छत्तीसगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 11 मई। कोरोनाकाल में ठेले-खोमचे कारोबारियों की भी हालत पस्त है। इससे परे पुश्तैनी गुपचुप का कारोबार करने वाले रामबिलास गुप्ता व्यवसायिक समझ के बूते गुपचुप के कारोबार का तरीका बदलकर कोरोनाकाल के दौर में परिश्रम करने से गुरेज नहीं कर रहे हैं। अपनी समझदारी से ठेले के बजाय मोटर साइकिल में गुपचुप का व्यापार करते हुए गुप्ता रोजाना दिहाड़ी रोजी निकाल रहे हैं।
करीब 24 साल से परंपरागत रूप से सामान्य दिनों में गुपचुप और चाट के व्यापार से गुप्ता अच्छी कमाई करते थे। पिछले डेढ़ साल से कोरोना ने व्यापार को चौपट कर दिया है। गुप्ता का कहना है कि कोरोना से जंग लडऩे के साथ पेट पालना भी एक चुनौती है। वह मोटर साइकिल से चौक-चौराहे में गुपचुप का व्यापार कर परिवार के लिए दो वक्त की रोटी का जुगाड़ कर रहे हैं। लॉकडाउन के दौरन सुबह 10 से 12 बजे तक दो घंटे के कारोबार में वह ठीकठाक रकम जुटा लेते हैं। गुप्ता की व्यापारिक इच्छाक्ति को देखकर कहा जा सकता है कि ठेले-खोमचे के कारोबारियों के लिए वह एक मिसाल है। (तस्वीर / ‘छत्तीसगढ़’ / अभिषेक यादव)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सारंगढ़, 11 मई। एसडीएम नंद कुमार चौबे अपनी टीम सीएमओ संजय सिंह, बीएमओ डॉक्टर सिदार, थाना प्रभारी के के पटेल के साथ कोरोना सेंटरों का निरीक्षण किया।
श्री चौबे अपनी पूरी टीम के साथ सर्वप्रथम कोविड केयर सेंटर मंगल भवन का निरीक्षण किया। ज्ञातव्य हो कि यह सेंटर सर्व सुविधा युक्त 50 बेड का है। यहां पहुंच मरीजों का हालचाल जाना, उनसे भोजन संबंधी चर्चा, सही समय में दवा मिलने की चर्चा के साथ ही साथ व्यवस्था संबंधी निरीक्षण किए। तदुपरांत शुक्ला मैरिज गार्डन का भी निरीक्षण किया गया। यह सेंटर पूरी तरह से सर्व सुविधा युक्त है। यहां 3 डॉक्टर 24 घंटे ड्यूटी दे रहे हैं।
कोविड सेंटर में ड्यूटीरत कर्मियों से चर्चा कियें। वैक्सीनेशन सेंटर यादव भवन पहुंचे और वहां उपस्थित कर्मचारियों से वैक्सीन से संबंधित चर्चा की। रविवार को इसी वैक्सीन सेंटर में अव्यवस्था थी। जिस पर पत्रकारों ने अपने समाचारों से इस विषय की जानकारी जिला कलेक्ट्रेट तक पहुंचाई थी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 11 मई। कोतवाली थाना प्रभारी निरीक्षक मनीष नागर के हमराह स्टाफ द्वारा सोमवार को जोगीडीपा में रहने वाले आकाश सारथी नाम के घर दबिश देकर चार चोरी की मोटर सायकलों को बरामद किया गया है। कोतवाली पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि आरोपी घर में मोटर सायकल छिपाकर रखा है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार सोमवार की सुबह पूरी योजना के साथ कोतवाली पुलिस द्वारा संदेही के घर दबिश दिया गया, जहां घर के आंगन में चार मोटरसाइकिल-हीरो स्प्लेंडर प्लस सीजी 13 जी-3830, दो एचएफ डीलक्स सीजी 13 एबी- 4290, सीजी 13 एबी-9096 तथा एक बिना नंबर बजाज डिस्कवर मोटरसाइकिल खड़ी मिली। मोटरसाइकिल चोरी का होने के संदेह पर स्टाफ द्वारा अकाश सारथी से गाडिय़ों के संबंध में पूछताछ किया गया और कागजात दिखाने बोले तो आकाश मोटरसाइकिल को अलग-अलग स्थानों से चोरी करना बताया।
आकाश सारथी ने बताया कि उसका पिता रिक्शा चलाने का काम करता है। जल्द से जल्द पैसे कमाने की चाह में मोटर सायकल चोरी में लग गया। उसने बताया कि एक एचएफ डीलक्स सीजी 13 एबी- 4290 को सूरज रोलिंग मिल उर्दना के पास से एक एचएफ डीलक्स सीजी 13 एबी-9096 को इंदिरानगर पूछापारा तथा हिरो स्प्लेंडर प्लस सीजी 13 जी-3830 को धौराभाठा, तमनार एवं डिस्कवर मोटरसाइकिल को कोतरारोड से चोरी करना स्वीकार किया है। लॉकडाउन के कारण आकाश मोटरसाइकिल बिक्री नहीं कर पाया था, गाडिय़ों की बिक्री के लिए अपने संपर्क सूत्रों से ग्राहक तलाश रहा था जिसकी भनक कोतवाली पुलिस को लगी और आज दबिश देकर सभी चार मोटर सायकल बरामद की गई है, जो करीब डेढ़ लाख रूपये के हैं।
आरोपी आकाश सारथी 19 वर्ष निवासी जोगीडीपा थाना कोतवाली रायगढ़ के विरुद्ध थाना कोतवाली में धारा 41(1़4) की कार्रवाई कर आरोपी को रिमांड पर भेजा गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 10 मई। धमतरी विधायक रंजना साहू ने जारी बयान में कहा कि प्रधानमंत्री जहां युवाओं के लिए 18 से 44 वर्ष की आयु के सभी लोगों को वैक्सीनेशन कर रही है, वहीं पर छत्तीसगढ़ प्रदेश की सरकार इस वैक्सीनेशन में रोड़े डालते हुए एपीएल, बीपीएल और अंत्योदय राशन कार्ड का नियम लगाकर टीकाकरण अभियान में विघ्न डालने का कार्य कर रही है। कोरोना संक्रमण चैन को तोडऩे के लिए जिले में टीकाकरण किया जा रहा है, जिसमें राशन कार्ड का नियम लागू करने से वैक्सीनेशन में परेशानियां हो रही है।
वैक्सीनेशन टीका को एक बार खोलने पर लगभग 10 व्यक्तियों को लगाया जाता है, बीपीएल, अंत्योदय कार्ड धारकों की संख्या कम होने के कारण टीकाकरण के लिए आए लोगों को इंतजार करना पड़ रहा है, वहीं वैक्सीन को भी कार्य की संख्या के आधार पर भेजा जा रहा है। जिससे टीकाकरण करने वाले स्टाफ को विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ा है।
