छत्तीसगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 15 मई। जिला प्रशासन द्वारा कोविड मरीजों में ब्लैक फंगस की बीमारी को लेकर सावधानी बरतने की अपील की गई है। कलेक्टर द्वारा होम आईसोलशन में रहकर आक्सीजन सिंलेडर, वेनटिलेटर का उपयोग करने वाले मरीजों को इसका ध्यान रखते हुए किसी भी प्रकार की समस्या होने पर नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में तत्काल संपर्क करने की अपील की गई है। प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों में इसके इलाज की व्यवस्था की गई है।
प्रदेश के कुछ जिलों में यह बीमारी देखी जा रही है जो काफी लम्बे समय से ऑक्सीजन सिंलेडर उपयोग करते हैं। जिले के कोविड केयर सेंटर और होम आईसोलेशन में रहने वाले ऐसे कोरोना संक्रमित मरीज जिनके द्वारा आक्सीजन सिंलेडर, वेन्टिलेटर का उपयोग किया जा रहा है उनके लिए पानी की मात्रा का नियमित निगरानी करते हुए प्रतिदिन पानी बदलना आवश्यक है।
स्वास्थ्य विभाग ने पीड़ित मरीजों के उपचार हेतु राज्य के तकनीकी समिति के विशेषज्ञों द्वारा अनुशंसित स्टैन्डर्ड ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल राज्य के सभी चिकित्सा महाविद्यालयों को जारी किया है।
ब्लैक फंगस (म्युकरमाइकोसिस) एक फंगल संक्रमण है। यह उन लोगों को ज्यादा प्रभावित करता है जो दूसरी स्वास्थ्य समस्याओं से ग्रसित है और दवाईयां ले रहे हैं। इससे उनकी प्रतिरोधात्मक क्षमता प्रभावित होती है। यदि व्यक्ति के शरीर में यह फंगस सूक्ष्म रूप में शरीर के अन्दर चला जाता है तो उसके साइनस या फेफड़े प्रभावित होंगे जिससे गम्भीर बीमारी हो सकती है। यदि इस बीमारी का इलाज समय पर नहीं किया गया तो यह घातक हो सकती है।
यह बीमारी कोविड-19 मरीजों में जो डायबीटिक मरीज हैं या अनियंत्रित डायबीटिज वाले व्यक्ति को, स्टेरोईड दवाईयां ले रहे व्यक्ति को या आई.सी.यू. में अधिक समय तक भर्ती रहने से यह बीमारी हो सकती है।
बीमारी के लक्षणों में आंख, नाक में दर्द और आंख के चारों ओर लालिमा, नाक का बंद होना, नाक से काला या तरल द्रव्य निकलना, जबड़े की हड्डी में दर्द होना, चेहरे में एक तरफ सूजन होना, नाक/तालु काले रंग का होना, दांत में दर्द, दांतों का ढ़िला होना, धुंधला दिखाई देना, शरीर में दर्द होना, त्वचा में चकते आना, छाती में दर्द, बुखार आना, सांस की तकलीफ होना, खून की उल्टी, मानसिक स्थिति में परिवर्तन आना है।
धूल भरे स्थानों में मास्क पहनकर, शरीर को पूरे वस्त्रों से ढंक कर, बागवानी करते समय हाथों में दस्ताने पहन कर और व्यक्तिगत साफ-सफाई रख कर ब्लैक फंगस से बचा जा सकता है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुसमी, 15 मई। बलरामपुर जिला के कुसमी थाना क्षेत्र अंतर्गत शुक्रवार सुबह युवक की टांगी से गला काटकर हत्या करने के आरोपी चचेरे भाई को कुसमी पुलिस ने जंगल में घेराबंदी कर पकड़ा। जिसके बाद शनिवार को न्यायालय पेश करने के बाद उसे न्यायिक रिमांड पर जेल दाखिल कर दिया गया।
ज्ञात हो कि कुसमी थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत देवसराकला गांव में शुक्रवार को सुबह करीब सात बजे गांव के भीमराम को गांव के ही चचेरे भाई सागर राम ने टांगी से गले पर वार कर लुकचना नाला के पास के खेत में हत्या की थी। टांगी के हमले से भीमराम का सिर शरीर के हिस्से से अलग हो गया था। इस घटना की जानकारी कुसमी पुलिस तथा क्षेत्र में सनसनी की तरह फैल गई।
पुलिस ने बताया कि घटनास्थल पहुंचने पर आसपास के लोगों से जानकारी मिली कि भीमराम नागर लेकर खेत जोतने जा रहा था तभी मृतक का चचेरा भाई सागर राम नजदीक आया और अपने पास रखें टांगी से मृतक के गर्दन में 3 से 4 बार ताबड़तोड़ धारदार टांगी से मारकर हत्या कर दी तथा जंगल की ओर भाग गया था। जानकारी मिलने पर मौके में ही पंचनामा कार्यवाही कर आरोपी की पतासाजी की गई।
जंगल में छुपे आरोपी
को घेरा बंदी कर पकड़ा
सूचना पर घटनास्थल पहुंचे पुलिस अनुविभागीय अधिकारी कुसमी मनोज तिर्की व थाना प्रभारी कुसमी प्रकाश राठौर ने इस मामले को गंभीरता से लिया और तुरंत बाद फरार आरोपी की तलाश हेतु पुलिस ने दो सदस्यों की टीम गठित किया। कुसमी थाना प्रभारी प्रकाश राठौर के अनुसार आरोपी के चुरैल डोडा जंगल में छिपे होने की सूचना मिली। जिसके बाद आरोपी को घेराबंदी कर घटना दिनांक को ही पकडऩे में कुसमी पुलिस की टीम ने सफलता हासिल की।
इस संपूर्ण कार्यवाही में थाना प्रभारी प्रकाश राठोर, उप निरीक्षक कोमल तिग्गा, सहायक उपनिरीक्षक अर्जुन यादव, आरक्षक अनुज गुप्ता सहित अन्य सक्रिय रहे।
आरोपी की पत्नी पर बुरी नीयत बना मौत का कारण
आरोपी सागर राम ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि मृतक भीमराम उसकी पत्नी पर बुरी नीयत व नजर रखता था। जिससे उसकी गांव में बदनामी हो रही थी।
पत्नी को बदनाम करने के गुस्से पर मौका देखकर आरोपी ने अपने भाई की हत्या कर दी। आरोपी ने मेमोरण्डम कथन में हत्या करना स्वीकार किया। कथन लेकर पुलिस ने घटना में प्रयुक्त हथियार टांगी को चुरैल डोडा जंगल से गवाहों के समक्ष जब्त किया गया। इस मामले में पुलिस ने शुक्रवार को अपराध पंजीबद्ध कर धारा 302 के तहत आरोपी को गिरफ्तार कर जिला न्यायालय में पेश किया गया। न्यायालय द्वारा शनिवार को न्यायायिक रिमांड पर आरोपी सागर राम को जेल दाखिल कराया गया।
भाटापारा, 15 मई । कोरोना संक्रमण से जूझ रहे नागरिक एक ओर जहां अपने रोजी रोजगार से वंचित है, वहीं दूसरी ओर विद्युत विभाग द्वारा लोगों को अब तक विद्युत बिल का वितरण नहीं कराया गया है। ऐसी स्थिति में लॉक डाउन खुलने के बाद दो माह के एक मुश्त बिल आने पर लोगों पर आर्थिक बोझ बढ़ जाएगा, इसी बात को लेकर लघु व मध्यम परिवार चिंतित है।
इस बीच विद्युत विभाग के सूत्रों का कहना है कि महामारी काल के दौरान विद्युत मीटर रीडिंग करने वाले के कार्य पर नहीं आने से लोगों के घरों के बिजली मीटर की रीडिंग नहीं हो पायी है, फिर भी विभाग द्वारा लोगों को मोबाईल मैसेज भेजकर विद्युत बिल 10 मई तक जमा करने सूचना दी गई है।
नगर में 13 हजार से अधिक विद्युत उपभोक्ता हैं। विभाग का कहना है कि बिजली बिल देयक में जो डेढ़ प्रतिशत सरचार्ज लगता है, वह अब उपभोक्ताओं को इसलिये नहीं देना पड़ेगा, क्योंकि महामारी के कारण रीडिंग का कार्य नहीं कर पाये है इसलिये उपभोक्ताओं को सरचार्ज से मुक्त किया गया है।
