छत्तीसगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर 18 अप्रैल। जैसी संभावना व्यक्त की जा रही थी जिले में लॉकडाउन की अवधि 26 अप्रैल तक बढ़ा दी गई है। इस दौरान राशन दुकानों को सीमित संख्या में खोलने की छूट दी गई है। साथ ही किसान डोर-टू-डोर सब्जियां बेच सकेंगे। बैंकों को भी सीमित कार्य के लिए खोलने की छूट दी गई है।
जिला दंडाधिकारी डॉ. सारांश मित्तर द्वारा आज जारी आदेश में बताया गया है कि कोरोना वायरस के संक्रमण से आम जनों की सुरक्षा की दृष्टि से जिले को 21 अप्रैल तक कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया था किन्तु प्रभावितों की संख्या चिंताजनक रूप से बढ़ने के कारण 26 अप्रैल तक के लिए इसे बढ़ाया जा रहा है। लॉक डाउन की विस्तारित की गई अवधि में उचित मूल्य दुकानों को सुबह 7 से 12 बजे तक खोलने की अनुमति दी गई है। राशन वितरण टोकन के आधार पर किया जाएगा और एक दिन में अधिकतम टोकन 50 से 60 ही वितरित किए जाएंगे। हितग्राहियों को खाद्यान्न वितरण के लिए अलग-अलग दिन वार्ड मोहल्लों में तिथि निर्धारित की जाएगी ताकि अनावश्यक भीड़ इकट्ठी ना हो। उचित मूल्य दुकानों में सैनिटाइजर व मास्क की व्यवस्था संचालक द्वारा की जाएगी। दुकान आने-जाने के लिए राशन कार्ड को दिखाया जाना पर्याप्त होगा लेकिन अनावश्यक भवन भ्रमण प्रतिबंधित रहेगा।
खेतों से सीधे किसान या सब्जी उत्पादक सुबह 7 बजे से दोपहर 12 बजे तक कालोनियों गलियों में डोर टू डोर जाकर फल और सब्जी विक्रय कर सकेंगे लेकिन उन्हें एक स्थान पर खड़े होकर बेचने की अनुमति नहीं होगी। किसी भी सब्जी बाजार या फल सब्जी दुकान को भी खोलने की अनुमति नहीं दी गई है। थोक दुकानों या थोक व्यापारियों को दुकान या मंडी में फल सब्जी बेचने की अनुमति नहीं है।
इस दौरान बैंकों को भी एटीएम कैश रिफलिंग और कार्यालय के प्रयोजन के लिए खोलने की अनुमति होगी। दवा, चिकित्सा प्रयोजन, पेट्रोल पंप गैस एजेंसियों के कार्य को छोड़कर अन्य किसी भी प्रकार के लेन-देन एवं बैंक के शाखा के संचालन की अनुमति नहीं होगी।
कहा- टीकाकरण से ही बच सकती है लोगों की जान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 18 अपै्रल। वैश्विक महामारी का रूप ले चुके कोरोना के बढ़ते संक्रमण से बचने के लिए शासन द्वारा व्यापक टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है तथा जिले में रोजाना हजारों की संख्या में लोग टीकाकरण करा रहे हैं। कोविड के टीकाकरण को लेकर लोगों में भ्रांतियां भी फैली हुई हैं जिसके चलते जागरूकता के अभाव में कुछ लोग वैक्सिनेशन के लिए आगे नहीं आ रहे हैं।
वहीं आज एक ऐसा प्रेरक प्रसंग सामने आया जो लोगों में टीकाकरण को लेकर काफी प्रेरक व ज्वलंत मिसाल साबित होगा। धमतरी विकासखंड की ग्राम पंचायत बरारी निवासी सचिन नागवंशी पैरों से नि:शक्त होते हुए भी अप्रैल माह की चिलचिलाती धूप में खुद टीका लगवाने टीकाकरण केन्द्र तक आए। 34 वर्षीय युवक सचिन दोनों पैरों से नि:शक्त हैं तथा वह वर्तमान में जनपद पंचायत धमतरी में कम्प्यूटर ऑपरेटर के तौर पर सेवारत हैं।
सचिन ने बताया कि जन्म से ही वे पैरों से दिव्यांग हैं, लेकिन वह खुद को बेबस या लाचार न बनाकर स्नातक तक की पढ़ाई की और अपनी योग्यता के बूते जनपद पंचायत में कम्प्यूटर ऑपरेटर के तौर पर पदस्थ हैं। पूछे जाने पर सचिन ने कहा कि कोरोना वायरस आज महामारी का रूप ले चुका है और सिर्फ टीकाकरण से ही लोगों की जान बचाई जा सकती है।
उन्होंने कहा कि लोगों को अफवाहों पर ध्यान देने के बजाय टीकाकरण कराना चाहिए, जिससे उनकी और उनके परिवारजनों की जिंदगी बच सकती है। साथ ही घर से बाहर जाने पर मास्क लगाने, सैनिटाइजर का उपयोग करने व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने से काफी हद तक इसके संक्रमण से बचा जा सकता है। लोगों की जागरूकता से ही कोरोना का परास्त किया जा सकता है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 18 अपै्रल। बलौदाबाजार आरटीपीसीआर की 1500 रिपोर्ट पेंडिंग हैं, वहीं सैंपलों का लोड बढऩे के बाद मेडिकल कॉलेज रायपुर ने भी अगले 3 दिनों तक जिले के स्वास्थ्य विभाग को आरटीपीसीआर सैंपल भेजने से साफ मना कर दिया है। इसके बाद शुक्रवार से स्वास्थ्य विभाग ने यहां सैंपल लेना बंद कर दिया। अब रिपोर्ट पेंडिंग रहने तक संभावित संक्रमित लोग संक्रमण फैलाते रहेंगे।
पहले तो जांच में देरी, फिर रिपोर्ट में देरी, फिर ऑक्सीजन और वेंटिलेटर की कमी, मेडिकल स्टाफ की कमी-इतनी कमी-खामी के बीच सिर्फ एक बयान कि घर में रहें, सुरक्षित रहें यानी सारी हिदायत जनता के हिस्से और बाहर निकले तो पुलिस के ल_ ब्याज में खाओ। जिले में कोरोना जांच रिपोर्ट मिलने में काफी देरी हो रही है। लोगों को 5 से 6 दिनों का इंतजार करना पड़ रहा है, मोबाइल नंबर लिए जा रहे हैं, लेकिन मोबाइल पर भी जांच रिपोर्ट का मैसेज नहीं आ रहा है। आरटीपीसीआर टेस्ट की रिपोर्ट के लिए लोग चक्कर लगा रहे हैं।
इस बारे में जिला अस्पताल के लैब प्रभारी डॉ. अशोक वर्मा ने कहा कि राजधानी के मेडिकल कॉलेज में आरटीपीसीआर टेस्ट के 300 से अधिक नमूने जो हमारे पास मौजूद हैं, हम नहीं भेज सकते। उन्होंने भी प्रदेश के सभी जिलों से आने वाले सैंपलों का लोड बढऩे की वजह से स्पष्ट कह दिया है कि अगले 3 दिनों तक आरटीपीसीआर के सैंपल न भेजें। उल्लेखनीय है कि जिले के करीब 1500 आरटीपीसीआर सैंपल राजधानी में पेडिंग हैं। लगातार सैपलों का लोड बढऩे की वजह से मेडिकल कॉलेज ने अगले 3 दिनों तक सैंपल लेने से मना कर दिया है। अब अगले 3 दिनों तक जिले में सिर्फ एंटीजन और ट्रू-नॉट टेस्ट ही होंगें, आरटीपीसीआर टेस्ट नही हो पाएंगे।