क्षेत्र के युवाओं में टीकाकरण के लिए काफी उत्साहित है और कोरोना संक्रमण रोकथाम के लिए टीकाकरण अति आवश्यक है, ऐसे में सरकार के द्वारा राशन कार्ड के आधार पर टीकाकरण करना निंदनीय कार्य है। इसमें राज्य सरकार द्वारा नियम लगाना युवाओं की जिंदगी के साथ खिलवाड़ है। प्रदेश की सरकार से गुजारिश करती हूं कि युवाओं के उत्साह को बढ़ाने का प्रयास करें ना कि गिराने का। राशन कार्ड के नियम को रद्द कर, सभी को वैक्सीनेशन लगाने के लिए प्रेरित करें।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 11 मई। रबी फसल लगाए किसान अब तैयार हो चुके फसलों को कटाई करने की तैयारी में जुटे हुए हैं, तो वहीं बीते दो दिनों से क्षेत्र में रुक-रुक कर तेज आंधी बारिश हो रही हैं, जिससे किसान अपने तैयार धान फसलों को ले नुकसान होने की आशंका से चिंतित हो रहे हंै।
वही आज अचानक सुबह से मौसम का मिजाज बदलते ही आकाश में उमड़ते काले काले बादलों को देख रवि फसल लगाए किसानों के माथे पर चिन्ता की लकीर खींच दिए थे, दोपहर 12 बजे के बाद ही आकाश साफ होने के आसार दिखते ही किसानों ने थोड़ी राहत की सांस ली।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 10 मई। भारतीय जनता पार्टी गंगरेल मंडल के अध्यक्ष ऋषभ देवांगन ने युवाओं के लिए कांग्रेस के घोषणा पत्र में किए गए वादों को याद दिलाते हुए कहा कि युवाओं को रोजगार बेरोजगारी भत्ता कब देगी इसका खुलासा करें कांग्रेस की सरकार क्या युवाओं के लिए भी कोई न्याय योजना चलाएगी।
उन्होंने जारी विज्ञप्ति में कहा कि कांग्रेस युवाओं को गुमराह करने के लिए 18 प्लस युवाओं को वैक्सीन लगाने के अभियान में रोक लगाती है और अपने घोषणा पत्र में युवाओं के लिए किए वादों को भी भूल जाती है। इनके इस प्रकार के कृत्य से यही लगता है कि कांग्रेस की सरकार युवा विरोधी सरकार है कॉन्ग्रेस युवाओं को गुमराह करने के लिए झूठे आंकड़े बता कर ज्यादा दिनों तक अंधेरे में नहीं रख पाएंगे।
यह सरकार में युवाओं को रोजगार के नाम पर कुछ भी हासिल नहीं हुआ कोरोना संक्रमण काल में श्रमिकों को रोजगार देने के झूठे आंकड़े पेश कर युवाओं को भ्रमित करने का कार्य यह सरकार कर रही है। ग्रामीण श्रमिकों सहित प्रदेश के श्रमिक इसकी सच्चाई अच्छी तरह से जानते हैं। जिसका जवाब कांग्रेस को समय आने पर छत्तीसगढ़ के युवा जरूर देंगे।
गंगरेल मंडल अध्यक्ष ऋषभ देवांगन ने आगे कहा कि कांग्रेस की सरकार अपने घोषणा पत्र में 10 लाख युवाओं को रोजगार बेरोजगारी भत्ता देने का वादा कर युवाओं को झूठ बोला, इस सच्चाई को प्रदेश का युवा वर्ग अच्छी तरह से समझ गया है।
भूपेश सरकार को चाहिए कि छत्तीसगढ़ के युवाओं के साथ न्याय करें । युवाओं को बरगलाने के लिए झूठे आंकड़े पेश कर केंद्र सरकार पर आरोप लगाने के स्थान पर बेरोजगारी भत्ता और युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराएं। भारतीय जनता पार्टी इसके लिए रूपरेखा बनाकर आने वाले समय में वृहद आंदोलन युवाओं के हित में करेगी और उस जन आंदोलन के माध्यम से छत्तीसगढ़ सरकार को चुनाव के समय घोषणा पत्र में किए गए उसकी वादों को याद दिलाएगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 11 मई। रायगढ़ कोतवाली थानाक्षेत्र में सोमवार की शाम करीब 4:30 बजे गौशाला रोड से सत्तीगुड़ी चौक की तरफ आते हुए एक बच्ची पर अचानक तीन कुत्तों ने घेर लिया। कुछ अनहोनी हो पाती, इसके पहले ही टीआई मनीष नागर की नजर इस 2 से 3 साल की बच्ची पर पड़ी, उन्होंने तुरंत उसको बचाया।
कोतवाली प्रभारी मनीष नागर अपने हमराह साथियों के साथ चेकिंग के लिए निकले थे और सत्तीगुड़ी चौक में ही थे,उनके साथ थाना स्टाफ प्रधान आरक्षक संजय तिवारी, ट्रैफिक आरक्षक ललित प्रधान भी मौजूद थे।
कोतवाल मनीष नागर स्टाफ के साथ दौड़ कर घड़ी चौक में मासूम बच्ची को सुरक्षित घेरे में लेते हुए कुत्तों के हमले से उसे बचाया।
इस हादसे में बच्ची पूरी तरह डर गई थी, उसे नॉर्मल करने के लिए नगर कोतवाल ने उसे बिस्किट और कुछ खाने का सामान देकर उससे बातचीत की,पूछताछ करने पर बच्ची ने अपना नाम रश्मि और पिता का नाम विनोद बताया। बच्ची के अनुसार उसके पिता आटो चालक है।
टीआई मनीष नागर ने बच्ची को अपनी गाड़ी में बिठाया और उसके माता पिता की खोज में निकल गए है। शाम तक जानकारी मिली है कि उक्त बच्ची को उसके परिजनों को सौंप दिया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 11 मई। इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी जिला शाखा महासमुंद के वॉलेंटियर्स ने सोमवार को जिला संगठक अशोक गिरि गोस्वामी के निर्देशन में ग्राम बरोंडा बाजार में कक्षा पहली से आठवीं तक के 100 बच्चों को उनके वार्ड व घरों में जाकर गणवेश वितरण किया। इस अवसर पर राज्य शाखा से प्राप्त रिलीफ मटेरियल मैसूर चन्दन साबुन, मास्क व सेनेटाइजर का भी वितरण किया गया। इस अवसर पर जिला संगठक अशोक गिरि गोस्वामी के नेतृत्व में अजय राजा रेडक्रास अधिकारी शासकीय महाप्रभु वल्लभाचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय,श्वेतलाना नांगल रेडक्रास अधिकारी शासकीय माता कर्मा कन्या महाविद्यालय, वोलेंटियर्स कु.पूर्णिमा साहू, झरना साहू, मीरा चक्रधारी, खिलेश्वरी चक्रधारी व डाईट छात्राध्यापक उपस्थित थे। इस दौरान वालेटयर्स द्वारा घर घर जाकर टीकाकरण केन्द्र में टीकाकरण कराने के लिए प्रेरित किया गया।
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दुर्ग, 11 मई। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए धमधा प्लान विशेष रूप से कारगर रहा है। इस प्लान में विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में हेल्थ कैम्प लगाकर टेस्टिंग की गई। सर्दी खांसी, बुखार, कमजोरी जैसे लक्षण महसूस कर रहे ग्रामीणों ने यहां टेस्ट कराए। 2500 से अधिक टेस्ट हुए और 10 प्रतिशत से थोड़े कम लोग पॉजिटिव आए। चूंकि लगातार हेल्थ कैम्प आयोजित किये गए।
