छत्तीसगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 16 मई। भाजपा जिलाध्यक्ष मधुसूदन यादव ने जिले में थोड़ी सी हवा चलने या बारिश होने पर घंटो लाईट बंद होने पर सरकार पर तंज कसते कहा कि जैसे ही हवा चली, जिले में घंटों बिजली छूमंतर हो जाती है और नागरिग घंटों बिजली के बगैर गर्मी में हलाकान होते बैठे रहते हैं। यह छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार की एक बड़ी नकारात्मक उपलब्धि है।
श्री यादव ने जारी विज्ञप्ति में कहा कि डॉ. रमन सिंह की 15 साल छत्तीसगढ़ में सरकार थी, तब भी हवा चलती थी, मौसम खराब होता था, बारिश होती थी, किन्तु इतनी देर तक लाईट कभी बंद नहीं होती थी। उन्होंने कहा कि बंटवारे में जब छत्तीसगढ़ राज्य बना था, तब छत्तीसगढ़ में बिजली का फैलाव और विकास उतना नहीं था, जितना डॉ. सिंह के कार्यकाल में बिजली का विकास हुआ और यही कारण था कि छत्तीसगढ़ बिजली का सरप्लस राज्य भी बन गया। उसके बावजूद जनता को बिजली दिल्ली, यूपी, कर्नाटक, तमिलनाडु, बंगाल, हरियाणा, पंजाब की तुलना में आधे दर पर चौबीस घंटे अनवरत एवं निर्बाध बिजली मिली। राज्य की जनता कभी भी बिजली के लिए इतना हलाकान नहीं हुई, जितनी आज हो रही है। श्री यादव ने कहा कि यदि बिजली विभाग द्वारा जनता को इस तरह निरंतर परेशान किया जाता रहेगा और घंटों बिजलीविहीन रखा जाएगा तो विद्युत मंत्री का पुतला दहन किया जाएगा और बिजली विभाग का घेराव भी किया जाएगा।
राजनांदगांव, 16 मई। बेमौसम बारिश और हल्का हवा-तूफान के नाम पर आए दिन बिजली कटौती को लेकर भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश सदस्य परवेज अहमद पप्पू ने बिजली विभाग के जिम्मेदार अधिकारी को आड़े हाथ लेते कहा कि बिजली विभाग की लापरवाही से आए दिन घंटो शहर के साथ ग्रामीण वार्डों व निचली बस्ती मोहारा, हल्दी, लखोली, बसंतपुर, रेवाडीह, पेंड्री, बजरंगपुर, नवागांव, मोतीपुर, नया ढ़ाबा, शांति नगर, शंकरपुर व चिखली में बिजली कटौती से आम जनता परेशान है।
श्री अहमद ने कहा कि बेमौसम बारिश से लोग वैसे भी परेशान है तथा गर्मी और उमस के कारण लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। ऐसे समय पर बिजली कटौती करना क्या उचित है?
दल्लीराजहरा, 16 मई। बालोद जिला किसान संघ के अध्यक्ष जनकलाल ठाकुर ने जारी बयान में कहा कि वर्तमान समय में विश्व के साथ-साथ भारत देश भी कोरोना महामारी की चपेट में है। देश की आम जनता, किसान एवं उनका पूरा परिवार बहुत मुश्किल से कोरोना संक्रमण काल का सामना कर रहा है। ऐसे में केंद्र सरकार कृषि रासायनिक खादों के कीमतों में एक तरफा 54 से 60 प्रतिशत तक की वृद्धि कर किसानों के साथ कुठाराघात किया है।
उन्होंने कहा कि इस वर्ष मौसम की मार झेल रहे किसान भी बेमौसम बारिश, ओलावृष्टि से रवि की फसल में काफी नुकसान उठा रहे हैं, ऐसे में किसानों को उम्मीद थी कि रवि की फसल में हुए नुकसान को वे खरीफ की फसल में अच्छी उत्पादन कर भरपाई कर लेंगे। लेकिन सरकार द्वारा किसानों के खेतों में उपयोग उपयोग की जानें वाली रासायनिक खादों में की गई बेतहाशा वृद्धि तो किसानों के कमर तोडऩे जैसी मंशा को जाहिर कर रही है एवं दुबल को आषाढ़ वाली कहावत को चरितार्थ कर रही है। क्योंकि ये किसान अपने खेतों में जब से फसल बोआई करते हैं। तब से लेकर फसल कटने तक खाद, कीटनाशक दवाई में ही उनके फसल उत्पादन में 75 से 80 प्रतिशत कृषि उत्पादन की हिस्सा का रकम खर्च हो जाता है, जिससे उन्हें अपना परिवार पालना भी दुभर हो जाता है।
जिला किसान संघ के अध्यक्ष ने बताया कि रसायनिक खादों में बढ़ाई गई कीमतों में डीएपी 1200 रुपए से 1850 रुपए, पोटास 850 रुपए से 1000 रुपए, एमपीए 1175 रुपए से 1800 रुपए एवं सुपर फास्फेट 340 रुपए से 400 रुपए तक वृद्धि कर दी गई है।
विभागीय प्रक्रिया में उलझ रहा है क्लेम का भुगतान - फेडरेशन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 16 मई। छत्तीसगढ़ प्रदेश शिक्षक फेडरेशन के प्रांताध्यक्ष राजेश चटर्जी एवं प्रांतीय महामंत्री सतीश ब्यौहरे ने जारी विज्ञप्ति में कहा कि कोरोना महामारी ने अब तक 411 से अधिक शिक्षकों की जान ली है। अप्रैल में मौतों का आंकड़ा 370 था, लेकिन विभागीय प्रक्रिया में लेटलतीफी के कारण आश्रित परिवार को मृत्यु उपरांत देय स्वत्वों (क्लेम) का भुगतान नहीं हो रहा है। विभाग के उच्चाधिकारी तत्काल भुगतान का आदेश जिला शिक्षा अधिकारियों को जारी करना ही अपनी जिम्मेदारी मान बैठे हैं, लेकिन जारी आदेश का क्रियान्वयन फील्ड में हुआ है कि नहीं, इसकी रिपोर्ट मंगवाया जाना भी आवश्यक है। उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण से दिवंगत शिक्षकों की संख्या की विश्वसनीय जानकारी विभाग में रहना आवश्यक है, ताकि सभी मामलों में स्वत्वों का त्वरित भुगतान सुनिश्चित हो सके।
उन्होंने बताया कि एक्स ग्रेसिया राशि 50000 का तत्काल भुगतान मृतक के परिवार को किया जाना है, लेकिन फेडरेशन को शिकायत मिल रही है कि अनेक प्रकरणों में भुगतान लंबित है।
उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ सामान्य प्रशासन विभाग मंत्रालय छत्तीसगढ़ शासन रायपुर के आदेश 23 फरवरी 2019 द्वारा जारी अनुकंपा नियुक्ति के अद्यतन एकजाई निर्देश 2013 के निर्देश क्रमांक 15 (1) में दिवंगत शासकीय सेवक के कार्यालय प्रमुख या नियुक्तिकर्ता अधिकारी द्वारा दिवंगत शासकीय सेवक के आश्रित परिवार को अनुकंपा नियुक्ति संबंधी जानकारी एवं निर्धारित आवेदन पत्र का प्रारूप (परिशिष्ट-एक) एक माह के अवधि में उपलब्ध कराने तथा ऐसी जानकारी को कार्यालय के अभिलेख में सुरक्षित रखे जाने का उल्लेख है। फेडरेशन ने दिवंगत शिक्षकों के परिवार के सहायतार्थ अनुकंपा नियुक्ति के आवेदन पत्र एवं आवेदन पत्र के साथ संलग्न किए जाने वाले दस्तावेजों की जानकारी दी है।
राजनांदगांव, 16 मई। उत्तर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष आसिफ अली की मांग पर शनिवार को स्वास्थ्य विभाग द्वारा 5वें दिन स्टेशनपारा में सुबह 10 बजे से सरस्वती कला मंदिर भवन स्टेशनपारा में नि:शुल्क कोरोना टीकाकरण शिविर लगाया गया। इसमें 90 लोगों ने सोशल डिस्टेंस का पालन करते कोरोना कोविड वैक्सीन का दूसरा डोज लगवाया।
ब्लॉक अध्यक्ष श्री अली ने स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी से मुलाकात कर स्टेशनपारा के नागरिकों को होने वाली असुविधा को देखते वार्ड में शिविर लगाया गया। प्रथम दिन 60, दूसरे दिन 90, तीसरे दिन 50, चौथे दिन 88 एवं पांचवे दिन 90 लोगों ने कुल 378 लोगों ने नि:शुल्क कोरोना टीका का लाभ लिया। जिनकी उम्र 45 एवं 45 से अधिक है। इसमें धनेश्वरी साहू, छबि साहू, चमेली यादव, संतोषी नागवंशी, देवकी यादव, मंजू यादव, विद्या मेश्राम, प्रीत साहू, दानी रगड़े, मनीष गौतम, चंदन साहू, राहुल रामटेके शिविर में सहयोग प्रदान किया। उक्त जानकारी उत्तर ब्लॉक महामंत्री हितेश गोन्नाड़े ने दी।
गंडई-पैलीमेटा सेंटर में पहुंच रहे युवा
गंडई , 16 मई। कोरोना टीका लगवाने के लिए गंडई और पैलीमेटा स्थित टीकाकरण केंद्र में क्षेत्र के युवा पहुंच रहे हैं। उत्साह से लबरेज युवाओं की टीकाकरण को लेकर भीड़ उमड़ रही है। गंडई के बालक हाईस्कूल में 18 प्लस वालों को टीका लगाया गया। वहीं पैलीमेटा स्थित टीकाकरण केंद्र में युवतियों की भीड़ भी देखी गई।
नगर सहित ग्रामीण क्षेत्र के युवा लगातार स्वस्फूर्त होकर नजदीकी वैक्सीन सेंटर पहुंच रहे हैं और सेल्फी सहित सामान्य फोटा खिंचवाकर सोशल साईट्स में टीका लगवाते फोटो डालकर अन्य युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत का काम कर रहे हैं। गंडई स्थित बालक हाईस्कूल में लगभग 100 से अधिक लोगों ने वैक्सीन लगवाया है। उक्त टीकाकरण केंद्र में टीका लगवाने वालों में युवाओं की संख्या अधिक था। इसी तरह पैलीमेटा में भी युवाओं की संख्या ज्यादा था।
वहीं युवा लोगों को टीकाकरण के लिए प्रेरित भी कर रहे हैं। गंडई टीकाकरण केंद्र में रामअवतार साहू, राकेश यादव, भानुप्रताप साहू, कृष्णा मानिकपुरी, नरेश निषाद, चुनेश्वरी साहू एवं अन्य युवाओं ने टीका लगवाया। वहीं पैलीमेटा में अनुसुईया जंघेल, मेघा जंघेल, राही मशखरे, नीरू जंघेल, खेमा साहू समेत अन्य ने वैक्सीन लगवाया।
कोरोना संक्रमित गांवों का अफसर ने किया दौरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 16 मई। महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी एल.आर.कच्छप ने कसडोल विकासखण्ड के वनांचल क्षेत्र में कोरोना संक्रमित आधा दर्जन गांवों का सघन दौरा किया। उन्होंने ग्राम स्तरीय निगरानी समितियों की बैठक लेकर कोरोना की रोक-थाम के संबंध में कलेक्टर सुनील कुमार जैन के दिशा-निर्देशों की जानकारी दी और इनका पालन कर जिले को कोरोना मुक्त करने में अपनी भागीदारी निभाने का आव्हान किया।
उन्होंने प्रमुख रूप से ग्राम कुरमाझर, छाता, बिलारी, कुशभांठा, सोनपुर, बरपानी, नगरदा आदि अंदरूनी गांवों का दौरा किया। श्री कच्छप ने बैठक में कहा कि कलेक्टर साहब ने निगरानी समिति के सदस्यों पर कोरोना रोकने में विशेष भरोसा जताया है। उन्होंने कहा कि कोरोना बीमारी के लक्षणों को छुपाएं नहीं, बल्कि समय पर जांच और इलाज कराएं। इसका इलाज आसान है। अपने गांव के निकट सरकारी अस्पताल से इसकी जानकारी ले सकते हैं। सरकार ने अब ग्राम स्तर पर मितानिनों के पास भी जरूरी दवाइयां उपलब्ध करा दी है।लक्षण आने पर इन दवाइयों का उपयोग करें। झोलाछाप डॉक्टरों के चंगुल में न फसें। उन्होंने सभी पात्र लोगों को कोरोना टीका लगवाने की अपील की। उन्होंने इस संबंध में सुनी-सुनाई अथवा अफवाहों पर ध्यान न देने को कहा है।
उन्होंने कहा कि मैं स्वयं टीका लगवा चुका हूँ। मुझे कोई परेशानी नहीं हुई। इस तरह जिले में 3 लाख के लगभग लोगों को टीका लग चुका है। एक भी की मौत नहीं हुई और न ही प्रतिकूल प्रभाव आया है। कुरमाझर में 23 लोग संक्रमित हैं। जिनमे 22 लोग अपने घर में रहकर दवाई-पानी ले रहे हैं।
उन्होंने सरपंच एवं निगरानी समिति के अध्यक्ष हेमलता पटेल एवं सचिव फाल्गुनी पटेल को आइसोलेशन में रह रहे मरीज़ों की सुविधाओं का ख्याल रखने के निर्देश दिए। इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास परियोजना सोनाखान के पर्यवेक्षक श्री बंजारे एवं गौरी सिदार सहित ग्राम स्तरीय निगरानी समिति के सदस्य उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 16 मई। विधायक अरुण वोरा एवं महापौर धीरज बाकलीवाल द्वारा आजाद हास्टल दुर्ग में महावीर जैन कोविड केयर की एक और जन सेवा की पहल के तहत् कोविड जांच और वेक्सीनेशन सेंटर का शुभारंभ किया। आजाद हास्टल के श्री महावीर कोविड केयर सेंटर में प्रतिदिन प्रात: 11 बजे से 2 बजे तक कोविड जांच और वेक्सीनेशन का कार्य किया जाएगा। इस अवसर पर सभापति राजेश यादव, वरिष्ठ पार्षद मदन जैन, सुश्री नीता जैन, के अलावा महावीर कोविड केयर के संयोजक दिनेश मारोटी, सह संयोजक विमलेश कोचर तथा कमेटी के समस्त सदस्य उपस्थित थे।