आरटीपीसीआर की रिपोर्ट में देरी से संक्रमण का खतरा दोगुना हो रहा। जिले में कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है, जहां पहले टेस्ट के लिए जांच शिविर लगाने के बावजूद भी 1000 से 1200 सैंपल जमा हो पाते थे वहीं अब संक्रमण बढऩे के साथ ही जांच करवाने लोग खुद रोज 2500 से 3000 लोग अस्पताल आ रहे हैं। जांच का दायरा बढऩे के बावजूद संक्रमण की रफ्तार नहीं रुक रही है। रिपोर्ट जारी करने में हो रही देरी के कारण कई ऐसे लोग जिनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है और उन्हें अब तक पता ही नहीं है, ऐसे लोग बगैर किसी सावधानी के खुले घूम रहे हैं। मालूम हो कि एंटीजन टेस्ट की रिपोर्ट लोगों को तत्काल मिल जाती है लेकिन आरटीपीसीआर और ट्रू-नॉट की रिपोर्ट आने में 5 से 6 दिनों का समय लग रहा है। इसके बाद जांच की तादाद बढऩे के साथ ही रिपोर्ट देने में भी देरी हो रही है ऐसे में संक्रमण का खतरा दोगुना हो गया है।
सीएमएचओ बोले- जांच रिपोर्ट आने तक आइसोलेट रहें
सीएमएचओ डॉ. खेमराज सोनवानी ने जांच रिपोर्ट आने तक नमूना देने वाले लोगों को अपने घर पर आइसोलेशन में रहने को कहा है। सीएमएचओ ने कहा कि कोरोना बीमारी के होने अथवा न होने की पुष्टि हेतु फिलहाल जांच के तीन विधियां उपलब्ध हैं। मरीज के शरीर में वायरस की मात्रा यदि ज्यादा है तो एंटीजन टेस्ट तुरंत पकड़ लेता है। इसका परिणाम भी तुरंत मिले जाता है और संक्रमित व्यक्ति तत्काल प्रभाव से दवा एवं सावधानियां बरतना शुरू कर देता है इसमें कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन आरटीपीसीआर और ट्रू-नॉट तकनीक से जांच रिपोर्ट मिलने में फिलहाल 1 से 6 दिन का समय लग रहा है।
सैंपल का लोड बढ़ा, रिपोर्ट के लिए 5 से 6 दिनों का इंतजार करना पड़ रहा, मोबाइल नंबर लिए जा रहे हैं लेकिन जांच रिपोर्ट का मैसेज नहीं आ रहा, इससे लोग हो रहे परेशान।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 18 अप्रैल। कोरोना वायरस संक्रमण के साथ संक्रामक बीमारियों की रोकथाम एवं स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 को ध्यान में रखते महापौर हेमा देशमुख एवं नगर निगम आयुक्त डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी ने बारिश पूर्व शहर के सभी बड़े नालों-नालियों की सफाई कराने के तथा व्यवस्था दुरूस्त करने के निर्देश प्र.स्वास्थ्य अधिकारी अजय यादव को दिए, ताकि इस विषम परिस्थिति में परेशानी का सामना न करने पड़े।
महापौर श्रीमती देशमुख एवं आयुक्त डॉ. चतुर्वेदी नेे कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण का कहर बढ़ते जा रहा है। इसके अलावा अन्य संक्रामक बीमारी के संक्रमण से बचना भी है। साथ ही स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 का कार्य भी जारी है। इन परिस्थितियों को ध्यान में रखते सफाई व्यवस्था दुरूस्त करना है तथा वर्षा ऋतु के पूर्व शहर के शंकरपुर, शांतिनगर, चिखली, प्रभातनगर, जीई रोड, ममता नगर, लखोली, नंदई, केशर नगर, स्टेशनपारा, बसंतपुर, राजीव नगर, मोतीपुर, बजरंगपुर नवागांव, नया व पुराना ढाबा, नारकन्हैया नाला, गुरूद्वारा के पीछे, भरकापारा तालाबपार नाला, मिरानी पुलिया नाला, पेंड्री नाला, चिखली नाला, डबरीपारा आदि क्षेत्रों के बड़े नाले व नालियों की सफाई जेसीबी व गंैग के माध्यम से कराना है। उक्त कार्य अविलंब प्रारंभ किया जाए, निर्देश के परिपालन में स्वास्थ्य अमला द्वारा बसंतपुर जिला चिकित्सालय के पास एवं राजीव नगर के बड़े नाला की सफाई कार्य जेसीबी से करायी जा रही हैै।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 18 अप्रैल। कलेक्टर किरण कौशल ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सीएसईबी वेस्ट, सीईआईटी गेवरा और सृष्टि अस्पताल में कोरोना मरीजों के ईलाज के लिए विकसित व्यवस्थाओं का अवलोकन किया।
श्रीमती कौशल ने इन तीनों अस्पतालों में आधी-अधूरी तैयारियों और कोविड मरीजों के ईलाज के दिशा-निर्देशों तथा मापदण्डों का कड़ाई से पालन नहीं करने पर अस्पताल प्रबंधनों के प्रति गहरी नाराजगी जताई। श्रीमती कौशल ने कड़े शब्दों में इन तीनों अस्पतालों के चिकित्सा अधिकारियों को अगले दो दिनो में मरीजों के ईलाज के लिए जरूरी सभी व्यवस्थाएं पूरी करने के निर्देश दिए। उन्होंने सीएमएचओ डॉ. बोडे को दो दिन बाद जिला स्तरीय निरीक्षण दल भेजकर अस्पतालों का निरीक्षण कराने के लिए भी कहा। श्रीमती कौशल ने इन अस्पतालों के डॉक्टरों और पैरा मेडिकल स्टाफ को कोविड अस्पताल संचालन तथा मरीजों के ईलाज के लिए निर्धारित लाईन ऑफ ट्रीटमेंट के संबंध में भी विशेष प्रशिक्षण दिलाने के निर्देश दिए।
हाल ही में शुरू हुए बालाजी कोविड अस्पताल में आने वाले दो-तीन दिनों में 20 से 25 ऑक्सीजन युक्त नए बेड लगाए जाएंगे। इसके साथ ही इस अस्पताल में 70 से 75 कोरोना पीडि़त गंभीर मरीजों के ईलाज की सुविधा विकसित हो जाएगी। जिले के सबसे पुराने और बड़े ईएसआईसी जिला कोविड अस्पताल में गंभीर कोरोना संक्रमितों का ईलाज प्राथमिकता से किया जाएगा।
अस्पताल में ईलाज कराकर गंभीर अवस्था से समान्य अवस्था तक ठीक हो चुके मरीजों को आगामी देखभाल और ईलाज के लिए सीपेट के कोविड अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा ताकि दूसरे गंभीर मरीजों को त्वरित उपचार के लिए ईएसआईसी कोविड अस्पताल में भर्ती कराया जा सके। कोरबा जिले में तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने आज जिले में संचालित कोरोना का ईलाज करने वाले सभी दस अस्पताल का निरीक्षण और समीक्षा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से की। इस दौरान जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी कुंदन कुमार, अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी एस. जयवर्धन, सीएमएचओ डॉ. बी. बी. बोडे, नोडल अधिकारी एवं डिप्टी कलेक्टर आशीष देवांगन सहित सभी अस्पतालों के प्रभारी डॉक्टर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में शामिल हुए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर 18 अप्रैल। कोरिया जिला भाजपा संगठन में नाम नहीं भेजे जाने के बाद भी भाजयूमो के अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर मचे बवाल के बाद प्रदेश अध्यक्ष ने नियुक्ति को स्थगित कर दी, वहीं भाजपा जिला अध्यक्ष और नव नियुक्त महामंत्री द्वारा गठित कार्यकारिणी को भी स्थगित करने का निर्णय लिया है। भाजपा के जिला अध्यक्ष कृष्ण बिहारी जायसवाल ने सोशल मीडिया में वीडियो संदेश जारी कर मामले की जानकारी दी। अपने वीडियों संदेश में जिला अध्यक्ष जायसवाल ने बताया कि उन्हें कुछ देर पहले मेल पर प्रदेश भाजपा के मुखिया विष्णु देव साय ने पत्र लिखकर अवगत कराया है कि भाजयूमो जिला अध्यक्ष और महामंत्री की नियुक्ति को स्थगित कर दिया गया है, साथ में गठित की गई कार्यकारिणी को भी स्थगित किया जाता है।
