुल काबू नहीं पाया गया है और बढऩे की संभावना होती जा रही है।
कहां कुल कितने टेस्ट
तहसील कुल टेस्ट संक्रमित प्रतिशत
सोनहत 2865 798 27.85
जनकपुर 2119 467 22.03
मनेन्द्रगढ़ 5664 644 11.37
बैकुुठपुर 9384 2355 25.09
खडग़वां 6992 1129 16.14
27024 5393 19.95
बैकुंठपुर, 17 मई। आम आदमी पार्टी की प्रदेश उपाध्यक्ष महिला नेत्री सुखवंती सिंह ने विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि विगत दिनों हुई बे मौसम बारिश व ओले आंधी से फसलों को हानि हुई है। किसानों के लिए बे मौसम बारिश से फसल खराब होना, खाद की मूल्यवृद्धि, दोहरी मार कर रही है। केंद्र सरकार की किसान सम्मान निधि और राज्य सरकार की न्याय योजना की राशि भी किसानों के इस संकट को दूर करने के लिए पर्याप्त नही है। जिसे लेकर आम आदमी पार्टी प्रदेश सरकार से मॉग करती है कि फसलों की मुआवजा राशि का भुगतान जल्द से जल्द किया जाये। सुखवंती ने कहा कि 15 सालों तक जब प्रदेश में भाजपा की सरकार थी तब कांग्रेस सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ रही थी। जब वह सरकार में है तो खुद कटघरे में खड़ी है।
प्रदेश में लाखों छोटे किसान ऐसे है जिन्हें पिछली फसल के बीमा राशि का भुगतान अभी तक नही हुआ है। बड़े शिक्षित और रसूखदार किसानों को भुगतान हो जाता है पर छोटे अल्पशिक्षित किसान बीमा कंपनी के कार्यालय चक्कर लगाते रह जाते है।इस विषय पर सरकार संज्ञान ले और वंचित किसानों को पिछली बीमा राशि का भुगतान तत्काल कराये। सुखवंती सिंह ने फसल बीमा क्षति के आंकलन के लिए सर्वे प्रक्रिया पर भी गंभीर आरोप सरकार पर लगाये।
रायपुर, 17 मई । शराब की तस्करी करने वाले दो लोगों पुलिस ने गिरफ्तार किया । उनसे 6 पेटी शराब बरामद किया गया। इसकी कीमत 60 हजार रुपये बताई गई है।
बिलासपुर, जांजगीर-चांपा और जीपीएम जिले से एक-एक मरीज कोरोना से स्वस्थ होने के बाद पीड़ित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर 17 मई। सिम्स चिकित्सालय में ब्लैक फंगस, म्यूकर माइकोसिस के एक साथ तीन मामले सामने आने से हड़कम्प मच गया है। इनमें 35 और 40 दो महिलायें हैं, जो रतनपुर व जीपीएम जिले से हैं तथा एक जांजगीर जिले का पुरुष है। तीनों का इलाज आईसीयू में भर्ती कर शुरू किया गया है।
इसके पहले तखतपुर के भी एक युवक को बीते अप्रैल माह से ब्लैक फंगस की शिकायत आई थी। परिजन उसे सीधे रायपुर ले लगे थे। वहां से लौटने के बाद दुबार उसे फिर रायपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहां भी उसका आईसीयू में उसका इलाज चल रहा है। उल्लेखनीय है कि ब्लैक फंगस की छत्तीसगढ़ में इस समय दर्जनों मरीज सामने आ चुके हैं। इसके इलाज के लिये प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों में व्यवस्था करने का निर्देश राज्य सरकार की ओर से दिया गया गया है। कोरोना संक्रमित कुछ मरीजों में यह रोग उनके ठीक होने के बाद दिखाई दे रहा है। इस बीमारी से सिर, दांत व नाक में तेज दर्ज होता है तथा आंखों पर बुरा असर पड़ता है। कुछ मरीजों की एक आंख को ऑपरेशन कर निकाला भी गया है।
इस बीमारी में पोसाकोनाजोल और एंप्रो टेरिसिन बी की जरूरत पड़ती है जिसकी अभी सप्लाई नहीं है। इसके 50 से अधिक डोज मरीजों को लगाने की स्थिति बन सकती है। एक इंजेक्शन की कीमत 3500 रुपये से 5000 रुपये के बीच आती है। यहां के निजी मेडिकल स्टोर्स में भी यह उपलब्ध नहीं है क्योंकि पहले इसकी मांग नहीं रही है। औषधि निरीक्षक डॉ रवि गेंदले ने बताया कि दवा आने पर इसकी सप्लाई सिर्फ अस्पतालों में होगी यह मेडिकल स्टोर में सीधे खरीदी के लिए उपलब्ध नहीं होगा। सिम्स चिकित्सालय में ब्लैक फंगस के मरीजों के लिये अलग वार्ड बनाया जा रहा है जिसे तीन दिन में तैयार कर लेने की बात कही गई है। सिम्स चिकित्सालय में एक अलग वार्ड तैयार किया जा रहा है जिसमें ब्लैक फंगस के मरीजों ही ही का ही उपचार होगा। इसके दो तीन में तैयार हो जाने की बात कही जा रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 17 मई। नेशनल फेडरेशन इंडियन रेलवे मेन एवं रेलवे रेलवे मजदूर कांग्रेस बिलासपुर की लगातार मांग और प्रयास के कारण बिलासपुर जोन के महाप्रबंधक ने रेलवे कर्मचारियों एवं उनके परिवार को टीकाकरण कराने हेतु वेलफेयर फंड से 8 करोड़ 81 लाख 71 हजार 20 रुपए की स्वीकृति प्रदान की है।