कोविड केयर सेंटर का शुभारंभ अवसर पर विधायक श्री वोरा ने कहा यह शहर वासियों के लिए एक महामारी के दौर में उम्मीद और आशा का किरण साबित होगा। मैं, महावीर कोविड केयर कमेटी को धन्यवाद देता हूॅ कि जनसेवा की एक नई पहल कर लोगों को स्वास्थ्य लाभ देने की व्यवस्था की है।
इस मौके पर महापौर श्री बाकलीवाल ने कहा निश्चित रुप से महावीर कोविड केयर सेंटर का लाभ शहर वासियों को मिलेगा। कोरोना काल के समय से महावीर जैन कोविड केयर सेंटर अपनी सेवाएॅ फ्रंटलाईन वर्कस के रुप में निरंतर दे रहे हैं । मैं उनका धन्यवाद करना चाहता हूं कि इस आपदा की घड़ी में व्यक्तियों के मन में कोरोना वायरस से बचाव के बेहतर उपाय और सेवा कार्य प्रारंभ किया है। इस अवसर पर प्रकाश गोलछा, महेन्द्र गुग्गड़, अजय श्रीमाल, ऋषभ देशलहरा, रितेश बुरड, संतोष भडग़तिया, अमर कोटवानी, दिलीप मारोटी, पवन बडज़ात्या, दिलीप बाकलीवाल, चैनसुख भट्ड़, विजय गजवानी, दिलीप गोगड़ उपस्थित थे।
दल्लीराजहरा, 16 मई। केंद्र सरकार द्वारा रासायनिक खादों के मूल्य में भारी वृद्धि किये जाने के विरोध में नगर पालिका अध्यक्ष शीबू नायर एवं जिला कांग्रेस कमेटी की सचिव संगीता नायर ने अपने घर में बैठकर सरकार के इस फैसले का विरोध करते हुए बढ़ाए गए रासायनिक खादों के मूल्य को वापस लिए जाने की मांग की गई है।
नगर पालिका अध्यक्ष एवं जिला कांग्रेस कमेटी की सचिव ने कहा कि पिछले एक वर्ष से पूरा देश कोरोना महामारी के प्रकोप से परेशान है, जिसके चलते लोगों की आर्थिक स्थिति भी काफी खराब हो गई है। इस महामारी से कई उद्योग धंधे बंद हो गए हैं, जिसके चलते लाखों करोड़ों लोग बेरोजगार हो गए हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि नें खेतों में लगी फसले चौपट हो गई है। किसान आर्थिक रुप से और परेशान व कमजोर हो गया है। ऊपर से केंद्र सरकार द्वारा रसायनिक खादों के दामों में भारी वृद्धि कर किसानों को और अधिक मुसिबत में डाल दिया है। शीबू नायर व संगीता नायर नें केंद्र सरकार के किसान विरोधी इस फैसले का विरोध जताते हुए, तत्काल कृषि रसायनिक खादों के मूल्य वृद्धि को कम करने की मांग की गई है।
कोण्डागांव, 16 मई। कोण्डागांव जिले के ग्राम लंजोड़ा के दीप फाउंडेशन लंजोड़ा के सदस्यों द्वारा कोरोना के नियमों का पालन करते हुए स्वयं के व्यय से लंजोड़ा के 3 वार्डों वार्ड 10, 15, 16 में जरूरतमंद परिवारों को सूखा राशन वितरण किया गया। इस दौरान, वार्ड क्रमांक 15, 16 के सतनामी समाज अध्यक्ष मिंटू राम कोसले की उपस्थिति में फाउंडेशन के संस्थापक व पदाधिकारी योगेंद्र चतुर्वेदी दिग्विजय सेवक किशोर डेहरिया, वेद प्रकाश चतुर्वेदी पुरुषोत्तम सेवक, व सदस्य रवि डेहरिया, अभिषेक सेवक, सोमेश, आनंद, गंगाराम चतुर्वेदी, आकाश बलिहार ,अजय गायकवाड ,मेहुल कपड़े व मनोज आदि मौजूद रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
छुरा, 16 मई। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जिला गरियाबंद अभाविप के प्रांतीय आव्हान पर कोरोना मुक्त गरियाबंद अभियान लोगों तक पहुंचा रही है। जागरूकता जिले के अधिकतम गांवों तक पहुचने का लिया है। संकल्प इस अभियान के नियमित अभाविप छोटी-छोटी टोली बनाकर गांवों में जा रही है।
इसी टोली में से एक टोली स्वामी विवेकानंद टोली छुरा द्वारा कल टेंगनाबासा में पहुंचकर स्थानीय लोगों की मदद से स्क्रीनिंग का कार्य किया गया। स्क्रीनिंग के विषय में बताते हुए अभाविप गरियाबंद के जिला संयोजक अनंत सोनी ने बताया कि गरियाबंद जिले का हर कार्यकर्ता देश समाज के कार्य एवं कोरोना से जीत हेतु तन मन धन से लगा हुआ है।
श्री सोनी ने बताया कि पूरे जिले में अभाविप ने अपनी टोलियों का निर्माण अलग-अलग नामों से किया है, जो टोली गरियाबंद जिले के अधिकतम गांव तक पहुंचने का प्रयास करेगी। उन्होंने बताया कि गरियाबंद जिले के सभी विकासखंडों में पांच टोलियों का निर्माण किया है, जो इस प्रकार है- चंद्रशेखर आजाद टोली गरियाबंद, स्वामी विवेकानंद टोली छूरा, सुभाष चन्द्र बोस टोली राजिम, बाबा भीमराव अम्बेडकर टोली मैनपुर, डॉ.केशव बलीराम हेडगेवार टोली देवभोग, शहीद भगत सिंह टोली फिंगेश्वर ये सभी टोलियां 15 से 25 मई तक यह अभियान चलाएगी।
इस अभियान के जिले के अभियान प्रमुख दीपक सिन्हा (प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य) को बनाया गया है। अभियान प्रमुख दीपक सिन्हा ने कहा कि जिले मे सभी टोलियां लगातार इस कार्य में लगी हुई है। मैं यह कहना चाहता हूं कि हम जरूर जीतेंगे, हारेगा कोरोना, जीतेगा भारत। स्वामी विवेकानंद टोली के प्रमुख भुपेंद्र सिन्हा ने बताया कि हमने ग्राम टेंगनांबासा से इस अभियान का शुभारंभ किया है। यह अभियान निरंतर चलेंगा इसमें सभी कार्यकर्ताओं का सहयोग हमें प्राप्त हो रहा है। आज हम कोरोना मुक्त गरियाबंद कोरोना मुक्त छुरा का संकल्प लेते हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 16 मई। वन परिक्षेत्र रायगढ़ के बोइरदादर बीट में शनिवार को फिर एक चीतल की मौत हो गई। कुत्तों के हमले से चीतल गंभीर रूप से घायल हुआ और बाद में उसकी मौत हो गई। घटना के बाद मृत चीतल को गोमर्डा अभ्यारण्य बरमकेला के जंगल में हिंसक वन्यप्राणियों के भोजन के लिए छोड़ा गया है।