दरअसल, इस पूरे बवाल के पीछे कोरिया जिला भाजपा संगठन के द्वारा भाजयुमो के जिला अध्यक्ष के नाम प्रदेश संगठन को नहीं भेजे जाने के बाद नियुक्ति करने से शुरू हुआ। जिसके बाद हर मोर्चा प्रकोष्ठ की कार्यकारिणी का गठन करने वाले भाजपा जिला अध्यक्ष कृष्ण बिहारी जायसवाल ने नव नियुक्त महामंत्री शारदा प्रसाद गुप्ता से नई कार्यकारिणी का गठन कर डाला, कार्यकारिणी में सभी मंडल अध्यक्षों से नामों की सहमति ली गई थी। इधर, कार्यकारिणी के गठन नव नियुक्त भाजयूमो जिला अध्यक्ष अंचल राजवाडे ने सोशल मीडिया का सहारा लिया और उनके बगैर अनुमति के गठित कार्यकारिणी को अमान्य और अवैध करार दिया, दूसरे दिन भाजपा जिला अध्यक्ष ने जिला उपाध्यक्ष देवेन्द्र तिवारी को भाजयूमो प्रभारी नियुक्त कर दिया। जिसके बाद तय था बवाल और मचेगा। हुआ भी वहीं, 15 मार्च को भाजूयमो के प्रदेश अध्यक्ष अमित साहू ने पत्र जारी कर कार्यकारिणी को अवैध करार दे दिया।
जबकि जिला संगठन में उन्हें किसी भी प्रकार का हस्तक्षेप नहीं करना था। पत्र जारी होते ही बात रायपुर पहुंच गई। कोरिया भाजपा संगठन ने अमित साहू के पत्र पर घोर आपत्ति दर्ज कराई। फिर संगठन मंत्री और प्रदेश अध्यक्ष की मंत्रणा के बाद कोरिया जिले की दोनों नियुक्ति जिला अध्यक्ष और महामंत्री को स्थगित कर दिया गया और पत्र मेल के जरीए भाजपा के जिला अध्यक्ष कृष्ण बिहारी जायसवाल को भेजा गया।
हड़बड़ी में लिया निर्णय
बीते 2 दिनों से भाजपा की भाजयूमों की लडाई मीडिया की सुर्खिया बन चुकी थी, ज्यादातर लोग इस मामले में जिला अध्यक्ष के फैसले का हड़बड़ाहट में लिए फैसले को लेकर चर्चा कर रहे थे, जबकि उक्त नियुक्ति से कोरिया जिला भाजपा संगठन को करारी चोट पहुंची थी, क्योंकि संगठन ने भाजूयमों के अध्यक्ष पद पर जिसकी नियुक्ति की गई उनका नाम ही नहीं भेजा था, जिसके बाद सीधे रायपुर से नियुक्ति कर दी गई। वहीं संगठन के भेजे पैनल से एक नाम को महामंत्री की नियुक्ति कर दी।
पहली बार पूर्व मंत्री के सामने संगठन
भाजपा के 15 वर्ष के कार्यकाल में बीते 10 साल के पूर्व मंत्री के कार्यकाल में ऐसा पहली बार देखा जा रहा है जब संगठन के लगभग पदाधिकारी उनके खिलाफ मुखर होकर सामने आ खड़े हुए है बल्कि उनका विरोध प्रदेश संगठन से लेकर केन्द्र के संगठन तक कर रहे है। जबकि पूर्व में उनके आदेश के बिना भाजपा में एक पत्ता नहीं हिला करता था। सर्वविदित है कि हर नियुक्ति से लेकर आयोजित होने वाले कार्यक्रम में बिना सहमति कुछ भी आगे नहीं बढ़ पाता था। 10 साल संगठन का कार्यकर्ता पूरी तरह हासिए पर था। परन्तु अब ऐसा नहीं हो रहा है।
इस समय संगठन के लगभग कार्यकर्ता पूरे जोश में दिख रहे है। भाजयूमो की नियुक्ति को लेकर पूर्व मंत्री जोर आजमाईश किसी से छिपी नहीं है और वो सफल भी हुए थे, परन्तु कोरिया जिला भाजपा संगठन ने अपनी शक्तियों के सहारे ना सिर्फ कार्यकारिणी जारी कर दी बल्कि भाजयूमो प्रभारी बनाकर मामले को उलझा दिया, जिसके बाद दोनों नियुक्ति स्थगित हो गई।
गुटबाजी तो पूर्व से ही थी
भाजपा के इस निर्णय से मीडिया के जानकारों का कहना है कि इससे भाजपा मे गुटबाजी हो गई, इससे भाजपा बंट जाएगी। तो भाजपा के कुछ पदाधिकारियों का कहना है कि इसके पूर्व में भाजपा में गुटबाजी ही थी, पर अब नहीं है, पहले संगठन का खेमा और सत्ताधारियो को अलग गुट होता ही था, जो किसी से छुपा नहीं है। जिसके कारण सत्ता का लाभ ले चुके परेशान है। उनका कहना है कि भाजपा में संगठन सर्वोपरि होता है, जो अब दिख रहा है।
सीएमएचओ ने कहा- बढ़ाए जा रहे हैं बेड
रायगढ़, 18 अपै्रल। जिले के निजी अस्पतालों में कोरोना मरीजो के लिए बेड भी कम पड़ते जा रहे हैं। निजी अस्पताल कोरोना मरीजों से भरा हुआ है। वहां ऑक्सीजन, वेंटिलेटर से लेकर सामान्य बेड तक पूरी तरह पैक हो गया है। अब प्रशासन ने निजी अस्पतालों को बीएड बढ़ाने और नए अस्पतालों को भी कोरोना मरीजों के लिए अलग बेड शुरू करने के आदेश दिए हैं।
इस संबंध में रायगढ़ जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ अधिकारी ने बताया कि सरकारी अस्पताल में बेड उपलब्ध हैं जबकि निजी अस्पतालों को बीएड बढ़ाने और कई निजी अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए नया कोविड वार्ड शुरू करने कहा गया है। साथ में ऑक्सीजन और वेंटिलेटर की ज्यादा से ज्यादा उपलब्धता पर ध्यान देने की कोशिश शुरू कर दी गई है।
सैलानियों को बोटिंग सहित अन्य वाटर एडवेंचर्स की मिलेगी सुविधा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 18 अपै्रल। शहर से 10 किलोमीटर दूर जिंदल वर्मी कंपोस्ट प्लांट से आगे पहाड़ों के बीच टीपाखोल जलाशय को सैलानियों और जिलेवासियों के लिए पिकनीक स्पॉट की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। कलेक्टर भीम सिंह व जिला पंचायत सीईओ डॉ.रवि मित्तल ने टीपाखोल जलाशय का निरीक्षण कर जलसंसाधन विभाग के अधिकारियों को इसके निर्देश दिए।
कलेक्टर ने टीपाखोल जलाशय के निरीक्षण के दौरान इसके भौगोलिक परिदृश्य की प्रशंसा की। कलेक्टर ने कहा कि शहर के नजदीक और चारों तरफ से पहाड़ों से घिरा हुआ यह जलाशय लोगों के लिए आकर्षण का केन्द्र बना हुआ। इसलिए इसे विकसित कर सैलानियों और जिले वासियों के लिए प्राकृतिक दृश्यों से परिपूर्ण एक अच्छा पिकनिक स्पॉट बनाया जा सकता है। इस दौरान कलेक्टर ने जलाशय की पूर्ण जानकारी ली। जलसंसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता ने बताया कि टीपाखोल जलाशय का निर्माण 1975 में कराया गया था। 35 हेक्टेयर में बने इस जलाशय के लेफ्ट बैराज केनाल (एलबीसी) से खैरपुर और कृष्णापुर क्षेत्र की सिंचाई होती है, वहीं राइट बैराज केनाल (आरबीसी) से वर्तमान में कालोनी के रूप में विकसित होने से किसी तरह की सिंचाई नहीं होती है।