अत: लोगों को काफी प्रारंभिक चरण में चिन्हांकित कर लिया गया, इसकी वजह से इन्हें प्रोफिलैक्टिक किट दे दी गई और इन्हें आइसोलेट कर इनका इलाज आरंभ हो गया। जिसकी वजह से धमधा में संक्रमण की दर कम रही। साथ ही धमधा में कोविड केयर के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर भी तैयार किया गया। यह जानकारी देते हुए एसडीएम बृजेश क्षत्रिय ने बताया कि कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे के आदेश अनुसार लगातार ब्लॉक में टेस्टिंग की गई। इसका अच्छा नतीजा रहा और लोगों को चिन्हित कर उनका इलाज तुरंत आरम्भ हो गया।
उल्लेखनीय है कि दुर्ग जिले में बढ़ते हुए संक्रमण कि स्थिति से निपटने के लिए राज्य कार्यालय से प्राप्त दिशा निर्देशों एवं जिला प्रशासन के सहयोग से विकास खण्ड धमधा के बीएलटीएफ (ब्लॉक स्तरीय टॉस्क फोर्स) ने निर्णय लिया कि विकास खण्ड के उस गांव में विशेष शिविर लगाकर लक्षण वाले मरीजों की जांच की जाए एवं साथ ही अनिवार्य रूप से प्रायमरी कान्टेक्ट की पहचान की जाए एवं मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार ऐसे मरीजों को प्रोफाईलेटिक कीट वितरण किया गया, जिसके परिप्रेक्ष्य में विगत सप्ताह में 60 पंचायतों एवं शहरी क्षेत्रों में विशेष स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया गया, जिसमें कुल एंटीजन संख्या 2329, आरटीपीसीआर 137, ट्रुनॉट 61, कुल टेस्ट 2527, किया गया जिसमें कुल 223 मरीज पॉजिटिव पाए गए।
इस प्रकार कुल जॉच के अनुपात में 10 प्रतिशत से कम रहा, जो काफी कम है इस प्रकार सभी पॉजिटिव मरीजों के परिजनों का प्रोफाईलेटिक किट वितरण किया गया, इसके अतिरिक्त विकासखण्ड धमधा में निर्देशों तहत् मितानिनों के माध्यम से प्रोफाईलेटिक कीट का वितरण पॉजिटिव पाए गए मरीजों के परिजनों को दिया जा रहा है।
कमेटी द्वारा निर्णय लिया गया है कि अगले सप्ताह भी स्वास्थ्य शिविरों की कार्ययोजना बनाकर ग्राम स्तर पर शिविर लगाकर जॉच करवाई जाएगी। उक्त कार्यक्रम अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) धमधा के मार्गदर्शन एवं डॉ. डीपी ठाकुर बीएमओ, धमधा के निर्देश अनुसार विकासखण्ड प्रबंधक राजेन्द्र वर्मा एवं समस्त चिकित्सा अधिकारी, ग्रामीण स्वास्थ्य सहायक, सुपरवाईजर महिला-पुरूष, स्टॉफ नर्स, ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक महिला-पुरूष, लैब टेक्नोलोजिस्ट सीएचओ तथा समस्त अधिकारी कर्मचारी द्वारा वर्तमान में मानव सेवा में अपना योगदान दे रहे हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 11 मई। पूरे छत्तीसगढ़ के 169 नगरी निकाय में से 57 निकाय की सूची जारी हुई, जिसमें बालोद जिले में नगर पंचायत डौंडीलोहारा को ओडीएफ प्लस प्लस का दर्जा मिला। आईक्यूवीआई की टीम अभी 2 माह पहले ही इसका सर्वे करने डौंडीलोहारा नगर पंचायत आई थी। इसके बाद डौंडीलोहारा नगर पंचायत को ओडीएफ प्लस प्लस का दर्जा मिल गया।
लोकेश्वरी गोपी साहू अध्यक्ष नगर पंचायत डौंडीलोहारा ने कहा कि काम पर विश्वास करती हूं इसी का परिणाम है ओडीएफ प्लस प्लस। वहीं मुख्य नगरपालिका अथिकारी मनीष गायकवाड़ ने ओडीएफ प्लस प्लस के लिए बधाई देते कहा कि आगे भी मिलजुल कर नगर विकास करेंगे।
लोकेश्वरी गोपी साहू अध्यक्ष नगर पंचायत डौंडीलोहारा ने बताया कि नगर पंचायत डौंडीलोहारा को ओडीएफ प्लस प्लस के मानकों पर कसा गया। पिछले दिनों मे सर्वेक्षण टीम द्वारा तय मानकों के आधार पर नगर पंचायत डौंडीलोहारा के सुविधाओं को मूल्यांकन किया। इसमें नगर पंचायत डौंडीलोहारा ओडीएफ प्लस प्लस के लिए उपयुक्त पाई गई। नगर पंचायत डौंडीलोहारा ने अपनी प्रोफाइल में करीब 8300 जनसंख्या 15 वार्डों में एक सर्वजनिक शौचालय अच्छा दर्शाया है यहां कूड़ा संग्रहण की सेवा ठीक है। सर्वे टीम ने वार्डों में जाकर शौचालयों का निरीक्षण किया जिसमें शौचालय साफ बहुत अच्छे एवं बेहतरीन पाया गया साथ में नगर वासियों का फीडबैक भी लिया गया। इन सुविधाओं के आधार पर नगर पंचायत डौंडीलोहारा को ओडीएफ प्लस प्लस का दर्जा दिल्ली के टीम द्वारा प्रदान किया गया।
नगर पंचायत डौंडीलोहारा ओडीएफ प्लस प्लस की दर्जा मिलने से इस उपलब्धि पर अधिकारियों द्वारा नगरी निकाय कर्मचारियों को बधाई दिए। श्रीमती साहू ने समस्त डौंडीलोहारा नगर पंचायत के सीएमओ मनीष गायकवाड़, सब इंजीनियर भानु प्रकाश घोष, डौंडीलोहारा नगर के स्वच्छता प्रभारी और एवं जिला सन्यक महेंद्र साहू, पेयजल प्रभारी ईश्वर आर्य, पंप अटेंडेंट पंकज चंद्राकर, एकाउंटेंट भानु पटेल, कैशियर अनुज कुमार सिन्हा, विधुत प्रभारी पुरुषोत्तम चंद्राकर,साहयक विधुत प्रभारी गोविन्द उसके, राजस्व निरीक्षक रामयश पटेल, स्वच्छता प्रभारी राम गुलाल सिन्हा, महेंद्र बघेल कमांडो मित्र और शौचालय में ड्यूटी कर रहे हैं सभी प्लेसमेंट कर्मी को इस उपलब्धि पर बधाई देते हुए आगे भी सभी शौचालय को आने वाले समय में मॉडल शौचालय के रूप में विकसित किया जाएगा, ताकि नगरवासियों को शौचालय में सभी सुविधा मिल सके। आज से दो महीने पहले हमारे सभी अधिकारी-कर्मचारी, तमाम विभागों के सफाई कर्मी, पेयजल आपूर्ति विभाग ,कमांडो मित्रों और स्वच्छता बहनों को निर्देशित किया गया था कि आप सभी को टीम भावना के साथ काम करने से ही सफलता मिलेगी।
इस सफलतापूर्वक संचालन कर उपलब्धि के लिए तमाम अधिकारी कर्मचारियों शौचालय में ड्यूटी कर रहे कर्मी महिला स्व सहायता समूह को डौंडीलोहारा नगर पंचायत के उपाध्यक्ष व पार्षद साथियों की ओर से सभी को बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं ऐसी निरंतर आप सभी लोग ईमानदारी और निष्ठा पूर्वक शहर विकास के लिए कार्य करते रहे हमारे लिए जनहित लोक हित स्वास्थ्य हित और कर्मचारी हित सर्वोपरि है। हम सबको मिलकर नगर विकास में सहभागिता देनी होगी तभी नगर का संपूर्ण विकास होगा हम जनहित लोकहित और नगर हित एवं नगर विकास के लिए हमेशा करें फैसले लेने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
