रायगढ़
![योग्य होने के बाद भी नौकरी न देने का आरोप योग्य होने के बाद भी नौकरी न देने का आरोप](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/16289335697.jpg)
एनटीपीसी के खिलाफ कलेक्टर ने बिठाई जांच
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 14 अगस्त। जहां एक ओर स्थानीय लोगों के रोजगार देने के मुद्दे पर भू-विस्थापितों ने एनटीपीसी के खिलाफ धरना शुरू किया हुआ है, वहीं स्थानीय लोगों द्वारा एनटीपीसी पर यह आरोप लगाया गया था कि एनटीपीसी ने 73 लोगों के रोजगार देने के लिए विज्ञापन जारी करने के बाद भी योग्य प्रभावितों का चयन कंपनी द्वारा नहीं किया गया। इसी संबंध में कलेक्टर रायगढ़ ने पांच सदस्यीय जांच समिति बनाई है।
कलेक्टर रायगढ़ द्वारा जारी किए गए पत्र के अनुसार स्थानीय लोगों को रोजगार देने के लिए एनटीपीसी द्वारा एक विज्ञापन 27 नवंबर 2020 को निकाला गया था, लेकिन तीन स्थानीय लोगों ने कंपनी पर आरोप लगाया कि कंपनी ने षड्यंत्र पूर्वक स्थानीय लोगों को पात्र होने के बावजूद उक्त पद के लिए अपात्र बताकर उन्हें नौकरी नहीं दी।
आरोप लगाने वाले शिकायतकर्ता रोहित पटेल, श्यामलाल सिदार व धोबीलाल की शिकायत के बाद कलेक्टर रायगढ़ भीम सिंह ने इस मामले की जांच के लिए आईएएस प्रतीक जैन के नेतृत्व में जांच कमेटी बनाई है। इस कमेटी में एसडीएम रायगढ़, युगल किशोर उर्वाशा, केएल उइके, महाप्रबंधक उद्योग, रोजगार अधिकारी रामजीत राम व जिला शिक्षाधिकारी आरपी आदित्य को शामिल किया गया है।