रायगढ़
![कोरोना: जेल में निरूद्ध भाईयों का चेहरा तक नहीं देख सकीं बहनें कोरोना: जेल में निरूद्ध भाईयों का चेहरा तक नहीं देख सकीं बहनें](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/16297300011.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 23 अगस्त। रक्षाबंधन पर जिला जेल रायगढ़ के द्वारा हर साल बहनों के लिए जेल में निरूद्ध भाईयों को राखी बांधने का अवसर प्रदान किया जाता है। इस साल भी जेल में बंद अपने भाईयों को राखी बांधने बड़ी संख्या में बहनें पहुंची थीं, पर कोरोना प्रोटोकाल और शासन के आदेश के चलते अनुमति नहीं मिलने के कारण कई बहनों को दूर-दूर से रायगढ़ आने के बावजूद निराशा ही हाथ लगी। इस दौरान कुछ बहनों को जेल प्रहरी से अपने भाई को एक बार दिखा देने की गुहार लगाते भी देखा गया।
गौरतलब रहे कि रक्षा बंधन के पर्व के लिए जिला जेल में निरूद्ध बंदियों के बहनों के लिए खासकर जेल के दरवाजे खोल दिए जाते हैं और हर साल जिले तथा जिले के बाहर से सैकड़ों की संख्या में बहनें अपने भाईयों को राखी बांधने पहुंचती हंै। पर इस साल भाई को राखी बांधने के लिए पहुंची बहनों को जेल से अनुमति नहीं मिलने के कारण निराश ही लौटना पड़ा।
मिली जानकारी के अनुसार राज्य सरकार तथा जिला प्रशासन के निर्देश पर जिला जेल के द्वारा 10 दिन पहले ही इस साल राखी के लिए अनुमति नहीं देने की सरकारी विज्ञप्ति जारी की गई थी, किंतु भाई बहन का प्यार ऐसे नियमों को कहां मानता है?, यही कारण है कि शासन के दिशा निर्देश और कोरोना के खौफ के बावजूद दर्जनों बहनें अपने भाई को राखी बांधने जिला जेल पहुंचीं और जेल प्रशासन से अनुमति नहीं मिलने के कारण यहां से उन्हें निराश ही लौटना पड़ा। इस दौरान कुछ बहनों को जेल प्रहरी से अपने भाई को कम से कम एक बार दिखा देने की गुहार लगाते भी देखा गया। मगर उनकी यह गुहार भी अनसुनी कर दी गई।
दरअसल कोरोना ने दो सालों से त्यौहारों का किरकिरा कर रखा है। यही कारण है कि पिछले साल भी राखी बांधने के लिए रायगढ़ पहुंचने वाली बहनों को निराशा ही हाथ लगी थी और यही हाल इस साल भी रहा। एक तरफ जहां पूरा शहर और प्रदेश खुले में सांस ले रहा है और बाजार में त्यौहार के चलते भीड़ उमड़ रही है तो दूसरी ओर जेल के दीवार के नियमों ने भाई बहन के रिश्ते को नियमों से बांध कर रख दिया है और भाई बहन एक दूसरे से मिलने से वंचित रहे।