छत्तीसगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबागढ़ चौकी, 12 मई। वैक्सीनेशन के चौथे दौर में 18 प्लस आयु के वर्ग को वैक्सीन लगाने की पात्रता मिलते ही संक्रमण की रोकथाम के लिए वैक्सीन लगाने एपीएल व बीपीएल वर्ग में खास उत्साह देखा जा रहा है।
ग्राम मांझीटोला के युवा पिछले दो दिन से मालवाहक वाहन में बैठकर वैक्सीन लगवाने नगर पहुंच रहे हैं। युवाओं ने बताया कि वह पाकिटमनी से किराये का वाहन कर वैक्सीन लगाने पहुंच रहे हैं। उन्होंने बताया कि उन्हें यहां तक पहुंचाने में सरपंच एवं अन्य पंचायत पदाधिकारियों द्वारा मदद दी जा रही है।
वाहन मालिक बिदेश तारम ने बताया कि गांव में संक्रमण की रोकथाम के लिए टीका लगाने को लेकर गांव के युवाओं में उत्साह है। मांझीटोला सरपंच रेशमा परतेती क्षेत्र के ग्रामीणों को जागरूक करते संक्रमण की रोकथाम के लिए टीका लगाने प्रेरित कर रही है, बल्कि खुद मालवाहक में बैठकर युवाओं को वैक्सीन सेंटर तक पहुंचा रही है। मांझीटोला के शिवकुमार, रामचंद परतेती, पंच डोमन सिन्हा, पंच सावित्री तारम, ईश्वरीबाई, निर्मला, भूपेश सिन्हा ने चौकी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में वैक्सीन का पहला डोज लगवाया। युवाओं ने कहा कि महामारी से निपटने टीकाकरण ही एक कारगर उपाय है।
बीएमओ डॉ. आरआर धुर्वे ने बताया कि 18 प्लस आयु के सभी वर्ग को वैक्सीन लगाने का निर्देश मिलते ही ब्लॉक के सभी टीकाकरण केंद्रों में भीड़ उमड़ रही है। उन्होंने बताया कि युवाओं में वैक्सीन लगाने को लेकर उत्साह है। उन्होंने कहा कि मांग के मुकाबले वैक्सीन की आपूर्ति कम होने के कारण अभी केवल सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के अलावा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र चिल्हाटी, कौडीकसा, बांधाबाजार, माहुद मंचादुर, आमाटोला, चिखली में टीका लगाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वैक्सीन की पर्याप्त आपूर्ति होने पर सभी सेंटरो में भी टीकाकरण शुरू किया जाएगा। उन्होंने बताया कि बीते चार दिनों में ब्लॉक में 800 से अधिक लोगों को वैक्सीन लगाया गया है।
महासमुंद, 12 मई। गायत्री परिवार महासमुंद द्वारा कोरोना पीडि़त मरीजों एवं उनके परिजनों के लिए नि:शुल्क भोजन की व्यवस्था कर रहा है। भोजन व्यवस्था आदित्य हॉस्पिटल के पीछे सिंधी धर्म शाला के बाजू में युवा मंडल के सक्रिय साथी मुकेश श्रीवास्तव की टीम द्वारा किया जा रहा है। यहां प्रतिदिन लगभग 250 -270 लोगों को भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। मरीज के परिजन दोपहर 1.30 से 2.30 बजे तथा संध्या 7.30 से 9 बजे तक एडमिट पर्ची दिखाकर निर्धारित स्थान से भोजन नि:शुल्क प्राप्त कर रहे हैं। इसके अलावा गायत्री परिवार द्वारा आध्यात्मिक प्रयोग भी किए जा रहे है जिसमें महासमुंद ब्लॉक में 160 परिजनों द्वारा प्रतिदिन संध्या 6 से 7 बजे 1 घंटे गायत्री मंत्र जप किया जा रहा है जो गायत्री जयंती 20 जून तक चलेगा। उक्त जानकारी युवा मंडल के प्रमुख भारत साहू एवम आशीष साहू ने दी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 12 मई। जिले में पिछलेेे 1 सप्ताह कोरोना संक्रमण के मामले में अप्रत्याशित रूप से कमी आई है और रिकवरी रेट में 2 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है। साथ ही मृत्यु का प्रतिशत भी घटा है।
कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए कलेक्टर जेपी मौर्य के निर्देशन में स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार काम कर रही है। जिले वासियों की सतर्कता एवं सावधानी, जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के बीच आपसी सामंजस्य अच्छा होने का ही नतीजा है कि अब धमतरी जिला छतीसगढ़ में कोरोना संक्रमण के मामले में तीसरे से घटकर 10वें पायदान पर पहुंच गया है।
कोराना सर्विलांस अधिकारी डॉ. विजय फूलमाली के अनुसार 1 मई से 10 मई तक कुल 12 हजार 911 लोगों की जांच की गई, जिसमें 3546 संक्रमित मरीज मिले हैं। याने की कुल जांच में से 27 फीसदी लोग संक्रमित हुए हैं।
वहीं 12 अप्रैल से 7 मई तक कुल 30 हजार 238 लेागों की जांच की गई है, जिसमें से 10 हजार 106 मरीज मिले थे। याने की इस समय कुल जांच में से 32 फीसदी लेाग संक्रमित मिल रहे थे। जबकि मई माह में संक्रमण के मामले में 6 फीसदी की गिरवट दर्ज की गई है।
धान खरीदी बंद हुए साढ़े 3 महीने गुजर गए, 23 लाख क्विंटल धान अब भी खुले में
लॉकडाउन के कारण ई-नीलामी की प्रक्रिया पूरी नहीं, इसलिए उठाव शेष-जोशी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 12 मई। पिछले दो दिनों से लगातार तेज हवाओं के साथ जिले में हुई असमय बारिश से समितियों में खुले में रखे करोड़ों का धान भीग गया है। धान भीगे न, इसलिए उसे तिरपाल से ढंका गया था, लेकिन तेज हवाओं से तिरपाल भी उड़ गया और धान पूरा भीग गया। अब भीगे धान को सुखाने के लिए समितियों को भारी मशक्कत करना पड़ रही है। समितियों को जीरो शार्टेज की चिंता भी सता रही है।
ज्ञात हो कि लापरवाही के कारण करोड़ों रुपए का धान जिले के 137 समितियों में रखा हुआ है। खरीदी के सप्ताह भर बाद उठाव का नियम है, लेकिन धान खरीदी बंद हुए साढ़े तीन महीने गुजर गए हैं और 23 लाख क्विंटल धान खुले में पड़ा है।