इस संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक शनिवार की सुबह बोइरदादर बीट से भटककर एक चीतल सडक़ तक पहुंच गया था। तभी कुत्तों के झुंड ने उस पर हमला कर दिया। इससे चीतल के पिछले पैर की ओर कुत्तों के काटने से वह गंभीर रूप से जख्मी हो गया। इसके बाद उसे इंदिरा विहार ले जाया गया। जहां उसके इलाज के लिए प्रक्रिया शुरू की गई, पर कुछ ही देर में चीतल की मौत हो गई। इसके बाद मृत चीतल के शव को हिंसक वन्यप्राणी के भोजन के लिए गोमर्डा अभ्यारण्य बरमकेला के कक्ष क्रमांक 968 आरएफ में छोड़ा गया है।
विदित हो कि रायगढ़ वन परिक्षेत्र में संवेदनशील बीट माने जाने वाला बोइरदादर बीट में पिछले लगभग डेढ़ माह में तीन चीतल की मौत हो चुकी है।
इस संबंध में वन मंडल रायगढ़ के डीएफओ प्रणय मिश्रा का कहना है कि कुत्तों के हमले से चीतल की मौत हुई है। जिसे हिसंक वन्यप्राणियों के भोजन के लिए गोमर्डा अभ्यारण्य में छोड़ा गया है और उस पर पूरी तरह निगरानी की जा रही है।
आवासहीनों को कम राशि में मिलेगा सर्वसुविधायुक्त आवास-वोरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 16 मई। शहर के सरस्वतीनगर वार्ड नंबर 34-35 की हमेशा गंदे पानी से भरी रहने वाली डभरी को पाट कर राज्य शासन की मोर मकान मोर चिन्हारी आवास योजना के अंतर्गत 34 करोड़ की लागत से 522 मकान बनाए जा रहे हैं। जिसमें 4.79 लाख की लागत के एक बीएचके मकानों को केवल 75 हजार रु में जरूरतमंदों को दिए जाएंगे। मकानों की लागत में 2.5 लाख राज्य शासन द्वारा एवं 75 हजार हितग्राही द्वारा खर्च वहन किए जाने का प्रावधान है, शेष राशि केंद्र द्वारा आबंटित है।
सरस्वती नगर के अलावा पोटिया में भी 130 आवासों का निर्माण किया जा रहा है। पूर्व में भी इस योजना के अंतर्गत सैकड़ों परिवारों के खुद के आशियाने का सपना सच हुआ है। विधायक अरुण वोरा व महापौर धीरज बाकलीवाल निर्माण कार्य के निरीक्षण में पहुंचे। वोरा ने कहा कि कोविड-19 के चुनौतीपूर्ण समय मे भी गरीबों को आवास मुहैया करवाने का कार्य तेजी से चल रहा है।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि जल्द से जल्द सर्वे कर हितग्राहियों को चिन्हांकित कर लिया जाए और सभी मूलभूत सुविधा सुनिश्चित कर जल्द से जल्द आबंटन की प्रक्रिया पूरी की जाए। महापौर धीरज बाकलीवाल ने पेयजल, पानी निकासी, और पक्की सडक़ का काम जल्द से जल्द पूर्ण करवाने एवं कार्य की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए। इस दौरान पूर्व पार्षद राजेश शर्मा, कन्या ढीमर, राजकुमार साहू, एल्डरमैन अंशुल पांडेय, जगमोहन ढीमर व निगम के कार्यपालन अभियंता राजेश पांडेय, उप अभियंता जितेंद्र समैया मौजूद थे।
जिले में 4 हजार एक्टिव मरीज, अब तक 487 मौत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 16 मई। जिले में कोरोना का कहर अब कमजोर पड़ता दिखाई दे रहा है। नए कोरोनाग्रस्त मरीजों की तादाद में गिरावट आते ही संक्रमण दर 5 फीसदी के आसपास पहुंच गया है। मई के पहले सप्ताह के बाद से कोरोना रोगियों की स्वस्थ होने की संख्या भी दोगुनी हो गई है। अप्रैल के महीने में संक्रमण दर 17 फीसदी के आसपास पहुंच गया था। लगातार कोरोना से बचाव के लिए उठाए गए कदमों के बाद अब सुखद नतीजे मिल रहे हैं। बताया जा रहा है कि अब तक जिले में 55 हजार 611 कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे, जिसमें 51 हजार 172 स्वस्थ होकर घर चले गए हैं। तीन हजार मरीज होम क्वॉरंटीन होकर स्वस्थ हुए हैं। बेहतर इलाज होने से जिले में अब 4 हजार कोरोना संक्रमित मरीज इलाजरत हैं। हालांकि मौतों की संख्या में अब भी मामूली गिरावट आई है। इस बात को लेकर प्रशासन और स्वास्थ्य महकमा चिंताग्रस्त है।
बताया जा रहा है कि जिले में अब तक 487 लोगों की कोरोना के चलते जान चली गई। पिछले डेढ़ साल के आंकड़े में नजर डालें तो मौत की संख्या अप्रैल और मई के महीने में लगातार बढ़ी। गुजरे साल करीब सवा सौ लोगों की कोरोना से जान चली गई थी। इस साल मार्च से अब तक सिर्फ ढाई माह की अवधि में 350 से अधिक की जान चली गई। मौजूदा हालात में रोजाना औसतन दो से तीन की जान जा रही है।
बताया जा रहा है कि संक्रमण दर कम करने के साथ-साथ मौत के सिलसिले को रोकने की कठिन चुनौती खड़ी है। मौतों की बढ़ती संख्या से सामान्य हो रहे हालात के बावजूद लोगों में डर बरकरार है। चालू महीने में ही 66 लोगों की वैश्विक महामारी ने जान ली है। मई माह में शहर से 894 और ग्रामीण क्षेत्र से 4532 कोरोना पॉजिटिव मिले। इधर मई माह के 15 दिन के भीतर अब तक 10 हजार 748 लोग कोरोना को मात देकर स्वस्थ हुए।
बिना अनुमति शादी करने पर जुर्माना
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कवर्धा, 16 मई। अक्षय तृतीया पर जिला प्रशासन के अफसरों व पुलिस की टीम ने कई नाबालिगों की शादी रूकवाई और उन्हें मौके पर उपस्थित लोगों को बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 की विस्तृत जानकारी भी दी। कई जगह विवाह आयोजन की अनुमति नहीं लेने के कारण पांच हजार रूपये का जुर्माना भी लगाया गया।