रेलवे मजदूर कांग्रेस मनेंद्रगढ़ के शाखा सचिव राजेश खोब्रागड़े ने जानकारी देते हुए बताया कि रेलवे मजदूर कांग्रेस बिलासपुर के महामंत्री केएस मूर्ति एवं महाप्रबंधक बिलासपुर से लगातार पत्राचार एवं चर्चा कर रेलवे कर्मचारी व उनके परिवार के लिए टिकाकरण कराने हेतु यह राशि स्वीकृति प्रदान कराई गई है। महामंत्री मूर्ति के अनुसार नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन रेलवे मेन (एनएफआईआर) के महामंत्री डॉ. राघवैया के मांग अनुसार रेलवे बोर्ड ने सभी जोनल महाप्रबंधकों को 18 से 44 वर्ष तक के रेल कर्मचारियों एवं उनके परिजनों के लिए रेलवे द्वारा टीकाकरण अभियान चलाने निर्देशित किया है। महामंत्री राघवैया द्वारा 22 अप्रैल एवं 12 मई 2021 को रेलवे मंत्री एवं रेलवे बोर्ड अध्यक्ष के सामने सभी रेल कर्मचारियों का टीकाकरण अभियान कराने हेतु लिखित मांग रखी थी। वे लगातार रेलवे बोर्ड से चर्चा करते रहे जिसके परिणामस्वरूप 14 मई 2021 को नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन रेलवे मेन के महामंत्री डॉ. एम. राघवैया की मांग को मानते हुए रेलवे द्वारा टीकाकरण अभियान का आदेश सभी महाप्रबंधक को जारी किया गया है।
रेलवे बोर्ड आदेश के अनुसार दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में रेल प्रशासन द्वारा 18 वर्ष से 44 वर्ष कर्मचारियों एवं सभी रेल कर्मचारियों के परिवार जनों के लिए टीकाकरण अभियान को पूर्ण रुप से लागू करने के लिए जोनल कर्मचारी संहिता निधि (वेलफेयर फंड ) से इस कर्ज को उठाने का निर्णय किया है। इस राशि से जोनल हेड क्वार्टर में इस वर्ग में 550 कर्मचारी एवं 1 हजार 456 परिवारजनों, बिलासपुर डिवीजन में 10 हजार 769 कर्मचारी एवं 21 हजार 654 परिवारजनों, कंस्ट्रक्शन विभाग में 350 कर्मचारी एवं 642 परिवारजनों, रायपुर डिवीजन में 3 हजार 9 कर्मचारी एवं 9 हजार 843 परिवारजनों, रायपुर वर्कशॉप में 1 हजार 184 कर्मचारी व 1 हजार 240 परिवारजनों, नागपुर डिवीजन में 5 हजार 951 कर्मचारी, 12 हजार 89 परिवारजनों, मोतीबाग नागपुर वर्कशॉप में 180 कर्मचारी एवं 571 परिवारजनों, नागपुर कंस्ट्रक्शन विभाग में 140 कर्मचारी एवं 350 परिवारजनों कुल 22 हजार 132 कर्मचारी एवं 47 हजार 845 परिवार जनों के लिए टीकाकरण होगा।
एनएफआईआर एवं मजदूर कांग्रेस का मांग को मानते हुए टीकाकरण अभियान में सकारात्मक कदम उठाने के लिए रेल प्रशासन को आभार व्यक्त करता है।
रेलवे मजदूर कांग्रेस के बिलासपुर मंडल समन्वयक बी. कृष्ण कुमार, नागपुर मंडल समन्वयक पितांबर लक्ष्मी नारायण, रायपुर मंडल समन्वयक बी. विजय कुमार ने एनएफआईआर के महामंत्री राघवैया, बिलासपुर रेलवे मजदूर कांग्रेस के महामंत्री मूर्ति, बिलासपुर जोन के महाप्रबंधक गौतम बनर्जी एवं प्रधान मुख्य कार्मिक अधिकारी बिलासपुर सुखविंदर सिंह के प्रति आभार व्यक्त किया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 17 मई। नेशनल फेडरेशन इंडियन रेलवे मेन एवं रेलवे रेलवे मजदूर कांग्रेस बिलासपुर की लगातार मांग और प्रयास के कारण बिलासपुर जोन के महाप्रबंधक ने रेलवे कर्मचारियों एवं उनके परिवार को टीकाकरण कराने हेतु वेलफेयर फंड से 8 करोड़ 81 लाख 71 हजार 20 रुपए की स्वीकृति प्रदान की है।
रेलवे मजदूर कांग्रेस मनेंद्रगढ़ के शाखा सचिव राजेश खोब्रागड़े ने जानकारी देते हुए बताया कि रेलवे मजदूर कांग्रेस बिलासपुर के महामंत्री केएस मूर्ति एवं महाप्रबंधक बिलासपुर से लगातार पत्राचार एवं चर्चा कर रेलवे कर्मचारी व उनके परिवार के लिए टिकाकरण कराने हेतु यह राशि स्वीकृति प्रदान कराई गई है। महामंत्री मूर्ति के अनुसार नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन रेलवे मेन (एनएफआईआर) के महामंत्री डॉ. राघवैया के मांग अनुसार रेलवे बोर्ड ने सभी जोनल महाप्रबंधकों को 18 से 44 वर्ष तक के रेल कर्मचारियों एवं उनके परिजनों के लिए रेलवे द्वारा टीकाकरण अभियान चलाने निर्देशित किया है। महामंत्री राघवैया द्वारा 22 अप्रैल एवं 12 मई 2021 को रेलवे मंत्री एवं रेलवे बोर्ड अध्यक्ष के सामने सभी रेल कर्मचारियों का टीकाकरण अभियान कराने हेतु लिखित मांग रखी थी। वे लगातार रेलवे बोर्ड से चर्चा करते रहे जिसके परिणामस्वरूप 14 मई 2021 को नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन रेलवे मेन के महामंत्री डॉ. एम. राघवैया की मांग को मानते हुए रेलवे द्वारा टीकाकरण अभियान का आदेश सभी महाप्रबंधक को जारी किया गया है।
रेलवे बोर्ड आदेश के अनुसार दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में रेल प्रशासन द्वारा 18 वर्ष से 44 वर्ष कर्मचारियों एवं सभी रेल कर्मचारियों के परिवार जनों के लिए टीकाकरण अभियान को पूर्ण रुप से लागू करने के लिए जोनल कर्मचारी संहिता निधि (वेलफेयर फंड ) से इस कर्ज को उठाने का निर्णय किया है। इस राशि से जोनल हेड क्वार्टर में इस वर्ग में 550 कर्मचारी एवं 1 हजार 456 परिवारजनों, बिलासपुर डिवीजन में 10 हजार 769 कर्मचारी एवं 21 हजार 654 परिवारजनों, कंस्ट्रक्शन विभाग में 350 कर्मचारी एवं 642 परिवारजनों, रायपुर डिवीजन में 3 हजार 9 कर्मचारी एवं 9 हजार 843 परिवारजनों, रायपुर वर्कशॉप में 1 हजार 184 कर्मचारी व 1 हजार 240 परिवारजनों, नागपुर डिवीजन में 5 हजार 951 कर्मचारी, 12 हजार 89 परिवारजनों, मोतीबाग नागपुर वर्कशॉप में 180 कर्मचारी एवं 571 परिवारजनों, नागपुर कंस्ट्रक्शन विभाग में 140 कर्मचारी एवं 350 परिवारजनों कुल 22 हजार 132 कर्मचारी एवं 47 हजार 845 परिवार जनों के लिए टीकाकरण होगा।
