रायगढ़
![कांग्रेसियों का किसान हितैषी बताने का जोश सिर्फ मौखिक- विवेक कांग्रेसियों का किसान हितैषी बताने का जोश सिर्फ मौखिक- विवेक](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/1630325047G_LOGO-001.jpg)
जल्द रोकें कालाबाजारी को अन्यथा भाजपा उग्र आंदोलन को मजबूर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 30 अगस्त। भाजपा के प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य विवेक रंजन सिन्हा ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि राजीव गांधी न्याय जैसे भारी शब्द सिर्फ सुनने में अच्छे लगते हैं। धान का कटोरा छत्तीसगढ़ के लिए मानसून सबसे बड़ा फसली सीजन होता है और किसानों को इसी समय खाद की सबसे ज्यादा जरूरत होती है। जब यही खाद उन्हें गैर वाजिब दामों पर मिले तो सरकार के इरादों को आप समझ सकते हैं। 2019 में जब सरकार बदली थी, तब लगा समझ का फेर है लेकिन 2021 में उसी पुराने कांग्रेसी ढर्रे पर सोसायटियों से खाद गायब कर किसानों को ऊंचे दामों में बाजार से खाद खरीदने के लिए विवश करना एक बड़े खेल का हिस्सा है। नेताओ की भागीदारी से किसानों को छलने का खेल तीन साल से बदस्तूर जारी है।
जारी विज्ञप्ति में उन्होंने आगे बताया कि भारतीय जनता पार्टी किसानों के साथ सदैव खड़ी रही है। खाद की कालाबाजारी रोकने के लिए पार्टी ने विभिन्न स्तर पर विरोध-प्रदर्शन किया है। श्री सिन्हा ने सख्त लहजे में चेतावनी दी है कि अगर स्थानीय विधायक इस कालाबाजारी को यथाशीघ्र नहीं रोकते तो भारतीय जनता पार्टी उग्र आंदोलन करने पर मजबूर होगी।
विदित हो कि बीते कुछ सप्ताह से जिले में 266 रूपये में मिलने वाला यूरिया खाद का बोरा 600-700 रूपये और डीएपी भी 1200 की जगह 1500 रूपये तक में किसान खरीदनों को मजबूर हैं।
विवेक रंजन सिन्हा ने कहा कि कांग्रेस सरकार की शह पर पूरे जिले में खाद की कालाबाजारी हो रही है। खेती का आधा सीजन बीत चुका है और ऐसे में करोड़ों की कालाकमाई इन लोगों ने जोड़ ली है। बीते तीन सीजन से हर साल किसानों को खाद के नाम पर परेशान होना पड़ रहा है। रियायती दाम में मिलने वाले खाद को महंगे दामों में खदीदने के लिए कांग्रेस सरकार मजबूर कर रही है।