इसी प्रकार ग्रामीण क्षेत्र में लगभग 6 हजार से अधिक विद्युत उपभोक्ता हैं।
दामाखेड़ा, सिमगा, सुहेला, भाटापारा ग्रामीण 1 एवं 2 तथा निपनिया क्षेत्र में भी अधिकांश उपभोक्ताओं को प्रिंटेड विद्युत बिल प्राप्त नहीं होने की जानकारी है। अधिकांश लोगों को विभाग द्वारा मोबाईल एप्प एवं मैसेज के जरिये अनुमानित बिल भेजा गया है। लॉकडाउन के खत्म होने के बाद वास्तविक रीडिंग बिल भेजा जाएगा। बहरहाल महामारी व लॉकडाउन के बीच अपनी रोजी रोजगार गंवा बैठे लोग एक मुश्त भारी भरकम बिल आने के संदेह में चिंतित हो रहे हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 15 मई। विकासखण्ड मुख्यालय पलारी के इंदिरा महिला स्व-सहायता की सभी सदस्यों ने कोरोना बीमारी का टीका लगवाकर जागरूकता का परिचय दिया है। समूह की सभी सदस्यों ने नगर की बालक उच्चतर माध्यमिक शाला में टीका लगवाकर कोरोना के हमले से बचाव का पुख्ता इंतजाम कर लिए हैं। यही नहीं उन्होंने सभी पात्र लोगों को टीका लगाने प्रेरित भी कर रही हैं।
गौरतलब है कि कलेक्टर सुनील जैन ने विगत दिनों आयोजित अफसरों की वर्चुअल बैठक में महिला एवं बाल विकास विभाग को टीकाकरण के मामले में अग्रणी रोल निभाने को कहा है। उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग से जुड़े सभी महिला स्व सहायता समूह, महिला मंडल, गरम भोजन संचालित करने वाले समूह, रेडी टू ईट संचालित करने वाले समूह का शत-प्रतिशत टीकाकरण करने का निर्देश दिया गया था।
इस पर पलारी के इंदिरा महिला स्व सहायता समूह के सभी सदस्यों ने पलारी के टीकाकरण केंद्र में जाकर 13 मई को टीकाकरण करवाया एवं समाज मे जागरूक नागरिक का परिचय दिया। टीकाकरण कराने के बाद महिलाओं ने बताया कि हमें टीका लगाने के बाद कोई दिक्कत नहीं हुई। समूह की 10 महिलाओं ने टीका लगवाया। इसमें से 5 महिलाओं ने दूसरा टीका लिया। जिन महिलाओं ने टीकाकरण करवाए हैं, उसमें लक्ष्मी वर्मा, तेरस धीवर, पार्वती कोसले, सरस्वती कोसले यामीन जायसवाल बुधवनतीन कोसले, ईश्वरी जयसवाल, प्रभा कोसले, यशोदा देवांगन और विजयलक्ष्मी शामिल हैं। इस समूह को टीकाकरण करने के लिए परियोजना अधिकारी नीरज सिंह ठाकुर के नेतृत्व में सुपरवाइजर लक्ष्मी श्रीवास द्वारा प्रेरित किया गया। जिला कार्यक्रम अधिकारी एल.आर कच्छप ने टीका लगाने वाली समूह की सभी महिलाओं को बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं।
बलौदाबाजार, 15 मई। कलेक्टर सुनील कुमार जैन ने गुरुवार को कोरोना प्रभावित 9 अतिसंवेदनशील एवं 25 संवेदनशील ग्राम पंचायतों के जनप्रतिनिधियों से ऑनलाइन संवाद कर हालात का जायजा लिया।
कलेक्टर ने दो टूक कहा कि आप सभी के गांवों की हालात अच्छी नहीं है, लगातार संक्रमण बढ़ रहा है। गांवों में संक्रमण न फैले एवं गांवों के लोगों को बचाना है तो गांव वालों को ही आगे आकर प्रशासन को सहयोग करना होगा। नहीं तो आने वाले समय में स्थिति और भी भयावह हो सकती है।
उन्होंने कहा आप सभी अपने गावों एवं ग्राम पंचायतों में ग्राम निगरानी समिति का गठन करें जिसमें गांव के वरिष्ठ नागरिक, युवा समिति, महिला स्व सहायता के सदस्य शामिल हों।
यह समिति गांव स्तर पर ही सख्ती से लॉकडाउन के नियमों का पालन करवाए एवं गावों में अनावश्यक बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश को प्रतिबंधित करें। गांव में सार्वजनिक तालाबों के उपयोग पेयजल की स्रोतों उपयोग पर कड़ी नजर रख उन्हें प्रतिबंधित करना होगा एवं इससे संक्रमण न फैले इस पर विशेष ध्यान देना होगा । इन्हीं तालाबों से अधिक संक्रमण फैलने का डर बना हुआ है। सभी ग्राम के सरपंच एवं गांव के वरिष्ठ नागरिक इस बाबत संक्रमण से निपटने योजना बनाएं।
झोलाछाप डॉक्टरों से बचें, टीकाकरण अवश्य कराएं
कलेक्टर ने कहा कि बहुत से कोविड मरीजों की मृत्यु इस कारण हुई कि वह समय पर दवा नहीं ली। दवाई नहीं लिए। वे प्राय: गावों में झोलाछाप डॉक्टरों के चक्कर में फंस जाते हैं। जब केस बिगड़ता है तब यह मरीज बड़े हॉस्पिटल जाते हैं। लेकिन तब तक बहुत देर हो जाती है। अत: गांव वाले ऐसे डॉक्टरों से बचें एवं लक्षण दिखने पर तत्काल नजदीकी अस्पताल एवं मितानिनों से संपर्क करें। साथ ही सभी सरपंच अनिवार्य रूप से टीकाकरण करवाने में अपना सहयोग प्रदान करें।
सहयोग करें तो निश्चित जीतेंगे लड़ाई-एसपी
एसपी आई के एलेसेला ने भी कहा कि गांव वाले ही अपने नियम कड़े कर लें तो पुलिस प्रशासन को उस गांव तक जाने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी। यह एक बड़ी लड़ाई है जो आप लोगों के सहयोग से ही जीती जा सकती है। आप सभी लोग अपना पूरा सहयोग पुलिस एवं प्रशासन को दें। लॉकडाउन के नियमों का सख्ती से पालन करें, गांव के साथ पूरी मानवता जाति को बचाने में मदद करें।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 15 मई। अभनपुर विधायक धनेंद्र साहू एवं जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष उधो राम वर्मा के निर्देशानुसार ब्लॉक कांग्रेस कमेटी गोबरा नवापारा द्वारा सभी टीकाकरण केन्द्रों की सतत निगरानी की जा रही है। साथ ही नागरिकों को वेक्सीनेशन के लिए जागरुक किया जा रहा है।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नगर के विभिन्न वार्डों में जाकर वैक्सिन लगवाने हेतु आम नागरिकों को जागरूक कर रहे हैं। इस दौरान ब्लॉक कंाग्रेस कमेटी अध्यक्ष सौरभ शर्मा, पार्षद अजय साहू, एल्डरमेन रामा यादव, राजा चावला, राकेश सोनकर आदि कार्यकर्ता मौजूद थे।
भाजपा-परिजनों ने ज्ञापन सौंप की कार्रवाई की मांग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भैयाथान, 15 मई। कोरोना संक्रमित भाजपा नेता की कल एम्बुलेंस से अस्पताल ले जाते रास्ते में मौत हो गई। भाजपाईयों और परिजनों ने एंबुलेंस में ड्यूटी कर रहे नर्स पर लापरवाही का आरोप लगाया है। आज भाजपा मंडल भटगांव के पदाधिकारियों व परिजनों ने भैयाथान अनुविभागीय अधिकारी प्रकाश सिंह राजपूत को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर नर्स के खिलाफ धारा 302 के तहत कार्यवाही एवं नौकरी से बर्खास्त करने की मांग की गई है।