एनएफआईआर एवं मजदूर कांग्रेस का मांग को मानते हुए टीकाकरण अभियान में सकारात्मक कदम उठाने के लिए रेल प्रशासन को आभार व्यक्त करता है।
रेलवे मजदूर कांग्रेस के बिलासपुर मंडल समन्वयक बी. कृष्ण कुमार, नागपुर मंडल समन्वयक पितांबर लक्ष्मी नारायण, रायपुर मंडल समन्वयक बी. विजय कुमार ने एनएफआईआर के महामंत्री राघवैया, बिलासपुर रेलवे मजदूर कांग्रेस के महामंत्री मूर्ति, बिलासपुर जोन के महाप्रबंधक गौतम बनर्जी एवं प्रधान मुख्य कार्मिक अधिकारी बिलासपुर सुखविंदर सिंह के प्रति आभार व्यक्त किया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 17 मई। बॉयोटेक्नोलॉजिस्ट डॉ . प्रियंका पचौरी मिश्रा ने बताया कि Mucormycosis फंगल संक्रमण का कारण बनता है, बीमारी जिसे वे आमतौर पर ब्लैक फंगस कहते हैं, वह अक्सर रक्त वाहिकाओं और उसके आस-पास बढऩे वाले हाइप की विशेषता होती है और संभावित रूप से जानलेवा हो सकती है।
यह मुख्य रूप से उन लोगों को प्रभावित करता है जिन्हें स्वास्थ्य समस्याएं हैं या वे दवाएं लेते हैं जो शरीर की कीटाणुओं और बिमारी से लडऩे की क्षमता को कम करती हैं। इस रोग के सबसे अधिक रोगी वे हैं जिन्हें कोविड 19 के लिए स्टेरॉयड और अन्य दवाओं के साथ इलाज किया गया है। ऐसे व्यक्तियों के साइनस या फेफड़े प्रभावित हो जाते हैं जब वे हवा से फंगल को बाहर निकालते हैं। कुछ राज्यों में डॉक्टरों ने कोविड 19 से अस्पताल में भर्ती या उबरने वाले लोगों में ब्लैक फंगस के मामलों में वृद्धि देखी है, जिसमें कुछ को तत्काल सर्जरी की आवश्यकता होती है। आमतौर पर, एक स्वस्थ प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों के लिए यह एक बड़ा खतरा पैदा नहीं करता है
संकेत और लक्षण- रूह्वष्शह्म्द्व4ष्शह्यद्बह्य अक्सर साइनस, मस्तिष्क या फेफड़ों को संक्रमित करता है। शरीर के अन्य क्षेत्रों जैसे जठरांत्र संबंधी मार्ग, त्वचा और अन्य अंग प्रणालियों को भी संक्रमित कर सकता है। कई महत्वपूर्ण संकेत हैं जो ब्लैक फंगस की ओर इशारा करते हैं। ऐसा ही एक संकेत रक्त वाहिकाओं में फंगल आक्रमण है, जिसके परिणामस्वरूप रक्त की आपूर्ति में कमी के कारण रक्त के थक्के और खून की कमी के कारण आसपास के ऊतकों की मृत्यु हो जाती है।
यदि रोग में मस्तिष्क शामिल है, तो लक्षणों में आंखों के पीछे एक-तरफा सिरदर्द, चेहरे का दर्द, बुखार, नाक बंद शामिल हो सकती है जो काले निर्वहन और तीव्र साइनस के साथ-साथ आंखों की सूजन के लिए प्रगति करती है। संक्रमण के शुरुआती चरणों में प्रभावित त्वचा अपेक्षाकृत सामान्य दिखाई दे सकती है। यह त्वचा जल्दी लाल हो जाती है और ऊतक की मृत्यु के कारण अंतत: काली होने से पहले सूज सकती है।
लक्षणों में सांस लेने में कठिनाई और लगातार खांसी शामिल हो सकती है। ऊतक मृत्यु के मामलों में, जी मिचलाना और उल्टी हो सकती है, पेट में दर्द हो सकता है। बलगम के लक्षण यह भी निर्भर करते हैं कि शरीर में फंगस कहाँ बढ़ रहा है।
जोखिम में कौन हैं-मधुमेह वाले लोग, जो लंबे समय तक स्टेरॉयड और ऑक्सीजन पर निर्भर हैं, और पहले से मौजूद कॉम्बिडिटी वाले कोविड रोगियों को सबसे अधिक खतरा है। दूसरों में उन पोस्ट कीमोथेरपी जैसे रोगियों को शामिल किया गया है, जो दीर्घकालिक प्रतिरक्षात्मक दवाओं पर हैं।
क्या होता है जब कोई इसके संपर्क में आता है
चेतावनी के संकेतों में बुखार, सिरदर्द, खांसी, सांस लेने में तकलीफ, खूनी उल्टी और बदली हुई मानसिक स्थिति के साथ आंखों या नाक के आसपास दर्द और लालिमा शामिल है। सलाहकार के अनुसार, ब्लैक फंगस के साथ संक्रमण होने पर संदेह होना चाहिए- साइनस - नाक की नाकाबंदी या भीड़, नाक का निर्वहन (काला / खूनी), गाल की हड्डी पर स्थानीय दर्द, एक तरफा चेहरे का दर्द, सुन्नता या सूजन, नाक / तालू के पुल के ऊपर कालापन मलिनकिरण, दांतों का ढीला होना, दर्द के साथ धुंधला दृश्य होना, घनास्त्रता, परिगलन, त्वचा का घाव, सीने में दर्द, फुफ्फुस बहाव, सांस के लक्षणों का बिगडऩा।
विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि किसी को अवरुद्ध नाक के सभी मामलों को जीवाणु साइनसाइटिस के मामलों में नहीं गिनना चाहिए। विशेष रूप से इम्युनोमोड्यूपरेशन और / या कोविड -19 रोगियों के संदर्भ में इम्युनोमोड्यूलेटर पर। फंगल संक्रमण का पता लगाने के लिए आक्रामक जांच करने में संकोच न करें, वे सलाह देते हैं।
इसे कोई कैसे रोक सकता है?