जिला कलेक्टर रमेश कुमार शर्मा के निर्देशन में कोविड-19 गाइडलाईन की कड़ाई से पालन कराने तथा बाल विवाह पर रोक लगाने राजस्व विभाग, पंचायत विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग एवं पुलिस विभाग के दल द्वारा जिले सभी पंचायतो एवं नगरीय क्षेत्रों का सघन भ्रमण कर जानकारी ली गई। सघन जांच के दौरान ग्राम इंदौरी में एक नाबालिग बालक की बेमेतरा निवासी एक बालिका के साथ शादी करने के लिए बारात निकलने तैयारी की सूचना मिली, जिस पर हेमन्त पैकरा नायाब तहसीलदार, मुलचंद पाटले थाना प्रभारी पिपारिया और महिला एवं बाल विकास विभाग बाल संरक्षण टीम ने विवाह स्थल जाकर बालक के उम्र संबंधित दस्तावेजों का सूक्ष्म परीक्षण किये जिसमें बालक का उम्र 21 वर्ष कम पाया गया। जिस पर टीम ने तत्काल विवाह स्थिगित कराते हुए बारात निकलने से पहले ही रोक लिया गया. इसी दौरान एक और बारात जिला बेमेतरा के लिए निकल जाने की जानकारी प्राप्त हुई जिसमें बालक दस्तावेज अनुसार बालिग था, किन्तु टीम को संदेह हुआ कि बालिका की उम्र कम हो जिस पर नायब तहसीलदार के निर्देश पर जिला बेेमेतरा की बाल संरक्षण टीम को विवाह स्थल भेजकर बलिका की उम्र सत्यापन कराया गया, जिसमें बालिका 18 वर्ष से कम निकली और बाल विवाह रोका गया।
इसी तरह ग्राम घुघरी में दो नाबालिग भाईयों की शादी किये जाने की सूचना मिली। जिस पर मनीष वर्मा तहसीलदार, पुलिस और महिला एवं बाल विकास विभाग बाल संरक्षण टीम ने विवाह स्थल जाकर दोनों बालक के उम्र संबंधित दस्तावेजों का सूक्ष्म परीक्षण किये जिसमें दोनों बालक का उम्र 21 वर्ष कम पाया गया। जिस पर टीम ने तत्काल विवाह स्थगित कराया तथा कोरोना महामारी के दौरान विवाह आयोजन की अनुमति नहीं लेने के कारण पांच हजार रूपये का जुर्माना भी लगाया गया।
मनीष वर्मा तहसीलदार ने मौके पर उपस्थित लोगों को बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि 21 वर्ष कम उम्र के लडक़े और 18 वर्ष से कम उम्र की लडक़ी के विवाह को प्रतिबंधित किया गया है बाल विवाह जैसे सामाजिक बुराई को समाज से समूल समाप्त करने बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम के अंतर्गत बाल विवाह करने या कराने वाले बर एवं बधु के माता-पिता सगे संबंधी, बराती यहां तक पुरोहित पर भी कानूनी कार्यवाही की जा सकती है इसमें कड़ी सजा का भी प्रवाधान जो 2 वर्ष का कठोर कारावास अथवा जुर्माना हो 1 लाख रूपये तक हो सकता है अथवा दोनों से दण्डित किया जा सकता है।
हेमन्त पैकरा नायाब तहसीलदार ने नाबालिक के परिवार एवं मौके पर उपस्थित लोगों को बताया कि बाल विवाह केवल एक समाजिक बुराई ही नही अपितु कानूनन अपराध भी है। बाल विवाह के कारण बच्चों में कुपोषण, शारीरिक दुर्बलता, शिक्षा का अभाव, मानसिक विकास में रूकावट, हिंसा व दुव्र्यवाहर, समयपूर्व गभवस्था, मातृ एवं शिशु मृत्यु दर के साथ घरेलू हिंसा में भी वृद्धि होती है, इसलिए इससे बचे।
रायगढ़, 16 मई। रायगढ़ जिले के अशर्फी देवी चिकित्सालय में एक मरीज को गुरुवार को रायपुर भेज दिया गया है। 35 वर्षीय मरीज रायगढ़ जिले के पुसौर क्षेत्र का रहने वाला है। मरीज को एक दिन पहले बुधवार को भर्ती कराया गया था। मरीज की एक आंख और उसके नीचे चेहरे के एक बड़े हिस्से पर काला स्पॉट दिख रहा था। संदिग्ध मरीज पहले कोरोना पॉजिटिव रह चुका था। मरीज के लक्षण ब्लैक फंगस से मिलते जुलते हैं। लेकिन अभी साफ तौर पर यह नहीं कहा जा सकता किया फंगस इंफेक्शन है या बैक्टीरियल। मरीज का इलाज कर रहे डॉ. रूपेंद्र पटेल का कहना है कि मरीज में ब्लैक फंगस के संदिग्ध लक्षण दिखाई दे रहे हैं। उसे एक दिन पहले भर्ती किया गया था। शंका के आधार पर इमरजेंसी ट्रीटमेंट देकर रायपुर भेज दिया गया है। वहां जांच के बाद ही कंफर्म हो पाएगा कि यह ब्लैक फंगस है या कोई बैक्टीरियल इंफेक्शन।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कवर्धा, 16 मई। लूट के 2 शातिर अपराधियों को थाना पंडरिया पुलिस ने महज 4 घंटे में गिरफ्तार किया है। लूट में गई मोटरसाइकिल एवं नकदी पुलिस ने बरामद किया है। दोनों ही आरोपी पूर्व में भी लूट, तथा मारपीट के आरोप में जेल जा चुके हैं।
पुलिस के अनुसार प्रार्थी तरुण झारिया सढ़वा जिला डिंडौरी म.प्र. ने थाना पंडरिया आकर रिपोर्ट दर्ज कराया कि मैं 14 मई को अपने मोटरसाइकिल क्रमांक सीजी .07 बी.ए 9230 से भिलाई से पंडरिया होते हुये बजाग जा रहा था,कि दो मोटर सायकल क्र.सी.जी. 09 जे.जी. 6196 में सवार अज्ञात व्यक्ति के द्वारा मुझे पंडरिया के कन्या हाईस्कूल के पास डरा धमकाकर मारपीट कर मेरे मोटरसाइकिल क्रमांक सीजी .07 बी.ए. 9230 एवं मेरे जेब में रखे 600 रु को लूट कर फरार हो गए हैं।
पुलिस अफसरों के मार्गनिर्देशन में थाना प्रभारी पंडरिया निरीक्षक के.के. वासनिक के द्वारा स्वयं हमराह स्टाफ को लेकर आरोपियों के पता तलाश हेतु घटनास्थल की ओर रवाना हुए तथा आरोपियों का पता तलाश कर रहे थे। घटना के करीब 4 घंटा बाद दो व्यक्ति कुकदूर रोड से आते मिले, जिसे रुकवा कर बारीकी से पूछताछ करने पर संतोषजनक जवाब ना देने पर कड़ाई से पूछताछ किया गया। संदेह होने पर मौके में ही प्रार्थी को बुलाकर पहचान कराया गया। प्रार्थी द्वारा उक्त घटना को अंजाम देने की पुष्टि की गई जिस पर आरोपी से पूछताछ करने पर अपना नाम संजय पांडेय 24 वर्ष पंडरिया एवं विश्वराज सिंह 35 वर्ष पंडरिया के द्वारा घटना करना स्वीकार किया गया।
