रायगढ़
![हाथी मौत में वनरक्षक निलंबित हाथी मौत में वनरक्षक निलंबित](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/16300648902.jpg)
कार्रवाई के बाद विभाग पर उठने लगे सवाल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 27 अगस्त। बिजली करंट से हाथी की मौत मामले में धरमजयगढ़ वनमण्डल के अफसरों ने वहां के वनरक्षक को निलंबित करने का आदेश जारी कर दिया। इसके बाद वनमंडल में यह चर्चा है कि अपनी साख बचाने के लिए विभाग के उच्च अधिकारी ने एक छोटे कर्मचारी को निलंबित कर अच्छा कार्य नहीं किया गया है।
निलंबित वन रक्षक अपने बीट के अलावा विश्रामगृह का कार्य भी देखता है। निलंबित वन रक्षक की माने तो रक्षाबंधन पर जब सभी कर्मचारी छुट्टी पर थे, ऐसे आलम में वह दिन रात पूरी ईमानदारी से अपनी ड्यूटी कर रहा था। हाथी की मौत का वह अकेला जिम्मेदार नहीं है, अगर निलंबित करने से हाथी की जान वापस आ सकती है, तो सबसे पहले विभाग के तमाम बड़े ओहदेदार को निलंबित करना चाहिए, जिनके पास पॉवर है।
बताया जाता है कि जंगली हाथियों के प्रबंधन के लिए एक भी ठोस कार्ययोजना विभाग के पास नहीं है। आजकल विभाग के बड़े अधिकारियों ने जंगली हाथियों की लोकेशन ट्रेस करने के लिए दो-दो ट्रैकर हर झुंड के पीछे लगाये जाने का प्रसारित किया है। यह भी सुनने को मिला है कि हाथी अभी किस कक्ष में है, उसके बाद किस कक्ष में जा रहा है उसकी सटीक जानकारी भी स्टाफ से मांगी जा रही है।
यह भी स्पष्ट हो गया था कि संबंधित किसान ने वन विभाग की तर्ज पर ही अपने खेत में फसल सुरक्षा के लिए रक्षक नाम का बैटरी से ऑपरेट होने वाला डीसी करंट वाला मशीन लगाया था, जिसमें उसने जानबूझ कर विद्युत करंट प्रवाहित कर दिया। जिसके कारण उसकी जद में आकर हाथी की मौत हो गई तो इसमें वनरक्षक को दोषी मानना कहां तक उचित है?
ज्ञात हो कि 21 अगस्त को पोटिया जंगल किनारे खेत में लगे फसल की सुरक्षा के लिए खेत के मालिक ने बिजली तार लगा दिया था, जहां करंट की चपेट में आने से एक हाथी की मौत हो गई थी। घटना के बाद वाइल्ड लाइफ के बड़े अफसर भी मौके पर जायजा लेने पहुंचे थे, जिसके बाद विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने संबंधित बीट के नाका पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए उसे आनन फानन में निलंबित कर दिया।
अब ये मामला तूल पकडऩे लगा है कि बड़े अधिकारियों की गलती छुपा दी जाती है और छोटे कर्मचारी जो बड़े अफसरों के दिशा निर्देश पर कार्य करता है, उसे निपटा दिया जाता है।