महासमुंद, 11 मई। आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष भूपेन्द्र चन्द्राकर ने विज्ञप्ति जारी कर कहा कि किसानों को चार किस्तों में देने वाली राशि को बिना रकम काटे एक मुश्त दे।
फसल की रकम को चार किस्तों में भुगतान किया जा रहा है, जबकि चुनावी घोषणा पत्र में इस बात का उल्लेख नहीं किया गया था। प्रदेश के किसानों के साथ यह एक तरह का छल किया गया है। महामारी के दौर में ग्रामीण अर्थव्यवस्था बिल्कुल चरमरा सी गयी है। लोगों की रोजमर्रा की जरूरत के हिसाब से उनके पास पैसे नहीं है।
अत: आम पार्टी ने मांग की है कि किसानों के फसल की राशि का भुगतान एक मुश्त करें व रबी फसल लेने वाले किसानों के ऊपर प्राकृतिक आपदा के रूप में ओला बारिश से जो नुकसान किसानों को हुआ है उसका आपदा प्रबंधन के रूप में सरकार मुआवजा राशि भुगतान करें।
नगरी, 11 मई। कांग्रेस नेता पंकज माधव सिंह धु्रव ने देश भर में उर्वरक व खादों के दाम में की गई बेताहासा वृध्दि पर केंद्र की मोदी सरकार की आलोचना करते हुए उसे किसान विरोधी बताया।
श्री धु्रव ने डीएपी के दाम में 1250 से 1900 और पोटाश के दाम 900 से 1000 की वृध्दि करने के मोदी सरकार के फैसले को किसान विरोधी करार देते हुए बढ़े दाम को तुरंत वापस लेने की मांग की है।
श्री धु्रव ने आगे कहा कि केद्र की मोदी सरकार उद्योगपतियों की सरकार है, जो किसानों के जख्मों को हरा करने में लगी हैं। उर्वरक और खाद के दामों में वृध्दि करना घोर किसान विरोधी फैसला है। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए पूछा है कि उर्वरक खादों के दाम वृध्दि के खिलाफ धरना करने की चुनौती दी है।
एक तरफ प्रदेश की भूपेश सरकार राजीव गांधी किसान न्याय योजना लाकर किसानों को राहत देने का कार्य कर रही है वही दूसरी ओर केंद्र की जुमलेबाज मोदी सरकार उर्वरक और खादों के दाम में वृध्दि करके किसानों को लूटने में लगी हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 11 मई। प्रदेश कांग्रेस ने शराब की होम डिलीवरी पर सवाल खड़ा करने वाले भाजपा नेताओं पर तीखा पलटवार किया है। कांग्रेस ने पूछा है कि क्या चाहते हैं कि जैसे प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र बनारस में आदेश जारी करवाकर शराब की दुकानें खोली गयीं, वैसे छत्तीसगढ़ में भी खोली जाएं? इसके बाद लगातार एक के बाद एक ट्वीट किया गया। जिसमें कहा गया कि आखिर आप लोग क्यों शराब की दुकानें खुलवाना चाहते हैं? आखिर डॉ. रमन सिंहजी ऐसा आप क्यों चाहते हैं कि उत्तरप्रदेश की तरह यहां भी शराब की दुकानें खोली जाएं। आपके नरेंद्र मोदी साहेब तो सीधा दारू की दुकानें खुलवा दिए।
कदम बढ़ाकर उत्तरप्रदेश में देखिए कतारें लगीं हैं। ये सब लिखने, आईटी सेल के असाइनमेंट को पूरा करने से पहले जरा साहेब के कारनामे देख लिया करें..नरेंद्र मोदीजी ने अपने संसदीय क्षेत्र में शराब की दुकानें खुलवा दी हैं। रमन सिंहजी चाहते हैं कि मोदीजी के रास्ते पर छत्तीसगढ़ चले?
रायपुर, 11 मई। स्वास्थ्य चेतना विकास समिति छत्तीसगढ़ रायपुर के प्रदेश अध्यक्ष वोरेंद्र नामदेव, महामंत्री डॉ. एस के जुवेल और सचिव भेमन तारक एडवोकेट ने प्रदेश में लेब टेक्नीशियन की कमी और बेरोजगारी दूर करने एकीकृत मध्यप्रदेश के समय शासन के अनुमति पर खोले गए निजी संस्थाओं से लेबटेक्नीशियन प्रशिक्षण उत्तीर्ण बेरोजगारों को शासकीय सेवाओं में आवेदन का अवसर देकर सरकारी नौकरी देने और इसके लिए उन्हें छत्तीसगढ़ राज्य में पैरामेडिकल कौंशील से पंजीकरण की बाध्यता से मुक्त रखें जाने की मांग की है।
विज्ञप्ति में उन्होंने बताया है कि संक्रमण काल में कोरोना वायरस के नमूना संग्रहण एवं परीक्षण हेतु लेबटेक्निशियन की गांव से लेकर शहर तक सभी जगहों पर जरूरत है, इसके लिये स्वास्थ्य विभाग को नए पदों की सृजन और वर्तमान में स्वीकृत रिक्त पदों पर तुरन्त भर्ती करने की आवश्यकता है। इस समय प्रदेश में नियमित और संविदा पदों पर नियुक्त सब के सब लेबटेक्निशियन को अन्य दूसरी बीमारियों की जाँच से हटाकर केवल कोरोना के जांच में लगा दिये गए हैं,फिर भी स्टाफ की कमी होने से काम समय पर पूरा नहीं हो रहा है और इससे परेशान स्वास्थ्य विभाग के अधिकारीगण इस बात को खुलकर स्वीकार भी कर रहे हैं और ट्रेंड लेब कर्मचारियों की तत्काल पूर्ति की जरूरत बता रहे हैं।
जारी विज्ञप्ति में आगे बताया गया है कि प्राय: संविदा और कुछ महीने के सेवा के लिए जारी स्वास्थ्य विभाग के इन विज्ञापनों में छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के कुछ वर्ष के बाद पैरा मेडिकल कौंशील स्थापित कर पंजीयन की बाध्यता रख दी गई है, इस बाध्यता के कारण शासन के ही अनुमति से ही खोले गए निजी संस्थाओं से प्रशिक्षण प्राप्त लेब टेक्नीशियन सरकारी नौकरी के लिये आवेदन करने से वंचित हो गए है ।