आरोपियों के कब्जे से दो मोटरसाइकिल (1) घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल सी.जी. 09 जे.जी. 6196 (2) लूट की गई मोटरसाइकिल सीजी 07 बी.ए. 9230 कीमती 46000 रुपये एवं लूट की राशि नकदी रकम 600/ रुपये को पंडरिया पुलिस के द्वारा जब्त किया गया। दोनो ही आरोपियों को पंडरिया पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष पेश कर रिमाण्ड पर जेल भेज दिया गया है।
खरसिया, 16 मई। कोरोना संक्रमण के दौर में रासायनिक खादों की कीमतें में 58 फीसदी की बढ़ोतरी हो गई है। इससे धान, सब्जी और अन्य फसल लेने वाले किसानों की परेशानी बढ़ जाएगी। खरसिया के कृषक नेताओं ने किसानों के हितों की रक्षा के लिए रासायनिक उर्वरक कंपनियों की इस मनमानी की निंदा करते हुए बेतहाशा मूल्य वृद्धि पर रोक लगाए जाने का आग्रह किया है।
खरसिया के किसान नेता सुकदेव डनसेना, अभय महांती, मनोज गबेल, नेत्रानंद पटेल ने नए रासायनिक उर्वरकों की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि किए जाने पर अपना विरोध प्रकट किया है। उनके अनुसार डी अमोनियम फॉस्फेट के लिए किसानों को प्रति बोरा 700 रुपए अतिरिक्त देना होगा। ऐसे में किसानों की उत्पादन लागत बढ़ जाएगी और उनका लाभ कम हो जाएगा। डीएपी खाद का बाजार मूल्य वृद्धि करके केंद्र सरकार कोरोना काल में किसानों से लूट कर रही है।
करोना काल में किसान ऐसे ही परेशान हैं, उस पर रासायनिक उर्वरकों में मूल्य वृद्धि करके किसानों की जान लेने की तैयारी की जा रही है। यदि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कभी अपने जीवन मे कृषि कार्य धान गेहूं व अन्य फसल लगाते तो इन्हें स्वयं मालूम होता कि किसान किस हाल में है। इसलिए केंद्र सरकार किसानों को भी लूट सके उतना लूटने का प्रयास कर रही है।
खरीफ सीजन 2021 में इसका मूल्य बढ़ाकर 1900 रुपए प्रति बोरी कर दिया गया है। जबकि बीते एक साल से कोरोना महामारी के चलते आम लोगों के साथ-साथ किसान भी परेशान हैं। ऐसी स्थिति में डीएपी सहित अन्य रासायनिक उर्वरकों के दामों में वृद्धि के चलते किसानों पर दोहरी मार पड़ेगी और वह खरीफ सीजन के लिए खाद खरीदने में असहाय हो जाएंगे। खरसिया के कृषक नेताओं ने किसानों के हितों की रक्षा के लिए रासायनिक उर्वरक कंपनियों की इस मनमानी और बेतहाशा मूल्य वृद्धि पर रोक लगाए जाने का आग्रह किया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कवर्धा, 16 मई। आठ लाख का 80 किलोग्राम गांजा के साथ ओडिशा का गाँजा सरगना सहित 2 तस्कर पुलिस के हत्थे चढ़े। गांजा की कीमत 8 लाख रुपये एवं घटना में प्रयुक्त वाहन पिकअप कीमती 3 लाख रुपये जब्त किया गया है।
पुलिस के अनुसार 14 मई को थाना चिल्फी जिला कबीरधाम को मुखबिर द्वारा सूचना प्राप्त हुई है कि एक पिकअप वाहन में अवैध रूप से मादक पदार्थ गांजा भरकर रायपुर कवर्धा की ओर से जबलपुर होते दिल्ली की ओर परिवहन करते ले जा रहा है ।
युक्त वाहन में बैठे व्यक्ति की गतिविधि संदिग्ध प्रतीत हो रही है। सूचना के संबंध में थाना प्रभारी चिल्फी रमाकांत तिवारी द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया जिस पर वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा सूचना की तस्दीक की हेतु नाकाबंदी पॉइंट लगाकर वाहनों की चेकिंग करने हेतु निर्देशित किया गया । तत्काल चिल्फी पुलिस द्वारा हमराह स्टाफ के साथ रायपुर जबलपुर नेशनल हाईवे रोड में चलित नाकेबंदी पॉइंट लगाया जाकर मार्गों में गुजर रहे वाहनों की चेकिंग की गई।
कुछ समय पश्चात मुखबिर द्वारा बताए गए जानकारी अनुसार एक पिकअप वाहन जो खाली था व बताये गये हुलिया अनुसार था रुकवाया गया जिसका नम्बर क्रमांक डीएल 01 एलपी 637 था । जिसमें सवार व्यक्ति को विधि अनुसार व कोविड के गाइड लाइन का पालन करते हुवे नाम पता पूछने पर अपना नाम हरे राम साहनी (33)दिल्ली, सुशांत नीमा (19) ओडिशा से पूछताछ करने पर जबलपुर मध्य प्रदेश होते दिल्ली जाना बताया व वाहन की बारीकी से सघन तलाशी करने पर वाहन के डाला को पूरी तरह से मोडिफाई कर बिशेष चेम्बर बनाकर जो ऊपर से बोल्ट से कसा था गाँजा का परिवहन करना पाया गया।
वाहन में सवार व्यक्ति से पूछने पर युक्त गांजा बिक्री हेतु अवैध रूप से धन अर्जित करने रायपुर से दिल्ली बिक्री किए जाने हेतु ले जाना पाया गया उक्त आरोपीगण से 40 पैकेट खाकी रंग के टेप से लिपटा हुआ फुल वजन 80 किलोग्राम मादक पदार्थ गांजा कीमती करीबन 8,00,000 एवं एक महिंद्रा पिकअप वाहन क्रमांक डीएल 01 एलपी 0637 कीमती करीबन 300000 कुल जुमला करीबन 1100000 रुपए को जब्त किया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 16 मई। राजनांदगांव सांसद संतोष पांडेय ने एक बार फिर ऑनलाइन शराब डिलीवरी किए जाने के राज्य सरकार के फैसले की आलोचना करते कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कोरोनाकाल के दौर में वैक्सीन पहुंचाने के बजाय लोगों के घरों तक शराब पहुंचाने का काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्य है कि सूबे के मुख्यमंत्री टीकाकरण को शत-प्रतिशत सफल बनाने के बजाय आबकारी नीति पर ज्यादा जोर दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि हर मामले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जिम्मेदार ठहराने का चलन कांग्रेस और मुख्यमंत्री में बढ़ गया है।