इस मामले में जिला विपणन अधिकारी सीआर जोशी का कहना है कि सरकार ई-नीलामी करा रही है, इसके कारण धान का उठाव नहीं हो रहा है। वर्तमान में लॉकडाउन के कारण ई-नीलामी की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई है। इसके कारण उठाव शेष रहा गया है। वहीं उसना व अरवा मिलर्स को उठाव करने, और मिलिंग के लिए भी निर्धारित लक्ष्य का शत-प्रतिशत डीओ जारी कर दिया गया है। लेकिन उठाव की गति धीमी है। गौरतलब हो कि एफसीआई व नान में चावल रखने की जगह नहीं है। इसके कारण मिलिंग की रफ्तार एकदम कम हो गई है। जब तक रफ्तार नहीं बढ़ेगी, धान का उठाव भी नहीं हो पाएगा।
गौरतलब है कि वर्तमान में महासमुंद जिले के 137 धान उपार्जन केंद्रों में 23 लाख 34 हजार 193 क्विंटल धान खुले में रखा हुआ है। समितियों के पास पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने के कारण धान को भीगने से नहीं बचा पा रहे हैं। खुले में पड़े धान को सरकार ने किसानों से 2500 रुपए के हिसाब से खरीदा है। सारे धान की कीमत 5 अरब 83 करोड़ 54 लाख 82 हजार 500 रुपए है। यदि इसे समय रहते नहीं उठाया गया तो इस धान की कीमत घट जाएगी। बता दें कि 1 लाख 36 हजार 391 किसानों ने 75 लाख क्विंटल धान बेचा है। किसानों को सरकार 18 अरब 75 करोड़ रुपए का भुगतान चार किश्तों में करेगी। पहली किश्त की राशि 21 मई को किसानों के खातों में जमा कर दी जाएगी। सरकार ने इसकी घोषणा भी कर दी है ।
लॉकडाउन में सामाजिक दूरी की धज्जियां
गंडई , 12 मई। जिले में लॉकडाउन के चलते कोरोना पर काफी हद तक काबू पा लिया गया है। इधर राशन दुकानों में भीड़ उमडऩे लगी है। नगर पंचायत गंडई के वार्ड नंबर 4 स्थित सांस्कृतिक भवन में शासकीय उचित मूल्य की दुकान में राशन लेने लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। अधिकांश लोगों ने मास्क नहीं लगाया व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते नजर नहीं आए।
बताया गया कि कुछ माह पूर्व 2 स्थानों पर राशन वितरण किया जाता था। इस वजह से अधिक भीड़ को देखते 5 स्थानों पर राशन वितरण करने की व्यवस्था की गई है। वार्ड एक और दो के लिए दैहान चौक, वार्ड 3, 4 और 5 के लिए वार्ड नं. 4 स्थित सांस्कृतिक भवन, वार्ड 6 और 7 के लिए कम्युनिटी हाल तथा अन्य वार्डों के लिए भी व्यवस्था बनाया गया है, परन्तु राशन विक्रेताओं की लापरवाही के चलते वार्ड एक और दो के हितग्राही राशन लेने वार्ड 6 और 7 में लगने वाले दुकान में चले जाते हैं। ऐसे ही वार्ड 6 और 7 के हितग्राही वार्ड नं. 3 और 4 के दुकान में पहुंच रहे हैं। इस वजह से अनावश्यक भीड़ उमड़ रही है। इधर अनुविभागीय अधिकारी राजसव लवकेश ध्रुव का कहना है कि मामले को लेकर मैं दिखवाता हूं।
कई अपराधों के आरोप में बंद थे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 12 मई। महासमुंद जिला जेल से पांच कैदियों के फ रार होने और वापस गिरफ्तार होने की घटना के पांच दिन बाद कल बरोंडबाजार स्थित बाल संप्रेक्षण गृह से हत्या, हत्या की कोशिश, कट्टा बेचने, चोरी जैसे अपराधों के आरोप में बंद चार अपचारी बालकों के फरार होने का मामला सामने आया है। पुलिस ने एक बालक को पकड़ लिया है। यह बालक बलौदाबाजार जिले का रहने वाला है।
जानकारी के अनुसार यह घटना सोमवार रात 11 बजे की बताई जा रही है। जानकारी मिली है कि फरार चारों बालक कोरोना पॉजिटिव हैं। इन बालकों के भागने की जानकारी बाल संप्रेषण गृह के अधिकारी, कर्मचारी, केयर टेकर व गार्ड को नहीं थी। जब जिला सत्र न्यायाधीश व अतिरिक्त न्यायाधीश निरीक्षण के लिए संप्रेषण गृह पहुंचे, तब इन्हें बच्चों के फरार होने की भनक लगी। इसके बाद आनन फानन में घटना की जानकारी कोतवाली पुलिस महासमुंद को दी गई।
कोतवाली थानेदार शेर सिंह बंदे ने जानकारी दी है कि एक बच्चे को पुलिस ने पकड़ लिया है,जबकि बाकी बच्चों की खोज जारी है। फरार बालकों की खोजबीन के लिए सभी पाइंट पर जवान तैनात कर दिए गये हैं। जिले के आसपास जिलों के थाने व अन्य जिलों की पुलिस को भी घटना की जानकारी दे दी गई है ताकि क्षेत्र में घूमते पाए जाने पर ये बच्चे पकड़ में आ जाए। पुलिस के मुताबिक इस वक्त जो पुलिस के हाथ आया है वह इस घटना का मास्टर माइंड यूपी निवासी 16 वर्षीय बालक है, जिसे कट्टा सप्लाई के मामले में बलौदाबाजार पुलिस ने गिरफ्तार कर महासमुंद बाल संप्रेषण गृह भेजा था। जानकारी के अनुसार बरोंडाबाजार संप्रेक्षण गृह में कुल 21 अपचारी बालक रह रहे हैं।
जानकारी अनुसार अपचारी बालकों ने घटना को अंजाम देने के लिए पहले ही प्लान तैयार कर लिया था। सोमवार की रात इन बालकों ने अपने पलंग के सहारे खिडक़ी में लगे ग्रिल को तोड़ा और एक-एक करके चारों बाहर आए। परिसर के भीतर ही पेड़ की एक डाली टूटी हुई मिली जिसका प्रयोग 6 फीट की दीवार में चढऩे के लिए सीढ़ी के रूप में बच्चों ने किया। साथ ही परिसर की चारदीवारी पर लगे कटीले तार के चोट से बचने चारों ने एक तकिए को तार के ऊपर रख दिया और पेड़ की डाल के सहारे एक-एक करके चारों दीवार फांद कर फरार हो गए। घटना रात सोमवार रात 11 बजे की बताई जा रही है।
संप्रेक्षण गृह से मिली जानकारी के अनुसार इन चारों बालकों की तबीयत खराब थी। इसके बाद 30 अप्रैल को चारों का कोरोना टेस्ट कराया गया था। एक मई को चारों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसके बाद से चारों को संप्रेक्षण गृह के ही एक अलग कमरे में क्वारेंटाइन किया गया था। चूंकि चारों अपचारी बालक कोरोना पॉजिटिव थे, इसलिए इनके कमरे की ओर कर्मचारी, केयर टेकर व गार्ड ज्यादा नहीं जाते थे। केयर टेकर केवल सामान छोडऩे के लिए कमरे के बाहर जाता और वहीं रखकर वापस आ जाता था। इसी का फायदा उठाते हुए अपचारी बालकों ने भागने का प्लान बनाया।