विकासखंड भैयाथान के ग्राम पंचायत बुंदिया निवासी भाजपा नेता व बूथ अध्यक्ष तिवारी पैकरा की शुक्रवार को कोरोना अस्पताल ले जाते मौत हो गई थी। उनकी मौत का जिम्मेदार परिजन एम्बुलेंस में ड्यूटीरत नर्स को मान रहे हैं।
परिजनों ने आरोप लगाया कि तिवारी पैकरा कोविड पॉजिटिव मरीज थे और वे अपने घर पर होम आईसोलेशन पर थे, शुक्रवार की शाम उनको सांस लेने में काफी दिक्कत हो रही थी जिसको देखते हुए ग्रामीणों ने तत्काल 108 बुलाया और परिजनों ने 108 के माध्यम से जब उनको कोविड अस्पताल ले जा रहे थे, तो परिजनों ने घर से निकलते वक्त ही ऑक्सीजन लगाने को कहा, लेकिन एंबुलेंस में मौजूद नर्स 108 में ऑक्सीजन की सुविधा होने के बाद भी लगाने से इंकार कर दिया और आगे देखेंगे कहकर वे पीछे की दरवाजा बंद कर आगे की सीट पर बैठ गई। कुछ ही दूर जाने के बाद परिजनों को एहसास हुआ कि मरीज की तबियत ज्यादा बिगड़ती जा रही है। परिजनों ने चिल्लाया, लेकिन नर्स ने उनकी एक न सुनी और कोरोना अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
उक्त आशय पर आज भारतीय जनता पार्टी मंडल भटगांव के पदाधिकारियों व परिजनों ने भैयाथान अनुविभागीय अधिकारी प्रकाश सिंह राजपूत को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है, उनके ज्ञापन में 108 एंबुलेंस में पदस्थ नर्स के खिलाफ धारा 302 के तहत कार्यवाही एवं नौकरी से बर्खास्त करने की मांग की गई है।
ज्ञापन सौंपने वालों में भाजपा मंडल महामंत्री रमेश गुप्ता, कोषाध्यक्ष देवेंद्र गुप्ता, उपाध्यक्ष वरुण कुमार मरावी, सांसद प्रतिनिधि अनूप जायसवाल, भाजयुमो नेता ओम प्रकाश यादव उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नगरी, 15 मई। ब्लॉक नगरी के ग्राम पंचायत कौहाबाहरा में शासन की निर्देशानुसार कोरोना का टीकाकरण के लिए जागरूकता लाने के लिए ग्राम पंचायत के सभी वार्डों में पहुंचकर जनप्रतिनिधियों एवं विभागीय कर्मचारियों ने ग्रामीणों को समझाईस देते हुए कोरोना से लडऩे टीकाकरण एक मात्र उपाय बताते हुए साथ ही कोविड के लक्षण और किस प्रकार हम इस महामारी से हम लड़ सकते हैं आम लोगों को जानकारी देते हुए टीकाकरण में अवश्य भाग लेने की अपील किया।
इस अवसर पर कौहाबाहरा सरपंच शिवप्रसाद नेताम,उपसरपंच कबिलास नेताम, पंचायत सचिव पुरु राम धु्रव, कौहाबाहरा पटवारी नोहर लाल पटेल, सिस्टर ज्योति यादव, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता जैत्री नेताम, दुतिका नेताम, सीमा सिन्हा, सोनिया विश्वकर्मा, मितानिन कार्यकर्ता हुलेश्वरी बाई, दिनेश कुमार कन्ड्रा, भू्न सिंह मंडावी शिक्षक, देवकी मरकाम रोजगार सहायक, वार्ड पंच लता नेताम, मोतीलाल मंडावी, कम्प्यूटर आपरेटर माखनलाल नेताम सभी ने मिलकर संयुक्त रूप से कौहाबाहरा आश्रित वार्ड-मुहल्ले में टीकाकरण हेतु लोगों को जागरूकता करने का प्रयास किया।
वीसी से टास्क फोर्स की बैठक में दिए गए निर्देश
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर,15 मई । जिन क्षेत्र में कोरोना पॉजिटिविटी दर अधिक है उन क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन बनाने में कोई कोताही नहीं बरतें साथ ही कोरोना टेस्टिंग की संख्या भी बढ़ाएँ। यह निर्देश कलेक्टर रजत बंसल ने रविवार को वीडियो कॉफ्ऱेसिंग के माध्यम से आयोजित बैठक में कोरोना टास्क फोर्स के अधिकारियों को दिए। बैठक में कलेक्टर श्री बंसल ने टीकाकरण के इच्छुक लोगों का पंजीयन पोर्टल सीजी टीका में करवाने के निर्देश दिए। पंजीयन दर बढ़ाने के लिए पंचायत या ग्राम स्तर पर हेल्पडेस्क बनाने हेतु सीईओ जनपद पंचायत और बीएमओ को निर्देशित किया गया। कोरोना पॉजिटिव आने वालों के संपर्क में आने वालों की कांटेक्ट ट्रेसिंग के कार्य में और कढ़ाई करने कहा गया और कोरोना पॉजि़टिव आने वाले लोंगों के परिवार का टेस्टिंग अनिवार्य तौर पर करने के निर्देश दिए गए। होम आइसोलेशन में रह रहे कोरोना पॉजि़टिव व्यक्ति द्वारा प्रोटोकोल के नियमों का पालन नहीं करने पर या अन्यथा उन्हें कोविड केयर सेंटर में भर्ती करवाकर इलाज करने के साथ ही कानूनी कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
बैठक में कलेक्टर ने अधिकारियों को जिले के सभी चेकपोस्ट में लगातार टेस्टिंग करने और कंट्रोल रूम में प्राप्त शिकायतों पर तुरंत कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। विकासखण्ड स्तर में संचालित क्वाँरेटाइन सेंटरों की व्यवस्था और कोविड केयर सेंटर बढ़ाने के सम्बंध में अनुविभागीय दंडाधिकारियों को निर्देशित करने के साथ ही सभी स्थैतिक दल को सक्रिय करने भी कहा गया। बैठक में टीकाकरण की स्थिति का संज्ञान लेकर टीका हेतु दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए टीकाकरण प्रभारी अधिकारी को निर्देश दिए। विकासखण्डवार पॉजि़टिव प्रतिशत का आँकलन कर बकावंड, बस्तर में टेस्टिंग को बढ़ाने के निर्देश दिए। बैठक में कलेक्टर श्री बंसल ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी को शासन के निर्देशानुसार सभी मितानीन, एमपीडब्ल्यू को मास्क और सेनेटाईजर का वितरण शत प्रतिशत करने के निर्देश दिए। इस वीडियो काँफ्ऱेसिंग बैठक में सभी टास्क फ़ोर्स के सदस्य जुड़े हुए थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 15 मई। जिला प्रशासन और निगम प्रशासन द्वारा लगातार अपील और अनुरोध करने के बाद भी बाजार और चौक-चौराहों में दुकानदार दुकान खोल कर सामान बेच रहे हैं। जहां अधिक संख्या में भीड़ लग रही है। दुकान आने वाले लोग बिना मास्क और बगैर सोशल डिस्टेंस के भीड़ लगाकर खड़े हो रहे हैं। निगम अमला ने शहर में घूम-घूमकर ऐसे 38 लोगों पर कार्रवाई कर 8100 का जुर्माना लगाया तथा समझाइश दी गई दोबारा दुकान खुला पाए जाने पर सीलबंद की कार्रवाई की जाएगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 15 मई। कोरिया जिले में अप्रैल महीने के दूसरे पखवाड़े से तेजी से कोरोना संक्रमण का आंकड़ा बढ़ता गया, जो अब तक जारी है। इसी दौरान से सबसे अधिक मौतों का भी सरकारी आंकड़ा सामने आया है, परन्तु ग्रामीण क्षेत्रों में होने वाली मौत का आंकड़ा अब तक सामने नहीं आ सका है। वही बीते दो दिन से जांच के आंकड़ोंं में काफी कमी देखी जा रही है, बावजूद इसके 25 प्रतिशत से ज्यादा संक्रमण दर देखी जा रही है।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी बुलेटिन को देखे तो जिले में 1 मई से 14 मई तक कुल चौदह दिनों में जिले में 7853 पॉजिटिव दर्ज किए गए, जिनमें से शहरी क्षेत्र में 3033 तथा ग्रामीण क्षेत्र से 4840 पॉजिटिव प्रकरण दर्ज किए गए। आकड़ों को देखने से पता चलता है कि कुल संक्रमितों में ग्रामीण क्षेत्रों में पाए गए संक्रमितों की संख्या काफी अधिक है। चालू माह में शहरी क्षेत्रों में तो पॉजिटीव की संख्या कम होती गई, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में पॉजिटीव प्रकरण तेजी से बढ़े जिसके कई कारण है।