किसी को यह याद रखना चाहिए कि यह एक दुर्लभ बीमारी है। हालांकि, लोगों के कुछ समूह दूसरों की तुलना में अधिक कमजोर हैं। मरीजों का अनुमान है कि अनियंत्रित डायबिटीज मेलिटस, स्टेरॉयड द्वारा इम्युनोसुप्रेशन, लंबे समय तक आईसीयू रहना, और कॉमरेडिटीज - पोस्ट ट्रांसप्लांट / मैलिग्नेंसी है।
विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि यदि आप धूल भरे निर्माण स्थलों पर जा रहे हैं तो आप मास्क का उपयोग करें। मिट्टी (बागवानी), काई या खाद को संभालते हुए जूते, लंबी पतलून, लंबी बाजू की शर्ट और दस्ताने पहनें। व्यक्तिगत स्वच्छता बनाए रखें जिसमें अच्छी तरह से स्क्रब बाथ शामिल है
मेडिकल जांच- यह संदिग्ध संक्रमण के स्थान पर निर्भर करता है। आपके श्वसन तंत्र से तरल पदार्थ का एक नमूना प्रयोगशाला में परीक्षण के लिए एकत्र किया जा सकता है; अन्यथा ऊतक बायोप्सी या आपके फेफड़ों, साइनस आदि का सीटी स्कैन किया जा सकता है।
इलाज- रूह्वष्शह्म्द्व4ष्शह्यद्बह्य को प्रिस्क्रिप्शन एंटिफंगल दवा के साथ इलाज करने की आवश्यकता होती है। कुछ मामलों में, इसे सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है; यह ऊपरी जबड़े का अंतत: नुकसान हो सकता है और कभी-कभी एक आंख भी हो सकती है।
सुझाव-कोरोना डिस्चार्ज और मधुमेह रोगियों के बाद हमेशा शुगर टेस्ट के स्तर की निगरानी करें,
ऑक्सीजन थेरेपी के दौरान ऑक्सीजन सिलेंडर में प्रयुक्त पानी के लिए स्वच्छ, आसुत जल का उपयोग करें, एंटीबायोटिक दवाओं / एंटिफंगल का उपयोग विवेकपूर्ण तरीके से करें, नियमित रूप से मास्क का प्रयोग करें
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 17 मई। जिला चिकित्सालय में डायलिसिस सेंटर के शुरू होने के 13 महीने बाद हेपेटाइटिस सी पॉजिटिव की मशीन लगाई गई है। इससे अब जिले के हेपेटाइटिस पॉजिटिव केस वालों की डायलिसिस भी होगी, उन्हें रायपुर समेत अन्य शहरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। जिला अस्पताल के डायलिसिस सेंटर में अब कुल 4 मशीनें हैं। इसमें से 3 पहले से ही लग गई थी, जिससे सिर्फ हेपेटाइटिस निगेटिव वालों की डायलिसिस की जाती थी। इसके चलते पॉजिटिव वालों को इसकी सुविधा नहीं मिल पा रही थी हाल ही में नई मशीन स्थापित की गई है। जिससे हेपेटाइटिस पॉजिटिव मरीजों की डायलिसिस की जा सकेगी।
जिला अस्पताल में यह मशीन गत 7 मई को लगाई गई। इस मशीन का लाभ अब तक जिले के 10 लोगों ने लिया है। हालांकि अधिकारी का कहना है कि जिले में डायलिसिस कराने वालों की संख्या बहुत हैं। ऐसे में एक पॉजिटिव व 3 निगेटिव मशीनें कम ही हैं। वहीं मिली जानकारी के अनुसार डीएमएफ की मदद से एक और मशीन जिला अस्पताल को दी जानी थी, लेकिन अब तक यह नहीं मिल पाई है। इसके पीछे का कारण कोरोना संक्रमण को बताया जा रहा है।
जिला डायलिसिस सेंटर के कॉर्डिनेटर अजय कुमार सिंह बताते हैं कि अब तक जिला अस्पताल में सिर्फ निगेटिव वालों की डायलिसिस होती थी। इसके लिए 3 मशीनें थी। मई 7 तारीख को हेपेटाइटिस सी की पॉजिटिव मशीन लगाई गई है, जिससे इस श्रेणी के लोगों को लाभ मिलेगा। उन्होंने बताया कि इस मशीन के माध्यम से मरीजों के ब्लड को निकाला जाता है जिससे सारी खराबी व वेस्टेज को बाहर किया जाता है। इसके बाद वापस से अच्छे रक्त को मरीज के शरीर में डाला जाता है। इस प्रोसेस में लगभग 4 घंटे का समय लगता है। जिला अस्पताल में गत 2020 मार्च से डायलिसिस सेंटर की शुरुआत हुई। इस सेंटर से अब तक 2170 लोगों की डायलिसिस की गई। इसमें 2160 निगेटिव डायलिसिस वालों की संख्या है। बता दें कि एक मरीज का डायलिसिस होने में 4 घंटे का समय लगता है। वर्तमान में रोजाना 8 मरीजों की डायलिसिस की जा रही है। यह कोरोना काल में भी निरंतर जारी है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 17 मई। सविप्रा उपाध्यक्ष व भरतपुर-सोनहत विधायक गुलाब कमरो ने रविवार को अपने विधानसभा क्षेत्र के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र केल्हारी तथा बिहारपुर सहित तेंदूपत्तेाा संग्रहण केंद्र व ओला प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण कर स्थिति का जायजा लिया।
विधायक ने ओलावृष्टि व तूफान से हुए नुकसान का आंकलन कर संबंधित विभाग को जल्द से जल्द मुआवजा तैयार कर क्षतिपूर्ति देने के निर्देश दिए। विधायक ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र केल्हारी एवं बिहारपुर में पहुंच कर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ चिकित्सक एवं स्वास्थ्य अमंके साथ बैठक लेकर मरीजों के इलाज व स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी लेकर दवाईयों की उपलब्धता, टीकाकरण, कोरोना जांच सहित स्वास्थ्य सुविधाओं में होने वाली कमियों से अवगत हुए तथा स्वास्थ्य अमले को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