फरार चारों अपचारी बालक मर्डर, हाफ मर्डर, कट्टा सप्लाई व चोरी के मामले में बाल संप्रेषण गृह में बंद थे। फरार बालकों में एक हत्या के प्रयास, एक चोरी, एक कट्टा बेचने और एक हत्या के मामले में संप्रेक्षण गृह में दाखिल था।
ज्ञात हो कि बाल संप्रेषण गृह से अपचारी बालकों के भागने की यह तीसरी घटना है। इससे पहले भी चार अपचारी बालक दो बार दीवार फांदकर फरार हो चुके हैं। पहले की घटनाओं में फरार बच्चों को पुलिस ने पकड़ कर फिर से संप्रेषण गृह भेज दिया था।
जिला परियोजना अधिकारी ने बताया कि बच्चों की सुरक्षा के लिए सुरक्षा गार्ड तैनात हंै जो चारों ओर नजर रखता है। गेट के पास भी वही गार्ड ड्यूटी पर तैनात रहता है। बच्चों को सुधारने के साथ-साथ यहां से जाने के बाद अच्छे कर्म करने के लिए सीख दी जाती है। ताकि छूटने के बाद दोबारा ऐसी घटनाओं को अंजाम न दें।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 12 मई। जिला मुख्यालय में 18 प्लस युवाओं में टीकाकरण के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में कैम्प लगा कर वैक्सीनेशन किया जा रहा है। जिसका परिणाम भी अब सामने आने लगा, इसके चलते मंगलवार को ग्राम पंचायत मदनपुर में टीकाकरण शिविर लगाया गया, जहां युवा सरपंच मोतिधर दीवान टीका लगवा कर शुभारंभ किया। उसके बाद गांव के 18 प्लस युवाओं-महिलाओं ने आगे आकर टीके लगवाए जिनको सामुदायिक भवन के पास बाजार शेड में बैठाया गया। स्वास्थ्य कर्मी, राजस्व पटवारी मनोज खरे, ग्रामपंचयत सचिव व जनप्रतिनिधि मौजूद थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 12 मई। बढ़ती गर्मी और कोरोना काल के बीच जैन युवा शक्ति के सदस्य जीवदया की अनूठी मिसाल पेश कर रहे हैं। शहर में आवारा घूम रहे मवेशियों के लिए चारा, चिडिय़ों के लिए सकोरा एवं हर वार्ड में जीवों के लिए कोटना रखने की परंपरा ये युवा निभा रहे हैं। इसके लिए बाकायदा हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया, जिस पर कोई भी व्यक्ति फोन कर अपने घर के सामने कोटना चारा ले सकते और युवा उन्हें उपलब्ध करवा रहे हैं।
महामारी ने हाहाकार मचा रखा है, वहीं जब से लॉकडाउन पुन: लगा है, मवेशियों को हरा चारा, रोटी, गुड़ आदि खिला रहे और उनकी भूख मिटा रहे हंै। जैन युवा शक्ति के सदस्यों द्वारा प्रतिदिन सोशल डिस्टेंस बना कर दो चार सदस्यों द्वारा अलग अलग वाहन का उपयोग कर जीवदया का कार्य शहर में हर वार्ड में रोड जैसे सदर बाजार, मधु चौक, रेलवे स्टेशन, जय स्तंभ चौक, गंज पारा, सीकरी पारा, बुधवारी बाजार, नया पारा आदि हर गली रोड़ में बैठे जीव जंतु को भोजन करवाया जा रहा।
युवाओं द्वारा कोरोना से पीडि़त मरीजों को स्वस्थ होकर लौटने के दौरान एक एक पौधा वितरण किया जा रहा है और लोगों को पेड़ का महत्व समझाया जा रहा। इस कार्य से और भी लोग प्रेरणा ले रहे दुर्ग रायपुर की भी संस्था यहां कार्य मे जुड़ रही। जैन युवा शक्ति बालोद द्वारा अब लोगों को कोविड का टीका लगवाने के लिए सोशल मीडिया के माध्यम से प्रेरित भी किया जा रहा है।
बालोद, 12 मई। भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश कार्यसमिति सदस्य कुसुम शर्मा ने कोरोना टीका लगवाकर महिलाओं को संदेश दिया है। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज मंैने वैक्सीन लगवाया है। मेरा महिलाओं से अनुरोध है कि वह वैक्सीन लगवाएं और कोविड की लड़ाई में अपना योगदान दें। कोरोना ने हर परिवार को प्रभावित किया है। इसका डटकर मुकाबला करना होगा।
कुसुम शर्मा ने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई के लिए अब सकारात्मक सोच के साथ आगे बढऩे की आवश्यकता है। उन्होंने कोरोना बीमारी का डर छोडक़र और टीका लगवाकर आत्मविश्वास जगाने की जरूरत पर बल दिया। टीका लगाने के बाद कुसुम शर्मा ने भारत के वैज्ञानिकों को साधुवाद दिया कि उन्होंने यह वैक्सीन बनाई है। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि मैंने भी वैक्सीन के ट्रायल में सहयोग दिया है।
कोरोना टीकाकरण में महिलाएं भी बढ़-चढक़र हिस्सा ले रही हैं। जिले में भाजपा की महिला नेत्रियां के द्वारा कोरोना वैक्सीनेशन के लिए लगातार लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
छत्तीसगढ़ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 12 मई। एक ओर जहां जिंदगी के टीका के लिए लोग रोजाना घंटों कतार में खड़े हो रहे हैं, वहीं उनकी चिंता छोडक़र प्रदेश सरकार मदिरा प्रेमियों की चिंता में इस कदर डूबी हुई है कि वह शराब की होम डिलीवरी कर रही है। इससे वैश्विक महामारी कोरोना को लेकर सरकार की गंभीरता का अंदाजा सहजता से लगाया जा सकता है।
भाजपा मंडल अध्यक्ष धर्मेंद्र पटवा ने शराब की होम डिलीवरी पर प्रदेश सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि प्रदेश में आपदा की इस घड़ी में सरकार अपने निर्णय और कार्यप्रणाली से जनता की नजरों में गिरती जा रही है। सरकार का यह निर्णय उसकी अदूरदर्शिता को दर्शाता है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में चुनाव के दौरान कांग्रेस ने बड़े-बड़े वायदे किए थे। छत्तीसगढ़ में शराब बंदी का दंभ भरा था, लेकिन आज की स्थिति में जब प्रदेश वैश्विक महामारी कोरोना से जूझ रहा है। लोग एक-एक सांस के लिए संघर्ष कर रहे हैं और भूपेश सरकार शराब को लेकर अनोखी कार्ययोजना बना रही है। योजना भी ऐसी कि शराब के लिए ऑर्डर करिए सरकार आपके घर तक शराब पहुंचाने के लिए एक पैर पर खड़ी है। उन्होंने कहा कि आज टीकाकरण के लिए युवा से लेकर बड़े-बुजुर्ग सभी कतार में खड़े हैं। ऐसे में सरकार को कायदे से घर-घर वैक्सीनेशन की सुविधा प्रदान करनी चाहिए, लेकिन वह घर-घर शराब पहुंचाने में समय बिताकर बीमारी से जूझ रहे लोगों को समय पर इलाज और टीका मुहैया न कराकर उन्हें मौत के आगोश में धकेल रही है।