शहरी क्षेत्रों में चिरमिरी शहर क्षेत्र में सबसे ज्यादा पॉजिटिव प्रकरण दर्ज किए जा रहे है, हालांकि यहां जिले के अन्य नगरीय निकाय क्षेत्रों की तुलना में आबादी भी अधिक है। वही जिले के तीन नगरीय निकाय लेदरी, खोगापानी व झगराखांड में सबसे कम पॉजिटीव प्रकरण दर्ज किये जाते रहे है।
इस दौरान ग्रामीण क्षेत्र में बैकुंठपुर ग्रामीण में सबसे तेज गति से संक्रमण का फैलाव हुआ है। विगत कुछ दिनों का आंकड़ा देखे तो बैकुंठपुर ग्रामीण क्षेत्र में प्रतिदिन 100 से अधिक पॉजिटिव प्रकरण सामने आये कई दिन तो यह आंकड़ा 2 सौ भी पार हो चुका है। इसी तरह खडग़वां जनपद क्षेत्र. में भी भारी संख्या में पॉजिटीव प्रकरण दर्ज किए जा रहे है। वनांचल जनकपुर में जहां चालू माह के शुरूआत में कम संख्या में पॉजिटीव मिल रहे थे। वहां भी अब काफी ज्यादा पॉजिटीव प्रकरण दर्ज किये जा रहे है। गत 14 मई को जिले में कुल 253 पॉजिटीव केस दर्ज किए गए जो कि चालू माह में अब तक का सबसे कम आंकडा है। हालांकि इस दिन बीतें कुछ दिनों के मुकाबले सैपलों की जांच भी कम की गई। इस दिन मात्र 1019 सैंपलों की ही जांच की गई। जबकि इसके पूर्व कई दिनों तक जांच का सैंपल दो हजार या इससे अधिक की संख्या में की जाती रही।
जिले मं 14 दिनों में 7853 पॉजिटीव और 39 मौते
कोरिया जिले में 1 मई से 14 मई के दरमियान कुल 7853 पॉजिटीव प्रकरण दर्ज किए गए। इस दौरान उक्त अवधि में जिले में कुल 39 संक्रमितों की मौत भी दर्ज की गई। जिले में बढ़ते संक्रमण से ज्यादा चिंता बढ़ती मौत को लेकर है। मई माह में प्रतिदिन 5 सौ से अधिक प्रकरण दर्ज किए जाते रहे है और इस बीच 11 मई को सबसे अधिक 7 सौ की संख्या में पॉजिटीव प्रकरण मिले थे, लेकिन इस दिन मई माह में सबसे अधिक 23 सौ से अधिक सैंपलों की भी जांच की गई। वही 13 व 14 मई को सैंपलों की जांच लगभग आधी कर दी गई यही कारण है कि पॉजिटिव प्रकरण भी कम पाए गए। 13 मई को पहली बार जांच कम होने पर कुल 383 पॉजिटिव प्रकरण दर्ज हुए इसी तरह 14 मंई को इस माह में अब तक का सबसे कम 253 पॉजिटिव प्रकरण दर्ज किए गए। परन्तु संक्रामक दर से अंदाजा लगाया जा सकता है, कि मामला गंभीर है, एक ओर जहां हमारे देश का संक्रामक दर 17 प्रतिशत है तो दूसरी ओर जिले का 25 प्रतिशत से ज्यादा देखा जा रहा है।
अब तक कुल 6179 लोगों ने दी कोरोना को मात
कोरिया जिले में मई माह में 14 मई तक कुल चौदह दिनों में 7853 पॉजिटिव प्रकरण दर्ज किए गए, जिनमें से 6179 लोगों ने कोरोना से जंग जीत गए। जिनमें से सबसे अधिक 6033 लोगों ने होम आईसोलेशन में रहकर ही कोरोना की जंग जीती जबकि कोविड केयर सेंटर से इस अवधि में मात्र 146 लोगों को ही स्वस्थ होने के उपरांत डिस्चार्ज किया गया। इस तरह आंकड़ों को देखते से घर में रहकर ही सर्वाधिक संक्रमित स्वस्थ हुए।
अक्ती पर नहीं हुए बाल विवाह
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 15 मई। बाल विवाह के लिए प्रसिद्ध अक्ती पर्व पर इस साल जिले में बाल विवाह होने की कोई सूचना प्राप्त नहीं हुई है। समाज में इस विषय मे आई जन जागरूकता और प्रशासनिक सख्ती के कारण यह सम्भव हुआ है। जबकि पिछले साल इस दिन 2 प्रकरण दर्ज किए गए थे। कलेक्टर सुनील जैन के मार्गदर्शन में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा पिछले लगभग एक महीने से बाल विवाह की सामाजिक बुराई को जड़-मूल से खत्म करने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान लगभग डेढ़ दर्जन बाल विवाह रोकने में विभाग को कामयाबी भी मिली है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी एल.आर.कच्छप ने बताया कि जिले में दीवार नारा लेखन और सार्वजनिक मुनादी के जरिये व्यापक जन-जागरूकता फैलाई गई। गांवों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा लगभग 34 हजार से ज्यादा दीवार लेखन कार्य किया गया है। कोटवारों की मदद से मुनादी भी की गई। बाल विवाह संबंधी कानूनी प्रावधान एवं इसके कुप्रभाव की जानकारी प्रसारित की गई। उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायतों और नगरीय निकायों का सहयोग भी इस बार जागरूकता अभियान में लिया गया है। ग्राम पंचायत वार विवाह पंजी का संधारण अनिवार्य रूप से करने का निर्देश दिये गये है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी ने स्वयं अखती के एक दिन पूर्व ग्रामीण क्षेत्र में जायजा लेने के लिए विकास खण्ड कसडोल अंतर्गत ग्राम छाता, बिलारी ज, कुरमाझर, कुशभाठा सोनपुर, बरपानी, नगरदा ग्रामों का दौरा किया। उन्होंने भ्रमण दौरान पंचायत के सरपंच, सचिव, विभिन्न समाज प्रमुखों और स्थानीय जनों से भेंटकर गांवो में होने वाली विवाहों के संबंध में चर्चा की।
ग्रामीणों ने बताया कि सामाजिक जागरूकता और प्रशासन की सख्ती के कारण गांव में बाल विवाह नहीं हो रहे हैं जो कि अच्छी पहल है।
बाल विवाह कानून के तहत बाल विवाह कराने वाले को दो वर्ष की कारावास अथवा जुर्माना जो कि 1 लाख रूपये तक हो सकता है अथवा दोनों से दण्डित किया जा सकता है।
दर्जनभर ग्रामीणों ने विधायक से की शिकायत, सौंपा ज्ञापन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 15 मई। ग्राम पंचायत पेटा की सरपंच के पति ने कुटरू एसडीओपी पर नक्सल उन्मूलन के नाम पर मारपीट व गाली गलौच करने का आरोप लगाया है। इसकी शिकायत सरपंच के पति व दर्जनभर ग्रामीणों ने स्थानीय विधायक से करते हुए ज्ञापन सौंपा हैं।
कुटरू में पदस्थ एसडीओपी शेर बहादुर सिंह ठाकुर पर ग्राम पंचायत पेटा की सरपंच के पति बुधराम तेलम ने मारपीट व गाली गलौच करने का आरोप लगाया है। शनिवार को सरपंच पति बुधराम तेलम सहित दर्जन भर ग्रामीणों ने स्थानीय विधायक विक्रम मंडावी से मिलकर इस बात की शिकायत की और उन्हें एक ज्ञापन सौंपा हैं।