कार्यपालन अभियंता ने बताया कि जलाशय में 30 फुट तक पानी भरा रहता है। इससे एलबीसी क्षेत्र को खरीफ और रबी दोनों ही समय पर्याप्त मात्रा में सिंचाई के लिए पानी दिया जाता है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में किसी तरह की सुविधा नहीं होने के बाद भी यहां विकेंड पर पिकनीक मनाने आने वालों की भीड़ रहती है। इस पर कलेक्टर ने कहा कि शहर से पास होने और मनमोहक प्राकृतिक दृश्य होने के कारण जलाशय को पिकनीक स्पॉट और वाटर एडवेंचर्स के रूप में विकसित करने की अपार संभावनाएं हैं।
इस दौरान कलेक्टर ने जलाशय की पिचिंग वर्क, बोटिंग सहित वाटर एडवेंचर्स को शामिल करते हुए स्टीमेट बनाने और जलाशय को बेहतरीन पिकनिक स्पॉट के रूप में विकसित करने के निर्देश दिए। इस दौरान उपस्थित आसपास के ग्रामीणों ने मुख्य मार्ग से जलाशय तक जाने वाली सडक़ का सुधार करने और जलाशय के किनारे रेलिंग लगाने की मांग की। इस पर कलेक्टर श्री सिंह ने रेलिंग वर्क का भी स्टीमेट बनाने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान नवपदस्थ सहायक कलेक्टर सुश्री रोमा श्रीवास्तव, प्रतीक जैन सहित जलसंसाधन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
मनरेगा से होगी जलाशय परिसर की सफाई
निरीक्षण के दौरान जलाशय के किनारे और आसपास के क्षेत्र में झाडियां उगने और कचरा फैलने की बातें सामने आई। इस पर कलेक्टर ने जलसंसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता को मनरेगा के तहत जलाशय परिसर में उगे झाडियां, घास व परिसर में पड़े कचरे की सफाई कराने के निर्देश दिए।
महिला स्व-सहायता समूह को मिले मछली पालन का लाभ
निरीक्षण के दौरान जलाशय में मछली पालन करने वाली महिला स्व-सहायता समूह की सदस्यों ने कलेक्टर भीम सिंह से चर्चा की।
उन्होंने बताया कि जलाशय में मछली पालन के लिए समुचित व्यवस्था करने की मांग की। इस पर कलेक्टर भीम सिंह ने सहायक संचालक मछली पालन विभाग को समूह की महिलाओं को विभागीय योजनाओं के माध्यम से लाभान्वित करते हुए सभी जरूरी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 18 अपै्रल। पूंजीपथरा थाना क्षेत्र अंतर्गत तराईमाल निवासी नाबालिग के द्वारा चूहा मार दवा का सेवन करने से मौत हो जाने का मामला सामने आया है। पुलिस मर्ग कायम कर मामले को विवेचना में लिया है।
मिली जानकारी अनुसार नाबालिक लडक़ी एक लडक़े से प्यार करती है और उससे शादी करना चाहती थी। लडक़ी के घर पर बैठक हुई जहां शादी को लेकर चर्चा हुई। परंतु अभी उम्र नहीं हो पाने के कारण शादी नहीं हो पाई। जिसके वजह से नाबालिक प्रीति सतनामी पिता मदन राम सतनामी ने 15 अप्रेल को चूहामार दवा सेवन कर ली जिसके बाद गंभीर हालत में उसे जिला अस्पताल रायगढ़ लाया गया।
जहां 16 अप्रैल को रात 8:15 बजे आईसीयू में उसने दम तोड़ दिया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 18 अपै्रल। गत 12 अपै्रल को कोरबा जिले के पुलिस चौकी राजगामार से लापता तरुण शर्मा पिता कमला कांत शर्मा उम्र 28 वर्ष को आज चौकी कनकबीरा पुलिस चौकी के बार्डर ग्राम से सकुशल दस्तयाब किया गया है। बीती रात्रि में तरूण शर्मा के परिजन चौकी प्रभारी कनकबीरा उप निरीक्षक गिरधारी साव को सारंगढ़ क्षेत्र में तरूण को देखे जाने की सूचना दिये थे ।
जानकारी के अनुसार तरूण शर्मा के परिजन चौकी प्रभारी को कॉल कर बताया कि 12 अप्रैल को तरूण को बाइक लेकर घर से कहीं चला गया है, जिसे किसी ने सारंगढ़ क्षेत्र में घूमते देखना बताए हैं कहकर तरूण को उनके चौकी क्षेत्र में खोजबिन करने का निवेदन किया। चौकी प्रभारी गुम युवक और उसके बाइक नम्बर की जानकारी व्हाटसअप पर मंगवाए। तरूण के परिजन काफी भावुक होकर बताए कि तरूण की मानसिक स्थिति कमजोर है, जिस पर चौकी प्रभारी उन्हें आश्वासन दिए कि तरूण मिल जाएगा।
शनिवार की सुबह चौकी प्रभारी उप निरीक्षक साव ग्राम भ्रमण कर लॉकडाउन व्यवस्था देखने निकले, इस दौरान गांव के पंच, सरपंचों को तरूण का फोटो दिखाकर पूछताछ किया। ग्राम गंधरचुवा में गांव के एक व्यक्ति द्वारा एक लावारिस बाइक को जंगल में देखना बताया तब चौकी प्रभारी जंगल जाकर तस्दीक किया। तरूण शर्मा की बाइक जंगल में मिली पर आसपास तरूण नहीं मिला।
चौकी प्रभारी किसी अनहोनी की आशंका कर चौकी क्षेत्र में पाइंट, बेरियर ड्यूटी में लगे स्टाफ को मोबाइल पर तरूण की फोटो व्हाटसअप कर पतासाजी करने निर्देशित किया और स्वयं भी तरूण की पतासाजी में जुट गए। तभी सूचना मिली कि कलगीडिपा बार्डर पर बाहर गांव के एक युवक को घूमते देखा गया है, चौकी प्रभारी बिना समय गंवाए कलगीडिपा बार्डर पहुंचे, जहां तरूण मिला। चौकी प्रभारी को तरूण से बातचीत करने पर उसकी मानसिक स्थिति का पता चला। चौकी प्रभारी तरूण को चौकी लाए और उसके परिजनों को तरूण के सकुशल चौकी में होने की जानकारी मोबाईल पर दिया। जिसके बाद तरूण के परिजन चौकी पहुंचे जिनके सुपुर्द तरूण शर्मा को किया गया। तरूण के परिजन चौकी प्रभारी एवं स्टाफ को साधुवाद देकर तरूण को अपने साथ लेकर कोरबा रवाना हुए।
लापरवाही बरतने पर होगी कार्रवाई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 18 अपै्रल। कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव व नियंत्रण हेतु कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी रायगढ़ के कार्यालय से कंटेनमेंट अवधि में वृद्धि करते हुए लॉकडाउन 27 अपै्रल की रात्रि 12 बजे तक किया गया है। टेस्टिंग से नए संक्रमितों की पहचान हो रही है और कोविड 19 गाइडलाइन के पालन में उस क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन बनाया जा रहा है।
पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह के निर्देशन पर सभी थानाक्षेत्र अन्तर्गत पहले की तरह थानाक्षेत्र अन्तर्गत प्रभारियों द्वारा क्वॉरेंटीन, होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों को जाकर चेक किया गया व समझाइश दी गई कि घर पर रहकर गाइडलाइन का पालन करें, किसी प्रकार की परेशानी हो तो स्वास्थ्य विभाग एवं थाने में सूचना देवें, अनावश्यक बाहर न निकलें अन्यथा कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