भाजपा नेता ने कहा कि जिनके घर पर शराब की होम डिलीवरी होगी, उस घर की महिलाओं और बच्चों पर क्या गुजरेगी, इसे आसानी से समझा जा सकता है। उन्होंने वर्तमान हालात को देखते हुए वैक्सीनेशन पर ज्यादा ध्यान देने और शराब बिक्री पर पूरी तरह रोक लगाए जाने की मांग की है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दल्लीराजहरा, 12 मई। नगर में गत रात हुए तेज बारिश और आंधी तूफ़ान से पुराना बाजार क्षेत्र के एक घर के आंगन में लगे नारियल के पेड़ में आकाशीय बिजली गिरने से आग लग गई। दमकल कर्मचारियों द्वारा घटनास्थल पर पहुंच कर आग पर काबू पा लिया।
मिली जानकारी के अनुसार तेज बारिश के दौरान आकाशीय बिजली गिरने से नगर के वार्ड क्रमांक 18 निवासी राणे नामक व्यक्ति के घर के आंगन में लगे नारियल के पेड़ में आग लग गई।
घर वालों ने इस बात की जानकारी अग्निशमन विभाग को दी गई, जिस पर संबंधित विभाग के कर्मचारी तत्काल घटनास्थल पर पहुंच कर आग पर काबू पा लिया।
रायगढ़, 12 मई। जिले के लैलूँगा में कोरोना संक्रमण से एक बीजेपी नेता की मौत हो गई। जानकारी के मूताबिक लैलूँगा कुर्रा के रहने वाले भाजपा नेता रमेश राठिया को सोमवार को लैलूँगा कोविड अस्पताल से रायगढ़ के लिए रेफर किया गया था लेकिन रायगढ़ पहुंचने से पहले रास्ते मेें ही उनकी मौत हो गई।
लैलूँगा बीएमओ एसएन उपाध्याय ने बताया कि जब उन्हें कोविड अस्पताल लैलूँगा लाया गया था तब उनकी हालत ज्यादा खराब थी । उनका ऑक्सीजन लेबल 75 पहुँच गया था। उनका एंटीजन टेस्ट किया गया तो उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आयी थी। उन्हें ऑक्सीजन सपोर्ट पर अस्पताल में भर्ती किया गया। ऑक्सीजन लेबल 92 तक आ गया था लेकिन स्टेबल नहीं था। उन्हें वेंटिलेटर की जरूरत थी इसलिए उन्हें सोमवार को रायगढ़ के लिए रेफर कर दिया गया था, लेकिन रायगढ़ पहुंचने से पहले रास्ते में ही उनकी मौत हो गई।
परिजनों ने जेसीबी मालिक पर लगाया हत्या का आरोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 12 मई। धरमजयगढ़ थानाक्षेत्र के ग्राम सोहनपुर में एक जेसीबी के खलासी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि मृतक एक सप्ताह पूर्व ही जेसीबी चलाना सीखने गया था। मृतक के परिजन जेसीबी मालिक पर हत्या का आरोप लगा रहे हैं।
इस मामले में मृतक के भाई संतोष यादव ने बताया कि वह ग्राम सोहनपुर के लालमाटी का रहने वाला है तथा उसका छोटा भाई जगदीश यादव जेसीबी ऑपरेटिंग पूरी तरह सीखने सिन्धुमार नीलाम्बर यादव के यहां एक सप्ताह पूर्व गया हुआ था कि अचानक 10 मई की रात 3 बजे के आसपास मृतक के भाई के मोबइल में फोन आया कि उसका छोटा भाई जेसीबी से गिर गया है और बेहोश है।
उसे धरमजयगढ़ हॉस्पिटल इलाज के लिए लाया गया है। इतना सुनने के बाद मृतक का भाई धरमजयगढ़ सिविल अस्पताल आया तो देखा कि उसका छोटा भाई जगदीश यादव की मौत हो चुकी है और मृतक के गले में गला दबाने जैसे निशान हैं। इसके बाद मृतक जगदीश यादव के भाई संतोष यादव की सूचना पर धरमजयगढ़ पुलिस आगे की तहकीकात कर रही है।
बताया जा रहा है कि मृतक के गले मे निशान है तथा नाक से खून भी निकल रहा था। वहीं मृतक के परिजन इसे हत्या करार दे रहे हैं। तथा घटना वाले दिन पीने खाने के बाद इस घटना को घटित होना बताया जा रहा है। फिलहाल धरमजयगढ़ पुलिस मर्ग कायम कर आगे की कार्रवाई में जुट गई है।
छत्तीसगढ़ संवाददाता
कसडोल, 12 मई। बलौदाबाजार वनमण्डल के उपवन मण्डल कसडोल के वन परिक्षेत्र देवपुर के अंतर्गत तेन्दुचुआ के एक 65 वर्षीय बुजुर्ग पर जंगल में तेंदूपत्ता तोड़ते अचानक भालू ने हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पिथौरा में भर्ती कराया गया है।
वन परिक्षेत्र देवपुर में 10 मई को धमलपुरा के जंगल में एक 65 वर्षीय व्यक्ति पर जंगली भालू ने तेंदूपत्ता तोड़ते हमला कर घायल कर दिया ।
बताया गया है कि वन परिक्षेत्र देवपुर के ग्राम धमलपुरा के कक्ष क्रमांक 289 में तेंदूपत्ता तोडऩे गये परशुराम पिता पैनका बरिहा उम्र 65वर्ष निवासी तेंदुचुआ को जंगली भालू ने हमला कर घायल कर दिया। उसे तत्काल वन विभाग देवपुर के द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पिथौरा ले जाकर प्राथमिक उपचार कराया गया, वहीं वन परिक्षेत्र अधिकारी देवपुर पंचराम यादव एवं डिप्टी रेंजर बसंत खांडेकर ने तत्काल सहायता राशि के रूप में 2हजार आर्थिक सहयोग भालू के हमले से घायल व्यक्ति को प्रदान किया ।