विधायक गुलाब कमरो ने कछौड़ समिति अंतर्गत बिरौरीडांड़ व पहाड़हसवाही के तेंदूपत्ता संग्रहण केंद्र फड़ का निरीक्षण किया तथा फड़ पर मौजूद मुंशी व तेंदूपत्ता संग्राहकों से वस्तु स्थिति की जानकारी लेकर कोरोना संक्रमण से बचाव, बीमारी न छिपाकर जल्द जांच करा उपचार कराने, अफवाहों से दूर रहकर टीकारण कराने की बात कही। उन्होंने कहा कि सामाजिक दूरी बनाकर तेंदूपत्ता संग्रहण का कार्य करें तथा बिना किसी भ्रम व अफवाह के अधिक से अधिक संख्या में टीकाकरण कराएं जिससे कोरोना महामारी को समाप्त किया जा सके। विधायक कमरो ने ग्रामीणों सहित तेंदूपत्ता संग्रहण कर्ताओं से कोरोना गाइडलाइन का कड़ाई से पालन करने की बात कही।
विधायक ने ओला प्रभावित क्षेत्रों का किया दौरा
सविप्रा उपाध्यक्ष विधायक गुलाब कमरो ने अपने विधानसभा क्षेत्र के ग्राम पंचायत घुटरा में ओलावृष्टि से हुई क्षति का निरीक्षण कर ग्राम सलवा, अगरियाबहरा व पीपरटोला में ओलावृष्टि, आंधी-तूफान से किसानों, ग्रामीणों के घरों के छप्पर, सीट, धान, उड़द, मक्का सहित सब्जी की क्षति का जायजा लेकर संबंधित विभाग को नुकसान का आंकलन कर जल्द से जल्द मुआवजा बनाकर क्षतिपूर्ति देने का निर्देश दिया।
कोविड केयर सेंटर में लिया स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा
कोविड मरीजों के स्वास्थ्य की चिंता करते हुए स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर विधायक कमरो कोविड केयर सेंटरों का लगातार निरीक्षण कर कोविड मरीजों की स्थिति पर अपनी नजर बनाए हुए हैं। रविवार की शाम वे कोविड केयर सेंटर सेंट्रल हॉस्पिटल आमाखेरवा मनेंद्रगढ़ पहुंचे जहां उन्होंने सीएमओ डॉ. नम्रता सिंह के साथ केंद्रीय चिकित्सालय स्थित कोविड केयर हास्पिटल में तैनात डॉक्टरों से आवश्यक चर्चा कर ऑक्सीजन पाईप लाईन सहित मरीजों के उपचार व सुविधाओं का जायजा लेकर कोविड मरीजों की स्थिति के संबंध में जानकारी ली और आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोविड मरीजों के उपचार में किसी भी तरह की लापरवाही सामने नहीं आनी चाहिए। सभी मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराया जाना चाहिए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 17 मई। जिले के 7 सरकारी अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में प्रवेश की तैयारियां पूरी हो गई है। पोर्टल 15 मई से खुल गया है, लेकिन लॉकडाउन के कारण पालकों ने आवेदन नहीं किया है। आज से नियम व शर्तों के साथ जिले में दुकानें खुल रही हैं उसमें च्वाईस सेंटर भी शामिल है। सभी दुकानें शासन के निर्धारित समय पर खुलेंगे। अब च्वाइस सेंटर खुलने से कहा जा रहा है कि पालकों को बड़ी राहत मिलेगी। पालक अपने बच्चों का सरकारी अंग्रेजी माध्यम व आरटीई के तहत ऑनलाइन आवेदन करने का इंतजार कर रहे हैं।
पूर्व में 15 को पोर्टल शुरू होने का आदेश लोक शिक्षण संस्थान ने दे दिया था। पोर्टल खुलने के बाद से 25 दिनों के भीतर पालकों को सरकारी अंग्रेजी माध्यम स्कूल में ऑनलाइन आवेदन करने के लिए मौका मिलेगा। निर्धारित समय पर पालक अपने बच्चों का फार्म भरेंगे। स्वामी आत्मानंद सरकारी अंग्रेजी माध्यम संचालित नयापारा स्कूल की प्राचार्य अमी रूस ने बताया कि पोर्टल 14 मई खुल गया है। अब पालक बच्चों के प्रवेश के लिए ऑनलाइन पोर्टल में आवेदन कर सकते हैं। प्रक्रिया शुरू हो गई है। जिला मुख्यालय के स्कूल सहित पिथौरा, बसना, सरायपाली व बागबाहरा क्षेत्र में इस वर्ष संचालित हो रहे नए स्कूल में पालक आवेदन कर सकेंगे। लोक शिक्षण द्वारा जारी आदेश के तहत अंग्रेजी माध्यम में दाखिला लेने के लिए आवेदन प्रक्रिया करीब 25 दिन चलेगी। 15 मई से आवेदन शुरू हो गया है और 10 जून तक ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया चलेगी। वहीं तय सींटों से अधिक आवेदन की स्थिति पर 11 से 14 जून के मध्य लॉटरी सिस्टम से सीट आबंटित की जाएगी। जिन विद्यार्थियों को दाखिला मिलेगा, उन्हें 15 से 20 जून के मध्य प्रवेश कराया जाएगा।
रायपुर, 17 मई। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर में स्नातकोत्तर पाठ्क्रमों एमएससी कृषि, उद्यानिकी, वानिकी एवं एमटेक कृषि अभियांत्रिकी में प्रवेश के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा (सीईटी) का आयोजन आगामी जून माह में किया जाना प्रस्तावित है। इस परीक्षा की तारीख अभी निर्धारित नहीं की गयी है, यह निर्णय कोविड-19 महामारी की तत्कालीन परिस्थितियों को देखते हुए लिया जायेगा। इसी प्रकार इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर में पीएचडी पाठ्यक्रम में प्रवेश एनटीए (नेशनल टेस्टिंग एजेन्सी) नई दिल्ली द्वारा प्रतिवर्ष आयोजित की जाने वाली परीक्षा (आईसीएआर-एआईसीई-जेआर.एफ/ एसआरएफ) के माध्यम से दिया जायेगा। छत्तीसगढ़ राज्य हेतु एनटीए की मेरिट लिस्ट बनाई जायेगी एवं मेरिट की रैंकिंग के आधार पर ही प्रवेश दिया जायेगा। यह परीक्षा जून 2021 में आयोजित किये जाने की संभावना है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 17 मई। छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण की स्थिति में तेजी से सुधार हो रहा है। राज्य में संक्रमण-दर में तेज गिरवाट दर्ज की जा रही है। 16 मई को यह आंकड़ा 9 प्रतिशत दर्ज किया गया, जबकि अप्रैल माह में संक्रमण की दर 30 प्रतिशत तक जा पहुंची थी। इसी तरह दैनिक औसत टेस्टिंग जनवरी माह के 22 हजार 761 की तुलना में मई माह में 64 हजार 338 हो चुकी है। प्रदेश में टीकाकरण का काम भी तेज गति से जारी है। 16 मई तक राज्य में कुल 65 लाख 38 हजार लोगों लोगों को वैक्सीन के डोजेस दिए जा चुके थे।