क्योंकि सरकार अपने नियमो के हवाले इनको पंजीकरण की सुविधा से भी वंचित कर रखा है ।जबकि इन्हीं निजी संस्थानों में उस दौर में प्रशिक्षित लेब टेक्नीशियन मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ राज्य के सभी जिला चिकित्सालयों और अन्य स्वास्थ्य केंद्रों बिना पंजीकरण के नियमित पदों पर नौकरी कर रहे हैं। चूंकि उस समय निजी संस्थानों से प्रशिक्षण प्राप्त लेब टेक्नीशियन बिना पंजीकरण के शासकीय सेवा कर रहे है इसलिये उस दौर में निजी क्षेत्र से प्रशिक्षित सभी लेब टेक्नीशियन को छत्तीसगढ़ पैरा मेडिकल कौंशील से पंजीयन में छूट देकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी विज्ञापनों पर आवेदन का अनुमति देकर बेरोजगारी दूर कर शासकीय सेवा का अवसर देना चाहिए।
रायपुर, 11 मई। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के मीडिया प्रमुख, मध्यप्रदेश पाठ्यपुस्तक निगम के पूर्व अध्यक्ष, पूर्व उपमहापौर तथा वरिष्ठ अधिवक्ता इकबाल अहमद रिजवी ने समाज के लोगों को सलाह देते हुए कहा है कि वर्तमान परिस्थिति में कोरोना से बचने के लिए घोषित नियमों जैसे मास्क एवं सामाजिक दूरी का पालन करना प्रत्येक नागरिक का नैतिक दायित्व है। देशभर में कोरोना ने पैर पसारने का ताण्डव फैला रखा है, उससे बचने के लिए ईद जैसे सभी धर्मों के त्यौहारों पर फोन से मुबारकबाद देकर औपचारिकता का निर्वहन करना चाहिए। वर्तमान समय में सभी के लिए एहतियात बरतना आवश्यक है इसलिए ईद पर न गले मिले और न ही मुसाफा करें। मुसलमानों से गुजारिश है कि सभी घर पर ही नमाज पढ़े तथा एक-दूसरे को फोन से मुबारकबाद देने का फर्ज निभाऐं। पिछली ईद पर भी हम सभी ने घोषित नियमों का पालन किया था।
अल्लाह की तरफ से यह आजमाईश का वक्त है इसलिए सब्र से काम लेना हमारा कर्तव्य है।
रिजवी ने अपनी तरफ से सभी प्रदेशवासियों को ईद की अग्रिम मुबारकबाद देते हुए कहा है कि सभी धर्म एवं सम्प्रदाय के लोगों को भी अपने सभी त्यौहार घर पर रहकर सादगी से मनाना चाहिए जो इस महामारी से बचने के लिए वक्त का तकाजा है तथा सभी इस वबा से निजात दिलाने अल्लाह-ईश्वर से दुआ करें।
रायपुर, 11 मई। विगत दिनों कोरबा के जिला अस्पताल में एक गर्भवती महिला को जब डिलीवरी के लिएभर्ती करने के लिए ले जाया गया तब उन्हें पहले कोविड जांच कराकर आने कहा गया।जब महिला अस्पताल परिसर में बने जांच केंद्र की लाइन में थी तभी उनकी डिलीवरी हो गई।
आम पार्टी ने कहा कि यह घटना कोविड के मद्देनजर प्रदेश की स्वास्थ्य सेवा के सिस्टम की खामियों को उजागर करता है। जिस अस्पताल में कोरोना टेस्टिंग की सुविधा है वहाँ जब ऐसी घटना हो सकती है तो जिन प्रसूति गृहों में यह सुविधा नहीँ है वहाँ गर्भवती महिलाओं को होने वाली परेशानियों की कल्पना की जा सकती है।
प्रदेश के निजी और सरकारी प्रसूति गृहों में सभी जगह कोविड टेस्टिंग की सुविधा नहीं है।गर्भवती महिलाओं की शारीरिक और मानसिक दोनों दशा जटिल होती है,ऐसे में परिजनों का गर्भवती महिला को लेकर जाँच के लिए भटकना बेहद कष्टप्रद होता है और इस बीच अगर महिला की हालत खराब होती है तो बात जच्चा-बच्चा की जान पर भी आ सकती है। ऊपर से जांच केंद्रों में गर्भवती महिला को उसी लाइन में लगना होता है जिस लाइन में सामान्य स्त्री पुरुष खड़े होते हैं।गर्भावस्था में महिलाओं की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी कमजोर होती है और उन्हें कोरोना का टीका भी नहीं लगा होता। ऐसे में उसी लाइन में खड़े होने से उन्हें कोरोना संक्रमण का खतरा होता है। प्रदेश भर से गर्भवती महिलाओं की कोरोना संक्रमण से मृत्यु की भी खबरें आईं हैं।
हुपेंडी ने आगे कहा कि प्रदेश सरकार कोरोना महामारी से निपटने केवल गाइडलाइन बनाकर अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर लेती है लेकिन उस गाइडलाइन को लागू करने के लिए और उसके परिपालन पर नजर रखने के लिए कोई व्यवस्था नहीं बनाती।
कोरोना काल में स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में सरकार की यह गंभीर कमजोरी हर क्षेत्र में दिखाई दे रही है।महामारी की इस भयावह आपदा के समय प्रदेश सरकार में स्वास्थ्य मंत्री हैं या नहीं पता ही नहीं चल रहा है।
आम आदमी पार्टी प्रदेश सरकार से मांग करती है कि सभी निजी और सरकारी प्रसूति गृहों में कोरोना जांच की सुविधा उपलब्ध कराई जाए और कोरोना पॉजिटिव गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी के लिए उसी अस्पताल में अलग वार्ड बनाया जाए।
इआईटीसी के प्रयासों से आरंभ हुई 1912 की सेवाएं
रायपुर, 11 मई। छत्तीसगढ़ स्टेट पावर डिस्ट्रीब्यूशन कम्पनी का सेंट्रल काल सेंटर का टेलीफोन नंबर 1912बीएसएनएल की सेवाओं की अनुपलब्धता के कारण बीते रविवार रात 10.45 बजे से निष्क्रिय हो गई थी। 30 चैनल की बीएसनल की केंद्रीय कॉल सेंटर के सर्विस के प्रभावित होने के कारण 1912 नंबर की सेवाएं प्रभावित होने के संबंध में तत्काल बीएसएनल को सूचित किया गया एवं उनके द्वारा चंडीगढ़ स्थित तकनीकी केंद्र को सूचित भी किया गया।
बीएसनल की टीम ने सोमवार को सतत मेहनत कर दोपहर तक कनेक्टिविटी बहाल कर दी , किन्तु तकनीकी समस्या जस की तस रही।कॉल सेंटर क्रियाशील नहीँ हो पाया था। पावर कंपनी के आईटी विभाग के मुख्य अभियंता वीके साय द्वारा बताया गया कि ईआईटीसी के इंजीनियरों द्वारा पूरे सिस्टम और सॉफ्टवेयर की जांच करने पर पाया गया कि बीएसनल के चंडीगढ़ विभाग द्वारा दुबारा जो कनेक्टिविटी दी गई उसमें सिस्टम कोड किसी तकनीकी कारण से बदल गया था, जिसकी जानकारी पूरी जांच के बाद ही हो पायी। आवश्यक सुधार के बाद केंद्रीय कॉल सेंटर के 1912 की सुविधा सोमवार रात्रि 9.22 बजे से आरम्भ हो गयी है।