छत्तीसगढ़ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 12 मई। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा विधायकों के साथ कोविड-19 को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हालात की समीक्षा की गई।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में सविप्रा उपाध्यक्ष विधायक गुलाब कमरो ने कोरिया जिले में ऑक्सीजन प्लांट, राशन कार्डधारियों को 2 माह का राशन एवं प्रदेश के अंतिम छोर तक के लोगों के टीकाकरण पर धन्यवाद ज्ञापित किया गया, साथ ही ऑक्सीजन प्लांट में हो रहे विलंब पर त्वरित कार्य प्रारंभ करने व मनेंद्रगढ़ एवं जनकपुर में कोविड मरीजों के लिए शीघ्र वेंटिलेटर स्थापना हेतु आग्रह किया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 12 मई। भाजपा ने 9 सूत्रीय विभिन्न मांगों को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। जिला अध्यक्ष राजेश साहू एवं जिला महामंत्री पुनीत सिन्हा ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण की स्थिति भयावह होते जा रही है। इस संकटकाल में भारत में ही बने दोनो टीके फिलहाल हमारे लिए आशा की एकमात्र किरण है, लेकिन प्रदेश में टीकाकारण के संबंध में हो रही राजनीति दुखद है। इसे देखते हुए छत्तीसगढ़ को कोरोना से मुक्त बनाने के लक्ष्य की ओर आगे बढऩे भाजपा द्वारा राज्य की कांग्रेस सरकार को 9 सुत्रीय सुझाव प्रेषित किए गए है।
सुझाव में कहा है कि उच्च न्यायालय के संबंधित आदेश के अनुपालन में प्रदेश में टीकाकरण के लिए भेदभाव रहित नीति बनाए जाए, ऐसी नीति जिसमें सर्व समाज का हित निहित हो। अन्त्योदय, बीपीएल और एपीएल श्रेणी के लिए अलग-अलग कस्बों में केंद्र का निर्माण किया जाना निहायत ही अव्यावहारिक निर्णय है। हर केंद्र पर सभी श्रेणी के बूथ होने चाहिए।
छत्तीसगढ़ में टेस्टिंग कम होते जाना चिंताजनक है। आरटीपीसीआर एंटीजन और ट्रू नॉट सभी पर्याप्त संख्या में हो, जांच की कमी के कारण भी प्रदेश में मृत्यु दर बढऩा चिंताजनक है। हर पंचायत में ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर और दवा किट आदि शीघ्र उपलब्ध कराये जायें। पत्रकारों को ‘फ्रंटलाइन वर्कर’ मानते हुए इनका प्राथमिकता के आधार पर टीकाकरण हो, आदि सुझाव दिए गए।
रोकथाम के लिए ग्रामीण करें मिलकर प्रयास- कलेक्टर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 12 मई। जिले में कोरोना संक्रमण की मौजूदा स्थिति की लगातार समीक्षा की जा रही है। कलेक्टर सुनील कुमार जैन ने विषय विशेषज्ञों से प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर बताया कि जिले के करीब 111 गांवों में संक्रमण का दर सर्वाधिक है। इन गांवों में बेहद तेजी से संक्रमण फैल रहा है। इन गांवों में और संक्रमण ना फैले, इसके लिए प्रशासन के साथ गांव वालों को भी आगे आना होगा।
गांव के सभी लोग आपस में मिलकर, युवा समिति एवं महिला समितियों सहायता लेते हुए संक्रमण के विस्तार को कम कर सकतें हैं। इसके लिए अब गांव स्तर में ही सभी को सख्ती से लॉकडाउन के नियमों का अनिवार्य रूप से पालन करना होगा। इन संक्रमित गांव में सार्वजनिक तालाबों के उपयोग, पेयजल की स्रोतों उपयोग पर कड़ी नजर रखते हुए उन्हें प्रतिबंधित करना होगा। क्योंकि इन तालाबों से अधिक संक्रमण फैलने का डर बना हुआ है। सभी ग्राम के सरपंच एवं गांव के वरिष्ठ नागरिक इस बात का विशेष ध्यान रखतें हुए अपनें गांव स्तर में ही इससे निपटने योजना बना लें। ताकि सभी लोग सुरक्षित हो सकें। समय रहते अभी यह कदम नहीं उठाए तो आने वाले समय मे और भी भयावह स्थिति हो सकती है। मौजूदा दौर में ना जाने हम सभी लोग अपने आसपास, रिश्तेदार, दोस्त, स्नेहजनों को कोरोना से खोया है। आगे भविष्य में ऐसी और कभी स्थिती निर्मित ना हो इसके लिए हम सब को आगे आकर ही कोरोना खिलाफ लड़ाई को लडऩा होगा।
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि आज बलौदाबाजार के सकरी ग्राम के निवासियों ने सामूहिक एकजुटता एवं प्रयासों से पूरे गांव मे संक्रमण फैलने से रोक लिया। गाँव वालों ने आपस मे ही मिलकर सख्ती से लॉकडाउन एवं कोरोना गाइडलाइन का पालन करना होगा। ऐसे ही अन्य गांवों को भी इसी तरह कार्य करने की जरूरत है।
ग्राम वार विस्तृत सूची जहां पर संक्रमण की दर सर्वाधिक
कलेक्टर श्री जैन ने कहा कि अभी मौजूदा स्थिति को देखते हुए गावों को तीन श्रेणियों में विभाजित किया गया है। पहले वह गांव जहां पर 50 से अधिक संक्रमित मरीज एक्टिव है। दूसरा वह जहां 25 से 50 एक्टिव मरीज है एवं तीसरा वह जहां पर 10 से 25 मरीज है।
अति संवेदनशील ग्रामों में ऐसे जिले में 9 गांव है। जो अति सवेंदन शील के श्रेणी में है। जहां पर अभी 50 से अधिक मरीज एक्टिव है। बलौदाबाजार विकासखण्ड के ग्राम गिन्दोला में 96 एक्टिव, अर्जुनी में 59, भाटापारा के मोपका में 52,बिलाईगढ़ के बरभाटा 66, सोनाडुला 60, मधुबन 59, कसडोल के चरौदा 67, छरछेद 56, पलारी के कोनारी में 61 एक्टिव मरीज है।
संवेदनशील ग्रामों में ऐसे जिलें में 25 गाँव है। जो सवेंदन शील के श्रेणी में है। जहां पर अभी 25 से 50 के बीच की सँख्या मे मरीज एक्टिव है, इसमें बिलाईगढ़ के गांव जोगेसरा, टुण्डरी, सलौनी कला,कोसमुण्डा,भाटापारा के अकलतरा, सिंगारपुर, देवरी, कडार, कसडोल के कटगी आमगांव, असनीद, खर्वे मटिया सोनाखान बोरसी, अर्जुनी ब, हटोद, पिसीद बरपाली, बिलारी क,दर्रा क, कोट क, पलारी के अंतर्गत कुकदा, कुसमी अछोली शामिल हैं।