थाना, चौकी प्रभारियों द्वारा क्षेत्र में बनाए गए कंटेनमेंट जोन में कोटवार व लाउड स्पीकर के माध्यम से मुनादी कराकर लोगों को सचेत किया गया कि कंटेनमेंट जोन के बाहर न निकले। स्थानीय प्रशासन व पुलिस हर जरूरत की चीजों की व्यवस्था करेगी, बावजूद बाहर घूमते हैं, तो जुर्माने के साथ एफआईआर दर्ज किए जाएंगे।
रिपोर्ट पॉजिटिव आई और देखते-देखते खत्म हो गई जिंदगी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 18 अपै्रल। छत्तीसगढ़ के इस्पात नगरी रायगढ़ में शुक्रवार को फिर एक फ्रंटलाइन वारियर की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई। स्वास्थ्य महकमे के इस फ्रंटलाइन वारियर को कोरोना के दोनों टीके लग चुके थे वहीं इनकी मौत ने फिरसे कोविड वैक्सीन की प्रामाणिकता पर सवाल खड़े कर दिये है।
रायगढ़ बीएमओ पैंकरा के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, सहदेव गुप्ता जो कि नेत्र सहायक के पद पर रायगढ़ जिले के लोइंग स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ थे। वो बीते कुछ दिनों से सर्दी-खासी से पीडि़त थे और ठीक नही होने पर उन्होंने अपना कोरोना टेस्ट करवाया जो कि पॉजिटिव निकला। गुप्ता को टेस्ट करवाने के बाद अस्पताल में दाखिल किया गया जहां 2 घन्टे के अंदर ही उनकी मौत हो गई। सहदेव गुप्ता को हेल्थ वर्कर होने के चलते पहले ही कोरोना से बचाव की दोनो वैक्सीन लगवाए जा चुके थे।
यहां ये बताना भी आवश्यक है कि गुप्ता को पहले से डायाबिटीज की शिकायत थी। वैक्सीन लगने बाद भी ऐसी घटना ने एक बार फिर से कोरोना वेक्सीन की प्रमाणिकता पर प्रश्नचिन्ह लगा दिया है। हालांकि इस मामले में विशेषज्ञों की राय ही अहम होगी लेकिन इनकी मौत भी लोगों के गले नहीं उतर रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोंडागांव 18 अप्रैल। कोण्डागांव कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा व पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी की अध्यक्षता में 17 अप्रैल को जिला टास्क फोर्स की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में वनमंडलाधिकारी उत्तम गुप्ता, एसडीएम बीआर ध्रुव, सीएचएमओ टीआर कुंवर, तहसीलदार गौतम चंद पाटिल, नगर पालिका परिषद सीएमओ सूरज सिदार, एसडीओपी कपिल चंद्रा, डीपीएम सोनल ध्रुव, एडीएफ शिवा चिट्टा सहित सभी विकास खंडों से एसडीएम व तहसीलदार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए।
इस बैठक में कलेक्टर ने कोरोना संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित करने के लिए माइक्रो कंटेनमेंट जोन के निर्माण, एक्टिव सर्विलिएन्स व टीकाकरण पर जोर देने को कहा। जिले की वर्तमान स्थिति में संक्रमितों की पहचान और उनके बेहतर प्रबंधन के लिए बनाए गए नोडल अधिकारियों को टेस्टिंग के साथ कांटेक्ट ट्रेसिंग भी तेज करने के निर्देश दिये।
इस दौरान पुलिस अधीक्षक ने मास्क ना पहनने वालों सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने वालों के खिलाफ अभियान चलाकर चलानी करवाई को तेज करने के साथ होम आइसोलेशन के नियमों का पालन ना करने वाले एवं परिवार में कोरोना पॉजिटिव मरीज होने के बावजूद दुकान खोलने वाले लोगों के विरुद्ध पुलिस अधिकारियों को जिला प्रशासन के साथ मिलकर एफआईआर दर्ज कर जुर्माना वसूलने की कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने माइक्रो कंटेनमेंट जोन के तहत कोरोना पॉजिटिव पाए गए मरीजों के आस पास के लोगों व दुकानों की कोरोना जांच करने को कहा साथ ही ऐसे व्यक्ति जो माइक्रो कंटेनमेंट जोन के अंदर निवास करते हैं व कोरोना जांच से इंकार करते हैं। ऐसे लोगों को कोरोना संक्रमित मानकर उन्हें होम आइसोलेशन में डालने के निर्देश दिए हैं। इन माइक्रो कंटेनमेंट जोन का निर्धारण एसडीएम व तहसीलदार करेंगे। यह प्राय: आसपास के 5 से 10 घरों को मिलाकर बनाया जाएगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 18 अपै्रल। रायगढ़ जिले के आदिवासी कांग्रेस नेता व जिला पंचायत उपाध्यक्ष रोहिणी राठिया का निधन हो गया। वे कोरोना संक्रमित हुए थे। उनको इलाज के लिए एक निजी चिकित्सालय में कुछ दिन पहले ही भर्ती किया गया था और आज सुबह उनकी मौत हो गई। जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष रोहिणी की मौत पर कांग्रेस में शोक का माहौल है। आदिवासी नेता होनें के साथ-साथ अपनी सक्रियता से घरघोड़ा ब्लाक सहित आसपास इलाके में वे काफी लोकप्रिय थे, और इसी सक्रियता की वजह से उन्होंने जिला पंचायत उपाध्यक्ष के पद पर काबिज होकर अपनी कुशल राजनीति का परिचय दिया था, उनकी मौत के बाद घरघोड़ा ब्लाक के बाकारूमा में भी शोक की लहर फैल गई है।
एक जानकारी के अनुसार निजी चिकित्सालय में उन्हें आक्सीजन बेड पर रखा गया था और लगातार इलाज के बाद भी उनकी तबियत में कोई सुधार नही आ रहा था। आज सुबह उनके निधन की खबर मिलते ही जिला कांग्रेस कमेटी के सदस्यों ने गहरा शोक प्रकट करते हुए उनके पार्थिव शरीर को गृह ग्राम बाकारूमा भेजने की पहल की है।
मौत के बाद अंगूठी व 10 हजार नगद गायब होनें की शिकायत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 18 अपै्रल। रायगढ़ जिले के सारंगढ़ विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय पत्रकार रंजीत ठाकुर की मौत के बाद उनके परिवार वालों ने सारंगढ़ थाने में एक लिखित शिकायत देते हुए रंजीत की मौत को स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही बताते हुए उसकी सोने की अंगूठी एवं जेब में रखे 10 हजार रूपए नगद के अलावा अन्य सामान गायब करने वालों पर कार्रवाई की मांग की है।