बीएसनल की सेवाएं प्रभावित होने से केंद्रीय कॉल सेंटर 1912 पर संपर्क किए जाने वाले उपभोक्ताओं से वार्तालाप नहीं हो सकने के कारण भ्रम की स्थिति निर्मित हुई, जबकि तकनीकी फाल्ट बीएसनल के 30 चैनल कनेक्टिविटी से संबंधित थी। मोर बिजली एप्प द्वारा दर्ज करवाई गई बिजली बंद की शिकायतें वास्तविक समय पर सुधार दल के कंप्यूटर स्क्रीन पर दिखने लगती हैं , अत: उपभोक्ताओं से निवेदन है कि गूगल प्ले स्टोर से मोर बिजली एप्प डाउन लोड जरूर कर लें क्योंकि अब 1912 के साथ ही मोर बिजली का भी विकल्प उपलब्ध है। उपभोक्ताओं को हुई असुविधा के लिए खेद है।
रायपुर, 11 मई । रायपुर निवासी राज शेखर ने बताया कि उनका कोविड टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर नगर निगम एवं प्रशासन की टीम द्वारा उनके स्वास्थ्य की जानकारी लेकर उन्हें उचित मार्गदर्शन दिया गया।
उन्होंने बताया कि शासकीय टीम द्वारा उन्हें पूछा गया कि आप होम आइसोलेशन में रहना चाहते हो कि हॉस्पिटल में रहना चाहते हो। माइल्ड सिम्टम्स होने की वजह से श्री राजशेखर ने होम आइसोलेशन मे रहना उचित समझा।तथा उसे होम आइसोलेशन की अनुमति मिल गई।
उन्होंने बताया कि होम आइसोलेशन में परिवार के नजदीक रहने से आत्मविश्वास और मनोबल बना रहता है। माइल्ड इन्फेक्शन होने से होम आइसोलेशन अच्छा है।
होम आइसोलेशन के दौरान उन्हें डॉक्टर के वाणी द्वारा उचित मार्गदर्शन एवं परामर्श दिया गया।नगर निगम की टीम से उन्हें पर्याप्त मेडिसिन उपलब्ध हो पाई थी। डॉक्टर द्वारा उन्हें रोज फोन के माध्यम से टेंपरेचर ,ऑक्सीजन लेवल, दवाई के उपयोग एवं स्वास्थ्य की जानकारी ली जाती थी।
राज सेखर ने कहा कि डॉक्टर द्वारा दिए गए उचित परामर्श का बेहतर लाभ उन्हें मिला। जिससे शीघ्र ही स्वास्थ्य हो गए तथा उनका कोविड टेस्ट रिपोर्ट भी नेगेटिव आया। इसके लिए उन्होंने सरकार एवं प्रशासन तथा डॉक्टर की टीम को बधाई दिया।
सकारात्मक काउंसलिंग सहित सोशल मीडिया के माध्यम से शुरू किया जागरूकता अभियान
बिलासपुर, 11 मई । राज्यपाल अनुसुइया उइके के निर्देश पर डॉ. सी वी रामन विश्वविद्यालय के द्वारा लोगों को कोरोना संक्रमण के प्रति जागरूक करने विभिन्न माध्यमों से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसके लिए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रवि प्रकाश दुबे की अध्यक्षता में टीम गठित की गई है, जिसमें प्रशासनिक अधिकारी, प्राध्यापक, एनसीसी व एनएसएस के विद्यार्थियों के साथ टेक्निकल टीम कार्य कर रही है।
कुलपति प्रो. दुबे ने कहा है कि राज्यपाल के निर्देश पर अलग-अलग 5 टीम बनाई गई है। यह टीम ग्रामीण अंचल व कस्बों को केंद्रित कर सोशल मीडिया के माध्यम से जागरूक करने का कार्य कर रही है। इसके साथ विद्यार्थी बैनर, पोस्टर, वीडियो, संदेश व शॉर्ट फिल्म के माध्यम से जागरूकता अभियान चला रहे हैं। दुबे ने बताया कि मास्क पहनने, सोशल डिस्टेंसिंग, का पालन करने बार बार हाथ धोने, आसपास को सनराइज करने, वैक्सीनेशन, सहित अन्य सावधानियों के लिए भी सोशल मीडिया जैसे फेसबुक, व्हाट्सएप, टि्वट, विश्व विद्यालय की वेबसाइट में प्रचार प्रसार किया जा रहा है। प्रो. दुबे ने बताया कि विश्वविद्यालय के प्राध्यापक विद्यार्थियों को ऐसे कठिन समय में पॉजिटिव काउंसलिंग भी दे रहे हैं। यूट्यूब में वीडियो लेक्चर के माध्यम से ऐसे कठिन समय में बिना किसी डिप्रेशन में जाए, सकारात्मक ऊर्जा के साथ पढ़ाई में बने रहने, मन को एकाग्र करने, सहित के अनेक टिप्स बताए जा रहे हैं।
कुलसचिव गौरव शुक्ला ने बताया कि इस वैश्विक महामारी के समय में हमारी नैतिक और सामाजिक जिम्मेदारी बढ़ जाती है। इसलिए हर किसी से यह अपेक्षा की जाती है कि वह नैतिक और सामाजिक दायित्वों का पालन करे। हम शिक्षण संस्थान हैं, इसलिए हमारी जिम्मेदारी यह है कि हम लोग अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करें और इस महामारी से लड़ने के लिए लोगों को बौद्धिक रूप से भी मजबूत करें। सभी टीम बेहतर कार्य कर रही है, आने वाले समय में हम और भी अधिक ऊर्जा के साथ कार्य करेंगे।
विश्वविद्यालय इस वैश्विक महामारी के समय अपने सामाजिक दायित्व का निर्वहन कर रहा है। इसके लिए विवि में टीकाकरण केंद्र और 20 बिस्तरों का कोविड-19 हॉस्पिटल तैयार किया गया है। इसमें 10 बिस्तरों में ऑक्सीजन की सुविधा है। कुलसचिव ने बताया कि वैक्सीनेशन की शुरुआत से ही कोविड-19 के लिए एक भवन टीकाकरण केंद्र बनाने के लिए प्रदान किया है। अब दूसरी लहर में भी में लगातार टीकाकरण किया जा रहा है। अंचल के लोग बड़ी संख्या में यहां पर आकर टीके लगवा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, कर्मचारी और अन्य स्टाफ को विश्वविद्यालय में विभिन्न सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। अब तक अंचल के कई हजार लोगों को टीका लगाया जा चुका है।
दर्जनभर गांव में दो दिन तक ब्लैक आउट के हालात
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 11 मई। राजनांदगांव जिले का घोर नक्सल प्रभावित मदनवाड़ा इलाका गुजरे दो दिनों में अंधेरे में डूबा रहा। मदनवाड़ा समेत करीब दर्जनभर गांव में ब्लैक आउट जैसे हालात रहे। अंधेरे में ग्रामीणों को खराब मौसम से भी जूझना पड़ा। मदनवाड़ा इलाका का अधिकांश हिस्सा घने जंगलों से घिरा हुआ है। लिहाजा बिजली गुल होने से इलाके का जनजीवन पूरी तरह से बेपटरी हो गया। अंधेरे की मार झेलते ग्रामीणों को गर्मी और उमस से परेशान होना पड़ा।
बताया जा रहा है कि मदनवाड़ा थाना भी बिजली गुल होने से अंधेरे में रहा। नक्सलग्रस्त इलाके में बिजली के चले जाने से दो दिनों तक ग्रामीणों की रात की नींद उड़ गई। आखिरकार मंगलवार को बमुश्किल बिजली आपूर्ति सामान्य हुई। इस संबंध में विद्युत मंडल के मुख्य अभियंता टीके मेश्राम ने ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि इस संबंध में जानकारी नहीं है। व्यवस्था को बेहतर बनाने अफसरों से बातचीत करूंगा।