निम्न संवेदन शील ग्रामों में ऐसे जिलें में 77 गाँव है। जो निम्न सवेंदन शील के श्रेणी में है। जहां पर अभी 10 से लेकर 25 के बीच की सँख्या मे मरीज एक्टिव है, इसमें बालौदाबाजारा के अंतर्गत ग्राम बरदा, बिटकुली, सोनडीह रवान,रिसदा, करमदा मुंडा सरखोर अहिल्दा, पनगांव, रिसदा मरदा भाटापारा के अंतर्गत ग्राम कुकदा, ढाबाडीह मुड़ाघाट धनेली, सिलपा, लच्छनपुर, दतरेंगी, सूमा,पेंडरी, निपनिया, खरी क, बिलाईगढ़ के कैथा, करियाटार,चुरैला, गोविंदवन खंजरी झुमका, पुरगांव, बघमल्ला, दुहनी दुमहानी, पंडरीपाली, बम्हनपुरी, कसडोल के बम्हनी, छाछी, चौरादा, मड़वा, नगरदा, सेल, देवतराई, गोलाझर, बलौदा, बरेली, नगेडा, कोसमसरा,पुटपुरा, कुरमाझर, मोहतरा, दर्रा क मोतीपुर,आमाखोहा सुकुली उसी तरह पलारी के सुंदरावन, ओडान, गिरतरा गिधपुरी, मुड़पार, दातान प, कोसमंदी,चरौदा, सलौनी, घोटिया, घिंघोला, वटगन, बिल्हा ब्रम्हनी, गिराकेरा, खरतोरा नवागांव, जारा, खैरा,कोदवा शामिल हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कवर्धा, 12 मई। बिलासपुर से जबलपुर जा रही ट्रक में 24 भैंसों को कत्लखाना ले जाया जा रहा था, जिसे पुलिस ने घेराबंदी कर पकड़ा, जिसमें यूपी के 2 आरोपियों को जेल भेजा गया है, साथ ही भैंसों को भोरमदेव गोशाला में रखा गया है। उक्त कार्रवाई तरेगाव जंगल थाना ने की है।
बोड़ला ब्लॉक में लगातार गौ तस्करों पर कार्रवाई हो रही है। तरेगांव जंगल पुलिस को ट्रक में मवेशी तस्करी की मुखबिर से सूचना मिली। ट्रक क्रमांक सीजी 04 एमएन 9633 बिलासपुर से जबलपुर जा रही ट्रक में 24 नग भैंस को कत्लखाना ले जाया जा रहा था, जिसे पुलिस ने घेराबंदी कर पकड़ा, जिसमें 2 आरोपी को जेल भेजा गया है साथ ही जानवरों को भोरमदेव गोशाला में रखा गया है। आरोपियों में हारून (32) उत्तरप्रदेश, जितेंद्र कुमार शंकवार (27) उत्तरप्रदेश शामिल हैं।
सीएम पर आरोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 12 मई। केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और टीएस सिंह देव पर एक बार फिर से बड़ा हमला बोला है। बुधवार को वर्चुअल मीटिंग के माध्यम से अंबिकापुर के पत्रकारों से चर्चा करते हुए रेणुका सिंह ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव के बीच कुर्सी की लड़ाई है।
केंद्रीय राज्य मंत्री ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री चाहते हैं कि स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव स्वास्थ्य के क्षेत्र में फेल हो जाए। मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री के बीच खींचतान का असर है कि गांव-गांव में कोरोना का फैलाव तेज हुआ है।
अस्पताल में अव्यवस्थाओं को लेकर केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि हमने राज्य सरकार को महामारी से निपटने 109 करोड़ रुपए दिए, उसमें से राज्य सरकार ने सिर्फ 41 करोड़ ही खर्च कर पाई है। सरकार को चाहिए था कि केंद्र से भेजे हुए रुपए का उपयोग करें और स्टाफ नर्स की कमी व जो भी सामग्री की कमी हो उसे दुरुस्त करें पर सरकार ने ऐसा नहीं किया। हम लोग राशि उपलब्ध करा सकते हैं बाकी जिम्मेदारी प्रदेश के मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री की बनती है कि वह जनता की सेवा के लिए किस तरह प्रयासरत हैं। जब केंद्र ने इतनी राशि दी है तो अव्यवस्था नहीं होनी चाहिए थी
रेणुका सिंह ने आगे बताया कि जुलाई के बाद से सभी प्रदेशों को केंद्र सरकार नगद राशि दे रही है। छत्तीसगढ़ को 109 करोड़ रुपए दी गई जिसमें 41 करोड़ ही सरकार ने खर्च कर पाई। 64 लाख 16 हजार 550 डोज वैक्सीन के लिए दिए हैं। दो लाख से अधिक रेमडेसीवीर इंजेक्शन दिए जा चुके हैं।ऑक्सीजन की आपूर्ति आवश्यकतानुसार पूरा कर रहे हैं।केंद्र पूरी इमानदारी से राज्य सरकार से मिलकर जीवन बचाने में लगी है।
पिछले सप्ताह भर से कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी भाजपा पर कई आरोप लगा रहे हैं कभी कहते हैं लॉकडाउन बढ़ाया जाए और कभी कहते हैं कि लॉकडाउन से देश को पीछे धकेला जा रहा है।
रेणुका सिंह ने कहा कि महामारी से निपटना है तो आरोप प्रत्यारोप से काम नहीं चलेगा, समन्वय बनाकर काम करना होगा। नया लोक सभा भवन बनाने को लेकर रेणुका सिंह ने कहा कि यह कांग्रेस की सोच थी पीएम मोदी इसे पूरा कर रहे हैं तो आपत्ति नहीं होना चाहिए। वैक्सीनेशन को लेकर भी देश में कांग्रेस भ्रम की स्थिति पैदा कर रही है।
रेणुका के अंदर वही धार वही तेवर अभी भी है
वर्चुअल मीटिंग में अंबिकापुर के पत्रकारों द्वारा केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह से पूछा गया कि वह जनता की भलाई के लिए लड़ाई नहीं लड़ रही,क्या उन्हें सरगुजा से प्रेम खत्म हो गया है या सेंट्रल रास आ गया है? प्रश्न के संदर्भ में रेणुका सिंह ने कहा कि प्रदेश में हमारी सरकार नहीं है,अंबिकापुर के विधायक स्वयं प्रदेश में स्वास्थ्य मंत्री हैं,हम पूरा विश्वास करते हैं कि वह क्षेत्र का ख्याल रखेंगे।
30 अप्रैल को केंद्र में बैठक हुई थी, मैंने प्रधानमंत्री को छत्तीसगढ़ की स्थिति से अवगत कराया है। मेरा काम है छत्तीसगढ़ के हित में पैसा भिजवाना जो मैं पूरी ईमानदारी से भिजवा रही हूं। समय-समय पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन सिंह से बात करती रहती हूं,जब भी मौका मिलता है प्रधानमंत्री को पत्र भी लिखती हूं। लड़ाई वाली बात नहीं है रेणुका सिंह के अंदर वही धार वही तेवर अभी ही है।
सूरजपुर में स्वास्थ्य की लचर व्यवस्था को लेकर रेणुका सिंह ने कहा कि सूरजपुर सीएमएचओ से बात करते रहते हैं, लेकिन सीएमएचओ के ससुर खेलसाय है,यहां परिवारवाद जमकर हावी है। ससुर कांग्रेस के इतने बड़े नेता हैं तो सीएमएचओ को काहे की चिंता होगी। सरगुजा के भी हालात खराब हैं,सरकार को पूरी ईमानदारी के साथ स्वास्थ्य क्षेत्र में अच्छा काम करना चाहिए।प्रेस वार्ता को सरगुजा के वरिष्ठ भाजपा नेता अनिल सिंह मेजर ने भी संबोधित किया।