जानकारी के अनुसार रंजीत ठाकुर कोरोना से पीडि़त होनें के बाद 8 दिन पहले सारंगढ़ से रायगढ़ मेडिकल कालेज में भर्ती हुए थे और दो दिन पहले ही उन्होंने रायगढ़ प्रेस क्लब के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष नरेश शर्मा को व्हाट्सअप के जरिए इलाज में गंभीर लापरवाही की जानकारी देते हुए सहयोग मांगा था इतना ही नही उन्होंने मेडिकल कालेज में मिलने वाले घटिया खाने के पैकेट की फोटो खींचकर बताया था कि कलेक्टर के आदेश के बाद भी घटिया खाना सप्लाई हो रहा है और उनके भर्ती होनें के बाद न तो आक्सीजन सिलेंडर लगाया गया है और न ही प्लस मीटर दवाई तो दूर की बात है। व्हाट्सअप में हुई यह बातचीत एक ठोस सबूत है चूंकि नरेश शर्मा से बातचीत के कुछ घंटो के बाद रंजीत ने आखरी सांस ली थी।
अब परिवार वालों ने इस मौत को स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के साथ-साथ व्हाट्सअप चैट व फोन कॉल का डिटेल देते हुए सारंगढ़ थाने में लिखित शिकायत दी है। जिसमें यह दर्शाया गया है कि रंजित को अगर समय पर इलाज मिलता तो आज वे उनके बीच होते, लेकिन लापरवाही ने उनकी जान ले ली।
इस संबंध में दोषियों पर कार्रवाई की मांग उनके जीजा जर्नादन सिंह राजपूत ने की है। साथ ही साथ उन्होंने रंजीत के पिता और पत्रकार नरेश शर्मा द्वारा व्हाट्सअप में की गई बातचीत को बतौर सबूत दिया है। बहरहाल देखना यह है कि परिवार वालों के शिकायत के बाद पुलिस इसे जांच में लेती है या नही।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 18 अप्रैल। वीरेन्द्र नगर विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक बलराम सिंह बैस का शनिवार को रायपुर के एक अस्पताल में निधन हो गया।
मिली जानकारी के अनुसार श्री बैस 1977 की प्रचंड जनता लहर में कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में पहली बार वीरेन्द्र नगर विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए थे। आपातकाल के बाद 1977 की जनता लहर में जब तत्कालीन क्षेत्रीय नेता चुनाव लडऩे से बचना चाह रहे थे, तब कांग्रेस ने ग्राम कडक़ड़ा निवासी बलराम सिंह बैस को टिकट दी और वे पार्टी की कसौटी पर खरा उतरे। बाद में वे 1980 से 1985 और 1985 से 1990 तक पुन: विधायक रहे। वीरेन्द्र नगर विधानसभा क्षेत्र से उन्होंने लगातार तीन बार विधायक बनने का रिकॉर्ड बनाया। 1990 के विधानसभा चुनाव में उन्हें जनता दल के प्रत्याशी और राजनंादगांव के कदावर समाजवादी नेता ठाकुर दरबार सिंह के हाथों पराजय का सामना करना पड़ा। दो बार राजनांदगांव जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष भी चुने गए थे।
बताया गया कि श्री बैस तत्कालीन अविभाजित मध्यप्रदेश की राजनीति में पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह के समर्थक माने जाते थे, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री पं. श्यामाचरण शुक्ल के साथ भी उनके मधुर संबंध थे। वे लगभग दो दशक तक कवर्धा क्षेत्र में कांग्रेस का प्रमुख चेहरा बने रहे। अपने सौम्य व्यवहार के कारण पक्ष और विपक्ष के नेताओं के बीच उनके मधुर संबंध थे। लगातार तीन बार विधायक चुने जाने के बाद कांग्रेस से सांसद के टिकट के दावेदारों में उनका नाम शुमार किया जाने लगा था। वीरेन्द्र नगर विधानसभा क्षेत्र में मौजूदा प्रभारी मंत्री मोहम्मद अकबर के प्रवेश के बाद उनका राजनीतिक पराभव शुरू हो गया और वे दोबारा कांग्रेस की राजनीति की मुख्यधारा से दूर होते गए।
तय समय पर नहीं मिल रही है रिपोर्ट, नए सैम्पल लेने पर अघोषित रोक
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 18 अप्रैल। कोरोनाग्रस्त मरीजों के आरटी-पीसीआर सैम्पल पिछले कुछ दिनों से पेंड्री स्थित मेडिकल कॉलेज के लैब में जाम पड़े हुए हैं। अप्रैल के दूसरे पखवाड़े में मरीजों की बेहिसाब तादाद से सैम्पलों की तय समय पर जांच नहीं हो पा रही है। वहीं पड़ोसी जिले बालोद, कवर्धा के भी सैम्पलों को जांच के लिए भेजे जाने से जाम की स्थिति बनी है।
बताया जा रहा है कि रायपुर एम्स के भी हजारों की तादाद में सैम्पल जांच के लिए नांदगांव भेजे गए हैं, जिसके चलते सैम्पलों की जांच नहीं हो पा रही है। बताया जा रहा है कि अघोषित रूप से स्वास्थ्य महकमे ने मैदानी अमले को फिलहाल आरटीपीसीआर सैम्पल लेने पर मना कर दिया है। सिर्फ मरीजों के एंटीजन टेस्ट ही किए जा रहे हैं।
राजनांदगांव जिले में हालात बद से बदतर हो गए हैं। कोविड-19 अस्पताल में कोरोनाग्रस्त मरीजों की सैम्पल की रिपोर्ट में सप्ताहभर की देरी हो रही है। वहीं आरटीपीसीआर सैम्पलों की जांच रिपोर्ट का इंतजार करते कोरोनाग्रस्त मरीजों की सांसे फूल रही है। बताया जा रहा है कि कोविड-19 अस्पताल में संसाधनों की भी किल्लत है। वहीं जांच करने की व्यवस्था भी सीमित है, जिसके चलते स्वास्थ्य महकमा मानसिक दबाव में भी है। जिन स्थानों से सैम्पल एकत्रित किया जा रहा है वहां रिपोर्ट नहीं मिलने पर मरीज और स्वास्थ्यकर्मियों के बीच तनाव और विवाद हो रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार मेडिकल कॉलेज पेंड्री की सेंट्रल लैब में एम्स रायपुर के लगभग 3 हजार आरटीपीसीआर सैम्पल भेजे जाने के कारण जाम की स्थिति है। हालात यह है कि इसकी वजह से राजनांदगांव के लोगों की जांच रिपोर्ट सप्ताहभर में नहीं मिल पा रही है।
सूत्रों का कहना है कि मेडिकल कॉलेज की लैब की क्षमता 1200 सैम्पल की है। ऐसे में एक दिन में लगभग हजार सैम्पल ही खोले जा सकते हैं और इनकी रिपोर्ट तैयार की जा सकती है। ऐसे में रायपुर से एक साथ लगभग 3 हजार सैम्पल भेज दिए गए हैं। जिससे लोड़ बढ़ गया है। लैब में लगभग 20 टैक्निशियन और 4 लैब अटेंडेंट ही हैं, जिन्हें इस समय 20-20 घंटे लगातार काम करना पड़ रहा है। इसके बावजूद सैम्पल क्लीयर नहीं हो पा रहा है।
26 अप्रैल तक बंदिशें रहेगी लागू, सिर्फ सब्जी-राशन के लिए होम डिलवरी में छूट