सीएम भूपेश बघेल ने कहा है कि अपनी ठोस रणनीति से छत्तीसगढ़ ने न केवल कोरोना की दूसरी लहर पर शीघ्रता से काबू पा लिया है, बल्कि तीसरी लहर की आशंका को समाप्त करने व्यापक स्तर पर तैयारी कर रही है। यदि तीसरी लहर आती भी है तो उससे और भी कुशलता के साथ निपटा जा सकेगा। उन्होंने कहा है कि इस समय हमारा पूरा जोर ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण को रोकने तथा वहां टेस्टिंग, ट्रेसिंग और उपचार की सुविधाओं के विस्तार पर है।
सीएम भूपेश बघेल द्वारा की जा रही सतत् मॉनिटंरिग और निर्देशन से अब 39 लैबों में ट्रूनाट और 15 में आरटीपीसीआर टेस्ट की सुविधा मुहैया करायी जा ही है। इसके साथ ही आरटीपीसीआर टेस्ट के लिए बलौदाबाजार, दुर्ग, दंतेवाड़ा, जांजगीर-चांपा, जशपुर और कोरबा में 6 नये शासकीय लैब और तैयार हो रहे है। एंटिजन टेस्ट राज्य के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों स्तर तक उपलब्ध है जबकि प्रत्येक जिले में अतिरिक्त मशीन प्रदाय कर लैब की जांच क्षमता भी बढ़ाई जा रही है।
कोरोना संक्रमण के लिए राज्य में किए जा रहे प्रयासों से संक्रमण दर में तेज गिरावट आयी है, अप्रैल में जो संक्रमण दर 30 प्रतिशत के करीब थी वह उतरकर अब 9 प्रतिशत हो गई है। पिछले साल जहां कोविड संक्रमित मरीज पर औसत 4 से 5 कॉंटेक्ट्स को ही टे्रक किया जा रहा था वहीं अब हर कोविड मरीज के 7 संपर्कों की तलाश और उनकी जांच सुनिश्चित की जा रही है जिससे संक्रमण को रोकने में काफी मदद मिली है।
प्रदेश में वर्तमान में 1019 कॉटेन्मेंट क्षेत्र घोषित किए गए हैं जहां घर-घर जाकर टेस्टिंग की जा रही है। राज्य में 6 मेडिकल कॉलेज और एम्स रायपुर सहित 37 डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल तथा कुल 154 कोविड केयर सेण्टर बनाए गए हैं इसके साथ ही राज्य के प्रत्येक जिले में डेडिकेटेड कोविड अस्पताल भी बनाए गए है। शासकीय डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल में 5294 बेड तथा कोविड केयर सेण्टर में 16405 बेड की सुविधा उपलब्ध करायी गई है। निजी कोविड अस्पतालों में 9 हजार 596 बेड उपलब्ध कराए गए है। इसके साथ ही कुल 1151 वेटिंलेटर उपलब्ध कराए गए है जिसमें 526 शासकीय और 625 निजी अस्पतालों में है।
ऑक्सीजेनेटेड बेड की संख्या बढ़ाये के लिए राज्य में 18 नए ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट्स स्थापित किये गए हैं इसके अतिरिक्त 6 प्लांट्स प्रक्रियाधीन हैं इनमे से 3 प्लांट अगले एक सप्ताह में स्थापित हो जायेंगे। रायपुर मेडिकल कॉलेज में एक विशेष टेलीकंसल्टेशन हब स्थापित किया गया है जिसके माध्यम से मई 2020 से कॉलेज के विषय विशेषज्ञों द्वारा प्रत्येक दिन सभी शासकीय डेडिकेटेड कोविड अस्पतालों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से संपर्क स्थापित कर उन्हें टेलीकंसल्टेशन प्रदान किया जा रहा है। आवश्यकता पडऩे पर टेली राउंड भी लिए जाते हैं।
छत्तीसगढ़ में अब तक 7.97 लाख से अधिक लोगों ने कोरोना को दी मात
वर्तमान में सामान्य मरीजों की सुविधा के लिए डॉ. भीमराव अंबेडकर स्मृति चिकित्सालय रायपुर में वर्चुअल ओ.पी.डी. की सुविधा भी प्रारंभ की गई है। यह सुविधा प्रतिदिन सुबह 10:30 बजे से 11:30 बजे तक उपलब्ध है। इस दौरान मेडिसिन विभाग, पल्मोनरी मेडिसिन विभाग एवं मनोरोग विभाग के विशेषज्ञों द्वारा चिकित्सकीय परामर्श दिया जाएगा। भविष्य में मरीजों की संख्या बढऩे पर अन्य विभागों के चिकित्सक भी उपलब्ध रहेंगे। लिंक के माध्यम से वर्चुअल ओ.पी.डी. ज्वाइन की जा सकती है। छत्तीसगढ़ में अब तक 7.97 लाख से अधिक लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं जिसमें से 1.40 लाख अस्पताल से डिस्चार्ज हुए तथा 6.57 लाख मरीजों ने होम आइसोलेशन की अवधि पूरी की है। होम आइसोलेटेड मरीजों की निगरानी के लिए प्रत्येक जिले में कण्ट्रोल रूम की स्थापना भी की गई है।
18-44 वर्ष के आयु वर्ग के 4.77 लाख लोगों का टीकाकरण
बीते 11 मई को भारत सरकार की वीडियो कांफ्रेंसिंग के अनुसार 45 वर्ष से अधिक आयु समूह को कोविड-19 वैक्सीन की प्रथम डोज देने में छत्तीसगढ़ राज्य का स्थान पूरे देश में छठा है। पूरे देश में सिर्फ लद्दाख, सिक्किम, त्रिपुरा, लक्षद्वीप और हिमाचल प्रदेशही छत्तीसगढ़ से आगे हैं। यदि हेल्थ केयर वर्कर्स की प्रथम डोज की कवरेज की बात करें तो छत्तीसगढ़ (99 प्रतिशत) के साथ देश में तीसरे नंबर पर है।
प्रदेश में 2 अप्रैल 2021 को सर्वाधिक 3.26 लाख व्यक्तियों का तथा 3 अप्रैल को 2.92 लाख व्यक्तियों का टीकाकरण किया गया। 16 मई तक राज्य में कुल 65.38 लाख हितग्राहियों को वैक्सीन डोजेज दी गई हैं। जिसमें 18-44 वर्ष के आयु वर्ग वाले कुल 4,77,044 हितग्राहियों का टीकाकरण किया गया। 16 मई 2021 के टीकाकरण के पश्चात् केंद्र सरकार के चैनल में से 6,48,810 डोज तथा राज्य सरकार के चैनल में से 3,36,754 शेष हैं।