रायपुर, 12 मई। टैगोर नगर निवासी रतन चंद जैन का आज सुबह 4.30 बजे निधन हो गया। वे स्व. मांगीलाल सराफ के बेटे थे। उनका अंतिम संस्कार कोविड नियमानुसार किया गया। वे जयचंद, अशोक व विजय के भाई एवं सिद्धार्थ सराफ के पिता और शुभम भंसाली, विजयनगरम के मामा थे।
एक पहले से पकड़ा जा चुका है
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
मैनपुर, 12 मई। उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व क्षेत्र के वन परिक्षेत्र तौरेंगा अंतर्गत डुमरघाट के जंगल में पिछले दिनों दो चीतलों के शिकार के आरोप में 16 आरोपियों को गिरफ्तार कर मंगलवार को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है।
वन परिक्षेत्र तौरेंगा से मिली जानकारी के अनुसार 8 मई को दो चीतल (एक नर एवं एक मादा) के शव व 3 धनुष, 3 तीर को जब्त किया गया था। साथ ही एक आरोपी को पकड़ा था। फरार आरोपियों की तलाश की जा रही थी।
सोमवार को शिकार के आरोप में 16 आरोपियों को पकड़ा गया। पकड़ाए 16 आरोपियों में नंदलाल, रामचंद, बजारू, सुनाराम, अर्जुन, नकुल, जागेश्वर, फगनू, बिसरू, पलटन, सुकराम, डमरू, सुकराम, खगेश्वर, धनुर्जय, दिनेश सभी निवासी डुमरघाट हैं। इन 16 आरोपियों के खिलाफ वन्य प्राणी (संरक्षण) अधिनियम के तहत वन अपराध दर्ज किया गया। मंगलवार को आरोपियों को न्यायालय के समक्ष पेश कर रिमाण्ड पर जेल भेज दिया गया है।
ज्ञात हो कि उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व क्षेत्र के वन परिक्षेत्र तौरेंगा अंतर्गत डुमरघाट के जंगल में शनिवार को ग्रामीणों ने चारों तरफ से घेरकर दो चीतल (कोटरी) को तीर धनुष से वार कर उनका शिकार कर लिया और सब्जी बनाने के लिए तैयारी कर रहे थे कि जंगल के सर्चिंग में पहुंचे पुलिस बल के जवानों ने दो वन्य प्राणी चीतल कोटरी सहित एक आरोपी को पकडक़र वन विभाग के सूूपुर्द किया था। पुलिस ने चार दिन पहले मामले को वन विभाग के हवाले किया था। वन विभाग की टीम ने चार दिनों बाद मंगलवार को वन्य प्राणी के शिकार के आरोप में 16 आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 12 मई। दंतेवाड़ा के भांसी थाना अंतर्गत अति संवेदनशील झिरका के जंगलों में मंगलवार देर शाम जिला आरक्षी बल के जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ के उपरांत पुलिस ने घटनास्थल से नक्सल सामान का जखीरा बरामद किया है।
पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी। सूचना के अनुसार बड़ी संख्या में नक्सली लीडर झिरका और कमालूर इलाके में घूम रहे हैं। इनमें अनिल, मोती, लक्ष्मी, सुनीता, संजू सोनी, और सुंदरी प्रमुख रूप से शामिल थे। पुलिस दल के झिरका के जंगलों में पहुंचते ही पूर्व से ही घात लगाए नक्सलियों ने ताबड़तोड़ गोलियांं चलाई। इसके जवाब में पुलिस ने भी करारा जवाब दिया। पुलिस दल का पलड़ा भारी होते देख नक्सली भाग निकले।
मुठभेड़ के उपरांत घटनास्थल की तलाशी ली गई, जिसमें बड़ी मात्रा में नक्सलियों के उपयोग की सामग्रियां पुलिस के हाथ लगी। इनमें नक्सली वर्दी, पिट्ठू, दवाइयां, कपड़े, नक्सली साहित्य और बर्तन शामिल हंै।
पुलिस अधीक्षक के मुताबिक मौके में कई स्थानों पर खून के धब्बे मिले हैं, जिससे कई नक्सलियों के घायल होने की संभावना है। ज्ञात हो कि दंतेवाड़ा में पुलिस के सटीक सूचना तंत्र के आधार पर बड़ी संख्या में नक्सली कैंप को ध्वस्त किया गया है।
आज अंतरराष्ट्रीय नर्स डे पर विशेष
उत्तरा विदानी
महासमुंद, 12 मई (‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता)। महासमुंद जिले के तुरेंगा स्वास्थ्य केंद्र में सेवा दे रहीं एएनएम पूर्णिमा साहू अपने छोटे-छोटे बच्चों को घर पर छोडक़र संक्रमण के बीच अपनी सेवाएं दे रही हैं। नर्स लता 15 माह की बच्ची को चाचा के पास और किरण 6 साल के बेटे को बुआ के पास मरीजों की सेवा खातिर छोड़ती हैं।
कोरोना संक्रमण के बीच इनकी तरह और भी कई नर्सें अपने मासूम बच्चों को परिवार में छोडक़र सेवाएं दे रही हैं। अछोली स्वास्थ्य केंद्र में सेवा दे रहीं लता ध्रुव अपनी 15 महीने की बच्ची को अपने देवर के पास छोडक़र ड्यूटी पर हैं। वे बताती हैं-पति कलपराम पुलिस में हैं, इसलिए उन्हें भी ड्यूटी पर जाना होता है। इसलिए उनकी बेटी रिया का पूरा ध्यान उसके चाचा रखते हैं। हालांकि ड्यूटी के बाद घऱ जाने पर पूरी एतियात के साथ खुद को डिसइंफेक्ट करने के बाद ही बच्ची को छूती हूं। लता कोरोना सैंपलिंग, वैक्सीनेशन व अन्य स्वास्थ्य संबंधी कार्यों को करती हैं। वे बताती हैं कि 6 महीने के मेटरनिटी लीव के बाद जुलाई 2020 में वापस ड्यूटी पर तैनात हुई हैं।
इसी तरह तुरेेंंगा स्वास्थ्य केंद्र में सेवा दे रहीं एएनएम पूर्णिमा साहू अपने छोटे-छोटे बच्चों को घर पर छोडक़र संक्रमण के बीच अपनी सेवाएं दे रही हैं। वे बताती हैं कि मेरे दो बेटे हैं। एक 6 साल का भेवेंद्र व डेढ़ साल का तुसार। जब मैं ड्यूटी पर होती हूं, दोनों बच्चों का ख्याल उनके पिता रखते हैं। बच्चों को संक्रमण की चिंता हमेशा रहती है। लेकिन हमारे कार्य से बड़ी संख्या में लोगों को लाभ मिलता है। इसलिए कार्य भी जरूरी है। कोरोना काल में सैंपलिंग, कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग, वैक्सीनेशन व मैटरनिटी जैसे अन्य कार्यों को पूरी एतियात के साथ करती हूं। काम के बाद जब घऱ जाती हूं तो बच्चे देखकर पास आने के लिए रोते हैं। लेकिन खुद को पूरी तरह से डिसइंफेक्टेड करने के बाद ही उन्हें पकड़ती हूं।