मदनवाड़ा इलाके में अक्सर बिजली की लुकाछिपी रहती है। खासतौर पर खराब मौसम में लोगों को अंधेरे में रहने विवश होना पड़ता है। बताया जाता है कि मदनवाड़ा क्षेत्र के दर्जनभर गांवों में विद्युत आपूर्ति औंधी के सबस्टेशन से हो रही है। पूर्व में इस क्षेत्र में बिजली मानपुर सब स्टेशन से होती रही है। यही कारण है कि ग्रामीण विद्युत विभाग की कार्यप्रणाली को लेकर खफा हैं।
मदनवाड़ा क्षेत्र के कारेकट्टा, जलवाही, बसेली समेत कुछ गांवों में बिजली आपूर्ति व्यवस्था को मानपुर से ही संचालित किए जाने को लेकर ग्रामीण बैठक भी कर रहे हैं। चर्चा है कि लॉकडाउन हटने के बाद इस इलाके के ग्रामीण विरोध जताने के लिए मानपुर में प्रदर्शन कर सकते हैं। कुल मिलाकर नक्सलग्रस्त मदनवाड़ा समेत गांवों में दो दिन बिजली चले जाने से लोग अंधेरे के आगोश में रहे। फिलहाल बिजली का गुल होने का सिलसिला हर थोड़े घंटों के अंतराल में हो रहा है। बिजली नहीं होने से सुरक्षा बलों को भी परेशानी हो रही है।
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
पिथौरा, 11 मई। महासमुंद वनमंडल के अंतर्गत वन परिक्षेत्र पिथौरा परिवृत्त सांकरा बोईरडीह परिसर में अवैध शिकार के लिए बिछाए गए करंट युक्त फंदे की चपेट में आने से एक बायसन की मौत हो गयी। इस मामले में वन विभाग पिथौरा द्वारा शिकार में शामिल तीन ग्रामीणों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड में भेज दिया है।
विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पिथौरा परिक्षेत्र के कक्ष क्र 264 में शनिवार की रात क्षेत्र के कुछ शिकारियों ने करन्तयुक्त जीआई तार बिछाया था। ये फंदा ग्रामीण चीतल एवं जंगली सुअर के शिकार के लिए लगते है, परन्तु इसमें बायसन, बंदर एवं पालतू मवेशी भी फंस कर अक्सर मारे जाते हंै। इन फंदे की चपेट में जंगल में ही पानी पीने जा रहा एक बायसन आ गया और करंट लगने से घटनास्थल पर ही मारा गया।
रविवार सुबह जब शिकारियों ने देखा कि बायसन फंस कर मारा गया है तब वे उसे वही छोड़ भाग खड़े हुए। इसके बाद घटना की जानकारी वन विभाग को मिलते ही एसडीओ यूआर बसन्त तत्काल घटना स्थल पहुंचे। तब मौके पर वन अधिकारियों एवं वन अमले ने पाया कि करंट युक्त तार से उक्त मौत हुई है। अधिकारियों द्वारा सुरेश नवरंग डॉग स्क्वाइड प्रभारी अचानकमार टाइगर रिजर्व को बुलवा कर शिकारियों तक पहुंचने के प्रयास किए गए।
डॉग स्क्वाड द्वारा बताए गए समीप के ग्राम जर्रा के ग्रामीणों के यहां छापा मार कर शिकार में प्रयुक्त सामग्री जब्त कर कार्रवाई की गई। एसडीओ श्री बसंत ने बताया कि ग्राम जर्रा निवासी प्रसंन (बटो) के घर में जीआई तार बांस की डंडी 2 नग, कांच की शीशी 71 नग तथा बांस की खूंटी, इन्द्रजीत ग्राम जर्रा के घर से लगभग 200 ग्राम जीआई तार एवं अनिल के निवास स्थल से 3 बंडल जीआई तार एवं बांस की खूंटी जब्त किया गया। तथा मौके एवं 1 नग कांच की शीशी जब्त कर पंचनामा जब्तीनामा बनाकर पमृत 1 नग गौर. (बायसन) के शव को सहायक पशु चिकित्सक पिथौरा द्वारा शव परीक्षण किया गया तथा पंचनामा पश्चात घटना स्थल कक्ष कं. 264 में जलाया गया।
आरोपियों के विरुद्ध वन्यप्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 9, 39, 50, 51 एवं भारतीय वन अधिनियम 1927 की धारा 33 के तहत मामला दर्ज कर तीनों को जेल भेज दिया गया है।
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
जगदलपुर,11 मई। मदर्स डे पर बस्तर में कोरोना से एक शिक्षक व उनकी पत्नी की मौत के बाद पड़ोसियों ने इंसानियत को भी भूला दिया।दंपत्ति के दो छोटे-छोटे बच्चे हैं, जो पूरी तरह से स्वस्थ हैं। शिक्षक की मौत के बाद पड़ोसियों ने बच्चे को देखा तक नहीं। बच्चे काफी देर तक भूखे-प्यासे घर में ही अकेले पड़े रहे। हालांकि बाद में बच्चों को पुलिस अपने साथ ले गई। शिक्षक के परिवार वालों को इसकी सूचना दे दी गई है।
रविवार को जगदलपुर जिले में 7 लोगों की कोरोना से मौत हुई है, इनमें से एक शिक्षक व उनकी पत्नी भी शामिल हैं। कोरोना संक्रमित शिक्षक और उसकी पत्नी की मौत ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। डॉक्टर के अनुसार कोरोना पॉजिटिव शिक्षक की मौत मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान 9 मई को हो हुई, जिसके 2 घंटे बाद ही होम आइसोलेशन में कोरोना पॉजिटिव पत्नी की भी मौत हो गई।
डॉक्टर के अनुसार 49 वर्षीय शिक्षक बास्तानार के सरकारी स्कूल में पदस्थ थे। गत 6 मई को कोरोना पॉजिटिव होने के बाद गंभीर अवस्था में उन्हें मेडिकल कॉलेज लाया गया था। उनकी पत्नी को भी किलेपाल में होम आइसोलेशन में रखा गया था। पति का इलाज मेडिकल कॉलेज में चल रहा था, जहां 9 मई की सुबह उनकी मौत हो गई, इसके थोड़ी देर बाद पत्नी की भी मौत हो गई। दोनों के दो छोटे-छोटे बच्चे भी हैं। शिक्षक रायगढ़ के रहने वाले थे।
स्थानीय लोगों का कहना है कि कोरोना से पति-पत्नी की मौत ने लोगों में भय पैदा कर दिया है। मृतक शिक्षक मूलत: रायगढ़ के रहने वाले थे। दंपति के शव को मर्च्यूरी में रखा गया था। प्रशासन ने उनके परिजनों को उनकी मौत की सूचना दे दी है। कोविड से दंपति की हुई मौत के बाद पूरे बास्तानार इलाके में गम का माहौल है। बस्तर में लॉकडाउन के बावजूद भी हर दिन बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान की जा रही है। हर रोज 6 से अधिक लोगों की जान कोरोना से जा रही है।
बस्तर सांसद ने की मदद की पहल