सौंपे गए ज्ञापन में सरपंच पति बुधराम तेलम ने आरोप लगाया है कि शुक्रवार की दोपहर करीब 3 बजे कुटरू एसडीओपी पुलिस की दो गाड़ी में कुटरू स्थित उनके घर पहुंचे और बेवजह उनसे गाली गलौच कर लात घूंसों व डंडों से मारपीट करने लगे। इतना ही नहीं एसडीओपी ने उन्हें नक्सली कहकर नेताओं के साथ घूमने की बात भी कही है।
वहीं सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया कि इससे पूर्व भी एसडीओपी के द्वारा क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणों को गाली-गलौच कर दहशत फैलाई गई है। सरपंच पति के साथ पहुंचे ग्रामीणों ने इस मामले में उचित कार्रवाई की मांग विधायक से की है। इधर इस मामले को लेकर विधायक ने पुलिस के अधिकारियों से फोन पर बात कर एसडीओपी पर कार्रवाई की मांग की है।
दूसरी ओर ग्राम पंचायत पेटा की सरपंच के पति बुधराम तेलम के आरोप पर कुटरू एसडीओपी शेर बहादुर सिंह ठाकुर का कहना है कि मारपीट व गाली गलौच का आरोप उन पर बेवजह लगाया जा रहा है। दरअसल पीएमजीएसवाय के काम में लगे मजदूरों को सरपंच के पति बुधराम डरा धमका रहा था और काम किससे पूछकर करने को कहे रहा था। जिसे मैंने शासन-प्रशासन का काम होने की बात कहकर उसे कड़े शब्दों में समझाया बस है, मारपीट जैसी कोई बात नहीं हैं।
लॉकडाउन के दौरान जिले में लगभग 1 करोड़ 51 लाख का किया ट्रांजेक्शन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 15 मई। वैश्विक कोरोना महामारी में लॉकडाउन के कारण लोग घर से नहीं निकल पा रहे है, ऐसी परिस्थिति में भी जिला राजनांदगांव अंतर्गत छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान की बैंक सखी ग्रामीण क्षेत्र में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। जिला राजनांदगांव में कार्यरत इन बैंक सखियों द्वारा सोशल डिस्टेंसिग एवं कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए आवश्यक उपायों को अपनाते ग्राम स्तर पर ही ग्रामीणों को बैंकिंग सुविधाएं प्रदान की जा रही है। वर्तमान में राजनांदगांव के 9 विकासखंडों के ग्रामों में कुल 165 बैंक सखी कार्यरत हैं। लॉकडाउन के दौरान बैंक सखियों ने 10 अप्रैल 2021 से 7 मई 2021 तक लगभग 1 करोड़ 51 लाख 3 हजार 471 रुपए का ट्रांजेक्शन किया है।
मोहला की बैंक सखी पूजा लाल ने लॉकडाउन अवधि में उत्कृष्ट कार्य किया है। पूजा लाल वर्ष 2019 से बैंक सखी के रूप में कार्य कर रही है एवं अपने कार्यक्षेत्र के 4 ग्रामों में ग्रामीणों को निर्बाध बैंकिंग सुविधाएं प्रदान कर रही हैं। कार्य प्रारंभ से अब तक पूजा लाल द्वारा लगभग 5 करोड़ 31 लाख 99 हजार 340 रुपए ट्रांजेक्शन कर लिया गया है। लॉकडाउन अवधि 10 अप्रैल 2021 से 10 मई 2021 तक पूजा लाल ने कोविड-19 नियमों का पालन करते 14 लाख 89 हजार 818 रूपए का ट्रांजेक्शन किया है। बैंक सखी का कार्य करते पूजा लाल ने वर्तमान में प्रतिमाह औसत 7 से 8 हजार रुपए संबंधित बैंक से कमीशन अर्जित कर रही हंै।
लॉकडाउन अवधि में विकासखंड राजनांदगांव के ग्राम कोटराभाठा की बैंक सखी टेमिन साहू का कार्य भी सराहनीय रहा है। जनवरी 2017 से बैंक सखी के रूप में कार्य कर रही टेमिन साहू ने अपने कार्यक्षेत्र के 4 ग्रामों में बैंकिंग सुविधाएं प्रदान करते कार्य प्रारंभ से अब तक कुल राशि लगभग 5 करोड़ 11 लाख 3 हजार 630 रुपए ट्रांजेक्शन कर लिया है। 10 अप्रैल 2021 से 12 मई 2021 तक लॉकडाउन अवधि में भी इनके द्वारा 4 लाख 50 हजार रुपए का ट्रांजेक्शन किया गया है। बैंक सखी का कार्य करते टेमिन साहू वर्तमान में प्रतिमाह औसत 6 से 7 हजार रुपए संबंधित बैंक से कमीशन अर्जित कर रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 15 मई। जिले की स्थानीय खाद्य उत्पाद निर्माता कंपनी शबरी फूड्स इंडस्ट्रीज के उत्पाद जैसे - शरबती आटा , शुध्द चना बेसन, मंडियां आटा , हल्दी पाउडर, मिर्च पाउडर और धनिया पाउडर हर गृहिणी की पहली पसंद बनती जा रही हैं। शबरी फूड्स इंडस्ट्रीज सुकमा जिले के चिकपाल गांव में मैन्युफैक्चरिंग ईकाई स्थापित हैं , शबरी फूड्स (अजमेरा ग्रुप) का उद्देश्य है उच्च गुणवत्ता के साथ उचित दर पर ग्राहकों को खाद्य सामग्री उपलब्ध कराना।
विदित हो कि इस कोरोना महामारी मे भी शबरी ग्रुप के द्वारा सम्पूर्ण सुकमा जिला के साथ साथ मलकानगिरी (ओडिशा), बचेली ,दंतेवाड़ा के जनरल स्टोर ,सुपर मार्केट व मार्ट मे कोविड गाईडलाईन का पालन करते हुए खाद्य सामग्री पहुंचाया जा रहा है, ताकि इस.लॉकडाउन में भी होम डिलीवरी के माध्यम से ग्राहकों को उचित मूल्य पर प्रोडक्ट प्राप्त हो सके। शबरी फूड्स ग्रुप सामाजिक कार्यों में भी बढ़-चढक़र भाग लेता है।
कुन्ती अजमेरा संचालक, शबरी फूड्स इंडस्ट्रीज सुकमा का कहना है कि हमारा उद्देश्य है कि ग्राहकों के मांग के अनुरूप हम प्रोडक्ट को उच्च गुणवत्ता के साथ तैयार कर उपलब्ध कराना है, मार्केटिंग विस्तार करने की योजना चल रही है जो जल्द ही मेरी टीम इस पर क्रियान्वयन करेगी। बहुत कम समय में हमारे उत्पाद को बहुत स्नेह एवं प्यार मिला, उसके लिए धन्यवाद ।
रिटायर्ड प्राचार्य, जगदीश कनोजिया का कहना है कि शबरी फ़ूड के उत्पादों का इस्तेमाल हम विगत 1 वर्षों से कर रहे हैं। शबरी फ़ूड प्रोडक्ट अपने आप में एक ब्रांड है। सुकमा जि़ले में स्थानीय मिनी प्लांट स्थापित कर शुद्ध एवं उच्च गुणवत्ता युक्त प्रोडक्ट लोगों को उचित दर में उपलब्ध करवा रहा है। सीहोर मध्यप्रदेश के शर्बती गेहूं से बना आटा, दक्षिण भारत के मसाले ,बेसन एवं अन्य उत्पाद खाने का जायका बढ़ा देते हैं। वैश्विक महामारी कोरोना के दौर में लोगों को सामान्य दिनों की तरह उचित दर पर प्रोडक्ट उपलब्ध करवा रहा है।
अंत में इतना ही कहूंगा शबरी फ़ूड पूर्णत: स्वदेशी है, शुद्ध है। स्वदेशी उत्पाद को प्राथमिकता देकर सुकमा जिले को प्रगति की ओर अग्रसर करने में योगदान दें।