प्रदेश में हर मोर्चे पर यह सरकार फेल हो गई है। उन्होंने नरवा, गरवा, घुरवा-बाड़ी की योजना की खस्ता हालत पर भी तंज कसते कहा कि प्रदेश सरकार की अब तक सभी योजनाएं धरी की धरी रह गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना से जूझते लोगों की सुरक्षा करने में प्रदेश सरकार नाकाम रही है।
अंतिम संस्कार के लिए पैसा लेने के विरोध में उतरे कांग्रेसी, लकड़ी-कंडे फेंके
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 16 मई। शहर के मठपारा स्थित मुक्तिधाम में शनिवार को एक गरीब युवक के दाह संस्कार के एवज में रुपए मांगे जाने के मामले को लेकर रविवार को कांग्रेस नेता निखिल द्विवेदी ने अपने समर्थकों के साथ मुक्तिधाम प्रमुख खूबचंद पारख के निवास के सामने प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान कांग्रेसी नेताओं ने पारख के घर के सामने लकड़ी और कंडे फेंक दिए। मठपारा मुक्तिधाम का संचालन सालों से गौशाला पिंजरापोल समिति द्वारा किया जा रहा है।
शहर के राजीव नगर वार्ड के शिवप्रसाद सारथी के जवान बेटे इंदरचंद सारथी के शव के अंतिम संस्कार के लिए मुक्तिधाम ले जाया गया। मुक्तिधाम के कर्मचारियों ने पिता से 2100 रुपए जमा करने की मांग की। रकम जमा करने की हैसियत नहीं होने का हवाला देकर पिता ने अंतिम संस्कार की गुहार लगाई, लेकिन कर्मियों का मन नहीं पसीजा। बताया जा रहा है कि इस बात की जानकारी मिलने के बाद कांग्रेस नेता निखिल द्विवेदी और शुभम उपाध्याय समेत अन्य कार्यकर्ताओं ने वार्ड पार्षद की मदद से मृत युवक का अंतिम संस्कार कराया।
इधर इस पूरे मामले को लेकर आज भाजपा नेता और गौशाला पिंजरापोल समिति प्रमुख खूबचंंद पारख के गंज लाइन स्थित निवास के सामने कांग्रेसी नेताओं ने नारेबाजी करते विरोध जताया। हाथों में तख्तियां लेकर उनके घर के सामने प्रदर्शन करते कांग्रेसी नेताओं ने जल्द ही प्रशासन से मुक्तिधाम के संचालन की कमान अपने हाथ में लेने की मांग की। वहीं समिति पर लाशों का सौदा और अंतिम संस्कार का पैसा लेने को बंद करने की मांग की। कांग्रेस नेता निखिल द्विवेदी ने कहा कि कोरोनाकाल में गरीब तबका पहले से ही मुसीबत में है। इस संकट के दौर में भाजपा नेता घर में सुस्ता रहे हैं। ऐसे हालत में मुक्तिधाम समिति द्वारा शव की अंत्येष्टि के लिए रकम मांगना मानवता को शर्मसार करने जैसा है। उन्होंने कहा कि 15 साल भाजपा के रसूखदार नेता माने जाने वाले पारख और उनकी समिति ने इंसानियत को तार-तार कर दिया है। इस बीच प्रदर्शन को देखते हुए पारख के घर की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। कांग्रेसी नेताओं ने एक वाहन में लकड़ी और कंडे ले जाकर पारख के घर के सामने फेंक दिए।
बताया जा रहा है कि इस पूरे मामले में राज्य सरकार से भी शिकायत करने की तैयारी की जा रही है। बहरहाल कोरोनाकाल में शव जलाने के नाम पर आज कांग्रेसियों ने जहां प्रदर्शन किया। वहीं भाजपा पूरे मामले में रक्षात्मक रूख में नजर आई।
ग्रामीणों को दूर रहने हिदायत, वन-पुलिस की टीम सुरक्षा में तैनात
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 16 मई। जिला मुख्यालय से 2 किमी पर आमदी (म) के एक पेड़ पर जंगल से भटके 2 तेंदुआ शावक बैठे हुए हैं, वहीं आसपास मादा तेंदुआ होने की आशंका से ग्रामीणों में दहशत है। खबर फैलते ही देखने के लिए भीड़ उमडऩे लगी थी। इसकी जानकारी मिलते ही सुरक्षा के चलते पुलिस व वन विभाग कर्मचारियों को तैनात किया गया। दोपहर 1 बजे समाचार लिखे जाने तक तेंदुए के बच्चे पेड़ पर बैठे हुए हंै।
मिली जानकारी अनुसार जिला मुख्यालय से लगे हुए ग्राम आमदी (म) जहाँ आज सुबह मज़दूर मनरेगा के तहत खेत में मिट्टी खोदाई कर रहे थे, उसी दौरान पेड़ में आहट मिलने पर कार्य में लगे मजदूर पेड़ की ओर देखे, जहाँ तेंदुए के दो बच्चे बैठे हुए थे।
घटना की जानकारी तत्काल वनविभाग को दी गई। जानकारी मिलते ही वन विभाग के कर्मचारी मौक़े पर पहुंच तेंदुआ के दो शावकों को पेड़ पर चढ़े देख आशंका व्यक्त की कि दोनों शावकों की माँ मादा तेंदुआ भी आसपास ही होगी, इससे कोई बड़ी घटना घट सकती है। इसे देखते हुए आसपास के ग्रामीणों को दूर रहने की हिदायत देते हुए वनविभाग व पुलिस की टीम सुरक्षा में तैनात किया गया है।
खेतों में जाने से डरने लगे हैं किसान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कसडोल,16 मई। बलौदाबाजार वन मण्डल के उपवन मण्डल कसडोल के वन परिक्षेत्र देवपुर के गांवों की फसल को झुंड से छिटककर एक दंतैल नुकसान पहुंचा रहा है, जिससे किसान खेतों में जाने से डरने लगे हैं।
