रायगढ़
![तरन्नुम शेख की कविता को राष्ट्रीय पत्रिका ‘तारे जमीन पर’ में मिला स्थान तरन्नुम शेख की कविता को राष्ट्रीय पत्रिका ‘तारे जमीन पर’ में मिला स्थान](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/16289422549.jpg)
प्रशस्ति पत्र और गोल्ड मेडल से किया सम्मानित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सारंगढ़, 14 अगस्त। सारंगढ़ के मोहम्मद खलिल और नाजनीन शेख वैसे तो किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं लेकिन इन दिनों उनकी सुपुत्री व उभरती युवा कवियित्री तरन्नुम शेख की वजह से उनका सर फख्र से और ऊंचा हो गया है। बीते साल लॉकडाउन की वजह से सभी स्कूल और कॉलेजों को पूरी तरह से बंद कर दिया गया था और सिर्फ ऑनलाईन मध्यम से ही पढ़ाई और परीक्षा लिए जा रहे थे, इसी दौरान कई समाजसेवी और प्रतिष्ठित संस्थानों के द्वारा विभिन्न तरह के ऑनलाईन प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जा रहा था।
जिसमें सारंगढ़ की प्रतिभावान युवती तरन्नुम शेख भी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए ऑनलाईन कविता लिखकर भेजती थी, जिसमें उनकी कई कविताओं को कई प्रतिष्ठित संस्थानों ने अपने पत्रिका और मैगजीन में स्थान भी दिया और उन्हें पुरस्कृत भी किया।
अभी अभी देश की राष्ट्रीय पत्रिका तारे जमीन पर ने भी तरन्नुम की कविता वो लाचार पिता को अपने पत्रिका में स्थान दिया है तथा तारे जमीन पर ग्रुप के द्वारा उन्हें गोल्ड मेडल व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया है।
ज्ञात हो कि पूर्व में भी तरन्नुम शेख की दो किताबें जीवन में माता पिता की अहमियत व अल्फाज़ -ए -तरन्नुम को साहित्यिक सहायक द्वारा प्रकाशित किया गया था।
वहीं युवा कवियित्री तरन्नुम शेख ने बताया कि आज वो जो कुछ भी लिखती हैं इसकी प्रेरणा उन्हें बचपन में ही अपने पिता से मिल गई थी। वो कविता लिखने के साथ वर्तमान में कॉलेज में अंग्रेजी में एमए पूर्व में अध्ययनरत हैं।