लखन नायक ,संचालक आर.के.जनरल स्टोर का कहना है कि हमारे स्टोर में भी शबरी के प्रोडक्ट की बहुत डिमांड रहती हैं जैसे शरबती आटा, बेसन और मसाले। सुकमा जिले का स्थानीय कंपनी हैं जो बेहतर सेवा दे रहे हैं, हमें भी गर्व होता है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 15 मई। एमसीसीआर, यूनिसेफ और राज्य सरकार के निर्देश में रोको टोको अभियान के तहत वॉलिंटियर्स की टीम वार्ड-21 तितुरडीह हनुमान नगर व वार्ड-22 स्टेशन पारा तितुरडीह जय स्तम्भ चौक में जागरूकता अभियान के लिए पहुंची थी। जहां वार्ड-22 स्टेशन पारा जयकरण होटल के समीप उडिय़ा बस्ती में पार्षद काशीराम कोसरे के द्वारा टीम के साथ मिलकर वार्डवासियों को जागरूकता संदेश दिया जा रहा था।
उसी दौरान बस्ती के सभी छोटे बच्चे स्वत: ही टीम के वॉलिंटियर्स से मिलने आए और अभियान के संबंध में पूछने लगे और टीम का उनके वार्ड पहुंचने पर खुशी जाहिर करने लगे। एक तरफ टीम वार्ड में बड़े बुजुर्गों को जागरूक कर रही थी, तो वहीं सभी छोटे बच्चे मास्क लगाकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे थे। ये सभी नन्हें बच्चे उन सबके लिए एक शिक्षा या संदेश है, जो मास्क न पहनने की लापरवाही कर घर से बाहर निकलते है और खुद की जिंदगी खतरे में डालते है। साथ ही अपने परिवार और समाज में भी कोरोना के संक्रमण को बढ़ाते है। आइये ईन नन्हें बच्चों से सबक ले और मास्क के बिना कही बाहर न निकले।
बच्चों ने टीम के साथ मिलकर खुशी जाहिर करते हुए रोको टोको अभियान के संदेश को अपने घर और वार्ड में पालन करने की बात कहते हुए सभी सदस्यों का उनके वार्ड में आने के लिए मुस्कुराते हुए धन्यवाद किया। इस दौरान एनसीसी के राहुल श्रीवास्तव, एनएसएस के अभिषेक जोसफ, समाजसेवी हरि शंकर व जनक देवांगन, किरण, चंद्रकांत समेत वार्ड पार्षद काशीराम कोसरे की अहम भूमिका रही। उल्लेखनीय है कि जिला प्रशासन और यूनिसेफ द्वारा यह अभियान चलाया जा रहा है।
रायपुर, 15 मई। वार्ड क्रमांक 52 डॉ राजेन्द्र प्रसाद के पार्षद प्रतिनिधि नानुठाकुर के साथ युवा साथी सोना रॉव, गिरीश लहेजा,अनिल रूपचंदनी,जसमीत सेठी,हरजीत सिंह द्वारा दोपहर के भोजन बनाया जा रहा है व उनके घर तक भोजन की व्यवस्था की जा रही है।
रायपुर, 15 मई। भाजपा सांसद सुनील सोनी द्वारा छत्तीसगढ़ 18+ वैक्सीन रजिस्ट्रेशन में मुख्यमंत्री की फोटो पर की गई टिप्पणी को लेकर पलटवार करते हुए छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी वरिष्ठ प्रवक्ता घनश्याम राजू तिवारी ने कहा कि, देश के हर राज्य में राज्य के अपनी व्यवस्थाओं के अनुरूप किए जाने वाले हर कार्य पर भारतीय संविधान ने यह अधिकार दिया है कि राज्य के मुख्यमंत्री की फोटो लगाया जा सकता हैं, मगर भाजपा सांसद सुनील सोनी भारत के संविधान को नहीं समझते या समझ कर समझने की कोशिश नहीं करते। महामारी के इस दौर में छग भाजपा सांसदों ने कोई मदद का हाथ तो नही बढ़ाया ओर न ही केंद्र सरकार से दवाईयो, वैक्सीन या को राहत के लिए पहल तो की ही नही, क्योंकि संकटकाल में राजनीति करना ही छत्तीसगढ़ भाजपाइयों का धेय बन चुका है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता घनश्याम राजू तिवारी ने कहा कि देश में कोरोना संक्रमण की जिम्मेदार केंद्र की भाजपा नरेंद्र मोदी सरकार संकट के इस दौर में न संक्रमण रोक पा रही है, न मौत से बचा पा रही है, ना ही लोगों को वैक्सीन लग पा रही हैं विफलताओं से पूरी तरह घिरी हुई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 15 मई। छत्तीसगढ़ राज्य बेहतर टेस्टिंग, ट्रेसिंग, टीकाकरण और उपचार से कोरोना पर नकेल कसने में कामयाब हुआ है। राज्य में हर रोज प्रति दस लाख आबादी पर 2197 टेस्ट किए जा रहे है जबकि राष्ट्रीय स्तर पर यह औसत 1245 ही है।
सीएम भूपेश बघेल की सतत् मॉनिटंरिग और निर्देशन से अब 39 लैबों में ट्रूनाट और 15 में आरटीपीसीआर टेस्ट की सुविधा मुहैया कराई जा रही है। इसके साथ ही आरटीपीसीआर टेस्ट के लिए बलौदाबाजार, दुर्ग, दंतेवाड़ा, जांजगीर-चांपा, जशपुर और कोरबा में 6 नए शासकीय लैब और तैयार हो रहे है। एंटिजन टेस्ट राज्य के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों स्तर तक उपलब्ध है जबकि प्रत्येक जिले में अतिरिक्त मशीन प्रदाय कर टूऊनाअ लैब की जांच क्षमता भी बढ़ाई जा रही है।
कोरोना संक्रमण के लिए राज्य में किए जा रहे प्रयासों से संक्रमण दर में तेज गिरावट आयी है, अप्रैल में जो संक्रमण दर 30 प्रतिशत के करीब थी वह उतरकर अब 12 प्रतिशत हो गई है। पिछले साल जहां कोविड संक्रमित मरीज पर औसत 4 से 4 कॉटेक्ट्स को ही टे्रक किया जा रहा था वहीं अब हर कोविड मरीज के 7 संपर्कोंकी तलाश और उनकी जांच सुनिश्चित की जा रही है जिससे संक्रमण को रोकने में काफी मदद मिली है।
प्रदेश में वर्तमान में 1063 कॉटेन्मेंट क्षेत्र घोषित किये गए हैं जहां घर-घर जाकर टेस्टिंग की जा रही है। राज्य में 6 मेडिकल कॉलेज और एम्स रायपुर सहित 37 डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल तथा कुल 154 कोविड केयर सेंटर बनाए गए हैं इसके साथ ही राज्य के प्रत्येक जिले में डेडिकेटेड कोविड अस्पताल भी बनाए गए है। शासकीय डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल में 5294 बेड तथा कोविड केयर सेंटर में 16405 बेड की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। निजी कोविड अस्पतालों में 9 हजार 596 बेड उपलब्ध कराए गए है। इसके साथ ही कुल 1151 वेटिंलेटर उपलब्ध कराए गए है जिसमें 526 शासकीय और 625 निजी अस्पतालों में है।
ऑक्सीजेनेटेड बेड की संख्या बढ़ाने के लिए राज्य में 18 नए ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट्स स्थापित किए गए हैं इसके अतिरिक्त 6 प्लांट्स प्रक्रियाधीन हैं इनमे से 3 प्लांट अगले एक सप्ताह में स्थापित हो जायेंगे। रायपुर मेडिकल कॉलेज में एक विशेष टेलीकंसल्टेशन हब स्थापित किया गया है जिसके माध्यम से मई 2020 से कॉलेज के विषय विशेषज्ञों द्वारा प्रत्येक दिन सभी शासकीय डेडिकेटेड कोविड अस्पतालों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से संपर्क स्थापित कर उन्हें टेलीकंसल्टेशन प्रदान किया जा रहा है।
आवश्यकता पडऩे पर टेली राउंड भी लिए जाते हैं।
डॉ. भीमराव अंबेडकर स्मृति चिकित्सालय में वर्चुअल ओपीडी की सुविधा