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 18 अप्रैल।जिले में लॉकडाउन की मियाद दूसरी बार बढ़ाते हुए प्रशासन ने 26 अप्रैल तक पाबंदियों को यथावत रखा है। 10 से 19 अप्रैल की सुबह तक कलेक्टर टीके वर्मा ने जिले को लॉक कर दिया था। इस दौरान प्रशासन का रूख काफी सख्त रहा। लोगों को सिर्फ दूध और दवाईयों के लिए ही लॉकडाउन अवधि में मामूली रियायत दी थी। इस दौरान बैंक, थियेटर, शादी समारोह और बाजार-हाट को पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया। नतीजतन लॉकडाउन के पहले चरण में कोरोना मरीजों की संख्या में आंशिक गिरावट आई।
बताया जा रहा है कि अब कलेक्टर ने लॉकडाउन को 26 अप्रैल तक के लिए बढ़ा दिया है। दूसरे चरण के लॉकडाउन की अवधि में सब्जी और राशन आपूर्ति के लिए होम डिलवरी की व्यवस्था को मंजूरी दी गई है। यानी सब्जी और घरेलू सामानों की किल्लत से जूझ रहे लोगों को होम डिलवरी से राहत मिलेगी। इसके लिए प्रशासन ने कई तरह के नियम भी लागू किए हैं। मसलन सब्जी के लिए ठेले और दूसरे संसाधनों से गली-मोहल्लों में बिक्री करने की छूट रहेगी। वहीं राशन के लिए फोन पर आर्डर लेने के बाद दुकानदार होम डिलवरी कर सकते हैं।
बताया जा रहा है कि भले ही प्रशासन को कोरेाना संक्रमण के मामलों में ज्यादा गिरावट नहीं मिली हो, लेकिन यह साफ है कि लोगों को भीड़भाड़ से दूर रखने के लिए लॉकडाउन का दूसरा चरण ज्यादा उपयुक्त लग रहा है। इस संबंध में कलेक्टर टीके वर्मा ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि दूसरे दौर के लॉकडाउन में सब्जी और राशन के लिए होम डिलवरी की सुविधा दी जा रही है। अन्य प्रतिबंध पूर्व की तरह यथावत रहेंगे।
बताया गया कि इस अवधि में राजनांदगांव जिले की सभी सीमाएं पूर्णत: सील रहेगी। बताया जा रहा है कि दूसरे दौर के लॉकडाउन में केवल दवा दुकानों, अस्पताल, क्लीनिक एवं पशु चिकित्सालय को अपने निर्धारित समय पर खुलने की अनुमति होगी। दवा दुकान संचालक मरीजों के लिए दवाओं की होम डिलीवरी को प्राथमिकता देंगे। इसमें समयावधि में शासकीय उचित मूल्य की दुकान, फल-सब्जी एवं अंडा को गली मोहल्लों एवं कॉलोनियों में विक्रय की अनुमति ठेले वालों को सुबह 6 से दोपहर 12 बजे तक ही होगी। वहीं किराना व्यवसायी होम डलिवरी कर सकेंगे। कोई भी व्यवसायी दुकान में तीन से अधिक कर्मचारी नहीं रख सकेगें। वहीं कोई भी दुकान नहीं खोले जाएंगे। संबंधित नगरीय निकाय के सक्षम प्राधिकारी इसकी निगरानी करेंगे एवं निर्देशों का उल्लंघन करने पर ठेले को जब्त करने, अर्थदंड या चालान की कार्रवाई की जाएगी।
पेट्रोल पंप संचालकों द्वारा केवल शासकीय वाहन, शासकीय कार्य में प्रयुक्त वाहन, एटीएम, कैश वैन, अस्पताल, मेडिकल इमरजेंसी से संबंधित निजी वाहन, एम्बुलेंस, एलपीजी परिवहन कार्य में प्रयुक्त वाहन, एयरपोर्ट, रेल्वे स्टेशन, अंतरराज्यीय बस स्टैंड से संचालित ऑटो, टैक्सी, विधिमान्य ई-पास धारित करने वाले वाहन, एडमिट कार्ड, कॉल लेटर दिखाने पर परीक्षार्थी, उनके अभिभावक, परिचय-पत्र दिखाने पर मीडियाकर्मी, प्रेस वाहन, न्यूज पेपर हॉकर, दुग्ध-वाहन तथा छत्तीसगढ़ में नहीं रूकते हुए एक राज्य से सीधे अन्य राज्य जाने वाले वाहनों को पीओएल प्रदान किया जाएगा। अन्य सभी वाहनों के लिए पीओएल प्रदान करना पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगा। दुग्ध पार्लर व दुग्ध-वितरण तथा न्यूज पेपर हॉकर द्वारा समाचार पत्रों के वितरण की समयावधि सुबह 6 से 8 बजे तक एवं संध्या 6 से संध्या 7.30 बजे तक ही होगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 18 अप्रैल। सामने जा रही ट्रेलर को पीछे से कंटेनर वाहन ने तेज रफ्तार से जोरदार ठोकर मार दिया, जिससे कंटेनर का सामने का हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। वहीं कंटेनर के चालक की मौत हो गई।
मिली जानकारी के अनुसार शनिवार दोपहर को भाजपा कार्यालय के सामने नेशनल हाईवे में एक कंटेनर के चालक ने तेज व लापरवाहीपूर्वक वाहन चलाते सामने जा रहे ट्रेलर को जोरदार टक्कर मार दी। इस घटना में कंटेनर ट्रेलर के पिछले हिस्से में बुरी तरह जा घुसा। क्रेन बुलाकर क्षतिग्रस्त कंटेनर को ट्रेलर से अलग किया गया। इस घटना में कंटेनर के ड्राईवर साईड का हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था। दुर्घटना में चालक की मौत हो गई।
बताया गया कि मृतक की शिनाख्ती नहीं हो पाई है। पुलिस ने पंचनामा कर शव को पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल भिजवाया है। पुलिस मर्ग कायम कर जांच में जुटी हुई है।
कोरबा, 17 अप्रैल। कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कोरबा द्वारा कोविड अस्पतालों में विभिन्न अस्थाई पदों पर भर्ती के लिये अंतिम चयन सूची जारी कर दी गई है। चयनित अभ्यर्थियों की सूची कोरबा जिले की वेबसाइट www.korba.gov.in पर उपलब्ध है। सभी चयनित अभ्यर्थियों को अगले तीन दिनों में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में अपनी उपस्थिति देनी होगी। यह भर्ती कोविड-19 के संक्रमण को देखते हुए आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिये तीन माह के लिये जिले में संचालित स्वास्थ्य संस्थाओं के लिए कोविड जांच लैब, कोविड हाॅस्पिटल एवं कोविड केयर सेंटर के लिये माइक्रोबाॅयोलाॅजिस्ट, स्टाफ नर्स, लैब टेक्निशियन, लैब अटेंडेंट तथा स्वच्छता कर्मी के पदों पर तीन माह के लिये होगी। जिला कार्यालय के सूचना पटल पर भी अंतिम चयन सूची का अवलोकन किया जा सकता है।
अंबिकापुर, 17 अप्रैल। जिले के 7 जनपद पंचायत अंतर्गत 338 ग्राम पंचायतों में क्वॉरंटीन सेंटर बनाये गए हंै। क्वॉरंटीन सेंटर की देख-भाल के लिए ग्राम पंचायत सचिवों को नोडल अधिकारी बनाया गया है।
इन क्वॉरंटीन सेंटर में बाहर से आने वाले लोगों को रखा जाएगा, ताकि गांव में कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ी जाा सके। क्वॉरंटीन सेंटर में भोजन, पानी, बेड, शौचालय जैसे बुनियादी सुविधाएं सुनिश्चित करने कहा गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार अम्बिकापुर जनपद के 102 ग्राम पंचायतों में क्वॉरंटीन सेंटर बनाए गए है। इसी प्रकार बतौली जनपद में 43,मैनपाट जनपद में 44, लुंड्रा जनपद में 77, सीतापुर जनपद में 39, उदयपुर जनपद में 59 तथा लखनपुर जनपद अन्यर्गत 74 ग्राम पंचायतों में क्वारान्टाईन सेंटर बनाए गए हंै।