सार्वजनिक स्थल पर मास्क नहीं लगाने वाले लोगों से 3.44 करोड़ रूपए की वसूली
कोविड-19 महामारी की रोकथाम के लिए सार्वजनिक स्थलों में मास्क न पहनने की स्थिति में राज्य सरकार द्वारा 500 रुपये जुर्माने का प्रावधान किया गया है। 25 फरवरी 2021 से 10 मई 2021 तक सभी जिलों के 2.22 लाख लोगों से 3 करोड़ 44 लाख रुपये की वसूली की गई।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 17 मई। प्रदेश में 18 प्लस वाले साढ़े 16 हजार से अधिक लोगों को वैक्सीन लगा है। इनमें सबसे ज्यादा रायपुर जिले के 3 हजार लोग शामिल हैं।
सभी जिलों में 18 से 44 साल के लोगों का वैक्सीनेशन चल रहा है। सोमवार को 16597 लोगों को वैक्सीन लगा है। इनमें अंत्योदय के 1090, बीपीएल के 7336, एपीएल के 5889, और 2282 फ्रंटलाइन वर्करों को वैक्सीन लगा है।
बताया गया कि बिलासपुर जिले में कुल 2847 लोगों को वैक्सीन लगा है। सिर्फ रायगढ़ जिले में वैक्सीन नहीं लग पाया है। इसको लेकर कोई सूचना नहीं है। जबकि सरगुजा में 684, सूरजपुर में 436, सुकमा में 10, राजनांदगांव में 358, रायपुर में 3002 लोगों का वैक्सीनेशन हुआ है।
विस कर्मचारियों को भी लगा वैक्सीन
विधानसभा सचिवालय में आज 18 से 44 वर्ष के आयु वर्ग के लिए कोविड-19 वैक्सीनेशन के लिए विशेष शिविर का आयोजन किया गया। इस विशेष शिविर में विधान सभा सचिवालय के 18 से 44 वर्ष के बीच के अधिकारियों एवं कर्मचारियों तथा उनके परिजनों को कोविशिल्ड वैक्सीन की पहली डोज लगाई गई।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत की विशेष पहल एवं निर्देश पर विधानसभा सचिवालय में वैक्सीनेशन का यह विशेष शिविर आयोजित किया गया। विधानसभा के प्रमुख सचिव चंद्रशेखर गंगराड़े ने स्वयं संपूर्ण व्यवस्था में व्यक्तिगत रूप से रूचि ली। इसके पूर्व भी 45 वर्ष से अधिक आयु सीमा वर्ग के लिए भी कोरोना वैक्सीनेशन का शिविर विधानसभा सचिवालय में आयोजित किया गया था।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 17 मई। छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण और रोकथाम के लिए 13 लाख 78 हजार 045 संदिग्ध मरीजों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा दवाईयों की किट वितरित की गई है। विभाग द्वारा कोरोना संक्रमण के लक्षण वाले व्यक्तियों के त्वरित इलाज और उन्हें गंभीर स्थिति में पहुंचने से बचाने के लिए मितानिनों एवं सर्विलेंस टीमों द्वारा दवाईयों की किट उपलब्ध कराई जा रही है। इस किट में आइवरमेक्टिन, डॉक्सीसाइक्लिन, पैरासिटामॉल, विटामिन-सी और जिंक की टैबलेट शामिल हैं। कोविड-19 के संदिग्ध मरीजों को दवा किट उपलब्ध कराने के अच्छे परिणाम आए हैं। इससे पूरे प्रदेश में संक्रमण की रफ्तार को रोकने में मदद मिली है।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रदेश में अब तक (15 मई तक) कोरोना के लक्षण वाले पांच लाख 82 हजार 993 लोगों को दवा किट उपलब्ध कराई गई है। जांच केंद्रों और अस्पतालों में कोरोना जांच के लिए पहुंच रहे इसके लक्षण वाले पांच लाख 80 हजार 547 लोगों को भी दवा किट मुहैया कराया गया है। मितानिनों और सर्विलेंस टीमों द्वारा विभिन्न क्षेत्रों व कन्टेनमेंट जोनों में एक्टिव सर्विलेंस के दौरान मिले दो लाख 14 हजार 505 व्यक्तियों को भी कोरोना के इलाज और बचाव के लिए दवाईयां दी गई हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 17 मई। छत्तीसगढ़ की राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने रविवार को आदिवासी सेवा मंडल भोपाल द्वारा कोरोना से बचाव एवं उपचार के संबंध में आयोजित वर्चुअल कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए कहा कि आदिवासी समाज स्वाभिमानी होता है। वह स्वयं से बढक़र किसी चीज की मांग नहीं करता, लेकिन यह समय है कि समाज के पढ़े-लिखे और सक्षम लोग सामने आकर अपना योगदान दें, उनकी मदद करें। उनकी मदद करने का यही सही समय है। राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने कहा कि कोरोना ने जैसी परिस्थिति उत्पन्न की है वैसा किसी ने कल्पना भी नहीं किया था। केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार कोरोना से लडऩे के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। कई तरह की योजनाएं, पैकेज, टीकाकरण आदि का काम तेजी से किया जा रहा है, लेकिन वनांचल क्षेत्र में रहने वाले आदिवासी समाज के लोग जिनके पास टीवी, रेडियो या समाचार पत्र के साधन नहीं है, उन तक शासन की योजनाओं की जानकारी नही पहुंच पातीहै। ऐसे में समाज के शिक्षित और सक्षम वर्ग की जिम्मेदारी बढ़ जाती है कि उन्हें जागरूक करें। आखिरी व्यक्ति तक शासन की योजनाएं पहुंचाने में मदद करें।