कोरोना से शिक्षक व उनकी पत्नी की मौत से दो मासूम बच्चों की मदद के लिए सांसद दीपक बैज सामने आये व बच्चों ंको एक महीने का आधा वेतन देने का ऐलान भी किया है, साथ ही भविष्य में हर संभव मदद करने का आश्वासन भी बस्तर सांसद ने दिया।
जब इस विषय मे कोड़ेनार थाना प्रभारी संतोष सिंह से जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि मृतक भागीरथी ओगरे जिला रायगढ़ के रहने वाले थे, जो कि विगत 10 वर्षों से बस्तानार के हायर सेकेंडरी स्कूल मे पदस्थ थे और 4 वर्षों से अब तक प्रिंसिपल के प्रभार में थे। नौ मई को कोरोना के चलते दंपत्ति की मौत हो गई, जिसके बाद निगम कर्मचारियों द्वारा दंपत्ति का अंतिम संस्कार जगदलपुर में किया गया। दोनों बच्चे हमारे पास थे। मृतक के परिजनों को सूचना दी गई, जिसके बाद दोनों बच्चों को सोमवार को परिजनों के सुपर्द किया गया।
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
गरियाबंद, 11 मई। फुटबॉल टीम के कोच व छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन संघ के जिलाध्यक्ष मो. आरिफ मेमन (52) का बीती रात रायपुर के एक निजी अस्पताल में कोरोना से निधन हो गया। वे अपने पीछे दो बच्चे व पत्नी सहित भरा-पूरा परिवार छोड़ गए हैं, उनकी असामयिक मौत की खबर सुन गरियाबंद के खेल जगत व शिक्षक संघ में शोक की लहर दौड़ गई।
खिलाड़ी के साथ व अपने शिक्षक साथियों के साथ मिलनसार व्यक्ति के रूप में अपनी पहचान बनाए हुए थे , वे अपने शिक्षक संघ के दायित्वों एवं फुटबॉल खिलाड़ी के अलावा कोच के तौर पर भी वह सफल रहे।
गरियाबंद फुटबॉल टीम उनके नेतृत्व में कई बार चैंपियन का सेहरा अपने सिर बांधा। उन्होंने रेफरी के रूप में कई खेलों का भी नेतृत्व किया। उनके कई अनगिनत खिलाडिय़ों ने नेशनल लेवल पर गरियाबंद की पहचान बनाई, वे कुछ दिनों से कोरोना के चलते रायपुर के निजी अस्पताल में उपचार के दौरान जिंदगी की जंग हार गए और अंतिम सांसें ली।
नोडल अधिकारी संजू साहू, गिरीश शर्मा ने कहा कि आरिफ भाई का जाना हम सबके लिए एक अपूरणीय क्षति है। हम दोनों जब भी मिलते थे, फुटबॉल के विकास पर ही चर्चा होती थी। पिछले तीन दशक तक हमने सुख दुख में एक दूसरे के साथ खड़े रहे। आज वे चले गए तो खुद को अकेला महसूस कर रहा हूं।
वॉलीबॉल कोच सूरज महाडि़क ने शोक संवेदना प्रगट करते हुए कहा, हमने कभी नहीं सोचा था कि वे इस तरह दुनिया को अलविदा कर देंगे। आज भी उनका मुस्कुराता चेहरा नजरों से हट नहीं रहा है। गरियाबंद फुटबाल टीम ने न जाने उनके मार्गदर्शन में कितनी ट्रॉफिय़ां अपने नाम किए, वह हर समय आगे बढ़कर जिम्मेवारियों का निर्वाह करते थे। उनके जाने से गरियाबंद फुटबॉल में जो रिक्त स्थान पैदा हुआ है, उसे भरा नहीं जा सकता।
वहीं परमेश्वर निर्मलकर, नितिन बखरिया , आनंद झा सर, ए चौबे स्पोर्ट्स अधिकारी, हरमेश चावड़ा, एवं समस्त मित्रों गहरा शोक प्रगट करते हुए अपूरणीय क्षति बताया।
जगदलपुर, 11 मई। आज सुबह कांग्रेस की सक्रिय कार्यकर्ता और बीजापुर जनपद पंचायत अध्यक्ष राधिका तेलामी का निधन हो गया। तेलामी की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उनका इलाज बीजापुर में ही चल रहा था। इसके बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिए जगदलपुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
बीजापुर जनपद पंचायत अध्यक्ष राधिका तेलामी 23 अप्रैल से कोरोना संक्रमित थीं। शुरुआत में बीजापुर में ही उनका इलाज चल रहा था। बाद में उन्हें बेहतर उपचार के लिए जगदलपुर रेफर किया गया, वहां इलाज के दौरान सुबह करीब 5.30 बजे उनका निधन हो गया। राधिका तेलामी के निधन से परिवार और कांग्रेस में शोक की लहर है।
राधिका सक्रिय कार्यकर्ता होने को साथ ही सरल, सहज स्वभाव की थीं। बीजापुर में आज दोपहर उनका अंतिम संस्कार किया गया। उनके निधन पर बीजापुर विधायक विक्रम शाह मंडावी ने परिजनों को ढांढस बंधाया और कहा कि राधिका के चले जाने से पार्टी को बड़ा झटका लगा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 11 मई। रविवार को तहसीलदार मूलचंद चोपड़ा का वीडियो वैक्सीन लगाने को लेकर तुमगांव के ग्रामीणों को समझाते सोशल मीडिया में जमकर वायरल हुआ। आज सुबह-सुबह सोशल मीडिया में उनके संक्रमित होने की खबर चलने लगी। इस बात की तस्दीक अस्पताल सूत्रों से की गई तो वहां से भी उनके संक्रमित होने की सूचना मिली। लेकिन तहसीलदार मूलचंद चोपड़ा ने इस खबर का खंडन किया है और कहा है कि वे पूरी तरह स्वस्थ हैं। उन्होंने अखबार और सोशल मीडिया से अपील की है कि इस तरह की खबर न छापें। ताकि लोगों का मनोबल बना रहे।
हालांकि जगह-जगह महासमुंद तहसीलदार चोपड़ा की सराहना हो रही है। तहसीलदार चोपड़ा के छत्तीसगढ़ी में हाव भाव से समझाने के प्रयास की सराहना की जा रही है। लाफिन कला निवासी शिक्षक महेन्द्र कुमार पटेल ने बताया कि चोपड़ा ने 2016 के मतदाता जागरूकता कार्यक्रम में शिक्षक महेन्द्र पटेल व गोवर्धन साहू के निर्देशन में मतदाता जागरूकता पर स्वयं के खर्च से तीन छत्तीसगढ़ी गीत बनवाए थे। जिसमें स्वयं अभिनय भी किए हैं। इसकी सराहना तत्कालीन रायपुर कलेक्टर तथा राज्य निर्वाचन आयोग ने की थी। श्री चोपड़ा व उनकी टीम को पुरस्कृत भी किए थे। साथ ही इनके द्वारा निर्मित मतदाता जागरूकता गीत को चुनाव आयोग के संचालक ने राज्य में चलाए जाने की सहमति भी दी थी। जिला प्रशासन के पौधरोपण व संरक्षण पर बनाए गीत में भी तहसीलदार मूलचंद चोपड़ा ने सुंदर अभिनय किया है। उन्हें छत्तीसगढ़ी से खास लगाव है। वे कार्यालय में भी हमेशा छत्तीसगढ़ी में ही बात करते हंै।