बिरकोनी स्वास्थ्य केंद्र में एएनएम के तौर पर पदस्थ किरण कौशिक कोरोना काल के दौर में सैंपलिंग, मैटरनिटी व वैक्सीनेशन का कार्य कर रही हैं। अपने 6 साल के बच्चे को संक्रमण से बचाने के लिए उन्होंने बेटे को उसकी बुआ के पास भेज दिया है। वे बताती हैं कि बच्चा मेरे से दूर है उसकी याद तो बहुत आती है और वो भी हमारे पास रहना चाहता है लेकिन मेरा काम भी जरूरी है और उसकी सुरक्षा भी। इसलिए ही उसे उसके बुआ के पास भेज दिया है। किरण कौशिक बताती मैं 11 साल से इस फील्ड में हूं, लेकिन सबसे कठिन दौर कोरोना के कारण ही देखना पड़ रहा है। गत दिवस किरण व उनके पति राजेंद्र कौशिक भी कोरोना संक्रमित हो गए थे और हाल ही में स्वस्थ होकर लौटे हैं और वैक्सीनेशन में किरण अपनी सेवाएं दे रही हैं।
खुद संक्रमित होते हुए दूसरे मरीज के लिए दिया अपना बिस्तर, चेयर के सहारे ट्रीटमेंट लेती रहीं
जिला मुख्यालय के डेडिकेटेड कोविड अस्पताल में पदस्थ नर्स गायत्री साहू ने सेवा की एक मिसाल कायम की है। अस्पताल में भर्ती मरीजों का इलाज करते हुए गायत्री 21 अप्रैल को खुद भी कोरोना संक्रमित थीं। उसी अस्पताल में उसका इलाज जारी था। इसी दौरान एक युवा पेशेंट 85 से 90 फीसदी फेफ ड़ा संक्रमण के साथ यहां आया। जिसके लिए अस्पताल में एक भी बेड नहीं था। पेशेंट की स्थिति को देखते हुए गायत्री ने अपना बेड उस पेशेंट को दे दिया और खुद एक चेयर के सहारे ट्रीटमेंट लेती रही। गायत्री साहू बताती हैं कि जब पेशेंट ठीक होकर जा रहे थे तो उनके परिजनों ने मुझसे मुलाकात की। बहुत ही भावुकता के साथ मुझे धन्यवाद दिया। यही हमारी सेवा का प्रतिफल है।
ज्ञात हो कि गायत्री साहू गत 2020 अक्टूबर से डेडिकेटेड कोविड अस्पताल में सेवा दे रहीं हैं। कोरोना काल में सेवा के अनुभव को लेकर गायत्री कहती हैं कि डेडिकेटेड अस्पताल में मरीज बहुत खराब कंडीशन में आते हैं। बहुत से मामलों में मरीज का देहांत भी हो जाता है। ऐसी कंडीशन में मृतक के परिजन हमसे लड़ाई करने पहुंच जाते हैं। ऐसा करना ठीक नहीं है। हम उनकी सेवा कर उन्हें घर वापस भेजना चाहते हैं न कि किसी के परिजनों से लड़ाई करना। गायत्री के परिवार में वह एक ही नर्स हैं। कहती हैं कि कोरोनाकाल में सेवाएं देने को लेकर माता-पिता चिंता जरूर करते हैं, लेकिन इस काम को समझते भी हैं। मैं जब संक्रमित हुई थी तब भी वे काफी चिंतित थे।
कलेक्शन की रकम को ब्याज में लगाया
'छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 12 मई। खैरागढ़ के सरकारी शराब दुकान में 32 लाख रुपए का हेराफेरी किए जाने का मामला सामने आने के बाद आबकारी महकमे के कान खड़े हो गए। बताया जा रहा है कि बैंक में पासबुक एंट्री करने के दौरान इस रकम के गोलमाल किए जाने का खुलासा हुआ। खैरागढ़ में शराब दुकान से हर दिन रकम को थाना में जमा किया जाता है। इसके एक दिन बाद कलेक्शन करने की अधिकृत कंपनी सीएमएस के कर्मचारी द्वारा रकम को बैंक में जमा किया जाता है।
बताया जाता है कि उक्त कंपनी को कलेक्शन करने का ठेका दिया गया है। बैंक में 32 लाख रुपए जमा नहीं होने के बाद पुलिस ने मामले की छानबीन की। शुरूआती जांच में ही पुलिस ने अखिलेश सोनी नामक युवक को गिरफ्तार कर लिया। उस पर अमानत में खयानत करने के तहत पुलिस ने आपराधिक मामला दर्ज किया है। बताया जाता है कि शराब दुकान के पैसे को आरोपी ने ब्याज के कारोबार में लगा दिया।
32 लाख रुपए की एंट्री बैलेंस सिटी में नहीं दिखाए जाने से खलबली मच गई। आखिरकार पुलिस ने पूरे मामले का पर्दाफाश किया है। सीएमएस कंपनी के कर्मी अखिलेश सोनी ने अपने किसी परिचित को उक्त रकम ब्याज के धंधे में लगाने के लिए दे दिया। कंपनी के कर्मचारी द्वारा बैंक में रकम जमा नहीं करने के मामले में गोलमोल जवाब दिया जा रहा था।
उधर जांच में पता चला कि कलेक्शन कर्मी ने रकम को बैंक में जमा नहीं किया। उधर आबकारी महकमे का दावा है कि इस हेराफेरी की रकम कंपनी द्वारा ही जमा कराई जाएगी। इसके लिए महकमा कहीं भी जवाबदारी नहीं है। अफसरों का दावा है कि रकम पूरी तरह से सुरक्षित है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 12 मई। शहर के युवा व्यवसायी संजीव विश्वकर्मा (बिल्लू) की कोरोना से मौत होने से व्यवसायिक जगत सदमे में है। स्थानीय गुडाखू लाइन स्थित कैंची और छुरी तेज करने के परंपरागत दुकान का संचालन करने वाले विश्वकर्मा क्रिकेट के चर्चित स्थानीय खिलाडिय़ों में से एक थे। वह क्रिकेट खेल में काफी माहिर थे। पिछले कुछ दिनों से उनकी तबीयत बिगडऩे के बाद रायपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
बताया जा रहा है कि ऑक्सीजन लेवल गिरने के दौरान वह सम्हल नहीं पाए। चिकित्सकों ने महंगे इंजेक्शन से उन्हें ठीक करने की कोशिश की। इलाज के दौरान फेफडे के ठोस होने के कारण ऑक्सीजन का लेबल बढ़ नहीं पाया। हाल ही के महीनों में वह पेंड्री स्थित मेडिकल कॉलेज के मुख्य मार्ग में बने कालोनी में निवासरत थे। वह मां, पत्नी समेत दो संतान का परिवार छोड़ गए। उनके निधन से क्रिकेट जगत ने भी गहरा शोक व्यक्त किया है।
विश्वकर्मा टेनिस के साथ-साथ ड्यूस बाल के भी अच्छे खिलाड़ी थे। वह जूनीहटरी की जूनियर फ्रेंडस टीम के चर्चित खिलाड़ी थे। उनके निधन पर तारीक गुलखान, निर्मल झा, अरशद खान, रईस अहमद शकील, प्रवीण मेश्राम, विश्वनाथ कोम्पेला समेत टीम के अन्य सदस्यों व खिलाडिय़ों ने श्रद्धांजलि अर्पित की।