उन्होंने कहा कि प्रकृति प्रेमी आदिवासी समाज के लोग सीधे-साधे होते हैं। आदिवासी भाइयों को एकजुट होकर जागरूक करने का यही अवसर है। शिक्षित होने के कारण आपका दायित्व और बढ़ जाता है कि रोजगार, इलाज इन तक पहुंचाएं। सबसे बड़ी बात इनके मन से कोरोना का डर निकालना जरूरी है। आदिवासी समाज बहुत मजबूत होता है इनकी इम्यूनिटी बहुत अधिक होती है, वे वन्य औषधियों का प्रयोग कर अपने इम्यूनिटी कैसे बढ़ा सकते हैं, इन्हें क्या खाना चाहिए हमें यह बताना है। ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोरोना का संक्रमण बढ़ रहा है इसका बड़ा कारण लापरवाही है। लक्षण दिखने पर भी ग्रामीण सामान्य बुखार और खांसी सर्दी की बात कहकर जांच नहीं करा रहे हैं। हमें अपने आदिवासी समाज के भाइयों को जागरूक करना है कि एक-दो दिन में ही लक्षण दिखने पर कोरोना की जांच कराएं क्योंकि यह वायरस दो-तीन दिन में ही फेफड़ों को प्रभावित कर देता है।
जांच में देरी होने से हमें नुकसान हो सकता है।
राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने कहा कि समाज के प्रमुख लोग वैक्सीन लगाकर वीडियो और फोटो वायरल करें इससे भी वैक्सीनेशन के लिए ग्रामीण जागरूक होंगे। कोरोना से निजात पाने वैक्सीन लगाना बहुत जरूरी है। कार्यक्रम में आदिवासी समाज केपदाधिकारी उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 17 मई। प्रगति पैनल के अध्यक्ष अमर गिदवानी ने कारोबारियों से अपील की है कि जिला प्रशासन ने नियमों को ध्यान में रखकर दूकानें खोलने की अनुमति दी है, इसका पालन करें, और कोरोना की गाइडलाइन के नियमों के अनुसार अपने साथ-साथ कर्मचारियों, और खरीददारों को सुरक्षित रखकर व्यापार करें।
गिदवानी ने अपने बयान में कहा कि सभी पैनल का काम चुनाव तक होता है चुनाव होने के पश्चात जो भी पैनल जीतकर आता है वह व्यापारी हित में काम करता है। चेम्बर का काम व्यापारियों का समस्याओं का समाधान करना है। परंतु कुछ दिनों से यह चुनाव खत्म होने के बाद कुछ व्यापारी नेता अपनी हार को पचा नहीं पा रहे हैं, और मौजूदा अध्यक्ष पर आरोप लगा रहे हैं।
उन्होंने नसीहत दी कि अगर हम लोग आपस में इसी तरह लड़ेंगे तो प्रशासन से एकता नजर नहीं आएगी। सरकार ने हमसे नियमों से खोलने की अनुमति दी है उसका पालन करें, और भाईचारा बनाए रखें।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 17 मई। नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने आरंग में छत्तीसगढ़ राज्य भण्डार गृह निगम द्वारा लगभग 6 करोड़ 73 लाख रूपए की लागत से 10 हजार 800 मेट्रिक टन क्षमता के बनने वाले गोदाम का वर्चुअल भूमिपूजन किया।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य भण्डार गृह निगम के अध्यक्ष अरूण वोरा, नगर पालिका परिषद आरंग के अध्यक्ष चंद्रशेखर चंद्राकर और कोमल सिंह साहू वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से कार्यक्रम में जुड़े। मंत्री डॉ. डहरिया ने कहा कि इस गोदाम को अप्रैल 2022 तक पूर्ण करने का लक्ष्य है, जिसमें आगामी सीजन का उपार्जित चावल भण्डारण किया जा सकेगा। इस योजना के पूर्ण होने के उपरांत लगभग 200 से 300 स्थानीय हम्मालों को रोजगार उपलब्ध हो सकेगा। साथ ही क्षेत्र में भण्डारण सुविधा का विस्तार होगा।
डॉ. डहरिया ने इस अवसर पर कहा कि आरंग कृषि प्रधान क्षेत्र है। कृषकों द्वारा उत्पादित धान की छत्तीसगढ़ शासन द्वारा समर्थन मूल्य पर खरीदी की जाती है। उपार्जित चावल के भण्डारण हेतु आरंग में पर्याप्त भण्डारण सुविधा नहीं होने के कारण दूरस्थ वेयरहाउसों तक परिवहन कराया जाता था। शासन को परिवहन व्यय अतिरिक्त देना होता था। गोदाम के बनने से चावल के भण्डारण की सुविधा आरंग में ही उपलब्ध हो सकेगी। आरंग में वर्तमान वेयरहाउस की क्षमता 1800 मेट्रिक टन है। छत्तीसगढ़ स्टेट सिविल सप्लाईज कार्पोरेशन द्वारा अतिरिक्त 10 हजार 800 मेट्रिक टन क्षमता की आवश्यकता एवं 8 वर्ष की व्यवसायिक गारंटी दी गई है। संचालक मंडल की 44वीं बैठक से स्वीकृति प्राप्त कर गोदाम निर्माण कार्य कराया जा रहा है। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा गोदाम निर्माण हेतु भूमि उपलब्ध कराई गई है एवं नाबार्ड के वेयरहासिंग इंफ्रास्ट्रक्चर फंड से वित्तीय सहायता ऋण प्राप्त की गई है।
उल्लेखनीय है कि शाखा आरंग में 10 हजार 800 मेट्रिक टन क्षमता गोदाम निर्माण कार्य के अंतर्गत 1800 मेट्रिक टन क्षमता के 6 गोदाम वैज्ञानिक भण्डारण के अनुरूप बनाए जाएंगे। परिसर में वाहनों के आवागमन हेतु कांक्रीट रोड़ बनाई जाएगी तथा परिसर में हम्मालों की सुविधा हेतु हम्माल विश्रामालय, सार्वजनकि शौचालय, धर्मकांटा स्थापना आदि के कार्य किए जाएंगे। परिसर की सुरक्षा के लिए बाउण्ड्रीवाल, कार्यालय भवन, चौकीदार क्वार्टर, स्टाफ क्वार्टर, विद्युतीकरण आदि कार्य साथ-साथ किए जाएंगे।
छत्तीसगढ़ स्टेट वेयरहाउसिंग कार्पोरेशन द्वारा अपने गठन पश्चात निरंतर प्रगति करते हुए स्वयं की भण्डारण क्षमता में अशातीत वृद्धि की है। वर्तमान में छत्तीसगढ़ स्टेट वेयरहाउसिंग कार्पोरेशन की 16 लाख 15 हजार 21 मेट्रिक टन स्वनिर्मित क्षमता के अतिरिक्त जमाकर्ता की विशेष मांग पर 3 लाख 54 हजार 832 मेट्रिक टन किराये की क्षमता लेकर कुल 19 लाख 69 हजार 853 मेट्रिक टन भण्डारण क्षमता सम्पूर्ण प्रदेश में उपलब्ध कराकर वैज्ञानिक भण्डारण किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ स्टेट वेयरहाउसिंग कार्पोरेशन के प्रदेश में कुल 135 शाखा संचालित है। जो शासन के सर्वभौम सार्वजनिक वितरण प्रणाली के महत्वपूर्ण केन्द्र है।