वर्तमान में सामान्य मरीजों की सुविधा के लिए डॉ. भीमराव अंबेडकर स्मृति चिकित्सालय रायपुर में वर्चुअल ओपीडी की सुविधा भी प्रारंभ की गई है। यह सुविधा प्रतिदिन सुबह 10:30 बजे से 11:30 बजे तक उपलब्ध है। इस दौरान मेडिसिन विभाग, पल्मोनरी मेडिसिन विभाग एवं मनोरोग विभाग के विशेषज्ञों द्वारा चिकित्सकीय परामर्श दिया जाएगा। भविष्य में मरीजों की संख्या बढऩे पर अन्य विभागों के चिकित्सक भी उपलब्ध रहेंगे। लिंक के माध्यम से वर्चुअल ओपीडी ज्वाइन की जा सकती है। छत्तीसगढ़ में अब तक 7.72 लाख से अधिक लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं जिसमें से 1.38 लाख अस्पताल से डिस्चार्ज हुए तथा 6.34 लाख मरीजों ने होम आइसोलेशन की अवधि पूरी की है। होम आइसोलेटेड मरीजों की निगरानी के लिए प्रत्येक जिले में कण्ट्रोल रूम की स्थापना भी की गई है।
18-44 वर्ष के आयु वर्ग के 3.99 लाख लोगों का टीकाकरण
बीते 11 मई को भारत सरकार की वीडियो कॉफ्रेंसिंग के अनुसार 45 वर्ष से अधिक आयु समूह को कोविड-19 वैक्सीन की प्रथम डोज देने में छत्तीसगढ़ राज्य का स्थान पूरे देश में छठा है। पूरे देश में सिर्फ लद्दाख, सिक्किम, त्रिपुरा, लक्षद्वीप और हिमाचल प्रदेशही छत्तीसगढ़ से आगे हैं। यदि हेल्थ केयर वर्कर्स की प्रथम डोज की कवरेज की बात करें तो छत्तीसगढ़ (98.4 प्रतिशत) के साथ देश में तीसरे नंबर पर है।
प्रदेश में 2 अप्रैल 2021 को सर्वाधिक 3.26 लाख व्यक्तियों का तथा 3 अप्रैल को 2.92 लाख व्यक्तियों का टीकाकरण किया गया। 14 मई तक राज्य में कुल 64.20 लाख हितग्राहियों को वैक्सीन डोजेज दी गई हैं। 14 मई 2021 को 2,086 सेशन मे 40,266 व्यक्तियों का टीकाकरण किया गया। 14 मई तक 18-44 वर्ष के आयु वर्ग वाले कुल 3 लाख 99 हजार 262 हितग्राहियों का टीकाकरण किया गया। 14 मई 2021 के टीकाकरण के पश्चात केंद्र सरकार के चैनल में से 2 लाख 72 हजार 50 डोज तथा राज्य सरकार के चैनल में से 96 हजार 950 शेष हैं।
सार्वजनिक स्थल पर मास्क नहीं लगाने वाले लोगों से 3.44 करोड़ रूपए की वसूली
कोविड-19 महामारी की रोकथाम के लिए सार्वजनिक स्थलों में मास्क न पहनने की स्थिति में राज्य सरकार द्वारा 5 सौ रुपये जुर्माने का प्रावधान किया गया है। 25 फरवरी 2021 से 10 मई 2021 तक सभी जिलों के 2.22 लाख लोगों से 3 करोड़ 44 लाख रुपये की वसूली की गई।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 15 मई। प्रदेश में पिछले एक सप्ताह (8 मई से 14 मई) में 81 हजार 301 मरीज कोरोना से स्वस्थ हुए हैं। यह इस दौरान प्रदेश में मिले नए कोरोना संक्रमितों से 11 हजार 493 अधिक है। राज्य शासन द्वारा कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण के लिए किए जा रहे प्रभावी उपायों से रिकवरी दर लगातार बढ़ रही है। अभी प्रदेश की रिकवरी दर 86 प्रतिशत पर पहुंच गई है। पॉजिविटी दर में भी दिन-प्रतिदिन गिरावट आ रही है। पिछले सप्ताह की शुरूआत में 8 मई को प्रदेश की पॉजिविटी दर 20 प्रतिशत थी, जो घटते-घटते 14 मई को 12 प्रतिशत पर पहुंच गई है।
कोरोना संक्रमितों की पहचान के लिए सैंपल जांच की संख्या भी लगातार बढ़ाई जा रही है। बीते सप्ताह कुल चार लाख 41 हजार 276 सैंपलों की जांच की गई। इस दौरान रोजाना औसतन 63 हजार 034 सैंपलों की जांच की गई है। प्रदेश में पिछले सप्ताह कोरोना से ठीक हुए 81 हजार 301 मरीजों में से 76 हजार 767 ने होम आइसोलेशन में तथा चार हजार 534 ने कोविड अस्पतालों एवं कोविड केयर सेंटर्स में इलाज कराकर कोरोना को मात दी है। इस दौरान 8 मई को 11 हजार 641, 9 मई को 12 हजार 810, 10 मई को 12 हजार 567, 11 मई को 12 हजार 440, 12 मई को 9035, 13 मई को 12 हजार 274 और 14 मई को दस हजार 444 मरीज कोरोना से ठीक हुए हैं।
प्रदेश में कोरोना संक्रमण की शुरूआत से लेकर अब तक सात लाख 72 हजार 500 लोग कोरोना को मात दे चुके हैं। इनमें संक्रमण के हल्के या बिना लक्षण वाले छह लाख 34 हजार 133 लोग होम आइसोलेशन में इलाज कराकर स्वस्थ हुए हैं। वहीं एक लाख 38 हजार 367 मरीज कोविड अस्पतालों और कोविड केयर सेंटर्स में उपचार के बाद ठीक हुए हैं। कोरोना को शिकस्त देने वाले 82 प्रतिशत मरीजों ने होम आइसोलेशन में उपचार लिया है। बीते सप्ताह के दौरान 8 मई को प्रदेश की पॉजिविटी दर 20 प्रतिशत, 9 मई को 19 प्रतिशत, 10 मई को 18 प्रतिशत, 11 मई को 15 प्रतिशत, 12 मई और 13 मई को 14-14 प्रतिशत तथा 14 मई को 12 प्रतिशत रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 15 मई। छत्तीसगढ़ रेस्टॉरेंट एंड कैफ़े एसोसिएशन ने जरूरतमंदों के लिए फूड पैकेट की व्यवस्था की है। एसोसिएशन के सदस्य प्रतिदिन जिम्मेदारी लेकर फूड पैकेट वितरण में अपना योगदान दे रहे है।
शनिवार को एसोसिएशन के साथ मिलकर कुलदीप जुनेजा (विधायक रायपुर उत्तर) ने एसोसिएशन को अपना सहयोग दिया स्वयं साथ मिलकर स्थान मंजू ममता में फूड पैकेट का वितरण किया और सभी सदस्यों का धन्यवाद देकर मनोबल बढ़ाया ।
एसोसिएशन के अध्यक्ष शफीक अहमद ने बताया कि महामारी के चलते सभी सदस्यो के योगदान से हमने फूड पैकेट एवं मास्क वितरण का जिम्मा उठाया है । एसोसिएशन के सभी सदस्य प्रतिदिन अपने रेस्टोरेंट से प्रतिदिन 5 सौ पैकेट फूड, छाछ, ब्रेड, बिस्किट, फल एवं पानी बाटने के लिए योगदान दिया है। यह सेवा 15 दिन के लिए किया जाएगा और जरूरत पडऩे पर आगे भी जरूरतमंदों को फ़ूड पैकेट वितरण किया जाएगा।
फूड पैकेट की व्यवस्था मिक्की दत्ता (मंजू ममता) गिरीश प्रधनानी (करीमस) विकास रामरख्यानी (हाफ एंड हाफ) द्वारा की गई । कार्यक्रम के दौरान मिक्की दत्ता, रमन पिल्लई, कपिल राठौड़, विनोद तारवानी, अभिषेक सिंघानिया, अर्पण सिंग चौहान, चंद्रेश खत्री, प्रवीण लाहोटी आदि मौजूद थे ।
रायपुर, 15 मई। जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष अशोक बजाज ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अक्षय तृतीया यानी अक्ति के पावन अवसर पर पी एम किसान सम्मान निधि के अंतर्गत छत्तीसगढ़ के 24 लाख 60 हजार किसानों को 517 करोड़ 44 लाख रुपए प्रदान कर उन्हें बहुत बड़ा तोहफा दिया है। उन्होने कहा कि अक्ति का पर्व किसानों के लिए नए खरीफ वर्ष के लिए अति महत्वपूर्ण होता है और इसी दिन से किसान नए खरीफ फसल की तैयारी शुरू करते हैं. ऐसे पावन अवसर पर किसानों को तोहफा प्रदान कर प्रधानमंत्री मोदी ने उनका मान बढ़ाया है। श्री बजाज ने किसान सम्मान निधि प्राप्त करने वाले सभी किसानों को बधाई देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया है।