प्रत्येक क्वॉरंटीन सेंटर के नोडल अधिकारी प्रतिदिन ठहरने वाले लोगों की संख्या एवं कुल संख्या अद्यतन कर रिपोर्ट जनपद कार्यालय को भेजेंगे तथा जनपद कार्यालय जिला कार्यालय को रिपोर्ट भेजेंगे।
अम्बिकापुर, 17 अप्रैल। शासकीय मेडिकल कालेज में वैश्विक महामारी कोविड 19 के निदान हेतु टास्क फोर्स समिति का गठन किया गया है।
मेडिकल कॉलेज के डीन द्वारा जारी आदेशानुसार कोविड एचआर मैनेजमेंट हेतु डॉ जे के भूटानी, वयस्को के उपचार हेतु डॉ. ऋ षभ गुप्ता, शिशुओं के उपचार हेतु डॉ. राकेश गुप्ता, कोविड रेफरल हेतु डॉ. अर्पण चौहान, कोरोना टेस्टिंग के लिए डॉ. विकास पांडेय, कोविड वायरोलॉजी टेस्ट के लिए अरविंद सिंह, कोविड सप्लाई हेतु डॉ. के पी विश्वकर्मा, मर्चुरी क लिए डा.ॅ संतु बेग तथा नॉन कोविड के लिए डॉ. नितेश दुबे टास्क फोर्स समिति में शामिल हैं।
नियमों के उल्लंघन पर 17 हजार जुर्माना वसूला
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 17 अप्रैल। शनिवार प्रात: 7 बजे से प्रशासनिक अधिकारियों की 2 टीम ने शहर भ्रमण कर नियमों के अनुपालन का जायजा लिया। दोनों टीम के द्वारा नियमों का उल्लंघन करने वाले तथा 3 दुकान संचालकों पर कार्रवाई करते हुए 17 हजार रुपये का जुर्माना वसूला गया, वहीं ठेले पर फल बेचने वाले के फलों को जब्त कर नियमों के अनुपालन करने की समझाइश दी गई।
एसडीएम प्रदीप साहू के नेतृत्व में एक टीम ने पॉलिटेक्निक कॉलेज ग्राउंड, चठिरमा बेरियर, अजिरमा बेरियर, सरगंवा रोड तथा प्रतापपुर नाका में जांच उल्लंघन करने वालों से 7 हजार रुपये का जुर्माना वसूला गया। इसी तरह तहसीलदार श्री ऋतुराज बिसेन के नेतृत्व में दूसरी टीम ने देवीगंज रोड, गुदरी बाजार, संगम चौक, पुराना बस स्टैंड, महामाया रोड तथा सत्ती पारा में लॉकडाउन के दौरान लापरवाही किये जाने पर 3 दुकानों पर चालानी कार्रवाई कर 10 हजार रुपये जुर्माना वसूला गया। इस दौरान बाहर ठेला में फल बेचने वाले के फल को भी जब्त किया गया।
उल्लेखनीय है कि कोरोना संक्रमण की चेन को तोडऩे 13 अप्रैल प्रात: 6 बजे से पूरे जिले को कंटेनमेंट जोन घोषित कर प्रतिबंधात्मक आदेश लागू किया गया है। नियमों का पालन कराने जिला प्रशासन के अधिकारी-कर्मचारी डटे हुए हैं। निगरानी दलों द्वारा कोविड गाइडलाइंस का उल्लंघन करने वालों पर चालानी कारवाई भी की जा रही है।
होम आईसोलेशन में लगभग 80 प्रतिशत रिकवरी रेट, तीन हजार 462 एक्टिव केस
कोरबा, 17 अप्रैल। कोरबा जिले में होम आईसोलेशन में रहकर कोरोना से जंग लड़ रहे मरीज बड़ी संख्या में तेजी से ठीक हो रहे हैं। जिले में अभी तक 21 हजार 311 मरीजों को सामान्य लक्षणों और कोरोना प्रोटोकाॅल तथा ईलाज के मार्गदर्शी निर्देशों का पालन करते हुए होम आईसोलेशन में रहकर ईलाज कराने की सुविधा दी जा चुकी है। इसमें से 16 हजार 897 मरीज पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं। जिले में गत दिवस तक कुल तीन हजार 462 कोरोना संक्रमित होम आईसोलेशन में रहकर अपना ईलाज करा रहे हैं। वहीं होम आईसोलेशन में रहने वाले 950 संक्रमितों को तबियत बिगड़ने पर कोविड केयर सेंटरों और अस्पतालों में भर्ती कराया जा चुका है। कोरबा जिले में होम आईसोलेशन में रहकर ईलाज कराकर ठीक होने की दर लगभग 80 प्रतिशत है। जिले में होम आईसोलेशन में ईलाज के दौरान केवल दो मरीजों की मौत अब तक हुई है जबकि चार मरीजों या उनके परिजनों के विरूद्ध होम आईसोलेशन संबंधी नियमों और कोविड प्रोटोकाॅल का उल्लंघन करने पर थाने में एफआईआर भी कराई जा चुकी है।
सीएमएचओ ने स्वास्थ्य अमला को लगाई फटकार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
लखनपुर, 17 अप्रैल। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लखनपुर-क्षेत्र के अंतर्गत सभी टीकाकरण सेंटरों में कम उम्र के लोगों का टीकाकरण की शिकायत होने पर 16 अप्रैल को सीएमएचओ डॉ. पी एस सिंह सिसोदिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लखनपुर पहुंचे और स्वास्थ्य अमले की क्लास लेते हुए बीएमओ सहित टीकाकरण में लगे जिम्मेदार स्वास्थ्य कर्मचारियों को फटकार लगाई और गाइडलाइन के मुताबिक 45 वर्ष से ऊपर के लोगों को टीकाकरण कराए जाने कहा।
सीएमएचओ से चर्चा के दौरान बताया कि 1 अप्रैल से टीकाकरण का तीसरा चरण प्रारंभ हुआ, उसमें राजस्व अमला के अधिकारियों के दबाव के कारण भी कम उम्र के लोगों को टीकाकरण किया गया है।
इसी कड़ी में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की बुनियादी सुविधाओं में मरच्यूरी शव वाहन की अव्यवस्था को देखते हुए सीएमएचओ ने लखनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जल्द ही शव वाहन व्यवस्था कराए जाने पहल करते हुए संबंधित विभाग के अधिकारी से फोन पर सम्पर्क करते हुए स्वास्थ्य केंद्र में शव वाहन उपलब्ध कराने निर्देश दिए। मरच्यूरी बनाए जाने के सवाल पर सीएमएचओ ने कहा कि अस्पताल परिसर में या आसपास अन्यत्र उपयुक्त स्थान मिलने पर मरच्यूरी कक्ष का निर्माण कराई जायेगी।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लखनपुर के बीएमओ डॉ. पीएस केरकेट्टा को कम उम्र के लोगों का टीकाकरण नहीं कराए जाने निर्देश दिया गया। साथ ही अफवाहों से लोगों को बचने समझाईश देने कहा। बीएमओ ने सभी टीकाकरण केंद्रों में दवाई उपलब्ध होने एवं स्वास्थ्य अमले को पूर्व में ही कोरोना नियमों से अवगत कराया जाना बताया गया, साथ ही स्वास्थ्य अमला को कम उम्र वाले का टीकाकरण नहीं किए जाने सभी टीकाकरण केंद्र प्रभारियों को सूचित करने सीएमएचओ के समक्ष स्वीकारोक्ति दी। इस मौके पर कोविड-19 के नोडल अधिकारी डॉ. विनोद भार्गव जितेश मिश्रा सहित अन्य स्वास्थ्य अमला उपस्थित रहे।
इस संबंध में राजस्व विभाग की तहसीलदार शिवानी जायसवाल से चर्चा करने पर उन्होंने कहा कि कहीं पर भी मौखिक या लिखित रूप से हमारे द्वारा कभी भी नहीं बोला गया है। सरगुजा कलेक्टर के संज्ञान में सारी बातें है, कलेक्टर के निर्देशानुसार आने वाले समय में जो कम उम्र के लोगों को टीकाकरण हुआ, उसे जांच भी किया जाएगा।