कसडोल के जंगल में दो सप्ताह पूर्व वन परिक्षेत्र के जंगल में ग्राम तेन्दुचुआ के नजदीक 18 हाथियों के दल को देखा गया था, जिसे ग्रामीण सामूहिक रूप से भगाने में सफल हुए थे। उक्त हाथियों का दल कोठारी के जंगल से देवगढ़ घाट के पास सडक़ पार कर ग्राम चनहाट के तालाब में पानी पीते नहाते देखा गया था, जो पुन: नवागांव कोठारी तालदादर के फसलों के नजदीक पहुंच गया था, जिसे ग्रामीणों ने भगा दिया था। ग्रामीणों का कहना है कि उसमें से एक दंतैल हाथी छिटककर तेन्दुचुआ, धमलपुरा, कोसमसरा, गितपुरी, पकरीद के खेतों में फसल को नुकसान कर रहा है। दो दिन पहले 14 मई को ग्राम कोसमसरा के सिचाई तालाब के नजदीक देखा गया है। इस तरह किसी न किसी गांव में रोज हाथी फसलों के नजदीक पहुंच रहा है।
परिक्षेत्र अधिकारी पंचराम यदु का कहना है कि हाथियों का दल बिखर गया है। कभी 2 हाथी तो कहीं 1 हाथी को फसल के नजदीक देखा जा रहा है, जिसे भगाने के बाद जंगल में चला जा रहा है। इधर वन परिक्षेत्र अधिकारी लवन एन के सिन्हा ने बताया कि 12 मई को ग्राम औराई के पास 3 हाथियों को देखा गया है, जिसे ग्रामीणों के संयुक्त प्रयास से भगाया गया।
ग्रामीणों के अनुसार रेंजर का कहना है कि रेंज से सटे सिरपुर रेंज के जंगल की ओर चला गया है। इससे साफ जाहिर होता है कि हाथियों का दल बिखर गया है, जो जंगल से सटे किसी न किसी गांव की फसल के नजदीक पहुंच रहा है। ग्रामीणों में फसल नुकसानी के अलावा जान का भी खतरा बढ़ गया है।
कोठारी के जंगल में हाथियों ने बना रखा स्थाई निवास
बलौदाबाजार वनमण्डल का अभ्यारण्य वन परिक्षेत्र बार नवापारा तथा कोठारी का जंगल पिछले दो-तीन साल से हाथियों का स्थायी निवास बना हुआ है, जो यहां से अन्य 6 परिक्षेत्रों देवपुर, सोनाखान, अर्जुनी, बिलाईगढ़, लवन, रवान तथा महासमुंद वन मण्डल के सटे पिथौरा सिरपुर के जंगलों में विचरण करते हैं। परिक्षेत्र अधिकारी बार नवापारा तथा कोठारी कृषाणु चन्द्राकर तथा पवन सिन्हा का कहना है कि जंगल के भीतर हाथियों का दल होने की खबर है, किंतु संख्या सुनिश्चित नहीं बताया जा सकता है। वन अधीक्षक अभ्यारण्य आर एस मिश्रा ने बताया है कि आसपास के ग्रामीणों को सतर्क कर दिया गया है तथा हाथियों पर नजर रखी जा रही है ।
जिले में 4 हजार एक्टिव मरीज, अब तक 487 मौत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 16 मई। जिले में कोरोना का कहर अब कमजोर पड़ता दिखाई दे रहा है। नए कोरोनाग्रस्त मरीजों की तादाद में गिरावट आते ही संक्रमण दर 5 फीसदी के आसपास पहुंच गया है। मई के पहले सप्ताह के बाद से कोरोना रोगियों की स्वस्थ होने की संख्या भी दोगुनी हो गई है। अप्रैल के महीने में संक्रमण दर 17 फीसदी के आसपास पहुंच गया था। लगातार कोरोना से बचाव के लिए उठाए गए कदमों के बाद अब सुखद नतीजे मिल रहे हैं।
बताया जा रहा है कि अब तक जिले में 55 हजार 611 कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे, जिसमें 51 हजार 172 स्वस्थ होकर घर चले गए हैं। तीन हजार मरीज होम क्वॉरंटीन होकर स्वस्थ हुए हैं। बेहतर इलाज होने से जिले में अब 4 हजार कोरोना संक्रमित मरीज इलाजरत हैं। हालांकि मौतों की संख्या में अब भी मामूली गिरावट आई है। इस बात को लेकर प्रशासन और स्वास्थ्य महकमा चिंताग्रस्त है।
बताया जा रहा है कि जिले में अब तक 487 लोगों की कोरोना के चलते जान चली गई। पिछले डेढ़ साल के आंकड़े में नजर डालें तो मौत की संख्या अप्रैल और मई के महीने में लगातार बढ़ी। गुजरे साल करीब सवा सौ लोगों की कोरोना से जान चली गई थी। इस साल मार्च से अब तक सिर्फ ढाई माह की अवधि में 350 से अधिक की जान चली गई। मौजूदा हालात में रोजाना औसतन दो से तीन की जान जा रही है।
बताया जा रहा है कि संक्रमण दर कम करने के साथ-साथ मौत के सिलसिले को रोकने की कठिन चुनौती खड़ी है। मौतों की बढ़ती संख्या से सामान्य हो रहे हालात के बावजूद लोगों में डर बरकरार है। चालू महीने में ही 66 लोगों की वैश्विक महामारी ने जान ली है। मई माह में शहर से 894 और ग्रामीण क्षेत्र से 4532 कोरोना पॉजिटिव मिले। इधर मई माह के 15 दिन के भीतर अब तक 10 हजार 748 लोग कोरोना को मात देकर स्वस्थ हुए।
गली-मोहल्लों में भी रहा सन्नाटा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 16 मई। पांचवी बार लॉकडाउन की मियाद बढ़ाए जाने के बीच रविवार को दूसरी बार पूर्ण लॉकडाउन होने से शहर पूरी तरह से सूना रहा। शहर के व्यस्तम चौक-चौराहों में वीरानी छाई रही। बीते सप्ताह रविवार को भी प्रशासन ने पूर्ण लॉकडाउन लागू किया था। कोरोना वायरस संक्रमण के चेन को तोडऩे के लिए प्रशासनिक स्तर पर लॉकडाउन के साथ-साथ सप्ताह में एक दिन पूर्ण लॉकडाउन लागू किया गया है।
प्रशासन हर स्तर पर कोरोना के सफाये को लेकर प्रयासरत है। रविवार को शहर के व्यापारिक मार्ग पूरी तरह से खाली रहे। वहीं जयस्तंभ चौक, मानव मंदिर चौक समेत दूसरे चौक-चौराहों में भी सन्नाटा पसरा रहा। शहर के अलावा अंदरूनी वार्डों में भी कफ्र्यू जैसी स्थिति नजर आई। प्रशासन ने 5वीं बार 16 से 31 मई तक लॉकडाउन की मियाद को बढ़ा दिया है। 5वें दौर के लॉकडाउन में कारोबार को लेकर काफी रियायतें मिली है। वहीं प्रशासन ने राशन दुकानों को खोलने व कपड़ा, सराफा समेत कुछ और कारोबार को सप्ताह में 3 दिन खोलने की अनुमति दी है। गुजरे पखवाड़े में लॉकडाउन के सख्ती के अपेक्षित नतीजे भी मिले।
बताया जा रहा है कि रविवार को पूर्ण लॉकडाउन के दौरान किसी भी कारोबार को छूट नहीं दी गई थी। इसी के चलते शहर पूरी तरह से खाली रहा। गली-रास्तों में लोगों की आवाजाही पूरी तरह से नदारद रही। लगातार दूसरे रविवार को पूर्ण लॉकडाउन होने से लोग घरों में ही दुबके रहे।