रायपुर, 15 मई। आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए विगत दिनों होने वाली बेमौसम बारिश, आंधी और ओलावृष्टि से प्रदेश के किसानों की विभिन्न फसलों को होने वाली हानि को लेकर चिंता व्यक्त की।
उन्होंने कहा कि पिछले कोरोना काल में देश की अर्थव्यवस्था को चौपट होने से बचाने वाला किसान आज महामारी की दूसरी लहर के दौरान खुद संकट में फंसा हुआ है। सन2020 के लॉक डाउन की वजह से जीवनोपयोगी जिंसों में बढ़ी मँहगाई का दंश झेल रहे किसानों के लिए बेमौसम बारिश से फसल खराब होना, खाद की मूल्यवृद्धि दुबले पर तीन आषाढ़ साबित हो रही है। केंद्र सरकार की किसान सम्मान निधि और राज्य सरकार की न्याय योजना की राशि भी किसानों के इस संकट को दूर करने के लिए पर्याप्त नहीं है।
इसलिए आम आदमी पार्टी प्रदेश सरकार से मांग करती है कि प्राकृतिक आपदा से क्षतिग्रस्त रबी फसलों की मुआवजा राशि का भुगतान जल्द से जल्द किया जाए। इस विषय पर उन्होंने आगे कहा कि 15सालों तक जब प्रदेश में भाजपा की रमन सरकार थी तब कांग्रेस ने फसल बीमा योजना पर सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ा पर जब वह सरकार में है तो खुद कटघरे में खड़ी है।
प्रदेश में लाखों छोटे किसान ऐसे हैं जिन्हें पिछली फसल के बीमा राशि का भुगतान अभी तक नहीं हुआ है। बड़े,शिक्षित और रसूखदार किसानों को भुगतान हो जाता है पर छोटे, अल्पशिक्षित किसान बीमा कंपनी के दफ्तर के चक्कर लगाते रह जाते हैं अत: सरकार इसका संज्ञान ले और वंचित किसानों को पिछली बीमा राशि का भुगतान तत्काल करवाए।
हुपेंडी ने फसल की क्षति के आंकलन के लिए सर्वे प्रक्रिया पर भी गंभीर आरोप सरकार पर लगाए।कहा कि भाजपा सरकार के समय क्षति के आँकलन के लिए राजस्व ब्लॉक को ईकाई माना गया था भूपेश सरकार ने दिखावे के लिए पंचायत को ईकाई माना है पर फसल बीमा राशि को बीमा कम्पनी से सांठगांठ कर हड़पने का खेल तो सर्वे के दौरान ही हो जाता है।बीमा कंपनी के कर्मचारी,पंचायत प्रतिनिधि और पटवारी मिलजुलकर सर्वे कर भी लेते हैं और किसी को पता ही नहीं चलता और बीमा कंपनी के फायदे के हिसाब से सर्वे रिपोर्ट तैयार हो जाती है अन्नदाता किसान के साथ यह घिनौना खेल बंद होना चाहिए।
रायपुर, 15 मई। स्वास्थ्य चेतना विकास समिति छत्तीसगढ़ एवं छत्तीसगढ़ राज्य संयुक्त पेंशनर्स फेडरेशन के प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र नामदेव ने ब्लैक फंगस के इलाज के लिए जरूरी इंजेक्शन एम्फोटेरेसिन बी के राज्य में उपलब्ध नही होने पर चिन्ता जताया है और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल तथा स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव को ट्यूट कर इस संकटपूर्ण स्थिति से अवगत कराते हुये जनहित में तुरन्त ब्लैक फंगस के भयानक इंफेक्शन से इजाद दिलाने के लिये जरूरी दवाई के उपलब्धता हेतु ड्रग कंट्रोलर को आवश्यक निर्देश देने की मांग की है और कोरोना के इलाज के दौरान रेडमेशिविर जैसी स्थिति से मरीजो एवं उनके परिजनों को बचाने की सलाह दिया है।
स्वास्थ्य विभाग के एक जिम्मेदार अधिकारी ने कोरोना फंगस के इलाज के बारे में एडवाइजरी जारी कर बताया हैं कि राज्य के सभी मेडिकल कॉलेज में ब्लैक फंगस का इलाज मुफ्त होगा और निजी अस्पताल में भी डॉ खूबचन्द बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना के तहत एपीएल व बीपीएल दोनों तरह के मरीजो को यह सुविधा होगी,परन्तु इसका कितना पालन हो रहा है, इस पर तत्काल सरकार को मॉनीटिरिंग करने की जरूरत पर बल दिया है क्योंकि कोरोना के इलाज के दौरान हुये मरीजो के दोहन से सभी अवगत है इसलिए शासन ब्लैक फंगस के इलाज के मामले में भी सतर्कता बरते और त्वरित कार्यवाही करें अन्यथा स्वास्थ्य विभाग की एडवाजरी निर्रथक बनकर रह जायेगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रामानुजगंज,15 मई। आम आदमी पार्टी के प्रदेश सह संगठन मंत्री शिवनाथ केशरवानी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस प्रकार केंद्र सरकार काम कर रही है उससे ये साबित होता है कि देश व देश की जनता से उनका कोई सरोकार नहीं है।
छत्तीसगढ़ में रासायनिक खादों के दाम में बेतहाशा बढ़ोतरी हो गई है। केंद्र के रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय (केमीकल एंड फर्टिलाइजर मिनीस्ट्री) के अंतर्गत आने वाले इफको ने खाद के दामों में लगभग डेढ़ गुना की वृद्धि की है। 12 सौ रुपये वाले डीएपी की कीमत बढक़र 19 सौ रुपये हो गई है। अब डीएपी के मूल्य में लगभग 58 फीसद की एकाएक वृद्धि से किसान हैरान हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2020 खरीफ सीजन में डीएपी खाद किसानों को 1150 रुपये प्रति बोरी की दर से व रबी सीजन 2020-21 में 1200 रुपये प्रति बोरी की दर से दी गई थी। अब ये 1900 रुपये हो गई है । इस तरह रासायनिक खाद एनपीके के दाम में भी प्रति बोरी 565 रुपये की वृद्धि की गई है।
अब यह खाद किसानों को 1185 रुपये प्रति बोरी के स्थान पर 1747 रुपये प्रति बोरी देकर खरीदना होगा। सिंगल सुपर फास्फेट के सभी प्रकार के खादों के दाम में प्रति बोरी लगभग 36 रुपये की बढ़ोतरी हुई है। रासायनिक खाद एमओपी के दाम में भी प्रति बोरी 150 रुपये की वृद्धि की गई है। इसका दाम 850 रुपये प्रति बोरी से बढ़ाकर 1000 रुपये प्रति बोरी कर दिया गया है।आप नेता शिवनाथ केशरवानी ने कहा कि बस्तर में हाल ही में किसान ने बढ़ते खाद के दामों को लेकर और कर्ज के बोझ की वजह से आत्महत्या कर ली थी, कोरोना की वजह से पहले ही आम इंसानो के साथ-साथ किसानों की भी हालत खराब है। ऐसे में खाद के दामों में और कमी कर उनको संबल देने की जगह मूल्यों में और बेतहाशा वृद्धि करने से किसान मुसीबतों के दौर से गुजर रहे हैं। ऐसे में केंद्र सरकार को बढ़ाए हुए दामों को किसानों के हित को देखते हुए जल्द वापस लेना चाहिए और राज्य की भूपेश सरकार को किसानों को खाद पर सब्सिडी देना चाहिए , जिससे किसानों को राहत मिल सके । आम आदमी पार्टी राज्य सरकार से मांग करती है कि छत्तीसगढ़ के लगभग सभी जिलो के विभिन्न सोसाइटियों में तथा व्यापारियों को कम रेट में मार्च में ही खाद दिया जा चुका है।